"राम नाम सत्य" बिहार में पत्रकार की हत्या के बाद पत्रकारिता पर "बनारस वाला ईश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य ने लिखी यह कविता

औरंगाबाद : बिहार के अररिया के रानीगंज में पत्रकार विमलेश यादव की हत्या से आहत "बनारस वाला ईश्क" के चर्चित लेखक प्रभात बांधुल्य ने कविता के माध्यम से दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि दी है।

उन्होने कविता का शीर्षक "राम नाम सत्य'' दिया है। कविता पत्रकारिता की नंगी हकीकत को बयां कर रही है।

कविता के बोल यूं है:-

हमने तय किया कि बोलना है, लिखना है सत्य लेकिन कितना।

पूछ देगा कोई जात, बताओगे कोई लेखक, कवि, पत्रकार, फिल्मकार, थिएटर आर्टिस्ट, कार्टूनिस्ट और ऐसे ढ़ेर सारे क्रिएटिव नाम।।

पूछेगा विचार, वाम और दक्षिण से अलग कह दोगे हिंदुस्तान और धर्म न हिंदु न मुसलमान, सेकुलर बता दोगे अपनी पहचान लेकिन मेरे यार कितना असत्य लिखोगे तुम।

लगी आग का सत्य, बुझ चुकी राख का सत्य, रक्त का सत्य, सड़क पर भागती नग्न लड़कियों का सत्य, हवस का सत्य, सत्ता का सत्य, बेरोजगार हताश युवाओं का सत्य, बिहार का सत्य, बंगाल का सत्य, एमपी का सत्य, मणिपुर का सत्य, दिल्ली का सत्य और यदि यह सत्य लिख दोगे तो एक ही सत्य बचेगा "राम नाम सत्य"।

गौरतलब है कि प्रभात बांधुल्य औरंगाबाद के है। वें एक संवेदनशील लेखक है। उनकी लेखनी में समाज के ज्वलंत मुद्दों की झलक दिखती है। हाल में वें वन साइडेड लवर पटना की पिंकी द्वारा अपने प्यार यानी लेखक को पाने के लिए मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को वैलेंटाइन डे पर चिट्ठी लिखी थी।

चिट्टी में पिंकी ने अपने प्यार को पाने के लिए खुद को नौकरी देने की गुजारिश की थी। पिंकी की इस चिट्ठी से उसका पत्र और लेखक प्रभात बांधुल्य दोनों ही बेहद चर्चित हुए थें।

हालांकि लेखक ने पिंकी के पिंकी के प्रेम निवेदन को ठुकरा कर उसका दिल तोड़ दिया था लेकिन उसे नौकरी दिलाने के लिए तेजस्वी यादव से मिलने का वचन भी दिया था। बाद में लेखक और पिंकी ने कई चिट्ठियां लिखी थी, जो उस वक्त चर्चित रही थी। बाद में यह बात आई गई हो गयी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

वाहनों लूट का शिकार बनाने वाले एक गिरोह के प्रमुख सदस्य को किया गया गिरफ्तार

औरंगाबाद पुलिस ने एनएच और अन्य प्रमुख मार्गों पर कंटियां गिराकर वाहनों को लूट का शिकार बनाने वाले एक अंर्त जिला गिरोह के प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है।

 पुलिस के मुताबिक सड़क लूटेरा गिरोह के सदस्य पर औरंगाबाद और अरवल जिले के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। इन मामलों में पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश रही थी। गिरफ्तार अपराधी की गिनती औरंगाबाद जिले के टॉप-10 अपराधियों में एक के रूप में की जाती रही है।

 औरंगाबाद की पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने मंगलवार की दोपहर प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सड़कों पर कील गिराकर वाहनों के पंक्चर होने के बाद लूटने वाले गिरोह का एक प्रमुख सदस्य लूट की छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के लिए ओबरा थाना क्षेत्र में सक्रिय है। इस सूचना पर उनके निर्देश पर दाउदनगर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार ऋषि राज के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गयी। गठित टीम अपने खुफिया सूत्रों से मिल रहे इनपुट के आधार पर अपराधी को धर दबोंचने के प्रयास में लग गई।

