शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के दिव्यांग छात्रों ने गेट बंद कर किया प्रदर्शन, अन्य छात्रों से धक्का मुक्की, छात्रा घायल

लखनऊ। मोहान रोड स्थित डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालयत्र में चौथे दिन गुरूवार को भी दिव्यांग छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जहॉ मुख्य प्रवेश द्धार पर अन्य जबरदस्ती गेट खोलने लगे।

जहां प्रदर्शनकारी छात्रों से धक्का मुक्की होने लगी। उसी दौरान एक छात्रा के गंभीर चोट आ गई। जिससे छात्रा बेहोश हो गई। बेहोश छात्रा को एम्बुलेंस से लोकबंधू अस्पताल भिजवाया गया। जहॉ उसे ट्रामासेंटर रेफर कर दिया गया।

विश्वविद्यालय में दिव्यांग छात्र चीफ प्राक्टर सैफाली यादव को हटाने, सीसीटीवी कैमरे लगवाने, शुद्ध पेयजल, रिकार्डर व्यवस्था सहित विभिन्न मांगों को लेकर गेट बंद कर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान के अन्य छात्र गेट खोलने लगे।

जिसको लेकर प्रदर्शनकारी छात्रों से धक्का मुक्की होनें लगी। उस दौरान छात्रा को गंभीर चोट आ गई। छात्र आशीष जाटव, राहुल यादव, अंकुर कुमार, तबस्सुम, अर्जुन प्रजापति, विजय शर्मा, पवन मिश्रा, राज भारती ने आरोप लगाया कि अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्वक गेट बंद कर प्रदर्शन कर रहे थे।

पुलिस व विश्वविद्यालय प्रशासन की मौजूदगी में अन्य छात्र आए और जबरन गेट खोलने लगे। विरोध करने पर दिव्यांग छात्रा डीएएड वीआई द्धितीय वर्ष पूजा गौड़ व छात्र आशीष जाटव की पिटाई कर दी। जहॉ पूजा गौड़ को गंभीर चोट आ गई और बेहोश हो गई। जिसे एम्बुलेंस से लोकबंधू भिजवाया।

जहॉ डाक्टरों ने उसे ट्रामासेंटर रेफर कर दिया। साथ ही आरोप लगाया कि लॉ फैकल्टी के छात्र चीफ प्राक्टर के कहने पर आए थे और मारपीट की। देर शाम तक छात्र चीफ प्राक्टर सैफाली यादव को हटाने व मारपीट करने वाले दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन जारी रखा।

वहीं शाम को एसडीएम सरोजनीनगर सचिन वर्मा मौके पर पहॅुचे और छात्रों से वार्ता की। जहॉ छात्र अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। वहीं एसडीएम सचिन वर्मा ने छात्रों से लिखित ज्ञापन मांगा। साथ ही कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्रों ने 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम सरोजनीनगर सचिन वर्मा को सौंपा।

छोटे और मध्यम वर्गी किसानों से प्राथमिकता के आधार पर धान क्रय किया जायेः मंडलायुक्त

लखनऊ। मण्डलायुक्त डा रोशन जैकब की अध्यक्षता में आज अपने कार्यालय सभाकक्ष में धान क्रय किये जाने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण मण्डलीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने धान क्रय से सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों का धान क्रय का भुगतान बिना किसी विलम्ब के ससमय कराया जाये। उन्होंने कहा कि धान क्रय के उपरान्त 48 घण्टे में किसानों का भुकतान सभी संबंधित संस्थाएं करना सुनिश्चित करे। छोटे और मध्यम वर्गी किसानों से प्राथमिकता के आधार पर धान क्रय किया जाये। सभी धान क्रय केन्द्रों का गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी ढंग से संचालन किया जाये।

उन्होंने निर्देश दिये कि सम्बन्धित अधिकारी प्रत्येक सप्ताह धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे और प्रतिदिन क्रय सेन्टरों का फीडबैक लेते रहे। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न उत्पन्न होने पाये।

