*राजभवन में सीएम योगी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से की मुलाकात, खादी की शॉल और श्री कृष्ण जी की प्रतिमा भी भेंट की*

लखनऊ । राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। सोमवार की सुबह वाराणसी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को लखनऊ पहुंची। यहां पर कई कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद फिर मंगलवार को राजभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को खादी की शॉल और श्री कृष्ण जी की प्रतिमा भी भेंट की।

*लखनऊ में अफसर की बेटी से चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म करने वाले तीन गिरफ्तार ,केजीएमयू के मनोरोग विभाग में इलाज करवा रही थी युवती*

लखनऊ।सर्विलांस व क्राइम टीम (पश्चिमी) व थाना वजीरगंज की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा तीन शातिर वांछित अभियुक्तों को 12 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण किया गया। इनके द्वारा एक युवती को बहला फुसला कर और नशीला पेय पदार्थ पिलाकर उसे लखनऊ के बाराबंकी मार्ग पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। बताया जा रहा है कि पीड़ित के पिता लखनऊ में बड़े पद पर तैनात हैं। पुलिस उपायुक्त पश्चिमी राहुल राज ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्तों का नाम सत्यम मिश्रा मो.सुहैल , मो.असलम हैं।

पांच दिसंबर को तीनों ने युवती के साथ किया सामूहिक दुष्कर्म

दस दिसंबर को वादिनी पीड़िता मुकदमा निवासी लखनऊ ने बताया कि मेरा इलाज केजीएमयू के मानसिक चिकित्सालय विभाग से हो रहा है। वह पांच दिसंबर को इलाज के वास्ते यहां आयी थी। चूंकि यहां वह पिछले कई महीनों से आ रही हूं तो इस दौरान चाय इत्यादि पीने के लिये मैं हॉस्पिटल के बाहर स्थित सत्यम की चाय की टपरी में चली जाती थी। इस क्रम में मेरी उससे जान पहचान हो गयी थी। पांच दिसंबर को जब वह डॉक्टर से मिलकर बाहर आयी तो चाय पीने के लिये सत्यम की दुकान पर गयी। उस दौरान मेरा फोन डिस्चार्ज हो गया था।

मोबाइल चार्जिंग के बहाने से गाड़ी में किया गया गैंगरेप

युवती ने यह बात सत्यम को बतायी चूंकि वहां पर कोई मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट नहीं था तो सत्यम ने मुझे बताया कि मेरे जान पहचान की एक एम्बुलेंस है। उसमें चार्जिंग प्वाइंट है चलो उसमें चार्जिंग पर लगवा देते है। सत्यम की दुकान पर एक लड़का जो सत्यम से पहले से परिचित था। उसके साथ सत्यम ने मुझे वहां पर एम्बुलेंस में चार्जिंग पर फोन लगाने भेजा। चार्जिंग पर लगाने के बाद मैं वापस सत्यम की दुकान पर आ गयी। कुछ देर बाद मैनें सत्यम से कहां कि जो मेरा फोन चार्जिंग पर लगा है उसे दिलवा दो। तब सत्यम एम्बुलेंस जहां पहले खड़ी थी वहां गया और लौटकर आकर बताया कि वो एम्बुलेंस डालीगंज में चली गयी है। चलो वहां चलते है। मैं उसके साथ डालीगंज पहुंची तब सत्यम ने एम्बुलेंस वाले को फोन किया तो पता चला कि वह एम्बुलेंस आईटी चौराहा पहुंच गयी है।

मुंशी पुलिस इंदिरा नगर में युवती को छोड़कर भाग गए तीनों

तब मैं सत्यम के साथ आईटी चौराहा पहु्ंची तो वहां पर कोई एम्बुलेंस नहीं थी लेकिन सत्यम की चाय की दुकान पर बैठा वह व्यक्ति जो एम्बुलेंस में फोन चार्जिंग के लिए मेरे साथ एम्बुलेंस तक गया था वह वहां मौजूद था उसके साथ दो लड़के और भी थे। वहां उन लोगो ने मुझे एक सिल्वर रंग की बैगनार गाड़ी में बैठा लिया और मुझे बाराबंकी की तरफ ले जाकर सफेदाबाद के पास एक ढाबा में ले गये वहां इन लोगों मुझे जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिला दिया। फिर वहां से गाड़ी में बैठा कर हाईवे पर आ गये और गाड़ी में ही तीन लोगों ने मेरे साथ गलत काम किया। मुझे मुंशी पुलिया इंदिरा नगर में छोड़कर चले गये और मैं वहां से अपनी सहेली के घर गयी। चूंकि मैं उस समय काफी परेशान थी। अत: मैं उस समय पुलिस को नहीं बता पायी।