 पुलिस ने सुनियोजित तरीके से छापेमारी करते हुये गिरोह के सदस्य को देवकली गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधी गुड्डू राजवंशी दाउदनगर थाना के अरई गांव का निवासी है। उसके पास से पुलिस ने लूट का एक मोबाइल बरामद किया है।  

 गिरफ्तार अपराधी को जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार अपराधी के खिलाफ औरंगबाद एवं अरवल जिले में कुल 13 मामले दर्ज है। इन मामलों में दोनों जिलों की पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश रही थी।

 गिरफ्तार अपराधी पर  अरवल जिले के कलेर थाना में कांड संख्या-06/23, मेहंदिया थाना कांड संख्या-30/17, 87/21, 142/22, औरंगाबाद जिले में ओबरा थाना कांड संख्या-66/17, 256/21, 324/21, 98/22, दाउदनगर थाना कांड संख्या-141/20, 534/21 एवं 115/22 शामिल है।

 पुलिस की छापेमारी टीम में ओबरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा, ओबरा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक अमरेन्द्र कुमार, उमेश प्रसाद एवं सशस्त्र बल शामिल रहे।

नई रेल लाईन बिछने से 90 मिनट में औरंगाबाद से पहुंचेंगे पटना

औरंगाबाद : भारतीय रेल ने औरंगाबाद, अरवल और पटना(दक्षिणी ग्रामीण इलाके) के लोगों के लिए चिर प्रतीक्षित प्रस्तावित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना को नया लुक दिया। अब नये कलेवर में रेल लाइन परियोजना के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएंगी।     

नई बोतल में पुरानी शराब पर अलग एसेंस वाला हाल-

रेलवे बोर्ड द्वारा औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन के नया लुक और कलेवर देने की योजना को नई बोतल में पुरानी शराब डालने और उसमें नया एसेंस मिलाकर परोसने जैसा ही माना जा सकता है। 

इस बारे में पूर्व मध्य रेल के हाजीपुर स्थित मुख्यालय के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) वीरेंद्र कुमार ने बताया कि भारतीय रेल ने प्रदेश की राजधानी पटना के बिहटा से औरंगाबाद के बीच सीधी रेल लाइन बिछाने की पूर्व की योजना के स्थान पर नई योजना बनाई है। कहा कि नई औरंगाबाद-बिहटा प्रस्तावित रेल लाइन परियोजना के लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके तहत नया रेल ट्रैक बिछाने के लिए सुलभ रूट और संभाव्यसता का भी पता लगाया जाएगा। यह भी भी पता लगाया जाएगा कि प्रस्तावित रूट के बीच कितने और कौन कौन से गांव, शहर या कस्बेंए आएंगे। प्रस्ताबवित रूट पर कितनी संख्या और किन-किन स्थानों पर पुल-पुलियों का निर्माण कराने की जरूरत होगी। इसी के आधार पर प्रस्तावित रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। 

अभी औरंगाबाद से पटना की दूरी 150 किमी. के सफर में लगते है 4 घंटे-गौरतलब है कि औरंगाबाद से पटना की दूरी वाया एनएच-139 करीब 150 किमी. है। इस दूरी को तय करने में 4 घंटे लगते है। हालांकि पहले जब सड़क अच्छी नही थी और यह सड़क एनएच के रूप में अधिसूचित नही हुआ था, तब इस मार्ग से पटना का सफर तय करने में छः घंटे लगा करते थे।

