पूर्व ISRO चीफ डॉ के सिवान बने IIT इंदौर बोर्ड के अध्यक्ष, बीटेक स्पेस टेक्नोलॉजी के तहत रिसर्च को करेंगे लीड, विद्यार्थियों को होगा फायदा

 मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर IIT के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का नया अध्यक्ष भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व डॉक्टर के सिवान को बनाया गया है। यह उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। दरअसल, इन दिनों IIT इंदौर द्वारा बीटेक स्पेस टेक्नोलॉजी का आरम्भ किया है। इसी के तहत रिसर्च का कार्य किया जा रहा है जिसमें अब डॉ के सिवान का अनुभव भी काम आने वाला है।

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डॉ के सिवान स्पेस एवं एयरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बहुत अधिक अनुभवी है। उनका यह अनुभव IIT के छात्र-छात्राओं को अब जल्द ही प्राप्त हो सकेगा। प्राप्त खबर के अनुसार, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के नए अध्यक्ष के सिवान का कार्यकाल 3 वर्षों का होगा। उन्हें चेयरमैन डॉ दीपक फाटक की जगह दी गई है। जल्द ही वह IIT इंदौर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के पद का कार्यभार संभाल सकते हैं। वही बात करें डॉ के सिवान के अनुभव एवं कार्य की तो उन्होंने 1982 में PSLV कार्यक्रम के साथ इसरो ज्वाइन किया था। उसके अनुभवों के कारण कई कार्यों में तेजी आई। वह डिजाइन एवं मिशन सिम्युलेशन में मास्टर है। उनकी रिसर्च सबसे विशेष होती है। 

उन्होंने स्पेस साइंस व इंजीनियरिंग में खूब रिसर्च की है। इतना ही नहीं इसी पर उन्होंने एजुकेशन भी प्राप्त किया है। डॉ के सिवान यरोस्पेस इंजीनियरिंग, अंतरिक्ष परिवहन प्रणाली इंजीनियरिंग, लॉन्च वाहन, मिशन डिजाइन, नियंत्रण, मार्गदर्शन डिजाइन, मिशन सिमुलेशन सॉफ्टवेयर डिजाइन, मिशन संश्लेषण एवं उड़ान प्रणालियों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। उनका ये अनुभव IIT इंदौर के बहुत काम आने वाला है क्योंकि IIT इंदौर भी इसी पर कार्य कर रहा है। इस कारण ये IIT के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी साबित हो सकती है।

नए ऑर्बिट में स्थापित हुआ आदित्य एल 1, पहली बार कक्षा बदलने के बाद इसरो ने दिया बड़ा अपडेट

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चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग करने के बाद भारत ने दुनियाभर में अपना लोहा मनवाया है। अब सूरज से “साक्षात्‍कार” की बारी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत का पहला सोलर मिशन आदित्‍य एल-1 लॉन्‍च हो चुका है।ये मिशन पृथ्वी से 15 लाख किमी की दूरी पर पहुंचकर सूर्य के रहस्यों से पर्दा हटाने की कोशिश करेगा. लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए आदित्य-एल1 को कई चरणों से होकर गुजरना होगा।इसी क्रम में लॉन्चिंग के एक दिन बाद आदित्य एल-1 रविवार पहली बार अपनी कक्षा बदली।आदित्य एल-1 दूसरी कक्षा में स्थापित हो गया है। 

इसरो ने जानकारी दी है कि उसके सूर्य मिशन आदित्य एल1 ने आज सफलतापूर्वक कक्षा बदल ली है। इसरो ने रविवार को ट्वीट करते हुए बताया कि आदित्य एल1 सैटेलाइट स्वस्थ है और वह अपना काम अच्छी तरह से कर रही है। इसरो ने यह भी बताया कि सैटेलाइट ने पृथ्वी का पहला चक्कर लगा लिया है, यानी अर्थ-बाउंड मैन्यूवर पूरा कर लिया है और अब वह दूसरे ऑर्बिट में पहुंच गया है। 