केजीएमयू आने के दौरान बाहर चाय का स्टॉल लगाने वाले से हुई जान पहचान

इस सूचना के आधार पर थाना वजीरगंज लखनऊ पर सत्यम निवासी अज्ञात 2-दो अज्ञात लड़के मुकदमा पंजीकृत हुआ। विवेचना से वादिनी मुकदमा द्वारा अभियुक्तगण के विरूद्ध लगाये गये आरोप प्रमाणित होने पर अभियुक्तगण की तलाश पतारसी जारी थी। सोमवार को अभियुक्त सत्यम मिश्रा पुत्र चन्द्र प्रकाश मिश्रा उम्र 22 वर्ष निवासी रहीमनगर अण्डा मार्केट ताडीखाना सीतापुर रोड थाना मंडियांव को केजीएमयू मानसिक अस्पताल के पास से व अभियुक्त मो. सुहैल पुत्र मुन्ना अली उम्र 23 वर्ष निवासी शाही खराद खाना विक्टोरिया महल थाना बाजारखाला सुन्नी इण्टर कालेज के बगल में तथा मोहम्मद असलम पुत्र मो. हारुन उम्र-31 वर्ष निवासी सुन्नी स्कूल के सामने अनवर विला के बगल मे टुडियागंज थाना बाजारखाला को जगत नारायण रोड शिक्षा भवन के पास से गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा जा रहा है।

2 जिले, 20 किलोमीटर चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म

सेवानिवृत्त अफसर की बेटी से चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने दो जिलों की पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नशे में धुत आरोपी बाराबंकी से लेकर लखनऊ तक 20 किलोमीटर तक कार दौड़ाते रहे, युवती से दरिंदगी करते रहे। बाराबंकी के सफेदाबाद से मुंशी पुलिया तक आरोपी बड़े आराम से पहुंचे और युवती को छोड़कर भाग निकले।

*शादी समारोह में फायरिंग के दौरान युवक को लगी गोली, मौत,राजधानी के कैसरबाग थानाक्षेत्र की घटना*

लखनऊ। योगी सरकार और डीजीपी के सख्त आदेश के बाद भी शादी समारोह में हर्ष फायरिंग रूक नहीं पा रही है। इसका ताजा मामला राजधानी में देखने को मिला। कैसरबाग थानाक्षेत्र में रविवार की रात्रि शादी समारोह के दौरान जमकर हर्ष फायरिंग की गई। फायरिंग के दौरान एक गोली युवक को लगने से मौत हो गई। इससे हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। साथ ही परिजनों की तहरीर पर हर्ष फायरिंग करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दोस्त की बहन की हल्दी रस्म में शामिल होने गया था

पेपर मिल कालोनी निशातगंज निवासी चंद्रकांत खरे का इकलौता पुत्र आयुष खरे रविवार की रात कैसरबाग निवासी गौतम सोनकर की बहन की हल्दी रस्म में गया था। शादी में जश्न का माहौल था लोग नाच गा रहे थे। इसी दौरान हर्ष फायरिंग शुरू हो गई। इसी बीच एक गोली आयुष खरे को लग गई जो गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर गया। आनन-फानन में लोग उसे अस्पताल लेकर भागे। अस्पताल में डॉक्टर ने देखते हुए उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही शादी समारोह में खुशियों का माहौल गम में बदल गया। सूचना पर परिजन भी पहुंच गए और चीख पुकार मच गई। परिजनों के मुताबिक आयुष बीए की पढ़ाई में बीच में छोड़कर प्राइवेट जाब करने लगा था। पढ़ाई के दौरान उसकी गौैतम सोनकर से दोस्ती हुई थी।

परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि थानाक्षेत्र कैसरबाग को एक सूचना प्राप्त हुई कि एक शादी समारोह के दौरान फायरिंग हुई। उसमें एक व्यक्ति जिसका नाम आयुष खरे उम्र करीब 22 वर्ष पुत्र चंद्रकांत खरे है, उसकी गोली लगने से मौत हो गई। इस संबंध में परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। हमारी टीमे लगी हुई है जल्द से जल्द जो अभियुक्त है जिसके द्वारा फायरिंग की गई थी उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मृतक 12 पेपर मिल कालोनी स्टाफ क्वाटर निशातगंज का रहने वाला था।

*आदमखोर तेंदुए ने छठवें बच्चे को मनाया अपना निवाला, बच्चे की मौत के गम में दादा भी चल बसे*

लखनऊ । बलरामपुर में तेंदुए का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक के बाद एक को अपना शिकार बनता जा रहा है। खासकर तेंदुआ तीन से लेकर दस वर्ष तक के बच्चों को अपना निवाला बना रहा है। अब एक और बच्चे पर हमला करके बुरी तरह घायल कर दिया। जिससे बच्चे की मौत हो गई। तेंदुए के लगातार हमले से ग्रामीणों और बच्चों में भारी दशहत व्याप्त है। ग्रामीण तेंदुआ को पकड़ने की गुहार लगा रहे है लेकिन वन विभाग भी कुछ नहीं कर पा रहा है।

तुलसीपुर बलरामपुर थाना हरैया क्षेत्र जंगल से निकट ग्राम धरमपुर में बकरी चराने गए 10 वर्षीय समीर अंसारी पुत्र शरीफ अंसारी को तेंदुए ने अपना निवाला बनाया। इस प्रकार से अभी तक कुछ छह बच्चे इसके शिकार हो चुके है। मृतक की मां रुखसाना ने बताया बेटा समीर सोमवार को करीब तीन बजे ग्राम के ही दक्षिण में पंचायत भवन के पास बकरी लेकर चराने गया था कि अचानक झाड़ियां से आदमखोर तेंदुआ निकाला और समीर अंसारी को मुंह में दबा के भाग गया ।

बकरी चरा रहे बच्चों ने शोर मचाया तब ग्रामीणों को जानकारी हुई। ग्रामीणों ने किसी तरह नजदीक झाड़ियां से मृतक बच्चे को बाहर निकाला । ग्रामीणों ने बताया कि हो हल्ला करने पर आदमखोर भाग गया। ग्रामीणों में दहशत और आक्रोश छाया हुआ है । ग्राम के ही सुखसागर गुप्ता ने बताया कि मैं रात के आठ अपने घर पहुंचा तो लाश पोस्टमार्टम के लिए जा चुकी थी और इस बच्चे के गम में उसके बाबा भुजाव 65 वर्षीय बच्चे का गम बर्दाश्त ना कर सके उसका भी देहांत हो गया।

एक घर में दो-दो मौत का तांडव हुआ ग्राम वासियों ने बताया कि रात दो बार गांव में फिर आदमखोर ने हमले का प्रयास किया लेकिन ग्रामवासी इकट्ठा होकर लाठियां और आग जलाकर उसे किसी प्रकार भगाया। वन विभाग अथक प्रयास के बाद भी अभी तक आदमखोर का बाल भी नहीं बांका कर सका है और आदमखोर तेंदुआ लगातार जनहानि कर रहा है। ग्राम के लोगों ने मांग की है कि मृतक के घर तत्काल सहायता पहुंचाई जाए तथा वन विभाग जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़े।

*मुझे लखनऊ आना अच्छा लगता है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू*

  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की इस यात्रा के दौरान सबेरे मैं थी और अभी मैं लखनऊ में हूँ। संयोग से बनारस की सुबह और अवध की शाम के तारीफ में बहुत कुछ लिखा जाता रहा है। आज की शाम इस लखनऊ शहर में आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत प्रशन्नता महसूस हो रही है। लखनऊ की तहजीब और नफासत के किस्से बहुत सुनें है। मुझे लखनऊ आना बहुत अच्छा लगता है। लखनऊ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिवाइन हार्ट फाउंडेशन की 27वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान कहीं।

