सरायकेला : जलमग्न ईचागढ़ गांव का चांडिल एसडीएम ने किया दौरा, लिया स्थिति का जायजा

सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिला के बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बने चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद जलमग्न हुए ईचागढ़ गांव का चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहारा ने दौरा कर जायजा लिया । 

इस दौरान उन्होंने गांव में घुसे पानी से होने वाले नुकसान का आकलन किया और लोगों को होने वाली परेशानियों की जानकारी ली । उन्होंने कहा कि किसी भी गांव में पानी ना घुसे इसका प्रयास किया जा रहा है। मौके पर उन्होंने ग्रामीणों से विकट स्थिति पैदा होने पर राहत शिविरों में जाने की अपील की. मौके पर उनके साथ ईचागढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकु महतो और अंचल अधिकारी भोला शंकर महतो मौजूद थे.

जलस्तर घटने से विस्थापितों ने ली राहत की सांस

शुक्रवार की रात से पांच रेडियल गेटों से पानी की निकासी होने के बाद शनिवार सुबह से चांडिल डैम का जलस्तर घटने लगा है । शुक्रवार की रात डैम का जलस्तर 181.75 दर्ज किया गया था। पांच रेडियल गेटों को खोले जाने के बाद शनिवार की सुबह डैम का जलस्तर 181.70 मीटर दर्ज किया गया। जो शनिवार शाम तक 181.65 मीटर पर पहुंच गया था। डैम का जलस्तर घटने के बाद डुब क्षेत्र के गांवों में रहने वाले विस्थापित परिवारों ने राहत की सांस ली है. 

शनिवार शाम तक डैम का पांचों रेडियल गेट खुले थे।

सरायकेला:विधायक सविता महतो के प्रयास से कुकड़ू व नीमडीह में दो महत्वपूर्ण सड़क को मिली प्रशासनिक स्वीकृति

सरायकेला :- विधायक सविता महतो के अथक प्रयास से ईचागढ़ के जनता का बहुप्रतिक्षित मांग को मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड के पीडब्ल्यूडी रोड बांदु निर्मल महतो चौक से बागड़ी लाकड़ी होते हुए डूंगरीपार तक सात किलोमीटर पथ निर्माण कार्य एवं कुकड़ू प्रखंड के पीडब्ल्यूडी पथ से माहलीडीह तक 1.87 किलोमीटर पथ निर्माण कार्य का प्रशासनिक स्वीकृति मिली है। 

वही दोनों सड़को को स्वीकृति मिलने पर विधायक ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आभार एवं धन्यवाद जताया है। 

विधायक ने कहा कि दोनों ही सड़क का जल्द ही टेंडर प्रक्रिया होने के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।

सरायकेला:नारायण प्राईवेट आईटीआई कॉलेज परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि मनाई गई।

सरायकेला :- नारायण प्राईवेट आईटीआई कॉलेज परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि मनाई गई और उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे जी ने कहा की सुभाष चन्द्र बोस (23 जनवरी 1897 - 18 अगस्त 1945) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। 

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फ़ौज का गठन किया था।उनके द्वारा दिया गया "जय हिन्द" का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा" का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया।भारतवासी उन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित करते हैं।

द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान की हार के बाद, नेताजी को नया रास्ता ढूँढना जरूरी था। उन्होने रूस से सहायता माँगने का निश्चय किया था। 18 अगस्त 1945 को नेताजी हवाई जहाज से मंचूरिया की तरफ जा रहे थे। इस सफर के दौरान वे लापता हो गये। इस दिन के बाद वे कभी किसी को दिखायी नहीं दिये।

23 अगस्त 1945 को टोकियो रेडियो ने बताया कि सैगोन में नेताजी एक बड़े बमवर्षक विमान से आ रहे थे कि 18 अगस्त को ताइहोकू हवाई अड्डे के पास उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में उनके साथ सवार जापानी जनरल शोदेई, पाइलेट तथा कुछ अन्य लोग मारे गये। 

नेताजी गम्भीर रूप से जल गये थे। उन्हें ताइहोकू सैनिक अस्पताल ले जाया गया जहाँ उन्होंने दम तोड़ दिया। कर्नल हबीबुर्रहमान के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार ताइहोकू में ही कर दिया गया। सितम्बर के मध्य में उनकी अस्थियाँ संचित करके जापान की राजधानी टोकियो के रैंकोजी मन्दिर में रख दी गयीं।

भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार से प्राप्त दस्तावेज़ के अनुसार नेताजी की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू के सैनिक अस्पताल में रात्रि 21.00 बजे हुई थी। मुख्य रूप से उपस्थित थे प्राचार्य जयदीप पांडे, अनुदसेक शांति राम महतो, अनुदसेक पवन कुमार महतो, अनुदेशक देबकृष्ण महतो, अनुदेशक अजय मण्डल , कृष्ण पद महतो, गौरब महतो, निमई मण्डल, आदि मौजूद थे।

आज सूबे के मुख्यमंत्री पहुंचे कोल्हान,प्रशिक्षित युवाओं को सौंपा नियुक्ति पत्र

सरायकेला : आज कोल्हान सूबे के मुख्यमंन्त्री में आयोजित रोजगार मेला में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे।उनके साथ मंत्री आलमगीर आलम मंत्री सत्यानंद भोक्ता मंत्री चंपई सोरेन मंत्री श्रीमती जोबा मांझी मंत्री बन्ना गुप्ता और सिंहभूम के सांसद श्रीमती गीता कोड़ा, सदर विधायक दीपक बेरवा ,मझगांव विधायक निरल पूर्ति ,चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव ,और समीर मोहंती ,विधायक संजीव सरदार विधायक सविता महतो भी मंच पर उपस्थित थे।

उन्होंने इस मेला में कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं के ऑफर लेटर बांटने के लिए यहां उपस्थित हुए हैं।

 इस अवसर पर राज्य की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आज बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए काम कर रही है।उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी को रोजगार से जोड़ने के दिशा में काम किया जाएगा।इसके साथ ही सरकार राज्य की जनता को 100 यूनिट बिजली भी फ्री दे रही है। उन्होंने कहा कि सभी पढ़ने वाले बच्चों को सरकारी नौकरी देना संभव नही है इसलिए इन्हें रोजगार सर जोड़ा जाएगा एवं स्थानीय उधोग में भी यथासम्भव काम दिलाया जाएगा।

मझगांव विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि पहली बार किसी सरकार ने निजी क्षेत्रों में 75% आरक्षण के तहत रोजगार की गारंटी दे रही है सदर विधायक दीपक बिरुआ

सांसद गीता कोड़ा का सम्बोधन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि जो खदाने यहा बन्द पड़ी है उसे फिर से शुरू कराया जाए।

वही मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि  हमारी नेता सोनिया गांधी का सपनों है कि झारखंड राज्य उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़े जिस पर मुखःमंत्री महोदय कसम कर रहे हैं। लेकिन इस सरकार को ई डी और सी बी आई के माध्यम से डराने का कार्य किया जा रहा है । 

हम झारखंड के लोग हैं ईडी और सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं केंद्र और भाजपा की सरकार  हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है हम अनुबंध पर यहां के लोगों को नहीं चलाएंगे। 

मंत्री जोबा मांझी का संबोधन कोई बड़ा से बड़ा कार्य कर सकता है तो वह हेमंत सोरेन कर सकते हैं। यह सरकार कार्यकाल पूरा करेगी और जनता की आवाज बनकर रहेगी।

मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि

 झारखंड अलग होने के बाद 23 वर्ष हो गए, पहली बार इस सरकार ने यहां के युवाओं के हित के लिये यहां की भाषा यहा की संस्कृति के बारे में कुछ किया है,

 एक दिन झारखंड की तस्वीर हमलोग बदल देंगे।श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने बताया कि ।ये तो अभी झांकी है चार प्रमंडल अभी और बाकी है

 सभी वर्ग के युवाओं को सरकार रोजगार उपलब्ध करा रही है।

 आने वाले समय मे सभी प्रमंडलों में सरकार रोजगार की दिशा में सरकार कार्य कर रही है। 

 हमारे सरकार में नियुक्ति के साथ साथ सभी के लाभ के लिए सरकार योजनाए चला रही है।

 सरकार आंधी नही तूफान है

 

इतने वर्ष जिन्होने शाश न किया लकिन जनहित के लिए कोई कार्य नही कियाहमारे मुख्यमंत्री ने पांच वर्षों में ही कर दिखाया ,

सरायकेला :कुंआ धंसने से दब कर 6 लोगों की मौत, कल शाम से आज दिन के पौने 12 तक चले रेस्क्यु ऑपरेशन में सभी छह शव को निकाल लिया गया।


