जब उड़ती फ्लाइट में AIIMS के डॉक्टरों ने की 2 वर्षीय बच्ची की हार्ट सर्जरी, मरते-मरते बची मासूम, पढ़िए, पूरी खबर

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हाल ही में बेंगलुरु से दिल्ली जा रही एक फ्लाइट में चिकित्सकों ने ऐसा चमत्कार कर दिया जिससे एक बच्ची की जान बच गई। दरअसल, रविवार की शाम को बेंगलुरु से दिल्ली आ रही विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट यूके 814 में दिल्ली एम्स हॉस्पिटल के भी 5 चिकित्सक यात्रा कर रहे थे। इसी के चलते फ्लाइट में एक 2 वर्षीय बच्ची की तबियत अचानक बहुत बिगड़ गई। फ्लाइट क्रू ने इमरजेंसी कॉल का ऐलान किया एवं बच्ची की खराब तबियत के बारे में अन्य यात्रियों को खबर दी।

वही बच्ची की तबियत खराब होने की खबर सुनकर एम्स के ये पांचों चिकित्सक तुरंत आगे आ गए तथा बच्ची के पास पहुंचे। बच्ची पहले से ही सियानोटिक बीमारी से पीड़ित थी जिस कारण फ्लाइट में उसकी तबियत बिगड़ गई। इस के चलते बच्ची का पल्स गिरने लगा तथा हाथ-पैर भी ठंडे पड़ने लगे। फ्लाइट में उपस्थित चिकित्सकों ने उसकी हालत देखकर उसे तुरंत CPR देना शुरू किया तथा सीमित संसाधनों में बच्ची का उपचार करने लगे। इसी के चलते चिकित्सकों को पता चला कि बच्ची को कार्डिएक अरेस्ट हुआ है जिसके पश्चात् 45 मिनट तक सभी डॉक्टर बच्ची का उपचार करते रहे तथा हार्ट सर्जरी कर बच्ची की जान बचा ली। 

बच्ची की हालत को देखते हुए इसके पश्चात् फ्लाइट को नागपुर में लैंड कराया गया जहां से उसे चाइल्ड स्पशेलिस्ट चिकित्सकों के हाथों में सौंप दिया गया। हवाईअड्डे पर पहले से तैयार एंबुलेंस में बच्ची को हॉस्पिटल ले जाया गया जहां अब उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। एम्स के जिन पांच चिकित्सकों ने फ्लाइट में बच्ची की जान बचाई उसमें डॉक्टर नवदीप कौर (एनेस्थीसिया विभाग), डॉ. दमनदीप सिंह (कार्डियक रेडियोलॉजी), डॉ. ऋषभ जैन ( रेडियोलॉजी), डॉ. ओइशिका (एसआर ओबीजी) एवं डॉ. अविचला टैक्सक (सीनियर कार्डियक रेडियोलॉजी) सम्मिलित हैं। बता दें कि सियानोटिक बीमारी कुछ बच्चों में जन्मजात पाई जाती है। इस बीमारी में हार्ट की आर्टरीज और शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ये बीमारी अधिकतर फैमिली हिस्ट्री एवं प्रेग्नेंसी के चलते वायरल संक्रमण के कारण बच्चों को होती है। उपचार नहीं मिलने पर इसमें मरीज की मौत भी हो जाती है।

सपा नेता स्‍वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान, कहा- हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं, ये केवल एक धोखा

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रामचरितमानस को लेकर विवादों में आए समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में हैं। लगातार हिंदू धर्म पर हलवार रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित टिप्पणी की है।लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्‍होंने कहा- 'हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है। हिंदू धर्म सिर्फ धोखा है। 

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स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट किया है। चार मिनट के इस वीडियो में मौर्य हिंदू धर्म के अस्तित्‍व पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं।वीडियो ट्वीट कर स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा है कि ‘हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है।

सारी विषमता का कारण ब्राह्मणवाद

अपने वीडियो में स्वामी प्रसाद मौर्य कह रहे हैं कि ‘ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता, लेकिन क्या विडंबना है।

राष्ट्रपति पर भी विवादित बयान दिया

सपा एमएलसी ने वीडियो में कहा -द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति होने के बाद भी रोक दिया जाता है क्योंकि वो आदिवासी समाज से आती हैं। अगर आदिवासी समाज हिंदू होता तो क्या उनके साथ ऐसा बर्ताव हो सकता था। ब्राह्मणी देवता के चतुर चालाक लोग आज भी हमको आदिवासी मानते हैं। इस तरह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी हो चुका है। जिसे आप हिंदू धर्म कहकर उसके दीवाने और पागल होकर अपना सबकुछ लुटा देते हो, हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दंगा करा देते हो, खून बहा देते हो, यह तुम्हारी नदानी है।

