अधिवक्ता संघ परिसर औरंगाबाद में भूतपूर्व प्रथम श्रेणी अवैतनिक न्यायिक दंडाधिकारी अम्बिका प्रसाद सिंह कुंडा की मनाई गई पुण्य तिथि


आज़ अधिवक्ता संघ परिसर औरंगाबाद में भूतपूर्व प्रथम श्रेणी अवैतनिक न्यायिक दंडाधिकारी अम्बिका प्रसाद सिंह कुंडा का पुन्य तिथि समारोह मनाया गया जिसकी अध्यक्षता और स्वागत भाषण अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह और संचालन महासचिव सिद्धेश्वर विधार्थी ने किया, सर्वप्रथम कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथ एसएमपी जिला जज सम्पूर्णानंद तिवारी जिला जज औरंगाबाद और एडीजे सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव प्रंनव शंकर, एडीजे ब्रजेश कुमार पाठक,अमित कुमार सिंह, नीतीश कुमार, रत्नेश्वर कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी औरंगाबाद ने किया,फिर अम्बिका प्रसाद सिंह के आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया इसके बाद अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह और पूर्व सचिव समाजसेवी कौशल सिंह ने जिला जज समेत सभी जज और अतिथियों को माला पहनाकर,साल ओढ़ाकर, भागवत गीता देकर सम्मानित किया गया,इस अवसर पर डा सुरेंद्र मिश्रा,जय किशन सिंह, अशोक शुक्ला और मनीष कुमार सिंह को समाजसेवा में सम्मानित किया गया, धन्यवाद ज्ञापन कौशल सिंह ने किया, इस अवसर पर व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायाधीश, जिला विधिक संघ के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह, स्पेशल पीपी कुमार योगेन्द्र नारायण सिंह, वरीय अधिवक्ता योगेन्द्र प्रसाद योगी, कामता प्रसाद सिंह,इंद्रदेव यादव, रामानुज प्रभात, कृष्ण प्रताप सिंह, शक्ति सिंह, बिनोद मालाकार, सतीश कुमार स्नेही , अंजलि श्रीवास्तव, अजीत कुमार सिंह, गिरिजेश नारायण सिंह,लालमोहन

सिंह सुरेंद्र मेहता, विनोद यादव, समाजसेवी राघवेन्द्र प्रताप सिंह, रामभजन सिंह, पुरूषोत्तम सिंह, राजेन्द्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, मुरलीधर पांडे, सिंहेश्वर सिंह,नीरज कुमार सिंह, विनोद कुमार सिंह,

प्रमोद कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता और समाजसेवी उपस्थित थे,

न्यायिक आदेश के अवहेलना को लेकर कोर्ट ने पौथु थानाध्यक्ष के वेतन कटौती का दिया आदेश

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने पौथु थाना कांड संख्या 81/21 सत्र वाद संख्या 191/22 में सुनवाई करते हुए एक प्रतिवेदन लम्बित रहने पर पौथु थाना प्रभारी को न्यायिक आदेश के अवहेलना के दोषी मानते हुए पांच हजार रुपए वेतन कटौती का आदेश दिया है।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि इस वाद में जप्त बाईक और मोबाइल के विमुक्ति हेतु अगस्त 2022 से प्रतिवेदन न्यायालय में लम्बित है।

मांग पत्र 31-08-22 को भेजीं गई था ,कारण पृच्छा 30/01/23 को भेजी गई थी परन्तु आज तक न्यायालय में प्रतिवेदन अप्राप्त है, वेतन कटौती के आदेश का कॉपी आरक्षी अधीक्षक एवं कोषागार पदाधिकारी औरंगाबाद को भेजा गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत ने की स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा,दिए कई निर्देश

औरंगाबाद : आज 25 अप्रैल को जिला पदाधिकारी, श्री सुहर्ष भगत द्वारा आज समाहरणालय के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।

