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May 24 2023, 12:09

नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।

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May 24 2023, 12:08

*नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले सियासत जारी, कांग्रेस-आप-टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने किया समारोह के बहिष्कार का ऐलान*

#boycottparliamentnewbuildinginauguration

देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि, इससे पहले देश में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बदले पीएम मोदी के द्वारा कराए जाने की आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की बात कही है। 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर चल रहे सियासी घमासान के शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 28 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का हम भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया, इसी लिए देश के विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी महिला के नाम पर राष्ट्रपति बनाया, लेकिन उनको राष्ट्रपति भवन से बाहर तक नहीं आने दिया जाता है।

नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की मांग है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाए। संयुक्त विपक्ष भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह इस बारे में उचित समय पर उचित फैसला करेगी कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होना है या नहीं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दूर रखकर उनका और पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति, जो एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर यहां तक पहुंची हैं, उनका अपमान क्यों हो रहा है? क्या अपमान इसलिए हो रहा है कि वह आदिवासी समाज से आती हैं या फिर उनके राज्य (ओडिशा) में चुनाव नहीं है?

इन राजनीतिक दलों ने किया बहिष्कार

तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में नहीं जाने का एलान किया।भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।बुधवार सुबह ही राजद ने घोषणा की है की वह समारोह का बहिष्कार करेगा। एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) भी 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी।

संयुक्त बयान हो सकता है जारी

सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार को लेकर विचार-विमर्श किया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सदन के सभी नेता एक संयुक्त बयान जारी कर सकते हैं। इसमें कार्यक्रम के संयुक्त बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। हालांकि, कई पार्टियां पहले ही कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात कह चुकी हैं। 

28 मई की तारीख पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए हैं। दरअसल 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। उनका जन्म 28 मई 1883 को हुआ था। इस साल 28 मई को उनकी 140वीं जयंती मनाई जाएगी। कांग्रेस का कहना है कि 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है, इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।

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May 24 2023, 11:48

आप सांसद संजय सिंह का दावा, करीबियों के घर पर ईडी कर रही रेड

#aap_mp_sanjay_singh_claims_ed_raids_going_on_at_places_of_close_ones

दिल्ली शराब घोटाला मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आप नेता और सांसद संजय सिंह के सहयोगियों के घर छापेमारी की। आप सांसद संजय सिंह ने बुधवार को दावा किया है कि उनके करीबियों और स्टॉफ के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमें छापेमारी कर रही हैं।बता दें कि सांसद संजय सिंह इस वक्त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दूसरे दलों के नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली से बाहर गए हुए हैं। इस बीच उनके करीबियों पर शिकंजा कसा है।

इस कार्रवाई के खिलाफ आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि जब उनके खिलाफ कुछ नहीं मिला तो ईडी इस तरह का हथकंडा अपना रही है। संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मोदी की दादागिरी चरम पर है। मैं मोदी की तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा हूं।ईडी की फर्जी जांच को पूरे देश के सामने उजागर किया।ईडी ने मुझसे गलती मानी। जब कुछ नही मिला तो आज मेरे सहयोगियों अजीत त्यागी और सर्वेश मिश्रा के घर ईडी ने छापा मारा है। सर्वेश के पिता कैंसर से पीड़ित हैं, ये जुर्म की इंतेहा है। चाहे जितना जुर्म करो लड़ाई जारी रहेगी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने कहा कि वे कई स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं, जिसमें संजय सिंह के करीबी सहयोगी अजीत त्यागी के आवास और कार्यालय और अन्य व्यवसायी और ठेकेदार शामिल थे, जिन्हें कथित रूप से दिल्‍ली की शराब नीति से लाभ हुआ था। ये मामला उन आरोपों से संबंधित है कि संजय सिंह और उनके सहयोगियों ने 2020 में शराब की दुकानों और वितरकों को लाइसेंस देने के दिल्ली सरकार के फैसले में भूमिका निभाई, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ और भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों का उल्लंघन हुआ।

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May 24 2023, 10:54

*मणिपुर को फिर दहलाने की कोशिश नाकाम! सेना के हाथ लगा हथियार और गोला बारूद का जखीरा*