सीएम आवास को गंगा जल से धुलवाने पर उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य यही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा- 'जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पद से हटे, तब इन्हीं सत्ता दल के लोगों ने मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोया। जब इससे मन नहीं भरा तो गंगाजल से धोया गया। क्या अगर ब्राह्मणी देवता का कोई मुख्यमंत्री होता तो किसी की हिम्मत पड़ती उसे गोमूत्र और गंगा जल से धुल देता। उसे इसलिए धुला गया क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़े समाज में पैदा हुए हैं। आदिवासी-दलित और पिछड़े यह कौन है जिसे पहले शू्द्र कहकर जानवरों से बदतर जिंदगी जीने पर मजबूर किया करते थे। सावधान रहना जिसे धर्म मानते हो वो इनका धंधा है। जो इनके लिए धंधा है वो आपके लिए धोखा है।'

चंद्रयान 3 की सफलता के बाद इस संत ने छेड़ा अलग राग, कहा- चांद को घोषित किया जाए हिंदू राष्ट्र

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भारत के चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर हाल ही में सफल लैंडिंग की है। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद देशभर में जश्न का माहौल है। देश ही नहीं पूरी दुनिया भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को उनकी मेहनत और सफलता के लिए बधाई दे रही है। इस बीच अखिल भारतीय हिंदू/संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने अजीबोगरीब मांग कर दी है। स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि चांद को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। 

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स्वामी चक्रपाणि महाराज ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा है, 'मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने चंद्रयान के लैंडिंग वाली जगह का नाम शिव शक्ति प्वाइंट कर दिया है। मैं चाहता हूं कि इससे पहले किसी और विचारधारा से लोग वहां पहुंचे, चांद को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और शिव शक्ति प्वाइंट को उसकी राजधानी बनाया जाए ताकि आतंकी विचारधारा के लोग वहां जाकर उसे गजवा-ए-हिंद न बना दें।

चक्रपाणी ने आगे कहा कि इसकी राजधानी शिव शक्ति पॉइंट ही हो, क्योंकि चांद भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान होता है। इसी तरह से हिंदू सनातनियों का चंदा मामा से पुराना संबंध है। उन्होंने कहा कि चांद का हमारे यहां शास्त्रों में अनेक प्रकार का जिक्र है। मैं चाहता हूं कि चांद की शुद्धता और पवित्रता बनी रहे। इसलिए प्रस्ताव लाकर चांद को हिंदू सनातन राष्ट्र घोषित किया जाए।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में चंद्रयान-3 की लैंडिंग जिस जगह हुई, उस जगह को शिव शक्ति पॉइंट नाम दिया था। नाम रखे जाने के बाद अब अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने मांग की है कि चांद को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।

स्वर्ण पदक जीतने के बाद भी नीरज चोपड़ा के मन में है मलाल, जानें कौन सी बात खल रही है

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रविवार रात बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतकर नीरज चोपड़ा ने भारतीयों को गौरवान्वित होने का एक और मौका दिया है।नीरज चोपड़ा ने हंगरी के बूडापेस्ट में खेले जा रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो के फाइनल में 88.17 मीटर का थ्रो करके गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। नीरज चोपड़ा ने पहली बार ये खिताब अपने नाम किया है।नीरज चोपड़ा ने इस मेडल के साथ ही भारत के लिए भी पहला मेडल जीता है। आपको बता दें कि इससे पहले भारत के किसी भी एथलीट ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड नहीं जीता था।इस जीत के बाद जहां वे खुश नजर आए वहीं उन्हें एक बात का मलाल रह गया जिसका उन्होंने मैच के बाद खुलासा किया।

