छठ महापर्व को लेकर सरकार ने जारी किया है 25 करोड़ 51 लाख रुपए, सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को किया गया है तैयार

डेस्क : छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राज्यभर के सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को तैयार किया जा रहा है। 465 घाट खतरनाक श्रेणी में रखे गए हैं। यहां खासतौर से बैरेकेडिंग की गई है। खतरे के निशान के लिए लाल कपड़ा एवं साइनेज का प्रयोग किया गया है। 

सभी घाटों तक आने वाली छठ व्रतियों के लिए लाइट, घाट तक पहुंचने के लिए समुचित रास्ता, पार्किंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, वाटर टैंकर समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। 

सभी नगर निकायों के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 25 करोड़ 51 लाख रुपए जारी किये हैं। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए हैं। पिछले वर्ष 2022 में छठ महापर्व की तैयारी के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। 

गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 4 नवंबर को की थी। फिर 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री ने पटना के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया व सुविधाओं का जायजा लिया।

नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द मिल सकता है राज्यकर्मी का दर्जा

डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द मिलने की उम्मीद है। 

इसके लिए नियमावली को शिक्षा विभाग ने अंतिम रूप दे दिया है। जिस पर राज्य सरकार से मंजूरी लेने की तैयारी है। शीघ्र ही इस पर मुहर लगने के आसार हैं।

सरकार की मंजूरी के बाद नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेकर उत्तीर्ण होने वालों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल शिक्षकों के समतुल्य वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मालूम हो कि विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 का प्रारूप 11 अक्टूबर को जारी किया था। इस पर सुझाव और आपत्ति की मांग की गई थी। एक लाख से अधिक के सुझाव विभाग को ई-मेल के द्वारा प्राप्त हुए। इन सुझावों पर विचार करने के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा नहीं लिये जाने वाले सुझाव को नहीं माना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इन शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम तीन मौके दिये जाएंगे। प्रारूप में साफ किया गया था कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

अलग अंदाज में दिखे पीएम मोदी, बच्चों के साथ मस्ती करते आए नजर

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देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एकदम अलग अंदाज में दिख रहे हैं। पीएम मोदी का ऐसा अंदाज शायद ही आपने पहले कभी देखा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है। जिमसें वह बच्चों के साथ खेल खेलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में पीएम मोदी कभी बच्चों का सिर लड़ाते हैं तो कभी अपने माथे पर सिक्का चिपकाते दिखाई देते हैं। पीएम मोदी ने अपने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, "मेरे युवा दोस्तों के साथ कुछ यादगार पल!

वीडियो की शुरुआत में नरेंद्र मोदी दो बच्चों के कान पकड़े दिख रहे हैं। वे दोनों का सिर एक-दूसरे से टकराते हैं। इसके बाद वह सिक्का की मदद से उन्हें जादू दिखाते हैं। पीएम सिक्का अपने माथे पर रखते हैं और चिपका लेते हैं। इसके बाद हाथ से अपने सिर के पिछले हिस्से को हल्के से ठोकते हैं, जिससे सिक्का उनके दूसरे हाथ में गिरता है। इसके बाद पीएम मोदी वही जादू बच्चों के साथ करते हैं। पीएम पहले छोटी बच्ची के माथे पर सिक्का रखते हैं और हल्का दबाते हैं मानों चिपकाने की कोशिश कर रहे हों। इसी दौरान वह सिक्के को हाथ में छिपा लेते हैं। वह बच्ची को कहते हैं कि सिर के पिछले हिस्से को हाथ से ठोको। बच्ची ऐसा करती है, लेकिन सिक्का नहीं गिरता। इसी तरह वह छोटे बच्चे के साथ भी करते हैं। बाद में वह सिक्का बच्चे को दे देते हैं।

सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के इस वीडियो को लोग जमकर लाइक कर रहे हैं। इस वीडियो को इंस्टाग्राम में शेयर करने के बाद इसे एक घंटे में 8 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं।

यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ वक्त बिताया हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर बच्चों के साथ मस्ती करते दिखाई दे चुके हैं। इसी साल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने के अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उद्घाटन कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने बच्चों से मुलाकात की थी। तब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ तस्वीर को एक्स पर साझा करते हुए लिखा था, "मासूम बच्चों के साथ आनंद के कुछ पल! इनकी ऊर्जा और उत्साह से मन उमंग से भर जाता है।

बैंड बाजों के साथ चित्रगुप्त की प्रतिमा को विसर्जन के लिए चित्रांश परिवार के लोगों द्वारा निकली गई

श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर प्रबंध समिति एवं सामुहिक पूजा समिति के संयुक्त तत्वावधान मे भगवान श्री चित्रगुप्त की प्रतिमा का आज पटना के सहाय सदन से बैंड बाजों के साथ सामुहिक विसर्जन के लिए चित्रांश परिवार के लोग निकले ,मूर्ति  विसर्जन मे खुद भाजपा के पूर्व सांसद.