#manipur_ammunitions_including_shotgun_and_grenade_recovered_indian_army

मणिपुर में हालात तनावपूर्ण है। हालांकि सेना की निगहबानी में स्थिति काबू में है। इस बीच सेना की चौकसी से मणिपुर को फिर से दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम हुई है। भारतीय सेना ने मंगलवार रात एक कार को पकड़ा, जिसमें भारी मात्रा में हथियार ले जाए जा रहे थे।इनपुट्स के आधार पर मणिपुर में भारतीय थल सेना ने असम राइफल्स के साथ एक्शन में बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियारों के जखीरे के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने भारतीय सेना के हवाले से कहा, ‘इनपुट्स के आधार पर एक मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट को मणिपुर के कांगचुक चिंगखोंग जंक्शन में स्थापित किया गया था। मंगलवार रात 9:35 बजे एक कार को रोका गया, जिसमें से 5 शॉटगन, 5 इम्प्रोवाइज्ड लोकल ग्रेनेड और 3 कार्टन शॉटगन गोला बारूद बरामद किए गए।’ सेना ने अपने बयान में कहा कि कार में सवार तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बरामद हथियारों के साथ उनको पुलिस को सौंप दिया गया है।

इससे पहले इंफाल पूर्व जिले के न्यू चेकोन इलाके में एक पूर्व विधायक समेत हथियारबंद चार लोगों ने सोमवार को लोगों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए बाध्य किया, जिसके बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी थी। पुलिस ने बताया कि इंफाल पूर्व जिले में फुखाओ और लेइतानपोकपी समेत कुछ जगहों पर लाइसेंसी बंदूकों से लैस स्थानीय लोग अस्थायी ‘बंकर’ बनाकर किसी भी संभावित हमले के खिलाफ अपने इलाकों की रक्षा करते हुए पाए गए। सोमवार को इंफाल पश्चिम में सिनम खैतोंग गांव में सुरक्षाबलों ने ऐसे पांच ‘बंकर’ नष्ट कर दिए। एक दिन पहले फिर हिंसा भड़कने के बाद मंगलवार (23 मई) को स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन हालात अभी काबू में हैं।

बता दें कि मणिपुर में करीब 20 दिन की शांति के बाद सोमवार को एक बार फिर से हिंसक घटनाएं हुईं थीं। हालांकि, सेना के चौकसी बढ़ाने के बाद मंगलवार को राज्य में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। राज्य में आरक्षण की मांग को लेकर 3 मई को जातीय हिंसा हुई थी। इस हिंसा में करीब 70 लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में घरों में आग लगा दी गई थी। इसके बाद बीते कई दिनों से राज्य में शांति थी और लग रहा था कि हालात धीरे धीरे काबू में आ रहे हैं।

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May 24 2023, 10:34

*जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बड़ा सड़क हादसा, खाई में गिरी गाड़ी, 7 की मौत, एक गंभीर रूप से जख्मी*

#accident_in_kishtwar_of_jammu_and_kashmir_people_died

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बुधवार को एक वाहन के सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।मिली जानकारी के मुताबिक ढंगदुरु पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारियों को ले जा रहा वाहन हादसे का शिकार हो गया।

इस हादसे की पुष्टी करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया, अभी-अभी डीसी किश्तवाड़ डॉ. देवांश यादव से डांगदुरु बांध स्थल पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण सड़क हादसे के बारे में बात की। घटना में 7 लोगों की मौत हो गई है और 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायलों को आवश्यकता के अनुसार जिला अस्पताल किश्तवाड़ या जीएमसी डोडा में स्थानांतरित किया जा रहा है। जरूरत के मुताबिक हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, डंगडुरु पावर प्रोजेक्ट (डाचन क्षेत्र) के पास जाकर क्रूजर वाहन सड़क हादसे का शिकार हुआ। इस वाहन में वो लोग सवार थे, जो काम के सिलसिले से जा रहे थे। प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहे इन लोगों को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनके साथ इस तरह का हादसा हो सकता है। हादसे से जुड़ी तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस जगह दुर्घटना हुई है, वहां पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई है।