नई रेल लाईन बिछने से 90 मिनट में औरंगाबाद से पहुंचेंगे पटना- 

प्रस्तावित औरंगाबाद रेल लाइन इलाकें में संभावनाओं के द्वार खोलने वाली परियोजना है। इससे इलाके में विकास की गति तेज होगी और पटना के सफर में लगने वाला समय भी कम होगा। नई रेल लाइन बिछने और इस पर ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद औरंगाबाद से पटना का सफर महज डेढ़ से 2 घंटे में तय हो सकेगा।

3 करोड़ की राशि से हो रहा नया सर्वे-

पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ ने बताया कि प्रस्तावित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना के सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा 3 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। साथ ही बोर्ड ने 120.77 किमी. लंबें औरंगाबाद -बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन परियोजना के लिए पुनः नये सिरे से सर्वे करने का आदेश दिया था। सर्वे के बाद परियोजना का विस्तृत प्रतिवेदन यानी डीपीआर (डिटेल्डन प्रोजेक्टस रिपोर्ट) तैयार किया जाएगा. डीपीआर तैयार होगा। इसके बाद परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होने कहा कि परियोजना के लिए पहले हुआ सर्वे वर्तमान में व्यावहारिक नही रह गया था। इसी वजह से रेलवे बोर्ड परियोजना का नये सिरे से सर्वे करा रहा है।

4075 करोड़ के खर्च का अनुमान-

उल्लेखनीय है कि औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना 15 साल से अधिक समय पुरानी है। इस परियोजना का तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने 16 अक्टूनबर 2007 को बिहटा के पास शिलान्याजस भी किया था। इसके बाद से यह परियोजना अटकती, लटकती और भटकती रही है। पुरानी योजना के तहत पूर्व में मात्र 10 किमी. ही सर्वे का काम पूरा हुआ है। वर्तमान में इस परियोजना पर 4075 करोड़ की लागत आने 14 स्टेशन प्रस्तावित-सीपीआरओ ने बताया कि नये रेल रूट पर 14 स्टे शन प्रस्ता.वित हैं। फिलहाल इस रेल परियोजना के लिए रेलवे बोर्ड ने 87 करोड़ रुपये आवंटित कर रखे है और नये सर्वे मे रेल लाइन के रूट में नाम मात्र का बदलाव किया गया है। अब यह रेल लाइन बिहटा से नही निकलकर बिहटा और कोइलवर के बीच से निकलेगी।

अरसे से लोगों को इंतजार-प्रस्तावित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना का धरातल पर उतरने का इलाके के लोग अरसे से इंतजार हो रहा है। शिलान्यास के बाद से इंतजार के 16 साल बीत चुके है। अभी और कितने साल बीतेंगे, यह भी फिलहाल कहना मुश्किल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में किसान की गोली मारकर हत्या, सुशासन की सरकार में अपराधी बेखौफ

औरंगाबाद : जिले के माली थाना क्षेत्र के बिसाही गांव में उस वक्त सनसनी मच गई। जब अपराधियों ने दिन दहाड़े एक किसान 75 वर्षीय जगदीश यादव की गोली मारकर हत्या कर डाली। 

जैसे ही परिजनो को मौत की जानकारी हुई घर में कोहराम मच गया और परिवारवालों का रोते रोते बुरा हाल है। 

परिजनो ने हत्या की सूचना थाना माली थाना को दी । सूचना पर माली थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया है। वही पुलिस अनुसंधान में जुट गई है।

जानकारी के अनुसार बिसाही गांव के जगदीश यादव के विक्षिप्त पोते को गांव के ही शंकर यादव, अखिलेश यादव और हरी यादव लाठी से पीट रहे थे। 

तभी गाय को बांध रहे जगदीश यादव लाठी की आवाज सुनकर दौड़े और अपने पोते को बचाने लगे। तभी हरि यादव ने राइफल लिए साथ रहे गुड्डू यादव और पिंटू यादव को बोला देख क्या रहा है हवाई फायरिंग से क्या होगा सटा कर गोली मार दो बाकि मैं देख लूंगा। 

