*रानी अहिल्याबाई होल्कर की 298वींं जयंती पर हुई विचार गोष्ठी*

कानपुर। समाजवादी पार्टी कानपुर ग्रामीण के तत्वाधान में रानी अहिल्याबाई होल्कर की 298वीं जयन्ती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके ग्रामीण कार्यालय-1 नवीन मार्केट में मनाई गई।

 सुरेश गुप्ता ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर ने अपने जीवन को अपने राज्य के नागरिकों की भलाई और उत्थान में लगा दिया। वह हर प्रकार से अपनी प्रजा को सुखी देखना चाहती थी।यही कारण है कि आज भी लोगं उन्हें देवी के रूप में उनकी पूजा करते हैं।

इन्ही के आदर्शों पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. अखिलेश यादव जी भी अपने प्रदेश की जनता को खुश देखना चाहते हैं, लेकिन भजपा सरकार बढ़ती हुई महंगाई व बेरोजगारी से देश व प्रदेश की जनता बेहाल है। कार्यक्रम में उपस्थ्ति लोगों ने चित्र पर माल्यार्पण करके उनके बताये हुये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।

*अहिल्याबाई ने अपना जीवन गरीबों दीन दुखियों के उत्थान के लिए किया समर्पित*

कानपुर | समाजवादी पार्टी कानपुर महानगर के तत्वाधान में आज भारतीय इतिहास की प्रसिद्ध शासक राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की 298वी जयंती के अवसर पर नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद की अध्यक्षता में सपा कार्यालय 7 नवीन मार्केट में विचार गोष्ठी संपन्न हुई ।

विचार गोष्ठी का संचालन नगर उपाध्यक्ष मिंटू यादव ने किया विचार गोष्ठी में नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद, मिंटू यादव, फैसल महमूद आदि लोगों ने राजमाता अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर माल्यार्पण करके उनको अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने अपने संबोधन में कहा कि अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी तथा इतिहास प्रसिद्ध सूबेदार मल्हार राव होलकर के पुत्र खंडेराव की धर्मपत्नी थी उन्होंने माहेश्वर को राजधानी बना कर शासन किया इनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर जिला के चौढी गांव में हुआ था।

हाजी फजल महमूद ने आगे बताया कि नारी शक्ति महान होती है वह अपने जीवन में क्या कर सकती है इसका उदाहरण प्रसिद्ध महारानी अहिल्याबाई होलकर है जीवन में परेशानियां कितने भी हो उनसे कैसे निपटना है या हमें अहिल्याबाई के जीवन से सीखना चाहिए हमें अपने जीवन काल मैं अहिल्याबाई होलकर ने बहुत परेशानियों का सामना किया कितनी भी विकट स्थिति रही हो उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और ना कभी अपने जीवन में हार मानी यही वजह है कि भारत सरकार ने भी उनको सम्मानित किया भारत सरकार ने अहिल्या बाई के नाम से डाक टिकट भी जारी किया और आज अहिल्या बाई के नाम से अवार्ड भी दिया जाता है।

हाजी फजल महमूद ने आगे बताया कि उनके पिता मांक़जी शिंदे बहुत ही विद्वान पुरुष थे उन्होंने अहिल्याबाई को हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी उन्होंने बचपन से ही अहिल्याबाई को शिक्षा देना शुरू कर दिया था उस समय महिलाओं को शिक्षा नहीं दी जाती थी लेकिन उनके पिता ने अपनी बेटी को शिक्षा भी दी और अच्छे संस्कार भी दिए घर में पली-बढ़ी अहिल्याबाई बचपन से ही दया भाव वाली महिला थी उनका यही दया भाव और आकर्षक छवि ही उनके जीवन को इतना आकर्षक बनाती है।

हाजी फजल महमूद ने आगे बताया कि अहिल्याबाई जब शासन में आई उस समय राजाओं द्वारा प्रजा पर उनके द्वारा अत्याचार हुआ करते थे गरीबों को अन्न के लिए तड़पाया जाता था और भूखे प्यासे रख कर काम करवाया जाता था उस समय अहिल्याबाई ने गरीबों को अन्न देने की योजना बनाई और वह सफल भी हुई उन्होंने अपनी प्रजा के लिए मंदिर पीने के पानी के लिए कुएं तालाब अनाज देने के लिए अनाज भंडारण खुलवा कर प्रजा की सेवा करती थी प्रजा में अहिल्याबाई को लोग माता की छवि मानते थे उनके जीवनकाल में ही उन्हें देवी के रूप में पूजने लगे थे।

