नया संसद भवन बनकर हो चुका है तैयार, इसी महीने के अंत तक उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
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नया संसद भवन बनकर तैयार हो चुका है। उम्मीद हैं कि नव निर्मित संसद भवन का औपचारिक उद्घाटन इस महीने के अंत तक किया जाएगा। इसका उद्घाटन 30 मई को हो सकता है, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ साल पहले 2014 में पद की शपथ ली थी।हालांकि, इसके उद्घाटन को लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि नए संसद भवन के उद्घाटन की तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। निर्देश है कि इसी हफ्ते तक भवन से जुड़े सभी जरूरी तैयारियां हर हाल में पूरी कर ली जाएं। इस महीने के अंत तक उद्घाटन के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए अभी से जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। गौरतलब है कि कोरोना महामारी और यूक्रेन युद्ध के कारण नए संसद भवन के निर्माण के लक्ष्य को बीते साल पूरा नहीं किया जा सका था। परियोजना को पूरा करने की मूल समय सीमा पिछले साल नवंबर थी।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जुलाई में शुरू होने वाला आगामी मानसून सत्र नए भवन में आयोजित होने की संभावना नहीं है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ऐसी अटकलें हैं कि जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों की बैठक इस साल के अंत में नए भवन में हो सकती है। भारत 2023 के लिए जी20 की अध्यक्षता कर रहा है।
नई इमारत राष्ट्र के शक्ति केंद्र सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास का हिस्सा है। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर की सड़क का नवीनीकरण, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण, प्रधानमंत्री का एक नया कार्यालय और आवास, और एक नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव भी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरी की जा रही इस परियोजना का हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी, जिसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी। संसद की नई इमारत का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इस इमारत में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान कक्ष, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान होगा। 64,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में निर्मित, नई चार मंजिला इमारत में 1,224 सांसद बैठ सकते हैं। नए संसद भवन में तीन मुख्य द्वार हैं, जिनका नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार रखा गया है। भवन में सांसदों, वीआईपी और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार होंगे। इमारत का एक अन्य आकर्षण संविधान हॉल है, जिसे देश की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया है। हॉल में भारत के संविधान की मूल प्रति रखी गई है।
May 17 2023, 19:27