नीरज के मन में क्या मलाल है, स्वर्ण पदक जीतने के बाद इसका खुलासा खुद किया। उन्होंने बताया कि वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में 90 मीटर का आंकड़ा छूना चाहते थे, लेकिन चीजें वैसी नहीं हुई, जैसी उन्होंने उम्मीद की थी। बता दें कि नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और अंत तक अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए स्वर्ण पदक जीता।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संदीप मिश्रा द्वारा शेयर किए गए वीडियो में नीरज चोपड़ा कहते हैं कि सभी बोलते थे कि ये ही मेडल बचा है वो भी हो गया। हां 90 मीटर का लक्ष्य हासिल करना चाहता था और लग रहा था कि आज हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसे अगली बार कोशिश करूंगा।उन्होंने आगे फाइनल में उनके परफॉर्मेंस के बारे में कहा कि पहली थ्रो खराब होने के बाद में निराश हो गया था, हालांकि बाद में मैंने खुद पर विश्वास जताया और पूरे जोर से दूसरा थ्रो मारा जो कि 88.17 मीटर पर गया।

आपको बता दें कि इससे पहले भारत के किसी भी एथलीट ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड नहीं जीता था। भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहला गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। साल 2022 में नीरज को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस बार वह अपने मेडल के रंग को बदलने में सफल रहे। वहीं कई रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के इतिहास में दो मेडल जीतने वाले दुनिया के पहले एथलीट बन गए हैं।

नूंह में ब्रजमंडल शोभा यात्रा आज, छावनी में तब्दील इलाका, स्कूल-कॉलेज-बैंक बंद

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हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद के ऐलान के बाद आज ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकाले जाने की तैयारी है।प्रशासन की ओर यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी गई है। रविवार को सीएम खट्टर ने यात्रा की अनुमति से इंकार करते हुए कहा था कि लोग मंदिरों में जा सकते हैं। इधर प्रशासन ने सोमवार सुबह नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए 10-15 साधु संतों को जाने की अनुमति दी है। शोभा यात्रा को देखते हुए प्रशासन ने राज्य पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है। 

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शोभायात्रा की वजह से नूंह में धारा 144 लगाई गई है। इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।सुरक्षा के मद्देनजर जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। वहीं, एहतियातन जिले में इंटरनेट, स्कूल-कॉलेज और बैंक भी बंद रखने का फैसला लिया गया है। आने-जाने वालों पर पुलिस ने सख़्ती कर रखी है। किसी भी तरह के प्रदर्शन और यात्रा की अनुमति नहीं दी गयी है। पुलिस शहर में हर एक्शन पर नजर रख रही है। नूंह में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 57 स्पेशल ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। पुलिस अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं। चप्पे चप्पे पर पैरा मिलिट्री फोर्स को तैनाती की गई है। ड्रोन के जरिए पहाड़ी इलाकों और संवेदनशील इलाकों में नजर रखी जा रही है।

नूंह नलहड मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए हिंदू संगठनों के कुछ लोगों को परमिशन देने की बात समाने आई है। बताया जा रहा है कि जल अभिषेक यात्रा के दौरान केवल 30 से 40 साधु संतों को इजाजत दी जाएगी। इसके अलावा यह बात भी सामने आ रही है कि केवल एक ही ग्रुप मंदिर में प्रवेश कर जल अभिषेक करेगा। वहीं वीएचपी ने ब्रजमंडल यात्रा का शेड्यूल जारी किया है। इसके मुताबिक सुबह 11 बजे नूंह के ऐतिहासिक नलहरेश्वर महादेव मंदिर से जलाभिषेक यात्रा शुरू होगी। यहां से यात्रा फिरोजपुर झिरका पहुंचेगी। सिंगार गांव में खत्म होगी। इस दौरान 2-3 स्थानों पर जलाभिषेक का कार्यक्रम होगा।

31 जुलाई को भड़की थी हिंसा

बता दें कि 31 जुलाई को नूंह के नल्हेश्वर मंदिर के बाहर उस वक्त हालात बेहद हिंसक हो गए थेए गोरक्षक मोनू मानेसर के आह्वान पर हिंदू संगठनों की तरफ से ब्रज मंडल यात्रा निकाली जानी थी और इसका विरोध हुआ था। उस हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों और एक मौलवी समेत कुल 6 लोगों की मौत हो गई थी। हालात पर काबू पाने की कोशिश में प्रशासन की तरफ से 13 दिन तक यहां इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।

