*विश्वभर में मनाया जा रहा है विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक करना और मानसिक बीमारियों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।मानसिक स्वास्थ्य की सही देखभाल व्यक्ति को खुश और समृद्ध जीवन जीने में मदद करती है। स्ट्रेस या तनाव एक प्रकार का मानसिक स्वास्थ्य विकार है जिसका जोखिम तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है।
युवा हों या बुजुर्ग, सभी उम्र के लोगों में इस विकार के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों के लिए अपने शारीरिक स्वास्थ्य की ही तरह से मानसिक सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। दोनों स्वास्थ्य एक दूसरे पर निर्भर होते हैं, यानी अगर आप स्ट्रेस-एग्जाइटी जैसी मानसिक समस्याओं के शिकार हैं, तो इसका असर शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करने वाले हो सकते हैं।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष 10 अक्तूबर को मनाया जाता है। साल 1992 में इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई, जब संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ ने इसकी पहल की। गौरतलब है कि वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ 150 से अधिक सदस्य देशों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। बाद में 1994 में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव यूजीन ब्रॉडी ने मानसिक स्वास्थ्य दिवस की एक थीम का निर्धारण कर यह दिवस मनाने की सलाह दी।
उसी वर्ष पहली बार "दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार" थीम के साथ विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया।विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए प्रति वर्ष एक अलग थीम निर्धारित की जाती है। इसी थीम पर आधारित कार्यक्रम, सेमिनार और अन्य आयोजन होते हैं। वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ की अगुवाई में साल भर थीम के आधार पर कार्य होता है। इस बार की थीम है- "मेंटल हेल्थ इज ए यूनिवर्सल ह्यूमन राइट इसी क्रम में आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर विभूति नारायण राजकीय इण्टर कालेज, ज्ञानपुर, भदोही में मानसिक स्वास्थ्य रैली को मुख्य चिकित्सा अधिकारी भदोही डॉ. एस. के. चक द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया साथ ही बच्चों को मानसिक रोग से बचने का उपाय भी बताए। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, ज्ञानपुर, भदोही में रैली पहुंचने पर संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार द्वारा फीता काटकर किया गया। डॉ. मालविका पाण्डेय, मनोचिकित्सक ने विस्तार से सभी मानसिक रोगों जिनमें अवसाद, चिन्ता, नींद, मिर्गी, यादाश्त, नशा, मोबाइल एडिक्शन के बारे में चर्चा किया और लक्षणों को बताया।
जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ, महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, ज्ञानपुर के नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. अशोक परासर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए मानसिक स्वास्थ्य के मनोवैज्ञानिक उपचार पर चर्चा किया। डॉ. शांति मनोचिकित्सकीय सामाजिक कार्यकर्ता ने मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ एवं मनकक्ष द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं से अवगत कराया गया।
Oct 10 2023, 17:32