नशे में धुत थार जीप मालिक ने 5 लोगों को रौंदा,तीन की मौत व दो की हालत गम्भीर

बेतिया : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नशे में धुत थार जीप मालिक ने 5 लोगों को रौंद डाला। इस घटना में जहां तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं दो को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने थार चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले किया कर दिया। 

मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात्रि करीब 8:00 बजे बेतिया बगहां मुख्य पथ में कालीबा ओपी थाना क्षेत्र के छावनी मस्जिद के पास नशे में धुत थार चालक ने मोपेड सवार एवं पैदल चल रहे हैं 5 राहगीरों को रौंद डाला। जिसमें एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई जबकि वह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों के इलाज जीएमसीएच अस्पताल बेतिया में की जा रही है। 

वहीं ग्रामीणों ने थार चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। जिसकी पहचान भरकटिया निवासी रणविजय सिंह उर्फ बड़े पिता मुन्ना सिंह के रूप में की गई है। मरने वालों की पहचान भरपटिया निवासी समीर आलम पिता शुभ रात्रि आलम एवं एकरहिया निवासी नीतीश कुमार पिता झोटिल महतो के रूप में की गई है।  

जबकि समाचार लिखे जाने तक मृत महिला की पहचान नहीं हो सकी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं घायलों में एकरहिया निवासी कुंदन कुमार पिता भुलाई महतो व गुरवलिया निवासी सुखल साह पिता सूरज सिंह शामिल हैं। पुलिस ने थार जीप को जप्त कर लिया है और चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

डॉ नेल्सन मंडेला के जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा लगाए गए पेड़ पौधे।


स्वच्छता, जल संरक्षण ,पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की रोकथाम पर विस्तृत रूप से हुई परिचर्चा।

आज दिनांक 18 जुलाई 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भारत रत्न दक्षिण अफ्रीका के गांधी डॉ नेल्सन मंडेला के जन्मदिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।विश्व भर में अश्वेतों की स्वतंत्रता एवं नागरिक अधिकारों के प्रतीक भारत रत्न डॉ. नेल्सन मंडेला दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ. शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक , सामाजिक कार्यकर्ता नविदु चतुवेर्दी, पश्चिमी चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, ने संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका के गांधी भारत डॉ. मंडेला को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हर साल डॉ. नेल्सन के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए गए कार्यों को मान्यता दी जाती है। विश्व शांति एवं दुनिया भर में मानवता के दुत डॉ मंडेला के जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पेड़-पौधे लगाए गए। साथ ही डॉ नेल्सन मंडेला द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए किये ग‌ए योगदान पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।दक्षिण अफ्रीका के गांधी भारत रत्न

डॉ. नेल्सन मंडेला ने गांधीवादी विचारों से प्रेरणा लेकर रंगभेद के खिलाफ अपना संघर्ष शुरू किया एवं दक्षिण अफ्रीका के दूसरे गांधी बने। डॉ. नेल्सन मंडेला ने अन्याय के विरुद्ध क्रोध एवं हिंसा को रचनात्मक रूप दिया। महात्मा गांधी ने सत्याग्रह एवं अहिंसा का एक मजबूत मार्ग खोजा। इससे अफ़्रीका के स्वतंत्रता आंदोलन के साथ-साथ लोगों के मन में व्यक्तिगत रूप से सत्याग्रह एवं अहिंसक धाराओं का जन्म हुआ।

मौके पर वक्ताओं ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि अगर किसी दिन कोई अश्वेत नेता उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाये तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा. वहीं डॉ अमानुल हक एवं डॉ. शाहनवाज अली ने कहा कि पुराने दर्शन को अपनाने के आयाम बदलते रहते हैं। सत्याग्रह के विशेषज्ञ डॉक्टर अमानुल हक एवं डॉ. शाहनवाज अली के शब्दों में, "किसी के सिद्धांतों का उपयोग करने का संदर्भ बदलता रहता है। जब वे उपनिवेशवाद से लड़ रहे थे, तब भी लोग जागने की कोशिश कर रहे थे और तब भी जब उन्हें अपने संघर्ष के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता थी। गांधी बहुत प्रासंगिक थे।"

दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपिता नेल्सन मंडेला, जिन्होंने 1964 से 1990 तक रंगभेद एवं अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ाई के कारण 27 साल जेल में बिताए, ने उस समय सत्याग्रह, अहिंसा एवं आपसी प्रेम का मार्ग अपनाया। जब दुनिया हिरोशिमा एवं नागासाकी के बाद. पश्चिम एशिया युद्ध एवं हिंसा में डूबा हुआ था। नेल्सन मंडेला ने जोहान्सबर्ग में माइन गार्ड के रूप में काम करना शुरू किया और यहीं से प्रेस की स्वतंत्रता और रंगभेद के खिलाफ उनकी लड़ाई शुरू हुई।

अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता , डॉ महबूब उर रहमान एवं डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि उनका मानना ​​है कि महात्मा गांधी की सत्याग्रह, अहिंसा और असहयोग की विचारधारा ने मंडेला पर गहरा प्रभाव डाला । वे कहते हैं, "जो लोग राजनीति में अहिंसा का प्रयोग करना चाहते हैं उन्हें इसे अपने जीवन में भी अपनाने की जरूरत है। गांधी की अहिंसा और असहयोग की नीति वैश्विक है और देश या समय सीमा से बंधी नहीं है। असहयोग की शुरुआत कहां से हुई?" बस सहयोग नहीं कर रहे लेकिन जल्द ही उन्हें समझ आ गया कि वे चुपचाप बैठकर कुछ नहीं कर सकते।

31 जनवरी 2004 को नई दिल्ली में शांति और अहिंसा पर वैश्विक सम्मेलन में नेल्सन मंडेला ने कहा कि शांति का मतलब सिर्फ संघर्ष का अंत नहीं है।मार्टिन लूथर किंग जूनियर, तंजानिया के जूलियस न्येरेरे , जाम्बिया के केनेथ कौंडा , बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीब उर रहमान फिलिस्तीनी मुक्ति मोर्चा के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता यासिर अराफात तिब्बत के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा एवं मदर टेरेसा की तरह, भारत रत्न दक्षिण अफ्रीका के गांधी डॉ नेल्सन मंडेला ने सत्याग्रह के विचारों को अपनाया था।

नगर निगम के वार्ड 31 लालूनगर और वार्ड 25 के बस स्टेंड क्षेत्र में मुख्य नाला की सफाई कार्य का महापौर ने किया निरीक्षण


व्यवस्थित जल निकासी नगर निगम की बुनियादी जरूरत, इसकी गति बढ़ाने में लाएं तेजी: गरिमा

==केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण और जारी बरसात के मौसम में वर्षा कभी भी शुरू होने को लेकर उड़ाही में तेजी का निर्देश,

बेतिया। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 31के लालूनगर और वार्ड 25 में अवस्थित बस स्टेंड क्षेत्र में मुख्य नाला की जेसीबी मशीन द्वारा सफाई कार्य का महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा मंगलवार को स्थल निरीक्षण किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में साफ सफाई के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया जाता है। इसके साथ ही व्यवस्थित जल निकासी किसी भी नगर निकाय की बुनियादी जरूरत होती है। इसको लेकर नगर निगम क्षेत्र के सभी नालों की उड़ाही और सफाई में और तेजी लाने की जरूरत है। क्योंकि बरसात के जारी मौसम में अपने क्षेत्र में वर्षा कब शुरू हो जाय इसकी कोई गारंटी नहीं है। इस मौके पर महापौर श्रीमती सिकारिया ने सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ एवं सफाई निरीक्षक मोहम्मद तबरेज और अन्य नगर निगम कर्मियों को नालों की सफाई और उड़ाही के काम में और तेजी लाने के साथ गुणवत्तापूर्ण साफ सफाई के निर्देश दिए।