आरके सिन्हा के साथ कई चित्रांश परिवार के लोग दिखे जहां सहाय सदन मे चित्रगुप्त परिवारों की एकजुटता दिखी,बैंड बाजों के साथ लोगों ने खूब मौज मस्ती करने का काम किया।

इस मौके पर पूर्व भाजपा सांसद आर के सिन्हा ने कहाँ की समाज सभी संगठित रहे,मिल जुल कर काम करें और बिहार एवं देश के विकास मे सहयोग करे,पूर्व सांसद ने कहाँ की चित्रगुप्त समाज एकजुट है उसे प्रदर्शित करने की आदत नहीं है सिन्हा ने कहाँ की समाज की भागीदारी हर चुनाव मे देखने को मिलती है।

चंद्रयान-3 के लॉन्‍चर व्हीकल का एक हिस्सा अनियंत्रित होकर पृथ्वी के वातावरण में वापस लौटा, पैसिफिक ओशन में हो सकता है क्रैश

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इस साल 23 अगस्त की तारीख को भारत ने चांद के दक्षिणी हिस्से में चंद्रयान-3 की लैंडिंग करवा कर इतिहास रच दिया था। चंद्रयान के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर सौरमंडल निर्माण के रहस्य, पानी और कई चीजों पर रिसर्च किया था।इस बीच खबर आ रही है कि चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में ले जाने वाले लॉन्च व्हीकल एलवीएम3एम4 के ऊपरी क्रायोजनिक हिस्से ने बुधवार को धरती के वातावरण में अनियंत्रित वापसी की है। इसकी जानकारी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने दी।

प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश

इसरो ने बताया है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने वाले एलवीएम3 एम4 प्रक्षेपण यान का ‘क्रायोजेनिक’ ऊपरी हिस्सा बुधवार को पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से फिर से प्रवेश कर गया है। इसरो की ओर से जानकारी दी गई है कि रॉकेट बॉडी जो कि चंद्रयान-3 यान का हिस्सा था, वह पृथ्वी के वायुमंडल में वापस से प्रवेश कर गया है रॉकेट का यह हिस्सा धरती के वायुमंडल में 15 नवंबर की दोपहर करीब 2.42 बजे दाखिल हुआ। बता दें कि रॉकेट बॉडी के फिर से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश इसके प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर हुई है।

धरती पर कहां होगा रॉकेट के हिस्से का इम्‍पैक्‍ट

इसरो के मुताबिक, इसका इम्पैक्ट पॉइंट उत्तरी प्रशांत महासागर के ऊपर लगाया गया है। फाइनल ग्राउंड ट्रैक भारत के ऊपर से नहीं गुजरा। इसरो ने कहा कि उसने दुर्घटनावश होने वाले किसी भी संभावित विस्फोट के जोखिम को कम करने के लिए सभी अवशिष्ट प्रणोदक और ऊर्जा स्रोतों को हटाने की प्रक्रिया के तहत यान के इस ऊपरी चरण को निष्क्रिय कर दिया था। ऐसा अंतरिक्ष मलबा निस्तारण के लिए तय संयुक्त राष्ट्र और आईएडीसी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। इसरो ने कहा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रॉकेट बॉडी को निष्क्रिय करना और मिशन के बाद उसका निपटान फिर बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता को संरक्षित करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

बता दें कि लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर ने अपने मिशन को सफलता से अंजाम देकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कई रिसर्च की थी। काम समाप्त होने और चंद्रमा में अंधेरे का समय आने के बाद इसरो ने दोनों उपकरणों को स्लीप मोड में डाल दिया था। हालांकि, विक्रम लैंडर के रिसीवर को ऑन ही रखा गया था ताकि इससे धरती से दोबारा संपर्क स्थापित किया जा सके।

बापू सभागार मे आयोजित समारोह मे 4 हजार से अधिक लाभुकों को सीएम नीतीश ने दिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की पहली किस्त,

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बापू सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत एक दिवसीय उन्मुखीकरण,और प्रथम किस्त वितरण समारोह में शिरकत कर 4 हजार से अधिक लाभुको किस्त की राशि सौंपे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने यही सभी तपके के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरूआत की है. इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार करें ताकि लोग लाभ ले सकें.