*अनन्या श्रीवास्तव को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने निकाला कैंडल मार्च*

अमेठी। पूरा मामला अमेठी थाना क्षेत्र के अंबेडकर चौराहे का है जहां कांग्रेस यू जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में निकाला गया । कैंडल मार्च इस मार्च का मुख्य उद्देश्य अनन्या श्रीवास्तव को न्याय दिलाना था। इस पर यू जिला अध्यक्ष शुभम सिंह ने भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर साधा निशाना।

*न्याय की फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची विकलांग महिला*

शाहगढ/अमेठी। घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में दबंग चौकीदार के परिजनों से डरा सहमा जीवन जीने को विकलांग दंपत्ति मजबूर हुआ हैं। कोतवाली पुलिस से न्याय न मिलने पर विकलांग महिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गई। जिनसे मिलकर उस परिवार को न्याय की उम्मीद जगी हैं। गौरतलब हो कि गीता पत्नी अमर बहादुर वासी चौबेपुर थाना मुंशीगंज दोनों विकलांग हैं।

उन्होंने पुलिस अधीक्षक डॉ इलामारन जी को दिये हुए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया हैं कि दिनांक 29 मई की सुबह उनका पुत्र रवि 8 वर्ष अपने घर से ठेला लेकर सड़क से जा रहा था, कोतवाली मुंशीगंज में तैनात चौकीदार हीरालाल यादव के घर के सामने पहुंचा तो उनकी पत्नी शांति ने ठेला को ले जाने से मना किया, और उनकी बात न मानने पर ठेला को रोककर गिरा दिया, और रवि को मारने लगी हल्ला गुहार पर पहुंची मां गीता को भी मारा पीटा।

जब इस मामले की शिकायत लेकर वह कोतवाली मुंशीगंज गई तो चौकीदार के पुत्र प्रेम प्रकाश व जय प्रकाश अपने गांव के ही दो अन्य साथी रोहित पुत्र राम बरन व शिवम पुत्र राम सरन के साथ मेरे घर आ धमके, घर में मौजूद मेरे ज्येष्ठ की बेटी अंकिता पुत्री राज बहादुर उम्र 10 वर्ष व अंजली पुत्री अमर बहादुर 9 वर्ष को जमकर मारा पीटा और घर की खिड़की तोड़ दिये, और थाना में शिकायत न करने की हिदायत देकर जान से मारने की धमकी देकर चले गये। पुलिस अधीक्षक से मिलकर पीड़ित विकलांग दंपति को न्याय की उम्मीद जगी हैं।

*उद्यमी एवं व्यापारी अपने उद्योग/व्यापार का उद्यम पोर्टल पर कराएं रजिस्ट्रेशन*

अमेठी ,। उपायुक्त उद्योग राजीव कुमार पाठक ने बताया कि जनपद के समस्त ऐसे उद्यमी एवं व्यापारी जो अपना कार्य कर रहे हैं, उन्हें अपने उद्योग/व्यापार का पंजीयन उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर करना होगा। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 शासन एवं भारत सरकार द्वारा उपरोक्त चलाई जा रही योजनाओं के लिए इस पंजीयन के आधार पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ के साथ-साथ अब वर्तमान में योजनाओं का लाभ भी प्राप्त होगा।

जिसमें उद्यम पंजीकरण के लिए कोई शुल्क निर्धारित नही है तथा यह पंजीयन किसी भी आनलाइन कैफे/स्वंय के कम्प्यूटर, मोबाइल, टैब आदि पर www.udyamregistration.gov.in में पंजीकरण कर सकते है। उन्होंने बताया कि उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र पंजीकृत औद्योगिक/व्यापारिक इकाई को रू0 5 लाख तक दुर्घटना बीमा तथा औद्योगिक, व्यापारिक इकाई को उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पंजीकरण से टेण्डरों में ईमडी, अनुभव, टर्नओवर आदि एवं उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पंजीकरण इकाईयों को एमएसएमई पॉलिसी के अन्तर्गत छूट का लाभ तथा उद्यमी द्वारा सप्लाई के शासकीय भुगतान लम्बित रहने पर फैसिलिटेशन काउन्सिल द्वारा 18 प्रतिशत ब्याज सहित प्राप्त होगा।

