द केरल स्‍टोरी' पर बैन पर सुप्रीम कोर्ट ने ममता सरकार को जारी किया नोटिस, पूछा-बंगाल सरकार फिल्म आखिर क्यों नहीं चलने देना चाहती है?

#the_kerala_story_ban_plea_supreme_court_issues_notice_to_west_bengal

सुदीप्तो सेन की फिल्म द केरल स्टोरी इन दिनों सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने इसे बैन कर रखा है। अब सुप्रीम कोर्ट ने द केरल स्टोरी के निर्माताओं की उस याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया है, जिसमें राज्य में फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है।

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की बेंच ने सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल बंगाल में द केरला स्टोरी पर लगे प्रतिबंध को नहीं हटाया है। इस दौरान सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने फ़िल्म निर्माता की याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी करते हुए सवाल पूछा कि अगर फिल्म दूसरे राज्यों में शांति से चल सकती है, तो पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं चल सकती है? 

इसके अलावा सीजेआई ने सवाल किया कि पश्चिम बंगाल सरकार फिल्म आखिर क्यों नहीं चलने देना चाहती है? जबकि दूसरे राज्यों में, जहां भगौलिक परिस्थिति वैसी ही है, वहां शांति से चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर लोग नहीं देखना चाहते तो ये उनकी मर्जी है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार रोक क्यों लगाई है। 

कोर्ट में राज्य सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने कहा कि राज्य सरकार के पास खुफिया रिपोर्ट है कि फिल्म की स्क्रीनिंग से कानून और व्यवस्था भंग हो सकती है।

वहीं, कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि वह बिना काउंटर दलील के फिल्‍म पर लगे बैन को नहीं हटा सकते। ऐसे में दोनों ही राज्‍यों को शॉर्ट नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाए। इस मामले में अब बुधवार 17 मई को फिर से सुनवाई होगी। यानी दोनों राज्‍यों के पास जवाब दाख‍िल करने के लिए मंगलवार तक का वक्‍त है।

जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने फिर बागेश्वर बाबा पर बोला हमला, कहा, अपने भाई को लेकर कोई पर्चा क्यों नहीं निकलते

 पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री का कलश यात्रा के साथ धार्मिक आयोजन हनुमंत कथा आरम्भ हो गया है। कल 13 मई को धीरेंद्र शास्त्री बिहार की राजधानी पटना आ रहे हैं। उनके स्वागत की विशाल तैयारी हो चुकी है। इस बीच बागेश्वर बाबा से जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बड़ा सवाल पूछा है। जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो ने पूछा है कि बागेश्वर बाबा अपने भाई को लेकर कोई पर्चा क्यों नहीं निकलते? 

गुरुवार को पप्पू यादव वैशाली गए थे। तभी मीडिया ने बागेश्वर बाबा के पटना में समारोह को लेकर सवाल किया पप्पू यादव इस पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि बाबा जब सब कुछ ठीक करते हैं तो पहले अपने भाई का पर्चा बना दें। उनमें चमत्कार है तो भाई को सुधार दें। यादव ने कहा कि ऐसे बाबाओं को कोर्ट में पेश कर जेल में बंद कर देना चाहिए।

इधर, मीडिया से चर्चा करते हुए बागेश्वर धाम सरकार से कहा कि देश में बहुत गरीबी है। चमत्कार से उन्हें बाबा दूर कर देते। पाकिस्तान एवं चाइना के समस्या को भी वह समाप्त कर देते। आरोप लगाया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री के सगे भाई हथियार रखते हैं। उनका पर्चा पहले बना देना चाहिए। पहले घर में चमत्कार दिखाना चाहिए। इससे पहले भी पप्पू यादव धीरेंद्र शास्त्री पर हमला कर चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने कहा था कि इन बाबाओं को चाइना बॉर्डर पर भेज देना चाहिए। बिहार में ऐसे व्यक्तियों का कोई काम नहीं है। जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो का तेवर अभी भी कायम है।

