हवन के साथ ही नवरात्रि समाप्त, अब माँ की विदाई की तैयारी शुरु
सरायकेला : शारदीय नवरात्र में माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा 9 दिन और रात होती है।दशमी को हवन के साथ मा की बिदाई की जाती है।कोल्हान के विभिन्न जगह पर मां शारदीय नवरात्र के दसवें दिन मां दुर्गा की पूजा अर्चना के साथ हवन का आयोजन किया जा रहा है।
कलश स्थापना करने वाले स्थानों में शुभ मुर्हूत में हवन पूजन किया जा रहा है।
सरायकेला खरसावां जिला के तमाम पूजा मंडप और मंदिरों में हवन के साथ दुर्गा सप्तशती पाठ का समापन हो गया है।अब विसर्जन के साथ दुर्गा मां की प्रतिमा को भाव भरी विदाई दी जायेगी।
आज हो रहे हवन से पूरा वातारवण मंत्रोचारण से गूंज रहा है।वही दशमी के दिन भी पूजा-अर्चना के लिए महिलाओं की भीड़ पूजा पंडाल और मंदिरों में देखी जा रही है।शहर हो या गांव सभी जगह दशहरा के मौके पर लगने वाला मेला का हर वर्ग के लोग आनंद उठा रहे हैं।
सिंदूर खेला
आज विजया दशमी है इसको लेकर सभी जगह मां दुर्गा की आराधना में लोग क्लीन है। वही बंगाली समुदाय में आज के दिन का एक अलग ही महत्व है। सुहागिन महिलाएं द्वारा सुबह से ही मंदिरों में पहुंचकर मां को सिंदूर लगाकर सिंदूर खेला में शामिल हो रही है ।सुहागिन महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर मां से सुहागन रहने की कामना कर रही हैं ।चांडिल स्टेशन स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा मंदिर, डाक बंगाल दुर्गा मंदिर ,चांडिल बाजार सोलोआना दुर्गा मंदिर, चिलगु सार्वजनिक मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भारी भीड़ है।
Oct 25 2023, 13:12