*समाज के लिए जीने वाले लोग होते हैं महान : गोपीनाथ गिरि*

सोनभद्र। नगर पंचायत पिपरी के प्रेक्षागृह में गोस्वामी समाज संघर्ष समिति रेनूकूट, सोनभद्र के तत्वावधान में आयोजित भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति वी.वी. गिरि जयंती समारोह अवसर पर बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि समाज को देने और उनके लिए जीने वाले लोग सदैव अतुल्यनीय होते हैं। समाज के दबे कुचले लोगों के साथ ही साथ अपने समाज ही नहीं समूचे मानव समाज के लिए अपना जीवन समर्पित किया था। 

गोस्वामी समाज के लोगों का आह्वान कर सामाजिक दायित्वों के साथ राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने पर जोर देते हुए वक्ताओं ने कहा हमारा समाज कई मामलों में पिछड़ा हुआ है। उससे बाहर निकल कर संगठित होकर मजबूती के साथ समाज की उन्नति की राह पर चलकर समाज के सभी लोग एक मंच पर आकर वीवी गिरि के सपनों को साकार करने का संकल्प लेना होगा, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

समाज के लोगों को शिक्षा के विस्तार और नशामुक्ति से बचने का आह्वान करते हुए कुरीतियों से बाहर निकल कर समाजहित में लगने की बात कही। कहा बिना शिक्षा और संस्कार के किसी भी समाज, परिवार का भला होने वाला नहीं है। अग्रणीय कहा जाने वाला गोस्वामी समाज खंड खंड में बंटे होने के कारण पिछड़ेपन से उबर नहीं पाया है। समाज में पूज्यनीय होने के बाद भी यह समाज उपेक्षित पड़ा हुआ नजर आता है।

 मुख्य अतिथि गोस्वामी समाज संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोपीनाथ गिरि ने समाज के उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गोस्वामी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस समाज के महापुरुषों ने समाज को सदैव देने का काम किया है। जिसकी कड़ी में देश के चौथे राष्ट्रपति, भारत रत्न से सम्मानित वी.वी.गिरि का नाम अदब से लिया जाता है। जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के लिए न केवल काम किया बल्कि उनको संगठित भी किया। सनातन संस्कृति और अपने पुरातन पहचान परंपराओं को सहेजने की जरूरत पर जोर दिया। 

पूर्व राष्ट्रपति के जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि वह मजदूरों कामगारों के हितैषी थे, जिनकी पहचान मजदूर नेता के रूप में भी रही है। मजदूर नेता से राष्ट्रपति तक का सफर तय करने वाले वीवी गिरि मजदूरों के हक अधिकार से लेकर उनकी उन्नति के लिए गंभीर रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरि के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। 

कार्यक्रम में गोस्वामी समाज के लोगों सहित सभी विशिष्ट अतिथियों एवं मीडिया के साथियों का सम्मान किया गया। इस मौके पर कमलाशंकर गिरि, अरूण गिरि, बिंदु गिरि, चन्द्रभान गिरि, तरूण गोस्वामी, संतोष देव गिरि (पत्रकार), सुनील गिरि, जयराम, हरिनारायण भारती, सतेन्द्र भारती, प्रमोद गोस्वामी, सुरेन्द्र गिरि, मनोज गिरि, विनोद गोस्वामी, आनंद गिरि, श्रीराम गिरि, सरजू गिरि, विक्रमा गिरि, के अलावा सोनभद्र, गाजीपुर, गोरखपुर, जौनपुर, मीरजापुर, सुल्तानपुर, वाराणसी सहित अन्य राज्यों अम्बिकापुर, बिलासपुर (छत्तीसगढ़), सासाराम (बिहार), झारखंड से भी बड़ी संख्या में गोस्वामी समाज के लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपीनाथ गिरि, सफल संचालन कृष्ण कुमार गिरि उर्फ टांमबाबा ने किया

*दुधारू पशुओं में फैला डायरिया का प्रकोप, 8 जानवरों की हुई मौत पशुपालकों में मचा हड़कंप*

मीरजापुर। जिले के पटेहरा विकास खंड के लेदुकी गांव में दुधारू भैंस के दस दूध देने वाली भैंसो के 8 बच्चे पतली दस्त करते हुए मौत हो गई और दो की हालत खराब बताई जा रही है।

गांव निवासी पशुपालक रामेश्वर ने बताया कि एक खरिका में साथ रहने वाली दो भाइयों के 8 दुधारू भैंस के बच्चे दस्त होने से मौत हो गई, दो बच्चों की हालत खराब है जबकि देशी इलाज किया जाता रहा फिर भी नही बचे।

