*जीवन बचाने वाले पीआरवी कर्मियों को 20 हजार का पुरस्कार*

लखनऊ। श्रावस्ती में देर रात नाले में गिरी एक कार के घायल यात्रियों को पीआरवी-1942 के कर्मियों ने जान पर खेल कर बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। पीआरवी कर्मियों के इस साहसिक कार्य के लिए एडीजी-112 नीरा रावत ने पीआरवी-1942 के कर्मियों को 20 हज़ार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।

श्रावस्ती में देर रात गहरे पानी के गड्ढे में गिर गयी थी एक कार

घोषित पुरस्कार में 10 हज़ार रुपये पीआरवी कमांडर अखिल कुमार सिंह को और 5-5 हज़ार रुपये सब-कमांडर कुलदीप कुमार तथा पायलट सुरेन्द्र यादव को प्रदान किया जायेगा।यूपी-112 मुख्यालय मीडिया सेल के अनुसार देर रात 11.32 बजे श्रावस्ती जनपद की पीआरवी-1942 गश्त पर थी। भगहा मोड के पास पीआरवी कर्मियों ने देखा कि एक कार गहरे पानी के गड्ढे में गिरी हुई है और दुर्घटनाग्रस्त कार की हेड लाइट जल रही है।

पीआरवी-1942 के कर्मियों ने जान पर खेल कर घायलों को निकला

पीआरवी कर्मियों ने बिना समय गंवाए गहरे पानी में उतर कर घायल यात्री को बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। घायल का उपचार करने के बाद चिकित्सकों ने खतरे से बाहर बताया है। पीआरवी के इस कार्य की खूब सराहना हुई।

*मामा-जीजा की आवाज निकालकर साइबर ठग लगा रहे चूना ,एक सप्ताह के अंदर राजधानी के अंदर आये दो मामले*

शिशिर पटेल 

लखनऊ। साइबर ठगी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। स्कैमर्स लोगों को ठगने के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। इन दिनों साइबर ठगों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआइ को ठगी का अपना नया हथियार बना लिया है। इसलिए मामा, जीजा, साला, भाई की आवाज निकालकर साइबर ठग लोगों को चूना लगा रहे हैं। बीते एक सप्ताह के अंदर लखनऊ में ऐसे दो मामले आ चुके है। जिसमें मामा-जीजा की आवाज निकालकर हजारों रुपये ठग लिये। दोनों मामलों की पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

साइबर ठगों के नित नये-नये प्रयोग से लोग परेशान

 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विस्तार होने के साथ ही साइबर जालसाजों ने लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया है। अब तक सोशल मीडिया, फेसबुक, इंट्राग्राम व मोबाइल पर ओटीपी समेत अन्य तरीकों से ठगी हो रही थी, लेकिन अब जालसाज एआइ की वॉयस क्लोनिंग टूल की मदद ले रहे हैं। यह टूल आपकी आवाज इतने सलीके से नकल करता है कि अपनी व टूल की आवाज में अंतर नहीं कर पाएंगे। इसके लिए साइबर क्रिमिनल सबसे पहले किसी शख्स को ठगी के लिए चुनते हैं। इसके बाद उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल को देखते हैं और उसकी किसी आॅडियो व वीडियो को अपने पास रख लेते हैं। इसके बाद एआई की वॉयस क्लोनिंग टूल की मदद से उसकी आवाज क्लोन करते हैं। फिर उनके परिचित को उसकी आवाज में फोन कर बताया जाता है कि उनका हादसा हो गया है या कोई भी इमरजेंसी स्थिति बताकर ठगी की जा रही है।

पुलिस ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच

 