पेड़ लगाएं,जीवन बचाएं, वाल्मीकिनगर में एसएसबी ने किया पौधारोपण

वाल्मीकि नगर: 11 जुलाई से 31 जुलाई तक चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव पखवाड़ा के अवसर पर गंडक बराज पर तैनात एसएसबी 21 वी वाहिनी बी कंपनी के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार मंडल के नेतृत्व में रविवार की सुबह वाल्मीकि नगर स्थित कर्मा बारी गांव, टिनटोलिया गांव आदि में दर्जनों फलदार व छायादार पेड़ लगाए गए।साथ ही पौधे को रखरखाव का संकल्प लिया गया। 

इस अवसर पर गंडक बराज पर एसएसबी के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार मंडल ने कहा कि वृक्ष के बिना मानव जीवन अधूरा है। क्योंकि पेड़ पौधे से ही हमें ऑक्सीजन देने के साथ-साथ जीवन में मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग अपने दिन चर्चा,आदतें और सोच में बदलाव लाएं। जिस प्रकार से पृथ्वी की प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हो रहा है। तो वह दिन दूर नहीं, जब पृथ्वी रहने लायक नहीं रहेगी। इसीलिए हम सब यह संकल्प लें कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए एक कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं। मौके पर एसएसबी की कई जवान व ग्रामीण उपस्थित रहे।

हरियाली अमावस्या के उपलक्ष्य पर नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट ने लगाया सैकडों पेड़।

        

 बगहा।धार्मिक स्थलों को औषधीय दिव्य और दुर्लभ पौधों से सजाने की अपने निश्चय को अमलीजामा पहनाते हुए रविवार को नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट ने सिद्ध संत कैलाशवा बाबा के आश्रम मे उनके शिष्य बसु बाबा के हाथों से दुर्लभ पलाश का पौधा का पौधारोपण करवाया ।

इस अवसर पर सचिव निप्पू कुमार पाठक ने फिर से नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि आवश्यक दुर्लभ दिव्य औषधीय पौधों को जगह-जगह सुलभ कराना नैतिक जागरण मंच की इच्छा है। जिससे लोगों का स्वास्थ्य वर्धन हो पर जब रोष शुद्ध हो।

यह ट्रस्ट की हार्दिक इच्छा है। इसे पूरा करने के लिए दूरस्थ नर्सरिओ से खोज व खरीदकर बगहा व आसपास के विभिन्न धार्मिक और सुरक्षित जगहों पर पौधारोपण कराया जा रहा है तथा पौधा प्रेमियों को पौधा दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि पहले एसएसबी 21 वाहिनी में पलाश कपूर का पौधा लगाया गया। उसके बाद कुछ पौधा प्रेमियों को पौधा भी दिया गया ।

सोमवार को हरियाली अमावस्या है।इस लक्ष्य में रखकर आज से पौधरोपण का कार्य शुरू किया गया है। ध्यान देने की बात यह है कि वर्षों पहले हमारे वैदिक ग्रंथों में इस बात का अंदेशा लग चुका था कि कलयुग में सिद्ध संतो व सर्वश्रेष्ठ संत पौधों की कमी हो जाएगी। ऐसे मे जीवन रक्षक पौधे जो हर तरह से हमारे हितैषी जीवन को बचाते हैं को निर्दयता पूर्वक काटकर ग्लोबल वार्मिंग,प्रदूषण व बरसा मे कमी जैसी समस्याओं को और भी आमंत्रित कर रहा है।

अतः मानव सेवा को सर्वोपरि मानकर ट्रस्ट पिछले 7 वर्षों से दुर्लभ और विलुप्त हो रहे पौधों का जगह-जगह पौधारोपण करा रहा है। इसी कड़ी में चंपा,महुआ,पलाश,पाकड़ ,पीपल बरगद यानी हरिशंकरी के अलावे इमारती लकड़ियों वाले पौधे तथा फलदार पौधों को सुरक्षित जगहों पर लगाया जा रहा हैं।पौधरोपण कार्यक्रम पर संत वासु बाबा के अलावा ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह,उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के अलावे कई साधु संत मौजूद रहे

बेतिया: विगत 5 दिन से लिंक फेल, उप डाकघर का कार्य बाधित

बेतिया: वाल्मीकि नगर स्थित उप डाकघर में विगत 5 दिन से बीएसएनएल का लिंक फेल हो जाने से उप डाकघर में सभी प्रकार के लेन, देन,जमा,निकासी सहित अन्य विभागीय कार्य ठप पड़े हुए हैं। जिस कारण आम नागरिकों को और उप डाकघर के खाता धारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