ऐसा सुनते ही जगदीश यादव दौड़ कर भागने लगा। तभी गुड्डू यादव ने पीछे से जगदीश यादव को गोली मार दी। जिससे की मौके पर ही जगदीश यादव की मौत हो गई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नबीनगर प्रखंड के महुआंव पंचायत के इस गांव में जदयू का लगा ग्राम संसद, नेताओं ने गिनाए सरकार के कार्य

औरंगाबाद : "ग्राम संसद: सद्भाव की बात" कार्यक्रम में राज्य सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए नबीनगर प्रखंड के महुआंव पंचायत अंतर्गत ग्राम तेतरहर, अंकोरहा पंचायत अंतर्गत ग्राम माड़र,कंकेर पंचायत अंतर्गत ग्राम कंकेर में जदयू की ओर से जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस कार्यक्रम में नेताओं ने कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) और हमारे सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार की बड़ी स्पष्ट सोच है कि सामाजिक सद्भाव और मिल्लत के वातावरण में ही राज्य और देश की तरक्की हो सकती है और उसका वास्तविक और संपूर्ण विकास हो सकता है। इसी आलोक में हमारी पार्टी 15 अगस्त 2023 से "ग्राम संसद: सद्भाव की बात" अभियान के माध्यम से राज्य और देश में अमन चैन और भाईचारा का संदेश देकर आप सबों को और जनता को जागरूक करना है। 

इसी चर्चा में पूर्व सांसद वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के दूर दृष्टि का ही परिणाम है कि आज हमारा राज्य विकास के मामले में 10.64 प्रतिशत के दर से विकास कर देश में प्रथम स्थान हासिल किया है, दूसरे स्थान पर असम और तीसरे स्थान पर दिल्ली है। बिहार राज्य का विकास दर लगातार अनेकों वर्षों से प्रथमऔर द्वितीय स्थान पर बरकरार है।  

पूर्व सांसद ने कहा हमारे राज्य की महिलाएं घर से निकलकर प्रशासनिक महकमा तथा ब्लॉक जिला एवं राज्य मुख्यालय की विभिन्न संस्थाओं में योगदान कर रही हैं। विकास की योजनाएं बना रहे हैं तथा सफलतापूर्वक उनका क्रियान्वयन कर रही है जिससे समाज में मौन क्रांति आई और सामाजिक सद्भावना की जड़ें मजबूत हुई। इतना ही नहीं राज्य के आधारभूत संरचना को मजबूत करने और विकास कार्यों को रफ्तार देने का काम भी साथ-साथ करते रहे। श्री नीतीश कुमार ने बिहार के सुदूर ग्रामीण इलाके से राजधानी पटना पहुंचने के लिए एक कार्य योजना बनाए जिससे आज पटना पहुंचने में आसानी हो रही है और समय का बचत हो रहा है।

 

पूर्व सांसद ने कहा कि हमारे नेता सामाजिक ताना-बाना को मजबूत करते हुए समाज के सभी वर्गों के सहयोग से विकास की गाड़ी पटरी पर लाकर एक-एक कार्य कर रहे हैं

 

वहीं दूसरी तरफ फिरकापरस्त ताकते जिनकी आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं थी और जिन्होंने महंगाई कम करने, बेरोजगारी दूर करने, किसानों की आमदनी दोगुना करने और अच्छे दिन लाने के नाम पर केवल देश को झांसा दिया है, वे अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर देशवासियों का ध्यान मूल समस्याओं से भटका रहे हैं । ये ताकते लोकतंत्र का गला घोटने और देश का इतिहास बदलने पर अमादा हैं। भाजपा एवं उनके सहयोगी संगठन षड्यंत्र के तहत धर्म का राजनीतिकरण करते हुए राम के नाम पर हमारे नौजवानों के हाथों में कलम की जगह तलवार देने और उन्हें धार्मिक उन्माद की ओर धकेलने का काम करते हैं, जिससे समाज में तनाव पैदा होता है। 