बैठक के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मण्डल में 9,95,000 मैट्रिक टन धान क्रय का लक्ष्य निर्धारित है। मण्डल के सभी क्रय सेन्टरों को क्रियाशील कर दिया गया है। लखनऊ में 29 क्रय सेन्टर बनाये गये है जिसके दौरान 01 नवम्बर से धान क्रय केन्द्र पर खरीद प्रारम्भ कर दी गयी है।

इसी के क्रम में मण्डल के सभी जनपदों के धान क्रय केन्द्र का मण्डलायुक्त द्वारा फीडबैक लिया गया। संबंधित अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी एवं रायबरेली में स्थापित कुल 573 क्रय केन्द्रों पर 617 वाहनों में जीपीएस इंस्टॉल किया जा चुका है। मंडलायुक्त ने शेष वाहनों में जीपीएस इंस्टॉलेशन तत्काल कराने के निर्देश दिए।

मंडलायुक्त ने कहा कि प्रत्येक क्रय केन्द्र पर उपकरणों (इलेक्ट्रॉनिक काँटा, नमी मापक यंत्र व विनोईंग फैन एवं ई-पॉप मशीन) की उपलब्धता शतप्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने कहा कि शासन के मंशानुरूप पारदर्शी ढंग से गुणवत्तापरक धान क्रय एवं कृषकों को त्वरित भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि सभी धान क्रय केंद्रों पर होल्डिंग व बैनर भी लगाया जाना सुनिश्चित किया जाये साथ ही उन्होंने कहा कि सेंटर वाइज धान क्रय का संबंधित अधिकारी द्वारा स्वयं समीक्षा किया जाय। उन धान खरीद केंद्रों पर विशेष फोकस किया जाए जिन केंद्रों कि पिछले वर्ष लक्ष्य के सापेक्ष खरीद अच्छी नहीं हुई ।

इस अवसर पर अपर आयुक्त न्यायिक घनश्याम सिंह, क्षेत्रीय खाद्यय नियंत्रक, सभी जनपदों के एआरएमओ सहित विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री ने किया उपकर संग्रहण के लिए बनाए गए पोर्टल का उद्घाटन

लखनऊ। प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने इंडियन बैंक द्वारा उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण द्वारा श्रमिकों के कल्याण हेतु वसूले जाने वाले उपकर संग्रहण के लिए बनाए गए पोर्टल का उद्घाटन आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस पोर्टल से श्रमिकों के कल्याण के लिए वसूले जाने वाले उपकर का डिजिटल संग्रह संभव हो सकेगा, जिससे संबंधित इस संबंध में डेटा का अपडेटेड रख-रखाव किया जाना आसान हो जाएगा।

श्रम मंत्री ने कहा कि देश के निर्माण और अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाने में श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ‘श्रमेव जयते‘ के नारे के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार श्रमिकों के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।

प्राथमिकता पर किसानों और मजदूरों के हितलाभ की योजनायें चलाते हुए उनके जीवन शैली को बेहतर से बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है और निश्चित ही यह पोर्टल श्रमिकों के बहुमुखी विकास की कड़ी में अभूतपूर्व भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि प्रभावी तरह से उपकर संग्रह के निरन्तर प्रयास से ही सार्थक परिणाम आयेंगे।

श्रम मंत्री ने कहा कि देश के विकास में श्रमिकों का बहुत बड़ा योगदान है। श्रमिकों के कल्याण के लिए सामूहिक प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि उनके और उनके परिवार, बच्चों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है, इसलिए यहाँ चुनौतियां भी कम नहीं है।

उन्होंने कहा कि उपकर संग्रह एक बहुत बड़ी चुनौती है, जिसे सभी के प्रयास से ही सरल, सुगम और पारदर्शी भी बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा इस पोर्टल को सफल बनाने के लिए लोगों को जागरूक करें। तभी इसकी सार्थकता सिद्ध होगी।

श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मन्नू कोरी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता श्रमिकों का विकास करना हैं। यह पोर्टल प्रदेश को डिजिटल बनाने के साथ-साथ प्रदेश के श्रमिकों के “श्रम को सम्मान‘‘ देना भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को डिजिटल बनाने की दिशा में यह पोर्टल इंडियन बैंक का एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध होगा।