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May 24 2023, 09:59

पीएम मोदी ने अल्बनीज के साथ की द्विपक्षीय वार्ता, मंदिरों पर हमले को लेकर दिया सख्त संदेश

#pmmodimeetsaustralianpmanthonyalbanese

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय दौरे पर ऑस्ट्रेलिया में हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक की है। बैठक में ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमलों का मुद्दा भी उठा।बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी भाग लिया। इससे पहले पीएम मोदी को एडमिरल्टी हाउस में सेरेमोनियल गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।बैठक के बाद दोनों देशों ने समझौता ज्ञापनों पर (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। साथ ही दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।

साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले बर्दाश्त नहीं है।पीएम मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर होने वाले हमलों और अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों के संबंध में हमने पहले भी बात की है और आज भी बात हुई है। दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को कोई भी तत्व अपने विचारों और एक्शन से आघात पहुंचाए ये हमें बर्दाश्त नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया के संबंध टी20 मोड में-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, क्रिकेट की भाषा में कहूं तो हमारे और ऑस्ट्रेलिया के संबंध टी20 मोड में आ गए हैं। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच जीवित पुल है। आज प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से वार्ता में हमने अगले दशक में अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात की। नए क्षेत्रों में आपसी सहयोग की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की।

भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध केवल दो देशों तक सीमित नहीं-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध केवल दो देशों तक सीमित नहीं है। दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय स्थिरता, शांति और विश्व कल्याण से भी जुड़ा है। क्वाड समिट के दौरान हमने इंडो पैसिफिक पर भी चर्चा की थी।द्विपक्षीय बैठक में खनन और खनिज को लेकर रणनीतिक सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है।

क्रिकेट विश्व कप में भारत आने का न्योता

इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एंथोनी अल्बनीज को क्रिकेट विश्व कप में भारत आने का न्योता भी दिया। पीएम मोदी ने इस साल भारत में होने वाले क्रिकेट विश्व कप के लिए अल्बनीज और सभी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों को भारत आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि उस समय आपको भारत में भव्य दिवाली का जश्न भी देखने को मिलेगा।

भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधो को यूं किया परिभाषित

पीएम मोदी की तीन दिवसीय ऑस्ट्रेलिया यात्रा का बुधवार को आखिरी दिन है। इसके पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री सिडनी में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया।इस दौरान पीएम मोदी ने 20000 से ज्यादा भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया था।इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को तीन C कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और करी। फिर तीन D पर डेमोक्रेसी, डायस्पोरा और दोस्ती और तीन E एनर्जी, इकोनॉमी और एजुकेशन पर आधारित पर बताया था।

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May 23 2023, 18:36

*अरविंद केजरीवाल ने ममता बनर्जी से की मुलाकात, अध्यादेश कानून बनाने से रोकने के लिए मांगा समर्थन*

#arvind_kejriwal_meets_mamata_banerjee

आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने कोलकाता पहुंचे। उनके साथ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आप नेता राघव चड्ढा और आतिशी भी थे।केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर दिल्ली के सीएम ने ममता से मुलाकात कर समर्थन मांगा।ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी अध्यादेश का विरोध करेगी।

मीटिंग के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जहां इनकी (बीजेपी) सरकार नहीं होती है, वहां राज्यपाल के जरिए शासन चलाया जाता है।केजरीवाल ने कहा कि हमने पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में देखा कि राज्यपाल कैसे सरकार को तंग कर रहे हैं। दिल्ली में इन्होंने जो किया वह जनतंत्र के खिलाफ है। देश की जनता को इस अहंकारी सरकार को हटाना चाहिए। मैं दीदी का धन्यवाद करूंगा कि राज्यसभा में इन्होंने कहा कि वे हमारा समर्थन करेंगी। राज्यसभा में अगर यह बिल गिर जाता है तो यह 2024 से पहले सेमीफाइनल होगा।

केजरीवाल ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने हमारी सारी शक्तियां छीन ली है। यह लोग सीबीआई का मनमाना इस्तेमाल करके देश भर में विपक्ष की सरकारों को परेशान करने का काम कर रहे हैं।जनता से जुड़े कोई काम बीजेपी हमें नहीं करने दे रही है।ऐसे में इस अहंकारी केंद्र सरकार को हटाना जरूरी हो गया है।

वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के लाए गए अध्यादेश का टीएमसी विरोध करेगी। हम इस मुद्दे पर सभी दलों से साथ आने की अपील करते हैं।अगर जरूरत पड़ेगी तो फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। ममता ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, चुनाव के लिए केवल छह महीने रह गए हैं, हो सकता है उससे पहले भी कोई चमत्कार हो जाए और केंद्र की सरकार चली जाए।

बता दें कि दिल्ली में एलजी के साथ अधिकार के मुद्दे पर चल रही केजरीवाल की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद काफी हद तक उनके पक्ष में चली गई थी। लेकिन केंद्र के अध्यादेश के बाद एक बार फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अपनी हार नजर आ रही है। केजरीवाल की अगुवाई वाली आप, केंद्र सरकार के इस कदम से काफी भड़क गई थी। केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आज मुलाकात की।

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May 23 2023, 17:36

*'C,D,E पर आधारित भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध', क्रिकेट से लेकर मास्टरशेफ तक, जानें पीएम मोदी की सिडनी स्पीच ती बड़ी बातें*

#pm_modi_explained_relations_with_australia_3c_3d_and_3e 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया।प्रधानमंत्री ने अपने ह‍िंदी में द‍िये भाषण से न केवल ऑस्‍ट्र‍ेलिया बल्‍क‍ि दुन‍िया में अपनी लोकप्रियता को जन-जन तक पहुंचाने का काम क‍िया है। उन्होंने कहा कि मैं जब 2014 में आया था तब आपसे एक वादा किया था कि आपको फिर भारत के किसी प्रधानमंत्री का 28 साल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आज सिडनी में, इस एरीना में, मैं फिर हाजिर हूं और मैं अकेला नहीं आया हूं, प्रधानमंत्री अल्बनीज भी मेरे साथ आए हैं।

पीएम मोदी ने 'नमस्ते ऑस्ट्रेलिया' से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पीएम को अपना 'दोस्त' बताया। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने पीएम मोदी को 'बॉस' बताते हुए उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा , 'थैंक्यू, माई फ्रेंड एंथनी'।

पीएम मोदी ने कहा, 'एक समय था जब कहा जाता था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को तीन C डिफाइन करते हैं। कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और करी। फिर कहा गया कि ये तीन D पर आधारित हैं। डेमोक्रेसी, डायस्पोरा और दोस्ती। कुछ लोगों ने इसे तीन E पर आधारित पर बताया। एनर्जी, इकोनॉमी और एजुकेशन। पीएम का कहना है कि इन सभी संबंधों का सबसे बड़ा आधार है मुच्युल ट्रस्ट और रिस्पेक्ट है। दोनों देशों के संबंध सिर्फ डिप्लोमेसी से ही मजबूत नहीं हुए हैं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय लोग इसकी असली ताकत रहे हैं।

भारतीय प्रधानमंत्री ने भारत और ऑस्‍ट्रेल‍िया के आपसी और दोस्‍ताना संबंधों का गर्मजोशी के साथ ज‍िक्र क‍िया और कहा क‍ि मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आप सबने आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया है। हमारे क्रिकेट के रिश्ते को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। क्रिकेट की फील्ड पर मुकाबला जितना रोचक होता है उतनी ही गहरी हमारी ऑफ द फील्ड दोस्ती है। पीएम मोदी ने अपार जनसमूह को संबोध‍ित करते हुए कहा क‍ि हम भौगोलिक रूप से जरूर दूर है, लेकिन हिंद महासागर हमें जोड़ता है। योग हमें जोड़ता है और क्रिकेट से तो ना जाने हम कब से जुड़े हुए हैं। अब टेनिस भी हमें जोड़ रहा है। 

