72 घंटे बाद भी अज्ञात शव की पहचान नही होने पर पुलिस ने किया अंतिम संस्कार, ट्रेन से कटकर हुई थी मौत


औरंगाबाद : विभिन्न स्त्रोतों से पता लगाए जाने के बाद भी शव की शिनाख्त न होने पर फेसर पुलिस ने अज्ञात शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मंगलवार को थाना क्षेत्र के बरीमल गांव के समीप ट्रेन से कटकर एक अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई थी जिसका पोस्टमार्टम करवा कर 72 घंटों के लिए पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। लेकिन शुक्रवार को थानाध्यक्ष डॉ. रामविलास प्रसाद यादव के उपस्थिति में पुलिस बलों द्वारा शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

थानाध्यक्ष ने बताया कि इस दौरान मृतक की शिनाख्त करवाने के लिए पुलिस ने यथा संभव प्रयास किया लेकिन शव का शिनाख्त नहीं होने पर पूरे रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार करवा दिया गया। 

मंगलवार को ट्रेन से कटकर अधेड़ व्यक्ति की मौत हुई थी। शव काफ़ी क्षतिग्रस्त अवस्था में बरामद किया गया था जिसे सामान्यतः पहचान पाना मुश्किल था। मृतक की उम्र करीब 55 वर्ष के आसपास रही होगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गोह में खेत की रखवाली कर रही नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास, पीड़िता के परिवार ने थाने मे दर्ज कराया मामला

औरंगाबाद : जिले के उपहारा थाना क्षेत्र के एक गांव में चना की खेत की रखवाली कर रही एक नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। मामले में नाबालिग के पिता के बयान पर उपहारा थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। 

आवेदन में बताया गया है कि नाबालिग अपने एक अन्य सहेली के साथ चना के खेत की रखवाली कर रही थी, उसी समय उपहारा थाना क्षेत्र के भलुआर गांव निवासी शंकर यादव के पुत्र पुष्पेंद्र कुमार अपने एक अन्य साथी के साथ पहुंचा और नाबालिग का हाथ पकड़कर जबरदस्ती करने लगा। 

उपहारा थाना अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि आवेदन मिली है जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाऐंगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बढ़ई मिस्त्री के घर में अचानक लगी आग, सामान समेत लाखों का फर्नीचर जलकर राख

औरंगाबाद : गोह प्रखंड में उपहारा थाना क्षेत्र के तेयाप गांव में शुक्रवार की दोपहर एक घर में अचानक आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। अगलगी में घर के सारे सामान और हजारों का फर्नीचर जलकर राख हो गया है।

बताया जाता है कि गृहस्वामी संतोष मिस्त्री अपने पूरे परिवार के साथ शुक्रवार को सुबह में ही अपने खेत में रब्बी की फसल काटने गया था। इसी दौरान दोपहर में करीब 12 बजे गांव के ही पंचायत समिति सदस्य मनीष कुमार ने जानकारी दी कि उनके घर में आग लगा हुआ है। 

आनन-फानन रब्बी की फ़सल काट रहे संतोष मिस्त्री, रीता देवी, दुलारी देवी, सकलदेव मिस्त्री, रोहित कुमार, सूरज कुमार और सागर कुमार समेत परिवार के सभी सदस्य दौड़े-भागे घर पर पहुंचे। बंद घर का ताला खोला। तब तक घर के अंदर आग चारों तरफ विकराल रूप धारण कर चुका था। 

वही घर में लगी आग की लपटो को देखकर गांव के ही डॉ. अनोज कुमार, वीरेंद्र कुमार, सतेंद्र प्रजापत, जितेंद्र रजक, इंदुज कुमार, रवि गुप्ता एवं वार्ड सदस्य नरेश कुमार आदि ने दर्जनों ग्रामीणों की मदद से घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तबतक घर में रखा अनाज, कपड़ा एवं ग्राहकों के लिए बनाये गए फर्नीचर के सामान जलकर राख हो गये। 