*'द केरल स्‍टोरी' पर बैन पर सुप्रीम कोर्ट ने ममता सरकार को जारी किया नोटिस, पूछा-बंगाल सरकार फिल्म आखिर क्यों नहीं चलने देना चाहती है?*

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सुदीप्तो सेन की फिल्म द केरल स्टोरी इन दिनों सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने इसे बैन कर रखा है। अब सुप्रीम कोर्ट ने द केरल स्टोरी के निर्माताओं की उस याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया है, जिसमें राज्य में फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है।

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की बेंच ने सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल बंगाल में द केरला स्टोरी पर लगे प्रतिबंध को नहीं हटाया है। इस दौरान सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने फ़िल्म निर्माता की याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी करते हुए सवाल पूछा कि अगर फिल्म दूसरे राज्यों में शांति से चल सकती है, तो पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं चल सकती है? 

इसके अलावा सीजेआई ने सवाल किया कि पश्चिम बंगाल सरकार फिल्म आखिर क्यों नहीं चलने देना चाहती है? जबकि दूसरे राज्यों में, जहां भगौलिक परिस्थिति वैसी ही है, वहां शांति से चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर लोग नहीं देखना चाहते तो ये उनकी मर्जी है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार रोक क्यों लगाई है। 

कोर्ट में राज्य सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने कहा कि राज्य सरकार के पास खुफिया रिपोर्ट है कि फिल्म की स्क्रीनिंग से कानून और व्यवस्था भंग हो सकती है।

वहीं, कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि वह बिना काउंटर दलील के फिल्‍म पर लगे बैन को नहीं हटा सकते। ऐसे में दोनों ही राज्‍यों को शॉर्ट नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाए। इस मामले में अब बुधवार 17 मई को फिर से सुनवाई होगी। यानी दोनों राज्‍यों के पास जवाब दाख‍िल करने के लिए मंगलवार तक का वक्‍त है।

अगले कुछ घंटे में खतरनाक हो जाएगा चक्रवात मोचा, मौसम विभाग का अलर्ट, उत्तर-पूर्वी राज्यों में बारिश का अनुमान

#cyclone_mocha

मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण पूर्व में चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ एक बहुत ही भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। आईएमडी ने कहा कि ‘मोचा’ पिछले छह घंटों के दौरान 9 किमी. प्रति घंटे की गति से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है।इसके बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढ़ने का अनुमान है।चक्रवात की आशंकाओं के बीच नेशनल डिजास्टर मैनेजमें अथॉरिटी ने पश्चिम बंगाल में कई टीमें तैनात की हैं. इनके अलावा त्रिपुरा, मिजोरम और उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों में हल्की से भारी बारिश का अनुमान है।

मौसम विभाग ने कहा कि इसके उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और तेज होने की संभावना है। इसके 14 मई की दोपहर के आसपास कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और सितवे के करीब क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच तट को पार करने की संभावना है। ये 150-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान है। जिसमें हवा की रफ्तार 175 किमी. प्रति घंटे तक हो सकती है।

आईएमडी का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव एक चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ में बदल गया है। आज यानी गुरुवार (11 मई) की आधी रात को यह गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। इसके कारण बांग्लादेश और म्यांमार में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि 'मोचा' के कारण अंडमान में भारी बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, सुबह साढ़े आठ बजे चक्रवाती तूफान पोर्ट ब्लेयर के 510 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में था।

मौसम विभाग ने गुरुवार को उत्तर पूर्व के कई राज्यों में हल्की से भारी बारिश का अनुमान लगाया है। चक्रवात मोचा की वजह से अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी भारी बारिश का अनुमान है। चक्रवात के बंगाल की खाड़ी में सेंट्रल मूवमेंट्स की वजह से अगले पांच दिनों तक उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश का अनुमान है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