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि उद्यम पंजीकरण सेक्टर विशेष की 22 नीतियों के अन्तर्गत लाभ प्राप्त करने का आधार है एवं भारत सरकार की विभागीय खरीद में एमएसएमई का कोटा आरक्षित है। इस हेतु उन्होंने सभी इकाईयॉ/व्यापारिक प्रतिष्ठान जिन्होंने अब तक उद्यम में मेमोरेण्डम (यूएएम) प्राप्त कर लिया है या नहीं किया है, उन्हें तत्काल उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमााणप़त्र में परिवर्तन/पंजीकृत करना होगा साथ ही समस्त बैंकों के द्वारा भी अब उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र (यू0आर0सी0) ही मान्य किया जायेगा।

इस सम्बन्ध में उन्होंने समस्त उद्यमी व्यापारियों को बताया कि वह अपने प्रतिष्ठानों के उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र पंजीयन हेतु अपने निकटतम कॉमन जनसुविधा अथवा अन्य ऑनलाइन संगठनों में जाकर आनलाइन सूचना भरकर प्रमाणपत्र प्राप्त कर लें, जिसके लिये 01 जून से 15 जून तक उ0प्र0 शासन द्वारा विशेष अभियान संचालित किया गया है।

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि समस्त उद्यमी, व्यापारियों, सेवा इकाईयों का निःशुल्क ऑनलाइन पंजीकरण कर भारत सरकार के पोर्टल पर कर उद्योग को नयी पहचान दें तथा अन्य किसी भी प्रकार की असुविधा के लिए जिला उद्योग उद्यम प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र, सुल्तानपुर रोड़ गौरीगंज में सम्पर्क कर मोबाइल नं0-7007720358, 9451196691 से सम्पर्क कर अपना उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते है।

*बेलराई ग्राम प्रधान निर्वाचन को चैलेंज करने वाली याचिका को एसडीएम ने किया खारिज*

संतकबीरनगर। एसडीएम धनघटा के न्यायालय ने नाथनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेलराई के प्रधान के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका को मंगलवार को खारिज कर दिया। पंचायत चुनाव में रनर रही प्रत्याशी ने मतगणना में हेर फेर करके प्रधान पद हथियाने का आरोप लगाते उप जिलाधिकारी धनघटा न्यायालय में याचिका दाखिल किया था।

प्रधान प्रतिनिधि ग्रीश चंद्र चौधरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है। वर्ष 2021 में हुए पंचायत चुनाव में नाथनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेलराई में तीन प्रत्याशियों ने प्रधान पद के लिए दावेदारी किया था। जिसमे ऊषा देवी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सरोज देवी को हरा कर ग्राम प्रधान निर्वाचित घोषित हुई थीं। निर्वाचन के बाद दूसरे स्थान पर रहीं सरोज देवी ने उप जिलाधिकारी धनघटा के न्यायालय में एक याचिका दाखिल करते हुए ऊषा देवी के निर्वाचन को चुनौती दिया था।

याचिका में आरोप लगाया गया था कि निर्वाचित ग्राम प्रधान ने अपने राजनैतिक रसूख और धन बल की बदौलत फर्जी मतदान करा कर और मतगणना कर्मियों को अपने प्रभाव में करके प्रधान पद हथिया लिया है। उनका आरोप था बाहर रहने वाले मतदाताओं और बाहरी लोगों से फर्जी मतदान करा कर निष्पक्ष मतदान को प्रभावित किया गया।

आरोप लगाया गया था कि बाद में मतगणना को भी अपने राजनैतिक रसूख और धन बल से ऊषा देवी ने प्रभावित करके प्रधान पद हथिया लिया। मामले में वादी पक्ष से अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह और प्रधान पक्ष की तरफ से अधिवक्ता लाल शरण सिंह ने अपना अपना पक्ष रखा। एसडीएम न्यायालय ने दोनो पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद पाया कि याची सरोज देवी खुद के द्वारा लगाए गए आरोपों के पक्ष में वे ना तो कोई ठोस आधार प्रस्तुत कर पाई और ना ही कोई पर्याप्त साक्ष्य ही प्रस्तुत कर सकीं।