केवल मेडल ही नहीं नीरज चोपड़ा ने जीता दिल, फोटो सेशन में पाकिस्तानी एथलीट को बुलाकर साथ में दिए पोज
बुडापेस्ट में आयोजित किए गए वर्ल्ड एथेलिटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भी कड़ी टक्कर देखने को मिली।वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता तो उन्हें कड़ी टक्कर देने वाले पाकिस्तान के अरशद नदीम ने सिल्वर मेडल जीता। मैच के बाद पोडियम पर एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सभी का दिल जीत लिया। जीत के जश्न के दौरान कैमरामैन को पोज देने के दौरान नीरज चोपड़ा ने कट्टर विरोधी और अक्सर हर मंच पर दुश्मनी निभाने वाले पाकिस्तान के सिल्वर मेडलिस्ट खिलाड़ी अरशद नदीम को पोज के लिए बुलाया। दरअसल मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा और ब्रांज मेडलिस्ट चेक गणराज्य याकूब वालेश अपने-अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज के साथ फोटो क्लिक करा रहे थे। इतने में नीरज की नजर अरशद पर पड़ी और उन्होंने पाकिस्तानी एथलिट को भी फोटो खिंचाने के लिए बुला लिया। मैच की कड़वाहट को भुलाकर फोटो के लिए अरशद के लिए बुलाया। उनसे हाथ मिलाया और गले लगाया। इसके बाद पोडियम पर साथ खड़े हुए। *नीरज ने ऐसे जीता दिल* रोचक बात यह है कि नीरज चोपड़ा ने अरशद नदीम को पोज के लिए बुलाया तो वह भी दौड़ पड़े। मानों वह इस बुलावे का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान जहां नीरज के हाथ में तिरंगा था तो कंधे कंधा मिलाकर तस्वीरें खिंचवा रहे अरशद नदीम खूशी में झूम रहे थे। दरअसल, नीरज के बुलावे पर अरशद तुरंत आ गए लेकिन जल्दी जल्दी में अपने देश का ध्वज लाना भूल गए। ऐसे में नीरज ने बड़ा दिल दिखाया और अरशद को अपने पास बुलाकर पीछे से तिरंगे का सहारा दिया और भाईचारे का संदेश दिया। इन दोनों एथलिट का ये वीडियो हर तरफ वायरल हो रहा है। लोगों द्वारा इसे खूब पसंद किया जा रहा है। इस मोमेंट ने उसकी याद दिला दी जब तोक्यो ओलिंपिक में नीरज का भाला छूने की वजह से अरशद विवादों में आ गए थे। उस समय नीरज ने बड़ा दिल दिखाते हुए उनका सपोर्ट किया था और विश्व पटल पर छा गए थे। *नीरज-अरशद के बीच दिखी कांटे की टक्कर* बता दें कि चोपड़ा ने भारत के लिए ऐतिहासिक पहला गोल्ड मेडल जीता है। नीरज विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले इतिहास के पहले भारतीय हैं, जबकि अरशद इस प्रतियोगिता में कोई पदक जीतने वाले पहले पाकिस्तानी एथलीट हैं। नीरज ने 88.17 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि अरशद ज्यादा दूर नहीं थे उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.82 मीटर था। दोनों का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो भी एक-दूसरे से ज्यादा दूर नहीं था, क्योंकि दोनों ने एक बार फिर 87 मीटर का आंकड़ा पार किया। नीरज ने रात के अपने पांचवें प्रयास में 87.73 मीटर का थ्रो किया, जबकि अरशद ने अपने चौथे प्रयास में 87.15 मीटर को पार किया। ऐसे में अरशद के एक मीटर से भी कम की दूरी से जीत गए।

बुडापेस्ट में आयोजित किए गए वर्ल्ड एथेलिटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भी कड़ी टक्कर देखने को मिली।वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज च

नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पाकिस्तान को हराकर जीता गोल्ड

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ओलिंपिक में 120 साल में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी इतिहास रच दिया है। नीरज ने बुडापेस्ट में हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन थ्रो का गोल्ड जीत लिया है।नीरज ने एथलेटिक्स में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता है।रविवार रात 24 वर्षीय चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर लिया। पिछले साल उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय

नीरज चोपड़ा ने दूसरे राउंड में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया।नीरज को शुरू से ही इस खिताब का दावेदार माना जा रहा था लेकिन उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। नीरज फाइनल मुकाबले के पहले प्रयास में असफल रहे। वे फाउल हो गए। दो दूसरे राउंड में 88.17 मीटर पर थ्रो किया और ग्रुप में सबसे ऊपर आ गए। इसी के साथ वे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता तो उन्हें कड़ी टक्कर देने वाले पाकिस्तान के अरशद नदीम ने सिल्वर मेडल जीता। नीरज फाइनल में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ टॉप पर तो नदीम 87.82 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

