जीवन रक्षक वाहन एम्बुलेंस बना शराब तस्करी का जरिया,शराब की बड़ी खेप को ले जाती एम्बुलेंस सहित चालक पटना पुलिस के हत्थे चढ़ा

पटना : ये कैसी शराबबंदी है जहां अवैध शराब का काला खेल लगातार जारी है। बिहार में पूर्ण शराबबंदी 2016 से लागू कराने के आदेश सरकार ने जारी किए, जिसके लगभग 8 सालो मे अवैध शराब कारोबारीयों ने पैलरल इनकम प्लान तैयार कर लिया है।इस अवैध शराब के काला खेल ने सरकार के सारे नियमों की धज्जियां उड़ा दी है। अबतक आंकड़ों में एक साल में करोड़ो रूपए के अवैध शराब की खेप को मद्य निषेध और पुलिस ने बरामद कर उसे नष्ट किया है। बावजूद इसके कारोबारी और माफिया मानने को तैयार नहीं है। 

ताजा मामला पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के अनीसाबाद गोलंबर के पास का है। जहां गुप्त सूचना के आधार पर गर्दनीबाग थाने की पुलिस ने पंजाब निर्मित विदेशी शराब भड़ी एंबुलेंस को पुलिस ने जप्त किया है।जिसमें पुलिस में करीब 1527 लीटर अलग-अलग ब्रांड की शराब की खेप को बरामद किया है। वही एंबुलेंस चालक कृष्णा कुमार हरियाणा निवासी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है की एंबुलेंस में शराब की डिलिवरी मुजफ्फरपुर ले जा रहा था।गर्दनीबाग थाना प्रभारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि लखनऊ से एंबुलेंस में छुपा कर विदेशी शराब की खेत को बिहार के मुजफ्फरपुर में डिलीवरी देना है सूचना पर कार्रवाई करते हुए अनिसाबाद गोलंबर पर चेकिंग लगा लखनऊ से आ रही एंबुलेंस को पकड़ा जिस्म अलग-अलग कंपनी के विदेशी शराब को जप्त किया गया।

पटना से मनीष प्रसाद

बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में मॉडल टाइम टेबल की शुरुआत आज से शुरू

बिहार में शिक्षा के विकास के लिए लगातार विभाग के द्वारा नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं

 अब बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में मॉडल टाइम टेबल की शुरुआत 1 दिसंबर से की गई है 

आज से सभी सरकारी विद्यालय मॉडल टाइम टेबल के अनुसार चलेंगे जहां 9 से 5 तक मॉडल टाइम टेबल का समय रहेगा और 9:00 से लेकर 3:30 तक कक्षाएं चलेंगी जबकि 3:30 से 4:30 दक्ष क्लास चलेंगे जहां कमजोर बच्चों को पढ़ाया जा सकेगा वहीं राजधानी के अदालत गंज विद्यालय में मॉडल टाइम टेबल को लेकर विद्यार्थी और शिक्षक समय पर पहुंचे प्रार्थनाएं हुई और फिर कक्षा की शुरुआत की गई 

बिहार क्रिकेट टीम को बीसीसीआई से मान्यता मिली उसके बावजूद बिहार में क्रिकेट खेल और खिलाड़ियों का विकास नहीं हो पाया,आदित्य वर्मा

बिहार में क्रिकेट खेल की स्थिति काफी बुरी है कई सालों के प्रयास के बाद बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों को पहचान मिली और बिहार क्रिकेट टीम को bcci से मान्यता भी मिली उसके बावजूद बिहार में क्रिकेट खेल और खिलाड़ियों का विकास नहीं हो पाया बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर लगातार कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं ताजा मामला ये है 

कि बिहार एसोसिएशन ऑफ क्रिकेट के सचिव आदित्य वर्मा ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं जहां बीसीसीआई के दिए हुए पैसों को बंदरबाट करने का आरोप लगाने के अलावा दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों से पैसे लेने का आरोप लगाया लगाया है 

