गंडक नदी के बाढ़ में फंसने वाले वन्यजीवों को सुरक्षित बचाने के लिए 36 सदसीय टीम का गठन
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वाल्मीकि नगर: बिहार का इकलौता वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना और डब्लू डब्लू एफ इंडिया के सहभागिता से मानसून सत्र में वन्यजीवों सुरक्षा को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। इसी क्रम में वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वन प्रमंडल 2 के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र स्थित वाल्मीकि विहार होटल में शनिवार के दोपहर विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें वन विभाग के साथ डब्लू डब्लू एफ इंडिया,पशु चिकित्सा पदाधिकारी, फील्ड बायोलिस्ट के टीम भी मौंजूद रही।
दरअसल भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गंडक नदी में बाढ़ व बरसात के दिनों में पड़ोसी देश नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से पानी की तेज धार में बहकर आने वाले मेहमान गैंडों को सुरक्षित पानी से बाहर निकालने और उनकी रेस्क्यू को लेकर 36 सदस्य टीम का गठन किया गया। इस संबंध में वीटीआर के वरीय अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर यह कार्य करने पर सहमति बनी। ताकि समुचित संसाधनों के साथ समय पर वन्यजीवों को बचाया जा सके। लिहाजा आज की इस बैठक में मुख्य रूप से वन्यजीवों के जान-माल की सुरक्षा और आपदा की घड़ी में उनके समुचित चिकित्सा एवं रख-रखाव को लेकर दिशा-निर्देश दिया गया है। जानकारी हो कि हर वर्ष बाढ़ एंव बरसात जैसी आपदा की घड़ी में गैंडा समेत कई अन्य वन्य जीव गंडक नदी के तेज धार में फस जाते हैं।ऐसे में कई बार कई वन्यजीवों की जान भी जा चुकी है।
इसके मद्देनजर वन विभाग और डब्लू डब्लू एफ इंडिया(वाइल्ड लाइफ अॉफ इंडिया) वन्यजीवों के सुरक्षा और संरक्षण और संवर्धन को लेकर बेहतर चौकस है। इस अवसर पर इस बैठक में वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर अवधेश कुमार सिंह, वीटीआर के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार टोनी, डब्लू डब्लू एफ इंडिया के समन्वयक डॉ कमलेश मौर्य, वन प्रमंडल 2 के फील्ड बायोलिस्ट सौरव वर्मा,डब्लू डब्लू एफ के परियोजना पदाधिकारी अक्षय जैन, इको टूरिज्म के वनपाल नीरज कुमार, वनपाल नवीन कुमार,वनपाल सोनू कुमार, वंरक्षी गजेंद्र कुमार सिंह, आजाद कुमार, शशि रंजन कुमार समेत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के सभी वनपाल,वनरक्षक,वनकर्मी आदि मौंजूद रहें।
Jul 22 2023, 21:40