चक्रवात तूफान को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में एडीआरएफ की 8 टीमें तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के कमांडेंट, गुरमिंदर सिंह ने कहा कि 12 मई को चक्रवात मोचा भयंकर तूफान और 14 मई को एक बहुत ही गंभीर चक्रवाक में बदल सकता है। 8 टीमों तैनाती हुई है। 200 से बचावकर्मी जमीन पर भेजे गए हैं और 100 बचावकर्मी स्टैंडबाय पर हैं।

अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के फैसले के एक दिन बाद फिर शीर्ष कोर्ट पहुंची केजरीवाल सरकार, कहा- 'सचिव का ट्रांसफर नहीं कर रहा केंद्र'

#kejriwal_govt_again_reached_the_supreme_court

दिल्‍ली में अफसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के मामले में संविधान पीठ के फैसले के अगले ही दिन केजरीवाल सरकार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. सुप्रीम कोर्ट के सामने सर्विसेज के सचिव के ट्रांसफर का मुद्दा उठाया गया है। और कहा गया कि केंद्र, सचिव का ट्रांसफर नहीं कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट के सामने सर्विसेज विभाग के सचिव के ट्रांसफर का मुद्दा उठाया गया है। शुक्रवार को केजरीवाल सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्र अधिकारियों का ट्रांसफर नहीं करने दे रहा है। दिल्ली सरकार ने सीजेआई के समक्ष कहा कि केंद्र दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग के सचिव का ट्रांसफर नहीं कर रहा है। वहीं सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। सीजेआई ने दिल्ली सरकार से कहा है कि वो अगले हफ्ते बेंच का गठन करेंगे।

बता दें कि आम आदमी पार्टी की सरकार को बड़ी राहत देते हुए उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को सर्वसम्मति से फैसला दिया कि लोक व्यवस्था, पुलिस और भूमि जैसे विषयों को छोड़कर अन्य सेवाओं पर दिल्ली सरकार के पास विधायी तथा प्रशासकीय नियंत्रण है. उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली संविधान पीठ ने कहा कि नौकरशाहों पर एक निर्वाचित सरकार का नियंत्रण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली का ‘विशेष प्रकार का' दर्जा है और उन्होंने न्यायाधीश अशोक भूषण के 2019 के उस फैसले से सहमति नहीं जतायी कि दिल्ली सरकार के पास सेवाओं पर कोई अधिकार नहीं है।

सीबीएसई बोर्ड मेरिट लिस्ट नहीं करेगा जारी, यहां जानिए क्या है वजह

#cbseboardclass12thresultsmeritlistnotrelease

सीबीएसई बोर्ड कक्षा 12वीं के रिजल्‍ट जारी कर दिए गए हैं। कुल 87.33% स्‍टूडेंट्स कक्षा 12वीं की परीक्षा में पास हुए हैं।त्रिवेन्‍द्रम जोन ने 99.91 प्रतिशत के साथ सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। 97 प्रतिशत से अधिक रिजल्‍ट के साथ जवाहर नवोदय विद्यालय ने सबसे अच्‍छा प्रदर्शन किया है।इस वर्ष पास परसेंटेज में 2022 की तुलना में -5.38% की गिरावट है। जबकि छात्राओं का प्रदर्शन परीक्षा में छात्रों से 6.01% बेहतर रहा है।

पास परसेंटेज

• लड़कियां: 90.68%

• लड़के: 84.67% 

• कुल: 87.33%

बेहतरीन प्रदर्शन

• त्रिवेंद्रम के छात्रों का प्रदर्शन पूरे देश में सबसे ऊपर: 99.91%

• दूसरे नंबर पर बेंगलुरु: 98.64%

• तीसरे नंबर पर चेन्नई: 97.40%

• जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चों की ओवरऑल पास परसेंटेज सबसे बेहतर रही: 97.51%.

