तीन बच्चों की मां प्रेमी के संग फरार, पति ने थाने में दर्ज कराया मामला


बेतिया : जिले के वालमिकी नगर से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां तीन बच्चों की मां अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई है। इस बावत पति द्वारा थाने में मामला दर्ज कराया गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार वाल्मीकि नगर राजू शर्मा साकिन हालमुकाम जी टाइप गंडक कॉलोनी थाना वाल्मीकि नगर ने वाल्मीकि नगर थाना में पत्नी को बहला-फुसलाकर प्रलोभन देकर भगा ले जाने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। 

प्राथमिकी संख्या 84/23 में कहा गया है कि मैं राजू शर्मा उम्र लगभग 40 वर्ष पिता विशुन शर्मा साकिन हालमुकाम जी टाइप गंडक कॉलोनी थाना वाल्मीकि नगर में अपने गांव कुमीया विशुनपुरवा थाना खैरपोखरा से वाल्मीकि नगर में आकर ड्राइवरी का कार्य करता हूँ। जो कि मेरी पत्नी आशा देवी उम्र लगभग 37 वर्ष तथा मेरे 3 पुत्र राजा शर्मा उम्र लगभग 16 वर्ष,राज शर्मा उम्र लगभग 11 वर्ष, शिवम शर्मा उम्र लगभग 6 वर्ष का है। 

मेरे पत्नी आशा देवी को आज से करीब 1 माह पूर्व अमित कुमार उम्र लगभग 26 वर्ष पिता शिव कुमार महतो साकिन एनपीसीसी गंडक कॉलोनी वाल्मीकि नगर ने मेरी पत्नी आशा देवी को प्रलोभन देकर शादी के नियत से भगा ले गया था। गांव के ग्रामीणों तथा समाज के कहने पर मेरी पत्नी को मेरे व मेरे बच्चो के पास अमित कुमार लाकर पहुंचा दिया। तब से मेरे व मेरे बच्चो के साथ मेरी पत्नी रही थी। 

पुनः दिनांक 9 जुलाई 2023 दिन रविवार की दोपहर मेरे पत्नी को अमित कुमार फिर से दोबारा लेकर भगा ले गया। उस समय मैं आवश्यक कार्य हेतु वाल्मीकि नगर स्थित टंकी बाजार में आया था। जब मैं अपने घर पर गया तो देखा कि मेरी पत्नी आशा देवी घर पर नहीं है। तब तक मेरे तीनों पुत्र ने बताया कि अमित कुमार मम्मी आशा देवी को गाड़ी में बैठा कर ले गया है। मैं अपने स्तर से काफी खोजबीन किया। परंतु कोई अता पता नहीं चल सका। जब मैं अमित कुमार के घर पर गया,तो वह अपने घर पर भी नहीं था।

इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर थाना के थाना अध्यक्ष विजय कुमार राव ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

बगहा के तीन कॉलेजों में बी.ए पार्ट वन की एम आई एल की विषय कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा ली गई

बगहा।बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के द्वारा स्नातक पार्ट वन की परीक्षा बगहा के तीन केंद्रों पर ली गई। सभी केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा ली गई ।वही मंगलवार के दिन एम आई एल विषय की परीक्षा तीन केंद्रों पर हुई। जिनमें गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बड़गांव बगहा एक , महिला कॉलेज बगहा एक और बाबा भूतनाथ कॉलेज बगहा दो में परीक्षा ली गई।

डिग्री कॉलेज बड़गांव के प्राचार्य डॉ प्रोफेसर रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार परीक्षा कड़ी चौकसी के बीच परीक्षा ली गई। डिग्री कॉलेज बड़गांव परीक्षा नियंत्रक प्रोफ़ेसर डॉ रेखा श्रीवास्तव ने विस्तृत जानकारी देते हुए बतायी कि हमारे महाविद्यालय में कुल आठ कक्षाओं में एम आई एल विषय की परीक्षा हुई हैं। जिसमें 16 वीक्षकों की निगरानी में कदाचारमुक्त परीक्षा विभागीय दिशा निर्देश अनुसार कराया गया।

लगभग 435 छात्र,छात्रों ने एम आई एल विषय की परीक्षा मे शामिल रहे। इसके साथ ही बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए सभी निर्देशों के अनुसार परीक्षाएं कड़ी सुरक्षा के बीच ली गई। वही परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने बताया कि एम आई एल विषय की परीक्षा सिलेब्स के अनुसार सवाल पूछा गया ।

