इग्नू द्वारा बौद्धिक सम्पदा संरक्षण विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उप्र, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में बौद्धिक सम्पदा संरक्षण विषय पर एक राष्ट्रीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन दिन बृहस्पतिवार को किया गया।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बौद्धिक सम्पदा संरक्षण के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। साथ-ही-साथ आईपीआर से जुड़े कानून के विषय में जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 250 लोगों ने प्रतिभाग किया, जिनमें शिक्षाविद्, शोधकर्ता एवं विद्यार्थी शामिल थें।
सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं अपने उद्बोधन में कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को पेटेन्ट, उद्यौगिक डि़जाइन, बौद्धिक सम्पदा संरक्षण एवं प्लान्ट वैरायटी के सरंक्षण के विषय में जागरूक करना था।
वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशिक डॉ मनोरमा सिंह ने अपने उद्बोधन में इग्नू के विधि संकाय द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों जैसे बौद्धिक संपदा अधिकारों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पेटेंट प्रैक्टिस में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र, साइबर कानून में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र के बारे में जागरूक किया एवं विद्यार्थियों को नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप श्रीवास्तव, एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर, टाईफैक, भारत सरकार ने अपने वर्चुअल सम्बोधन में इग्नू द्वारा विद्यार्थियों को उनके द्वार पर कौशल आधारित उच्च शिक्षा प्रदान करने के प्रयास की सराहना की। उन्होने कहा कि बौद्धिक सम्पदा सरंक्षण वैश्विककरण के इस युग में बहुत महत्वपूर्ण है। विचारों की सुरक्षा के बिना, व्यक्ति अपने अविष्कारों का पूरा लाभ नहीं उठा पायेंगे और अनुसंधान एवं विकास उन्मुख नहीं हो पायेंगे।
डॉ हरिकेश बहादुर सिंह, प्रोफेसर, जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने पेटेण्ट एक्ट के विषय में जानकारी दी एवं पेटेण्ट फाईलिंग की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होनें अपने अनुभवों के आधार पर विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि उनके द्वारा किये गये नवाचारों को पर पेटेण्ट लेने की सलाह दी।
प्रो भरतराज सिंह, डायरेक्टर जनरल, स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट साईन्सेस, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में डिज़ाइन एक्ट 2000 एवं टेªडमार्क विषय पर जागरूक किया। साथ-ही-साथ राज्य सरकार द्वारा नवाचार के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं के विषय में जानकारी दी।
पूजा यादव, संयुक्त निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उप्र शासन, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में अपने विभाग द्वारा नवाचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं बौद्धिक सम्पदा संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं के विषय में जानकारी प्रदान की।
डॉ वरूण छांछड़, सदस्य उच्च शिक्षा परिषद्, उप्र सरकार ने अपने उद्बोधन में कॉपी राईट एवं ट्रेडमार्क अधिनियम के विषय में विस्तार से चर्चा की एवं इसके महत्व के विषय में जागरूक किया।
आनन्दी अग्रवाल, चेयरपर्सन (महिला उद्यमिता प्रकोष्ठ), इण्डियन इण्डस्ट्रियल एसोशिएशन, लखनऊ ने नवाचार, उद्यमिता एवं स्टार्टअप विषय पर विद्यार्थियों को जागरूक किया।
एके श्रीवास्तव, निदेशक, जन शिक्षण संस्थान, लखनऊ ने उद्यमिता विकास के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की साथ-ही-साथ अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
Nov 09 2023, 19:52