'फाइटर' से 'ग्रुप कैप्टन राकेश जय सिंह' के रूप में अनिल कपूर का एक्सक्लूसिव लुक हुआ जारी!
*फिल्म 'फाइटर' से अनिल कपूर के लुक की मिली झलक, देखिए 'ग्रुप कैप्टन राकेश जय सिंह' के रूप में उनका आकर्षक ट्रांसफॉर्मेशन*

साल 2024 की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'फाइटर' को लेकर फैन्स का उत्साह लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जिसे डबल करते हुए अब फिल्म से अनिल कपूर के लुक से भी पर्दा उठा दिया गया है। फिल्म में एक्टर ग्रुप कैप्टन राकेश जय सिंह के रूप में दिखाई देंगे, जो अपने कॉल साइन 'रॉकी' के नाम से मशहूर हैं। 'फाइटर' में कमांडिंग ऑफिसर के रूप में अनिल कपूर का किरदार गहराई और गंभीरता का एक मास्टरक्लास है, जो एक ऐसे किरदार में जीवन भर देता है जो ईमानदारी, ताकत, समर्पण और कमिटमेंट का मेल है। 'रॉकी' में उनका बदलाव नेतृत्व के सार को बढ़ाता है, एक 'फाइटर' की भावना को पूरी तरह से दर्शाता है, और दर्शकों को एक मनोरंजक सिनेमाई अनुभव का वादा करता है।
        सिद्धार्थ आनंद के निर्देशन में और वायाकॉम18 स्टूडियोज और मार्फ्लिक्स पिक्चर्स के सहयोग से प्रस्तुत 'फाइटर' एक सिनेमाई अनुभव है जो एक्शन स्टोरीटेलिंग में क्रांति लाने के लिए तैयार है। यह फिल्म दिल दहला देने वाले एक्शन सीन्स को देशभक्ति के उत्साह के साथ सहजता से पेश करती है, जो एक ऐसे गहन अनुभव का वादा करती है जो दुनिया भर के दर्शकों को पसंद आएगा। तो 'फाइटर' की उड़ान के लिए अपने कैलेंडर पर 25 जनवरी, 2024, भारत का 75वां गणतंत्र दिवस मार्क करें और फिल्म को एंजॉय करना न भूलें। https://www.instagram.com/p/C0gGesov7xV/?igshid=ODhhZWM5NmIwOQ==
राज्यस्तरीय युवा महोत्सव के लिए वैशाली के युवा कलाकार रवाना
हाजीपुर: कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय युवा महोत्सव छपरा में 6,7, एवं 8 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा हैं. विभिन्न विधाओं में जिला स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित 51 युवा कलाकारों का दल  हाजीपुर से छपरा के लिए मंगलवार को रवाना हुआ. जिला अनुमंडल पदाधिकारी ने कार्यालय कैंपस से हरी झंडी दिखाकर कलाकारों के बस को रवाना किया. राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बिहार के हर जिले से 15 से 35 वर्ष के चयनित युवा कलाकार शामिल होगें. जिला खेल विभाग के अनुसार महोत्सव का उद्धाटन 6 दिसंबर को बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के माननीय मंत्री जितेंद्र कुमार राय करेंगें. इस मौके पर उपस्थित पदाधिकारियों ने टीम के कलाकारों को सफलता प्राप्त करने की शुभकामनाएं दी.
        ये कलाकार हैं शामिल
कलाकारों में लोकगीत में रितिक कुमार पाठक, सामुहिक लोकगीत में डॉली भारती, शास्त्रीय वादन दिलरूबा में धर्मवीर कुमार शर्मा, शास्त्रीय गायन में चंदन कुमार, तबला वादन में रूपक कुमार, गिटार वादन गुलशन कुमार चौहान, हारमोनियम वादन मिथिलेश कुमार, शास्त्रीय नृत्य विवेक कुमार, नाटक में संस्कृति फाउंडेशन की टीम, हिंदी भाषण परमेश्वर मालवीय, चित्रकला अन्नु प्रिया और हस्तकला में धर्मवीर कुमार शर्मा के साथ जिला प्रशासन वैशाली की ओर से टीम प्रभारी के रूप में मोहम्मद कलीम अर्फी, प्रकाश गौतम व अमरेश कुमार सिंह.
