*आजमगढ़ : पूर्व सीएम के पुत्र अजय नरेश यादव की फूलपुर में सक्रियता से राजनैतिक गलियारों में हलचल*
सिद्धेश्वर पाण्डेय
आजमगढ़ । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव के पुत्र एवं 2012 में कांग्रेस से चुनाव लड़े चुके अजय नरेश यादव की क्षेत्र में सक्रियता पर एक फिर फूलपुर की राजनीति में गर्मी आ गयी है। जिससे राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गयी है । अजयनरेश खुद बाबूजी विरासत को सम्हालने की जगह जगह चर्चा भी कर रहे हैं। फूलपुर तहसील में अजय नरेश यादव अभी से क्षेत्र के लोगों से मिलना जुलना शुरू कर दिए है । पूर्व मुख्यमंत्री स्व रामनरेश यादव की विछायी हुई राजनीति को अजय नरेश यादव ने धार देना शुरू कर दिया है । उनके सक्रियता और राजनैतिक बयान से क्षेत्र में हलचल मच गयी है ।
अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार को जनता इंटर कालेज अम्बारी में बैठक को संबोधित करते हुए अजय नरेश यादव ने कहा कि बाबू जी रामनरेश यादव की यह धरती है। हम इसे कभी भी नहीं छोड़ सकते क्योंकि यह उनकी जन्म स्थली और कर्मस्थली दोनों है । बाबूजी का आदर्श और ईमानदारी हमारी थाती है। जन जन की पुकार को देखते हुए मैं उनके पदचिन्हों पर चलकर यहाँ की सेवा करूंगा । जहाँ तक राजनीति की बात रही ,यह पिछड़ा बाहुल्य इलाका है । यहाँ के विकास के लिए मैं राजनैतिक तैयारी शुरू कर दिया हूं।
शिक्षा के क्षेत्र में राजकीय आइटीआइ, राजकीय बालिका इंटर कालेज, राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना बाबू जी रामनरेश यादव कराया था । इसके साथ ही क्षेत्र में पुलों, सड़कों का जाल बिछाने का काम किया गया । अपने कार्यालय में विद्युत उपकेंद्रों का भी निर्माण कराया।दुख की बात यह है कि उनके बाद के विधायक और सांसद बाबूजी द्वारा स्थापित कराए गए शिक्षा के मंदिरों को भी नहीं संभाल सके। ये लोग चाहते तो अपनी सांसद और विधायक निधियों से क्षेत्र को चमका सकते थे। लेकिन कमीशनखोरी और ठीकेदारी के चक्कर में विकास नहीं हुआ ।
जातिगत राजनीति का फायदा उठाकर लोग विधायक और सांसद बनते रहे। लेकिन अब क्षेत्र की जनता समझ चुकी है। अब इनके मायाजाल में जनता फंसने वाली नहीं है।
अध्यक्षता अनिल यादव एवं संचालन विमल यादव ने किया। इस अवसर पर वीरेंद्र यादव, अंकित यादव, बृजेश यादव, भोनू यादव, विजयश्याम, रिंकू यादव, बांकेलाल यादव, रामअवतार यादव, अभिमन्यु, संजय यादव, चंद्रभान, राजेन्द्र प्रसाद, रामसमुझ यादव, विशाल यादव आदि रहे।
Sep 13 2023, 17:00