 लखनऊ के गोमतीनगर और हुसैनगंज थाना क्षेत्र में इस तरह से दो लोगों के साथ हजारों रुपये की ठगी हो चुकी है। इन पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। यह दो मामले एक उदाहरण के रूप में। बाकी प्रदेश भर में न जाने कितने लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे है। ठगी का शिकार होने के बाद थाने व साइबर क्राइम सेल जाने पर सभी को न्याय नहीं मिल पा रहा है। बस चंद लोगों का पैसा वापस हो रहा है। पुलिस की इसी लापवाही के चलते साइबर ठगों के हौंसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे है। 

साइबर ठगी से बचने के लिए यह बर्ते सावधानी

 

प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि आवाज बदलकर बात करना वैसे तो एक कला है, जिसमें कुछ लोगों को महारत हासिल होती है। मौजूदा समय में कई लोग अक तकनीक का यूज करके दूसरों की आवाज को कॉपी कर इसके बाद वे इन आवाज का इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए करते हैं। आइए जानते हैं हाल ही में ऐसे ठगी के केस के बारे में और इससे बचाव के लिए क्या करें। रिश्तेदार की आवाज में कोई फोन आने पर अगर कोई इमरजेंसी बताएं तो इस दौरान आप दूसरे रिश्तेदारों की बात को लेकर घुमाये। ऐसे रिश्तेदार के बारे में जल्दबाजी में जवाब नहीं दे पाएंगा और आप जान जाएंगे। यदि दोस्त या सगे-संबंधी को पैसे ट्रांसफर करने हैं तो एक बार खुद फोन करके कंफर्म कर लें कि सच में फोन करने वाले वही थे। यदि फोन करने तक अपराधी के खाते में रकम ट्रांसफर नहीं हुई तो हो सकता है कि आप ठगी का शिकार होने से बच जाएं। अलग-अलग अकाउंट का अलग-अलग पासवर्ड रखें, एक-जैसे पासवर्ड बनाने से बचें। इससे आप फ्रॉड के शिकार होने से बच जाएंगे।

केस-वन 

गोविंद सिंह मार्ग निवासी फूलचंद्र दिवाकर ने हुसैनगंज को तहरीर दी। जिसमें बताया कि उनके बहनोई दिल्ली में न्यायाधीश हैं। उनके मोबाइल पर एक फोन आया उसने उसके बहनोई की आवाज निकालकर कहा कि लखनऊ में उनके मित्र का हादसा हो गया है। कुछ रुपये ट्रांसफसर कर दीजिए। इसके बाद खाते से एक लाख 58 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये लेकिन बाद में जब बहनोई से इस बारे में बात की तो पता चला कि उन्होंने कोई काल नहीं किया है। 

केस-टू

गोमतीनगर के विनीत खंड के रहने वाले कार्तिकेय ने गोमतीनगर थाने को तहरीर दी। जिसमें उनके द्वारा बताया कि उनकी मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया। आवाज स्पष्ठ न आने पर पूछा तो बताया कि आपका मामा बोल रहा हूॅ। बोलने वाले की आवाज उसकी मामा की आवाज से बिलकुल मिल रहा था। इसलिए कुछ समझ नहीं आया और इमरजेंसी बताकर उससे नब्बे हजार रुपये आॅनलाइन ट्रांसफर करा लिया। बाद में जब मामा से बात किया तो पता चला कि वे थे ही नहीं। पुलिस ने तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने किया पीजीआई का निरीक्षण

लखनऊ। एसजीपीजीआई लखनऊ में सोमवार को ओटी वन में आग लगने से हुई जनहानि और भारी नुकसान को उत्तरप्रदेश शासन ने गंभीरता से लिया है। बुधवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पीजीआई का दौरा किया।

उन्होंने मरीजों से मुलाकात की और उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना की साथ ही पीजीआई के प्रसाशनिक अधिकारियों से भी घटना के हर पहलुओं की बिन्दुवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच करावायी जा रही है,दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

बतादें कि पीजीआई में बीते सोमवार को पहली मंजिल पर स्थित ओटी वन में दो मरीजों की सर्जरी चल रही थी जिसमें एक महिला के अलावा महज तीस दिनों का बच्चा भी शामिल था,अचानक सर्जरी के दौरान ओटी वन में आग लग गई थी।आग ने देखते ही देखते भीषण रूप पकड़ लिया और पीजीआई की पहली मंजिल को अपने जद में ले लिया।

