दिल्ली : राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे मनीष सिसोदिया, खर्चे के लिए पैसे निकालने की याचिका पर सुनवाई

नई दिल्ली: आबकारी नीति घोटाला मामले में आरोपित दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज सुनवाई के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंच गए हैं. कोर्ट में सिसोदिया की घर के खर्चे और पत्नी के इलाज के लिए अपने खाते से पैसे निकालने की अनुमति देने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई हो रही है.

 इस दौरान सिसोदिया को कोर्ट द्वारा ईडी द्वारा सीज खाते से पैसे निकालने की अनुमति मिलने की पूरी संभावना है. कोर्ट पहले भी इस तरह की अनुमति दे चुका है.साथ ही कोर्ट ईडी के केस में सिसोदिया की न्यायिक हिरासत बढ़ाने पर भी सुनवाई करेगा. 

बता दें कि इससे पहले 22 अगस्त को कोर्ट ने सिसोदिया को अपनी विधायक निधि से अपने विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज में विकास कार्य के लिए पैसे जारी करने की अनुमति दे दी थी. इस इसके साथ ही आबकारी नीति से जुड़े सीबीआई के मामले में अगली सुनवाई के लिए 20 सितंबर की तारीख तय कर दी.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सिसोदिया के वकील की ओर से 31 जुलाई को याचिका दायर कर कोर्ट से सिसोदिया को अपनी पत्नी के इलाज और अन्य घरेलू खर्चों के लिए बैंक खाते से कुछ रूपये निकालने देने की अनुमति मांगी गई थी. सिसोदिया की इस याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. 

फिर चार अगस्त को सुनवाई के दौरान सिसोदिया के वकील ने पैसे निकालने की अनुमति देने के मामले में सिसोदिया की उपस्थिति में ही 25 अगस्त को मामले की सुनवाई करने का आग्रह किया था. इस पर कोर्ट ने ईडी के केस में सुनवाई वाले दिन ही 25 अगस्त को सिसोदिया को खाते से पैसे निकालने के मामले में भी सुनवाई करने के लिए सहमति दे दी.उल्लेखनीय है कि आबकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ के दौरान सीबीआई ने 26 फरवरी को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. 

सीबीआई की रिमांड खत्म होने पर कोर्ट ने सिसोदिया को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा था. यहां से नौ मार्च को मनी लांड्रिंग के मामले में पूछताछ करने के दौरान सिसोदिया को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में की प्रेस वार्ता, अपने राजनीतिक सलाहकार के यहां ईडी छापेमारी पर उठाया सवाल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के आवास पर ईडी द्वारा छापेमारी के एक दिन बाद दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता आयोजित किया।

 उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है और उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल कर सबको प्रताड़ित कर रही है।

 उन्होंने यह भी कहा कि अब ऐसा लगता है कि केंद्रीय एजेंसी भाजपा के उम्मीदवारों की जगह चुनाव लड़ेगी।

दिल्ली विश्वविधालय में होगा 4 साल बाद चुनाव*

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दिल्ली विश्वविद्यालय में चार वर्षों बाद 'छात्र संघ के बाद होगा चुनाव'। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तिथियों की घोषणा कर दी है। 12 सितंबर नामांकन की अंतिम तिथि एवं 22 सितंबर को चुनाव की तिथि के रूप में घोषित किया गया है।

 इससे पहले विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव वर्ष 2019 में करवाए गए थे।

हेल्थ टिप्स:अगर आप मोमोज खाने के शौकीन है तो हो जाइए सावधान क्योंकि एक प्लेट मोमोज के साथ आपको मिल सकती है ये गंभीर बीमारी


दिल्ली:आज कल बच्चे हो या बड़े सभी को मोमोज बहुत पसंद हर कोई मोमोज ,फ्रेंच फ्राई, चाउमीन कई तरह के स्ट्रीट फूड खाने के शौकीन है और मोमोज तो आजकल ज्यादा ही ट्रेंड में है। गली कूचे में आपको ये मोमोज का स्टॉल दिखाई दे ही जाएगा और हर स्टॉल पर आपको भीड़ लगी दिख ही जाएगी, लेकिन क्या आपको पता है यहीं स्वादिष्ट मोमोज आपकी जान के दुश्मन हो सकते हैं. ये मोमोज कई बड़ी बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