एसडीएम न्यायालय ने सरोज देवी के वाद को खारिज करते हुए ऊषा देवी के निर्वाचन को वैध करार देते हुए उनके चुनाव को निष्पक्ष माना। न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ग्रीश चंद्र चौधरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रसन्नता व्यक्त किया है। न्यायालय के इस निर्णय पर खुशी जताते हुए प्रधान प्रतिनिधि इटौवा सर्वेश सिंह, पूर्व प्रधान वीरेंद्र कुमार, शंभू श्रीवास्तव आदि ने ऊषा देवी को बधाई दिया।

परिवारिक कलह में अधेड़ ने खाया जहर, हुई मौत

कानपुर बिल्हौर- रविवार को बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ गांव निवासी कमलेश उर्फ छुनान (उम्र 52 वर्ष) पुत्र स्व. विजय शंकर ने पारिवारिक कलह के चलते दोपहर लगभग 1:30 बजे कीटनाशक दवा पी ली जिसके उपरांत आनन-फानन में परिजन उसे बिल्हौर के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए जहां पर डॉक्टरों ने हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया।

हैलट अस्पताल कानपुर में कमलेश का इलाज शुरू हुआ, आईसीयू में भी रखा गया लेकिन सोमवार लगभग 4:00 उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। कमलेश के परिवार में उसकी पत्नी दो पुत्र एवं दो पुत्रियां है। बड़ी बेटी का विवाह उसकी सगी बहन रानी निवासिनी ग्राम रामपुर जिला हरदोई के पुत्र के साथ हुई है बाकी तीनों की अभी शादी नहीं हुई है।

घर में मकान निर्माण कार्य चल रहा था, सोमवार को लेंटर पड़ना था। कमलेश के 3 भाई अनिल, रामेंद्र और राजन हैं जिनके गांव में ही अलग-अलग मकान बने हुए हैं। ग्रामीणों ने दबी जुबान से बताया कि कमलेश की बेटी का विवाह उसकी बहन रानी के पुत्र से हुआ है। रानी अभी 2 दिन पूर्व ही नानामऊ गांव आईं थीं, उन्हीं ने किसी बात को लेकर कमलेश से काफी कुछ कहा था जिसको लेकर कमलेश ने कीटनाशक दवा पी ली और आज उसकी हैलट अस्पताल कानपुर में मौत हो गई ।

वहीं दूसरी ओर कमलेश के भाई ने मौत की वजह उसकी पत्नी एवं बच्चों से विवाद होने को बताया है। थाना प्रभारी बिल्हौर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक सुरेंद्र की बॉडी का पोस्टमार्टम हैलट मार्चरी अस्पताल में कराया गया है तथा अभी तक परिजनों की तरफ से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।

नौ गजा पीर बाबा के उर्स में पहुंचे कानपुर पुलिस कमिश्नर

नितिन गुप्ता

कानपुर बिल्हौर- कस्बा बिल्हौर में 3 वर्ष उपरांत हजरत इब्राहिम शहीद नौ गजा पीर बाबा का उर्स मेला रविवार दिनांक 28 मई से चालू हुआ जो 30 मई रात्रि चलते हुए 31 तारीख को कुल होकर उर्स मेले का समापन होगा। 

दरगाह को बेहद खूबसूरत तरीके से फूलों से सजाया गया है, हर तरफ झालर की खूबसूरत रोशनी दिखाई दे रही है। सोमवार को कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड हजरत इब्राहिम शहीद दरगाह पर पहुंचे जहां पर उन्होंने मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया वहीं मौके पर मौजूद एसीपी बिल्हौर इंद्र प्रकाश सिंह एवं थानाध्यक्ष बिल्हौर सुरेंद्र सिंह को सुरक्षा को लेकर मेले में कोई भी कमी ना रहे के दिशा निर्देश दिए। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर एक पुलिस चौकी मेले परिसर में बना दी गई है जिसमें वर्दी एवं सादी वर्दी में महिला एवं पुरुष पुलिस लगाई गई है, पीएसी बटालियन मौजूद है, सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं, जीटी रोड पर वाहनों के आवागमन के लिए एवं मार्ग में कोई अवरुद्ध न हो के लिए व्यवस्था की गई है। निश्चित रूप से उर्स कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपूर्ण होगा।

