बलपूर्वक 'घसीटे जाने की घटना को नहीं भूल पा रही बेटी', मां ने बयां किया साक्षी मलिक का दर्द, नौकरी पर लौटने की वजह भी बताई
साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक ने कहा कि हमारी पहलवान बेटियों को कमजोर करने के लिए अफवाह फैलाई जा रही है। नाबालिग बेटी ने कोई बयान वापस नहीं लिया है। वहीं जब साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक से सवाल किया गया कि 28 मई के बाद से बयान आ रहे हैं कि लड़कियां पूरी तरह टूट गई हैं तो उन्होंने कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि मेरी बेटी साक्षी समेत बाकी पहलवान बेटियां भी बिल्कुल टूट गई हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है, जिसमें प्रमुख तौर पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक शामिल हैं। अन्य पहलवानों के साथ ही साक्षी मलिक ने भी जोर-शोर से इस आंदोलन में हिस्सा लिया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रही हैं। फिलहाल, पहलवान साक्षी मलिक अपनी रेलवे की नौकरी पर वापस लौट गई हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह पहलवानों के प्रदर्शन से अलग नहीं हुई हैं और उनका आंदोलन जारी रहेगा। साक्षी मलिक के प्रदर्शन में शामिल होने और नौकरी पर लौटने से जुड़े सभी मसलों पर साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक ने जवाब दिया है और उन्होंने कहा कि उनकी बेटी जरूर टूटी है, मगर आंदोलन खत्म नहीं हुआ है।
एक हिंदी अखबार के साथ बातचीत में साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक ने कहा कि हमारी पहलवान बेटियों को कमजोर करने के लिए अफवाह फैलाई जा रही है। नाबालिग बेटी ने कोई बयान वापस नहीं लिया है। वहीं जब साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक से सवाल किया गया कि 28 मई के बाद से बयान आ रहे हैं कि लड़कियां पूरी तरह टूट गई हैं तो उन्होंने कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि मेरी बेटी साक्षी समेत बाकी पहलवान बेटियां भी बिल्कुल टूट गई हैं. 28 मई को उनके साथ जो घटना हुई है, उसने उन्हें तोड़कर रख दिया है। साक्षी बार-बार एक ही बार कहती है कि हमने ऐसी क्या गलती कर दी, जो हमें ऐसे घसीटा गया। उनकी मानसिक स्थिति का कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता।
इसके अलावा जब सुदेश मलिक से सवाल किया गया कि किस वजह से खिलाड़ियों ने नौकरी ज्वॉइन की तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि नौकरी उन्होंने छोड़ी थोड़े ही थी। छुट्टी लेकर संघर्ष कर रही थीं। छुट्टी भी एक सीमा तक ही ले सकती हैं। हमें भी लग रहा था कि काम पर लौटेंगी तो उनका मन थोड़ा ठीक होगा। यह भी सोचा कि जब तक कॉल नहीं लेते, तब तक ऑफिस के काम निपटा लें। इसके अलावा जब सवाल किया गया कि गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में क्या बात हुई तो उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने अपनी मांग रखी थी। प्रमुख मांग बृजभूषण की गिरफ्तारी की थी। उनकी तरफ से कुछ आश्वासन दिये हैं, उससे खिलाड़ी खुश नहीं हैं। इसलिए आंदोलन खत्म नहीं हुआ है।
Jun 07 2023, 15:25