प्रमुख सचिव श्रम, अनिल कुमार ने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से सेस कलेक्शन सुगमतापूर्वक प्राप्त किया जा सकेगा और इसकी सतत् निगरानी भी की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन हो, तभी वास्तविकता में इसका लाभ लिया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि उपकर संग्रह पोर्टल के माध्यम से उपकर जमा करने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया जा रहा है, जिससे श्रमिकांे को अधिक से अधिक लाभ पहुँचाया जा सकेगा।

बीओसीडबल्यू सचिव, निशा अनंत ने कहा कि सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निर्माण कार्य से जुड़ी संस्थाओं और कंपनियों से 01 प्रतिशत का उपकर वसूल करती है, जिसे श्रमिकों के कल्याण में लगाया जाता है।

इस पोर्टल के माध्यम से मजदूरों के कल्याणकारी योजनाओं (बीमा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, शिक्षा, आपदा राहत आदि) में खर्च किए जाने के लिए वसूले जाने वाले उपकर के संग्रह करने में अधिक पारदर्शिता आएगी और श्रमिकों के लिए अधिक धनराशि उपलब्ध हो सकेगी।

क्षेत्र प्रबन्धक, इण्डियन बैंक पंकज त्रिपाठी ने बताया कि अब उपकर जमा करने वाली संस्थाएं डेबिट या क्रेडिट कार्ड, यूपीआई, वॉलेट आदि के द्वारा पोर्टल के माध्यम से उपकर को डिजिटली जमा कर सकेंगी।

ऑनलाइन संग्रहण से उपकर भुगतान करने वालों को अधिक आसानी होगी, जिससे निश्चित रूप से उपकर संग्रहण की मात्रा में वृद्धि होगी। विभिन्न स्रोतों से उपकर संग्रह एक ही खाते में एकत्र किया जाएगा। 75 जिलों के अलग-अलग खाता बनाए रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह लेखांकन को अधिक स्पष्ट और आसान बना देगा।

श्री त्रिपाठी ने बताया कि उपकर संग्रह पोर्टल उपकर भुगतानकर्ता की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए सिंगल विन्डो ऑनलाइन प्लेटफार्म होगा। यहां उपकर भुगतानकर्ता स्वयं को पंजीकृत कर सकता है और अपने प्रोजेक्ट कार्यों के लिए उपकर का भुगतान कर सकता है, जो निर्माण गतिविधियों के लिए अनिवार्य है। इससे उपकर भुगतान के लिए उपकर भुगतानकर्ता का समय और प्रयास बचेगा और ऑनलाइन मोड के माध्यम से उपकर भुगतान करने में आसानी होगी।

इस कार्यक्रम में अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार राज्य परामर्शदात्री समिति, रघुराज सिंह, श्रम आयुक्त, मार्कंडेय शाही, विशेष सचिव श्रम कुणाल सिल्कू के अलावा श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।

मकर संक्रांति 14 जनवरी, 2024 से लेकर राम मंदिर के लोकार्पण 22 जनवरी

लखनऊ। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लोकार्पण के अवसर पर 22 जनवरी, 2024 को उप्र सरकार उत्सव के रूप में मनायेगी। इस अवसर पर उप्र के सभी प्रतिष्ठित मंदिर एवं मठों में अखण्ड रामायण, रामचरितमानस तथा हनुमान चालिसा के पाठ का आयोजन होगा।

इसके लिए हर जनपद में स्थापित उप्र पर्यटन और संस्कृति परिषद के माध्यम से स्थानीय कलाकारों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। इस पर आने वाला व्यय का भुगतान पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा किया जायेगा।

यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में जिला पर्यटन और संस्कृति परिषद के माध्यम से स्थानीय कलाकारों द्वारा मकर संक्रांति 14 जनवरी से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 तक लगातार रामायण एवं रामचरितमानस तथा हनुमान चालिसा का पाठ कराया जायेगा।