घटना में आपरेशन थियेटर में मौजूद दोनों मरीजों के फेफड़ों में धुआं भर जाने के कारण उनकी मौत हो गयी थी।भीषण आग की लपटों ने पहली मंजिल के सभी विभागों में खासी तबाही मचाई जिसमें संस्थान के कीमती उपकरण भी जल कर राख हो गई थी।

बुधवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पीजीआई की ओटी वन का मुआयाना करते हुए बताया कि घटना वाली जगह को सील कर दिया गया है।घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाई जा रही है,घटना से जुड़े सभी बिन्दुओं पर बारीकी से जांच की जाएगी।लापरवाही बरतने वाले या गैरजिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों के दोषी पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी, किसी भी सूरत में उन्हें बक्सा नहीं जाएगा।

दबंगों ने दो लोगों के गले में पड़ी सोने की चेन लूटी , मुकदमा

लखनऊ। बंथरा इलाके के गोंदौली गांव में चल रही ऐट होम पार्टी में गए दो लोगो के गले में पड़ी सोने की चेन लूट ली ।जब तक कुछ समझ पाते ।तब तक दबंगों ने मार पीट ,गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से भाग निकले।

दो पीड़ितो ने दबंगों के खिलाफ मारने पीटने,गाली गलौज करने व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज करवाया है।पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

थाना बंथरा के गोंदौली गांव निवासी सुरेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि बीती पंद्रह दिसंबर तेईस को मेरा भाई राजेंद्र गांव में ही धनंजय सिंह के यहां ऐट होम पार्टी चल रही थी।तभी इसी दौरान निमंत्रण में आए कंजा खेड़ा निवासी बुद्धि लाल व सूरज पटेल अपने चार ,पांच अन्य साथियों के साथ पार्टी में आए और शराब के नशे धुत नोट उछालते हुए आर्केस्ट्रा स्टेज पर चढ़ गए और नर्तकी के साथ नाचने लगे और देखते ही उनके अन्य चार पांच साथी भी चढ़ गए ।

मौके पर मौजूद रिस्तेदारो ने दौड़ कर उनको बमुश्किल में स्टेज से उतरा ।इस दौरान मेरे भाई राजेंद्र सिंह,ग्रामीण नितिन सिंह ,गौरव पाल से दबंगई करते हुए हाथापाई ,गाली गलौज,मार पीट के साथ ही जान से मारने की धमकी देते हुए राजेंद्र सिंह की पांच तोले की और गौरव की चार तोले की गले में पड़ी सोने की जंजीर भी लूट कर भाग निकले।इससे डरे सहमे लोग काफी परेशान है और इसकी लिखित शिकायती पत्र देकर दबंगों के खिलाफ मार पीट करने ,गाली गलौज करने,जान से मारने की धमकी देने के साथ ही जंजीर लूटने का मुकदमा दर्ज कराया है।

बाराबंकी में देखा गया गोसाईगंज का लापता छात्र

लखनऊ। गोसाईगंज के रामपुर महुरा गांव से सोमवार को घर से स्कूल के लिए निकला छात्र आकाश बुधवार को देर साम बाराबंकी के कोठी क्षेत्र में देखा गया। पिता ने गोसाईगंज में छात्र की गुमशुदगी दर्ज करवाई है। पुलिस छात्र की तलाश में लगी है।

गोसाईगंज कोतवाली क्षेत्र के रामपुर महुरा कला गांव निवासी दिलीप कुमार का बेटा आकाश 15 वर्ष 18 दिसंबर को घर से स्कूल के लिए निकला था लेकिन वह न तो स्कूल पहुंचा और न ही घर वापस लौटा।