मोमोज खाने से बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा

डायबिटीज-

डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है. इस परेशानी से कई सारे लोग आज के समय में ग्रस्त हैं. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है. दरअसल में ये मैदे से बना होता है, जिसके चलते ऐसा होता है. मोमोज को सॉफ्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थ पैंक्रियाज के लिए काफी हानिकारक होते हैं. ऐसे में पैंक्रियाज को नुकसान होने पर इंसुलिन हार्मोन का सिक्रेशन सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

ये हर किसी को पता है कि हमारे शरीर के लिए मैदा अच्छा नहीं होता है. इसे रिफाइंड आटा भी कहते हैं, इसे बनाने के लिए गेहूं से प्रोटीन और फाइबर को अलग कर दिया जाता है, जिसके चलते जब आप मोमोज के रूप में इसे खाते हैं तो ये मैदा शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शिम को सोखने लगता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.

कैंसर –

कई लोग मोमोज को बनाने में मोनोसोडियम ग्लूटामाइन (MSG) का प्रयोग करते हैं. इससे मोमोज और टेस्टी हो जाते हैं, लेकिन ये हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है. इसे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.

दिल से जुड़ी परेशानियां-

मोमोज के साथ मिलने वाली तीखी चटनी में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है. ऐसे में बीपी के बढ़ने पर दिल से जुड़ी परेशानियां जन्म ले सकती हैं. इनमें हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक का खतरा शामिल है.

मोटापे की समस्या-

मोमोज को बनाने के लिए मैदे का यूज किया जाता है. मैदे में स्टार्च होता है जो मोटापे के बढ़ने का कारण बनता है. साथ ही मैदा कोलेस्‍ट्रॉल और ब्‍लड में ट्राइग्‍लीसराइड बढ़ाने का भी काम करता है।

हेल्थ टिप्स:अगर आप मोमोज खाने के शौकीन है तो हो जाइए सावधान क्योंकि एक प्लेट मोमोज के साथ आपको मिल सकती है ये गंभीर बीमारी

दिल्ली:आज कल बच्चे हो या बड़े सभी को मोमोज बहुत पसंद हर कोई मोमोज ,फ्रेंच फ्राई, चाउमीन कई तरह के स्ट्रीट फूड खाने के शौकीन है और मोमोज तो आजकल ज्यादा ही ट्रेंड में है। गली कूचे में आपको ये मोमोज का स्टॉल दिखाई दे ही जाएगा और हर स्टॉल पर आपको भीड़ लगी दिख ही जाएगी, लेकिन क्या आपको पता है यहीं स्वादिष्ट मोमोज आपकी जान के दुश्मन हो सकते हैं. ये मोमोज कई बड़ी बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

मोमोज खाने से बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा

डायबिटीज-

डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है. इस परेशानी से कई सारे लोग आज के समय में ग्रस्त हैं. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है. दरअसल में ये मैदे से बना होता है, जिसके चलते ऐसा होता है. मोमोज को सॉफ्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थ पैंक्रियाज के लिए काफी हानिकारक होते हैं. ऐसे में पैंक्रियाज को नुकसान होने पर इंसुलिन हार्मोन का सिक्रेशन सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

ये हर किसी को पता है कि हमारे शरीर के लिए मैदा अच्छा नहीं होता है. इसे रिफाइंड आटा भी कहते हैं, इसे बनाने के लिए गेहूं से प्रोटीन और फाइबर को अलग कर दिया जाता है, जिसके चलते जब आप मोमोज के रूप में इसे खाते हैं तो ये मैदा शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शिम को सोखने लगता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.

कैंसर –

कई लोग मोमोज को बनाने में मोनोसोडियम ग्लूटामाइन (MSG) का प्रयोग करते हैं. इससे मोमोज और टेस्टी हो जाते हैं, लेकिन ये हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है. इसे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.

दिल से जुड़ी परेशानियां-

मोमोज के साथ मिलने वाली तीखी चटनी में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है. ऐसे में बीपी के बढ़ने पर दिल से जुड़ी परेशानियां जन्म ले सकती हैं. इनमें हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक का खतरा शामिल है.