समीक्षा के क्रम मे जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति कराते हुए मानकों के अनुरूप सुदृढ़ किया जाए। इस क्रम में संस्थागत प्रसव बढ़ाने, गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व देखभाल कराने, टीकाकरण के कवरेज को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिले में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत एएनएम एवं आशा के कार्यों की प्रखंड स्तर पर समीक्षा की जाए तथा समीक्षा के क्रम में एएनएम एवं आशा जिनकी उपलब्धि शून्य एवं असंतोषजनक पाई जाती है तो उनके विरुद्ध जिला स्तर से कार्रवाई हेतु अनुशंसा की जाए।

इस क्रम में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रखंड स्तर पर नियमित रूप से बैठक कराने का निर्देश दिया गया।

कुपोषण, मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, किशोर स्वास्थ्य, टीकाकरण इत्यादि को मजबूत करने के लिए प्रखंड स्तर पर विभिन्न विभागों के साथ अंतरविभागीय समन्वय को बढ़ाने का निर्देश दिया गया।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए डीपीएम मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक प्रत्येक माह आहूत कराई जाती है।

आज की बैठक में जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा विभिन्न निर्देश दिए गए हैं जिसका अनुपालन करते हुए स्वास्थ्य संकेतकों में आवश्यक सुधार की प्रतिबद्धता सभी स्तर से व्यक्त की गई है

इस बैठक में जिले के सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव सहित सभी वरीय स्वास्थ्य अधिकारी, सभी उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं जिले में कार्यरत विभिन्न डेवलपमेंट पार्टनर यथा-विश्व स्वास्थ्य संगठन, केयर इंडिया, यूनिसेफ, यूएनडीपी, पिरामल हेल्थ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

तीन दिनों से गायब थी किशोरी, रेल ट्रैक किनारे मिली लाश तो परिजनों ने लगाया दुष्कर्म कर हत्या का आरोप

औरंगाबाद : पूर्व मध्य रेल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र में मई एवं औरवां गांव के बीच पुलिस ने रेल ट्रैक के किनारे एक 17 वर्षीय किशोरी का शव बरामद किया है।

पुलिस ने पहले तो इसे हादसा माना। पुलिस ने यह समझा कि किसी ट्रेन से गिरकर किशोरी की मौत हुई है। शव मिलने के बाद पहचान नही होने पर पुलिस ने हादसे की थ्योरी पर चलते हुए शव को अज्ञात का माना और अस्वाभाविक मौत(यूडी) का केस दर्ज किया।

पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम भी करा दिया लेकिन मंगलवार को दोपहर जैसे ही मृतका की पहचान हुई और परिजन सामने आए, वैसे ही पूरा मामला पलट गया। पूरा मामला जानने के बाद पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस को समझ में आ गया कि मामला हादसा का ही नही बल्कि बेहद गंभीर है।

मृतका के भाई ने आरोप लगाया कि हत्या के पहले दुष्कर्म हुआ है। इसके बाद हत्या की गई है और शव को रेल ट्रैक के किनारे फेंका गया है। मामले में मृतका के भाई ने पुलिस को प्राथमिकी के लिए इसी आशय का आवेदन दिया है।

प्राथमिकी के लिए दिए गए आवेदन में कहा है कि वह 23 अप्रैल से लापता थी।लापता होने के बाद काफी खोजबीन की गई। इसके बावजूद कुछ पता नही चला। इस बीच उसकी बहन के मोबाइल में उसके व्हाट्सएप चैट एवं इंस्टाग्राम के मैसेज से पता चला कि पौथु थाना के भेटनिया गांव निवासी नीरज कुमार उसकी बहन को धमकी देता था और ब्लैकमेल भी करता था। यह सारी चीजें साक्ष्य के रूप में मोबाइल में है।

इसी बीच 24 अप्रैल को ही शाम को सूचक को उसकी बहन ने किसी के मोबाईल से फोन किया कि वह हाजीपुर में हूं। इस सूचना के बाद उसे लाने के लिए अपने भाई के साथ हाजीपुर गया लेकिन वह वहां नही मिली।

इस दौरान उससे तीन चार अन्य मोबाईल से भी बात हुई। इस दौरान उसने बताया कि मैं यहां यहां हूं, लेकिन वहां-वहां जाने पर वह नहीं मिली। इस बीच मंगलवार को सूचना मिली कि पुलिस को रेलवे ट्रैक के पास एक किशोरी का शव मिला है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। शव की पहचान नही हो पाई है और पहचान के लिए पुलिस 72 घंटे तक शव को सुरक्षित रखेगी। इसके बाद जब वह मंगलवार की दोपहर थाना पहुंचा तो उसने शव को देखते ही पहचान लिया।