छात्र की गुशुदगी दर्ज कर पुलिस तलाश में जुटी है। बताया गया की जिस लड़के के साथ छात्र को देखा गया था वह कुछ बता नहीं सका। बुधवार देर साम सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में बताया गया की लापता छात्र को बाराबंकी के कोठी क्षेत्र में देखा गया है।

छात्र महुराकला गांव के निजी स्कूल का छात्र है। इंस्पेक्टर गोसाईगंज दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया की छात्र को खोजने की कार्रवाई जारी है।

कोर्ट ने एसपी से कहा कि अभिनेत्री जयाप्रदा को गिरफ्तार कर पेश करें

लखनऊ । आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामलों में पूर्व सांसद जयाप्रदा को कोर्ट ने राहत नहीं दी है। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी को विशेष निरीक्षक की तैनाती कर कोर्ट में पेश करने को कहा है। इसके साथ ही उनके जमानतियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई दस जनवरी को होगी।

स्वार और केमरी थाने में लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व सांसद जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में 2019 में दो केस दर्ज किए गए थे। दोनों मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। स्वार में दर्ज एक मामले में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है और पूर्व सांसद को अपने बयान दर्ज कराने हैं।

वह बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट नहीं पहुंची। केमरी थाने में दर्ज आचार संहिता उल्लंघन के अन्य मामले में अभियोजन की गवाही चल रही है। इसमें भी पूर्व सांसद कोर्ट नहीं पहुंच रही। कोर्ट लगातार दोनों मामलों में गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता असगर ने पूर्व सांसद की ओर से गैर जमानती वारंट को निरस्त करने के लिए फिर से प्रार्थना पत्र दिया था।

वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी के मुताबिक कोर्ट ने प्रार्थना पत्र को खारिज करते हुए गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस निरीक्षक की तैनाती करने के आदेश एसपी को दिए हैं। इसके साथ ही उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करते हुए उनके जमानतियों को भी नोटिस जारी किए हैं।

समस्त पेंशन धारक फ्रॉड फोन कॉल्स से सावधान रहे

लखनऊ।आदर्श कोषागार, जवाहर भवन, लखनऊ से पेंशन आहरित करने वाले समस्त पेंशन धारक फ्रॉड फोन कॉल्स से सावधान रहें। पेंशन धारकों के मोबाइल नंबर पर यदि किसी भी प्रकार की कोई ऐसी कॉल आती है, जिसमे पेंशन धारकों से वेतन या पेंशन से सम्बन्धित कोई जानकारी मांगी जा रही है तो उस कॉल को डिस्कनेक्ट कर दें और किसी प्रकार की जानकारी न दें।

ऐसे फोन कॉल पर किसी को अकाउंट नंबर, पैन कार्ड नंबर या अन्य कोई भी सूचना न दें। यह अपील मुख्य कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ श्री आनंद कुमार ने आदर्श कोषागार जवाहर भवन लखनऊ से पेंशन आधारित करने वाले समस्त पेंशन धारकों से की है।

श्री कुमार ने कहा है कि मोबाइल फोन पर किसी भी माध्यम से आए हुए फ्रॉड लिंक को न ही खोलें और न ही उसे फॉरवर्ड करें। उन्होंने यह भी कहा है कि इस प्रकार के फ्रॉड फोन कॉल्स या एसएमएस के माध्यम से मांगी गई वेतन या पेंशन से सम्बन्धित कोई भी सूचना न दें।

उन्होंने बताया कि कोषागार अपने स्तर से किसी भी प्रकार का कॉल या मैसेज प्रेषित नहीं करता है। उन्होंने सभी पेंशन धारकों को सावधान करते हुए कहा है कि इस प्रकार के फ्रॉड कॉल या मैसेज से सचेत रहें ताकि किसी पेंशन धारक के साथ किसी भी प्रकार कोई धनराशि का गबन न हों।

वन मंत्री ने लखनऊ जू का किया निरीक्षण,वन्यजीवों के बाड़ों की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के दिये निर्देश