जहां सभी प्रश्नों को हल किया गया। परीक्षा के दौरान केंद्र पर वीक्षकों में डॉ रेखा श्रीवास्तव,डॉ गजेंद्र तिवारी,धर्मेश नंदा,डॉ रमेश सिंह,डॉ राकेश सिंह, संदीप कुमार सिंह आदि के साथ नॉन टीचिंग स्टाफ भी मौजूद थे।

एसडीएम ने जन वितरण प्रणाली दुकानों का किया औचक निरीक्षण।

बगहा।बगहा अनुमंडल अंतर्गत प्रखंड बगहा दो के ग्राम पंचायत राज बलुआ छतरौल के तीन जन वितरण प्रणाली दुकानों का अनुमंडल पदाधिकारी डॉ० अनुपमा सिंह ने औचक निरीक्षण किया।एसडीएम के द्वारा प्रखंड बगहा-2 के ग्राम पंचायत राज बलुआ छतरौल के जन वितरण प्रणाली विक्रेता नरगिस देवी एवं विश्वनाथ काजी के दुकान का जांच किया गया,जांच के क्रम में इन दोनों दुकानों का स्थिति संतोषजनक पाया गया।

 इसी क्रम में फूलवंती देवी (उपभोक्ता/लाभुक) के द्वारा बताया गया कि संजय कुमार सिंह जन वितरण प्रणाली विक्रेता के द्वारा अभद्र व्यवहार किया जाता है एवं राशन नही दिया जाता है,जिस कारण से हमलोगों को दूसरे दुकान/डीलर से उठाव करने को मजबूर होना पड़ता है। जो कि दूर भी पड़ता एवं एक दिन का मजदूरी भी नही कमा पाते है। प्राप्त शिकायत पर एसडीएम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए जन वितरण प्रणाली विक्रेता संजय कुमार सिंह के दुकान का औचक निरीक्षण किया गया।

जांच के क्रम में दुकान का सामग्री,दर तालिका एवं विभागीय आदेश से सम्बंधित सूचना पट्ट नही लगा था।जिसे देखते ही एसडीएम के द्वारा कड़ी फटकार लगाया गया एवं सूचना पट्ट लगाने को कहा गया।

जांच के क्रम में यह भी पाया गया कि श्री सिंह एवं इनके पिता श्याम सुंदर सिंह के नाम से एक ही परिवार में किन परिस्थितियों में दो दुकान का अनुज्ञप्ति दिया गया है। जो नियमानुकूल नही है,इसका भी जांच कर अग्रेतर करवाई की जाएगी साथ ही उक्त संबंध में श्री सिंह से कारणपृच्छा किया गया है।

सरकार से प्रमाणित व बहुपयोगी दस्तावेज हैं रजिस्टार द्वारा निर्गत जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र: गरिमा

बेतिया : महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा बुधवार को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों का एक सादे समारोह में वितरण किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जन्म की तारीख का प्रमाण का यह प्रमाणित दस्तावेज है। स्कूल में दाखिला के लिए उपयोगी है। राशन कार्ड बनाने में उपयोगी है। वोटर कार्ड बनाने में उपयोगी है तथा पासपोर्ट इत्यादि बनाने में आसान होता है। 

इसी प्रकार मृत्यु प्रमाण पत्र की उपयोगिता के बारे में महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि इसी प्रकार मृत्यु प्रमाण पत्र भी मृत्यु की तारीख का सबसे प्रमाणित दस्तावेज है। जिसके आधार पर ही पैतृक संपति के दावे के निराकरण में उपयोगी है। जीवन बीमा के लिए तथा बैंक खातों में उपयोगी है। 

जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के हवाले से उन्होंने बताया कि जन्म और मृत्यु की घटनाओं के 21 दिन के अंदर पंजीकरण कराकर नि:शुल्क प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकता है। 21 दिन के पश्चात विलंबित पंजीकरण का भी प्रावधान है। जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र पर, नगर निगम कार्यालय में, सदर अस्पताल में, रेफरल अस्पताल में, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। सामान्य मृत्यु पर निबंधन भी जन्म निबंधन की भांति कराया जाता है एवं तत्संबंधित जन्म-मृत्यु निबंधन केन्द्र से प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकता है। 

महापौर ने बताया कि जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के तहत् हीं प्रत्येक जन्म-मृत्यु की घटनाओं को सीआरएस. पोर्टल पर ऑनलाईन पंजीकरण कराया जाना अनिवार्य हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार सरकार की के अधिसूचना संख्या 15548 द्वारा जन्म-मृत्यु निबंधन कार्य को ''बिहार लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम'' के तहत लेते हुए निबंधन जन्म-मृत्यु की भी समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। जिसके तहत जिला स्तर पर प्रथम अपीलीय पदाधिकारी के रूप में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी -सह- अपर जिला रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु हैं। 