मेरिट लिस्ट का ऐलान नहीं किया जाएगा

सीबीएसई बोर्ड ने ऐलान किया है कि इस साल भी मेरिट लिस्ट का ऐलान नहीं किया जाएगा। बोर्ड की तरफ से इसकी वजह भी बताई गई है।सीबीएसई बोर्ड ने कहा है कि ये मेरिट लिस्ट और डिवीजन वाइज मार्क्स की डिटेल्स को जारी नहीं करेगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि छात्रों के बीच गैरजरूरी प्रतिस्पर्धा को रोका जा सके। अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड ने मेरिट लिस्ट को जारी नहीं करने का फैसला किया है। साथ ही स्टूडेंट्स को उनके नंबरों के आधार पर फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिविजन देने की प्रक्रिया को भी बंद करने का फैसला किया है। पिछले साल भी मेरिट लिस्ट को जारी नहीं किया गया था।

मेरिट लिस्ट जारी नहीं करने की वजह

दरअसल, ये देखने को मिलता था कि मेरिट लिस्ट जारी होने से छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ जा रही थी। छात्रों के ऊपर पढ़ाई का दबाव भी बढ़ जा रहा था। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स को मेरिट लिस्ट जगह नहीं मिलती थी, वे बहुत निराश हो जाते थे। यही वजह है कि अब बोर्ड की तरफ मेरिट लिस्ट को जारी नहीं किया जाता है।

पुलिस के सामने पेश हुए बृजभूषण शरण सिंह, पहलवानों की शिकायत पर बोले - सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद

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महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए। दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण का बयान दर्ज किया है।उनसे कुछ दस्तावेज भी मांगे हैं। दोबारा जरूरत होने पर फिर से बयान दर्ज होंगे। बृजभूषण शरण सिंह ने पुलिस के सामने दिए बयान में अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारा है।

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान अभी भी जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी। आज डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष का बयान दर्ज किया गया है।

एसआईटी के सामने दर्ज कराया बयान

बृजभूषण शरण सिंह ने दिल्ली पुलिस की एसआईटी के सामने अपना बयान दर्ज कराया है। दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवान के आरोपों की जांच के लिए महिला डीसीपी की निगरानी में 10 सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया। इसमें चार महिला पु्लिस अधिकारी और छह पुलिसवाले शामिल हैं। एसआईटी का सुपरविजन महिला डीसीपी करेंगी। डब्ल्यूएफआई असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर के बयान भी दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की एफआईआर में विनोद तोमर को भी आरोपी बनाया गया है। बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी सफाई में आने वाले कुछ दिनों में ऑडियो, वीडियो और डिजिटल एविडेंस पुलिस को सौंपेंगे।

बृजभूषण पर क्या हैं आरोप ?

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 7 महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। इन पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। पीड़ितों में एक नाबालिग भी है, जिसके मामले में सिंह के खिलाफ यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत केस दर्ज हुआ है। बृजभूषण शरण के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करवाने के लिए पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था।

ट्विटर को जल्द मिलने वाला है नया सीईओ, मस्क ने की पद छोड़ने की घोषणा, जानें कौन संभालेगा कमान

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एलन मस्‍क ने टि्वटर को संभालने के लिए नए सीईओ की खोज कर ली है। इसके साथ ही सीईओ एलन मस्क ने अपना पद छोड़ने की घोषणा भी कर दी है। मस्क ने कहा कि उन्होंने ट्विटर का नया सीईओ नियुक्त कर लिया है। हालांकि, उन्होंने अभी नए सीईओ के नाम की घोषणा नहीं की है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के मालिक मस्क ने संकेत दिए हैं कि ट्विटर की नई सीईओ एक महिला होगी।

एलन मस्क ने बिना किसी व्यक्ति का नाम लिए अगले कुछ हफ्तों में इस बदलाव को करने की बात कही है। मस्क ने एक ट्वीट में कहा, "यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैंने ट्विटर के लिए एक नए सीईओ को नियुक्त किया है। वह अगले 6 सप्ताह में पद का कार्यभार संभालेंगी!" मस्क ने ट्वीट कर कहा कि वे खुद ट्विटर के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर होंगे।मस्क ने शुरू में ही कहा था कि उनकी ट्विटर के शीर्ष पर बने रहने की योजना नहीं है और समय की प्रतिबद्धता को कम करना उनकी योजना थी।