सूचक का दावा है कि उसकी बहन के साथ दुष्कर्म किया गया है। बाद में हत्या कर साक्ष्य छुपाने की नीयत और मामले को हादसे का रंग देने के लिए शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया गया। आवेदन में चार लोगो को आरोपी बनाया गया है।

वही मामले में थानाध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले का हादसे के एंगल के साथ ही मृतका के भाई द्वारा दिए गये आवेदन में वर्णित बिंदुओं के आधार पर भी जांच में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

छात्रा से दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव को बधार में फेंका, परिजनों ने एक युवक पर हत्या का लगाया आरोप

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती का अपहरण कर दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर शव को बधार में फेंक दिया। युवती का शव रफीगंज थाना क्षेत्र के मई रेलवे गुमटी के समीप खेत के बाधार से मंगलवार की सुबह बरामद किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार रफीगंज थाना क्षेत्र के जाखिम गांव निवासी राजकुमार गुप्ता की 18 वर्षीय बेटी रफीगंज पढ़ने जाती थी, इसी बीच में दूसरे गांव के युवक ने उसके साथ बदतमीजी किया करता था।

परिजनों ने बताया कि पिछले 23 अप्रैल को युवती घर से लापता हुई थी।परिजनों ने अपने रिश्तेदार वह जान पहचान के लोगों के यहां खोजबीन करने का प्रयास किया। लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला।

आज मंगलवार की सुबह एक युवती का शव रफीगंज थाना क्षेत्र के मई रेलवे गुमटी के समीप बधार में मिलने की सूचना मिली। परिजन जब घटनास्थल पर पहुंचे तो युवती की पहचान जाखिम गांव निवासी राजकुमार गुप्ता की पुत्री के रूप में की।

इधर परिजनों ने एक युवक पर दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाया है।

इस संबंध में रफीगंज थाना प्रभारी गुफरान अली ने बताया कि मृतक के परिजनों ने एक लिखित आवेदन दिया है। जिसमें 2 दिन पूर्व घर से लापता होने का जिक्र किया है। परिजनों ने हत्या का भी आरोप लगाया जा रहा है। वैसे युवती का शव रेलवे गुमटी के पास से बरामद किया गया है। जिसमें रेलवे विभाग के पदाधिकारियों ने इसकी सूचना ट्रेन से गिरकर मौत हो जाए जाने की खबर दी थी।

पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है, जो भी मामला होगा वह जांच के दौरान सामने आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पंचायत सदस्यों ने खोली पंचायती राज के सिस्टम की पोल, कहा-23 प्रतिशत कमीशन लेते हैं अधिकारी

औरंगाबाद : जिले के कुटुम्बा प्रखंड में पंचायत प्रतिनिधियों ने ही सिस्टम की पोल खोली है। कुटुम्बा पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी(बीपीआरओ) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इसे लेकर सदस्यों ने प्रखंड कार्यालय में जमकर बवाल भी काटा है। 

पंचायत समिति सदस्यों का आरोप है कि कुटुम्बा के प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार चंद्रबंशी एवं बीपीआरओ हरेंद्र कुमार चौधरी की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं में कमीशनखोरी हो रही है। राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए योजनाओं की बंदरबांट की जा रही है। 

अम्बा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य अतुल पांडेय ने दावें के साथ कहा कि बीपीआरओ प्रमुख के साथ मिलकर राजनीति कर रहे हैं। वे पैसे लेकर और सर्टिफिकेट जमा कर पंचायत समिति की योजनाओं का रेकर्ड खोल रहे हैं। 

कहा कि ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारियों के कारण ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकासोन्मुखी योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही है। 

आरोप लगाया कि पदाधिकारी छिटपुट काम दिखाकर योजना की राशि का बंदरबांट कर लेते हैं। इस तरह से वें जनता की नजर में भी सरकार को बदनाम कर रहे है। 