बताते चलें कि आए दिन लिंक को फेल हो जाने से वाल्मीकि नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक, उप डाकघर एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में भी लेनदेन,जामा,निकासी और अन्य कार्य बाधित रहता है। जिसको लेकर ग्रामीणों व खाते धारियों में आक्रोश बना हुआ है।

 इस बाबत पूछे जाने पर इस आशय की जानकारी देते हुए उप डाकघर के डाकपाल राजेंद्र राम ने बताया कि बीएसएनएल का लिंक फेल होने से लगातार विभागीय पत्राचार किया जा रहा है। किंतु अभी तक बीएसएनएल के द्वारा लिंक दुरुस्त करने की दिशा में अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सका है। बार-बार लिंक फेल हो जाने से कार्य बाधित रहता है।

65वी वाहिनी एसएसबी बगहा के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम का किया गया आयोजन

बगहा: 65वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा के द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम वाहिनी मुख्यालय प्रांगण में अच्युत सिंह द्वितीय कमान अधिकारी/कार्यवाहक कमांडेंट 65वीं वाहिनी के दिशा निर्देश पर किया गया।नैतिक जागरण मंच वेल्फेयर ट्रस्ट के द्वारा भेंट किए गए रुद्राक्ष,पलास तथा कर्पूर के पौधों को वाहिनी के अधिकारीगण तथा ट्रस्ट के सदस्यों के द्वारा लगाया गया।

विगत दिनो में इस कार्यक्रम के अलावा 15 जुलाई को वाहिनी के बल कर्मियों के द्वारा वाहिनी प्रांगण तथा वाहिनी के सीमा चौकी अंतर्गत गोवर्धना गाँव में राजकीय मध्य विद्यालय गोवर्धना के स्कूली बच्चों,शिक्षक गण तथा ग्रामीणों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया।इस वृक्षारोपण मे कुल 547 पौधे लगाए गए। वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत गोवर्धना गाँव मे 250 पौधे लगाए गए। वाहिनी के द्वारा अभी तक कुल 4057 पौधे लगाए जा चुके हैं।

65वीं वाहिनी के द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान कुल 23,000 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके अंतर्गत अभी तक कुल 4057 पौधे लगाए जा चुके है। इसमे सिरिस, अर्जुन, महोगनी, गुलमोहर, स्टरकुलिया, कठ सागवान, जामुन, रुद्राक्ष, पलास तथा कपूर इत्यादि के पौधे 65वी वाहिनी मुख्यालय एवं इस सीमा चौकियों में लगाए जा चुके है ।

सोमवती अमावस्या पर महिलाओं ने वटवृक्ष के लगाए फेरें

बेतिया: वाल्मीकि नगर सावन की दूसरी सोमवारी व सोमवती अमावस्या पर वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र में पूजा अर्चना व पीपल की पेड़ के फेरे लगाने की धूम मची रही। महिला ने झुंड के साथ त्रिवेणी घाट, सोनहा घाट, कालीघाट,लवकुश घाट आदि नदी में स्नान कर पीपल के पेड़ की 108 परिक्रमा की। सुहागन व्रती महिला ने अक्षत, पुष्प,दूभ, बेलपत्र,गंध, सम्मी पत्र,फल और मिठाई के साथ वट वृक्ष का पूजा अर्चना की। 

तथा वटवृक्ष में लाल पीला धागा को लपेटकर परिक्रमा किया। आचार्य पंडित चंद्रभान चौबे ने बताया कि अमावस्या तिथि का सनातन धर्म में विशेष महत्व होता है। इसी दिन नदी में स्नान करने से अच्छय पूर्णय की प्राप्ति होती है। अमावस्या तिथि सोमवार को पड़ता है। 

उसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है। पीपल(बट)वृक्ष की पूजा और परिक्रमा के बाद सुहागिन महिलाओं ने एक दूसरे महिलाओं का मांग भर्ती है।

