औरंगाबाद नियोजित शिक्षकों ने शिक्षक नियमावली 2023 को पूर्व से बहाल शिक्षकों के लिए बताया बड़ा धोखा, विरोध में सीएम व डिप्टी सीएम का पुतला फूंका
औरंगाबाद प्रारंभिक शिक्षक संघ की प्रदेश इकाई के आह्वान पर बुधवार को यहां नियोजित शिक्षको ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला फूंका।
पुतला दहन का नेतृत्व संघ के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह ने किया। पुतला दहन में संघ के प्रदेश सचिव धनंजय सिंह, जिला सचिव विनय यादव, जिला कोषाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष संतोष कुमार, उदय कुमार, जिला कार्यालय सचिव सुबोध सुमन, शशि रजक, सुधीर कुमार सिंह, आलोक कुमार सिंह, प्रमेंद्र कुमार सिंह, उमाशंकर सिंह, धर्मवीर कुमार सिंह, रविशंकर पांडेय, सुशील प्रसाद, हरिभूषण सिंह,
श्रवण कुमार सिंह, संतोष कुमार सिंह, राज नारायण सिंह, धर्मेंद्र कुमार, लक्ष्मी जायसवाल, उषा कुमारी, रवीना कुमारी, किरण कुमारी, प्रज्ञा कुमारी, सुधा कुमारी एवं अंतर्यामी कुमार,
सहित सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहे। इस दौरान शिक्षक नेताओ ने कहा कि शिक्षक नियमावली 2023 पूर्व से बहाल शिक्षकों के लिए बड़ा धोखा और छलावा है।
सरकार के इस अव्यवहारिक निर्णय से पिछले 15 वर्षों से भी अधिक समय से अपनी सेवा देने वाले नियोजित शिक्षक हतप्रभ हैं। नियोजित शिक्षक अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। सूबे के नियोजित शिक्षक लंबे समय से वेतनमान और राज्यकर्मी का दर्जा पाने की लड़ाई लड़ते रहे हैं और जब धोषणा की बात आई तो सरकार ने नियमावली को ही बदल दिया।
इससे स्पष्ट है कि सरकार शिक्षकों की समस्याओं को लेकर गंभीर नही है। सरकार सिर्फ नयी नयी नियमावली लाकर शिक्षकों के साथ साथ शिक्षा व्यवस्था को उलझाना चाहती है।
कहा कि ये राजनेता चुनाव पूर्व धोषणा कुछ करते हैं और चुनाव बाद कुछ। इनकी ढुलमुल नीति के कारण सूबे के नियोजित शिक्षकों का भविष्य एक बार फिर अधर में लटक गया है।
कहा कि सरकार यदि बिना शर्त नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी की धोषणा और पूर्ण वेतनमान की धोषणा शीध्र नहीं करती है तो सूबे के नियोजित शिक्षक आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में सरकार की चुनावी नैया पार नहीं होने देंगे।
Apr 12 2023, 18:23