उन्होंने लगे हाथ अपने बड़े भाई लालू व राबड़ी राज पर भी सवाल खड़े कर दिए . कहा कि पहले कुछ यहां काम होता था. हम जब यहां आए तो सभी क्षेत्रों में काम शुरू कराया.

नीतीश कुमार ने राजद कोटे के उद्योग मंत्री समीर महासेठ को सलाह देते हुए कहा कि हमारी बात को सुनिए,तभी काम हो पायेगा. पहले यहां क्या था...हम जब 2005 में यहां आये तब जाकर इस तरह की योजनाओं को लाए हैं.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से ऐलान किया है वे विशेष राज्य के दर्ज की मांग को लेकर अभियान शुरू करने वाले हैं. गांव-गांव जाकर यह डिमांड किया जाएगा कि विशेष राज्य का दर्जा दो. अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया तो तेजी से विकास होगा.

कहा कि केंद्र सरकार कोई काम नहीं कर रही, कोई मदद नहीं मिल रहा. अगर स्पेशल स्टेटस मिल गया तो बिहार के पिछड़े लोगों का दो सालों में ही विकास होंगे.

वहीं मीडिया कौ आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मीडिया वाला हमारा छापता नहीं है. केंद्र ने मीडिया पर कब्जा कर लिया है.

पटना से मनीष प्रसाद

राजस्थान में बीजेपी ने जारी किया घोषणा पत्र, छात्राओं को मिलेगी स्कूटी, 450 में गैस सिलेंडर, जानें पिटारे में और क्या?

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राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया। इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में हैं।बीजेपी अपने घोषणापत्र को संकल्प पत्र कहती है। राजस्थान के लिए इसका नाम 'आपणो अग्रणी राजस्थान संकल्प पत्र’ रखा गया है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस पार्टी के पिछले पांच साल के कार्यकाल की आलोचना की। उन्होंने केंद्रीय योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि योजनाओं के जरिए किसानों को बीजेपी ने आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्रों का जिक्र किया और कहा कि सात महीने में छह लाख सरकारी नौकरी युवाओं को दिए हैं।

संकल्प पत्र में जनता से कई वादे

राजस्थान के लिए बीजेपी ने इस संकल्प पत्र में जनता से कई वादे किए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हर जिले में महिला थाना खुलेगा। हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वायड बनाया जाएगा। बच्ची के पैदा होने पर उसे सेविंग बॉन्ड दिया जाएगा। बीजेपी सरकार बनने पर सीएम फ्री स्कूटी और लखपति योजना लाएंगे। इसी तरह गरीब महिलाओं को गैस सिलेंडर 450 रुपये में दिया जाएगा। इसके अलावा भ्रष्टाचार को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई जाएगी। 5 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार बनने पर पांच साल में ढाई लाख सरकारी नौकरी देंगे।

बीजेपी के घोषणापत्र के तीन पिलर

जेपी नड्डा ने बताया कि बीजेपी के घोषणापत्र के तीन पिलर हैं। इनमें विकास के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र; दूसरा, गांव-गरीब, वंचित, पीड़ित, अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं को सशक्त करना और तीसरा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोड़ देना शामिल है।

घोषणा पत्र बीजेपी के लिए रोडमैप-नड्डा

जेपी नड्डा ने कहा, अन्य पार्टियों के लिए घोषणा पत्र महज औपचारिकता है, लेकिन बीजेपी के लिए यह विकास का रोड मैप है। हम इसमें लिखे शब्दों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हैं। हमारा इतिहास है, हमने जो कहा है वो किया है। जो नहीं कहा है, वो भी किया है।

नेता प्रतिपक्ष ने स्मार्ट मीटर मे घोटाला का लगाया आरोप, जांच की मांग की

पटना : नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा ने बिहार सरकार पर बड़ा हमला बोला है।

विजय कुमार सिन्हा ने बिहार में बैठी नीति सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नई टेक्नोलॉजी लाए उसका स्वागत है। लेकिन यह प्रीपेड मीटर जिbसमें 15000 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट और एक करोड़ 48 लाख उपभोक्ताओं के घर में लगाने का बड़ा खेल है।

आज बिजली बिल मैं घोर अनियमितता गड़बड़ी प्रतिदिन फिक्स्ड विद्युत चार्ज बल्ब नहीं जलाने पर भी बिल, विद्युत लोड में अनियमितता, एकाएक राशि कट जाना ये सब कई ऐसे कारनामे हुए है। 