मोटापे की समस्या-

मोमोज को बनाने के लिए मैदे का यूज किया जाता है. मैदे में स्टार्च होता है जो मोटापे के बढ़ने का कारण बनता है. साथ ही मैदा कोलेस्‍ट्रॉल और ब्‍लड में ट्राइग्‍लीसराइड बढ़ाने का भी काम करता है।

रस्म : तमिलनाडु के पंडित आदि अमावस्या के दिन 108 किलो मिर्ची से करते है स्नान, पानी में मिलाई जाती है मिर्ची

तमिलनाडु के एक आदमी ने श्रद्धालुओं को बुरी किस्मत से बचाने के लिए एक खास आयोजन किया। पंडित ने 108 किलो मिर्ची पाउडर से स्नान किया। आदी अमावसी त्योहार के खास समय पर धरमपुरी जिले के रामेश्वर मंदिर में ये खास रस्म निभाई गई।

ये त्योहार आदी महीने में नए चांद की उपस्थिति में मनाया जाता है। इस दिन लोग पानी में डुबकी लगाते हैं। वहीं नादापनाहल्ली गांव के पंडित को मिर्ची वाले पानी में नहाना होता है।

रस्म का वीडियो हो रहा वायरल

इस खास रस्म की वीडियो सोशल पर अब तेजी से वायरल हो रही है। ये घटना उदरायन के पवित्र चरण तो दर्शाती है। थाई और मासी के अलावा दकसनायना आदी और पुरातासी पवित्र महीनों में इस त्योहार को मनाया जाता है। 

श्रद्धालु थाई और आदी महीने में अपने माता-पिता के लिए पूजा करते हैं। मासी के महीने में रिश्तेदारों के लिए पूजा की जाती है। वहीं महालया पुरातासी महीने में की गई पूजा जीवन में खुशी

देवता की पूजा के बाद किया जाता है स्नान

वीडियो में देखा जा सकता है कि देवता को पैसों का आवरण पहनाया गया है। सभी श्रद्धालु पूजा करते हैं। इसके बाद फल-फूल अर्पित कर ज्योति जलाते हैं। इसके बाद बड़े-बड़े बर्तनों में मिर्ची का घोल तैयार किया जाता है। 

पंडित थोड़ी देर तक हाथ में तलवार लिए नृत्य करता है इसके बाद सारा मिर्ची वाला पानी पंडित के ऊपर उड़ेल दिया जाता है। श्रद्धालुओं की उपस्थिति में ये पूरी रस्म निभाई जाती है। देखने में ये जितना आसान लग रहा है यकीन मानिए कि उससे भी कई गुना ज्यादा ये मुश्किल होगा।

हादसा:मिजोरम के सैरांग में निर्माणाधीन रेलवे पुल गिरने से 17 मजदूरों की मौत पीएम ने जताया दुख


दिल्ली:- मिजोरम के सैरांग में एक निर्माणाधीन रेलवे पुल गिरने से कम से कम 17 श्रमिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

यह घटना आइजोल से लगभग 21 किलोमीटर दूर सुबह 10 बजे के आसपास हुई, जब साइट पर निर्माण कार्य चल रहा था।

अभी कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है, क्योंकि घटना के समय कथित तौर पर 35-40 से अधिक लोग साइट पर मौजूद थे. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, मलबे से अब तक 17 शव बरामद किए जा चुके हैं.

कई अन्य अभी भी लापता हैं.पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जाहिर करते हुए हर मृतक के परिजन को पीएमएमआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

दिल्ली:जी-20 सम्मलेन के दौरान अगले माह तीन दिन बंद रहेगी राजधानी, बाजार व व्यवसायिक गतिविधियों पर रहेगी रोक


दिल्ली:-अगले महीने दिल्ली में जी-20 समिट होनी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनिया के दिग्गज नेता दिल्ली में जुटेंगे।

जी-20 सम्मलेन के दौरान आठ से 10 सितंबर तक दिल्ली में छुट्टी होना तय है। तीन दिन की छुट्टी का नोटिफिकेशन तैयार हो गया है।

एक-दो दिन में नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। तीन दिन की छुट्टी पूरी दिल्ली में घोषित की जाएगी। दिल्ली पुलिस ने शिखर सम्मेलन के दौरान तीन दिल्ली की छुट्टी करने के लिए पिछले सप्ताह दिल्ली सरकार को पत्र लिखा था।

जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है। ये विदेशी मेहमान दिल्ली के विभिन्न होटल में ठहरेंगे। यहां से ये प्रगति मैदान जाएंगे। विदेशी मेहमानों के काफिले को सुरक्षित व बिना किसी जाम व अन्य रूकावट के प्रगति मैदान पहुंचाना बड़ी चुनौती रहेगी। 

अभी एक रूट लगने से ही बड़े पैमाने पर जाम लग जाता है। ऐसे में दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) मधुप तिवारी ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और सम्मेलन के दौरान दिल्ली में आठ से 10 सितंबर तक तीन दिन की छुट्टी करने की बात कही है।

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार सम्मेलन के दौरान तीन दिन की छुट्टी होना तय हो गया है। छुट्टी पूरी दिल्ली में घोषित की जाएगी। नई दिल्ली के सभी बाजार व व्यवसायिक गतिविधियां बंद रहेंगी। 

दिल्ली में बाकी जगह बाजार खुले रहेंगे। वरिष्ठ पुलिस सूत्रों का कहना है कि एकाद दिन में तीन दिन की छुट्टी का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।

हिंदी साहित्य के महान संत, कवि और साहित्यकार गोस्वामी तुलसीदास की 526 वीं जयंती मनाई पर विशेष

नयी दिल्ली : रामचरितमानस के रचयिता महान कवि तुलसीदास जी की जयंती इस बार 23 अगस्त 2023 को 526वीं जयंती मनाई जा रही है.

तुलसीदास जी को हिंदी साहित्य का महान संत, कवि और साहित्यकार माना जाता है।

इन्होंने हिंदू महाकाव्य महाभारत, हनुमान चालीसा और कई हिंदू धर्म ग्रथों की रचना की.तुलसीदास के जीवन से जुड़ी 21 महत्वपूर्ण और रहस्यमय बातें, जिसे जान हैरान रह जाएंगे आप। तुलसीदास के जीवन से जुड़ी 21 महत्वपूर्ण और रहस्यमय बातें, जिसे आपको जानना बहुत जरूरी है। 

तुलसीदास महाकाव्य रामचरितमानस, हनुमान चालीसा समेत कई हिंदू धर्मग्रंथों के रचयिता होने के साथ रामजी के भक्त हैं. हर साल सावन शुक्ल पक्ष की सप्तमी को तुलसीदास जयंती मनाई जाती है। 

तुलसीदास को हिंदी साहित्य का महान संत, कवि और साहित्यकार माना जाता है. इन्होंने हिंदू महाकाव्य महाभारत, हनुमान चालीसा और कई हिंदू धर्म ग्रथों की रचना की।

आइये जानते हैं तुलसीदास जी के जीवन से जुड़ी 21 महत्वपूर्ण और रोचक बातें.

तुलसीदास 16वीं सदी के महान संत और कवियों में एक माने जाते हैं.

तुलसीदास ने महाकाव्य श्रीरामचरितमानस, कवितावली, जानकीमंगल, विनयपत्रिका, गीतावली, हनुमान चालीसा, बरवै रामायण की रचना की.

गोस्वामी तुलसीदास का जन्म उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में हुआ था.

कहा जाता है कि, जन्म लेते ही तुलसीदास जी के मुख से 'राम' शब्द निकला था. इसलिए उनका नाम रामबोला रखा गया.

हिंदू कैलेंडर विक्रम संवत के अनुसार, तुलसीदास का जन्म संवत 1589 में हुआ था. ईस्वी के अनुसार, तुलसीदास का जन्म 1532 और मृत्यु 1632 बताई जाती है.

भविष्य पुराण में तुलसीदास के पिता का नाम श्रीधर बताया गया है और तुलसीदास की माता का नाम हुलसी था.

तुलसीदास का जन्म मूल नक्षत्र में हुआ था और जन्म के बाद उनकी माता की भी मृत्यु हो गई थी.

माता की मृत्यु के कारण लोग उन्हें मनहूस समझने लगे और पिता ने भी इन्हें छोड़ दिया.

इसके बाद एक गरीब महिला तुलसीदास को दूसरे गांव ले गई और इनका लालन-पालन किया. कुछ समय बाद उस महिला की भी मृत्यु हो गई.

कम उम्र में ही तुलसीदास ने अकेले रहना सीख लिया और भिक्षा मांगकर जीवन बिताने लगे.