वही वर्मा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार मेहता ने कहा कि हमलोगो को जनता ने भरोसे के साथ विकास करने के लिए चुनाव जीता कर भेजा है, लेकिन अधिकारियों द्वारा हमें अनदेखा किया जा रहा है। अधिकारी हमारी बात नहीं सुनते हैं। इसके लिए बीपीआरओ एवं प्रमुख पूरी तरह दोषी हैं। 

अधिकारी हमें काम न दें बल्कि वे खुद काम कर हमारे क्षेत्र का विकास करें ताकि हम जनता के वोट का कर्ज उतार सके।

बीपीआरओ के हस्ताक्षर के बगैर खुल रही योजनाएं-

इन आरोपों को खारिज करते हुए बीपीआरओ हरेंद्र चौधरी ने कहा कि पंचायत समिति सदस्यों ने हमे सर्टिफिकेट नहीं दिया है। योजनाओं के आवंटन को लेकर उन्होने शुरू से ही लचीला रुख अपना है। खुली हुई योजनाओं पर मैंने हस्ताक्षर भी नहीं किया है। योजना खोले जाने की बात पर उन्होंने क्लर्क को फटकार भी लगाई।

कहा कि पंचायत समिति सदस्य बैठक कर योजनाओं के बंटवारा का निर्णय ले ले। जब तक पंचायत समिति सदस्यों की बैठक नहीं हो जाती तब तक योजनाएं नहीं खुलेंगी। 

वही पंचायत समिति सदस्यों का आराेप है कि प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के हस्ताक्षर के बगैर ही योजनाएं खुल जा रही है। 

इस बारे में पंसस अतुल पांडेय ने कहा कि बीपीआरओ द्वारा बार-बार आश्वासन देने के बावजूद चोरी-छिपे रेकड़ खोल दिया जाता है। 

बीपीआरओ ने कमीशनखोरी के चक्कर में किसी की 50 लाख तो किसी की 70 लाख की योजना खोल दी है। जबकि हर क्षेत्र में योजनाओं का बंटवारा बराबर होना चाहिए। 

इसी तरह विगत दो वर्षों में बीपीआरओ और प्रमुख की मिलीभगत से एक-दो पंचायत में करोड़ों की योजना खोलकर प्रखंड क्षेत्र के अन्य पंचायतों के विकास को अनदेखा किया जा रहा है।

23 प्रतिशत कमीशन लेते हैं पदाधिकारी

पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी पर 23 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया है। 

उन्होंने कहा कि यहां कमीशन के बगैर कोई काम नहीं होता है। हर टेबल पर कमीशन बंधा हुआ है। कमीशनखोरी के खेल में प्रखंड प्रमुख को पांच प्रतिशत, उप प्रमुख को दो प्रतिशत, बीपीआरओ को पांच प्रतिशत, जेई को पांच प्रतिशत और अन्य ऑफिस खर्च लेकर कुल 23 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है। 

सवाल यह है कि इतना कमीशन देने के बाद पंचायत प्रतिनिधि प्रतिनिधि विकास का काम कैसे करेंगे। सही काम नही होने पर जनता हमें भला बुरा कहती है। अधिकारियों की कमीशनखोरी से हम लोग त्रस्त हैं। भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी का आलम यह है कि प्रखंड क्षेत्र के विकास का ब्यौरा जानने के लिए 19 पंचायत समिति सदस्यों ने हस्ताक्षर कर बीपीआरओ को आवेदन सौंपा था। 5 माह गुजर जाने के बावजूद बीपीआरओ ने जवाब देना मुनासिब नहीं समझा। वें धौंस जमाते हुए कहते हैं कि जवाब नहीं देंगे। इन मामलों को लेकर हमलोग जिलाधिकारी से भी मुलाकात करेंगे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद: लोजपा स्मृति मंच की बैठक हुई आयोजित

औरंगाबाद: आज लोजपा स्मृति मंच का बैठक जिला कार्यालय सत्येंद्र नगर में हुआ जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने किया संगठन को विस्तार करते हुए बलिगांव निवासी सुदर्शन पाल को जिला प्रवक्ता मनोनीत किया गया।