विजय मौर्य ने 'मस्त में रहने का' के साथ किया लोगों को मुंबई से प्यार करने पर मजबूर, शहर को लेकर अपनी मोहब्बत पर कही ये बात
विजय मौर्य एक अभिनेता, लेखक और निर्देशक के रूप में अपने विभिन्न कौशलों के लिए जाने जाने वाले हैं। अब विजय अपने अपकमिंग ओरिजनल ड्रामा मस्त में रहने का के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसका प्रीमियर 08 दिसंबर को प्राइम वीडियो पर होगा। वैसे शायद ही ऐसा कोई निर्देशक विजय मौर्य की तरह होगा जो सपनों की नगरी मुंबई को ऐसा प्यार दें, जैसा विजय करते और देते हैं। चाहे वह तुम्हारी सुल्लू हो, गली बॉय हो या उनकी अपकमिंग मस्त में रहने का हो, इन्होंने अपने लेखन और सिनेमाई दृष्टिकोण के माध्यम से मुंबई के रंगीन पहलुओं को निखारा है।

प्राइम वीडियो के साथ उनका लेटेस्ट वेंचर, मस्त में रहने का, इस फिल्म में मुंबई शहर को एक मुख्य किरदार के रूप में एक्सप्लोर किया गया है, जो शहर से उनकी मोहब्बत के एक और अध्याय को दिखाने का वादा करता है। प्राइम वीडियो का मस्त में रहने का विजय मौर्य के इस विश्वास से जन्मा है कि मुंबई एक शहर से कहीं अधिक है, यह एक जीवंत इंस्पिरेशन है जो उन लोगों की कहानियों को प्रभावित करता है जो इसे घर कहते हैं। फिल्म की उत्पत्ति मौर्य द्वारा शहर के विविध किरदारों और हर सड़क और गली में फुसफुसाती अनोखी कहानियों के गहन ऑब्जर्वेशन से हुई है। उनका सिनेमाई गीत व्यक्तिगत यात्राओं को मुंबई की धड़कती ऊर्जा के साथ जोड़ता है, दूसरे मौके, मांफी और मोक्ष के विषयों की खोज करता है। शहर की नब्ज की गहरी समझ के साथ, विजय मौर्य एक ऐसी कहानी गढ़ते हैं जो मुंबई की भावना को इस तरह से पेश करती है जो जानी पहचानी और फ्रेश दोनों लगती है।

मुंबई शहर के लिए अपने प्यार और अपनी फिल्मों और शो में शहर को दिखाने के बारे में बोलते हुए, विजय ने कहा, “मैं इस शहर में सांस लेता हूं, यह मेरी रगों में दौड़ता है। मेरे लिए यह शहर एक बड़ा घर है और मेरे सभी किरदार एक परिवार के सदस्यों की तरह हैं। यह शहर हर दिन आपके सामने चुनौतियां पेश करता है, यह एक पहेली की तरह है और आपको इसे हर दिन हल करना होता है! कई बार जब हम यात्रा करते हैं तो कहीं और जाकर बसने के बारे में सोचते हैं, लेकिन यह शहर आपको तुंरत वापस खींच लाता है। वे कहते हैं कि शहर कभी सोता नहीं है, यह हमेशा चलता रहता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें वह धड़कन है, यह अवसरों की धरती है! और जैसे एक परिवार आपका पालन-पोषण करता है, वैसे ही शहर भी करता है। मेरी जड़ें इस शहर में हैं, जब तक इस शहर की धड़कन जीवित है, तब तक एक व्यक्ति जीवित है और मेरे किरदार भी जीवित हैं।''

विजय मौर्य द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म का निर्माण पायल अरोड़ा और मौर्य ने अपने बैनर मेड इन मौर्य के तहत किया है। फिल्म में प्रतिभाशाली कलाकारों की टोली है, जिसमें वेटेरन बॉलीवुड एक्टर्स जैकी श्रॉफ और नीना गुप्ता के साथ-साथ अभिषेक चौहान, मोनिका पंवार, राखी सावंत और फैसल मलिक भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। 'मस्त में रहने का' का प्रीमियर 8 दिसंबर को भारत और 240 देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर विशेष रूप से किया जाएगा।
*'खो गए हम कहां' एक्टर्स अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव ने एनएच7 वीकेंडर में 'होने दो जो होता है' पर लाइव परफॉर्मेंस से किया ऑडि