परिवार के भरण पोषण इन्हीं भैसों के सहारे था अब रोजी रोटी का संकट छा गया ।पशु डाक्टर संदीप कुमार सिंह पटेल ने बताया कि पशु पालकों के बताए अनुसार मृत सभी बच्चों को डायरिया की शिकायत थी जो देशी जड़ी बूटी से ठीक नहीं होगा। पशुपालकों को चाहिए कि 1962 पर काल करके मुफ्त इलाज करा सकते है।

*नवोदय विद्यालय पटेहरा मिर्जापुर में आई फ्लू से पांच दर्जन बच्चे हुए बीमार, मचा हड़कंप*

मिर्जापुर। जिले के पटेहरा विकास खंड क्षेत्र के जवाहर नवोदय विद्यालय पटेहरा में आई फ्लू की चपेट में पांच दर्जन बच्चे आ गए है। कुछ बच्चों का इलाज पीएचसी पटेहरा में कराया गया लेकिन सफलता नहीं मिलने पर विद्यालय में शिविर के लिए सीएमओ को पत्र जारी किया गया है।

आवासीय विद्यालय होने के नाते आई फ्लू की चपेट से बचाव हेतु आई फ्लू से बीमार बच्चो को प्रायः घर के लिए छोड़ा जा रहा जिसके तहत दो दर्जन बच्चों को घर जाने की अनुमति दे दी गई है। नवोदय में आई फ्लू के पांव पसारने से अन्य बच्चों के अभिभावकों को भी अपने बच्चे की कुशलता हेतु फोन आने लगे है कुछ अभिभावक तो अपने बच्चे से मिल कर जा भी चुके है।

विद्यालय के प्राचार्य डाक्टर एसपी त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में दो दर्जन बच्चे आई फ्लू की चपेट में आ गए थे जिन्हें अभिभावक के साथ घर जाने हेतु छोड़ा गया है। सुरक्षा एवं पठन पाठन की दृष्टि से सीएमओ को पत्र लिख कर शिविर लगाने की मांग किया गया है।

*मिर्जापुर : विद्युत तार की चपेट में आने से युवक की मौत*

मिर्जापुर। जिले के विन्ध्याचल थाना क्षेत्र के विजयपुर गाव के रजबंधा पहाडी पर बिजली के तार के चपेट मे आने से चांद मो. उर्फ मंगनू निवासी रानी बारी थाना लालगंज की बुधवार की रात मे मौत हो गयी ।और विजयपुर निवासी परवेज खा घायल हो गये ।

जानकारी के अनुसार मृतक रजबंधा पहाड़ी पर खेती किसानी काम करता था । रात 11बजे खेत मे पशु आ गये पशुओं को भगाने के दौरान जानवरो की खेत की सुरक्षा के लिए लगाये गये तार में किसी तरह से बिजली का तार लगे होने से बिजली प्रवाहित हो रही थी कि पशुओं को भगाने के दौरान तार की चपेट मे आने से चांद मो. की मौत हो गयी ।

जबकि चांद की चीख पुकार सुनकर बचाने गये परवेज को भी बिजली का झटका लगने से घायल हो गया।पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

*मिर्जापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में छत से गिरकर श्रमिक की मौत*

मीरजापुर। जिले के चुनार थाना क्षेत्र के शक्तेसगढ पुलिस चौकी अंतर्गत नुनौटी अंडरपास के पास संदिग्ध परिस्थितियों में प्रयागराज से आए श्रमिक विनोद निषाद (44) पुत्र राजकरण की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए भेजा है।

मृतक नुनौटी अंडरपास पुलिया में ठेकेदार के श्रमिक के रूप में काम करने आया था। सारे श्रमिक गांव में ही एक किराए का मकान लेकर रहते हैं। बुधवार की रात भी सभी खाना पीना खाकर छत पर जाकर सो गए। साथी श्रमिकों ने बताया कि भोर में जब लोगों की नींद खुली तो देखा कि विनोद छत से नीचे गिरा हुआ था। आनन फानन में लोग उसे क्षेत्र के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना की सूचना मिलने पर मृतक के स्वजन भी मौके पर पहुंच गए थे। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी जिस पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

*मिशन शक्ति के अन्तर्गत बेटियों व महिलाओं के स्वाभिमान व सम्मान के लिये की जा रही है सकारात्मक कार्यवाही*