सोमवार शाम 5:30 बजे बाबा का कुशल पोसी कार्यक्रम चालू हुआ जिसके उपरांत रात्रि में सुप्रसिद्ध कव्वाल मजीद शोला व अजीम नाजा ने बेहतरीन कव्वालियों से लोगों का दिल मोह लिया। इसके उपरांत सभी को तबर्रुक बांटा गया तथा मेला कमेटी की तरफ से आए हुए दर्शनार्थियों के लिए लंगर खाना लगाया गया वहीं दूसरी ओर हजारों दर्शनार्थियों ने नौ गजा पीर बाबा के दर्शन किए और मेले में घूमकर जमकर आनंद लिया वहीं बच्चों ने झूले झूले, खरीदे खिलौने और खाई आइसक्रीम। इसके बाद रात्रि 10:00 बजे से कव्वाली प्रोग्राम चालू हुआ।

*गिट्टी लादकर जा रहा ट्रक पलटा कंडेक्टर की मौत , ड्राईवर सुरक्षित*

 

बाराबंकी।रायबरेली की ओर से गिट्टी लादकर हैदरगढ़ की ओर आ रहे ट्रक की स्टेरिंग जाम हो जाने के चलते ट्रक पलट गया। जिसके चलते ट्रक क्लीनर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक बाल-बाल बच गया। 

जानकारी के अनुसार ट्रक संख्या यूपी 41 टी 4188 गिट्टी लादकर रायबरेली की ओर से हैदरगढ़ आ रहा था। दुर्घटना में बाल-बाल बचे ट्रक चालक जय गोविंद पुत्र चंद्रपाल निवासी हुसैनाबाद थाना लोनीकटरा ने बताया कि जब वह सुबह 8 बजे ट्रक लेकर हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के केलहनुआ चौराहे पर पहुंचा कि तभी स्टेरिंग से धुआं उठा और स्टेरिंग जाम हो जाने से ट्रक खंती में पलट गया ।

जिसमें क्लीनर हरिश्चंद्र पुत्र राधे 25 वर्ष निवासी संतोषपुर कोतवाली हैदरगढ़ ट्रक में फंस गया सूचना पर आकर जेसीबी एवं हल्का दरोगा नौशाद एवं पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे प्रभारी निरीक्षक ने ग्रामीणों के सहयोग से जब तक क्लीनर को बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थीं। पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया।

*सीएचसी महराजगंज में कराहती रही प्रसूता डाक्टरों को नही आई शर्म, भूले अपना धर्म*

रायबरेली।महराजगंज में सीएचसी में दर्द से एक प्रसूता कराहती रही लेकिन समय से चिकित्सक नही पहुंचे।मानवता को शर्मशार करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक प्रसूता फर्श पर पड़ी कराह रही है, डाक्टरों के न आने पर परिजन प्रसूता को लेकर निजी अस्पताल चले गए। परिजनों का आरोप है कि जाते समय पहुंचे चिकित्सक ने उसके साथ गैर जिम्मेदार व्यवहार किया और अपशब्द कहे।

  सीएचसी क्षेत्र के चंदापुर निवासी गायत्री को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन रविवार की देर शाम करीब नौ बजे उसे लेकर सीएचसी महराजगंज पहुंचे। जहां प्रसव पीड़िता फर्श पर पड़ी कराहती रही।जिसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोप है कि एक घंटे डॉक्टर का इंतजार करने के बाद बाइक से निजी अस्पताल लेकर जा रहे ही रहे थे कि परिजनों के सवाल उठाने पर डा पियूष ने प्रसूता के परिजनों को अपमानजनक शब्दों से अपमानित भी किया।

 घटनाक्रम के दौरान मां का इलाज करा रहे नरई गांव निवासी कुश सिंह ने बताया अस्पताल में अनुभव हीन दो युवकों ने मां का इलाज किया डॉ ने एक बार देखा और फिर पता नहीं कहां चले गए।

 सोमवार की सुबह उन्होंने भी मां का इलाज निजी अस्पताल में कराया। उन्होंने बताया कि सीएचसी में इलाज कराना यमराज को मौत की दावत देना है। घटना के दौरान डाक्टर का मरीज व तीमारदारों के साथ व्यवहार मानवता को शर्मशार करने वाला था। आलम यह है कि सीएचसी में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बदहाल है। बेलगाम चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों पर अधीक्षक अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं।

क्या बोले जिम्मेदार

इस मामले में अधीक्षक डॉ राधाकृष्णन ने बताया मामला संज्ञान में आया है मामले में पूछताछ की जा रही है। मामला सही पाए जाने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।