पृथ्वी की कक्षा में 16 दिन बिताएगा

इसरो ने रविवार को सुबह करीब 11.45 बजे पहली अर्थ बाउंड फायरिंग की जिसकी मदद से आदित्य एल1 ने कक्षा बदली। अब आदित्य एल1 पृथ्वी से 22,459 किलोमीटर दूर है और अब अगला मैनुवर पांच सितंबर 2023 को किया जाएगा। इसरो ने बताया कि आदित्य एल1 ने पावर जेनरेट करना शुरू कर दिया है। अर्थ बाउंड मैनुवर्स की मदद से यह फायरिंग की गई। जिससे आदित्य एल1 ने अपनी कक्षा बदलकर अगली कक्षा में प्रवेश किया। आदित्य एल1 पृथ्वी की कक्षा में 16 दिन बिताएगा। इस दौरान पांच बार इसकी कक्षा बदलने के लिए अर्थ बाउंड फायरिंग की जाएगी। आदित्य एल-1 16 दिनों में पांच बार पृथ्वी की कक्षा बदलेगा। इसके बाद थ्रस्टर फायर किए जाएंगे और यह एल-1 की ओर आगे बढ़ जाएगा।

 

110 दिन बाद लैग्रेंजियन पॉइंट पर पहुंचेगा आदित्य एल1

110 दिन की यात्रा के बाद आदित्य एल1 लैग्रेजियन-1 पॉइंट पर पहुंचेगा। लैग्रेंजियन-1 पॉइंट पहुंचने के बाद आदित्य एल1 में एक और मैनुवर किया जाएगा, जिसकी मदद से आदित्य एल1 को एल1 पॉइंट के हेलो ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। यही से आदित्य एल1 सूरज की स्टडी करेगा। यह लैग्रेंजियन पॉइंट सूरज की दिशा में पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर है। 

इसरो को उम्मीद है कि चंद्रयान-3 की तरह आदित्य एल 1 मिशन भी अपने मकसद में पूरी तरह कामयाब होगा। चुनौतियों के बावजूद आदित्य एल-1 मिशन में अपार संभावनाएं हैं। हालांकि आदित्य एल-1 मिशन की पूरी तरह सफलता का आकलन करने के लिए लगभग चार महीने तक इंतजार करना होगा।

उत्तराखंड के सीएम धामी ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 का लोगो और वेबसाइट को किया लॉन्च, दिसंबर में होगा आयोजन

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 का लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इंवेस्टर्स समिट राज्य के बेहतर अवसर है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है।

सीएम ने कहा कि उद्यमियों के हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। यह इंवेस्टर्स समिट पूरे राज्य और सभी विभाग के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक बड़ा अवसर है। इसका अधिकतम लाभ लेना होगा। कहा कि इसके लिए देहरादून में संवाद और 21 अगस्त को दिल्ली में इंडस्ट्री समूह के साथ बेहतर माहौल में बातचीत हुई है। उत्तराखंड में निवेश को लेकर उद्योग जगत में रुचि है। इंडस्ट्री समूह के सभी लोग ब्रांड अम्बेसडर हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश और नए इंवेस्टर्स को लेकर लोग तैयार है। उद्योग को विस्तार के लिए उद्योग समूह तैयार है। राज्य में ऐसे 15 से 20 हजार निवेश के लिए उद्योग तैयार हैं। बता दें कि धामी सरकार दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। इंवेस्टर्स समिट के लिए देहरादून से दिल्ली तक बैठकों का दौर लगातार जारी हैं।

CDS चौहान और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने किए 'बाबा' के दर्शन, बोले- 'महाकाल के भरोसे दुनिया चल रही'

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देश के CDS अनिल चौहान, RBI के गर्वनर शक्तिकांत दास, थल सेना के कमांडर आरपी कलिता, DRDO की वैज्ञानिक एवं महानिदेशक डॉ. चंद्रिका कौशिक ने परिवार के साथ उज्जैन में बाबा महाकाल का दर्शन कर आशीर्वाद लिया। वहीं कई अन्य VIP के आने की भी संभावना है। इसको लेकर उज्जैन जिला प्रशासन ने पहले से ही पुख्ता व्यवस्था कर राखी हैं। दरअसल, इंदौर में RBI की बैठक चल रही है। इसी में सम्मिलित होने प्रमुख हस्तियों का यहां जमावड़ा लग रहा है।

CDS चौहान ने परिवार के साथ मंदिर के गर्भगृह से पूजन - अभिषेक कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। वही RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी परिवार के साथ गर्भगृह से महाकाल दर्शन किए। महाकाल मंदिर समिति ने दोनों प्रमुख हस्तियों का शॉल एवं श्रीफल प्रसाद भेंट कर सम्मान किया। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महाकाल के भरोसे दुनिया चल रही है। सबका मंगल हो यही प्रार्थना की है।