घटनास्थल पर मौजूद पंचायत समिति सदस्य मनीष कुमार ने उपहारा थाना व सीओ को सूचना देकर सरकारी सहायता राशि दिलवाने का भरोसा दिलाया है। 

बताया जाता है कि संतोष मिस्त्री घर में ही फर्नीचर बनाने का कार्य करता हैं। शादी विवाह मंक देने के लिए कई लोगों ने फर्नीचर का ऑर्डर बुक कराया था। अगलगी में दो जोड़ा दीवान पलंग, दो जोड़ा साधारण पलंग, तीन चौकी, एक दर्जन कुर्सी, दो सोफा सेट सहित लाखों का सामान जलकर राख हो गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

कृषि विज्ञान केन्द्र की किसानों को सलाह, रबी फसलों की कटाई के साथ ही किसान अपने खेतों में लगाए हुए फसलों में करे निम्न कार्य

औरंगाबाद : कृषि विज्ञान केन्द्र ओर से किसानो को सलाह दी गई है। केन्द्र की ओर से कहा गया है कि मार्च माह के आखरी सप्ताह तक चना, मसूर, सरसों आदि रबी फसलों की कटाई हो जाती है लेकिन अप्रैल महीने में रबी की मुख्य फसल गेँहू कटने को तैयार हो जाती हैं, किसान फसलों की कटाई-मड़ाई की तैयारी में जुटे हुए हैं, साथ ही इस समय किसान जायद की फसलों की बुवाई भी कर लेते है। इसलिए किसान इस समय कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं।

इस मौसम में तैयार गेहूं की फसल की कटाई की सलाह दी जा रही है। किसान कटी हुई फसलों को बांधकर रखे, नहीं तो तेज हवा या आंधी से फसल एक खेत से दूसरे खेत में जा सकती है।

आने वाले दिनों में गर्म हवा और तापमान बढ़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सब्जियों, सब्जियों की नर्सरी, जायद मूँग और फलों के बगीचों में हल्की सिंचाई नियमित अंतराल पर करें। 

रबी फसल यदि कट चुकी है तो उसमें हरी खाद के लिए खेत में पलेवा करें। हरी खाद के लिए ढ़ेचा, सनई अथवा लोबिया की बुवाई की जा सकती है। परंतु बुवाई के समय खेत में पर्याप्त नमी का होना आवश्यक है।

मौसम पूर्वनुमान के अनुसार आगामी पाँच दिनों का दिनाँक 8, 9, 10, 11 & 12 अप्रैल 2023 को अधिकतम तापमान 37, 36.5, 37, 37.5, & 38.5 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 19.5, 21, 20.5, 22 & 21.5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

दिनाँक 6 अप्रैल को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस एवम 7 अप्रैल को न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एक साथ नशापान कर नशे में टुन्न हुए अधेड़ व जवान, फिर दोनों में हुआ पंगा तो युवक ने उठाकर छ्त से फेंका, अधेड़ की मौत, हत्यारोपी गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के नबीनगर प्रखंड में टंडवा थाना क्षेत्र के मनोहरी आहर के पास शुक्रवार की सुबह एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिला है। सुबह में खेतों की ओर जा रहे स्थानीय लोगों ने आहर के पास शव देखने पर इसकी सूचना टंडवा थाना की पुलिस को दी। 

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को कब्जें में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया है। मृतक की पहचान हरिहर उर्दाना गांव निवासी विजय राम के रूप में की गई है। टंडवा के प्रभारी थानाध्यक्ष देवनंदन पासवान ने बताया कि मामले में मृतक की पुत्री के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

प्राथमिकी में गांव के ही चुनमुन सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है। मामले ने पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि विजय राम और चुनमुन सिंह दोनो ने गुरुवार को देर रात मनोहरी मिडिल स्कूल के पास छत पर बैठकर नशापान किया। 