वही खिलाड़ियों से पैसे लेकर दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को मौका देने का आरोप भी लगाया

मंत्री रत्नेश सदा के वायरल ऑडियो पर मंत्री अशोक चौधरी की सफाई, जानिए क्या कुछ कहा

पटना : भीम संसद के तर्ज पर बीजेपी 17 दिसंबर को अंबेडकर कार्यक्रम करवा रही है इस पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि हर पॉलीटिकल पार्टी को अधिकार है करने का जितना अंबेडकर की बात होगी, दलितों पर चर्चा होगी, वह तो दलितों के कल्याण के लिए ही होगा, हम तो स्वागत करते हैं जो लोगों ने ऐसा निर्णय किया है सभी राजनीतिक दलों में दलितों का वर्चस्व बढ़े इससे अच्छी और क्या बात होगी हमारे लिए, इन लोगों के पास अब कोई मुद्दा रह नहीं गया है इसे सिर्फ दो बात पूछिए बेरोजगारी और महंगाई.

रत्नेश सदा का वायरल ऑडियो पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि रत्नेश सदा, सुनील कुमार, रूबल रविदास सब ने बहुत मेहनत किया है रत्नेश सदा की जो पापुलैरिटी बढ़ी है इस भीम संसद के बाद इसलिए जो फर्जी लोग रत्नेश सदा के पापुलैरिटी से परेशान हो गए हैं उसे उन लोगों ने उनको विडंबना में फंसा दिया जो लोग इनके खिलाफ चुनाव लड़ते हैं उनके जाति के आते हैं. 

 रत्नेश सदा ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कम से कम 15 से 20 जिलों का दौरा किया उन्होंने इतना बढ़िया कार्यक्रम में सहयोग किया लोगों को बुलाया रात में ठहराया यह सब विडंबना करने वाले लोग हैं जो रत्नेश सदा के इमेज को गिराना चाहते हैं और यह रत्नेश सदा के समाज के लोग हैं जो रत्नेश सदा के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं वह लोग हैं.

5 राज्यों के चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि एग्जिट पोल अब एजेंडा पर रहता है.

 लोकसभा चुनाव देख लीजिए हम दूसरे राज्यों का नहीं जानते हैं, विधानसभा चुनाव देख लीजिए दोपहर तक हम लोगों को हरा रहा था तो एग्जिट पोल और सट्टा बाजार वह कोरिलेट करता है सट्टा बाजार जिसका चढ़ा रहेगा एग्जिट पोल उसी का दिखा देता है.

 इसलिए उसे सब पर हम लोग का विश्वास नहीं है जनता ने जिसको आशीर्वाद दिया है वह सर्वोपरि है और जो रिजल्ट आएगा उसका हम लोग सम्मान करेंगे.

गिरिराज सिंह के मदरसा वाले बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उनको लिस्ट भेजना चाहिए.

 केंद्र सरकार से वैसे मदरसों का नंबर जब उन लोगों को पता है तो उन लोगों ने सर्वे कराया होगा, केंद्र सरकार को लिस्ट भेजना चाहिए अब मदरसे भी हैं बहुत से स्कूल भी है बहुत से बच्चों पढ़ तो रहे हैं अवैध हो चाहे वैध हो.

आप पैसा दे ही नहीं रहे हैं, कितना प्राइवेट स्कूल है वह बंद नहीं होना चाहिए वह भी बंद होना चाहिए, जो अवैध प्राइवेट स्कूल है उसको भी बंद करना चाहिए मदरसा ही क्यों यह सब विडंबना करने वाले लोग हैं.

 कम से कम पढ़ा तो रहा है बच्चे हमारे स्कूल तो आ रहे हैं 12% बच्चे बाहर थे लोगों में लक तो है कम से कम की बच्चों को पढ़ाया अल्पसंख्यक के बच्चे जब पढ़ेंगे तब ना उनको समझ में आएगा हिंदू क्या है मुसलमान क्या है क्रिश्चियन क्या है, गिरिराज सिंह टाइप जो फंडामेंटलिस्ट लोग हैं खाली हिंदू के नाम पर विडंबना करते हैं.

