पिथौरागढ़ : नेपाल की ओर से घटखोला में 10 बार हुई पत्थरबाजी, मजदूरों ने भागकर बचाई अपनी जान

नेपाल की ओर से पिथौरागढ़ के घटखोला में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी किनारे बन रहे 985 मीटर तटबंध निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है। कार्य के दौरान नेपाल के नागरिकों इसको लेकर विरोध जताया है। निर्माण कार्य पर आपत्ति जताते हुए 10 बार पत्थरबाजी कर कार्य को बाधित किया गया। इसी दौरान एक नेपाली मजदूर भी घायल हो गया।

शुक्रवार को दो नेपाली युवकों के द्वारा अचानक जीरो पॉइंट घटखोला में भारतीय क्षेत्र में कार्य कर रही मशीनों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। अचानक हुई पत्थरबाजी से डरकर भारतीय मजदूरों ने भागकर जान बचाई। पत्थरबाजी में भारतीय जेसीबी मशीन का शीशा भी टूट गया है। सूचना पर कोतवाल कुंवर सिंह रावत पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि नेपाल के युवकों के द्वारा पत्थरबाजी के साथ अश्लील हरकतें करते हुए बदतमीजी की जा रही थी। इस दौरान नेपाल पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन पत्थरबाजी कर रहे युवकों को नहीं रोका।

कर्नाटक चुनाव के नतीजों पर बोले संजय राउत-बजरंगबली का गद्दा बीजेपी के सिर पर पड़ा, के रहमान खान ने भी कसा तंज

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत-हार की तस्वीर लगभग साफ़ हो गई है। 224 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस बहुमत हासिल करते दिख रही है। वहीं, बीजेपी सत्ता से बाहर हो रही है। हालांकि, बीजेपी ने इस चुनाव में धुंआधार रैली की। खुद प्रधानमंत्री ने मोर्चा संभाल रखा था। पीएम मोदी एक दो से तीन रैलियां कर रहे हैं। इस दौरान बजरंगबली बीजेपी का बड़ा सहारा बने थे। लेकिन बजरंगबली का नाम भी बीजेपी के काम नहीं आया। इस पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।

संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि बजरंगबली की गदा बीजेपी के सिर पर पड़ा है। कर्नाटक में कांग्रेस जीत रही है तो यह मोदी और अमित शाह की हार है। जिस तरह से प्रतिष्ठा का चुनाव बनाया था और जब लगा कि हार रहे हैं तो उन्होंने बजरंगबली को आगे कर दिया।ये 2024 के चुनाव का दिशा दर्शन है।

वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री के रहमान खान ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा, इनका बजरंग बली का मुद्दा उल्टा पड़ गया।के रहमान ने कहा, कर्नाटक नार्थ इंडिया नहीं है। यहां आप कम्युनल कार्ड नहीं खेल सकते। बीजेपी जो लगातार चुनाव प्रचार में बजरंग बली का मुद्दा उठाकर जनता को रिझाने का प्रयास कर रही थी उनका ये मुद्दा उनपर उल्टा पड़ गया। उन्हें किसी ने इम्पोर्टेंस नहीं दी।

कर्नाटक में कांग्रेस का आना तय! चुनाव जीतने के बाद कौन होगा अगला सीएम

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही देर में साफ होने वाले हैं। इससे पहले रुझानों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है। रुझानों के हिसाब से राज्य में कांग्रेस को बहुमत मिल रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर कांग्रेस जीतती है तो पार्टी की तरफ से सीएम पद का दावेदार कौन होगा? इसी बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है कि पूर्ण बहुमत की सूरत में सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री बनेंगे। वहीं, इस रेस में डीके शिवकुमार का नाम भी है।

वहीं, सिद्धारमैया से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। हां, वह एक दावेदार हैं। कांग्रेस में प्रथा रही है कि पार्टी कभी भी परिणाम से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे का खुलासा नहीं करती, खासकर कर्नाटक में। यह एक बहुत ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया जो सालों से चलता आ रहा है। अगर पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो पहले चुने हुए विधायक अपनी राय देंगे। फिर 'हाईकमान' फैसला करेगा।'