वही इससे पहले भारतीय थल सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता एवं डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की महानिदेशक डॉ. चंद्रिका कौशिक महाकाल की भस्म आरती में सम्मिलित हुए। दोनों ने नंदी हॉल में बैठकर आशीर्वाद लिया। भस्म आरती समाप्त होने के पश्चात् उन्होंने चांदी द्वार से महाकाल के दर्शन किए। शनिवार को RBI के गर्वनर शक्तिकांत दास, डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान, सर्वोच्च न्यायालय के जस्टिस अरविंद कुमार के परिवार के साथ महाकाल मंदिर आने की उम्मीद है।

विधानसभा चुनाव के पहले मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों के लिए CM शिवराज ने किया बड़ा ऐलान, मानदेय में की बढ़ोतरी

 विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज निरंतर अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। वही भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में अतिथि शिक्षकों का सम्मेलन आयोजित किया गया। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज ने अतिथि अध्यापकों को बड़ी सौगात दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा- अब महीने के हिसाब से फिक्स मानदेय प्राप्त होगा। सभी अतिथि अध्यापकों को अब दोगुना मानदेय मिलेगा। अभी तक पीरियड के हिसाब से मानदेय देने की व्यवस्था है। जिसमें परिवर्तन किया जा रहा है। इसका लाभ 68 हजार अतिथि अध्यापकों को प्राप्त होगा। शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान करते हुए कहा है कि, वर्ग 3 के कर्मचारी जिन्हें 9000 मिलता था, अब उन्हें 18000 प्राप्त होगा। इसी प्रकार अतिथि शिक्षक जिन्हें 7000 प्राप्त होता है, उन्हें अब 14 हजार प्राप्त होगा। तथा जिन्हें 5000 मिलता है उन्हें अब 10 हजार रुपए का मानदेय प्राप्त होगा।

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मुख्यमंत्री शिवराज के बड़े ऐलान

– अतिथि अध्यापकों को अब महीने के हिसाब से मानदेय की व्यवस्था होगी।

– अतिथि अध्यापकों के मानदेय में वृद्धि 

– वर्ग-1 में 9 हजार की जगह अब 18 हजार प्राप्त होगा मानदेय

– वर्ग-2 में 7 हजार की जगह अब 14 हजार मानदेय

– वर्ग -3 में 5 हजार की जगह अब 10 हजार मानदेय प्राप्त होगा

– अतिथि अध्यापकों का अनुबंध पूरे एक साल का होगा।

– शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षिकों को 25 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त होगा।

– उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार अतिथि शिक्षकों को प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस मिलेंगे।

– महीने की निश्चित तारीख को मानदेय मिलने की व्यवस्था की जाएगी।

– पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी।

भारत बना हॉकी फाइव्स एशिया कप 2023 का चैंपियन, पाकिस्तान को हराकर खिताब किया अपने नाम

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शनिवार को भारतीय पुरुष एशिया कप टीम ने फाइव्स एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया। भारत को पेनाल्टी शूटआउट में 2-0 से जीत मिली।इस जीत के साथ ही भारत ने एफआईएच पुरूष हॉकी 5 विश्व कप 2024 में भी प्रवेश कर लिया।

टूर्नामेंट ओमान में खेला गया, जहां भारत ने पेनल्टी शूटआउट में पहला मैंस हॉकी S एशिया कप 2023 का खिताब जीता। भारत और पाकिस्तान के बीच पूरे मुकाबले में जबरदस्त टक्कर चली। हाफ टाइम तक पाकिस्तान की टीम 3-2 से आगे थी, मगर इसके बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और स्कोर फुल टाइम तक स्कोर 4-4 से बराबर किया।

