कर्नाटक में जीत के बाद राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा-कांग्रेस ने जो वादे किए पहली कैबिनेट में होंगे पूरे

#rahulgandhicongresskarnatakaelection

कर्नाटक में बीजेपी की “कमर” टूट गई। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल कर बीजेपी को जोरदार पटखनी दी है। राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की एकतरफा जीत देखकर अपने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। राहुल गांधी ने कहा है कि चुनाव में आम जनता की शक्ति ने पूंजीपतियों की ताकत को हरा दिया है। यही नहीं, राहुल ने दूसरे राज्यों के चुनाव पर कहा कि जो कर्नाटक में हुआ है वह अन्य राज्यों में भी होगा

देश को मोहब्बत अच्छी लगती है-राहुल

कर्नाटक में कांग्रेस की बंपर जीत के बाद पार्टी नेता राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इन चुनावों में हमें जीत दिलाने के लिए कर्नाटक की जनता को शुक्रिया। कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है। और अब मोहब्बत की दुकान खुल गई है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई है। हमने प्यार से ये लड़ाई लड़ी है। कर्नाटक ने दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।

पहली कैबिनेट में वादे पूरे करेंगे-राहुल

राहुल गांधी ने आगे कहा कि कर्नाटक की जनता से हमने पांच वादे किए थे, हम इन वादों को पहले दिन पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे। राहुल गांधी पत्रकारों से बात करते हुए बार-बार एक ही बात पर जोर दे रहे थे कि वह अपने पांच वायदों को सबसे पहले पूरे करेंगे। 

अब ध्यान भटकाने वाली राजनीति नहीं चलेगी-प्रियंका

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत का जश्न हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला तक मनाया जा रहा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शिमला में हैं। यहां उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि कर्नाटक की जनता ने यह साबित कर दिया है कि अब देश में समस्या के समाधान की राजनीति चलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में जनता के मुद्दों पर लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। प्रियंका गांधी ने कहा कि जनता के मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार है। जनता ने यह साबित कर दिया कि अब ध्यान भटकाने वाली राजनीति नहीं चलेगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि कर्नाटक ने भ्रष्ट सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका है।

कर्नाटक में नहीं चला मोदी का मैजिक, क्या हैं बीजेपी की हार के कारण ?

#reasonswhybjpfailedtowinelection 

कर्नाटक की जनता ने अपना “किंग” चुन लिया है। राज्य में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।मतदाताओं ने अपने 38 सालों के रिवाज को बरकरार रखते हुए बीजेपी को बड़ा झटका दिया है।कर्नाटक में साल 1985 के बाद से लगातार पांच साल से ज्यादा कोई भी पार्टी सरकार में नहीं रही है।मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि इसपर मंथन किया जाएगा।पार्टी हार के कारणों पर मंथन करती रहेगी, उससे पहले हम जानते हैं बीजेपी के हाथ से कर्नाटक के जाने का कारण।

बजरंग बली वाला मुद्दा नहीं आया काम

राज्य में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रचार अभियान की अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे। उन्होंने प्रचार के दौरान भगवान बजरंग बली का अपमान को प्रमुख मुद्दा बनाया। प्रधानमंत्री मोदी की औसतन हर दिन तीन से चार चुनावी सभाएं होती थीं और इस दौरान पार्टी का मुख्य मुद्दा बजरंग बली के इर्द-गिर्द बना रहा। हालांकि परिणाम के रुझान को देखते हुए ये साफ लग रहा है कि बीजेपी का बजरंग बली वाला मुद्दा कर्नाटक की जनता पर कुछ खास असर नहीं कर पाया है। वहीं,कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल कर अपनी मंशा साफ कर दी

भ्रष्टाचार ने तोड़ा भरोसा

बीजेपी पर 40 फीसदी कमीशन की सरकार का आरोप चस्पा होते दिखा है। बीजेपी एक तरफ इश्वरप्पा की पीठ थपथपाते दिखी, वहीं येदियुरप्पा को स्टार कैंपेनर बना पार्टी की रणनीति को लेकर कन्फ्यूज नजर आई। दरअसल कांट्रेक्टर एसोसिएशन, स्कूल एसोसिएशन और लिंगायत मठ द्वारा सरकार पर गंभीर कमीशन खोरी का आरोप पार्टी के लिए हानिकारक साबित हुआ है। इसलिए बीजेपी राज्य में अपने कैंपेन को मजबूत आधार देकर भी जीत में तब्दील करने में नाकामयाब रही है। वासवराज बोम्मई पर ‘पेसीएम’ का आरोप चस्पा हो चुका था। लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेताओं द्वारा उन्हें सीएम के उम्मीदवार के रूप में इंडोर्स करना भी बीजेपी के खिलाफ गया है। कांग्रेस की ओर से ‘पेसीएम’ कैंपेन चलाए जाने के बाद बीजेपी एमएलए के पास से आठ करोड़ बरामद होना बीजेपी के खिलाफ जोरदार माहौल बनाने में कामयाब साबित हुआ है।