जीत के बाद नीरज ने क्या कहा

इस ऐतिहासिक जीत के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा, मैं सभी भारतीयों का इतनी देरी तक जाग कर मेरा मुक़ाबला देखने के लिए शुक्रिया करता हूँ। ये मेडल पूरे भारत के लिए है। मैं ओलंपिक चैंपियन बना, अब मैं वर्ल्ड चैंपियन हूँ। जो बताया है कि हम (भारतीय) कुछ भी कर सकते हैं। आप भी इसी तरह अलग-अलग क्षेत्रों में मेहनत करना जारी रखो। 

पीएम मोदी ने दी बधाई

नीरज की ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रतिभाशाली नीरज चोपड़ा ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाया है। उनका समर्पण, सटीकता और जुनून उन्हें न सिर्फ एथलेटिक्स में चैंपियन बनाता है बल्कि पूरे खेल जगत में उन्हें उत्कृष्टता का प्रतीक बनाता है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने पर आपको बधाई।'

पीएम नरेंद्र मोदी के सामने ग्रीक परिवार ने गाया मोहम्मद रफी का गाना, मंत्रमुग्ध हुए प्रधानमंत्री

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डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक ग्रीक परिवार द्वारा भारतीय गायक मोहम्मद रफी का गाना गाया जा रहा है। यह वीडियो दिल को छू लेने वाला है। इस गाने को सुनने के बाद तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाबाशी भी देते हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा- कॉन्स्टेंटिनों कलाइत्जिस भारत से प्यार करते हैं। खासकर भारतीय संगीत और संस्कृति से। यह जुनून उनके परिवार में भी है। यह छोटा सा वीडियो इसकी एक झलक देता है।

ग्रीक परिवार ने पीएम मोदी के सामने गाया गाना

बता दें कि इस वीडियो में कलाइत्जिस और उनका परिवार भारतीय गायक मोहम्मद रफी का गाना 'मधुबन में राधिका नाचे रे' गाते दिख रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहीं खड़े दिख रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री के हाथ में एक गुलाब का फूल है और वे भी इस गाने का आनंद लेते दिख रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो को शेयर करने के बाद यह वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को प्रधानमंत्री ने 25 अगस्त को शेयर किया था।

वायरल हो गया वीडियो

वीडियो शेयर किए जाने के बाद से ही यह वायरल हो रहा है। इस वीडियो को अबतक 2.1 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इस वीडियो पर लोग भारी संख्या में कमेंट कर रहे हैं। इस वीडियो को हजारों लाइक्स मिल चुके हैं। कई लोगों ने इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि यह गाना बहुत सुंदर है। यही भारत की संस्कृति का परिचय है। बता दें कि इस वीडियो में ग्रीक परिवार के साथ एक छोटी बच्ची भी शामिल थी।

चांद के साउथ पोल की जमीन के तापमान को लेकर चंद्रयान-3 की पहली खोज आई सामने, इसरो ने किया शेयर

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डेस्क: भारत के चंद्रयान- 3 मिशन के जरिए चांद के साउथ पोल पर भेजे गए विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह को लेकर जानकारी शेयर की है। चंद्रयान-3 मिशन के जरिए एक रोवर भी भेजा गया है, जिसका नाम प्रज्ञान रोवर दिया गया है, जो चांद की सतह से सैंपल्स इकट्ठा करने में जुटा है। 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के चार दिन बाद इसरो ने रविवार को चंद्रयान-3 की ओर से भेजी गई पहली जानकारी शेयर की। यह इतिहास में पहली बार है जब चंद्रमा के साउथ पोल के आस-पास की मिट्टी की जांच की जा रही है।

तापमान में भिन्नता पर ग्राफ

इसरो ने विभिन्न गहराईयों पर चंद्रमा की मिट्टी के तापमान में भिन्नता पर एक ग्राफ शेयर किया है। इसमें बताया है कि चंद्रमा की सतह पर तापमान किस प्रकार बदलता है। दरअसल, विक्रम लैंडर में लगे चंद्र सर्फेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट (ChaSTE) के जरिए किए गए पहले ऑब्जर्वेशन को जारी किया गया है। ChaSTE ने चंद्रमा के साउथ पोल की ऊपरी सतह के तापमान की प्रोफाइल तैयारी की है।

