*त्रिलोकी का शव अंबारी चौक पर पहुँचते ही भीम आर्मी ने परिजनों संग लगाया जाम*
सिद्धेश्वर पाण्डेय
आजमगढ़ । विगत 26 जुलाई को दुबई में हुई त्रिलोकी की मौत के बाद रविवार की शाम लगभग 4 बजे शव के अंबारी चौक पर पहुँचते ही भीम आर्मी सेना के लोगों ने परिजनों एवं ग्रामीणों के साथ चौक पर जाम लगा दिया।
जाम की सूचना मिलते ही पुलिस प्रसाशन के पांव फूल गए। जाम को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल बुला ली गयी। एसीएम के समझाने के बाद लगभग एक घंटे के बाद जमा समाप्त हो गई।
फूलपुर कोतवाली के सरैया कला गांव निवासी त्रिलोकी की दुबई में मौत हो गयी थी। विगत 26 जुलाई से परिजन शव के मंगवाने के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रहे थे। रविवार की शाम लगभग 4 बजे शव के अंबारी चौक पर पहुँचते ही भीम आर्मी के लोगों ने एंबुलेंस को चौक पर रोककर परिजनों के साथ जाम लगा दिया।
त्रिलोकी की पत्नी और परिजनों की मांग है कि विदेश भेजने वाले एजेंट सलाहुद्दीन पुत्र बदरे आलम ग्राम बड़हरिया महमूदपुर थाना निजामाबाद पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाय, सीबीआई स्तरीय जांच करायी जाय ,परिवार को 60 लाख रुपये एवं भूमि का आवंटन किया जाय ,परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाय।
अंबारी चौक पर जाम लगने से शाहगंज रोड ,दीदारगंज रोड ,फूलपुर रोड ,माहुल रोड पर लम्बी वाहनों की लंबी कतारें लग गयी ।फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के सरैया कला गांव निवासी सितमली देवी पत्नी त्रिलोकी ने डीएम आजमगढ़ को शिकायती पत्र देकर दुबई के शारजा में हुई संदिग्ध मौत के बाद मृत शरीर का वापस मंगाने की गुहार लगायी है।
पीड़ित ने आरोप लगाया है कि एजेंट से उसके पति को बिजली का करेंट देकर हत्या कर दी है। विगत 26 जुलाई से पति के इंतजार में सितमली की आंखे सूख गई हैं। त्रिलोकी 46 पुत्र रामराज निवासी सरैया कला थाना फूलपुर लगभग 2 साल पहले एजेंट सलाहुद्दीन पुत्र बदरे आलम निवासी बकिया महमूदपुर थाना निजामाबाद द्वारा दुबई के शारजा भेजा गया था।
आरोप है कि जब से ले गया था तब से वेतन भी नहीं देता था। खर्च के रूप के किसी महीनें 4 हजार तो किसी महीनें 5 हजार देता रहा। वेतन मांगने पर परेशान करने के साथ ही धमकी भी देता था। विगत 24 जुलाई को भारत आने के लिए वहां से भागकर भारतीय दूतावास गए। दूतावास द्वारा सफेद पासपोर्ट दिया गया।
दूतावास के लोगों ने सलाहुद्दीन को फोन करके बताए कि तुम्हारा आदमी लोन लिया है। वह भारत जाने को तैयार है। जबकि त्रिलोकी ने कोई लोन नहीं लिया था। विगत 26 जुलाई को सलाहुद्दीन दूतावास पहुँचकर त्रिलोकी को अपने साथ ले जाकर बिजली का करेंट देकर हत्या कर दी। जिसमें एजेंट के पिता बदरे आलम भी शामिल था।
जिसका फोटोग्राफ उनके साथ काम करने वाले एक व्यक्ति द्वारा भेजकर फोन किया गया कि त्रिलोकी की मौत हो गयी है। जब इसकी जानकारी के लिए एजेंट को फोन किया गया तो उसने फोन उठाकर काट दिया। त्रिलोकी का सारा कागजात एजेंट के पास है। जिस स्थान पर उनकी हत्या हुई है गोल्ड कैंप के पीछे सैट नम्बर के पीछे शारजा एरिया सज्जा है।
त्रिलोकी की मौत के बाद पांच बेटियों पूजा 28, करिश्मा 20, करीना 18, रवीना 16, नेहा 14 के साथ ही बेटे सूरज 22 के सिर से पिता का साया उठ गया है। त्रिलोकी की पत्नी कुछ भी नहीं बोल पा रही हैं। बड़ी बेटी पूजा ने बताया कि इतना दिन बीत जाने के बाद उसके पिता का शव नहीं आया। पिता की मौत से 3 छोटी बहने जो पढ़ाई कर रही थीं उनका एडमिशन भी नहीं हो सका है। भाई सूरज का हाथ टूट गया है। आज तक कोई अधिकारी उनकी सुधि लेने नहीं पहुँचा था ।
Aug 23 2023, 18:39