*लोगों को नहीं मिल पा रही मूलभूत सुविधाएं, जिम्मेदार मौन*
मिर्जापुर। समय खिसकता गया बस, शहर रहा रहा जस का तस। जिले की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही हैं। नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भटकना पड़ रहा है। इसके लिए किसी को दोष देने के बजाय अब संघर्ष करने की जरूरत है।
आज भी हलिया, मड़िहान और लालगंज में बसे लोगों को प्यास बुझाने के लिए जीवनदायी पानी के लिए भी भटकना पड़ रहा है। इससे बड़ी अव्यवस्था क्या होगी। उक्त उद्गार नगर के मोर्चाघर गोसांई तालाब मोहल्ले में राष्ट्रवादी मंच के आयोजित सम्मान समारोह में वरिष्ठ नेता मनोज श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आज भी जिले की प्रतिभाओं को अभावों के बीच अपने दम पर संघर्ष करना पड़ रहा है। युवा खिलाडियों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए कोई सरकारी सुविधा नहीं है । जिससे वह अपनी प्रतिभा निखार सकें। कहा कि अपने अधिकारों के लिए किसी को दोष देने की जरूरत नही है, बल्कि एकजुट होकर संघर्ष की जरूरत है।
राष्ट्रवादी मंच के अध्यक्ष एवं भाजपा के बागी नेता मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि मेडिकल कॉलेज का ढोल पीटा जा रहा है। वह मेडिकल कॉलेज नहीं मौत के सौदागरों की फैक्ट्री है। जहा बिना समुचित शिक्षा के डाक्टर बनाने का दावा किया जा रहा है। जब योग्य शिक्षक ही नहीं होंगे तो पढ़ाई क्या होगी। केवल फीस वसूलने और डिग्री बांटने से कोई चिकित्सक नहीं हो जाता। ज्ञान के लिए गुरु की जरूरत होती हैं जिसका बज रहे ढोल के बीच अभाव है।
जनपद के प्रतिभावान नेशनल महिला फुटबॉल एवं दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद कहा कि दशकों से खिलाड़ियों को सुविधा देने के लिए भिस्कुरी में आधे अधूरे स्टेडियम का दावा किया जा रहा है। दावों के बीच बिना रास्ता वाला पहाड़ पर बन रहा स्टेडियम हाथी का दांत बन गया है। जो आज भी रुपया पी रहा है। जहा इंडोर के अलावा कोई व्यवस्था नहीं है।
जहा जाने के लिए आज भी कच्चे रास्तों से गुजरना पड़ता है । खिलाडी खेत, खलिहान और खाली पड़ी जमीनों पर प्रैक्टिस कर अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं । मैं उनके हौसले को सलाम करता हूं जिन्होंने आंधियों के बीच अपना मुकाम हासिल किया है ।
कहा कि महिला एवं दिव्यांग खिलाड़ियों का जज्बा हमें निरंतर संघर्ष की प्रेरणा देता है। समस्याओं को लेकर रोने के बजाय उसके लिए लड़ने की जरूरत है । सरकार की तमाम योजनाएं होने के बावजूद जिले के खिलाड़ी और आम जनता उससे वंचित है । इस पर सोचने की जरूरत है । इसके लिए जिम्मेदार लोगों को पहचानने और उन्हें सबक सिखाने की आवश्यकता है।
कहा कि बिना मांगे कुछ नहीं मिलने वाला। केवल जुबानी वादों से विकास नहीं होता । कहा कि सपनों को साकार करने के लिए मंजिल की ओर खुद कदम बढ़ाना पड़ता है।
कहा कि जिले का विकास खुद के प्रयास से संभव हैं। जनपद के इतिहास व भूगोल से अपरिचित बाहरी लोग गाल बजा सकते है लेकिन आपको राहत नहीं दे सकतें।
नगर की बदहाल सड़कें व सड़कों के नाम पर मची लूट जारी है। इसी के साथ समस्या भी खड़ी है। चारों तरफ उड़ता धूल दावों को हवा में उड़ा रहा है।
समारोह में डा. विशाल खत्री, रमा शंकर सोनी, रवि शंकर साहू, पंकज दुबे, मनोज दमकल, आलोक दुबे, विवेक गुप्ता, जागृति गुप्ता, अफजल अहमद, बंगाली, मनोज दमकल, कृतार्थ बंसल, संजय अग्रवाल, संजय साहू, दीपक गुप्ता, जमुना साहू, सभासद पति शशिधर साहू,विशाल जायसवाल, शंकर केशरी, राम गुप्ता, सुजीत श्रीवास्तव, राजेश सिन्हा एवं जमुना प्रसाद साहू समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन राजेश सिन्हा,शिल्पी मिश्रा और धन्यवाद अभिनव श्रीवास्तव ने ज्ञापित किया।
Jun 13 2023, 18:35