उसी प्रकार द्वितीय अपीलीय पदाधिकारी के तौर पर जिला पदाधिकारी -सह- जिला रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु अधिसूचित किए गए हैं।

दो थाना क्षेत्रों में भूमि विवाद को लेकर हुई खूनी संघर्ष एवं गोलीबारी में 8 लोग घायल

बेतिया : जिले के दो थाना क्षेत्रों में भूमि विवाद को लेकर हुई खूनी संघर्ष एवं गोलीबारी में करीब 8 लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायलों की चिकित्सा जीएमसीएच अस्पताल बेतिया में की जा रही है ।सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दिया है। 

मिली जानकारी के अनुसार नौतन थाना के गहरी गम्हरिया ग्राम में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई झड़प व फायरिंग में एक पक्ष के आधा दर्जन लोग घायल हो गए।सभी घायल कारी शर्मा के पक्ष के बताए गए हैं। 

बताया जाता है कारी शर्मा एवं किशोरी साह के बीच करीब 18 बीघा जमीन को लेकर पूर्व से ही विवाद चली आ रही है । वहीं नरकटियागंज के शिकारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नौतनवा गांव में भूमि विवाद को लेकर कोई संघर्ष एवं फायरिंग में 2 लोग घायल बताए गए हैं।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने फायरिंग की गई बंदूक को भी बरामद कर लिया है और जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।

नशे में धुत थार जीप मालिक ने 5 लोगों को रौंदा,तीन की मौत व दो की हालत गम्भीर

बेतिया : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नशे में धुत थार जीप मालिक ने 5 लोगों को रौंद डाला। इस घटना में जहां तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं दो को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने थार चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले किया कर दिया। 

मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात्रि करीब 8:00 बजे बेतिया बगहां मुख्य पथ में कालीबा ओपी थाना क्षेत्र के छावनी मस्जिद के पास नशे में धुत थार चालक ने मोपेड सवार एवं पैदल चल रहे हैं 5 राहगीरों को रौंद डाला। जिसमें एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई जबकि वह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों के इलाज जीएमसीएच अस्पताल बेतिया में की जा रही है। 

वहीं ग्रामीणों ने थार चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। जिसकी पहचान भरकटिया निवासी रणविजय सिंह उर्फ बड़े पिता मुन्ना सिंह के रूप में की गई है। मरने वालों की पहचान भरपटिया निवासी समीर आलम पिता शुभ रात्रि आलम एवं एकरहिया निवासी नीतीश कुमार पिता झोटिल महतो के रूप में की गई है।  

जबकि समाचार लिखे जाने तक मृत महिला की पहचान नहीं हो सकी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं घायलों में एकरहिया निवासी कुंदन कुमार पिता भुलाई महतो व गुरवलिया निवासी सुखल साह पिता सूरज सिंह शामिल हैं। पुलिस ने थार जीप को जप्त कर लिया है और चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

डॉ नेल्सन मंडेला के जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा लगाए गए पेड़ पौधे।


स्वच्छता, जल संरक्षण ,पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की रोकथाम पर विस्तृत रूप से हुई परिचर्चा।

आज दिनांक 18 जुलाई 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भारत रत्न दक्षिण अफ्रीका के गांधी डॉ नेल्सन मंडेला के जन्मदिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।विश्व भर में अश्वेतों की स्वतंत्रता एवं नागरिक अधिकारों के प्रतीक भारत रत्न डॉ. नेल्सन मंडेला दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ. शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक , सामाजिक कार्यकर्ता नविदु चतुवेर्दी, पश्चिमी चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, ने संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका के गांधी भारत डॉ. मंडेला को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हर साल डॉ. नेल्सन के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए गए कार्यों को मान्यता दी जाती है। विश्व शांति एवं दुनिया भर में मानवता के दुत डॉ मंडेला के जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पेड़-पौधे लगाए गए। साथ ही डॉ नेल्सन मंडेला द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए किये ग‌ए योगदान पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।दक्षिण अफ्रीका के गांधी भारत रत्न