बुंडू: रांची जिले के सिल्ली प्रखण्ड अंतर्गत मुरी थाना क्षेत्र में जंगल के बीच बसे पिसका गांव में कल शाम एक हृदय विदारक घटना घटी। एक बैल कुंआ में गिर गया था जिसे गांव के लोग रस्सी के सहारे निकालने का प्रयास कर रहे थे कि अचानक कुंआ भरभरा कर धंस गया जिससे बैल सहित 7 लोग कुंआ में गिर गये और मिट्टी से दब गए। जिसमें एक व्यक्ति को सकुशल निकाला गया। 

पूरी रात एनडीआरएफ की टीम दबे लोगों को निकालने में जुटी रही फिर आज भी सुबह से ही कड़ी मशक्कत के बाद एक एक दबे व्यक्ति के शव को काफी मुश्किल से पौने 12 बजे दिन तक निकाल लिया गया। एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार 40 फीट गहरे कुँए में दबे सभी छह शव निकाल लिए गए हैं। परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल है पूरा गांव मृतकों के कारण सदमे में डूब गया है। 

स्थानीय विधायक सुदेश महतो ने कहा कि रेस्क्यू ऑपेरशन किया गया सभी छह शव निकाल लिए गए लेकिन सफलता तब होती जब सबकी जान बचायी जाती। परिवार के लोग और हम सभी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन इस तरीके से नहीं किया जाता है एक पदाधिकारी को जिम्मेवारी दी जाती है और कई विभाग के लोग मिलकर अभियान चलाते हैं लेकिन यहां इस तरह की चीजें देखने को नहीं मिली। जिला स्तरीय पदाधिकारी कोई नहीं पहुँचा। 

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने राज्य सरकार से मांग की है कि परिजनों को 5 लाख मुआवजा के तौर बपर दिया जाए और जिन्होंने परिजन खोया है उनके परिवार के योग्य सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए। 

हृदय विदारक घटना स्थल पर रांची सांसद संजय सेठ, स्थानीय विधायक सह आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, सिल्ली के बीडीओ सीओ और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण जुटे थे।

सरायकेला :रेडियल गेट खोलने से जमशेदपुर खतरे में, डेम में लगाया गया 144 धारा, आम नागरिक के प्रवेश पर रोक

सरायकेला : जिला बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए गए । चांडिल डेम जो 22 हजार हैक्टर जमीन में फैले हुए यह जलाशय में केबल मात्र मछली उत्पादन और नौका बिहार होते है।जिसके लिए पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा, बिहार ,छत्तीसगढ़ आदि राज्य से पर्यटक पहुंचते है ।ओर नौका बिहार में बोटिंग करते हे।जिसके लिए चांडिल बांध विस्थापित मत्स्यजीवी स्वभावलम्बी, सहकारी समिति द्वारा मछली और नौका बिहार का संचालन किया जाता है। 

 एक महीना से चांडिल प्रशासक द्वारा डैम परिसर में 144 धारा लागू किया गया जिसे आम नागरिक के अंदर प्रवेश से वंचित कर दिया गया। 

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के एक मात्र डेम जिसके देख- रेख में प्रति बर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जाता है। लेकिन आज तक विस्थापित हुए परिवार को सरकार द्वारा पुनर्वास नीति के तहत 2023 बर्ष तक मुआवजा राशि नही दिया गया । 

जिसके विरोध में कोई समिति के लोग हक अधिकार के लिए आंदोलोंन पर लगे हुए और प्रदर्शन करते देखा गया। 

यहां बाढ़ से डूबने वाले क्षेत्र में 116 गांव 84 मौजा के लोगो दर दर भटक रहा हैं । 181.22 सेमी के लेवल के ऊपर जल भण्डारण होने पर कई गांव डूब जायेगा और जलमग्न प्रतिवर्ष होता है। जिससे जन जीवन प्रभावित होते हैं । चांडिल बांध के डेम प्रशासक डिविजन 2 के तहत आज तीन रेडियल गेट को एक एक मीटर तीन गेट खोला गया । रेडियल।गेट खोले जाने से खरखाई ओर सुवर्ण रेखा नदी में पानी उफान उठ रहा है जिसे कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला के जमशेदपुर ,आतित्यपुर ,कपाली के साथ पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर आदि जगह प्रभावित होगा 