येदियुरप्पा, शेट्टार, सावदी को नजरअंदाज करना पड़ा भारी

कर्नाटक में बीजेपी को खड़ा करने में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने जो भूमिका निभाई, वो किसी से छिपी नहीं है। लेकिन इस बार येदियुरप्‍पा को कर्नाटक चुनाव में लगभग साइड लाइन कर दिया गया। वहीं, जगदीश शेट्टार और पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी का बीजेपी ने टिकट काटा, तो दोनों कांग्रेस में शामिल हो गए। येदियुरप्पा, शेट्टार, सावदी तीनों ही लिंगायत समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं, जिन्हें नजर अंदाज करना बीजेपी को महंगा पड़ गया।

हिजाब का मुद्दा नहीं आया काम

कर्नाटक में चुनाव से एक साल पहले ही बीजेपी सरकार ने शैक्षणिक परिसरों में हिजाब पहनकर आने पर बैन लगा दिया था। सरकार के इस कदम पर राज्य में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन किए गए। वहीं जब चुनाव नजदीक आए तो बीजेपी ने हिजाब और हलाल के मुद्दे से पूरी तरह किनारा कर दिया। प्रचार के दौरान पार्टी ने कहीं भी हिजाब या हलाल का जिक्र नहीं किया, क्योंकि बीजेपी पहले ही मान चुकी थी हिजाब जैसे मुद्दों से पार्टी को नुकसान ही होगा।

जगदीश शेट्टार को बीजेपी से बगावत पड़ी भारी! चेले महेश तेंगिनाकाई ने दी मात

#jagdish_shettar_vs_mahesh_tenginakai 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती हुई दिख रही है। बीजेपी को जनता ने सिरे से नकार दिया है। इसी बीच बीजेपी से बगावत करने वाले पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार हुबली धारवाड़ सीट से चुनाव हार गए हैं। शेट्टार जो कभी बीजेपी के सबसे खास थे। बीजेपी ने उनको कर्नाटक का सीएम भी बनाया था। लेकिन उनको इस बार टिकट नहीं दिया गया। वो नाराज होकर कांग्रेसी खेमे में चले गए। कांग्रेस ने उन्हें हुबली धारवाड़ सीट से अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन उन्हें बीजेपी प्रत्याशी के हाथों हार मिली। 

शेट्टार कर्नाटक के सीएम भी रहे और छह बार से विधायक थे। उनके लिए ये किला अजेय रहा है। मगर इस बार उन्हीं के चेले ने चुनाव हरा दिया। शेट्टार को हराने वाले बीजेपी के महेश टेंगीकनई चुनाव प्रचार के दौरान खुद को उनका चेला बताते रहें। शेट्टार जब सीएम बने तो महेश बीजेपी के कार्यकर्ता बस थे। उन्हीं को देखकर राजनीति सीखी। लेकिन आज वो उनपर हावी हो गए। सबसे पहले तो उन्होंने अपनी ताकत का एहसास बीजेपी का टिकट हासिल कर दिखाई। इसके बाद अब वो अपने गुरी को ही हरा कर विधायक बन गए।

बता दें कि महेश तेंगिनाकाई भी लिंगायत समुदाय से आते हैं। उनकी छवि एक समर्पित और जुझारू नेता की थी। तेंगिनाकाई करीब दो दशकों से बीजेपी के साथ जुड़े हैं। वो इस वक्त बीजेपी के प्रदेश महासचिव भी हैं। महेश तेंगिनाकाई की जनता की नब्ज पर पकड़। वो एक कारोबारी तो हैं ही साथ ही सामाजिक कार्यों में भी आगे रहते हैं। पार्टी का विश्वास उनके साथ था इसी कारण उनको टिकट दिया गया। पार्टी ने नए चेहरे पर दांव खेला था। उनका ये दांव सफल हुआ। पार्टी कर्नाटक में हार गई मगर ये प्रयोग सफल दिखा।

ऑपरेशन लोटस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का तंज, कहा- कर्नाटक में कोई 'सिंधिया' नहीं हैं