प्रदेश का संस्कृति विभाग इसके लिए आवश्यक तैयारी कर रहा है।

चौधरी चरण सिंह संदेश रथ यात्रा का 10 दिसम्बर को होगा शुभारम्भ

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नीरपाल सिंह तथा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने संयुक्त रूप से पत्रकार बन्धुओं से वार्ता की।

प्रेसवार्ता में रोहित अग्रवाल ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हित में बड़े काम किए हैं हमें उनके बताए रास्ते पर चलना है।

उन्होंने हमेशा किसानों का अस्तित्व बचाने के लिए लड़ाई लड़ी और राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह किसान मसीहा के बताये रास्ते पर चलकर किसानों के हितों के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठा रहे हैं।

अग्निवीर योजना से युवाओं में हताशा और निराशा है। किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिल रहा है। हमारी पार्टी के विधायक बकाया गन्ना भुगतान, गन्ने का लाभकारी मूल्य घोषित करने, युवाओं को रोजगार तथा महंगाई से छुटकारा आदि मांगों को लेकर विधानसभा में आवाज उठा रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि किसानों को मुफ़्त बिजली देने का वादा भी खोखला साबित हुआ। चंद पूंजीपतियों को छोड़कर छोटे और बड़े सभी व्यापारी सरकार की गलत नीतियों के कारण परेशान हैं।

प्रेस वार्ता में खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नीरपाल सिंह ने बताया कि खेल प्रकोष्ठ की तरफ से निकाली जाने वाली चौधरी चरण सिंह संदेश रथ यात्रा का शुभारम्भ 10 दिसम्बर को शुभारम्भ होगा।

उन्होंने बताया कि यात्रा को लेकर रूट प्लान तैयार कर लिया गया है, जो सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, बागपत, बिजनौर, मेरठ और गाजियाबाद होते हुए 23 दिसम्बर को दिल्ली किसान घाट पर पहुंचकर समाप्त होगी।

उन्होने कहा कि यात्रा सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मेरठ से दिल्ली जाएगी।

खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नीरपाल सिंह ने आगे कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए बढ चढकर काम कर रहे हैं और अपनी निधि से खिलाडियों के भविष्य के लिए अपनी निधि का अनुदान भी कर रहे हैं।

खेल तथा खिलाड़ियों के बेहतर भविष्य के लिए हम प्रयासरत है।

भाजपा की सदस्यता लेने पर क्षेत्रीय लोगों ने दी बधाई

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर बीते सोमवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी नगर सचिव दीपेन्द्र सिंह दीपू ने सदस्यता ग्रहण की।

भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने पर भाजपा नेता अंजनी श्रीवास्तव, मनोज चौरसिया, गोपाल यादव, गिरजा नंदन शुक्ला, सत्येन्द्र यादव, संजीव श्रीवास्तव, सुभाष यादव, अनुराग मिश्रा, विकास द्धिवेदी, अकरम, वेद चौबे सहित कई कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय लोगों ने बधाई दी।

शीतकालीन सत्र में ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश में विद्युत व्यवस्था पर विपक्ष के सवालों पर गिनाईं उपलब्धियां

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा जी ने बताया कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें गलत बिलिंग से लेकर खराब ट्रांसफॉर्मर बदलने, जर्जर विद्युत तारों को रिप्लेस करने संबंधी कार्य शामिल हैं।

बड़े पैमाने पर केंद्र सरकार की आरडीएसएस स्कीम की मदद से भी प्रदेश में विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है। बुधवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने विपक्ष के विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए इसकी जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना भी साधा और कहा कि 2017 से पहले जहां महीनों में भी ट्रांसफॉर्मर नहीं बदले जाते थे, वहीं अब घंटों में ट्रांसफॉर्मर बदल दिए जाते हैं।

उन्होंने ये भी कहा कि ये बबूल का पेड़ आपने ही लगाया है, इसे हम ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।

उपभोक्ता खुद बना सकेंगे अपना बिल

मीटर रीडर द्वारा गलत बिलिंग को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि अगर किसी उपभोक्ता का बिल गलत आ रहा है तो हमने कई प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए गए हैं, जहां वो अपनी शिकायत कर सकते हैं।