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को विश्वास जताया कि कांग्रेस सत्ता में आती है तो, कर्नाटक के हित के लिए उनके पिता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए।उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को राज्य में पूर्ण बहुमत मिलेगा, वरुणा सीट से उनके पिता भारी अंतर से जीतेंगे।

कर्नाटक चुनावःरुझानों में कांग्रेस को मिल रहा बहुमत, दिल्ली से कर्नाटक तक कांग्रेस में जश्न

#karnataka_assembly_election_result_2023

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है, रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिल गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक रुझानों में कांग्रेस -114, भाजपा-71 और जेडी(एस)-32 सीटों पर आगे चल रही है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस को बढ़त हासिल हो रही है. उसे देखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है. दिल्ली स्थित कांग्रेस हेडक्वाटर में कार्यकर्ताओं ने जश्न की शुरुआत कर दी है.कांग्रेस के बंगलुरु स्थित कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जश्न का माहौल है। पार्टी कार्यालय पर कांग्रेस का झंडा लहराया जा रहा है।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि कांग्रेस के पास बहुमत है। हमें प्रचंड जीत हासिल होगी. '40% कमीशन वाली सरकार' का नारा हमने दिया था और लोगों ने इसे स्वीकार भी किया है। बीजेपी को हराने के लिए हमारे जरिए उठाया गया एक प्रमुख मुद्दा था। लोगों ने इसे स्वीकार किया और कांग्रेस को बहुमत दिया।

Karnataka

Result Status

Status Known For 224 out of 224 Constituencies

Party Won Leading Total

Bharatiya Janata Party 0 76 76

Independent 0 5 5

Indian National Congress 0 117 117

Janata Dal (Secular) 0 24 24

Kalyana Rajya Pragathi Paksha 0 1 1

Sarvodaya Karnataka Paksha 0 1 1

Total 0 224 224

पाक में सामान्य हो रहे हालात, इंटरनेट सेवा बहाल, रिहाई के बाद घर पहुंचे इमरान ने कहा-शांतिपूर्ण विरोध के लिए रहें तैयार

#imran_khan_back_at_lahore 

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को शुक्रवार शाम कोर्ट ने जमानत मिल गई। इसके साथ हिंसाग्रस्त इलाकों में हालात सामान्य हो रहे है।पीटीआई समर्थकों के हिंसक आंदोलन के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया था। कई इलाकों में शांति के बाद इंटरनेट वापस शुरू कर दिया गया है।इधर, कोर्ट से बेल मिलने के बाद इमरान खान लाहौर पहुंचे।इमरान खान दो दिन की नजरबंदी के बाद शनिवार तड़के लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने आवास पर पहुंचे। पीटीआई समर्थकों ने इस्लामाबाद से लाहौर आते समय रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत किया।

खान के यहां जमान पार्क स्थित आवास पर पहुंचने पर पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उन्होंने खान के पक्ष में और सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ नारे भी लगाए। पीटीआई ने खान के घर में प्रवेश करने का एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उनकी बहनें और परिवार के अन्य सदस्य उनका स्वागत करते और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करते दिख रहे हैं।

इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह, ईशनिंदा, हिंसा भड़काना और आतंकवाद जैसे 121 मामले पूरे देश में दर्ज हैं। इमरान खान के खिलाफ 12 केस अकेले लाहौर में दर्ज हैं।अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले से संबंधित एक मामले, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हिंसा भड़क गई थी। नाराज पीटीआई समर्थकों ने लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर में आर्मी से लेकर सरकारी इमारतों पर हमला किया था. आर्मी हेडक्वार्टर और एयरबेस पर भी हमला किया गया।

हालांकि,अब हालात सामान्य हो रहे हैं। स्थिति बेकाबू होता देख इंटरनेट बंद कर दिया गया था,उसे बहाल कर दिया गया है।इंटरनेट बंद हो जाने से सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को हुआ। वो डिजिटल माध्यम से लेन-देन नहीं कर पाए।इंटरनेट बंद होने के कारण टेलीकॉम ऑपरेटरों को 820 मिलियन रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।