#digvijaysinghtauntsonoperation_lotus 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझान के बाद देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी खुशी दिखाई दे रही है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद हो रही मतगणना में सुबह से ही कांग्रेस ने बढ़त बना रखी है।हालांकि पार्टी को ऑपरेशन लोटस का भी डर सता रहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है। दिग्विजय सिंह बोले, कर्नाटक में कोई सिंधिया नहीं है।

कर्नाटक चुनाव के नतीजों को लेकर खुशी जाहिर करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि, इनके(बीजेपी) प्लान बी का मतलब है खरीद फरोख्त। इनके पास उद्योगपतियों का दुनिया भर का पैसा है। अडानी का 20 हजार करोड़ जिसका कोई अता पता नहीं हैं उसमें से ये हजार करोड़ खर्च कर भी देंगे तो भी इन्हें कर्नाटक में कोई सिंधिया नहीं मिलेगा। यहां मजबूत कांग्रेसी है। दिग्विजय सिंह बोले, कर्नाटक में जीत से मध्य प्रदेश में भी उम्मीद पैदा हो गई है।

ये पीएम मोदी की निर्णायक हार- जयराम रमेश

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि आज जो कांग्रेस की निर्णायक जीत है वह पीएम मोदी की निर्णायक हार है। प्रधानमंत्री के अलावा प्रचार में और किसी का चेहरा नहीं दिखा। नड्डा जी ने कहा कि अगर आप कांग्रेस को वोट देंगे तो पीएम का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। पीएम खुद डबल इंजन की बात करते रहे, जिसे जनता ने नकार दिया।

सचिन तेंदुलकर ने दर्ज कराई एफआईआर, धोखाधड़ी के मामले को लेकर पहुंचे पुलिस के पास

#sachin_tendulkar_filed_a_criminal_case_in_cyber_cell_of_mumbai 

दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने गुरुवार को मुंबई क्राइम ब्रांच के साइबर सेल में एक मामला दर्ज कराया है। ये एफआईआर इंटरनेट पर चल रहे फेक विज्ञापनों में उनका नाम, फोटो और आवाज का इस्तेमाल होने को लेकर दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में उनके नाम, इमेज और आवाज का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करने का आरोप लगाया है।मुंबई पुलिस साइबर सेल द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 426, 465 और 500 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक तेंदुलकर के निजी सहायक ने मामला दर्ज कराया है। शिकायत के मुताबिक पांच मई को फेसबुक पर एक ऑयल कंपनी का एड देखा, जिसमें ऑयल कंपनी ने तेंदुलकर की फोटो का इस्तेमाल किया था साथ ही विज्ञापन में नीचे लिखा हुआ था कि प्रोडक्ट को खुद सचिन तेंदुलकर ने रिकमेंड किया है। तेंदुलकर के निजी सहायक की शिकायत के मुताबिक ऐसे ही एड इंस्टाग्राम पर भी देखे गए हैं।

शिकायत में बताया गया है कि सचिन तेंदुलकर के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। जिसका नाम ‘सचिनहेल्थ डॉट इन’ है। शिकायत के मुताबिक तेंदुलकर की तस्वीर का गलत उपयोग करके इन उत्पादों का प्रचार कर रहा था। जिसके बाद पुलिस को की गई शिकायत में बताया गया है कि सचिन की बिना इजाजत के ही तस्वीरों और आवाज का इस्तेमाल किया जा रहा था। जिससे उनकी छवि खराब हो रही थी। इसलिए उन्होंने कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना है।

मुंबई क्राइम ब्रांच को मिली शिकायत के आधार पर सचिन तेंदुलकर ऐसे किसी भी प्रोडक्ट को सपोर्ट नहीं करते हैं। इस विज्ञापन में सचिन तेंदुलकर की आवाज का गलत इस्तेमाल किया गया है, साथ ही उनकी तस्वीरों का दुरुपयोग किया जा रहा है। शिकायत मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आईपीसी की विभिन्न धाराओं 420, 465 और 500 के तहत मामला दर्ज किया है, इसमें धोखाधड़ी और जालसाजी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराएं शामिल हैं।

इस मामले में सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट किया है। सचिन की मैनेजमेंट कंपनी की तरफ से भी बयान जारी किया गया था। जिसमें उन्होंने कहा कि समाज को सुरक्षित रखने के लिए इस तरह के मामलों की जांच होनी चाहिए।