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरूण कुमार सक्सेना ने बुधवार की सुबह नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (लखनऊ जू) का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वन्यजीवों के बाड़ों की सुरक्षा व्यवस्था और अधिक चाक-चौबंद करने के निर्देश दिये। यह भी कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ कर्मचारियों की भी सुरक्षा के बेहतर प्रबंध सुनिश्चित किया जाय। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना भविष्य में घटित न होने पाये अन्यथा संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी।

डा. सक्सेना ने विगत दिनों चिड़ियाघर में दरियाई घोड़े के हमले में मृतक सूरज की पत्नि को संविदा पद नौकरी देने के लिए निदेशक जू को निर्देश दिये। डब्ल्यूटीआई एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ एनजीओ एवं लेबर डिपार्टमेंट से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर में साफ-सफाई के बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने जू में स्थित सभी बाड़ों का निरीक्षण करते हुए कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बनी बैरीकेटिंग को चुस्त-दुरूस्त कराया जाये। कहीं से कोई बैरीकेटिंग क्षतिग्रस्त नहीं होनी चाहिए।

डा. सक्सेना ने कहा कि राज्य सरकार वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ-साथ इनकी देख-भाल में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील है। उन्होंने की विशेषज्ञों की देख-रेख में ही कर्मचारियों को बाड़े में जाने की अनुमति दी जाये और दरियाई घोड़े के उग्र होने की जांच चिकित्सक से कराई जाय। साथ ही समय-समय पर सभी वन्यजीवों का चिकित्सकों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाता रहे।

एकमुश्त समाधान योजना 31 दिसम्बर तक,घरेलू उपभोक्ताओं एवं किसानों को मिल रही 80 प्रतिशत की छूट

लखनऊ। विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान हेतु प्रदेश सरकार द्वारा लाई गयी एकमुश्त समाधान योजना के अन्तर्गत मंगलवार तक पूरे प्रदेश में 35 लाख उपभोक्ताओं ने छूट का लाभ लिया और इससे 3500 करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई। साथ ही उपभोक्ताओं को भी 1200 करोड़ रुपए का फायदा हुआ।

विद्युत चोरी के मामलों में इस दौरान 72 हजार लोगों के कानूनी और आपराधिक मामलों को भी हल किया गया।नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में चल रही ओटीएस उपभोक्ताओं के लिए बहुत ही प्रभावी और लाभकारी योजना रही। अब यह योजना अपने अन्तिम दौर में चल रही है। इस योजना का तीसरा चरण 31 दिसम्बर, 2023 तक है। 31 दिसम्बर को योजना समाप्त हो रही है। इसके पश्चात योजना की अवधि नहीं बढ़ायी जायेगी।

अभी भी जिन लोगों के विद्युत बिलों के बकाये या विद्युत चोरी के मामले लम्बित हैं, वे जल्द से जल्द ओटीएस का लाभ लेकर अपनी विद्युत सम्बंधी समस्याओं का समाधान करा लें। प्रदेश में ओटीएस को जल्दी आएं, ज्यादा लाभ पाएं की कसौटी पर चलायी गयी थी। साथ ही किश्तों में भी भुगतान करने की व्यवस्था दी गयी थी। 31 दिसम्बर, 2023 के पश्चात जिस किसी के भी विद्युत बिलों के बकाये और विद्युत चोरी सम्बंधी प्रकरण लम्बित रह जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।

ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि ओटीएस के तीसरे चरण में भी 01 किलोवॉट भार तक के छोटे घरेलू उपभोक्ताओं तथा किसानों को बकाये के सरचार्ज में 80 प्रतिशत की छूट मिल रही है। इसी प्रकार विद्युत चोरी के प्रकरणों में भी 50 प्रतिशत की छूट मिल रही है। योजनान्तर्गत इस अवधि में 01 किलोवाट से अधिक भार वाले घरेलू उपभोक्ताओं को 70 प्रतिशत, 03 किलोवाट भार तक के वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को 60 प्रतिशत, 03 किलोवॉट से अधिक भार के वाणिज्यिक उपभोक्ताओ को 40 प्रतिशत के साथ निजी संस्थानों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों को 30 प्रतिशत की छूट मिल रही है।