इस कार्यक्रम में औरंगाबाद के पूर्व सांसद वीरेंद्र कुमार सिंह, नबीनगर विधानसभा के प्रभारी सह प्रदेश महासचिव राजू गुप्ता , नबीनगर प्रखंड के प्रभारी और जिला उपाध्यक्ष विभूति नारायण पांडे ,बारुण प्रखंड के संगठन प्रभारी एवं जिला के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह, राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार यादव, जिला उपाध्यक्ष महावीर कुशवाहा, जिला महासचिव बिंदेश्वरी सिंह, जदयू नगर अध्यक्ष मुकेश सिंह, प्रखंड अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह, मुखिया काली सिंह, शंकर दयाल सिंह, किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बृजमोहन महतो , अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चंद्रवंशी ,सत्येंद्र सिंह, अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष गुप्ता चंद्रवंशी, किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह ,महुआव पंचायत के अध्यक्ष उमेश सिंह भंडारी, मंटू सिंह, रंजीत सिंह, अंकोरहा पंचायत के अध्यक्ष बलराम चौधरी, अंकोरहा पंचायत के प्रभारी नरेंद्र सिंह ,विजय सिंह ,शंभू पटेल ,विनय सिंह, जयराम सिंह, मुनीफ राम ,वकील सिंह पटेल, धीरज सिंह ,बैरिया पंचायत के उप मुखिया प्रमोद चंद्रवंशी आदि अनेको कार्यकर्ता भाग लिए।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

खाना बनाने के दौरान घर में लगी आग, हजारों का नुकसान

गोह(औरंगाबाद)()। गोह प्रखंड के हमीदनगर गांव में सोमवार की सुबह खाना बनाने के दौरान आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गई। बताया जाता है कि हमीदनगर गांव निवासी शकुंतला कुंवर गांव के ही लखन पासी के खेत में मजदूरी करने गई थी। इस दौरान शकुंतला की 7 वर्षीया बेटी नेहा कुमारी जलावन से चूल्हे पर खाना बना रही थी।अचानक चूल्हे की निकली चिंगारी ने झोपड़ी को अपने आगोश में ले लिया। आग की लपटे इतनी भयावह थी पास में रखी चारपाई से लेकर सारा सामान धू धू कर जलने लगा। गनीमत रही कि नेहा घर से निकलकर बाहर भाग गई। इससे उसकी जान बच गई। गांव के लोग आग की लपटों को देखकर जिस अवस्था में थे, वें बाल्टी-डिब्बा लिए हुए दौड़े और आग पर काबू पाया। तब तक घर में रखा कपड़ा, अनाज, चारपाई तथा अन्य सामग्री जलकर राख हो गई। सूचना मिलते ही शकुंतला कुंवर दौड़ते हुए घर आई तो देखा कि सारा सामान जलकर राख हो गया था।शकुंतला के लिए अब बच्चों की परवरिश करनी मुश्किल हो गई है। गौरतलब है कि पिछले साल 24 अक्टूबर 2022 को शकुंतला के पति शंकर ठाकुर की मौत गांव के चार बच्चियों को नदी में डूबने से बचाने में हो गई थी। इसके बाद से शकुंतला गांव में ही मजदूरी कर जीवन यापन करती है।शकुंतला के कंधे पर रिशु कुमार, निपु कुमार, अमृत कुमारी, विष्णुकांत कुमार, रविकांत कुमार एवं नेहा कुमारी की परवरिश की जिम्मेवारी है।घटना के बाद से शकुंतला का रो रो कर बुरा हाल है।