सचिन तेंदुलकर ने दर्ज कराई एफआईआर, धोखाधड़ी के मामले को लेकर पहुंचे पुलिस के पास

#sachin_tendulkar_filed_a_criminal_case_in_cyber_cell_of_mumbai 

दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने गुरुवार को मुंबई क्राइम ब्रांच के साइबर सेल में एक मामला दर्ज कराया है। ये एफआईआर इंटरनेट पर चल रहे फेक विज्ञापनों में उनका नाम, फोटो और आवाज का इस्तेमाल होने को लेकर दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में उनके नाम, इमेज और आवाज का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करने का आरोप लगाया है।मुंबई पुलिस साइबर सेल द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 426, 465 और 500 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक तेंदुलकर के निजी सहायक ने मामला दर्ज कराया है। शिकायत के मुताबिक पांच मई को फेसबुक पर एक ऑयल कंपनी का एड देखा, जिसमें ऑयल कंपनी ने तेंदुलकर की फोटो का इस्तेमाल किया था साथ ही विज्ञापन में नीचे लिखा हुआ था कि प्रोडक्ट को खुद सचिन तेंदुलकर ने रिकमेंड किया है। तेंदुलकर के निजी सहायक की शिकायत के मुताबिक ऐसे ही एड इंस्टाग्राम पर भी देखे गए हैं।

शिकायत में बताया गया है कि सचिन तेंदुलकर के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। जिसका नाम ‘सचिनहेल्थ डॉट इन’ है। शिकायत के मुताबिक तेंदुलकर की तस्वीर का गलत उपयोग करके इन उत्पादों का प्रचार कर रहा था। जिसके बाद पुलिस को की गई शिकायत में बताया गया है कि सचिन की बिना इजाजत के ही तस्वीरों और आवाज का इस्तेमाल किया जा रहा था। जिससे उनकी छवि खराब हो रही थी। इसलिए उन्होंने कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना है।

मुंबई क्राइम ब्रांच को मिली शिकायत के आधार पर सचिन तेंदुलकर ऐसे किसी भी प्रोडक्ट को सपोर्ट नहीं करते हैं। इस विज्ञापन में सचिन तेंदुलकर की आवाज का गलत इस्तेमाल किया गया है, साथ ही उनकी तस्वीरों का दुरुपयोग किया जा रहा है। शिकायत मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आईपीसी की विभिन्न धाराओं 420, 465 और 500 के तहत मामला दर्ज किया है, इसमें धोखाधड़ी और जालसाजी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराएं शामिल हैं।

इस मामले में सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट किया है। सचिन की मैनेजमेंट कंपनी की तरफ से भी बयान जारी किया गया था। जिसमें उन्होंने कहा कि समाज को सुरक्षित रखने के लिए इस तरह के मामलों की जांच होनी चाहिए।

बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीती और राघव की सगाई आज, परिणीति के स्वागत के लिए फूलों से सजा राघव का घर, शाम 5 बजे शुरू होगी सेरेमनी

बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा आज 'आम आदमी पार्टी' के नेता राघव चड्ढा संग सगाई करने जा रही है। वहीं दिल्ली के कपूरथला हाउस में कपल एक दूसरे को रिंग पहनाएंगे। हालांकि इससे पहले राघव चड्ढा का घर सजकर तैयार हो गया है।

फूलों और दीयों से सजा राघव चड्ढा का घर

राघव चड्ढा का दिल्ली स्थित सरकारी आवास के बाहर सफेद और गुलाब के फूलों और दीयों से सजाया गया है। बता दें कि इंगेजमेंट सेरेमनी से पहले राघव चड्ढा का सरकारी आवास सजकर तैयार हो गया है, जिसकी तस्वीरें सामने आई है। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि राघव चड्ढा का दिल्ली स्थित सरकारी आवास के बाहर सफेद और गुलाब के फूलों और दीयों से सजाया गया है। हालांकि इससे पहले मुबंई के बांद्रा स्थित परिणीति चोपड़ा के घर को दुल्हन की तरह सजाया गया था।

शाम 5 बजे शुरू होगी इंगेजमेंट सेरेमनी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की सगाई सेरेमनी शाम 5 बजे शुरू होगी। वहीं इंगेजमेंट सिख रीति-रिवाजों के अनुसार होगा। समारोह की शुरुआत सुखमनी साहिब पथ से होगी और उसके बाद शाम 6 बजे अरदास होगी।

लंदन से दिल्ली रवाना हुई प्रियंका चोपड़ा

जानकारी के अनुसार, इस इंगेजमेंट सेरेमनी में करीब 150 मेहमान शामिल होंगे जो राजनीतिक और फिल्म इंडस्ट्री से होंगे। वहीं, इस समारोह में शामिल होने के लिए परिणीति की कजिन प्रियंका चोपड़ा लंदन से रवाना हो गई है। दरअसल, प्रियंका चोपड़ा को लंदन एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

पिथौरागढ़ : नेपाल की ओर से घटखोला में 10 बार हुई पत्थरबाजी, मजदूरों ने भागकर बचाई अपनी जान

नेपाल की ओर से पिथौरागढ़ के घटखोला में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी किनारे बन रहे 985 मीटर तटबंध निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है। कार्य के दौरान नेपाल के नागरिकों इसको लेकर विरोध जताया है। निर्माण कार्य पर आपत्ति जताते हुए 10 बार पत्थरबाजी कर कार्य को बाधित किया गया। इसी दौरान एक नेपाली मजदूर भी घायल हो गया।

शुक्रवार को दो नेपाली युवकों के द्वारा अचानक जीरो पॉइंट घटखोला में भारतीय क्षेत्र में कार्य कर रही मशीनों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। अचानक हुई पत्थरबाजी से डरकर भारतीय मजदूरों ने भागकर जान बचाई। पत्थरबाजी में भारतीय जेसीबी मशीन का शीशा भी टूट गया है। सूचना पर कोतवाल कुंवर सिंह रावत पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि नेपाल के युवकों के द्वारा पत्थरबाजी के साथ अश्लील हरकतें करते हुए बदतमीजी की जा रही थी। इस दौरान नेपाल पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन पत्थरबाजी कर रहे युवकों को नहीं रोका।

कर्नाटक चुनाव के नतीजों पर बोले संजय राउत-बजरंगबली का गद्दा बीजेपी के सिर पर पड़ा, के रहमान खान ने भी कसा तंज

#karnataka_election_result_2023_sanjay_raut_on_bjp 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत-हार की तस्वीर लगभग साफ़ हो गई है। 224 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस बहुमत हासिल करते दिख रही है। वहीं, बीजेपी सत्ता से बाहर हो रही है। हालांकि, बीजेपी ने इस चुनाव में धुंआधार रैली की। खुद प्रधानमंत्री ने मोर्चा संभाल रखा था। पीएम मोदी एक दो से तीन रैलियां कर रहे हैं। इस दौरान बजरंगबली बीजेपी का बड़ा सहारा बने थे। लेकिन बजरंगबली का नाम भी बीजेपी के काम नहीं आया। इस पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।

संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि बजरंगबली की गदा बीजेपी के सिर पर पड़ा है। कर्नाटक में कांग्रेस जीत रही है तो यह मोदी और अमित शाह की हार है। जिस तरह से प्रतिष्ठा का चुनाव बनाया था और जब लगा कि हार रहे हैं तो उन्होंने बजरंगबली को आगे कर दिया।ये 2024 के चुनाव का दिशा दर्शन है।

वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री के रहमान खान ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा, इनका बजरंग बली का मुद्दा उल्टा पड़ गया।के रहमान ने कहा, कर्नाटक नार्थ इंडिया नहीं है। यहां आप कम्युनल कार्ड नहीं खेल सकते। बीजेपी जो लगातार चुनाव प्रचार में बजरंग बली का मुद्दा उठाकर जनता को रिझाने का प्रयास कर रही थी उनका ये मुद्दा उनपर उल्टा पड़ गया। उन्हें किसी ने इम्पोर्टेंस नहीं दी।

कर्नाटक में कांग्रेस का आना तय! चुनाव जीतने के बाद कौन होगा अगला सीएम

#who_can_be_the_next_cm_face_congress_after_winning_elections_in_karnataka

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही देर में साफ होने वाले हैं। इससे पहले रुझानों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है। रुझानों के हिसाब से राज्य में कांग्रेस को बहुमत मिल रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर कांग्रेस जीतती है तो पार्टी की तरफ से सीएम पद का दावेदार कौन होगा? इसी बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है कि पूर्ण बहुमत की सूरत में सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री बनेंगे। वहीं, इस रेस में डीके शिवकुमार का नाम भी है।

वहीं, सिद्धारमैया से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। हां, वह एक दावेदार हैं। कांग्रेस में प्रथा रही है कि पार्टी कभी भी परिणाम से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे का खुलासा नहीं करती, खासकर कर्नाटक में। यह एक बहुत ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया जो सालों से चलता आ रहा है। अगर पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो पहले चुने हुए विधायक अपनी राय देंगे। फिर 'हाईकमान' फैसला करेगा।'

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को विश्वास जताया कि कांग्रेस सत्ता में आती है तो, कर्नाटक के हित के लिए उनके पिता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए।उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को राज्य में पूर्ण बहुमत मिलेगा, वरुणा सीट से उनके पिता भारी अंतर से जीतेंगे।