एक्सेल एंटरटेनमेंट अपनी अगली फिल्म 'खो गए हम कहां' के साथ दर्शकों को नए जमाने की दोस्ती के जोश से सराबोर करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसमें अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव मुख्य भूमिका में हैं। ऐसे में जहां दर्शक इस दिलचस्प कहानी को देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं, वहीं अब मेकर्स 'होने दो जो होता है' का पहला लुक भी जारी कर चुके है, जो फिल्म में होने वाली मस्ती दर्शाता है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया और अब वे फिल्म से जुड़ी और ज्यादा जानकारी के लिए एक्साइटेड है।
     इस फिल्म की प्रमोशनल यात्रा के दौरान इसकी लीड कास्ट अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव ने अपने फैंस को एनएच7 वीकेंडर 2023, हैप्पीएस्ट म्यूजिक फेस्टिवल में पहुंच कर एक जबरदस्त सरप्राइज दिया और उनका उत्साह बढ़ाया। यहां फिल्म की कास्ट ओएएफएफ और सवेरा के साथ 'होने दो जो होता है' गुनगुनाते भी दिखें। इस फेस्ट में फिल्म के निर्माता अर्जुन वरियान सिंह संग पूरी टीम शामिल हुई और सभी ने लोगों के सामने धमाकेदार लाइव परफॉर्मेंस दी।       'होने दो जो होता है' अपने दर्शकों के लिए वॉर्म इमोशन्स से भरा प्याला पेश करता है जो युवाओं की केयरफ्री भावना को सलाम है। ओएएफएफ और सवेरा का संगीत लोथिका की गायकी के जादू के साथ खूबसूरत ढंग से मेल खाता है और सवेरा की मधुर आवाज को कॉम्प्लीमेंट करता है। गीत को इस गाने के बोल मशहूर जावेद अख्तर साहब द्वारा लिखे गए हैं। ऐसे में जब संगीतकार जोड़ी और कलाकार- सिद्धांत चतुवेर्दी, अनन्या पांडे और आदर्श गौरव- मंच पर आए तो वीकेंडर दर्शक का दिल खूशी से झूम उठा।

        फिल्म का निर्देशन डेब्यूटेंट निर्देशक अर्जुन वरैन सिंह ने किया हैं, जिसे एक्सेल एंटरटेनमेंट के रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर ने टाइगर बेबी की रीमा कागती और जोया अख्तर के सहयोग से बनाया हैं।
बिहार के 25 जिलों में पीने लायक पानी नहीं, केंद्र सरकार की रिपोर्ट ने किया खुलासा
बिहार: केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने राज्य की डायनेमिक भूजल संसाधन रिपोर्ट जारी की हैं. रिपोर्ट में बिहार के 25 जिलों के 141 प्रखंडों का भूजल फ्लोराइड युक्त बताया गया. वहीं 64 प्रखंड का भूजल आर्सेनिक युक्त हैं.
       गया जिले के सर्वाधिक 24 प्रखंडों में फ्लोराइड की मात्रा मिली हैं. वहीं, बेगूसराय के सर्वाधिक सात प्रखंडों के भूजल में आर्सेनिक मिली हैं. कुछ जिले ऐसे हैं जहां फ्लोराइड और आर्सेनिक दोनों की मात्रा पाई गई हैं. इसमें भागलपुर, लखीसराय और मुंगेर हैं. चंपारण जिला इस हिसाब से बेहतर हैं. बिहार के लगभग 534 प्रखंड का भूजल खतरनाक फ्लोराइड एवं आर्सेनिक से युक्त हैं. राज्य के गंगा किनारे के अधिकतर शहरों एवं प्रखंडों के भूजल में आर्सेनिक हैं तो वहीं एक तिहाई प्रखंडों के भूजल में फ्लोराइड हैं.
        केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक राजीव रंजन शुक्ला ने सभी जिलों के डीएम को रिपोर्ट भेजी हैं. इस आधार पर भूजल संसाधनों की योजना तैयार करने का आग्रह किया गया हैं
         फ्लोराइड और आर्सेनिक तत्व पहुंचाते हैं स्वास्थ्य हानियां
   
     लंबे समय तक आर्सेनिक प्रदूषित युक्त पानी पीने से त्वचा एवं अन्य आंतरिक अंगों का कैंसर हो सकता हैं. इसमें फेफड़ा, किडनी, अमाशय आदि का कैंसर हो सकता हैं.
      वहीं, फ्लोराइड प्रदूषित पानी से फ्लोरोसिस नामक बीमारी होती हैं. इसमें पहले दांत खराब होता हैं.  फिर हड्डियां टेड़ी होने लगती हैं. इसके अलावा स्मरण शक्ति कमजोर होना, किडनी की बीमारी एवं कैंसर भी हो सकता हैं
        आर्सेनिक की मात्रा प्रति लीटर 0.1 मिलीग्राम से अधिक होने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं.
       इसी तरह फ्लोराइड की मात्रा 1.5 मिलीग्राम प्रति लीटर तक रहना चाहिए.
गांधी सेतु पर रूक रूक कर चल रहे थे वाहन
हाजीपुर: राजधानी पटना और उत्तर बिहार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क महात्मा गांधी सेतु पुल शुक्रवार को दिनभर जाम रहा. घंटों के जाम से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. सेतु पुल पर सुबह-सुबह ही भीषण हादसा हो जाने के कारण सेतु पुल से लेकर रामाशीष चौक तक भीषण जाम हो गया. वहां ट्रैफिक पुलिस समेत सदर व गंगा ब्रिज थाना की पुलिस तथा सदर एसडीपीओ ओमप्रकाश जाम छुड़ाने में लगे रहे. लेकिन वाहनों का दबाव काफी बढ़ गया और भीषण जाम हो गया. बाईक सवारों के ओवर टेक और आगे-पीछे करने के चक्कर जाम बढ़ता गया. वाहनों की लंबी कतार पासवान चौक, रामाशीष चौक तक पहुंच गई. गंगा ब्रिज थाना की पुलिस एक-एक करके वाहनों को आगे बढ़ा रही थी. यात्रियों को पुल क्रास करने में घंटों का समय लगा.
प्रशांत किशोर के जन सुराज से जुड़ी अभिनेत्री अक्षरा सिंह, कहा- राज्य का भविष्य उज्जवल देखना चाहती हूं.
भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री अक्षरा सिंह सोमवार को चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ गई. जन सुराज अभियान से जुड़ने के बाद अक्षरा सिंह ने कहा कि हर घर को संवारने वाला एक बेटा नहीं, एक बेटी होती हैं. बिहार की बेटी हूं और भविष्य में कल्पना करती हूं कि बिहार सही मायने में शिक्षित बने और खूब तरक्की करे.
        जन सुराज की सदस्यता ग्रहण करने के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की बीते 15 महीने से जन सुराज यात्रा से बेहद प्रभावित हूं.
      राजनीति में आने के सवाल पर जवाब देते हुए अक्षरा सिंह ने कहा कि मैं चाहूं तो किसी भी पार्टी में जा सकती हूं , लेकिन प्रशांत किशोर की सोच से प्रभावित होकर ही जन सुराज परिवार में शामिल हुई हूं और बिहार की जनता की भलाई के लिए जो भी करना होगा , वो करूंगी.
    राजनीति में आने की जल्दबाजी के सवाल पर कहा कि बिल्कुल भी जल्दबाजी नहीं कर रही हूं. यही सोच बदलनी  हैं कि राजनीति में युवाओं को आने की जरूरत हैं. इस दौरान अक्षरा को विधान पार्षद अफाक अहमद ने अंगवस्त्र और अभियान का प्रतीक चिन्ह भेंट करके विधिवत शामिल कराया. इस दौरान अक्षरा के पिता इंद्रजीत सिंह को जन सुराज एनके मंडल ने सदस्यता दिलाई.
पटना में चिराग तो हाजीपुर में चाचा पारस की हुंकार : आज लोजपा के 23 साल पूरे, स्थापना दिवस के बहाने दोनों कर रहे हैं शक्ति प्रदर्शन
हाजीपुर: दिवगंत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की बनाई हुई लोक जनशक्ति पार्टी ने आज अपने 23 साल का सफर पूरा कर लिया हैं. चाचा-भतीजा के बीच हुए बंटवारे के बावजूद पार्टी अब अपने स्थापना के 24वें साल में प्रवेश कर रही‌ हैं
   जमुई सांसद और लोजपा( रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान मंगलवार को पटना के बापू सभागार में अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ लोजपा का स्थापना दिवस मनाने जा रहे हैं  
     जबकि, केन्द्रीय मंत्री चाचा और राष्ट्रीय लोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस हाजीपुर में नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ जुट रहे हैं.
  लोजपा के स्थापना दिवस के बहाने दोनों ही अपनी शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. क्योंकि, चंद महीनों में ही लोकसभा का चुनाव होना हैं. नई नीतियां और ताकत की बात कर रहे हैं चिराग पासवान लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी मंशा पहले जता चुके हैं.  हाजीपुर लोकसभा सीट के साथ वो NDA के अंदर 2019 के तर्ज पर हिस्सेदारी चाहते हैं.  इस बात को पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. पार्टी की स्थापना से ठीक एक दिन पहले चिराग ने अपना एक वीडियो संदेश जारी किया था.
जिसमें वो बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के विजन के साथ नई नीतियों और ताकत की बात कर रहे थे. चिराग ने वीडियो में दावा किया कि उनकी पार्टी नई उर्जा के साथ लोकसभा चुनाव में उतरेगी.
       पहली बार हाजीपुर को चुना
  लोजपा ने अपने अब तक के सफर में हाजीपुर में कई कार्यक्रम किए, लेकिन कभी पार्टी का स्थापना दिवस नहीं मनाया था. यह पहली बार हैं जब वहां आज स्थापना दिवस मनाया जा रहा हैं.
   इस जगह को केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने चुना हैं. क्योंकि, हाजीपुर संसदीय सीट पर उनके भतीजे चिराग पासवान पहले ही दावा ठोक चुके हैं. जबकि, उनके चाचा इस सीट से वर्तमान सांसद हैं. अलग-अलग होते हुए भी दोनों ही NDA गठबंधन में है. पशुपति कुमार पारस इस सीट को अपने हाथों से किसी कीमत पर जाने नहीं देना चाहते हैं. इसीलिए उन्होंने पार्टी का स्थापना दिवस मनाने के लिए हाजीपुर को इस बार चुना हैं.
      2020 में पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान का निधन हुआ था और उसके बाद से ही चाचा- भतीजे की राह अलग हो गई. परिवार के साथ-साथ पार्टी भी दो भागों में बंट गई थी.
डा० प्रभुनाथ पंडित को नेपाल में मिला सम्मान
लालगंज: नेपाल के जनकपुर में होटल राजदरबार में इंटरनेशनल होम्योपैथिक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें भारत और नेपाल के करीब तीन सौ चिकित्सकों ने भाग लिया. चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य को लेकर चिकित्सकों को सम्मानित किया गया. इस क्रम में लालगंज के करताहां निवासी होम्योपैथी एसोसिएशन अॉफ इंडिया के वैशाली जिला अध्यक्ष सह होम्यो जागृति मंच के जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर प्रभुनाथ पंडित को सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें नेपाल के अॉल नेपाल होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन अॉफ इंडिया के वैशाली जिला अध्यक्ष सह उपाध्यक्ष डॉक्टर आरपी सिंह के द्वारा दिया गया हैं. इस दो दिवसीय सेमिनार का विषय था बदलते लाइफ स्टाइल में तेजी से बढ़ती बीमारियां. जिसे प्रदेश के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे चिकित्सकों ने दिन प्रतिदिन तेजी से फ़ैल रही बीमारी के उपचार और बचाव के बारें में जानकारी दी .इसमें डॉक्टर प्रभुनाथ पंडित ने बताया कि आजकल सुगर, तनाव, अनिद्रा, मोटापा, कुपोषण आदि का लोग तेजी से शिकार हो रहे हैं.
सोनपुर मेला में आम्रपाली कालजत्था ने किया प्रदर्शन: सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती दी गई, दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की
हाजीपुर: विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर में सारण जिला प्रशासन की ओर से पर्यटन विभाग के मुख्य मंच पर पटना की सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति की गई . जिसमें आम्रपाली कालजत्था हाजीपुर, कला कुंज बिहार हाजीपुर और रनार्ट फाउंडेशन मनेर पटना द्वारा दी गई हैं. सांस्कृतिक मंच के कलाकारों ने बिहार के कई पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. काला जत्था के कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरूआत बिहार की सुप्रसिद्ध पारंपरिक गीत और नृत्य से की हैं. इस दौरान मेला में गीत और नृत्य की दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की हैं.         सोनपुर मेला क्षेत्र में अब लोगों की भीड़ भी जुटने लगी हैं. सोनपुर मेला परिसर में अलग-अलग सरकारी और गैर सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल लगाया गया हैं. जो दूर- दूर से पहुंच रहे लोग प्रदर्शनी स्टॉल के माध्यम से प्रेरित हो रहे हैं. यह सोनपुर मेला 32 दिनों तक लगाया जायगा. वहीं कार्यक्रम को लेकर काफी दूर- दूर से भी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति को देखने के लिए पहुंच रहे हैं. जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. कार्यक्रम देखने के लिए देर शाम तक मुख्य पंडाल में दर्शकों की भीड़ लगी रही.