घर में आप एक गाय पालते हैं उसे प्रेम हो जाता है, यह सब हिंदू ही और मुस्लिम में लगा हुआ है दुनिया कहां से कहां जा रहा है.

 कुछ काम थोड़ी ना किए हैं हारेंगे ही टिक्की और रुद्राक्ष पहनकर खाली हिंदू हिंदू से वोट थोड़ी ना आ जाएगा.

पटना से मनीष प्रसाद

उत्तर काशी के टनल से बाहर निकलने के बाद आज पटना पहुंचे 5 मजदूर, एयरपोर्ट पर श्रम मंत्री सुरेंद्र राम ने खुद किया स्वागत

पटना : उत्तराखंड टनल में फंसे 41 मजदूरों के सकुशल निकलने के बाद उन्हें अपने-अपने घरों में वापस भेजा जा रहा है।

इसी कड़ी मे आज बिहार के पांच मजदूर पटना एयरपोर्ट पहुंचे। इनके स्वागत के लिए बिहार सरकार के श्रम विभाग के मंत्री सुरेंद्र राम खुद मौजूद थे।

 मजदूरों के पटना पहुंचने पर मंत्री ने खुद फूलमालाओं के साथ उन मजदूरों का स्वागत किया। इस अवसर पर मजदूर के परिजन भी उनके साथ में थे। 

वहीं मजदूरों ने जहां अपनी आपबीती बताई किस तरह से उन्होंने 17 दिन काटे थे। वही मंत्री ने भी उन मजदूरों को बधाई दी। वहीं मजदूरों और उनके परिजनों ने सरकार का शुक्रिया अदा किया।

पटना से मनीष प्रसाद

राज्य स्तरीय (अन्तर जिला) विद्यालय बालिका एथलेटिक्स प्रतियोगिता संपन्न, ओवर ऑल पटना बना चैंपियन

पटना - राज्य स्तरीय (अन्तर जिला) विद्यालय बालिका एथलेटिक्स प्रतियोगिता का ओवरआल खिताब पटना ने कुल 60 अंक प्राप्त कर जीता, जबकि कुल 35 अंकों के साथ पश्चिमी चम्पारण दूसरे स्थान पर रही।

कला, संस्कृति एवं युवा विभाग तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जिला प्रशासन, पटना द्वारा पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स काॅम्पलेक्स में संपन्न तीन दिवसीय प्रतियोगिता के टीम चैम्पियनशीप का खिताब बालिका अंडर-14 आयु वर्ग में पश्चिमी चम्पारण (23 अंक), बालिका अंडर-17 आयु वर्ग में पटना (20 अंक) तथा बालिका अंडर-19 आयु वर्ग में पटना (38 अंक) ने जीता।

गुरूवार को संपन्न प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण सह समापन समारोह की मुख्य अतिथि, कला संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव, श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा, भा.प्र.से. ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। अपने संबोधन में उन्होंने खेल की महत्ता के साथ-साथ खिलाड़ियों के लिए विभिन्न योजनाओं की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न खेलों की 50 गैर आवासीय प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना की मंजूरी दी गयी है और आने वाले समय में प्रत्येक पंचायत में एक केन्द्र खोलने की योजना है। इस योजना के अन्तर्गत खिलाड़ियों को निःशुल्क सुबह-शाम प्रशिक्षण प्राप्त करने एवं अन्य सुविधाओं के साथ-साथ उन्हें प्रतिमाह स्काॅलरशीप भी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रशिक्षकों के मानदेय को भी बढ़ाया गया है। अब खिलाड़ी और प्रशिक्षक पूरी तनमयता से खेलें, विभाग उन्हें सभी सुविधायें प्रदान करेंगी। उन्होंने बेहतर आयोजन के लिए आयोजकों, तकनीकी पदाधिकारियों को बधाई दी तथा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएँ दी।