डॉ. नेल्सन मंडेला ने गांधीवादी विचारों से प्रेरणा लेकर रंगभेद के खिलाफ अपना संघर्ष शुरू किया एवं दक्षिण अफ्रीका के दूसरे गांधी बने। डॉ. नेल्सन मंडेला ने अन्याय के विरुद्ध क्रोध एवं हिंसा को रचनात्मक रूप दिया। महात्मा गांधी ने सत्याग्रह एवं अहिंसा का एक मजबूत मार्ग खोजा। इससे अफ़्रीका के स्वतंत्रता आंदोलन के साथ-साथ लोगों के मन में व्यक्तिगत रूप से सत्याग्रह एवं अहिंसक धाराओं का जन्म हुआ।

मौके पर वक्ताओं ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि अगर किसी दिन कोई अश्वेत नेता उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाये तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा. वहीं डॉ अमानुल हक एवं डॉ. शाहनवाज अली ने कहा कि पुराने दर्शन को अपनाने के आयाम बदलते रहते हैं। सत्याग्रह के विशेषज्ञ डॉक्टर अमानुल हक एवं डॉ. शाहनवाज अली के शब्दों में, "किसी के सिद्धांतों का उपयोग करने का संदर्भ बदलता रहता है। जब वे उपनिवेशवाद से लड़ रहे थे, तब भी लोग जागने की कोशिश कर रहे थे और तब भी जब उन्हें अपने संघर्ष के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता थी। गांधी बहुत प्रासंगिक थे।"

दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपिता नेल्सन मंडेला, जिन्होंने 1964 से 1990 तक रंगभेद एवं अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ाई के कारण 27 साल जेल में बिताए, ने उस समय सत्याग्रह, अहिंसा एवं आपसी प्रेम का मार्ग अपनाया। जब दुनिया हिरोशिमा एवं नागासाकी के बाद. पश्चिम एशिया युद्ध एवं हिंसा में डूबा हुआ था। नेल्सन मंडेला ने जोहान्सबर्ग में माइन गार्ड के रूप में काम करना शुरू किया और यहीं से प्रेस की स्वतंत्रता और रंगभेद के खिलाफ उनकी लड़ाई शुरू हुई।

अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता , डॉ महबूब उर रहमान एवं डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि उनका मानना ​​है कि महात्मा गांधी की सत्याग्रह, अहिंसा और असहयोग की विचारधारा ने मंडेला पर गहरा प्रभाव डाला । वे कहते हैं, "जो लोग राजनीति में अहिंसा का प्रयोग करना चाहते हैं उन्हें इसे अपने जीवन में भी अपनाने की जरूरत है। गांधी की अहिंसा और असहयोग की नीति वैश्विक है और देश या समय सीमा से बंधी नहीं है। असहयोग की शुरुआत कहां से हुई?" बस सहयोग नहीं कर रहे लेकिन जल्द ही उन्हें समझ आ गया कि वे चुपचाप बैठकर कुछ नहीं कर सकते।

31 जनवरी 2004 को नई दिल्ली में शांति और अहिंसा पर वैश्विक सम्मेलन में नेल्सन मंडेला ने कहा कि शांति का मतलब सिर्फ संघर्ष का अंत नहीं है।मार्टिन लूथर किंग जूनियर, तंजानिया के जूलियस न्येरेरे , जाम्बिया के केनेथ कौंडा , बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीब उर रहमान फिलिस्तीनी मुक्ति मोर्चा के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता यासिर अराफात तिब्बत के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा एवं मदर टेरेसा की तरह, भारत रत्न दक्षिण अफ्रीका के गांधी डॉ नेल्सन मंडेला ने सत्याग्रह के विचारों को अपनाया था।

नगर निगम के वार्ड 31 लालूनगर और वार्ड 25 के बस स्टेंड क्षेत्र में मुख्य नाला की सफाई कार्य का महापौर ने किया निरीक्षण


व्यवस्थित जल निकासी नगर निगम की बुनियादी जरूरत, इसकी गति बढ़ाने में लाएं तेजी: गरिमा

==केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण और जारी बरसात के मौसम में वर्षा कभी भी शुरू होने को लेकर उड़ाही में तेजी का निर्देश,

बेतिया। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 31के लालूनगर और वार्ड 25 में अवस्थित बस स्टेंड क्षेत्र में मुख्य नाला की जेसीबी मशीन द्वारा सफाई कार्य का महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा मंगलवार को स्थल निरीक्षण किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में साफ सफाई के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया जाता है। इसके साथ ही व्यवस्थित जल निकासी किसी भी नगर निकाय की बुनियादी जरूरत होती है। इसको लेकर नगर निगम क्षेत्र के सभी नालों की उड़ाही और सफाई में और तेजी लाने की जरूरत है। क्योंकि बरसात के जारी मौसम में अपने क्षेत्र में वर्षा कब शुरू हो जाय इसकी कोई गारंटी नहीं है। इस मौके पर महापौर श्रीमती सिकारिया ने सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ एवं सफाई निरीक्षक मोहम्मद तबरेज और अन्य नगर निगम कर्मियों को नालों की सफाई और उड़ाही के काम में और तेजी लाने के साथ गुणवत्तापूर्ण साफ सफाई के निर्देश दिए।