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह सरकार के द्वारा अघोषित लूट की छूट की छूट का वातावरण बनाया जा रहा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।

पटना से मनीष प्रसाद

सेमीफाइनल मे शानदार जीत हासिल कर विश्व कप के फाइनल मे पहुंचने पर सीएम नीतीश ने टीम इंडिया को दी बधाई

डेस्क: भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रनों से मात देकर 2019 के सेमीफाइनल की हार का बदला ले लिया। 

इधर भारत के इस शानदार जीत पर बिहार के सीएम नीतीश ने दी बधाई दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है भारतीय टीम की शानदार जीत और फाइनल में पहुंचने पर टीम इंडिया को हार्दिक बधाई। साथ ही फाइनल मैच के लिए शुभकामनाएं।

गौरतलब है कि यह मैच विराट कोहली के लिए खास रहा, जिसमें उन्होंने वनडे में शतकों का अर्धशतक पूरा करके सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा। वहीं, मोहम्मद शमी ने सात विकेट लेकर गेंदबाजी में फिर से कमाल दिखाया।

चौथी बार फाइनल में पहले खेलते हुए भारत ने ताबड़तोड़ शुरुआत की। विराट कोहली (117) और श्रेयस अय्यर (105) के धुआंधार शतकों की बदौलत भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 398 रन का लक्ष्य रखा था। लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की पूरी टीम 48.5 ओवर में 327 रन बनाकर आउट हो गई। डेरिल मिचेल ने शानदार 134 रन बनाए। भारत ने चौथी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई।

वर्ल्ड कप-2023: भारतीय टीम की ‘विराट’ जीत, न्यूजीलैंड से लिया 2019 की हार का बदला

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वर्ल्ड कप 2023 का पहला सेमीफाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम 12 साल के बाद वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गई है।दूसरे सेमीफाइनल को जीतने वाली टीम से भारत का फाइनल में मुकाबला खेला जाएगा।टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मैच साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाएगा। 

भारत की जीत में विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और मोहम्मद शमी का योगदान अहम रहा। कोहली ने 117 और अय्यर ने 105 रन की पारी खेली। वहीं, मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए सात विकेट अपने नाम किए। तीनों ने मिलकर भारत को लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में नहीं हारने दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में चार विकेट खोकर 397 रन बनाए थे। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 पर सिमट गई। भारत की जीत में विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और मोहम्मद शमी का योगदान अहम रहा। कोहली ने 117 और अय्यर ने 105 रन की पारी खेली। इन दोनों ने 128 गेंद पर 163 रन जोड़े. इससे पहले कप्तान रोहित शर्मा ने 29 गेंद पर 47 रन की तूफानी पारी खेल कर भारत को तेज शुरुआत दिलाई जबकि बीच में रिटायर्ड हर्ट होने वाले शुभमन गिल ने अंतिम ओवर में वापसी की और कुल 66 गेंद पर नाबाद 80 रन की पारी खेली. केएल राहुल 20 गेंद पर 39 रन बना कर नाबाद रहे.

वहीं, मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए सात विकेट अपने नाम किए। मोहम्मद शमी ने 9.5 ओवर में 57 रन देकर 7 विकेट झटके। भारत की तरफ से वनडे में यह बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन है।

रोहित एंड कंपनी ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में खेला गया सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर 12 साल बाद वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है।2011 में वो वर्ल्ड कप का खिताबी मुकाबला खेली थी और चैंपियन बनी थी।महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी टीम चैंपियन बनी थी।इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार का बदला भी ले लिया। आपको बता दें कि वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी। उस मैच में एमएस धोनी के रनआउट ने भारत में करोड़ों दिलों को तोड़ दिया था। उस रनआउट के बाद मैच पूरी तरह से पलट गया था और भारतीय टीम सेमीफाइनल से बाहर हो गई थी। उस वक्त से ही भारतीय फैंस को न्यूजीलैंड के खिलाफ एक और मौके की तलाश थी और यह मौका इस वर्ल्ड कप से सेमीफाइनल में मिल ही गया और भारत ने अपना बदला ले लिया।

भारत चौथी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार खिताब जीता था। 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। तब सौरव गांगुली कप्तान थे। इसके आठ साल बाद 2011 में जब भारत फाइनल में पहुंचा तो उसने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार खिताब जीत लिया।