नशे में आने के बाद दोनो आपस में उलझ पड़े। इसी दौरान चुनमुन ने विजय राम पर डंडे से प्रहार कर उसका सिर फोड़ डाला। इतने पर भी वह शांत नही हुआ और अधेड़ को उठाकर छत से नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। अधेड़ की हत्या करने के बाद चुनमुन मौके से निकलकर अपने घर आकर सो गया। सुबह में शव मिलने के बाद पूरा मामला सामने आया। शव मिलते ही गांव में सनसनी फैल गयी। 

अधेड़ की हत्या की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन हाहाकार करने लगे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मामूली विवाद में अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार

औरंगाबाद : एक अधेड़ व्यक्ति का शव आहार से बरामद किया गया। यह मामला औरंगाबाद जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय मनोहारी के समीप आहार की है। 

मृतक की पहचान हरिहर उर्दाना गांव निवासी विजय राम के रूप में की गई है। 

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपी मनोहरी गांव निवासी चुनमुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद हत्यारोपी के विरुद्ध अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं। 

वहीं शव का पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया गया है।

घटना का कारण 

जानकारी के मुताबिक मृतक किसी बात को लेकर मध्य विद्यालय मनोहारी के समीप हल्ला कर रहा था। इसी क्रम में हत्यारोपी वहां आया और हल्ला करने से मना किया जब अधेड़ व्यक्ति नहीं माना तो गुस्से में आकर उसने लाठी – डंडों से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दिया और शव को पास के ही आहार पर फेक दिया। 

यह घटना गुरुवार की देर रात्रि करीब 11 बजे की हैं। इसके बाद अहले सुबह शौच के लिए गए एक ग्रामीण की नजर शव पर पड़ी। इसके बाद उसने इसकी जानकारी मृतक के परिजन और पुलिस को दी। 

इस घटना से आसपास सनसनी फ़ैल गई। वहीं सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मामले की छानबीन में जुटी पुलिस ने एक हत्यारोपी को धर दबोचा हैं।

पुलिस पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि शराब सेवन कर हल्ला – हंगामा करने को लेकर अधेड़ व्यक्ति की हत्या कर दी गई। इसके बाद मामले में दर्ज़ प्राथमिकी के आधार पर हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। 

फिलहाल मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं। वहीं मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 

इधर इस घटना के बाद से मृतक के परिजनों में मातम पसरा हुआ है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में अंध विश्वास के चक्कर मे गई वृद्ध की जान, लाठी डंडे से पीट-पीटकर की गई हत्या

औरंगाबाद : जिले में ओझा गुनी के आरोप में एक वृद्ध की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है। घटना दाउदनगर थाना क्षेत्र के सोनटीलहा कि है। 

मृतक किसान की पहचान ओबरा थाना क्षेत्र के मलाह टोली गांव निवासी साधु चौधरी के रूप में की गई है। 

मृतक किसान के पुत्र ने बताया कि कई वर्षों से साधु चौधरी अपनी बेटी के घर रह कर सोंनटीलहा पर रहकर खेती बाड़ी का काम करते थे। लेकिन बीती रात गांव के ही रंजन चौधरी ने अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर साधु चौधरी की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। 

इतना से भी जी नहीं भरा तो आंखें भी फोड़ दी और शव को फेंक कर अपराधी ने आसानी से चलते बने। 

गौरतलब है कि गांव के ही रंजन चौधरी ने मृतक किसान के परिवार पर ओझा गुनी का आरोप लगाते रहे हैं और बीती रात उन्होंने इस घटना के अंजाम दे दी। 

इधर घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

प्रधान न्यायाधीश के पद रिक्त होने के बाद भी राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से किये जायेंगें उनके न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वाद : सचिव

औरंगाबाद : प्रधान न्यायाधीश के पद रिक्त होने के बाद भी राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से उनके न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वादो का निपटारा किया जायेगा। इस बात की जानकारी सचिव ने दी है। 