पीएम ने हैरिस पार्क में जयपुर स्वीट्स की चटकाज़ ‘चाट’ और ‘जलेबी’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि ये बहुत स्वादिष्ट हैं। उन्होंने भारतीय लोगों से अपील कि वह चाहते हैं वे सभी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीज को उस जगह ले जाएं। इसके पीएम ने कहा कि क्रिकेट के मैदान के बाहर भी दोनों देशों की दोस्ती बहुत गहरी है। पिछले साल जब शेन वॉर्न का निधन हुआ था तो सैकड़ों भारतीय भी मातम मना रहे थे। उन्हें ऐसा लगा जैसे उन्होंने अपने किसी बेहद करीबी को खो दिया है।

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May 23 2023, 16:11

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, इशिता किशोर का पहले पायदान पर कब्जा, पहले से तीसरे स्थान पर लड़कियों का दबदबा


देश की सबसे बड़ी प्रशासनिक सेवा की परीक्षा का फाइनल रिजल्ट मंगलावार को जारी कर दिया गया। अभियर्थी यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

बता दें कि यूपीएससी के मेंस परीक्षा में इशिता किशोर ने टॉप किया है। वहीं दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन रही हैं। इस बार इस रिजल्ट में पहले से तीसरे पायदान पर लड़कियों का दबदबा रहा। वहीं चौथा स्थान मयूर हजारिका और पांचवां गहना नव्या जेम्स ने हासिल किया है। परीक्षार्थियों के मार्क्स रिजल्ट की घोषणा के करीब 15 दिन बाद जारी किए जाएंगे। गौरतलब है कि अप्रैल तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू चले थे। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 30 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2529 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के तहत आईएएस , आईपीएस समेत अन्य सर्विसेज के लिए 1011 पदों पर भर्ती निकाली थी।

यूपीएससी सिविल सेवा के जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस) , भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस) , रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस) , इंडियन पोस्टल सर्विसेज , भारतीय डाक सेवा , इंडियन ट्रेड सर्विसेज सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों -- प्रारंभिक , मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में आयोजित की जाती है। मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के प्रदर्शन के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है।

यूपीएससी वह संवैधानिक निकाय है जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) , भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) समेत अन्य विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गयी है। इसमें एक अध्यक्ष और दस अन्य सदस्य शामिल होते हैं , जिनकी नियुक्ति और पदच्युति राष्ट्रपति के जरिए की जाती है। आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह साल की अवधि तक अथवा 65 साल की उम्र पूरी होने तक अपने पद के कर्तव्यों का पालन करते है। संविधान का अनुच्छेद 316 सदस्यों की नियुक्ति और उनके कार्यालय की अवधि से संबंधित है।

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May 23 2023, 15:20

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा का परिणाम किया जारी, पढ़िए, कौन रहे देश भर में अव्वल, ऐसे जानें अपना रिजल्ट

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल रहे उम्मीदवार अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर देख सकते हैं। परीक्षा में इशिता किशोर ने AIR 1 रैंक हासिल की है। उसके बाद गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा रहीं।

इतने उम्मीदवारों का चयन

यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में कुल 933 उम्मीदवार नियुक्ति के लिए चयनित किए गए हैं। इनमें से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित, 99 ईडब्ल्यूएस, ओबीसी से 263 एससी से 154 तथा एसटी कैटेगरी से 72 उम्मीदवार शामिल किए हैं।

आईएएस के लिए 180 शॉर्टलिस्ट

आईएएस के पद पर चयन के लिए 180 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। जबकि 178 उम्मीदवारों की रिजर्व सूची भी तैयार की गई है।

UPSC CSE Result ऐसे करें चेक

सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं।

होमपेज पर उस लिंक पर क्लिक करें जिसमें UPSC CSE मुख्य परिणाम 2022 (अंतिम) लिखा हो।

अब स्क्रीन पर एक पीडीएफ फाइल खुलेगी।

पीडीएफ फाइल में यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य अंतिम परिणाम 2022 होगा।

मेरिट लिस्ट चेक करें और उसे डाउनलोड करें

UPSC CSE 2022 टॉपरों की सूची

इशिता किशोर

गरिमा लोहिया

उमा हरति एन

स्मृति मिश्रा

मयूर हजारिका

गहना नव्या जेम्स

वसीम अहमद भट

अनिरूद्ध यादव 

कनिका गोयल

राहुल श्रीवास्तव