भारत के लिए मोहम्मद राहील (19वां और 26वां ), जुगराज सिंह ( सातवां ) और मनिंदर सिंह (10वां मिनट ) ने निर्धारित समय में गोल दागे। वहीं गुरजोत सिंह और मनिंदर सिंह ने शूटआउट में गोल किए।पाकिस्तान के लिये निर्धारित समय में अब्दुल रहमान (पांचवां), कप्तान अब्दुल राणा (13वां), जिकरिया हयात (14वां ) और अरशद लियाकत (19वां ) ने गोल दागे। इससे पहले भारत ने शनिवार को ही सेमीफाइनल में मलेशिया को 10-4 से रौंदकर फाइनल में प्रवेश किया था। पाकिस्तान ने पहले सेमीफाइनल में ओमान को 7-3 से हराकर फाइनल में जगह बनायी थी। भारत को टूर्नामेंट के एलीट पूल चरण के मैच में पाकिस्तान से 4-5 से हार मिली थी।

वहीं फाइनल में भारत की इस जीत पर प्रधानमंत्री ने भी बधाई दी। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा गया, “हॉकी 5 एस एशिया कप में चैंपियन!!” आगे लिखा गया, “पुरुष हॉकी टीम को शानदार जीत पर बधाई। यह हमारे खिलाड़ियों के अटूट समर्पण का प्रमाण है और इस जीत के साथ, हमने अगले साल ओमान में हॉकी 5 वर्ल्ड कप में अपनी पोज़ीशन सिक्योर कर ली है। हमारे खिलाड़ियों का धैर्य और दृढ़ संकल्प हमारे देश को प्रेरित करता है।

दूसरी तरफ जीत के बाद हॉकी इंडिया ने बीसीसीआई को टैग करते हुए एक ट्वीट किया और कहा कि हमने खिताब जीत लिया है और अब हम बस आपके एशिया कप जीतकर जश्न में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं।

दिल्ली की केजरीवाल सरकार की बंपर कमाई, पिछले साल बेचीं 61 करोड़ से अधिक बोतलें

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दिल्ली सरकार की नई शराब नीति ने पिछले साल खूब राजनीतिक बवाल मचाया।इसके बाद पुरानी पॉलिसी पर ही सरकार लौट गई और अब इसने दिल्ली सरकार की जबरदस्त कमाई कराई है।नई आबकारी नीति का विवादों में आने के बाद केजरीवाल सरकार ने 1 सितंबर, 2022 से लागू अपनी उत्पाद शुल्क नीति वापस ले ली थी।मौजूदा आबकारी नीति के तहत 2022-23 के दौरान दिल्ली में 61 करोड़ से ज्यादा शराब की बोतलें बेचकर सरकार ने 7 हजार 285 करोड़ रुपये कमाए हैं। ये कमाई 2021-22 की तुलना में 1797.57 करोड़ रुपये ज्यादा है।

दिल्ली आबकारी विभाक के अधिकारियों ने कहा है कि केजरीवाल सरकार ने अपनी मौजूदा आबकारी नीति के तहत पिछले साल 61 करोड़ से अधिक शराब की बोतलें बेचकर 7,285 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। उत्पाद शुल्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि 1 सितंबर, 2022 से 31 अगस्त, 2023 तक कुल उत्पाद शुल्क राजस्व संग्रह 7,285.15 करोड़ रुपये था, जिसमें मूल्य वर्धित कर (वैट) के रूप में एकत्र किए गए 2,013.44 करोड़ रुपये शामिल थे।

2021-22 का रिवेन्यू 5,487.58 करोड़ रुपये

जबकि इससे पहले जब नई शराब नीति अमल में थी, तब 2021-22 सरकार का रिवेन्यू 5,487.58 करोड़ रुपये था। नई पॉलिसी में सरकार ने शराब की रिटेल बिक्री के लिए प्राइवेट पार्टीज को लाइसेंस देना शुरू किया था। हालांकि बाद में दिल्ली के उप-राज्यपाल वी. के. सक्सेना की सिफारिश पर सीबीआई ने अनियमिता की जांच की। इस मामले में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी भी हुई।

600 शराब की दुकानें

शराब की नई नीति 17 नवंबर, 2021 को लागू की गई और अगस्त 2022 में समाप्त हो गई।इसके कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद पिछले साल दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति को वापस ले लिया था।नई आबकारी नीति पर बवाल के बाद जब दिल्ली सरकार ने पुरानी नीति को फिर से लागू किया. तब शराब की दुकानें और ठेके चलाने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की 4 पीएसयू को दी गई. अब दिल्ली में दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्क्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, दिल्ली कंज्यूमर को-ऑपरेटिव होलसेल स्टोरी और दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड शहर में 600 शराब की दुकानें चलाती हैं।

बारिश में धुला भारत-पाकिस्तान मैच, अब सुपर-4 में महामुकाबले की आस, जानें कैसे पहुंचेगी टीम इंडिया?