 वही आयुष रंजन ग्राम पोला को नगर अध्यक्ष मनोनीत किया गया 26 अप्रैल को हमारे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जहानाबाद के पूर्व सांसद गांधी मैदान गया में आगमन हो रहा है।

प्रमोद कुमार सिंह प्रदेश महासचिव ने कहा कि जितना जल्द संगठन को विस्तार कीजिए 26 को प्रमंडलीय बैठक गया में विशाल होने जा रहा है उसकी तैयारी में आप लग जाए लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री चिराग पासवान जी रहेंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हम लोग को संगठन विस्तार पर मार्गदर्शन करेंगे कल मुख्यमंत्री जी आदरणीय नीतीश कुमार जी ने कहा की शराबबंदी से बिहार में कितने आदमी मरे हैं।

उनको ₹400000 का मुआवजा दिया जाएगा इससे साबित होता है कि बिहार में शराबबंदी नहीं है प्रशासन बेचारा शराब के पीछे लगा हुआ रहता है प्रशासन की मजबूरी हो जाती है लेकिन शराब बिक्री अभी तक नही रूका है न रुकेगा शराब दिखती नहीं है लेकिन मिलती सब जगह है सभी जगह माननीय मुख्यमंत्री जी मानसिक संतुलन खो दिया बिहार में भ्रष्टाचार चारों और प्रशासन फेल है सभी अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक लूट का कोर्ट में लगे हुए हैं।

इस अवसर पर जिला महिला परकोस्ट के जिला अध्यक्ष नीतू सिंह वरीय उपा जिलाध्यक्ष प्रफुल सिंह जिला मीडिया प्रभारी मो० नेयाज अली पूर्व जिला प्रसाद अजय पासवान सोनू कुमार अप्पू कुमार निखिल कुमार आदि लोगों ने बधाई दिया।

औरंगाबाद: वाद दैनिकी प्रस्तुत करने में हो रही विलम्ब

औरंगाबाद: आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने देव थाना कांड संख्या 37/21 में जमानत याचिका के सुनवाई में हो रहे विलम्ब पर थाना प्रभारी को शोकोज किया है।

 अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि सुनवाई वाद दैनिकी और अपराधिक इतिहास के अप्राप्त प्रतिवेदन पर लम्बित है जिससे सुनवाई बाधित हो रही है इन प्रतिवेदन कि मांग 22/03/23 को किया गया था ,स्मार पत्र 05/04/23 को भेजा गया था, थाना प्रभारी को न्यायालय से आदेश दिया गया है कि स्पष्टीकरण संदेह उपस्थित होकर एक सप्ताह के अंदर दे कि क्यों नहीं न्यायिक आदेश के अवहेलना करने पर वरीय पदाधिकारियों को लिखा जाएं।

 वहीं एक दुसरे मामले के सुनवाई के दौरान नवीनगर थाना प्रभारी को भी शोकोज किया गया है नबीनगर थाना कांड संख्या 27/23

में जमानत याचिका पर सुनवाई हो रही थी वाद दैनिकी 28/03/23 को मांग किया गया था स्मार पत्र 06/04/23 को भेजा गया था, मोबाइल से सूचना दी गई थी परन्तु आज तक प्रतिवेदन अप्राप्त है न्यायालय ने आदेश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर सदेह उपस्थित होकर स्पष्टीकरण दे कि किन परिस्थितियों में न्यायालय के आदेश का अवहेलना हुई है।

नगर थाना प्रभारी को भी एक पत्र लिखकर कहा गया है कि एक सप्ताह के अंदर नगर थाना कांड संख्या 309/22 में वाद दैनिकी प्रस्तुत करें क्योंकि वाद दैनिकी की मांग 27/02/23 को किया गया था और स्मारपत्र 20/03/23 को भेजा गया था,वाद में जमानत याचिका पर सुनवाई लंबित है।

*औरंगाबाद: सभी विभागों का समन्वय सह फॉलो अप बैठक का किया गया आयोजन

औरंगाबाद: आज दिनांक 24 अप्रैल 2023 को जिला पदाधिकारी, श्री सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में सभी विभागों का समन्वय सह फॉलो अप बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।