मिर्जापुर। अध्यक्ष (राज्यमंत्री स्तर) उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग डाॅ देवेन्द्र शर्मा ने आज अपने जनपद भ्रमण के पश्चात कलेक्ट्रेट में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता कर बाल संरक्षण व मिशन शक्ति के तहत वर्तमान सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

अध्यक्ष ने आश्रम पद्धति विद्यालय में पहंुचकर वहां पर बच्चों के लिये बने हुये भोजन के गुणवत्ता को परखने के लिये बच्चों के साथ ही खाना खाया तथा शिक्षणरथ बच्चों विद्यालय की व्यवस्थाओं व प्रतिदिन मिलने भोजन व नाश्ता सहित अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात जिला अस्पताल मीरजापुर में पहंुचकर एन0आर0सी0 व ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी सेवाओं आदि को देखा तथा एन0आर0सी0 में भर्ती बच्चों के अभिभावको से मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।

अभिभावको द्वारा समुचित सुविधाए सही समय पर मिलने की जानकारी बतायी गयी। अस्पताल में उपस्थित कतिपय लोगो के द्वारा अस्पताल का सीवर खराब होने की शिकायत पर तत्काल सही कराने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को देते हुये कहा कि सीवर व्यवस्था को सही कराया जाय। जेल निरीक्षण के दौरान मा0 अध्यक्ष द्वारा बन्दी महिलाओं के साथ रह रहे बच्चों से मुलाकात की तथा व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मा0 अध्यक्ष ने बताया कि उनके द्वारा वन स्टाफ सेंटर तथा सम्प्रेक्षण गृह का भी निरीक्षण किया गया तथा सम्प्रेक्षण गृह में रह रहे बच्चों से वार्ता कर मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गयी।

उन्होने बताया कि बच्चों को अपराध से दूर रहने के लिये प्रेरित करते हुये जागरूता के लिये संदेश दिया गया। मा0 अध्यक्ष द्वारा महिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान 15 नवजात कन्याओं के जन्मोत्सव कार्यक्रम में भी भाग लिया गया। मा0 अध्यक्ष ने जिला अस्पताल में वृक्षारोपण भी किया गया।

प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान उन्होने कहा कि बेटी-बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा कई कार्यक्रम किये जा रहे है।

घर में बेटी पैदा होने पर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजनान्तर्गत 06 किश्तो में उन्हे 15000/- रूपया प्रदान किया जा रहा है जिससे बेटियो को जन्म से लेकर कालेज की शिक्षा तक सुविधा मुहैया हो सकें। उन्होने कहा कि मिशन शक्ति अन्तर्गत किये जा रहे कार्याे के तहत महिलाओं के स्वाभिमान व सम्मान के लिये सरकार द्वारा बड़ी कार्यवाही की जा रहा है जिससे महिलाये घर से बाहर स्वाभिमान के साथ निकल सकती हैं। उन्होने कहा कि बच्चों को ड्रग व मादक पदार्थो से दूर रहने व बचाने के दृष्टिगत ड्रग व आबकारी की दुकानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगवाया जायेगा। जिससे कोई भी बच्चा ड्रग की दुकान से नशीली दवा अथवा 21 वर्ष के कम उम्र के बच्चों किसी शराब की दुकान से शराब न ले सकें। बारिश के मौसम में स्कूलों में मलेरिया व संक्रमित बीमारियों से बचाव के लिये छिड़काव करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है।

बाल श्रम को रोकने के लिये भी सम्बन्धित अधिकारियों को प्रभावी

कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है तथा ईट भट्ठा मलिन बस्तिायों से पाये गये बाल श्रमिको के पुर्नवास व शिक्षा के लिये भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी वीएस, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अजय प्रताप सिंह, अध्यक्ष सम्प्रेक्षण गृह/जिला बाल अधिकार संरक्षण, जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, प्राचार्य मेडिकल कालेज आर0बी0 कमल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 सी0एल0 वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चन्द्र सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

*अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित*

मिर्जापुर। रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृट योगदान के लिए जौनपुर जिले की सिंगरामऊ स्टेट की महारानी व ठाकुर बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की प्रबंधक

आदरणीया डॉक्टर अंजू सिंह जी की उपस्थिति में डॉक्टर हिमा बिंदु नायक (महासचिव रेड क्रॉस सोसाइटी उत्तर प्रदेश) के द्वारा महाराजा हरिपाल सिंह पीजी कालेज जौनपुर के परिसर में मिर्जापुर ब्लड बैंक के पी आर ओ राम कुमार गुप्ता को अंगवस्त्र, मेमोंटो व प्रसस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।