तापमान की जांच करने वाले लगे हैं उपकरण

ChaSTE के जरिए जिन साइंटिफिक जानकारियों को जुटाया गया है उससे वैज्ञानिकों को चांद की सतह के बदलते व्यवहार के बारे में ज्यादा बेहतर तरीके से जानकारी मिल जाएगी। चंद्रयान- 3 के तहत चांद पर भेजे गए ChaSTE में तापमान की जांच करने वाले उपकरण लगे हुए हैं। इनके जरिए चांद की जमीन को 10 सेंटीमीटर तक खोदा जा सकता है। ChaSTE में न सिर्फ जमीन में गड्ढा करने वाले मैकेनिज्म लगे हुए हैं, बल्कि इसमें 10 तापमान सेंसर भी लगे हुए हैं।

तापमान में होने वाले बदलाव रिकॉर्ड 

इसरो की ओर से जारी ग्राफ में बताया गया है कि किस तरह गहराई में तापमान बदलता जा रहा है। चांद की सतह के सबसे ज्यादा गहरे प्वॉइंट पर तापमान 10 डिग्री तक है। ChaSTE से माध्यम चांद के साउथ पोल पर ऊपरी सतह से लेकर निचली सतह के तापमान में होने वाले बदलाव को रिकॉर्ड किया गया। इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के साउथ पोल की पहली तापमान में बदलाव की प्रोफाइल तैयार की है।

साउथ पोल पर लैंड करने वाला पहला देश

इससे पहले इसरो ने शनिवार को बताया था कि चंद्रयान-3 मिशन के तीन में से दो उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं, जबकि तीसरे उद्देश्य के तहत वैज्ञानिक प्रयोग जारी है। चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। इसके साथ भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करने वाला पहला देश बन गया। इसके अलावा भारत अमेरिका, चीन, रूस के बाद चांद पर लैंड करने वाला चौथा देश बन गया।

'450 रुपए में सिलेंडर, राखी के लिए अतिरिक्त रुपए..', मध्य प्रदेश की बहनों को सीएम शिवराज ने दी बड़ी सौगातें

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लाड़ली बहना सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की बहनों को बड़ी सौगात दी है। योजना लॉन्च होने के बाद प्रतिमाह बहनों को एक हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही थी। अभी तक बहनों को तीन किस्त दी जा चुकी है। सितंबर में चौथी किस्त जारी होगी। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह ने बड़ा ऐलान कर दिया है। सीएम शिवराज ने भोपाल में ऐलान किया है कि अक्टूबर से राज्य की बहनों को 1250 रुपए प्रति माह दिए जाएंगे। 250 रुपए बढ़ने से राज्य के सरकारी खजाने पर 400 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा।

वहीं, 1250 रुपए के ऐलान से पहले सीएम शिवराज सिंह ने राखी के लिए बहनों को 250-250 रुपए अलग से उनके खाते में डाले हैं। इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि इसके अलावा 10 सितंबर को 1000 रुपए और आएंगे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इसके बाद जैसे-जैसे पैसे की व्यवस्था होते जाएगी, इसे बढ़ाकर 1250 कर दिया जाएगा। फिर 1,500, फिर 1,750, फिर 2,000, फिर 2,250, उसके बाद 2,500 फिर 2,750और फिर 3,000 रुपए कर दिए जाएंगे। बता दें कि राज्य में 10 जून को लाडली बहना योजना की शुरुआत हुई है। इसके तहत 21 से 60 वर्ष के उम्र की पात्र बहनों को प्रति माह ने 1 हजार रुपए की मदद दी जाती है।

अभी तक राज्य की सवा करोड़ पात्र महिलाओं के खाते में 3 किस्तों में कुल 3 हजार 628 करोड़ 85 लाख से अधिक की राशि ट्रांसफर की गई है। पहली किस्त जबलपुर से 1209 करोड़, इंदौर से दूसरी किस्त में 1209 करोड़ और रीवा से तीसरी किस्त में 1209 करोड़ रुपए जारी की गई थी। 250 रुपए बढ़ने के बाद 400 करोड़ रुपए की राशि और बढ़ जाएगी। बता दें कि राखी के पहले सीएम शिवराज ने बहनों को अन्य सौगातें भी दी हैं। उन्होंने बहनों को सावन के माह में 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया है। साथ ही 250 रुपए राखी मनाने के लिए भी उनके खाते में डाले हैं। इसके साथ ही, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया है। साथ ही 100 रुपए से अधिक बिजली बिल नहीं आने का भी वादा किया है।