,जिस तरह लगातार ऊपरी क्षेत्र में बारिश हो रहा हे जिसके कारण चांडिल डेम जलश्य में जलस्तर बड़ रहा हे। जिसे देखते हुए चांडिल प्रशासक द्वारा चांडिल डेम से प्रतिदिन एक एक रेडियल खोल कर पानी की भंडारण 181.22 रखने की कोशिश में हे जिसे चांडिल डेम के किनारे बसे विस्तापितो कोई समस्या उत्पन न हो ।

बज्रपात से एक किसान घायल, टीएमएच में भर्ती

सरायकेला : ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के किष्टोपुर में अपने खेत पर काम कर मबेसीयों को चराने के क्रम में झमाझम बारिश के साथ बज्रपात होने से करीब 55 वर्षीय किसान रामपद महतो गंभीर रूप से घायल हो गया है।

परिजनों ने तत्काल उसे बेहतर इलाज हेतु टाटा मैन अस्पताल जमशेदपुर ले गया, जहां उसका इलाज किया चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार राम पद महतो अपने खेत में हल जोतकर मबेसीयों को चरा रहे थे, तभी अचानक झमाझम बारिश के साथ गर्जन के साथ बज्र पात हुआ , जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर मुर्छित अवस्था में गीर गया।

सुचना मिलते ही परिजनों ने उसे तत्काल जमशेदपुर ले गया एवं टीएमएच में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि घायल का स्थिति गंभीर है।

टाटा कॉलेज के मैदान में शुक्रवार को रोजगार मेला का किया गया आयोजन,मुख्यमंन्त्री के हाथों वितरण होगा नियुक्ति पत्र

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा स्थित टाटा कॉलेज के मैदान में शुक्रवार को राज्य के मा.मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के अध्यक्षता में प्रमंडलीय रोजगार मेला(ऑफर लेटर वितरण) का आयोजन निर्धारित है।

इस दौरान मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा नियोजन अधिनियम 2021 एवं नियमावली 2022 के प्रभावी होने के उपरांत, सिंहभूम (कोल्हान) प्रमंडल अंतर्गत झारखंड राज्य के निजी क्षेत्रों में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन तदर्थ बिरसा योजना अंतर्गत झारखंड कौशल विकास मिशन तहत संचालित विभिन्न कौशल विकास केद्रों से प्रशिक्षित, तकरीबन 9000 प्रशिक्षुओं के बीच ऑफर लेटर का वितरण किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में राज्य के विभागीय सहित मा.मंत्री गण, सिंहभूम प्रमंडल के मा.सांसद गण, मा.विधायक गण सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहेंगे।

श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के तत्वाधान पर आयोजित प्रमंडल वार नियुक्ति वितरण समारोह के प्रथम चरण के तहत निर्धारित प्रथम प्रमंडलीय रोजगार मेला के तैयारी की समीक्षा के निमित्त आज सिंहभूम प्रमंडलीय आयुक्त मनोज कुमार, सिंहभूम पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय लिंडा, पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के द्वारा कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया गया। इस दौरान वरीय पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने हेतु आने वाले सभी आगंतुकों तथा ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था को सुनिश्चित करने, उन्हें अपनी निर्धारित स्थल तक पहुंचने में परेशानी ना हो, इसके लिए आवश्यक साइनेज अधिष्ठापन सुनिश्चित करने, कार्यक्रम स्थल तथा शहर में पार्किंग व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने सहित विभिन्न बिंदुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

कार्यक्रम में पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां जिले के सभी अभ्यर्थियों के आगमन में प्रयुक्त वाहनों के पार्किंग हेतु आईटीआई ग्राउंड-चाईबासा, सिकुरसाई मैदान व खुटकटी मैदान निर्धारित किए गए हैं। कार्यक्रम में तैनात पदाधिकारियों के वाहन हेतु पार्किंग की व्यवस्था समाहरणालय परिसर में की गई है। इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल होने हेतु चाईबासा आने वाले मा.मंत्री गण का कारकेड सहित आमंत्रित जन व पत्रकार गण के वाहन पार्किंग की व्यवस्था टाटा कॉलेज मैदान में की गई है।

फदलोगोड़ा में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस कर रही जांच

सरायकेला : चांडिल थाना क्षेत्र के फदलोगोड़ा में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। मृतक का नाम सोनू सिंह बताया जा रहा है, जिसका शव पेड़ पर फंदे के सहारे झुलता हुआ बरामद किया गया है।

इसकी सूचना मिलने पर चांडिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सरायकेला भेज दिया। चांडिल थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद खुलासा हो पाएगा कि युवक की मृत्यु कैसे हुई है।

सरायकेला :बुंडू में मनसा पूजा पर उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़, दिखाए पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के संपेरा ने कई करतब

सरायकेला : झारखंड राज्य के साथ पश्चिम बंगाल राज्य में बड़े धूमधाम से मां मनसा देवी का पूजा अर्चना किया हे।यह पूजा अर्चना आज से प्रारंभ होकर दो महीना शुभ दिन देखकर माता का पूजा होता है। माता के फलफूल के साथ बत्तक ,बखरा आदि वली दिया जाता हे।इस पर्व में सबसे ज्यादा बत्तख का बिक्री होता है।प्रत्येक घरों आज बारी उठाकर रात भर पूजा अर्चना होता है।

बूण्डु में इन दिनों मनसा पूजा की धूम है।मां मनसा देवी की पूजा में सांप को पूरे आस्था और विश्वास के साथ देवीतुल्य पूजा जाता है। इन दिनों पूरे पंचपरगनिया बूण्डु इलाके में जहरीले सांपों को पकड़ा जाता है और अपने पूरे शरीर मे जहरीले सांपों को भक्तगण लपेटते है। क्या महिला क्या बच्चियां क्या बड़े सांपो गले में डालकर सांपों का करतब भी दिखाते हैं। कई बार सांप लोगों को काटता भी है। लेकिन ऐसी मान्यता है कि मनसा पूजा के दरम्यान विशेष मन्त्र और खास तरह की सर्पदंश जड़ी-बूटी लोग धारण करते हैं। जिससे सांप के काटने से भी विष शरीर मे नही फैलता। यहां तक कि कुछ लोग सांप को बड़े प्यार से मुंह मे भी डालते नजर आते हैं।

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले सांपेरा बस्ती हे जहा के लोग बारों महीना नागों को पालकर रखते है।ओर मनसा पूजा में बुलाओ आने पर झांपन के माध्यम से सांपो का खेल दिखाने पहुंचते हैं।ओर सांपो का विष निकल कर अपना जीवन यापन करते हैं।

नाग सांप को मनसा मां की सवारी माना जाता है इसलिए मनसा मां की प्रतिमा में नाग सांप भी बनाया जाता है। सर्पदेवी के पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह रहता है। लोग पूरे धूमधाम से जहरीले सांपों को पिटारे में लेकर नाचते गाते हैं। कई भक्तगण मनसा पूजा में अपने गालों में, पेट मे, छाती में तार के त्रिशूल को आर पार कर देते है। बातचीत करने पर कहते है कि मनसा मां की कृपा से त्रिशूल तार को शरीर मे आर-पार करने से किसी प्रकार की कोई क्षति नही होती है। न ही कोई भक्त ऐसा करने से बीमार होता है। जबकि अन्य दिनों में इस तरह करने से टेटनस हो जाता है। कई लोग मर जाते हैं। लेकिन मनसा पूजा के दौरान किसी को भी कोई शारीरिक क्षति नही पहुंचती है। मनसा पूजा की आस्था पूरे बूण्डु तमाड़ इलाके में देखी जाती है। मनसा पूजा में  निर्जला उपवास भी रखा जाता है।

भादो के महीने में आस पास के सभी जहरीले सांपों को मन्त्र के सहारे एकत्रित किया जाता है। फिर मनसा मां की खूबसूरत प्रतिमा बंगाल हो या आसपास के कारीगरों से बनवाई जाती है। मनसा मां की प्रतिमा में नाग सांप भी बनाया जाता है। मनसा पूजा करने वाले भक्त पूजा के दरम्यान दो दिनों का उपवास रखते है। पूरे आस्था और विश्वास के साथ मनसा मां की पूजा की जाती है। बड़े-छोटे, युवा वृद्ध सभी इस त्योहार में शरीक होते है। पकड़े गए सभी सांपों को पूजा के दूसरे दिन मेले के बाद जंगलों में मन्त्र के साथ छोड़ दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मनसा पूजा से जहरीले सांप भी दोस्त बन जाते हैं और जहरीले सांप भी प्रसन्न होकर अपनी नृत्य कला से दर्शकों को मन मोह लेते हैं। पचपरगनिया इलाके में सांपों को पकडने और फिर जंगलों में छोड़ने का सिलसिला पुरातन काल से चला आ रहा है। गहमन, चिपी, नाग-नागिन और अजगर जैसे जहरीले सांपों से मित्रतापूर्ण व्यवहार करना पचपरगनिया की आस्था और संस्कृतिक विभिन्नता को दर्शाता है।