कोर्ट ने पैक्स अध्यक्ष को सुनाई दो साल की सजा, 1.50 करोड़ लौटाने का दिया आदेश

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एसीजेएम कोर्ट सप्तम माधवी सिंह ने चेक वाउंस के एक बड़े मामले में निर्णय पर एक सज़ा सुनाई।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि चेक वाउंस वाद संख्या 198/21, एक करोड़ 26 लाख 75 हजार छः सौ रुपए का चेक वाउंस का केस अरूण कुमार कंचनपुर रिसियप फर्म वेकेटेशवर ट्रेंड्स सुन्दर गंज ने सुनील कुमार यादव ओम साई मार्डन राइस मिल परसी फेसर पर किया था।

जिसमें कहा था कि 23/08/18 से 30/08/18 तक एक करोड़ छ्ब्बीस लाख पचतर हजार छः सौ के चावल दिया। पंजाब नेशनल बैंक के अर्पयाप्त राशि के चेक वाउंस हो गया।

चेक वाउंस होने पर वकालतन नोटिस के बाद वाद प्रस्तुत किया तो कोर्ट ने सुनील कुमार से अभियोगी अरूण कुमार को अन्तरिम क्षतिपूर्ति राशि मुकदमा के दौरान 25 लाख 50 हजार दिलाए थे।

अभियोगी के ओर से अधिवक्ता अशोक कुमार गुप्ता और बचाव पक्ष से लक्ष्मण यादव अधिवक्ता ने भाग लिया था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की हुई वर्चुअल बैठक, इन एजेंडो पर हुई चर्चा

औरंगाबाद : आज जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति, औरंगाबाद की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की वर्चुअल बैठक आयोजित की गयी।

इस बैठक में अपर समाहर्त्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद/दाउदनगर, सड़क विभाग के सभी कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद, औरंगाबाद/दाउदनगर, नगर पंचायत, नबीनगर, रफीगंज एवं बारूण के सभी कार्यपालक पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आई0डी0टी0आर0 के प्रतिनिधि तथा रेड क्रॉस सोसाइटी, औरंगाबाद के सचिव उपस्थित रहे।

बैठक का एजेण्डा

1. लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए महाराणा प्रताप चौक, जसोईया मोड़ एवं महाराणा प्रताप चौक पर फ्लाई ओवर बनाने के संबंध में परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना कार्यान्वयन इकाई- सासाराम द्वारा बताया गया कि फ्लाई ओवर के निर्माण हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, जिसे 2024 तक पूर्ण करा दिया जायगा।

2. हेलमेट एवं सीट बेल्ट विशेष जाँच अभियान चलाकर यातायात नियमों के उल्लंघन करने के दौरान अप्रैल, 2023 से अबतक 20130841.00 रू0 शमन की राशि वसूली की गयी है।

3. ब्लैक स्पॉट और उनके परिमार्जन की स्थिति-

वर्ष- 2020 से 2022 तक के तीन वर्षों के छण्भ्ण्।ण्प्ण् के द्वारा केन्द्रीय मापदंड के अनुरूप कुल 19 ब्लैक स्पॉट तथा राजकीय मापदण्ड के अनुरूप कुल 39 ब्लैक स्पॉट परिमार्जन हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध अनुसंधान विभाग, बिहार, पटना को भेजा गया है।

4. महाविद्यालयों में रोड सेफ्टी एम्बेस्डर-

जिला शिक्षा पदाधिकारी, औरंगाबाद से कैलेण्डर वर्ष- 2023 के लिये जिला अन्तर्गत प्रत्येक महाविद्यालय में दो छात्र एवं दो छात्रा को सड़क सुरक्षा एम्बेस्डर एवं एक शिक्षक को नोडल नामित करते हुये सूची प्राप्त हो गयी है। जिसे प्क्ज्त् में प्रशिक्षित किया जायगा।

05. जाम की समस्या- शहर में रोड जाम की समस्या को देखते हुये नगर निकाय के अन्तर्गत सप्ताह में दो दिन अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाने का निदेश सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को दिया गया। ओभरब्रीज एवं रमेश चौक के आस-पास अनाधिकृत रूप से पार्किंग किये गये वाहनों के विरूद्ध नियमित रूप से अभियान चलाकर शमन की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