कहा जाता है कि, एक बार तुलसीदास जब भूख से व्याकुल थे तब मां पार्वती भेष बदलकर उनके घर आई और उन्हें चावल खिलाकर पुत्र के समान पालन पोषण किया.

तुलसीदास पर मां पार्वती और शिवजी की कृपा रही और इस कारण उनका जीवन आगे चला.

पालक के रूप में तुलसीदास को गुरु नरहरिदास मिले, जिन्होंने उनका पालन-पोषण किया और शिक्षा-दीक्षा देकर विद्वान बनाया.

तुलसीदास जब 29 वर्ष के हुए तो इनका विवाह ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी, गुरुवार, संवत् 1583 को रत्नावली नाम की कन्या के साथ हुआ. पत्नी से प्रेम करने के कारण धीरे-धीरे तुलसीदास की राम भक्ति छूटने लगी.एनएफ। 

एक बार जब तुलसीदास की पत्नी पीहर गई हुई थी तो, उन्हें पत्नी की बहुत याद सताने लगी. पत्नी का वियोग तुलसीदास से असहनीय होने लगा और उससे मिलने के लिए वे बारिश-तूफान में ही ससुराल पहुंच गए.

पत्नी को तुलसीदास का इस तरह से आना अच्छा नहीं लगा और वो बोली- ‘लाज ना आई आपको दौरे आएहु नाथ, अस्थि चर्म मय देह यह, ता सों ऐसी प्रीति ता। नेकु जो होती राम से, तो काहे भव-भीत बीता।।’

पत्नी के बात का अर्थ था- मेरे इस हाड-मांस के शरीर के प्रति जितनी आपकी आसक्ति है. अगर उसकी आधी भी प्रभु राम के लिए होती तो आपका जीवन संवर जाता.

पत्नी की यह बात सुनकर तुलसीदास को दुख हुआ. लेकिन इसके बाद उनका जीवन बदल गया और वो रामभक्त बन गए. इसके बाद तुलसीदास ने अपना संपूर्ण जीवन राम की भक्ति में समर्पित कर दिया.

तुलसीदास कई स्थानों में भ्रमण करने लगे और लोगों को भगवान राम की महिमा के बारे में बताने लगे.

हनुमाजी की कृपा से तुलसीदास को चित्रकूट घाट पर प्रभु श्रीराम के भी दर्शन हुए.

तुलसीदास ने कई ग्रंथ और कृतियों की रचना की, जिसमें महकाव्य श्रीरामचरितमानस को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में 46वां स्थान प्राप्त है.

डिसक्लेमर : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि "न्यूज़ फास्ट" किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

5 साल पहले लापता हुई न्यूज एंकर सलमा का मिला कंकाल,उसका प्रेमी ने किया था हत्या,बरामद कंकाल के डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया


 

शिमला: कोरबा जिले से 5 साल पहले लापता हुई न्यूज एंकर सलमा सुल्ताना की हत्या का इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने उसका नरकंकाल मंगलवार शाम को बरामद किया है। पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में कोरबा-दर्री मार्ग पर जेसीबी मशीन से कराई गई घंटों की खुदाई में नरकंकाल बाहर निकाला गया। कंकाल के पास से चप्पल, बाल और पोटली भी बरामद हुई है। 

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस का कहना है कि DNA जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि लाश सलमा की है या किसी और की। 

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी मधुर साहू के 200 से ज्यादा लड़कियों से संबंध थे. आरोपी मधुर लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाता था. बताया जाता है कि एंकर सलमा सुल्ताना को भी आरोपी ने अपने प्रेमजाल में फंसाया. सलमा ने जब मधुर पर शादी का दबाव बनाया तो उससे पीछा छुड़ाने के लिए उसकी गला घोटी कर हत्या कर दी। फिर दो सहयोगियों के साथ लाश को कोहड़िया के पास सड़क किनारे दफना दिया था। इसी सड़क पर बाद में हाईवे भी बन गया। 

इस मार्ग पर भवानी मंदिर के सामने सड़क को खोदने का काम 2 टीम कर रही है। 2 दिन से यह काम चल रहा है। इस काम के लिए पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में आवेदन दिया था। कोर्ट की अनुमति के बाद खुदाई शुरू की गई। जहां आज नरकंकाल बरामद किया गया है। बता दें कि 6 दिन पहले एंकर सलमा की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके प्रेमी समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।