समारोह में देश की तमाम बड़ी हस्तियां व प्रदेश के चर्चित रक्तदूत उपस्थित रहे। अपने वक्तव्य में राम कुमार गुप्ता ने कहा कि यह बेहद ही गौरवशाली पल रहा ये हमारे लिए और यह सम्मान मिर्जापुर जिले की उन सभी रक्तदाताओं और रक्तदाता संस्थाओं को सादर समर्पित है जिनकी वजह से मिर्जापुर जिले में रक्तदान की मुहीम निरंतर जारी है।

*सड़क हादसे में मीरजापुर के राजगढ़ में एक की मौत, चार घायल*

मिर्जापुर। जिले के थाना राजगढ़ क्षेत्रांतर्गत नदीहार बाजार के पास मीरजापुर से राबर्टसगंज के तरफ जा रही वैगनआर गाड़ी पेड़ से टकरा गई। गाड़ी में 5 लोग सवार थे जिसमें ड्राइवर की सीट के बगल में बैठे श्री गुरु चरण आनंद सरस्वती महाराज मारकुंडी घाटी दुर्गा मंदिर राबर्टसगंज की मौके पर मृत्यु हो गयी।

शेष चार लोग 1-दिनेश गुप्ता पुत्र बच्चू लाल गुप्ता उम्र करीब 35 वर्ष निवासी नई बस्ती राबर्टसगंज, 2-अमरीश तिवारी पुत्र गोविंद हरी तिवारी उम्र करीब 47 वर्ष निवासी शाहगंज थाना शाहगंज, 3-आशीष मिश्रा पुत्र मुक्तिनाथ मिश्रा उम्र करीब 40 वर्ष निवासी अकरहवा पोखरा राबर्टसगंज, 4-गाड़ी चालक विजय कुमार पुत्र हजारी प्रसाद उम्र करीब 40 वर्ष निवासी राबर्टसगंज कस्बा थाना राबर्टसगंज चोटिल हुए।

सूचना पर थाना राजगढ़ पुलिस द्वारा तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर घायलों को इलाज हेतु सीएचसी राजगढ़ भेजवाया गया जहां स्थिति सामान्य है। मृतक श्री गुरु चरण उपरोक्त के शव को कब्जें में लेकर नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

*सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सुनी गयी जन समस्याए*

मिर्जापुर- जिलाधिकारी के मार्ग निर्देशन में जनपद के सभी तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। तहसील लालगंज में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल व मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस के द्वारा आये हुये फरियादियों के समस्याओं को सुना गया तथा सम्बन्धित अधिकारियों को ससमय गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु प्रार्थना पत्रों को प्रेषित किया गया।

जिलाकधिकारी ने कहा कि जो प्रार्थना पत्र जिस अधिकारी को दिया जा रहा है वह तहसील से प्राप्त कर मौके पर पहुंचे तथा जनता की समस्याओं को सुनकर उसका स्थलीय निराकरण करें। उन्होने कहा कि निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं फरियादी के संतुिष्ट होने पर आख्या तहसील को भेजे। जिलाधिकारी ने सभी लेखपालो को निर्देशित करते हुये कहा कि वे अपने क्षेत्र में रहकर समस्याओं को सुने तथा उसका निराकरण कराये ताकि सुदूर क्षेत्रो से लोगो को तहसील व कलेक्ट्रेट के चक्कर न लगाना पड़े। तहसील लालगंज में जिलाधिकारी के समक्ष कुल 291 प्राप्त प्रार्थना पत्रों में से मौके पर 10 निस्तारण किया गया शेष प्रार्थना पत्रो को सम्बन्धित अधिकारियों को प्रेषित करते हुये गुणवत्तापूर्ण समयबद्ध निस्तारण करने का निर्देश दिया गया।

तहसील दिवस में जिलाधिकारी के समक्ष पगली पत्नी स्व0 चमरू धरकार नि0-गड़बड़ा राजा तप्पा लालगंज ने प्रार्थना पत्र देकर बताया कि विपक्षीगण के द्वारा नाजायज व विधि विरूद्ध तरीके से हमारा आवास नही बनने दे रहे है जिस पर

जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष को स्थलीय एवं अभिलेखीय जांच कर यथोचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया। प्रार्थिनी हजरतून व वजीरा बेगम के द्वारा प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि लेखपाल के द्वारा विपक्षियों के कहने पर अवैध ढंग बैनामा शुदा भूमि पर अधिक वृक्ष व चैहद्दी गलत ढंग लगाये जाने की शिकातय की गयी, जिस पर स्टैम्प मा0 न्यायालय में विचाराधीन बताया गया। प्रार्थिनी शकुन्तला पत्नी सुन्दर निवासी-ग्राम बस्तरा पाण्डेय विकास खण्ड लालंगज के द्वारा प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि विधना पेंशन पहले आ रही थी परन्तु इस समय नही आ रही है, जिला प्रोबेशन अधिकारी के द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि के0वाई0सी0 नही हुआ था तत्काल करा दिया गया है अगली बार पेंशन प्राप्त होगी। इस अवसर उप जिलाधिकारी लालगंज भरत लाल सरोज, प्रभागीय वनाधिकारी अरविन्द राज मिश्र, मुख्य चिकित्साािधकारी डाॅ0 सी0एल0 वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अजय प्रताप सिंह, उपायुक्त एन0आर0एल0एम0 अनय मिश्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चन्द्र सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

*मिर्जापुर की साहित्य और संस्कृति इतिहास के परिप्रेक्ष्य में विषय आधारित संगोष्ठी का आयोजन*

मिर्जा़पुर। डा. काशी प्रसाद जायसवाल विद्वत परिषद के तत्वाधान में बाजीराव कटरा स्थित एक सभागार में डा. जायसवाल जी की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर मीरजापुर की साहित्य और संस्कृति इतिहास के परिप्रेक्ष्य में विषय आधारित संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम मुख्य अतिथि जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, मुख्य वक्ता दिल्ली के इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम समन्वयक सर्वेश दत्त त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से काशी प्रसाद जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर श्रद्धांजलि समर्पित की।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मीरजापुर की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि मीरजापुर अनूठा जनपद है यह सहजता का प्रतीक है सबको अपना बना लेना यह खूबी देश के किसी और जनपद में नहीं है इन एक बरस में एक अधिकारी के रूप में नहीं यहां की बेटी बन कर जो काम करने का अवसर मुझे मिला है व जीवनपर्यंत नहीं भूल पाऊंगी। देवी के आशीर्वाद से संचित यह जनपद जरूर काशी प्रयाग के बीच है लेकिन यह यहां की बेबसी नहीं बल्कि गर्व है।

ऐतिहासिक धरोहरों, प्राकृतिक सौंदर्य, अनोखी और मीठी भाषा की खूबसूरती, साहित्य और संस्कृति का संगम यह मीरजापुर की पहचान है। यहां अनेको साहित्य, इतिहास और संस्कृति की अलख जगाने वाले विद्वान पैदा हुए। जिनमें विश्वपटल पर जिन्हे विशेष नाम और सम्मान मिला वे डा. काशी प्रसाद जायसवाल थे।

गोष्ठी के मुख्य वक्ता गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम समन्वयक डा. सर्वेश दत्त त्रिपाठी ने कहा कि महान विचारक-लेखक और अर्थशास्त्री डाक्टर काशी प्रसाद का जन्म 27 नवम्बर 1881 को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक धनी व्यापारी परिवार में हुआ था। डा. काशी प्रसाद जायसवाल मिर्जापुर के प्रसिद्ध रईस साव महादेव प्रसाद जायसवाल के पुत्र थे। उनके जीवन के कई आयाम हैं और कई क्षेत्रों में उनका असर रहा है। उनकी मृत्यु 4 अगस्त 1937 को हुई। अपने छोटे से जीवनकाल में डा0 काशीप्रसाद जायसवाल ने बड़ी ऊंचाई हासिल की। श्री जायसवाल के जीवन दर्शन को लेकर उनके शिष्यों, मित्रों की न केवल अनेक संकलित रचनाएं प्रकाशित हुईं, बल्कि उन पर न जाने कितने शोध-प्रबंध और किताबें और लेख लिखे गए। अनगिनत सभाएं, संगोष्ठी, कार्यक्रम बदस्तूर जारी हैं।