24 एवं 25 अगस्त को होने वाले अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन के लिए डीएम-एसपी ने बैठक की, दिए कई जरुरी निर्देश

औरंगाबाद : आज जिला पदाधिकारी, सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में योजना भवन के सभागार में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा दिनांक 24 एवं 25 अगस्त 2023 को दो पालियों में आयोजित अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम द्वारा सभी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों को ससमय परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया। बताया गया कि परीक्षा केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके लिए फ्रिस्किंग अनिवार्य है। प्रतिनियुक्त पदाधिकारी केंद्र पर परीक्षार्थियों का जमावड़ा नहीं होने देंगे। साथ ही परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र के आस पास के साइबर कैफे, फोटोकॉपी/फोटोस्टेट की दुकानें बंद रखी जाएंगी।

जिला पदाधिकारी द्वारा सभी केंद्राधीक्षकों, स्टैटिक एवं जोनल मजिस्ट्रेट को बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा निर्गत अनुदेशों के अनुसार अपने अपने दायित्वों को समझ लेने का निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि हमें विशेष तौर पर सतर्क रहने की आवश्यकता है, इसके लिए सभी संबंधित पदाधिकारी ससमय अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंचेंगे। एसडीएम, एसडीपीओ एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को परीक्षा के दौरान यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही केन्द्र पर जैमर की व्यवस्था को सुदृढ़ कर लेने का निर्देश दिया गया।

अपर समाहर्ता, मनोज कुमार द्वारा सभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, उड़नदस्ता दल एवं सभी केंद्राधीक्षकों को उनके दायित्वों के बारे में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा निर्गत अनुदेश के आलोक में विस्तार से बताया गया एवं आवश्यक दिशा निदेश दिए गए।

इस बैठक में एसपी स्वप्ना जी मेश्राम, अपर समाहर्ता मनोज कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश कुमार दास, वरीय उप समाहर्ता फतेह फैयाज, स्थापना उपसमाहर्ता धर्मेंद्र कुमार, सदर भूमि सुधार उप समाहर्ता सच्चिदानंद सुमन, एसडीपीओ स्वीटी सेहरावत, एएसडीओ प्रियव्रत रंजन, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, वरीय उप समाहर्ता आलोक कुमार, डीएसपी मुख्यालय नभ वैभव, नगर कार्यपालक पदाधिकारी औरंगाबाद, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह का सीएम नीतीश पर बड़ा हमला, कहा-बिहार को अब बक्स दें

औरंगाबाद : सांसद सुशील कुमार सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है और उनसे बिहार को बक्स देने का आग्रह किया है। 

सांसद ने कहा कि मौजूदा बिहार की महा गठबंधन सरकार में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है प्रतिदिन पुलिस कर्मी पीटे जा रहे हैं। पुलिस कर्मियों को कभी बालू माफिया खड़े रहे हैं तो कभी शराब माफिया। 

क्योंकि बिहार में पुलिस कर्मियों का मनोबल काफी गिर चुका है और यही कारण है कि जिनके हाथ में कानून व्यवस्था को बहाल करने की जिम्मेदारी है वही अपराध कर्मियों की गोली का शिकार ही रहे हैं। बिहार के पत्रकार, व्यवसाई इन आम आदमी भय के साए में जी रहा है। वह इसलिए कि अपराध चरम पर है। 

सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री की आंखों पर चर्बी चढ़ गई है।इसलिए उन्हें यह सब नहीं दिख रहा है और जब इस संबंध में उनसे सवाल पूछे जाते हैं तो वे सवालिया निगाहों और अपने कुटिल मुस्कान से पत्रकारों पर ही सवाल दाग देते हैं और यह कहते हैं कि अपराध कहां है। 

उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार पूरी तरह से संवेदनहीन हो चुके हैं और उन्होंने कुर्सी पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।  

औरंगाबाद से धीरेन्द्र