औरंगाबाद दलित परिवार पर बरपा आग का कहर , मां-बेटी समेत तीन की जलकर दर्दनाक मौत, दो बच्चों समेत तीन की हालत गंभीर
औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर टोले भुईयां बिगहा गांव में गुरुवार की दोपहर करीब दो बजे तीन घरों में हुई भीषण अगलगी में मां-बेटी समेत तीन की जलकर दर्दनाक मौत हो गई जबकि दो बच्चें समेत तीन गंभीर रूप से झुलस गये।
झुलसनेवालों की हालत बेहद नाजुक बताई जाती है, जिनका इलाज औरंगाबाद सदर अस्पताल में चल रहा है। सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव के मुताबिक तीनों 70 प्रतिशत तक जल गये है और उनका इलाज किया जा रहे है। आग लगने का कारण एक घर में खाना बनाने के दौरान चूल्हे की आंच की गर्मी से उपर ओपेन बिजली वायरिंग के तार के पिघलने से हुआ शॉट सर्किट बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार आग पहले सीता रिकियासन के घर में लगी। घर में पुआल रखा हुआ था।
इस कारण आग ने पुआल को अपने चपेट में ले लिया, जिससे घर धूं धूं कर जल उठा और आग ने बगल के विनय भुईयां और एक दिलीप भुईयां के घर को भी चपेट में ले लिया। आनन-फानन में आसपास के लोग आग बुझाने दौड़े। साथ ही इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी लेकिन तीनो घरों में पुआल रखा होने से आग तेजी से धधक उठी और घर के अंदर रहे लोगों को भागने तक का मौका नही मिला। इस दौरान घर के एक कमरे में रही एक किशोरी और दो बच्चों को झुलसने के बावजूद ग्रामीणों ने आग की लपटों से निकाल लिया, जिससे फिलहाल उनकी जान बच गई लेकिन हालत बेहक गंभीर बनी हुई है।
वही आग में फंसकर मां-बेटी समेत तीन की मौत हो गयी। मृतको में गृहस्वामी विनय भुईयां की पत्नी गीता देवी उर्फ दयावंती देवी(50), विनय की बहु रीना देवी(32) एवं पोती पूजा कुमारी(17) शामिल है। वही घायलों में रानी कुमारी, धीरज कुमार और एक अन्य किशोर शामिल है। सभी मृतक एवं घायल एक ही परिवार के है, जो एक साथ तीन अलग अलग घरों में रह रहे थे। हालांकि मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के दमकल ने आग पर काबू पा लिया है।
अगलगी की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिंहा, सदर एसडीओ विजयंत, सदर बीडीओ, औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना की पुलिस और अन्य अधिकारियों ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर झुलसे हुए लोगो को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर असपताल भेजवाया। अगलगी की घटना के वक्त तीनों ही घरों के पुरुष सदस्य मिट्टी काटने दूसरे गांव गए हुए थे और दोपहर होने के कारण सभी महिलाएं और बच्चे घरों में आराम से सोए हुए थे।
इसी दौरान सीता रिकियासन के घर में शॉट सर्किट होने के कारण आग लग गई जो देखते ही देखते दो और घर को अपने चपेट में ले लिया। ग्रामीणों को इसकी जानकारी जबतक मिली तबतक आग की लपटे इतनी तेज हो गई थी कि घर की महिलाएं एवं बच्चे झुलस गए और तीन की झुलसकर मौत हो गई। आग बुझाये जाने के बाद पुलिस ने तीनो शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है।
मौके पर मौजूद एडीएम ने बताया कि सरकारी प्रावधान के तहत मृतको के परिजनो को आपदा राहत के तहत तत्काल चार चार लाख का मुआवजा दिया जा रहा है। साथ ही तीनों घरो के लिए प्रति घर 11-11 हजार का मुआवजा दिया जा रहा है। घायलो को अलग से बर्न के प्रतिशत के आधार पर इलाज का खर्च मिलेगा।
Apr 22 2023, 16:55