पतिलार ग्राम कचहरी में सात मामलों का हुआ निपटारा

बेतिया: बगहा एक प्रखंड के पतिलार ग्राम कचहरी में रविवार को सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पतिलार पंचायत के सरपंच लालमती देवी ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सात विवादित मामलों का निष्पादन किया । सरपंच ने बताया कि ग्राम कचहरी में लगभग 31 मामलें लंबित थे। जिसमें सात मामलों की निपटारा किया गया। 

सरपंच प्रतिनिधि जग्रनाथ यादव ने बताया कि ग्राम कचहरी में भूमि विवाद, मारपीट ,आपसी विवाद सहित विभिन्न प्रकार के विवादों को लेकर फरियादी पहुंचे थे। जो दोनों पक्षों की आपसी सहमति से विवादित मामलों की सुलह समझौता कराया गया। उन्होंने बताया कि ग्राम कचहरी में 401 आवेदन प्राप्त है, जिसमें 370 मामलों की निष्पादन कर दिया गया है। 

तथा ग्राम कचहरी न्यायपीठ की 80 बैठकें की गई है। साथ ही 40 हजार 100 रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई है। इस अवसर पर उप सरपंच बबीता देवी, न्याय मित्र कुमार अतुल रंजन, सचिव उमेश दुबे, आप्त सचिव ललन राम , पंच शंभू यादव, रुकसाना खातून , रामचन्द्र साह, रधुवर चौधरी, समेत कई लोग शामिल रहे।

बापू से जुड़े बेतिया पश्चिम चंपारण के ऐतिहासिक यादों को जीवंत करने की फिर उठी मांग

बेतिया : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में चंपारण सत्याग्रह के समय 10,000 से ज्यादा किसानों एवं श्रमिकों द्वारा ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला एवं ऐतिहासिक ऐतिहासिक राज इंटर कॉलेज के प्रांगण में नील की खेती के अभिशाप एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध लामबंद होकर चंपारण जांच कमेटी के समक्ष महात्मा गांधी के नेतृत्व में बयान दर्ज कराए जाने की 106 वर्ष पूर्ण होने की वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर सर्वप्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी , राजकुमार शुक्ल, पीर मोहम्मद मुनीश, शेख गुलाब, शीतल राय , बाबा खेनर राव, अकलू देवान, शेर मोहम्मद एवं चंपारण सत्याग्रह के उन हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिन्होंने नील की खेती के अभिशाप एवं अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध 16 जुलाई 1917 को ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला एवं 17 जुलाई 1917 को ऐतिहासिक राज इंटर कॉलेज के प्रांगण में 10,000 से अधिक किसानों एवं मजदूरों ने अपना बयान चंपारण जांच कमेटी के समक्ष महात्मा गांधी के नेतृत्व में दर्ज कराया था। 

इसमें मीना बाजार के व्यवसायियों नेमहत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध बयान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की हर तरह से मदद की थी। 

इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक,सामाजिक कार्यकर्ता नवीदू चतुर्वेदी, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश आज भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है। 

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े चंपारण के सभी स्थलों विशेष रुप से ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला ऐतिहासिक राज इंटर कॉलेज एवं ऐतिहासिक मीना बाजार को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर सरकार संरक्षण प्रदान करें। ताकि आने वाली नई पीढ़ी को महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी , चंपारण के स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग एवं बलिदान को नई पीढ़ी जान सके।  

इसी माटी ने गांधी को बापू एवं बैरिस्टर को महात्मा बना दिया। सत्याग्रह आंदोलन से लेकर आजादी की लड़ाई तक पग-पग पर चंपारण की माटी व यहां के रणबांकुरों का योगदान अतुल्य रहा है। उस समय यहां के लोग गांधी को ईश्वर के दुत की तरह मानते थे। महात्मा गांधी जहां-जहां गए, वह जगह तीर्थ बन गया। लेकिन, देश आजाद होने के बाद गांधी व उससे जुड़े इतिहास को सहेजने का समुचित प्रयास किसी स्तर पर नहीं किया गया। 

इस अवसर पर सरकार से मांग करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह से जुड़े ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों को संरक्षित कर जीवंत रुप देना यही होगी सरकार द्वारा सच्ची श्रद्धांजलि।