पेड़ लगाएं,जीवन बचाएं, वाल्मीकिनगर में एसएसबी ने किया पौधारोपण

वाल्मीकि नगर: 11 जुलाई से 31 जुलाई तक चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव पखवाड़ा के अवसर पर गंडक बराज पर तैनात एसएसबी 21 वी वाहिनी बी कंपनी के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार मंडल के नेतृत्व में रविवार की सुबह वाल्मीकि नगर स्थित कर्मा बारी गांव, टिनटोलिया गांव आदि में दर्जनों फलदार व छायादार पेड़ लगाए गए।साथ ही पौधे को रखरखाव का संकल्प लिया गया। 

इस अवसर पर गंडक बराज पर एसएसबी के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार मंडल ने कहा कि वृक्ष के बिना मानव जीवन अधूरा है। क्योंकि पेड़ पौधे से ही हमें ऑक्सीजन देने के साथ-साथ जीवन में मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग अपने दिन चर्चा,आदतें और सोच में बदलाव लाएं। जिस प्रकार से पृथ्वी की प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हो रहा है। तो वह दिन दूर नहीं, जब पृथ्वी रहने लायक नहीं रहेगी। इसीलिए हम सब यह संकल्प लें कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए एक कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं। मौके पर एसएसबी की कई जवान व ग्रामीण उपस्थित रहे।

हरियाली अमावस्या के उपलक्ष्य पर नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट ने लगाया सैकडों पेड़।

        

 बगहा।धार्मिक स्थलों को औषधीय दिव्य और दुर्लभ पौधों से सजाने की अपने निश्चय को अमलीजामा पहनाते हुए रविवार को नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट ने सिद्ध संत कैलाशवा बाबा के आश्रम मे उनके शिष्य बसु बाबा के हाथों से दुर्लभ पलाश का पौधा का पौधारोपण करवाया ।

इस अवसर पर सचिव निप्पू कुमार पाठक ने फिर से नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि आवश्यक दुर्लभ दिव्य औषधीय पौधों को जगह-जगह सुलभ कराना नैतिक जागरण मंच की इच्छा है। जिससे लोगों का स्वास्थ्य वर्धन हो पर जब रोष शुद्ध हो।

यह ट्रस्ट की हार्दिक इच्छा है। इसे पूरा करने के लिए दूरस्थ नर्सरिओ से खोज व खरीदकर बगहा व आसपास के विभिन्न धार्मिक और सुरक्षित जगहों पर पौधारोपण कराया जा रहा है तथा पौधा प्रेमियों को पौधा दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि पहले एसएसबी 21 वाहिनी में पलाश कपूर का पौधा लगाया गया। उसके बाद कुछ पौधा प्रेमियों को पौधा भी दिया गया ।

सोमवार को हरियाली अमावस्या है।इस लक्ष्य में रखकर आज से पौधरोपण का कार्य शुरू किया गया है। ध्यान देने की बात यह है कि वर्षों पहले हमारे वैदिक ग्रंथों में इस बात का अंदेशा लग चुका था कि कलयुग में सिद्ध संतो व सर्वश्रेष्ठ संत पौधों की कमी हो जाएगी। ऐसे मे जीवन रक्षक पौधे जो हर तरह से हमारे हितैषी जीवन को बचाते हैं को निर्दयता पूर्वक काटकर ग्लोबल वार्मिंग,प्रदूषण व बरसा मे कमी जैसी समस्याओं को और भी आमंत्रित कर रहा है।

अतः मानव सेवा को सर्वोपरि मानकर ट्रस्ट पिछले 7 वर्षों से दुर्लभ और विलुप्त हो रहे पौधों का जगह-जगह पौधारोपण करा रहा है। इसी कड़ी में चंपा,महुआ,पलाश,पाकड़ ,पीपल बरगद यानी हरिशंकरी के अलावे इमारती लकड़ियों वाले पौधे तथा फलदार पौधों को सुरक्षित जगहों पर लगाया जा रहा हैं।पौधरोपण कार्यक्रम पर संत वासु बाबा के अलावा ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह,उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के अलावे कई साधु संत मौजूद रहे