राज्यपाल के कार्यो की राष्ट्रपति ने की सराहना

राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा जन्म उड़ीसा में हुआ है। इसलिए हमें हिन्दी की बहुत गहरी जानकारी नहीं है लेकिन मैंने गैर किया है कि यहां के लोग मैं की जगह हम इस्तेमाल करता है। इस प्रकार अकेला व्यक्ति अपने आपको समूह से जोड़कर देखता है।पूरे देश के परिपेक्ष में देखिये तो यह भावना हमें भारतीय बनाती है।

अलग-अलग धर्म, जाति, क्षेत्र, राज्य और आस्था से जुड़े होने के बावजूद हमारी पहचान एक भारतीय है। डिवाइन अस्पताल में आने के बाद हार्टकेयर के बारे में जानने का अवसर मिला। डिवाइन अस्पताल का स्थापना मानव के रूप में किया गया है। यह अस्पताल मानवता की सेवा की भावना से काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने महिला सशक्तिकरण के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

डॉक्टरों को इलाज के साथ-साथ लोगों को जागरूक भी करना चाहिए : राष्ट्रपति

उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को इलाज के साथ लोगों को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक करने पर भी ध्यान देना चाहिए। इलाज करके वे सीधे तौर पर 100-200 लोगों को लाभांवित कर सकते हैं लेकिन जागरूकता फैलाकर हजारों को लाभ पहुंचा सकते हैं। राष्ट्रपति डिवाइन हार्ट फाउंडेशन के 27वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं।

राष्ट्रपति ने कहा, जिन अस्पतालों में नर सेवा, नारायण सेवा की भावना प्रबल हो, वहां मानवता के श्रेष्ठतम रूप का दर्शन होता है। देशवासियों को कम दर पर अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर हम स्वस्थ व समृद्ध भारत का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे।

अब यूपी में होने लगा है गंभीर रोगों का इलाज : आंनदीबेन पटेल

राज्यपाल के संबोधन के बाद समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा, अब उत्तर प्रदेश में गंभीर रोगों का इलाज होने लगा है। यहां सरकारी के साथ निजी क्षेत्र के भी अच्छे अस्पताल हैं। उन्होंने लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह दी। कहा, देश में छह से सात करोड़ लोग दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। बीपी और शुगर को शामिल कर लें तो हर 12वां व्यक्ति इन बीमारियों से पीड़ित है।

लखनऊ मेरा संसदीय क्षेत्र नहीं मेरा घर है:राजनाथ

समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ मेरा संसदीय क्षेत्र नहीं मेरा घर है। तहजीब के शहर से मेरा दिल का नाता है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू यहां है। सबसे उत्तम सुख निरोगी काया का है। स्वस्थ जीवन जीवनचर्या अपनाकर निरोग रहने का प्रयास करें। उनके अनुसार स्वस्थ लोकतंत्र का रास्ता स्वस्थ मन और स्वस्थ समाज से होकर जाता है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए अस्पताल प्रशासन को बधाई दी। अस्पताल के संस्थापक एके श्रीवास्तव ने अपनी रिपोर्ट पेश की और निदेशक आभा श्रीवास्तव ने सभी का स्वागत किया।

*लखनऊ पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया स्वागत*

लखनऊ । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज और कल लखनऊ में रहेंगी। सोमवार को लखनऊ पहुंचने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया।राष्ट्रपति विराजखंड गोमती नगर स्थित डिवाइन हार्ट अस्पताल के 27 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में मौजूद हैं।

इस मौके पर उनके साथ राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य मौजूद हैं।

राष्ट्रपति कल सुबह 11 बजे से ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट को छावनी में तब्दील कर दिया गया। रविवार को पूरा दिन एयरपोर्ट के आसपास सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। कई स्थानों पर बैरियर भी बनाए गए हैं। राष्ट्रपति के स्वागत व यहां से उनका काफिला रवाना करने का पूर्वाभ्यास भी किया गया था।

*नेताजी सुभाष चंद्र बोस पीजी कॉलेज में भाषा संगम का हुआ आयोजन*

लखनऊ। स्थानीय महाविद्यालय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय अलीगंज लखनऊ में सोमवार को “भारतीय भाषा दिवस” के अवसर पर “एक भारत श्रेष्ठ भारत” क्लब के तत्वावधान में “भाषा संगम एवम् उत्सव” का आयोजन किया गया।