श्री खगेश चन्द्र झा, अपर जिला दण्डाधिकारी, पटना ने मुख्य अतिथि को पौधा एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। जबकि सबों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन जिला खेल पदाधिकारी, पटना-सह-आयोजन सचिव श्री ओम प्रकाश ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अभिषेक कुमार, वरिष्ठ एन0आई0एस0 प्रशिक्षक ने किया।

अन्त में प्रतियोगिता का ध्वज उतारकर कर मुख्य अतिथि ने प्रतियोगिता की विधिवत समापन की घोषणा की।  

इस अवसर पर श्री अरविन्द कुमार, निदेशक, डी0आर0डी0ए0, पटना, श्री सरवर ईमाम, खेल विशेषज्ञ, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्री संजय कुमार, सहायक निदेशक, छात्र एवं युवा कल्याण निदेशालय, श्री राजेन्द्र कुमार, क्रीड़ा कार्यपालक, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, श्री अरूण कुमार सिन्हा, स्टेडियम प्रबन्धक, मोईनुलहक स्टेडियम सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

गुरूवार को संपन्न हुए विभिन्न खेलों के परिणाम इस प्रकार हैं:-

अंडर-14 बालिका (4 x 100 मीटर रिले)

1. प्रिती कुमारी, दिपीका कुमारी, बिंदिया कुमारी, गीता कुमारी - पश्चिमी चम्पारण।

2. श्रेया कुमारी, आँचल कुमारी, गुड़िया कुमारी, माधुरी कुमारी - मुजफ्फरपुर।

3. सानिया कुमारी, अस्तुति कुमारी, अर्चिता कुमारी, कोमल कुमारी - पटना।

अंडर-17 बालिका (4 x 100 मीटर रिले)

1. अनुप्रिया कुमारी, आशिवाणी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, मान्वी कुमारी - पश्चिमी चम्पारण।

2. प्रिती लक्ष्य, सुलेखा कुमारी, प्रिया कुमारी, बिंदी कुमारी - एकलव्य सेंटर भागलपुर।

3. खुशी कुमारी, अरिबा कमर, कोमल रानी, पार्वती कुमारी - भागलपुर।

अंडर-19 बालिका (4 x 100 मीटर रिले)

1. लक्ष्मी कुमारी, शालु कुमारी, उम्मे हबीबा, आद्रिका कुमारी - पटना।

2. कोमल कुमारी, रितु कुमारी, निशा कुमारी, सिखा कुमारी - नवादा।

3. प्रिया कुमारी, करीना कुमारी, पूजा कुमारी, चुनचुन कुमारी - नालन्दा।

अंडर-19 बालिका (4 x 400 मीटर रिले)

1. नवादा।

2. शेखपुरा।

3. रोहतास।

अंडर-19 बालिका (3 Km Walk Race)

1. नन्दिनी कुमारी, एकलव्य वैशाली।

2. पुष्पांजली यादव, कैमूर।

3. मनीषा कुमारी, मधुबनी।

अंडर-19 बालिका (5000 मीटर)

1. सोनी कुमारी, पटना।

2. ओलिभा लकड़ा, पश्चिमी चम्पारण।

3. शारदा सिन्हा, दरभंगा।

अंडर-17 बालिका (3000 मीटर)

1. खुशी कुमारी, भागलपुर।

2. गुंजा कुमारी, गया।

3. अणु कुमारी, पश्चिमी चम्पारण।

अंडर-19 बालिका (3 Km Cross Country)

1. स्वीटी कुमारी, सारण।

2. सिमा कुमारी, रोहतास।

3. ईशा कुमारी, सारण।

अंडर-17 बालिका (जेवलीन थ्रो)

1. प्रिती लक्ष्य, भागलपुर।

2. अपराजिता श्रीवास्तव, पटना।

3. कोमल कुमारी, पटना।

अंडर-19 बालिका (जेवलीन थ्रो)