वो बिलिंग काउंटर पर जाकर अपना बिल सुधार करवा सकता है, ऑनलाइन और एप के जरिए भी बिल सुधार की व्यवस्था है। इस पूरे दुष्चक्र से निकलने के लिए अभी कुछ दिन पहले ही हमने ट्रस्ट बिलिंग या सेल्फ बिलिंग की भी शुरुआत की है।

इसका मतलब ये है कि हमारे विभाग की वेबसाइट या ऐप पर जाकर कोई उपभोक्ता अपना कनेक्शन नंबर डालकर अपने मीटर की रीडिंग डालता है तो उसका बिल उसके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से प्राप्त हो जाएगा। अगले महीने से ये व्यवस्था चालू होने जा रही है।

ये बात सच है कि सभी उपभोक्ता ऑनलाइन नहीं जा सकते, उसके लिए हमने दूसरी टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए एक अलग व्यवस्था दी है।

लापरवाही पर 2500 से ज्यादा मीटर रीडर्स की सेवाएं समाप्त

उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश में एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) चल रही है। इसमें हमने छोटे घरेलू उपभोक्ताओं और किसानों को सरचार्ज पर 100 प्रतिशत तक की छूट दी है।

मंगलवार शाम तक इस योजना के तहत 14 लाख लोगों ने योजना का लाभ लिया है। उसमें भी यदि कोई उपभोक्ता अपना बिल लेकर आता है जिससे वह संतुष्ट नहीं है तो उसके बिल को भी सुधारने का काम किया जा रहा है। जहां तक मीटर रीडर द्वारा गलत बिल बनाने की शिकायत है तो उसको लेकर भी हमने कार्यवाही की है।

इसके तहत जहां भी मीटर रीडर की गलती या लापरवाही पाई जाती है उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए हमने 2508 मीटर रीडरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

जल्द होगा 22339 मजरों का विद्युतीकरण

प्रदेश में मजरों के विद्युतीकरण को लेकर पूछे गए एक सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 22339 मजरे विद्युतीकरण से बाकी हैं। कुछ में आंशिक विद्युतीकरण हुआ है, कुछ पूर्ण रूप से बाकी हैं। 2017 से पहले लगभग 1.5 लाख मजरे ऐसे बाकी थे, जिसमें से 1.21 लाख मजरों का विद्युतीकरण इस सरकार ने किया है।

जो 22339 मजरे बाकी हैं, उन पर हमारा पूरा ध्यान है। भारत सरकार के विद्युत मंत्री से बातचीत की गई है और उन्होंने आरडीएसएस योजना के तहत इसका अनुमोदन भी कर दिया है। बहुत शीघ्र इन मजरों का विद्युतीकरण हो जाएगा।

करीब 2 लाख ट्रांसफॉर्मर बदले गए हैं

ट्रांसफॉर्मर्स की गुणवत्ता को लेकर किए गए डॉ रागिनी के प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल 2023 से अक्टूबर 2023 तक 1 लाख 89 हजार 803 ट्रांसफॉर्मर बदले गए हैं। जहां आवश्यकता पड़ती है वहां ट्रांसफॉर्मर को उच्चीकृत किया जाता है, ऐसे 7 हजार 400 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर हैं।

साथ ही बिल्कुल नए ट्रांसफर भी लगाए गए हैं, ऐसे 1130 ट्रांसफॉर्मर है। जौनपुर में क्षतिग्रस्त परिवर्तकों की संख्या अप्रैल 2023 से अक्टूबर 2023 तक 5759 ऐसे ट्रांसफॉर्मर बदले गए हैं। मछलीशहर में 1071 ट्रांसफॉर्मर बदले गए हैं।

जौनपुर में 1170 छतिग्रस्त खंभों को बदला गया है तो मछलीशहर में 223 खंभे बदले गए हैं। 92 वर्कशॉप में ट्रांसफार्मर की मरम्मत और उनका उच्चीकरण किया जा रहा है। पहले जहां हफ्तों में भी ट्रांसफॉर्मर नहीं बदलते थे, अब घंटों में बदले जा रहे हैं।