     

सचिव के द्वारा यह भी बताया गया कि पिछले कई माह से परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश का पद रिक्त है। उनके न्यायालय का वाद भी उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किये जायेगें। 

परन्तु परिवार न्यायालय में लम्बित तलाक के मामलो का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत में नहीं किया जायेगा। 

इसके अतिरिक्त भरण-पोषण, दामपत्य जीवन पुर्नस्थापन वाद इत्यादि उक्त न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय मामलों के निस्तारण में न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के पद का रिक्त होना राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से वाद का निस्तारण करने में कोई समस्या नहीं आयेगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों का अफीम-डोडा समेत अन्य नशीला पदार्थ के साथ धंधेबाज को दबोचा

औरंगाबाद : जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान में यहां की पुलिस ने भारी मात्रा में अफीम, डोडा एवं अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया है। बरामद नशीले पदार्थों की कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इस मामले में पुलिस ने नशीले पदार्थ के एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने गुरूवार को दोपहर प्रेसवार्ता में बताया कि मानवीय एवं अन्य तकनीकी श्रोतों से खुफिया इनपुट मिला कि औरंगाबाद के नरारीकला खुर्द थाना के रजाक बिगहा में बड़े पैमाने पर अफीम, डोडा एवं अन्य नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है। वहां कारोबारी ने भारी मात्रा में इन नशीली वस्तुओं को स्टोर कर रखा है। 

इस खुफिया इनपुट के मिलते ही उन्होने छापेमारी के लिए एक विशेष टीम गठित की। टीम ने सूचना के सत्यापन के बाद तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर नशे के कारोबारी के घर की घेराबंदी की। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। 

गिरफ्तार धंधेबाज इस्तेखार आलम नरारीकला खुर्द थाना के तेतरिया टोले रजाक बिगहा गांव निवासी महबूब अंसारी का पुत्र है। पुलिस नशे के इस कारोबारी का आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है। 

पुलिस ने मौके से अफीम, ब्लू रंग के कैप्सूल में बना डोड़ा जैसा नशीला पदार्थ एवं 1 लाख 20 हजार की नगदी बरामद की है। बरामद नशीली वस्तुओं में काला रंग का अफीम 08 किलो 100 ग्राम, काला रंग का अफीम (एक पाउच 50 ग्राम का कुल 57 पाउच, कुल 02 किलो 850 ग्राम), ब्लू रंग के कैप्सूल में बना डोडा जैसा नशीला पदार्थ 03 किलो 500 ग्राम, नगद राशि 1,20,000/-(एक लाख बीस हजार), एक इक्ट्रॉनिक तराजू एवं सैमसंग कम्पनी का एक की-पैड मोबाइल फोन शामिल है। इस मामले में नरारीकला खुर्द थाना में भादंवि की धारा 15(बी), 17, 18(बी) एवं 25 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या- 27/23 दर्ज कर गिरफ्तार धंधेबाज को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। 

पुलिस की छापेमारी टीम में जिला आसूचना इकाई के पुलिस अवर निरीक्षक सुशील कुमार शर्मा, नरारीकला खुर्द थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, बारूण के अंचल अधिकारी, नरारीकला खुर्द थाना के परीक्ष्यमान पुलिस अवर निरीक्षक कुणाल कुमार, सहायक अवर निरीक्षक बच्चन साह, सिपाही राकेश रोशन, कमलदेव यादव एवं जिला आसूचना इकाई के सदस्यगण शामिल रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

रामचरित मानस के बाद अब बिना कॉलेज गए वेतन के विवाद में घिरे है बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, आइए जानते है उनके महाविद्यालय के शिक्षकों का क्या है कहना


औरंगाबाद : विवादों से चोली दामन का नाता रखनेवाले बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर कुमार की मौजां ही मौजां है। मौज की वजह भी है। वजह यह कि एक ओर तो वें 2010 से मघेपुरा के सदर विधायक है। वही दूसरी ओर औरंगाबाद के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के प्राणी विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक भी है। इस कॉलेज में वें 8 अक्टूबर 1985 से कार्यरत है और उन्हे मार्च 2026 में सेवानिवृत होना है। 