1. शालु कुमारी, पटना।

2. अम्बा कुमारी, मधुबनी।

3. रितु कुमारी, नवादा।

अंडर-14 बालिका (लाॅन्ग जम्प)

1. रिना कुमारी, सिवान।

2. श्रेया कुमारी, मुजफ्फरपुर।

3. आर्या कुमारी, गया।

अंडर-17 बालिका (लाॅन्ग जम्प)

1. तनु कुमारी, नालन्दा।

2. कुमाता कुमारी, पूर्वी चम्पारण।

3. अंजली कुमारी, जहानाबाद।

अंडर-19 बालिका (लाॅन्ग जम्प)

1. काजल कुमारी, सारण।

2. मोनी कुमारी, औरंगाबाद।

3. उम्मे हबीबा, पटना।

अंडर-14 बालिका (200 मीटर)

1. प्रिती कुमारी, पश्चिमी चम्पारण।

2. काजल कुमारी, कैमूर।

3. दिपीका कुमारी, पश्चिमी चम्पारण।

अंडर-17 बालिका (200 मीटर)

1. सोनम प्रकाश, औरंगाबाद।

2. मिनी कुमारी, गोपालगंज।

3. प्रियांशी, पटना।

अंडर-19 बालिका (200 मीटर)

1. निशा कुमारी, नवादा।

2. निधी, पटना।

3. सोनी कुमारी, समस्तीपुर।

पटना से मनीष प्रसाद

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा का बड़ा दावा, बिहार में सबसे कम अपराध

पटना – डिप्टी सीएम तेजस्वी के आवास पर राजद के द्वारा आज प्रवक्ताओं की बैठक बुलाई गई थी। वही इस अवसर पर सांसद मनोज झा ने बताया कि राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ बैठक हुई तबीयत ठीक नहीं थी बावजूद तेजस्वी यादव ने बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे।

वही मनोज झा ने बताया कि हम सब ने व्यापक मुद्दों पर चर्चा की और चर्चा का मूल बिंदु था बिहार में जो हमारी सरकार है वह बड़ी लकीर खींच रही है और बड़ी लकीर से परेशान उन लकीरों के इर्द-गिर्द कुछ अनाप-शनाप चीजे चल रही हैं। उस प्रचार का काउंटर कैसे किया जाए उस प्रचार के माध्यम जो गरीब जो न्याय कैसे दिय जाय और अपनी बातो को धारदार रूप मे कैसे रखा जाय। हमने चर्चा की जिला वार और हम लोगों ने सुझाव और विचार दोनों दिए।  

प्रवक्ता मनोज झा ने यह भी बताया कि बीजेपी को मनीपुर पर बोलना चाहिए। बीजेपी इवेंट बाजी करने वाली है प्रधानमंत्री अभी कहे कि मैं हूं तो सूरज उग रहा है मै न होता तो पश्चिम में सूरज उगता। अपराध के मामले पर मनोज झा ने कहा कि सबसे कम बिहार में अपराध होता है।

पटना से मनीष प्रसाद

राजधानी पटना में दो दिवसीय बिहार कॉनक्लेव का होगा आयोजन, विदेश से भी लोग होंगे शामिल

पटना - राजधानी पटना में एक और दो दिसंबर को बिहार कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश हि नहीं विदेशियों के लोग भी शिरकत करेंगे।

इस बात की जानकारी देते हुए रूबन हॉस्पिटल के एमडी डॉ. सत्यजीत कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के अंदर जो इंटरपयोनर है वो क्या कर रहे है वो दिखायेगे। यही नही उनकी क्या योजना है इसके बारे में भी बतायेंगे।

उन्होंने कहा कि बिहार मे चैम्बर ऑफ कमर्स,बिहार इंडस्ट्री एसोसियेशन् को एक मंच पड़ लाने की कोशिश जारी है और पांचवा कॉंकलेव किया जा रहा है।

