*श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने मात्र से ही मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं:पूर्णिमा मिश्रा*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर के श्री हर-हर महादेव मंदिर प्रांगण विकासनगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तृतीय दिवस पर कथा वाचिका पूर्णिमा मिश्रा ने परीक्षित मोक्ष की संगीतमय कथा की अमृत वर्षा करते हुए कहा कि इस संसार में जो भी आया है, उसकी मृत्यु निश्चित है आपके जीवन में मात्र 7 दिन ही शेष हैं ।
उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को बताते हुए कहा कि जब भगवान ने केवल 7 दिन ही बनाए हैं तो आठवां दिन कहां से आएगा। इसलिए सभी को 7 दिन के अंदर ही मृत्यु को प्राप्त होना है। कथा व्यास ने बताया कि, श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने मात्र से ही मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं।
राजा परीक्षित ने भी विधि विधान एवं भक्ति भाव से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण किया और श्राप से मुक्त होकर परमधाम को गए। कथा व्यास ने सरस संगीत मय ढंग से राजा परीक्षित महाराज के द्वारा अज्ञान वश सिद्ध पुरुष महात्मा के गले में एक मृत काला सर्प डाल देने और महात्मा के पुत्र श्रृंगी ऋषि के द्वारा महाराज परीक्षित को दिए गए श्राप कि हे परीक्षित जिस मृत सांप को तुमने मेरे पिता के गले में डाला है।
वही मृत सांप आज के सातवें दिन तुमको तक्षक बनकर डसेगा जिससे तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी, महाराज परीक्षित द्वारा महात्मा जी से क्षमा याचना और इससे बचने के उपाय की कथा कहते हुए कथा व्यास ने कहा कि सिद्ध पुरुष महात्मा ने राजा को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण पान करने को कहा क्योंकि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण पान करने से ही जन्म जन्मांतर के सारे पाप कष्ट दूर हो जाते हैं।
महाराज परीक्षित ने विधि विधान पूर्वक श्रीमद् भागवत कथा का रसपान किया और अंत में मोक्ष की प्राप्ति हुए। इस मौके पर भारी संख्या में महिलाएं बच्चे और श्रद्धालु कथा का रसपान करने को उपस्थित थे।
Jun 22 2023, 18:24