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय रजक बताते है कि वें 7 जून 2022 से रामलखन सिंह यादव कॉलेज के प्रधानाचार्य है। यहां आने पर ही उन्हे जानकारी हुई कि मघेपुरा के सदर विधायक डॉ. चंद्रशेखर कुमार इस कॉलेज में जन्तु विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक है। विधायक निर्वाचित होने के पहले वें बतौर प्राध्यापक यहां के छात्रों को पढ़ाते भी रहे है। 

उन्हे यह भी जानकारी मिली कि डॉ. कुमार पूर्व में आपदा विभाग के भी मंत्री रहे है और वर्तमान में राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री है। वें बताते है कि सरकारी प्रावधानों के मुताबिक डॉ. कुमार का यहां से वेतन बनता है, जो उन्हे उनके बैंक खाते में मिलता है। 

डॉ. रजक कहते है कि अपने कॉलेज के प्राध्यापक का बिहार का शिक्षा मंत्री होना कॉलेज के लिए गर्व की बात है और कॉलेज के जो छात्र यह जानते है कि अपने कॉलेज के सहायक प्राध्यापक बिहार के शिक्षा मंत्री है, तो वें भी अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते है। 

प्राचार्य बताते है कि एक दो बार वें डॉ. कुमार से मिले है। बतौर शिक्षा मंत्री उन्हे उनसे कॉलेज के विकास में सहयोग की उम्मीद है और अनौपचारिक बातचीत में उन्होने इस आशय का भरोसा भी दिला रखा है। वही छात्र भी अपने कॉलेज के प्राध्यापक के शिक्षा मंत्री होने पर गर्व करते है। वें उम्मीद जताते हुए कहते है कि जब शिक्षा मंत्री उनके कॉलेज में आएंगे तो उन्हे बहुत अच्छा लगेगा। वें कहते है कि शिक्षा मंत्री उनके कॉलेज में जरूर आएंगे और जब आएंगे तो वें उनसे दिल खोलकर बात करेंगे। 

दीगर बात यह भी है कि डॉ. चंद्रशेखर कुमार का नाम 15 साल से इस कॉलेज की उपस्थिति पंजी में नहीं है लेकिन कॉलेज के प्राध्यापकों की सूची में उनका नाम दर्ज और लिस्ट में उनके नाम के सामने मथेपुरा सदर विधायक दर्ज है। सूची के मुताबिक कॉलेज में कुल 16 प्राध्यापक है। अब देखने वाली बात यह होगी कि मंत्री जी प्रोफेसरी के वेतन के साथ विधायकी का भी तो कही वेतन नही उठा रहे है। हालांकि कॉलेज के प्राचार्य तो यह कहते है कि उन्हे विधायकी का भी वेतन मिलता है। 

एक खास बात यह भी है कि पूर्व में बिहार विभाजन के पूर्व अखंड बिहार में राज्य के 40 संबद्ध महाविद्यालयों का अंगीभूतीकरण हुआ था। मंत्री जी का कॉलेज भी इसी अंगीभूतीकरण की देन है। उस वक्त अंगीभूतिकरण के लाभ से ऐसे कई कॉलेजो के प्राध्यापक वंचित रह गये थे। इसे लेकर एससी अग्रवाल जांच कमिटी और जस्टिस एसबी सिंहा जांच कमिटी बनी थी। इन कमिटियों की रिपोर्ट के आधार पर भी कई प्राध्यापकों को अंगीभूतीकरण का लाभ मिला था। 

शिक्षा मंत्री भी इसी प्रकार का लाभ पानेवाले प्राध्यापकों में एक है। आज भी अंगीभूतिकरण का लाभ लेने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला चल भी रहा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र