मस्क के इस ट्वीट के बाद कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कौन होगा नया सीईओ? हालांकि, मस्क ने नई सीईओ के नाम का उजागर नहीं किया है लेकिन वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि एलन मस्क ने कॉमकास्‍ट एनबीसी यूनिवर्सल की एडवारटाइजिंग हेड लिंडा याकारिनो से नौकरी के लिए बातचीत की थी। हालांकि लिंडा की ओर से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

मस्क लंबे समय से ट्विटर के लिए नए सीईओ की तलाश में थे। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में एक पोल के जरिए लोगों से पूछा था कि क्या उन्हें सीईओ का पद छोड़ देना चाहिए। इस पोल पर 57.5% लोगों ने उन्हें पद छोड़ने की सलाह दी थी। इसके बाद मस्क ने कहा था कि जैसे ही मुझे इस काम के लिए कोई मिल जाएगा, मैं इस्तीफा दे दूंगा। मस्क, ने नवंबर में कहा था कि वह ट्विटर पर अपना समय कम करने की उम्मीद कर रहे हैं।

पहलवान बजरंग पुनिया का आरोप, विरोध प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों के फोन नंबर किए जा रहे हैं ट्रैक

#our_phone_numbers_are_being_tracked_bajrang_punia_accuses 

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जंतर-मंतर पर जारी है। इस बीच बजरंग पुनिया ने आरोप लगाया है कि धरने पर बैठे खिलाड़ियों के फोन नंबर ट्रैक किए जा रहे हैं। बता दें कि पहलवानों ने गुरुवार को बांहों और सिर पर काली पट्टी बांध कर अपना विरोध जताया।

जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के 18वें दिन बजरंग, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा के साथ मौजूद अन्य पहलवानों ने अपने सिर और बाहों पर काली पट्टी बांधी। इस मौके पर पहलवानों के समर्थक भी अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधे हुए थे। बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई न होने के विरोध में पहलवानों ने अपने माथे पर काली पट्टी बांधी, जबकि कुछ समर्थक अपनी बांह पर ये पट्टी बांधे नजर आए। 

इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पुनिया ने कहा, आजकल हमारे फोन नंबरों को ट्रैक किया जा रहा है। हमारे ऐसा व्यवहार किया जा रहा है कि लगता हो जैसे हमने कोई अपराध किया हो। मैं आपको बता रहा हूं कि जो भी हमारे संपर्क में है उसको ट्रैक किया जा रहा है।

बजरंग पुनिया ने आगे कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आज हम काला दिवस मना रहे हैं। हमें अपनी जीत पर पूरा भरोसा है। क्योंकि हमारी लड़ाई में हमारा देश हमारे साथख खड़ा है। हर दिन हमारा विरोध प्रदर्शन जोर पकड़ रहा है और हम न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।

*सीबीएसई की 12वीं कक्षा का रिजल्ट हुआ घोषित, ऐसे करें चेक*

#cbse_12th_result_2023_declared

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं।स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट के जरिए अपने नतीजे चेक कर सकते हैं। परिणाम आधिकारिक वेबसाइ cbseresults.nic.in पर जारी किया गया है।

सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट results.cbse.nic.in और cbseresuts.nic.in के साथ ही सीबीएसई के नतीजे डिजिलॉकर पर भी उपलब्ध रहेंगे।छात्रों को नतीजे जानने के लिए रोल नंबर, स्कूल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और एडमिट कार्ड आईडी की जरूरत पड़ेगी।

सीबीएसई की कक्षा 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा 2023 ,14 फरवरी से शुरू हुई थी। कक्षा 10 की परीक्षा 21 मार्च को पूरी हुई तो वहीं कक्षा 12 की परीक्षा 5 अप्रैल तक चली।