एक बिल पर 7 बार भेजा जा रहा एसएमएस

बकाया होने पर बिजली काटने के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने इस समय सिर्फ विद्युत बकाये के कारण बिजली काटने से मना किया गया है। बिल जमा करने के लिए हमने कई अभियान चलाए हैं। ऐसा ही एक अभियान है, फोन घुमाओ अभियान।

फोन पर हम कई बार उपभोक्ताओं को उनके बकाये बिल की जानकारी देते रहते हैं। यही नहीं, टेक्नोलॉजी आधारित नई स्कीम के तहत हम एक बिल पर 7 बार एसएमएस भेज रहे हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि बिजली काटने की समस्या कम हुई है।

सोलह वर्षीय किशोरी लापता , मुकदमा

लखनऊ । थाना बंथरा इलाके से संदिग्ध परिस्थितियों में एक सोलह वर्षीय किशोरी लापता हो गई।पीड़िता की मां ने अपनी पुत्री के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई है।

थाना बंथरा के बंथरा बाजार निवासी श्रीमती राबिया बानो ने पुलिस को बताया कि हम प्रतिदिन की भांति बीते पच्चीस नवंबर तेईस की सुबह अपनी पुत्री महक उम्र करीब सोलह वर्ष को घर की जिम्मेदारी सौंप कर गत्ता कंपनी में काम करने चली गई ।

तभी इसी बीच मुझे बिना बताए मेरी पुत्री महक साढ़े दस बजे घर को लॉक कर उसकी चाभी पड़ोस में रहने वाली मामू के घर बाजार जाने की बात कह कर चली गई ।जब हम ड्यूटी से रात्रि में घर लौटी और देखा महक घर पर नहीं है । 

इधर उधर सगे संबंधियों के यहां खोजा ,लेकिन कुछ पता नहीं चल सका ।उसके पास फोन भी नही है।पुत्री महक की मां ने खोजने के बाद न मिलने से परेशान होकर पुत्री के लापता होने की गुमशुदगी थाने पर दर्ज कराई है।

राजकीय आईटीआई लखनऊ में 30 नवम्बर को होगा रोजगार दिवस का आयोजन

लखनऊ। राज कुमार यादव, प्रधानाचार्य ने बताया कि 30 नवम्बर 2023 को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अलीगंज, लखनऊ में रोजगार दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 25 कम्पनियाँ प्रतिभाग करेंगी।

एम. ए. खाँ ट्रेनिंग काउंसिलिंग एण्ड प्लेसमेन्ट आफिसर ने बताया कि कम्पनी में अभ्यर्थी की विभिन्न पदों के लिए अलग-अलग योग्यता की आवश्यकता है हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट, आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक, परास्नातक, बी-टेक एवं एमबीए, किया हो वे ही प्रतिभाग कर सकते है।

जिसमें आयुसीमा 18 से 40 वर्ष तथा वेतन रूपये 7000 से 35000 प्रतिमाह एवं अन्य सुविधाएं कम्पनी द्वारा दिया जायेगा। मेले में महिला व पुरूष दोनों अभ्यर्थी प्रतिभाग कर सकते है। कुल 3645 पदों पर चयन किया जायेगा।

इच्छूक अभ्यर्थी अपने बायोडाटा के साथ समस्त शैक्षिक प्रमाण पत्रों को संलग्न करते हुए सुबह 9 बजे राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अलीगंज, लखनऊ परिसर में उपस्थित होकर रोजगार प्राप्त कर सकते है।

रालोद ने किया तीन दिवसीय भरने का समर्थन

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह ने इको गार्डन में मजदूरों और किसानों के चल रहे तीन दिवसीय धरने को समर्थन दिया। उनके साथ श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव महेश पाल धनगर भी मौजूद रहे।

राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों और मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष करता चला आ रहा है और आगे भी करता रहेगा। केन्द्र और उप्र की सरकारों ने किसानों तथा मजदूरों के साथ छल किया है। जिसका खामियाजा उनको 2024 के लोकसभा चुनाव में भुगतना पडेगा।

क्योंकि देश की जनता भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है।