#indiaequationforsuper4qualificationafterindiavspaktie

भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को खेला गया मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। भारी बारिश ने पूरे मुकाबले का एक्साइटमेंट खत्म कर दिया। जिसके कारण भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप में पाकिस्तान से खेलते देखने की चाह लेकर स्टेडियम पहुंचे और टीवी के सामने बैठे फैंस को काफी निराशा हुई। वैसे इस मुकाबले के बारिश से धुल जाने के बाद भी दोनों टीमों के बीच 2 मैच की संभावना है। पहला मैच को अगले हफ्ते ही देखने को मिल सकता है।

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मैच रद्द होने के साथ ही भारत और पाकिस्तान को 1-1 अंक मिले। जिससे पाकिस्तान के 3 अंक हो गए हैं और वह सुपर 4 में पहुंच गई है। वहीं, अब भारत को सुपर 4 में पहुंचने के लिए हर हाल में नेपाल के खिलाफ मैच जीतना होगा।

भारत के लिए अब क्या हैं समीकरण

• नेपाल के खिलाफ भारत का मैच करो या मरो वाला हो गया है। नेपाल से जीतने पर टीम सुपर-4 में जाएगी। अगर हार जाती है तो नेपाल अगले दौर में पहुंच जाएगा।

• अगर नेपाल के खिलाफ भी मैच बारिश के कारण रद्द होता है तो भारत को एक अंक मिल जाएंगे और इससे उसके अंकों की कुल संख्या दो हो जाएगी। टीम इंडिया ऐसे में अगले राउंड में पहुंच जाएगी।

• नेपाल को अगले राउंड में पहुंचने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। उसे चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा। अगर मैच रद्द भी होता है तो उसे एक अंक ही मिलेंगे और वह दो मैच में कुल एक अंक के साथ बाहर हो जाएगा।

इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप के अहम मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवर में 266 रन पर आउट हो गई। पाकिस्तान के लिए तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने सबसे ज्यादा चार, जबकि हारिस रऊफ और नसीम शाह ने तीन-तीन विकेट लिये। भारत के लिए हार्दिक पंड्या ने 87 और ईशान किशन ने 82 रन बनाये। वहीं, दूसरी पारी में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी।

*बारिश में धुला भारत-पाकिस्तान मैच, अब सुपर-4 में महामुकाबले की आस, जानें कैसे पहुंचेगी टीम इंडिया?*

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भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को खेला गया मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। भारी बारिश ने पूरे मुकाबले का एक्साइटमेंट खत्म कर दिया। जिसके कारण भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप में पाकिस्तान से खेलते देखने की चाह लेकर स्टेडियम पहुंचे और टीवी के सामने बैठे फैंस को काफी निराशा हुई। वैसे इस मुकाबले के बारिश से धुल जाने के बाद भी दोनों टीमों के बीच 2 मैच की संभावना है। पहला मैच को अगले हफ्ते ही देखने को मिल सकता है।

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मैच रद्द होने के साथ ही भारत और पाकिस्तान को 1-1 अंक मिले। जिससे पाकिस्तान के 3 अंक हो गए हैं और वह सुपर 4 में पहुंच गई है। वहीं, अब भारत को सुपर 4 में पहुंचने के लिए हर हाल में नेपाल के खिलाफ मैच जीतना होगा।

भारत के लिए अब क्या हैं समीकरण

• नेपाल के खिलाफ भारत का मैच करो या मरो वाला हो गया है। नेपाल से जीतने पर टीम सुपर-4 में जाएगी। अगर हार जाती है तो नेपाल अगले दौर में पहुंच जाएगा।

• अगर नेपाल के खिलाफ भी मैच बारिश के कारण रद्द होता है तो भारत को एक अंक मिल जाएंगे और इससे उसके अंकों की कुल संख्या दो हो जाएगी। टीम इंडिया ऐसे में अगले राउंड में पहुंच जाएगी।