जिला पदाधिकारी द्वारा दोनों अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी चार्ज पदाधिकारियों को प्रतिदिन जाति आधारित गणना कार्य का पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी एवं आईटी मैनेजर को शत प्रतिशत लॉगिन सुनिश्चित करने एवं डाटा वेरिफाई करने का निर्देश दिया गया। सभी चार्ज पदाधिकारियों को शत प्रतिशत लॉगिन सुनिश्चित करने एवं प्रपत्र के अनुसार ऐप में भी डाटा की प्रविष्टि करने का निर्देश दिया गया। 

डीपीओ आईसीडीएस द्वारा बताया गया कि शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों का आधार पंजीकरण का कार्य करवाया जा रहा है, जिसके तहत 32000 से अधिक बच्चो का आधार पंजीकरण हो चुका है। इसके अतिरिक्त लगभग 1.52 लाख बच्चों का आधार पंजीकरण किया जाना है। डीपीओ आईसीडीएस को इसकी पूर्ण विवरणी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही कैंप के माध्यम से इसमें प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। इसके लिए महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका की टीम बनाकर लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा महिला पर्यवेक्षिका के पदों पर अनुबंध पर नियुक्ति के लिए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। 

जिला पंचायत राज पदाधिकारी को शेष बचे 02 प्रखंडों में वार्ड क्रियान्वयन समिति को गठित करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को बीएलओ ऐप अपडेट करने का निर्देश दिया गया।

जिला नजारत उप समाहर्ता को अंकेक्षण जांच में उठाए गए बिंदुओं का अनुपालन प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया गया। जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, नीलम मिश्रा को प्रखंडों में अल्पसंख्यक बहुल पंचायतों को चिन्हित कर सूची बनाने का निर्देश दिया गया एवं उन पंचायतों के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं के विकास हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देश दिया गया। 

सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल सहित 5 स्वास्थ्य केंद्रों में डिजिटल एक्सरे क्रियान्वित है। इसके अतिरिक्त 06 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मैनुअल एक्स-रे क्रियान्वित है, जिसमें डिजिटल एक्सरे लगाने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

इसके अतिरिक्त जिला पदाधिकारी द्वारा सभी विभागों से उनके विभागीय पत्रों एवं लंबित कार्यों के आलोक में चर्चा की गई एवं लंबित कार्यों को यथाशीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दिया गया। 

इस अवसर पर अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा, उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह, सहायक समाहर्ता शुभम कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, डीसीएलआर सच्चिदानंद सुमन, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश कुमार दास, जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी नीलम मिश्रा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सतीश कुमार, एडीएसएस अमृत कुमार ओझा, एडीसीपी अनिता कुमारी, श्रम अधीक्षक, कार्यपालक अभियंता एवं वीसी के माध्यम से अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

औरंगाबाद: जिला केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के चुनाव के तैयारी पूरी

औरंगाबाद: बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार, पटना के निर्देश पर औरंगाबाद जिले के केंद्रीय सहकारी बैंक के निदेशक मंडल के निर्वाचन की तैयारी पूरी कर ली गई है। निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत ने बताया की निदेशक मंडल के कुल 13 पदों के विरुद्ध मात्र चार पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सामान्य पुरुष निदेशक तथा अति पिछड़ा वर्ग निदेशक पद के लिए मंगलवार को प्रातः सात बजे से शाम साढ़े चार बजे तक वोट डाले जाएंगे। निदेशक के तीन पद रिक्त रह गए हैं जबकि 6 निदेशक पदों के लिए निर्विरोध चयन हुआ हैं।

मतदान के तुरंत बाद मतगणना कराई जाएगी। जिला समाहरणालय स्थित योजना भवन में मतदान तथा मतगणना केन्द्र स्थापित किया गया है। मतदान कर्मियों का योगदान कर निर्वाचन सामग्री प्राप्त करा लिया गया है। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान हेतु सुरक्षा के बेहतर प्रबंध किए गए हैं। 

इस अवसर पर अवर निर्वाचन पदाधिकारी विवेक कुमार, सहायक निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन, मुख्य मास्टर प्रशिक्षक राजकुमार प्रसाद गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।