पटना से मनीष प्रसाद

वर्ल्ड फेमस आयुर्वेदाचर्या व दूबे क्लिनिक के निदेशक डॉ सुनील दूबे अपनी पत्नी उषा दूबे के साथ 30 वॉ मैरिज एनिवर्सरी पटना के होटल मौर्या मे धूमधाम से मनाया


पटना : वर्ल्ड फेमस आयुर्वेदाचर्या व दूबे क्लिनिक के निदेशक डॉ सुनील दूबे अपनी पत्नी उषा दूबे के साथ 30 वॉ मैरिज एनिवर्सरी पटना के होटल मौर्या मे धूमधाम से मनाया।

इस मौके पर होटल मैनेजर व सारे स्टाफ उनके आने का बेसर्बी से इंतज़ार करते दिखे, जैसे ही डॉ सुनील दूबे अपनी पत्नी के साथ होटल के परिसर मे आए वैसे ही होटल के मैनेजर और स्टाफ ने फूल गुलदस्ता देकर उनका भव्य स्वागत किया।

इस अवसर पर परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे, पत्नी के अलावा बेटा सागर दूबे, बेटी पूजा दूबे, दामाद अमर प्रकाश तिवारी सहित परिवार से जुड़े सभी सदस्य ने उन्हें बधाई दी एवं उनके व पत्नी उषा दूबे के लम्बे सुखमय वैवाहिक जीवन की एवं स्वास्थ्य की कामना की।

आपको बता दे कि डॉ दूबे का विवाह 29 नवंबर 1993 को हुआ था। 

पत्नी उषा दूबे की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वैवाहिक जीवन के 30 वर्षो के यात्रा मे वह एक आदर्श पत्नी साबित हुई।

जिसपर उन्हें गर्व है.वह मेरे सुख दुख मे सदैव साथ रही, मेरे हर निर्णय मे उनकी पूरी सहभागिता रही।

इस अवसर पर परिवार के सदस्य ने होटल मौर्या मे स्वादिस्ट भोजन का आनंद लिया। साथ ही डॉ दूबे ने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिए। जिन्होंने वैवाहिक वर्षगांठ पर उन्हें बधाई दी। साथ ही भव्य स्वागत करने के लिए होटल मौर्या के मालिक सिन्हाजी को विशेष तौर पर धन्यवाद दिए।

राज्य के नदियों में स्थानीय हैचरी उत्पन्न उन्नत मत्स्य अंगुलिकाओ का पुनर्वास कार्यक्रम के तहत पटना जनार्दन घाट पर 4 लाख छोटी मछलियों को नदी में

पटना - गंगा नदी तंत्र में पुनर्स्थापना योजना के अंतर्गत राज्य के नदियों में स्थानीय हैचरी उत्पन्न उन्नत मत्स्य अंगुलिकाओ का पुनर्वास कार्यक्रम के तहत पटना जनार्दन घाट पर 4 लाख छोटी मछलियों को नदी में छोड़ा गया।

एन विजय लक्ष्मी पशु एवं मत्स्य अपर मुख्य सचिव ने कहा कि हाल के दिनों में यह देखा गया है की बड़ी नदियों में मछलियों की संख्या 10 प्रतिशत कम हुई है। जिससे इकोसिस्टम में संतुलन नहीं बन पा रहा है। हम लोग 22 जिलों में इस तरह का कार्यक्रम कर रहे हैं और प्रत्येक जिलों में चार लाख से ज्यादा छोटी मछलियां नदियों में छोड़ी जा रही है। 

उन्होंने मछुआरों को भी जागरुक करते हुए कहा कि उन्हें जून जुलाई अगस्त में नदी से मछलियों को नहीं निकलना चाहिए क्योंकि यह समय उनके प्रजनन का होता है। इस महीने में मछुआरों को राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से सहायता भी दी जाती है।

कहा कि मत्स्य विभाग का यह उद्देश्य है की नदियों का एक सिस्टम बना रहे और मछुआरों की आजीविका भी चलती रहे।

पटना से मनीष प्रसाद