श्री जायसवाल युग-निर्माताओं में से एक थे और अपने कृतित्व के आधार पर आज भी बेजोड़ हैं। तमाम विद्याओ में निपुण डाक्टर काशीप्रसाद जायसवाल सामाजिक रूप से हिन्दू-मुस्लिम-एकता को जरूरी समझते थे। उनका मत था कि ताली एक हाथ से नहीं, बल्कि दोनों हाथ से बजती है। क्योंकि अधिकांश हिन्दू साहित्यकार अपने उपन्यासों में मुसलमानों को अत्याचारी और हिन्दुओं को सदाचारी के रूप में चित्रित कर रहे थे, इसलिए काशी प्रसाद इस कृत्य को राष्ट्रीय एकता में बाधक के रूप में देख रहे थे। काशी प्रसाद कई भाषाओं के जानकार थे। वह संस्कृत, हिंदी, इंग्लिश, चीनी, फ्रेंच, जर्मन और बांग्ला भाषा पर पूरा कमांड रखते थेे। लेकिन अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार वे हिंदी और अंग्रेजी में ही लिखते थे। अंग्रेजी बाह्य जगत के पाठकों और प्रोफेशनल इतिहासकारों के लिए तथा हिंदी,स्थानीय पाठक और साहित्यकारों के लिए काशीप्रसाद ने लेखन से लेकर संस्थाओं के निर्माण में कई कीर्तिमान स्थापित किए।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष अरूण कुमार मिश्र ने कहा कि महापुरूषों को किसी जातीय बंधन में नहीं बांधना चाहिए उनकी स्मृतियों को हम सबको ऐसी विद्वत गोष्ठियों में याद करने की जरूरत है। जिससे भविष्य बहुत कुछ सीखे।

उन्होंने कहा कि काशी प्रसाद ने हिंदी भाषा और साहित्य तथा प्राचीन भारत के इतिहास और संस्कृति पर तकरीबन दो सौ मौलिक लेख लिखे जो प्रकाशित हुए। भारतीय दर्शन, इतिहास, भाषा-साहित्य, सभ्यता-संस्कृति व धर्म के गौरवशाली अतीत को काशीप्रसाद ने जिस प्रखरता से उभारा है, उस तरह की प्रखरता अभी तक कोई दूसरा साहित्यकार या इतिहासकार नहीं उजागर कर पाया है। उनके सभी शोध लेखन इतिहास में अमिट हैं।

आयोजक संस्था की अध्यक्ष डा. रीता जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार ने सन् 1981 में कुछ विशिष्ट महापुरूषों के सम्मान में विशेष डाक टिकटों को जारी करने का निर्णय लिया। उन महापुरूषों में एक नाम प्रसिद्ध इतिहासकार डा.काशी प्रसाद जायसवाल का भी था।

मीरजापुर के लिए वे सदैव मान व सम्मान का प्रतीक रहेंगे। हमें गर्व है कि वे इस धरती के लाल थे।

संचालन कर रहे कार्यक्रम संयोजक व महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने कहा कि डा.काशी प्रसाद जायसवाल विद्वत परिषद की मांग है कि डा. काशी प्रसाद जी की मूर्ती शहर के किसी चौराहे पर लगायी जाय, सिटी क्लब स्थित नवनिर्मित प्रेक्षागृह का नाम डा. काशी प्रसाद जायसवाल के नाम पर हो साथ ही मीरजापुर में आने वाला विश्वविद्यालय भी उनके नाम से जाना जाय।

साथ ही साथ नवीन संसद के सेंट्रल हाल में उनका चित्र लगाया जाय जिससे देश के भविष्य को उनकी पवित्र स्मृतियों से उनके राष्ट्रवादी विचारों के योगदान के प्रति उच्चतर जानकारी मिलती रहे।

इस दौरान साहित्यिक विचारक बृजदेव पाण्डेय, डा. अम्बुज पाण्डेय, डा. धर्मजीत सिंह, मनोज श्रीवास्तव, अश्फाक अहमद, शरद मेहरोत्रा, गुलाब चंद त्रिपाठी, संजय सिंह गहरवार, ज्ञान चंद्र गुप्ता, डीबीए के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह, नित्यानंद, ताराचंद अग्रहरि, आयुष सिंह, शंकर चौधरी, नयन जायसवाल, डा. मंजूलता, पूजा केशरी, नीता जायसवाल, साधना जायसवाल, प्रधानाचार्य श्याम शंकर उपाध्याय, अतिन गुप्ता, अमित श्रीनेत, आशीष बुधिया, मनोज खण्डेलवाल, शत्रुघ्न केशरी, आफाक अहमद, डा. जे.के. जायसवाल, समीर रिजवी, डा. रमाशंकर शुक्ला, अमृत लाल मौर्या, उमेश तिवारी, कन्हैया तिवारी, सुभ्रत अग्रहरि, विवेक राजपूत, हरिहर सिंह, मोहन अग्रवाल, पंकज सिंह, अंकित अग्रहरि, हिमांशु आदि उपस्थित रहे।