कर्नाटक में वोटों की गिनती जारी, शुरूआती रुझानों में कांग्रेस को बढ़त, बीजेपी काफी पीछे

#karnatakaelectionresult2023

आज कर्नाटक के लिए अहम दिन है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई। रुझान भी सामने आने लगे हैं।कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिल रहा है। कर्नाटक को रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलता हुआ नजर आ रहा है।

चानाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी 61 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं शुरूआती रूझान में कांग्रेस अब तक 95 सीट पर बढ़त बनाए हुए है।जबकि जेडीएस 19 सीटों पर आगे चल रही है।

कांग्रेस को कर्नाटक में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने पर भरोसा

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा, 'हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा और हम अपनी सरकार बनाएंगे।। हम आश्वस्त हैं और सभी सर्वेक्षणों ने भी कहा है कि कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने जा रही है।

बीजेपी को वापसी का भरोसा

वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बीजेपी को जीत मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे और मैजिक नंबर को हासिल करेंगे। हमारे पास सभी बूथ और निर्वाचन क्षेत्रों की ग्राउंड रिपोर्ट है।

बता दें कि 10 मई को हुई वोटिंग के बाद कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों को लेकर किए गए एग्जिट पोल में अधिकांश में कांग्रेस को बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है। इन एग्जिट पोल पर गौर किया जाए तो 10 में से आठ एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। तो वहीं दो एग्जिट पोल बीजेपी को बहुमत मिलता दिखा रहे हैं। पोल ऑफ पोल्स औसत के मुताबिक, कांग्रेस को 109, बीजेपी को 91 और जेडीएस को 23 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं 4 एग्जिट पोल कांग्रेस को पूरी तरह से खुद के दम पर बहुमत मिलता दिखा रहे है।इस राज्य की 224 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत में आने के लिए 113 सीट पर जीत जरूरी है।

#karnatakaelectionresult2023

कर्नाटक में वोटों की गिनती जारी, शुरूआती रुझानों में कांग्रेस को बढ़त, बीजेपी काफी पीछे

आज कर्नाटक के लिए अहम दिन है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई। रुझान भी सामने आने लगे हैं।कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिल रहा है। कर्नाटक को रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलता हुआ नजर आ रहा है।

चानाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी 61 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं शुरूआती रूझान में कांग्रेस अब तक 95 सीट पर बढ़त बनाए हुए है।जबकि जेडीएस 19 सीटों पर आगे चल रही है।

कांग्रेस को कर्नाटक में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने पर भरोसा

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा, 'हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा और हम अपनी सरकार बनाएंगे।। हम आश्वस्त हैं और सभी सर्वेक्षणों ने भी कहा है कि कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने जा रही है।

बीजेपी को वापसी का भरोसा

वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बीजेपी को जीत मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे और मैजिक नंबर को हासिल करेंगे। हमारे पास सभी बूथ और निर्वाचन क्षेत्रों की ग्राउंड रिपोर्ट है।

बता दें कि 10 मई को हुई वोटिंग के बाद कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों को लेकर किए गए एग्जिट पोल में अधिकांश में कांग्रेस को बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है। इन एग्जिट पोल पर गौर किया जाए तो 10 में से आठ एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। तो वहीं दो एग्जिट पोल बीजेपी को बहुमत मिलता दिखा रहे हैं। पोल ऑफ पोल्स औसत के मुताबिक, कांग्रेस को 109, बीजेपी को 91 और जेडीएस को 23 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं 4 एग्जिट पोल कांग्रेस को पूरी तरह से खुद के दम पर बहुमत मिलता दिखा रहे है।इस राज्य की 224 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत में आने के लिए 113 सीट पर जीत जरूरी है।

समीर वानखेड़े के घर पर सीबीआई ने मारा छापा, भ्रष्टाचार का केस दर्ज, एनसीबी चीफ रहते की थी शाहरूख के बेटे की ड्रग्स केस की जांच