प्राचार्य प्रो अनुराधा तिवारी के मार्गदर्शन में एवं डॉ पूनम ईबीएसबी नोडल अधिकारी के कुशल नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अंजनी कुमार पांडेय, आईआरएस, भारत सरकार उपस्थित रहे। इस अवसर पर छात्राओं ने भारत के विभिन्न प्रांतों की पारंपरिक वेशभूषा में एवं प्रांतीय भाषा में अपनी प्रस्तुतियाँ दी। कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रगान, दीपप्रजावलन एवं डॉ राजीव यादव द्वारा विषय प्रस्तावना के साथ हुआ।

मुख्य अतिथि अंजनी कुमार पांडेय ने अपने उद्बोबोधन में मातृभाषा की महत्ता रेखांकित करते हुए कहा कि “मातृभाषा हमारी आत्मा की भाषा होती है जो निरंतर, चिरस्थायी एवं शाश्वत है इसलिए प्रत्येक भारतीय भाषा को समृद्ध किया जाना चाहिए।

प्राचार्य प्रो अनुराधा तिवारी ने भारतीय भाषाओं की पृष्ठभूमि को रेखांकित करते हुए बताया कि “कई क्षेत्रीय एवं प्रांतीय भाषाऐं सीखने से हमारे बुद्धि और कौशल का विकास होता है इसलिए हमें कई भाषायें सीखनी चाहिए।” उक्त कार्यक्रम में कंचन यादव एवं शताक्षी यादव प्रथम, कीर्ति सिंह द्वितीय, अनुष्का सिंह तृतीय स्थान पर रही। 

साथ ही महाविद्यालय के प्राध्यापकों डॉ अरविंद एवं डॉ राहुल ने भी भोजपुरी एवं संस्कृत भाषाओं में अपनी प्रस्तुतियाँ दी। साथ ही मुख्यअतिथि द्वारा महाविद्यालय में मेडिटेशन स्थल का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर ईबीएसबी क्लब के समस्त सदस्य प्रो विनीता लाल, डॉ रोशनी सिंह, डॉ अरविंद, डॉ राहुल समेत महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजीव यादव द्वारा किया गया।

*महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलकर अमृत काल में देश की प्रगति में प्रभावी योगदान दें विद्यार्थी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू*

लखनऊ।भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 45वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप सम्मिलित हुईं। इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति रही।दीक्षांत समारोह में 65 गोल्ड मेडल और 77,692 छात्र-छात्राओं को डिग्री का वितरण किया गया। 65 में से 51 छात्राओं तथा 14 छात्रों ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। कुल गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में 78 प्रतिशत संख्या छात्राओं की है। स्नातक में 57 प्रतिशत व स्नातकोत्तर में 68 प्रतिशत उपाधियां छात्राओं ने प्राप्त की।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में बेटियों के बेहतर प्रदर्शन में विकसित भारत और बेहतर समाज की झलक दिखाई देती है। उन्होंने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश के रूप में स्थापित करने के राष्ट्रीय संकल्प को पूरा करने में विद्यापीठ के विद्यार्थियों और आचार्यों की भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका बतायी।

इस अवसर पर राष्ट्रपति जी ने कहा कि दो भारत रत्नों का इस संस्थान से जुड़ना महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की गौरवशाली विरासत का प्रमाण है। भारत रत्न डॉ. भगवान दास इस विद्यापीठ के पहले कुलपति थे और पूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री इस संस्था के पहले बैच के छात्र थे। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि वे शास्त्री जी के जीवन मूल्यों को अपने आचरण में अपनायें।

राष्ट्रपति ने कहा कि इस विद्यापीठ की यात्रा देश की आजादी से 26 साल पहले गांधीजी की परिकल्पना के अनुसार आत्मनिर्भरता और स्वराज के लक्ष्यों के साथ शुरू हुई थी। असहयोग आंदोलन से जन्मी संस्था के रूप में यह विश्वविद्यालय हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सभी छात्र स्वतंत्रता संग्राम के राष्ट्रीय आदर्शों के ध्वजवाहक हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि काशी विद्यापीठ का नाम महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ रखने के पीछे का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। उन आदर्शों पर चलकर अमृत काल में देश की प्रगति में प्रभावी योगदान देना ही विद्यापीठ के राष्ट्र-निर्माण संस्थापकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि वाराणसी प्राचीन काल से ही भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र रहा है। आज भी इस शहर की संस्थाएँ आधुनिक ज्ञान-विज्ञान के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों और शिक्षकों से ज्ञान के केंद्र की परंपरा को बनाए रखते हुए अपने संस्थान के गौरव को समृद्ध करते रहने का आग्रह किया।

इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में उपाधि/पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं व बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

राज्यपाल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिनंदन करते हुए उन्हें गरीब, कमजोर व महिलाओं के लिए आशा की किरण व प्रेरणा स्रोत तथा महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल बताया। राज्यपाल ने काशी को आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरती बताते हुए काशी की सेवा, स्वाद, संस्कृति और संगीत की प्रशंसा की और कहा कि जी-20 में वाराणसी आये विदेशी मेहमानों को इसने आकृष्ट किया। उन्होंने काशी को देश की सांस्कृतिक राजधानी बताते हुए काशी के उत्सव, गीत, संगीत आदि की भी चर्चा की। इस क्रम में राज्यपाल जी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा कि इसके अंतर्गत मूल विषय, वैकल्पिक विषय और कौशल विकास के साथ नैतिकता तथा भारतीय ज्ञान परंपरा की शिक्षा को भी शामिल किया गया है, जिससे सामाजिक संरचना के नए प्रतिमान स्थापित होंगे। उन्होंने विद्यापीठ द्वारा समाज उपयोगी शोध कार्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाई जा रही शोध परियोजना की प्रशंसा करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न संस्थाओं के साथ शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए एमओयू पर हर्ष व्यक्त किया।

राज्यपाल ने युवाओं को देश की अर्थव्यवस्था और विकास हेतु भविष्य का चालक बताते हुए कहा कि युवाओं को शिक्षा कौशल और मूल्यों के माध्यम से उत्पादक मानव संसाधन के रूप में परिवर्तित किया जाना चाहिए। उन्होंने नव-प्रवर्तन के क्षेत्र में भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य के प्रयासों को सराहनीय बताया तथा भारत को शून्य, योग व आयुर्वेद का जनक बताया।

राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय द्वारा अनूठी पहल के रूप में लैंगिक समानता हेतु एक ट्रांसजेंडर सेल की स्थापना को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय से भिक्षावृति में संलग्न बच्चों को शिक्षा की ओर उन्मुख करने हेतु अपील की तथा इस दिशा में कार्य करने हेतु स्वयं सेवी संस्था उम्मीद के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों से नये भारत के निर्माण में सहभागी बनने व सभी कौशलों में निपुण होने की अपील की।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर को अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों का केंद्र होना चाहिए, जिससे छात्र छात्राएं नवीनतम प्रौद्योगिकी के साथ जुड़ सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को अच्छे उद्यमी बनने व दूसरों के लिए रोजगार के अवसर सृजन करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान को एक जिम्मेदारी बताया। उन्होंने कहा कि मजबूत, जीवंत व समावेशी भारत बनाने के लिए सभी को समान रूप से मजबूत होना होगा।

इस अवसर पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी, विश्वविद्यालय के कार्य परिषद, विद्या परिषद, उपाधि प्राप्तकर्ता, छात्र एवं छात्राएं तथा अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।

*सूचना निदेशक शिशिर का जन्मदिन पत्रकारों ने बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया*

लखनऊ। सोमवार को सूचना निदेशक शिशिर सिंह(आईएएस)का जन्मदिन बड़े ही उत्साह, उमंग व उल्लास के साथ पत्रकारों ने मनाया। पत्रकारों ने शिशिर को जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते हुए उनके स्वस्थ व दीघार्यु जीवन की कामना की। इस अवसर पर सूचना विभाग में बड़ी संख्या में पत्रकारों ने अपने लोकप्रिय सूचना निदेशक को पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह,शॉल व मिष्ठान्न भेंट किया।

इस अवसर पर शिशिर ने पत्रकारों के साथ केक काटकर एवं मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर पत्रकारों ने ईश्वर से सूचना निदेशक शिशिर के स्वस्थ, सुखी व दीघार्यु जीवन की प्रार्थना करते हुए कामना की कि वे लम्बे समय तक प्रदेश की सेवा करते रहें।उनके कुशल नेतृत्व में पत्रकार साथियों की भी उन्नति हो और उनकी जायज मांगो पर उचित निर्णय हों।

