विश्व पर्यावरण पर्यावरण दिवस की 50 वीं वर्षगांठ पर छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण, एवं प्लास्टिक के बर्तनों के उपयोग से मुक्ति कालिया संकल्प
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बेतिया : आज 5 जून को सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन सह ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन डा0 एजाज अहमद सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी , मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय के प्राचार्य कुमारी नंदा डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, माही खानम एवं डा0 सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाने का निर्णय लिया था। पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1973 को मनाया गया था। आज पूरा विश्व विश्व पर्यावरण दिवस की गोल्डन जुबली 50 वीं वर्षगांठ मना रहा है।
इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर डॉ एजाज अहमद ने छात्र छात्राओं को स्वच्छता , पर्यावरण संरक्षण जलवायु परिवर्तन की रोकथाम एवं प्लास्टिक के बर्तनों के बहिष्कार का संकल्प दिलाते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आज से 10६ वर्ष पूर्व चंपारण सत्याग्रह के 1917 के अवसर पर बेतिया पश्चिम चंपारण के लोगों के बीच स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन की रोकथाम एवं जल जंगल एवं जमीन के संरक्षण के साथ उत्तम जीवन के संरक्षण के लिए जन जागरण अभियान चलाया था।
इस अवसर पर सर्वप्रथम पौधों को सुरक्षा सूत्र बांधकर पर्यावरण संरक्षण जंगलों की रक्षा एवं प्लास्टिक के बर्तनों के उपयोग की रोकथाम के लिए संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि जंगलों की कटाई रोकने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं संयुक्त रुप से जन जागरण अभियान चला रही है ताकि जंगलों को कटनी से बचाया जा सके। एक तरफ पर्यावरण संकट से जहां पूरा देश जूझ रहा है।
वहीं दूसरी तरफ ऑक्सीजन की किल्लत के कारण कोरोना काल में मौत का तांडव मचा हुआ था। ऐसी परिस्थिति में जंगलों की कटाई कहीं से भी उचित नहीं है| जंगलों के कटाई की जो योजना बनी है वह योजना जन विरोधी हैं एवं पर्यावरण संरक्षण के खिलाफ एक अमानवीय कदम हैं|
Jun 05 2023, 14:54