#cbiregisterscorruptioncaseagainstformerncbofficersameer_wankhede

शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को जिन्होंने ड्रग्स केस में अरेस्ट किया था, अब उसी केस में समीर वानखेड़े खुद फंसते दिख रहे हैं। दरअसल एनसीबी मुंबई जोन के पूर्व चीफ समीर वानखेड़े के खिलाफ सीबीआई ने शुक्रवार (12 मई) को बड़ी कार्रवाई की। सीबीआई ने समीर वानखेड़े के परिसरों पर आर्यन खान क्रूज केस से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में हमने छापा मारा है। दिल्ली, मुंबई और रांची सहित 29 जगहों पर रेड की गई है। सीबीआई की टीम वानखेड़े की बहन, पिता और सास-ससुर के घर पर भी पहुंची हैं।

सीबीआई ने आर्यन खान क्रूज मामले से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में मुंबई एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस दौरान सीबीआई ने मुंबई, दिल्ली, रांची (झारखंड) और कानपुर (उत्तर प्रदेश) में 29 ठिकानों पर छापेमारी की है। एनसीबी ने रिश्वतखोरी के मामले में वानखेड़े और अन्य की जांच के लिए सीबीआई को लिखा था।

वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के जरिए संपत्ति अर्जित करने का आरोप

एक सतर्कता रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई द्वारा प्रारंभिक जांच के बाद भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी वानखेड़े के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस जांच के दौरान यह पाया गया कि समीर वानखेड़े ने भ्रष्टाचार के जरिए संपत्ति अर्जित की।

क्या है आरोप

सीबीआई ने समीर वानखेड़े के खिलाफ कोर्डेलिया जहाज के मालिकों से 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। इसी जहाज से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। इसी ड्रग्स मामले में आर्यन खान को "नहीं फंसाने" के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

आर्यन खान मामले में समीर वानखेडे और उनकी टीम ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और अन्य लोगों को ड्रग्स मामले में मामले में गिरफ्तार किया था। जहां लंबे वक्त आर्यन जेल में बन्द रहा था, जिसके बाद आर्यन खान को जमानत मिलने के बाद विजिलेंस जांच के वक्त आर्यन खान को ड्रग्स मामले से एनसीबी ने क्लीन चिट दी थी।बता दें कि, आर्यन खान मामले में समीर बानखेड़े को बाद में जांच से हटा दिया गया था और उन्हें अपने होम काडर में भेज दिया गया था।

उत्तराखंड के हेमकुंड साहिब में बर्फ से परेशान लोग, यात्रा तैयारियों की देखरेख में जुटा प्रशासन, आठ फीट तक जमी है बर्फ

उत्तराखंड के हेमकुंड साहिब में बर्फ की मोटी चादर परेशानी का सबब बन सकती है। राज्य के मुख्य सचिव ने प्रशासन से हेमकुंड यात्रा तैयारियों की रिपोर्ट मांगी है। प्रशासन के अधिकारी खुद हेमकुंड तक पैदल यात्रा कर तैयारियों का हाल जानने गए हैं।‌

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हेमकुंड साहिब की यात्रा तैयारियों को लेकर हेमकुंड गए हैं। मुख्य सचिव ने हेमकुंड में अत्यधिक बर्फ होने के कारण प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी।

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल सहित विभागीय अधिकारी हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर यात्रा व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत देखने के लिए हेमकुंड गए हैं। उनके साथ गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह भी साथ हैं। अधिकारियों के शाम तक लौटने की उम्मीद है।

हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के यात्रा को लेकर सात दिन बचे हैं। लेकिन हेमकुंड में अभी भी आठ फीट से अधिक बर्फ जमी है। यात्रा को लेकर मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन से यात्रा की तैयारियों को लेकर फीड बैक ली है। यात्रा का संचालन करने वाली गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट ने प्रशासन को अवगत कराया है कि यात्रा की तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएगी। लेकिन अगर मौसम खराब हुआ तो हेमकुंड यात्रा पर दुश्वारियां बढ़ सकती है।

हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट आगामी 20 मई को खुलने हैं। लेकिन अभी हेमकुंड साहिब तक रास्ते की बर्फ पूरी तरह से नहीं हटाई गई है। हालांकि सेना हेमकुंड तक रास्ता काटकर पहले ही पहुंच चुकी थी। सेना के जवान अब रास्ते को सुरक्षित काटकर पगडंडी बनाने के कार्य में जुटी है।

बताया गया कि अटलकोटी से हेमकुंड तक पैदल मार्ग पर बर्फ है। अटलाकोटी में आठ फीट ऊंचा हिमखंड है। वहीं हेमकुंड साहिब में भी आठ फीट से अधिक बर्फ जमी है। सेना ने अटलाकोटी हिमखंड को काटकर रास्ता बनाने में जुटी है। जिसे दो दिन में कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अटलाकोटी से हेमकुंड तक तीन किमी क्षेत्र में सीढियों से बर्फ हटाकर पैदल मार्ग सुचारु कर दिया गया है।

गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत बिंद्री ने बताया कि हेमकुंड साहिब यात्रा तैयारियां अंतिम चरण में है। यात्रा से पूर्व बर्फ हटाकर रास्ता सुचारु कर लिया जाएगा। सेना के जवान व सेवादार हेमकुंड में रह कर रास्ता बनाने के कार्य में जुटे हैं। हेमकुंड में गुरुद्वारे के आस पास बर्फ हटा दी गई है। इसके अलावा यात्रा काल के लिए लंगर हेतु राशन भी पहुंचाया जा रहा है।

ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग की होगी कार्बन डेटिंग, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दी इजाजत

#varanasi_gyanvapi_case_carbon_dating_permission_given_by_allahabad_high_court

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वनाथ मंदिर विवाद मामले में अहम फैसला सुनाया। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर से बरामद हुए कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की इजाजत दे दी है। ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग और साइंटिफिक सर्वे कराने का आदेश इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया है। शुक्रवार को न्यायमूर्ति अरविंद कुमार मिश्रा की पीठ ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) को आदेश दिया है।  

न्यायमूर्ति अरविंद कुमार मिश्रा की पीठ ने एएसआई की रिपोर्ट के आधार पर कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे की जांच कराने का आदेश दे दिया। कोर्ट ने ये आदेश भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से पेश की गई रिपोर्ट पर दिया है। कोर्ट ने भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग से कहा कि शिवलिंग को "बिना खंडित किए वैज्ञानिक जांच करें"।दस ग्राम से ज्यादा हिस्सा उसमें से न लिया जाए।

बता दें कि हिंदू पक्ष की तरफ से शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की मांग की गई थी। हिंदू पक्ष की तरफ से लक्ष्मी देवी और 3 लोगों ने सिविल रिविजन याचिका दाखिल की थी।वाराणसी जिला कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया था। लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसकी परमिशन दे दी है।

क्या होती है कार्बन डेटिंग?

कार्बन डेटिंग उस विधि का नाम है जिसका इस्तेमाल कर के किसी भी वस्तु की उम्र का पता लगाया जा सकता है। इस विधि के माध्यम से लकड़ी, बीजाणु, चमड़ी, बाल, कंकाल आदि की आयु पता की जा सकती है। यानी की ऐसी हर वो चीज जिसमें कार्बनिक अवशेष होते हैं, उनकी करीब-करीब आयु इस विधि के माध्यम से पता की जा सकती है। 

दरअसल हमारी पृथ्वी के वायुमंडल में कार्बन के तीन आइसोटोप पाए जाते हैं। ये कार्बन- 12, कार्बन- 13 और कार्बन- 14 के रूप में जाने जाते हैं। कार्बन डेटिंग की विधि में कार्बन 12 और कार्बन 14 के बीच का अनुपात निकाला जाता है। जब किसी जीव की मृत्यु होती है तब ये वातावरण से कार्बन का आदान प्रदान बंद कर देते हैं। इस कारण उनके कार्बन- 12 से कार्बन- 14 के अनुपात में अंतर आने लगता है।यानी कि कार्बन- 14 का क्षरण होने लगता है। इसी अंतर का अंदाजा लगाकर किसी भी अवशेष की आयु का अनुमान लगाया जाता है।

क्या है विवाद?

हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी परिसर में मिला शिवलिंग 100 फीट ऊंचा आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करीब 2050 साल पहले महाराजा विक्रमादित्य ने करवाया था, लेकिन मुगल सम्राट औरंगजेब ने साल 1699 में मंदिर को तुड़वा दिया। दावे में कहा गया है कि मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर उसकी भूमि पर किया गया है जो कि अब ज्ञानवापी मस्जिद के रूप में जाना जाता है।याचिकाकर्ताओं की मांग की है कि ज्ञानवापी परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कर यह पता लगाया जाए कि जमीन के अंदर का भाग मंदिर का अवशेष है या नहीं। साथ ही विवादित ढांचे का फर्श तोड़कर ये भी पता लगाया जाए कि 100 फीट ऊंचा ज्योतिर्लिंग स्वयंभू विश्वेश्वरनाथ भी वहां मौजूद हैं या नहीं।

सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को सजा सुनने वाले सूरत के सीजेएम हरीश हसमुखभाई वर्मा समेत गुजरात की निचली अदालतों के 68 जजों के प्रमोशन पर लगाई रोक

सुप्रीम कोर्ट ने सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) हरीश हसमुखभाई वर्मा समेत गुजरात की निचली अदालतों के 68 जजों को बड़ा झटका देते हुए उनके प्रमोशन पर शुक्रवार को रोक लगा दी। सूरत के सीजेएम हसमुखभाई वर्मा ने ही पिछले दिनों मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी ठहराया था।

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम.आर. शाह और जस्टिस सी.टी. रविकुमार की बेंच ने कहा कि गुजरात राज्य न्यायिक सेवा नियमावली 2005 के अनुसार, योग्यता-सह-वरिष्ठता के सिद्धांत और योग्यता परीक्षा पास करने पर ही पदोन्नति होनी चाहिए। नियमावली में 2011 में संशोधन किया गया था।

बेंच ने कहा, ''हाईकोर्ट द्वारा जारी की गई सूची और जिला न्यायाधीशों को पदोन्नति देने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश गैरकानूनी और इस अदालत के निर्णय के विपरीत है। अत: इसे बरकरार नहीं रखा जा सकता।''

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ''हम पदोन्नति सूची के क्रियान्वयन पर रोक लगाते हैं। पदोन्नति पाने वाले संबंधित अधिकारियों को उनके मूल पदों पर भेजा जाता है, जिन पर वह अपनी पदोन्नति से पहले नियुक्त थे।''

शीर्ष न्यायालय ने पदोन्नति पर रोक लगाते हुए एक अंतरिम आदेश पारित किया और मामले को सुनवाई के लिए उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया क्योंकि जस्टिस शाह 15 मई को रिटायर हो रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ सिविल जज कैडर के अधिकारी रविकुमार महेता और सचिन प्रतापराय मेहता की याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें 68 न्यायिक अधिकारियों के जिला न्यायाधीशों के उच्च कैडर में चयन को चुनौती दी गई है।

जिन 68 न्यायिक अधिकारियों की पदोन्नति को चुनौती दी गई है उनमें सूरत के सीजेएम वर्मा भी शामिल हैं जो अभी गुजरात सरकार के कानूनी विभाग में अवर सचिव तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सहायक निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं।

उच्चतम न्यायालय ने दो न्यायिक अधिकारियों की याचिका पर 13 अप्रैल को गुजरात हाईकोर्ट के महापंजीयक और राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे। उच्चतम न्यायालय ने पारित आदेश की आलोचना करते हुए कहा था कि यह जानते हुए 68 अधिकारियों की पदोन्नति के लिए 18 अप्रैल को आदेश दिया गया कि मामला उसके समक्ष लंबित है।