इस अवसर पर शिव शरण सिंह सचिव उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति, अपर सूचना निदेशक अंशुमान राम त्रिपाठी,जे पी सिंह, परशुराम मौर्या,वरिष्ठ पत्रकार अविनाश शुक्ला,अशोक नवरत्न, अब्दुल वहीद, जुबैर अहमद, देवराज सिंह,एंथोनी सिंह, शिव विजय सिंह,भारत सिंह,अजीज सिद्दीकी, रजा रिजवी,विनीत गुप्ता,राकेश शुक्ला,के के सिंह,नजम अहसन, आलोक गुप्ता,अजय सिंह,सुनील, छायाकार आरिफ मुकीम,ओंकार शुक्ला, पवन गुप्ता , शहरयार खान, विजय मिश्रा, खुर्रम निजामी, राकेश शुक्ला,अंब्रिश सिंह, अनूप सिंह, गौरव सिंह, खालिद सिद्दीकी, पवन सिंह,तमन्ना अंजुम,कवंजीत सिंह के साथ ही भारी संख्या में पत्रकारगण और सूचना विभाग के कपिल सिंह प्रमोद ,संदीप ओझा,राहुल आदि मौजूद थे।

इस मौके पर शिव शरण सिंह सचिव उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति, वरिष्ठ पत्रकार जुबैर अहमद एवं अब्दुल वहीद ने कहा कि शिशिर के नेतृत्व में प्रदेश का सूचना निदेशालय नई ऊँचाइयों को छू रहा है और पत्रकारों के हित संरक्षण में भी शिशिर अतुलनीय भूमिका निभा रहे हैं। परमपिता परमात्मा से यही कामना है कि शिशिर सदैव स्वस्थ व सानन्द रहें और दीघार्यु हों।शिशिर के नेतृत्व में प्रदेश का सूचना निदेशालय नई ऊँचाइयों को छूकर उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

*भावनाओं को समझना शब्दों से ज्यादा जरूरी: प्रोफेसर सीमा सिंह*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के मानविकी विद्या शाखा के तत्वावधान में सोमवार को महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती के अवसर पर भारतीय भाषा उत्सव का आयोजन किया गया। सरस्वती परिसर स्थित लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में इस अवसर पर संगोष्ठी एवं गीत गायन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा से सिंह ने कहा कि अशाब्दिक सम्प्रेषण शाब्दिक सम्प्रेषण से ज्यादा असर डालता है। भावनाओं को समझना शब्दों से ज्यादा जरूरी है।प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम है एवं किसी वाक्य को बोलते समय भाव उस वाक्य का अर्थ बदल देता है।

प्रोफेसर सिंह ने कहा कि मॉ और भाषा का गहरा रिश्ता है। जिसे हम मातृ भाषा कहते हैं। इसी मातृ भाषा से हम बचपन से जुड़ते हैं और बड़े होने के बाद हमारी भाषा में विभिन्न भाषाओं के शब्द समावेशित हो जाते हैं। शिक्षक का कर्तव्य है कि वह अध्ययन सामग्री को जटिल शब्दों की अपेक्षा सरल शब्दों में प्रस्तुत करें। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि भाषा में टोन का बहुत बड़ा महत्व होता है। भाषा में लयबद्धता का होना व्यक्तित्व का परिचायक है। भाषा ऐसी होनी चाहिए जिससे सम्प्रेषण आसानी से हो जाए।

प्रारंभ में समारोह के समन्वयक और मानविकी विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने वाचिक स्वागत किया। संयोजक प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता ने विषय प्रवर्तन किया। समारोह का संचालन डॉक्टर अब्दुल रहमान तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर एस पी तिवारी, प्रोफेसर रुचि बाजपेई, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता, डॉ साधना श्रीवास्तव, डॉ अतुल कुमार मिश्रा, डॉ अब्दुर्रहमान फैसल, डॉ सफीना समावी आदि ने विचार, गीत एवं नज्म प्रस्तुत किया। समारोह में विश्वविद्यालय के निदेशकगण, आचार्यगण, सह-आचार्य, सहायक आचार्य एवं शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया।