मिग-29 की श्रीनगर एयर बेस पर हुई तैनाती, पाकिस्तान के साथ चीन पर भी होंगी निगाहें

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पड़ोसी मुल्कों से जारी तनातनी के बीच भारत ने अपना सैन्य बल और मजबूत कर लिया है। भारत ने पाकिस्तानी और चीनी दोनों मोर्चों पर किसी भी संभावित खतरे से निपटने का इंतजाम कर लिया है। भारत ने श्रीनगर सैन्य बेस पर और अधिक शक्तिशाली लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। भारत ने मिग-29 लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन तैनात किया है। इंडियन एयरफोर्स के ट्राइडेंट स्क्वाड्रन जिसे ‘उत्तर के रक्षक’ के रूप में भी जाना जाता है, ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर मिग-21 स्क्वाड्रन की जगह ले ली है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भारतीय वायु सेना के पायलट स्क्वाड्रन लीडर विपुल शर्मा ने बताया कि श्रीनगर कश्मीर घाटी के केंद्र में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। सीमा के निकट होने के कारण कम समय में बेहतर रिस्पॉन्स देने वाला एयरक्राफ्ट रखना रणनीतिक रूप से ठीक है। एक और बात जो मिग-29 ट्राइडेंट स्क्वाड्रन को मिग-21 से अलग बनाती है वह है, इन लड़ाकू विमानों की उन्नत तकनीक, जो लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस हैं। जो सभी मानदंडों को पूरा करता है. ऐसे में हम दोनों मोर्चों पर दुश्मनों से लोहा लेने में सक्षम हैं।

बता दें कि मिग-21 की तुलना में मिग-29 के कई फायदे हैं। हालांकि, मिग-21 स्क्वाड्रन को कमतर नहीं आंका जा सकता, जिसने वर्षों तक कश्मीर घाटी में अपनी जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाई और साल 2019 में बालाकोट हवाई हमलों के बाद पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर बम बरसाने, पीएएफ के एफ-16 को मार गिराने में भी कामयाब रहे। मिग-29 इस मामले में बेहतर है कि अपग्रेड के बाद उसे बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से लैस किया गया है।

पीएम मोदी का सागर दौरा आज, रखेंगे 100 करोड़ से निर्मित संत रविदास मंदिर की आधारशिला

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मध्‍य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने से। इससे पहले सभी राजनीतिक दल चुनावी रणनीति बनाने में जुट गई हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी राज्यों को करोड़ों की योजनाओं की सौगगात देने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले के दौरे पर पहुंचेंगे। वे वहां 14वीं सदी के समाज सुधारक संत रविदास को समर्पित 100 करोड़ रुपये के मंदिर की आधारशिला रखेंगे।कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 4000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क क्षेत्र की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर 1 बजे नई दिल्ली से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वे दोपहर 2:15 बजे संत रविदास स्मारक पहुंचकर मंदिर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी दोपहर 3:15 बजे सागर के ढाना में राष्ट्र को समर्पित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण एवं आमसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे ढाना से खजुराहो होते हुए शाम 5.35 बजे नई दिल्ली रवाना होंगे।

पीएम सागर दौरे के दौरान 4000 करोड़ की सौगात देंगे। वे 2475 करोड़ रुपये के करीब की लागत से विकसित रेल मार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी 1580 करोड़ रुपये के करीब लागत से बनी सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इसके अलावा 100 करोड़ रुपये से ज्यादा में बनने जा रहे संत रविदास स्मारक का शिलान्यास करेंगे।

पीएम मोदी का सागर दौरा आज, रखेंगे 100 करोड़ से निर्मित संत रविदास मंदिर की आधारशिला

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मध्‍य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने से। इससे पहले सभी राजनीतिक दल चुनावी रणनीति बनाने में जुट गई हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी राज्यों को करोड़ों की योजनाओं की सौगगात देने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले के दौरे पर पहुंचेंगे। वे वहां 14वीं सदी के समाज सुधारक संत रविदास को समर्पित 100 करोड़ रुपये के मंदिर की आधारशिला रखेंगे।कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 4000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क क्षेत्र की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर 1 बजे नई दिल्ली से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वे दोपहर 2:15 बजे संत रविदास स्मारक पहुंचकर मंदिर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी दोपहर 3:15 बजे सागर के ढाना में राष्ट्र को समर्पित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण एवं आमसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे ढाना से खजुराहो होते हुए शाम 5.35 बजे नई दिल्ली रवाना होंगे।

पीएम सागर दौरे के दौरान 4000 करोड़ की सौगात देंगे। वे 2475 करोड़ रुपये के करीब की लागत से विकसित रेल मार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी 1580 करोड़ रुपये के करीब लागत से बनी सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इसके अलावा 100 करोड़ रुपये से ज्यादा में बनने जा रहे संत रविदास स्मारक का शिलान्यास करेंगे।

भारत में पिछले 10 महीनों से चीनी राजदूत का पद खाली, आखिर क्या है वजह?

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भारत और चीन सीमा पर गंभीर तनाव से गुजर रहे हैं। साल 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर चीनी और भारतीय सेना के बीच हुई झड़प के बाद से दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हैं। भारत इस बात पर ज़ोर देता है कि जब तक बचे हुए दो फ्रिक्शन प्वाइंट (विवादित जगहों) पर सैनिकों के बीच डिसइंगेजमेंट नहीं होता तब तक संबंध सामान्य नहीं हो सकते। दोनों पक्ष पाँच टकराव के बिंदुओं से पीछे हट चुके हैं, इनमें से कुछ जगहों पर बफ़र जोन बन गए हैं। इस बीच भारत में पिछले 10 महीनों से चीन का कोई राजदूत नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है।

भारत में नए चीनी दूत की नियुक्ति में देरी सितंबर में भारत में होने वाले प्रमुख जी20 शिखर सम्मेलन से पहले चर्चा का विषय बनी हुई है। वह भी तब, जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले महीने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आने वाले हैं। इतनी ही नहीं, भारत और चीन सीमा पर भी गंभीर तनाव से गुजर रहे हैं। इसे हल करने में भी दोनों देशों के राजदूतों का महत्व काफी ज्यादा है।बता दें कि चीन के आखिरी राजदूत सन वेइदॉन्ग को अक्टूबर 2022 में हटा दिया गया था। तब से भारत में चीनी राजदूत का पद खाली चल रहा है।

यह पहली बार है जब भारत में राजदूत का पद इतने लंबे समय तक खाली रहा है। चीन ने भारत में बीते 10 महीने के रिकॉर्ड अंतराल के बाद भी अपना राजदूत नियुक्त करने का कोई संकेत नहीं दिया है। अक्टूबर 2022 के बाद से ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कई जगहों पर नए राजदूतों की नियुक्तियाँ की हैं, लेकिन भारत के लिए अब तक कोई नियुक्ति नहीं की गई है।चीनी राजनयिकों के लिए शीर्ष दस प्रतिष्ठित पदों में से एक है भारतीय राजदूत का पद, क्योंकि इस राजदूत को उप विदेश मंत्री का दर्जा मिलता है। आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के बावजूद भारत में चीन ने राजदूत की नियुक्ति को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं दिखायी है, ना ही चीन की ओर से अभी तक भारतीय अधिकारियों को इस पद के लिए कोई नाम सुझाया है। भारत और चीन का रिश्ता एक महत्वपूर्ण दौर से गुज़र रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग आने वाले हफ़्तों में संभावित बैठक की तैयारी भी कर रहे हैं, लेकिन इन सब के बावजूद चीन भारत में अपने राजदूत की नियुक्ति करने को लेकर कोई संकेत नहीं दे रहा है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह नियुक्ति पहले से कहीं अधिक आवश्यक हो गई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 22-24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात होने की उम्मीद है। इसके अलावा शी जिनपिंग 9 से 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत भी आ सकते हैं।

संभावना जताई जा रही है कि चीन नए उप विदेश मंत्री रैंक के अधिकारी की नियुक्ति के महत्व को देखते हुए सही और योग्य उम्मीदवार तलाश रहा हो। इस पद के लिए जिन लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया है उनमें हुआंग ज़िलियन शामिल हैं जो फिलीपींस में वर्तमान राजदूत हैं और 2019 से इस पद पर हैं। फिलीपींस में उनका कार्यकाल अब समाप्त होने वाला है। एक अन्य उम्मीदवार ऑस्ट्रेलिया में चीनी राजदूत जिओ कियान हैं।

बता दें कि चीन का विदेश मंत्रालय कुछ समय से सुर्खियों में बना हुआ है। विदेश मंत्रालय पिछले दिनों चीन के विदेश मंत्री किन गांग को पद से हटाने को लेकर सुर्खियों में था। बीते दिनों चीनी विदेश मंत्रालय तब सुर्खियों में छाया रहा जब विदेश मंत्री चिन गांग सात महीने के कार्यकाल के बाद अचानक ग़ायब हो गए और बिना कारण सार्वजनिक किए उन्हें पद से हटा दिया गया।

आप सांसद ने खुद को जंजीरों में बांधकर संसद के बाहर किया विरोध-प्रदर्शन, कहा, भाजपा की तानाशाही सरकार द्वारा जकड़े गए "लोकतंत्र" की तस्वीर

संसद से निलंबित आम आदमी पार्टी सांसद सुशील कुमार रिंकू ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। उन्‍होंने खुद को जंजीरों में जकड़ कर कहा कि ये जंजीरों में जकड़ा हुआ सांसद नहीं है, बल्कि भाजपा की तानाशाही सरकार द्वारा जकड़े गए "लोकतंत्र" की तस्वीर है।

दिल्ली सर्विस बिल पर बहस के दौरान किया गया था निलंबित

लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू को दिल्ली सर्विस बिल पर बहस के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निलंबित कर दिया गया था। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली सेवा विधेयक से जुड़े चर्चा पर जवाब दे रहे थे।

इसी बीच सांसद रिंकू ने लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट जाकर की कॉपी को फाड़ कर फेंक दिया। पहले सांसद सुशील कुमार रिंकू कांग्रेस के लिए राजनीति पर बहस करते थे। कांग्रेस से निकाले जाने के बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।

खालिस्तानियों की खैर नहीं! ब्रिटेन में चरमपंथियों को लेकर कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के लिए नई फंडिंग का ऐलान

#uk_announce_new_funding_to_tackle_pro_khalistan 

ब्रिटेन में खालिस्तानी आतंकियों को एक बड़ा झटका लगा है। खालिस्तानी कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के लिए भारत की अपील पर ब्रिटेन ने बड़ा कदम उठाया है। खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों से निपटने के लिए ब्रिटेन की सरकार ने नए फंड का एलान किया है। भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने यह जानकारी दी।

दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ बैठक के दौरान ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदट ने खालिस्तान समर्थक चरमपंथ से निपटने के लिए ब्रिटेन की क्षमता बढ़ाने के लिए नई फंडिंग की घोषणा की। ब्रिटिश रक्षा मंत्री टॉम तुगेंदट ने खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निपटने के लिए अपने देश की क्षमता बढ़ाने के लिए 1 करोड़ रुपये की नई फंडिंग का ऐलान किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के तुरंत बाद तुगेंदट ने इस बात का ऐलान किया।

ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 95,000 पाउंड का निवेश खालिस्तान समर्थक चरमपंथ से पैदा खतरे के बारे में सरकार की जानकारी को बढ़ाएगा। जो संयुक्त चरमपंथ टास्क फोर्स के जरिये ब्रिटेन और भारत के बीच पहले से चल रहे संयुक्त कार्य का पूरक होगा।

खालिस्तानी चरमपंथियों ने ब्रिटेन में भारतीय दूतावास को कई बार निशाना बनाया है। इसके साथ ही अक्सर विरोध प्रदर्शन और अन्य तरह की साजिशें करते रहते हैं। ऐसे में भारत द्वारा लगातार ब्रिटेन के सामने खालिस्तान कट्टरपंथ का मामला उठाया जा रहा था। 

बता दें कि ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को भारत दौरे पर आए हैं। टुगेंडहाट सुरक्षा संबंधी पहलों पर द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और जी20 की भ्रष्टाचार रोधी मंत्रीस्तरीय बैठक में शामिल होने के लिए भारत आए हैं।

उत्तराखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, कोटद्वार में भारी तबाही, कई मकान जमींदोज, कई ध्वस्त, सीएम धामी ने प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण


उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश से जनजीवन बेहाल है। प्रदेश के कोटद्वार में बारिश से प्रभावित इलाकों का सीएम धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष व विधायक कोटद्वार रितु खंडूरी भी मौजूद रहीं। अतिवृष्टि ने दुगड्डा ब्लाॅक की मालन घाटी में भारी तबाही मचाई। चूना महेड़ा गांव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां कई मकान ध्वस्त हो गए हैं जबकि कई मकान मलबे में दब गए और एक वृद्ध लापता हो गया।

वहीं सटे सौड़, लदोखी, धरगांव, चौंडली, मैती काटल, जौरासी आदि गांवों में कई नाली कृषि भूमि मलबे में दब गई। चूना महेड़ा की प्रधान सादिया बेगम ने बताया कि गांव में मंगलवार रात को 11:00 बजे हुई अतिवृष्टि के दौरान मोहम्मद उस्मान, रहमत अली, शौकत अली, हकूमूद्दीन के भवन ध्वस्त हो गए जबकि एक वृद्ध रहमत अली (90) लापता हो गए।

ग्रामीण प्रर्मिला देवी, मंजू देवी, बबली देवी के मकान और गोशालाएं मलबे में दब गई हैं। ग्रामीण लापता की तलाश में जुटे हैं। घटना के बाद डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान ने प्रभावित गांव का दौरा किया। वहीं ग्राम पंचायत सौड़ की प्रधान सैनू देवी ने बताया कि मालन नदी में आई बाढ़ से जायदा बेगम, रोशनी देवी, संगीता देवी की गोशालाएं और अमृत सरोवर बह गए। मलबे से जुड्डा गांव की पाइप लाइन व सिंचाई के पाइप मलबे में दब गए हैं।

उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में घर के बाहर भाजपा नेता अनुज चौधरी की गोली मरकर हत्या, CCTV कैमरे में कैद हुई वारदात, कई अन्य लोग भी घायल

 उत्तर प्रदेश के संभल के रहने वाले भाजपा नेता अनुज चौधरी की उनके मुरादाबाद स्थित आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। CCTV में कैद हुई घटना में चौधरी को एक अन्य व्यक्ति के साथ चलते हुए दिखाया गया है, तभी मोटरसाइकिल पर तीन हमलावरों ने गोलियां चला दीं, जिससे कई लोग घायल हो गए। मुरादाबाद के ब्राइटस्टार अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चौधरी ने चोटों के कारण दम तोड़ दिया।

स्थानीय राजनीति में सक्रिय रूप से सक्रिय रहने के बाद, अनुज चौधरी ने संभल के असमोली ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी। चौधरी के परिवार ने इस दुखद हत्या के संबंध में अपने राजनीतिक विरोधियों पर उंगली उठाई है। कानून प्रवर्तन अधिकारियों की रिपोर्ट है कि मृतक के परिवार ने दो व्यक्तियों, अमित चौधरी और अनिकेत की पहचान इस घातक घटना में शामिल लोगों के रूप में की है।

अधिकारियों ने चार संदिग्धों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई की है और इन व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। मुरादाबाद पुलिस ने कहा, दो पक्षों के बीच आपसी दुश्मनी थी। चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। वांछित आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

'जल्द से जल्द देश छोड़ दें..', अफ्रीका के नाइजर में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए सरकार ने जारी की एडवाइजरी

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को अफ्रीकी देश नाइजर में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की। नागरिकों को 'जितनी जल्दी हो सके' देश छोड़ने के लिए कहा गया है। मीडिया को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि, "भारत सरकार नाइजर में चल रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है। मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, जिन भारतीय नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी जाती है।

अरिंदम बागची ने कहा कि, "वे ध्यान रखें कि हवाई क्षेत्र वर्तमान में बंद है। भूमि सीमा से प्रस्थान करते समय, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जा सकती है। जो लोग आने वाले दिनों में नाइजर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें भी इसी तरह अपनी यात्रा योजनाओं पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जाती है। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।'' यह पूछे जाने पर कि नाइजर में कितने भारतीय नागरिक हैं, अरिंदम ने कहा, "वहां लगभग 250 भारतीय हैं।

उन्होंने आगे कहा कि, "हम चाहते हैं कि वे सभी पंजीकरण कराएं। हमें बताया गया है कि वे सुरक्षित हैं। हमारा दूतावास उन्हें देश छोड़ने के लिए रसद की सुविधा प्रदान करने की कोशिश कर रहा है।" बागची ने आगे कहा कि हवाई क्षेत्र बंद है और भूमि सीमाओं के माध्यम से यात्रा करना मुश्किल है। उन्होंने कहा, "लेकिन हम वह सब कर रहे हैं जो हम कर सकते हैं।" मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि जो लोग नाइजर की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें स्थिति सामान्य होने तक अपनी यात्रा योजनाओं पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जाती है। विदेश मंत्रालय ने कहा, भारतीय नागरिकों को भारतीय मिशन में अपना पंजीकरण कराने की सलाह दी जाती है।

दिल्ली के नारायना इलाके के एक एमसीडी स्कूल में गैस रिसाव से हुआ बड़ा हादसा, 24 बच्चे पहुंचे अस्पताल, सबकी हालत अभी ठीक बताई जा रही

नई दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। स्कूल के पास संदिग्ध गैस रिसाव के बाद दिल्ली के 24 छात्र अस्पताल पहुंचे हैं। दिल्ली के एक एमसीडी स्कूल में संदिग्ध गैस रिसाव के कारण 24 छात्र बीमार पड़ गये। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के नारायणा इलाके में एक नगर निगम स्कूल के चौबीस छात्र आज कथित तौर पर गैस रिसाव की घटना के कारण बीमार पड़ गए।

दिल्ली नगर निगम (MCD) के एक वरिष्ठ अस्पताल ने मीडिया को बताया कि उन्नीस छात्रों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जबकि नौ अन्य को आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल भेजा गया। उन्होंने कहा, स्कूल के पास कुछ गैस रिसाव की घटना के कारण छात्र बीमार पड़ गए। सभी छात्र ठीक हैं, दो अस्पतालों में डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं।

अधिकारी ने बताया कि नागरिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दोनों अस्पतालों और स्कूल गए और एमसीडी का शिक्षा विभाग भी काम पर लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम अपने स्तर से भी जांच करेंगे कि यह घटना किस कारण से हुई।