उन्होंने बताया कि ओटीएस के तहत मंगलवार तक पूर्वांचल डिस्काम में 9.84 लाख, मध्यांचल में 9.85 लाख, दक्षिणांचल में 7.42 लाख, पश्चिमांचल में 7.67 लाख, केस्को में 18 हजार उपभोक्ताओ ने ओटीएस में पंजीकरण करा कर सरचार्ज में छूट का लाभ लिया। इसी प्रकार विद्युत चोरी के मामलों में पूर्वांचल डिस्काम ने 19,080, मध्यांचल ने 11,165, दक्षिणांचल ने 18,676, पश्चिमांचल ने 21,686 तथा केस्कों ने 1,385 लोगों के प्रकरणों को समाप्त किया।

ऊर्जा मंत्री ने सभी बकायेदार उपभोक्ताओं से अपील की है कि ओटीएस में दी गयी छूट का लाभ लेकर अपना बकाया जमा कर दें। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि बकाये के भुगतान के लिए बकायेदारों को अधिक से अधिक प्रेरित किया जाय।

डॉ. सूर्यकान्त इंडियन सोसाइटी ऑफ हायपरटेंशन की फेलोशिप से सम्मानित

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त को इंडियन सोसाइटी ऑफ हायपरटेंशन की फेलोशिप से सम्मानित किया गया है। डॉ. सूर्यकान्त को इंडियन सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन द्वारा उत्कृष्ट कार्यो तथा उच्च रक्तचाप के खतरे को दूर करने के लिए सोसायटी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए सम्मानित किया गया है।

ज्ञात हो कि डॉ. सूर्यकान्त को ’डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एस.सी.)

की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने 29 जुलाई 2023 को नई शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की गई हिंदी की 100 पुस्तकों में से दो हिंदी पुस्तकों का भी योगदान दिया है।

डॉ. सूर्यकान्त केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में लगभग 18 वर्ष से प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं एवं 12 वर्ष से विभागाध्यक्ष के पद पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 21 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं लंग कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 800 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।

दो अंतरराष्ट्रीय पेटेन्ट का भी उनके नाम श्रेय जाता है। लगभग 200 से अधिक एमडी/पीएचडी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन, 50 से अधिक परियोजनाओं का निर्देशन, 22 फैलोशिप्स, 16 ओरेशन एवार्ड का भी श्रेय उनके नाम ही जाता है। इससे पहले भी अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 22 फेलोशिप सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है तथा ब्रोन्कियल अस्थमा के क्षेत्र में बेस्ट इनोवेशन (एलएस लोवेशके पुरस्कार 2006) भी शामिल है।

उन्हें यूपी सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड (विज्ञान के क्षेत्र में उप्र का सर्वोच्च पुरस्कार) और केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा एवं उप्र हिन्दी संस्थान से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें अब तक अन्तरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगभग 196 पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

डॉ. सूर्यकान्त जो जोनल टास्क फोर्स नार्थ जोन (क्षय उन्मूलन) के चेयरमैन भी हैं, विगत कई वर्षों से टी.बी. उन्मूलन में यूपी के देश में नेतृत्व कर रहे हैं। साथ ही साथ टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने हेतु निरन्तर प्रयत्नशील है । उन्होंने लखनऊ के गाँव अर्जुन पुर व मलिन बस्ती ऐशबाग, लखनऊ को टी.बी. मुक्त बनाने के हेतु गोद लिया है।

प्रिंट/इलेक्ट्रानिक तथा सोशल मीडिया के माध्यम से टी.बी. के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य भी करते रहते हैं।