भारत वियतनाम को उपहार के तौर पर देगा मिसाइल युद्धपोत आईएनएस “कृपाण”, चीन को लगने वाली है मिर्ची
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चीन हड़पने की नीति पर काम करता है। इस कारण पड़ोसी देशों से उसके संबंध अच्छे नहीं है। भारत और चीन के रिश्ते भी अच्छे नहीं चल रहे हैं। बॉर्डर पर सैनिकों के बीच झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच हालात काफी तनावपूर्ण हो चुके हैं। वहीं, दक्षिण चीन सागर के द्वीपों को लेकर चीन और वियतनाम के बीच तनाव है। वियतनाम के कई द्वीपों को चीन अपना बताता है।इस बीच भारत ने चीन को उसके घर में ही घेरने का दांव चला है।दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को घोषणा की कि भारत वियतनाम की नौसेना को स्वदेश निर्मित मिसाइल युद्धपोत आईएनएस कृपाण उपहार स्वरूप देगा। राजनाथ सिंह ने ये घोषणा तक की है जब वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान जियांग भारत दौरे पर हैं।गियांग 18 से 19 जून तक भारत दौरे पर हैं।
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आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग ने रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की है। वियतनाम के रक्षा मंत्री राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों नेताओं ने मुस्कुराते हुए फोटो खिंचवाई। राजनाथ सिंह ने कहा कि सितंबर 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की वियतनाम यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूप में बढ़ाया गया था। आज दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग राजनीतिक आदान-प्रदान, डिफेंस, ट्रेड, व्यापार, वाणिज्य, सांस्कृतिक आदि क्षेत्रों तक बढ़ चुका है।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि भारत वियतनामी नौसेना को स्वदेशी निर्मित मिसाइल कोरवेट आईएनएस कृपाण उपहार में देगा।सिंह ने घोषणा की कि स्वदेश निर्मित इन-सर्विस मिसाइल कोरवेट आईएनएस कृपाण वियतनाम पीपुल्स नेवी की क्षमताओं को बढ़ाने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने विभिन्न द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहलों की प्रगति की समीक्षा की और मौजूदा वार्ताओं पर संतोष व्यक्त किया। मंत्रियों ने सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को बढ़ाने के साधनों की पहचान की, विशेष रूप से रक्षा उद्योग सहयोग, समुद्री सुरक्षा और बहुराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्र में।
Jun 19 2023, 19:08