रामसेतु की कथा सुन भावविभोर हुये श्रोतागण
सीतापुर- राम सेतु की कथा सुनकर श्रोतागण भावविभोर हुए।
सकरन के सुमरावां स्थित ब्रम्हचारी बाबा स्थान पर आयोजित सात दिवशीय श्री रूद्र महायज्ञ में चौथे दिन नैमिष से पधारे कथा ब्यास रामू रामचन्द्र रामायणी ने श्रोताओं को रामेश्वरम में समुद्र पर सेतु निर्माण की कथा सुनायी उन्होने कहा कि माता सीता को लंका से वापस लाने के लिए राम सेना को लंका में प्रवेश करने के लिए समुद्र को पार करना था समुद्र पर पुल न होने पर राम जी की सेना ने सेतु निर्माण का निर्णय लिया।
उसके बाद वानर सेना पत्थरों को लाकर समुद्र में डालने लगी लेकिन सारे पत्थर समुद्र में पडते ही डूब जाते तब महाबली हनुमान,अंगद व जामुवंत ने आपस में विचार विमर्श किया उसके बाद पत्थरों पर भगवान राम का नाम लिख कर उन्हें जब समुद्र में डाला तो सभी पत्थर तैरने लगे यह देख वानर सेना जय श्री राम के नारे लगाने लगी इस तरह से वानर सेना ने समुद्र पर पुल बना कर लंका पर विजय प्राप्त की समुद्र में डाला तो सभी पत्थर तैरने लगे यह देख वानर सेना जय श्री राम के नारे लगाने लगी इस तरह से वानर सेना ने समुद्र पर पुल बना कर लंका पर विजय प्राप्त की।
Dec 23 2023, 19:37