• नेपाल को अगले राउंड में पहुंचने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। उसे चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा। अगर मैच रद्द भी होता है तो उसे एक अंक ही मिलेंगे और वह दो मैच में कुल एक अंक के साथ बाहर हो जाएगा।

इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप के अहम मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवर में 266 रन पर आउट हो गई। पाकिस्तान के लिए तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने सबसे ज्यादा चार, जबकि हारिस रऊफ और नसीम शाह ने तीन-तीन विकेट लिये। भारत के लिए हार्दिक पंड्या ने 87 और ईशान किशन ने 82 रन बनाये। वहीं, दूसरी पारी में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी।

*तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि के बिगड़े बोल, डेंगू-मलेरिया से की सनातन धर्म की तुलना, जाने भाजपा की प्रतिक्रिया

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तम‍िलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बड़ा व‍िवाद‍ित बयान द‍िया है। उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को कहा कि सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है। इसलिए इसका न केवल विरोध किया जाना चाहिए बल्कि इसे पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए।उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं समेत कई लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं।

सनातनम का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना पहला काम-उदयन‍िध‍ि

बता दें कि तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन ने शनिवार (2 अगस्त) को चेन्नई में एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसका नाम रखा गया था- सनातनम (सनातन धर्म) उन्मूलन सम्मेलन। इस सम्मेलन को उदयनिधि स्टालिन ने भी संबोधित किया था।समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, उदयनिधि ने कहा, "सनातन धर्म को खत्म करने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में मुझे बोलने का मौका देने के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं। मैं सम्मेलन को 'सनातन धर्म का विरोध' करने के बजाय 'सनातन धर्म का उन्मूलन' कहने के लिए आयोजकों को बधाई देता हूं।"उन्होंने आगे कहा, "कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातनम भी ऐसा ही है। सनातनम का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।"

सनातन समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ- उदयन‍िध‍ि

उदयन‍िध‍ि ने कहा क‍ि सनातन धर्म को खत्म करना और उसका विरोध न करना हमारा पहला काम होना चाहिए। सनातन क्या है? सनातन नाम संस्कृत से आया है। सनातन समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है। सनातन का अर्थ 'स्थायित्व' के अलावा और कुछ नहीं है। इसे बदला नहीं जा सकता। कोई सवाल नहीं कर सकता। यही सनातन का अर्थ है।उदयन‍िध‍ि स्‍टाल‍िन ने कहा क‍ि केंद्र की बीजेपी सरकार शुरू से ही एक देश, एक धर्म और एक भाषा पर जोर देती रही है और डीएमके इसका विरोध करती रहेगी।

बीजेपी ने लगाया नरसंहार के लिए उकसाने का आरोप

उदयनिधि के बयान पर विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री सनातन धर्म को मानने वालों के नरसंहार की अपील कर रहे हैं। मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है। उनका मानना है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल विरोध किया जाना चाहिए। संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं।" उन्होंने आगे लिखा, "डीएमके विपक्षी गुट (इंडिया) का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की पुरानी सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी?"

स्टालिन परिवार पर निशाना

तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने स्टालिन परिवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गोपालपुरम परिवार का एकमात्र संकल्प राज्य सकल घरेलू उत्पाद से अधिक संपत्ति जमा करना है। उन्होंने आगे कहा कि उदयनिधि और उनके पिता के विचार ईसाई मिशनरियों से प्रभावित हैं। इन मिशनरियों का काम अपनी दुर्भावनापूर्ण विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए इन जैसे मूर्खों को विकसित करना हैं। अन्नामलाई ने कहा कि तमिलनाडु अध्यात्म की भूमि है। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छा काम जो आप कर सकते हैं। वह है इस तरह के कार्यक्रम में माइक पर अपनी निराशा व्यक्त करना। 

उदयनिधि बयान पर कायम

वहीं, तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने शब्दों पर कायम हैं और सनातन पर अपनी टिप्पणी से राजनीतिक विवाद पैदा होने के बाद किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। भाजपा नेता अमित मालवीय को जवाब देते हुए उदयनिधि ने कहा कि उन्होंने कभी भी सनातन धर्म के अनुयायियों के नरसंहार’ का आवाह्न नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह अपने शब्दों पर कायम हैं और उन्होंने जोर देकर कहा कि वह हाशिये पर पड़े समुदायों की ओर से बोल रहे हैं, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं।