औरंगाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों का अफीम-डोडा समेत अन्य नशीला पदार्थ के साथ धंधेबाज को दबोचा

औरंगाबाद : जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान में यहां की पुलिस ने भारी मात्रा में अफीम, डोडा एवं अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया है। बरामद नशीले पदार्थों की कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इस मामले में पुलिस ने नशीले पदार्थ के एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने गुरूवार को दोपहर प्रेसवार्ता में बताया कि मानवीय एवं अन्य तकनीकी श्रोतों से खुफिया इनपुट मिला कि औरंगाबाद के नरारीकला खुर्द थाना के रजाक बिगहा में बड़े पैमाने पर अफीम, डोडा एवं अन्य नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है। वहां कारोबारी ने भारी मात्रा में इन नशीली वस्तुओं को स्टोर कर रखा है। 

इस खुफिया इनपुट के मिलते ही उन्होने छापेमारी के लिए एक विशेष टीम गठित की। टीम ने सूचना के सत्यापन के बाद तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर नशे के कारोबारी के घर की घेराबंदी की। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। 

गिरफ्तार धंधेबाज इस्तेखार आलम नरारीकला खुर्द थाना के तेतरिया टोले रजाक बिगहा गांव निवासी महबूब अंसारी का पुत्र है। पुलिस नशे के इस कारोबारी का आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है। 

पुलिस ने मौके से अफीम, ब्लू रंग के कैप्सूल में बना डोड़ा जैसा नशीला पदार्थ एवं 1 लाख 20 हजार की नगदी बरामद की है। बरामद नशीली वस्तुओं में काला रंग का अफीम 08 किलो 100 ग्राम, काला रंग का अफीम (एक पाउच 50 ग्राम का कुल 57 पाउच, कुल 02 किलो 850 ग्राम), ब्लू रंग के कैप्सूल में बना डोडा जैसा नशीला पदार्थ 03 किलो 500 ग्राम, नगद राशि 1,20,000/-(एक लाख बीस हजार), एक इक्ट्रॉनिक तराजू एवं सैमसंग कम्पनी का एक की-पैड मोबाइल फोन शामिल है। इस मामले में नरारीकला खुर्द थाना में भादंवि की धारा 15(बी), 17, 18(बी) एवं 25 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या- 27/23 दर्ज कर गिरफ्तार धंधेबाज को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। 

पुलिस की छापेमारी टीम में जिला आसूचना इकाई के पुलिस अवर निरीक्षक सुशील कुमार शर्मा, नरारीकला खुर्द थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, बारूण के अंचल अधिकारी, नरारीकला खुर्द थाना के परीक्ष्यमान पुलिस अवर निरीक्षक कुणाल कुमार, सहायक अवर निरीक्षक बच्चन साह, सिपाही राकेश रोशन, कमलदेव यादव एवं जिला आसूचना इकाई के सदस्यगण शामिल रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

रामचरित मानस के बाद अब बिना कॉलेज गए वेतन के विवाद में घिरे है बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, आइए जानते है उनके महाविद्यालय के शिक्षकों का क्या है कहना


औरंगाबाद : विवादों से चोली दामन का नाता रखनेवाले बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर कुमार की मौजां ही मौजां है। मौज की वजह भी है। वजह यह कि एक ओर तो वें 2010 से मघेपुरा के सदर विधायक है। वही दूसरी ओर औरंगाबाद के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के प्राणी विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक भी है। इस कॉलेज में वें 8 अक्टूबर 1985 से कार्यरत है और उन्हे मार्च 2026 में सेवानिवृत होना है। 

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय रजक बताते है कि वें 7 जून 2022 से रामलखन सिंह यादव कॉलेज के प्रधानाचार्य है। यहां आने पर ही उन्हे जानकारी हुई कि मघेपुरा के सदर विधायक डॉ. चंद्रशेखर कुमार इस कॉलेज में जन्तु विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक है। विधायक निर्वाचित होने के पहले वें बतौर प्राध्यापक यहां के छात्रों को पढ़ाते भी रहे है। 

उन्हे यह भी जानकारी मिली कि डॉ. कुमार पूर्व में आपदा विभाग के भी मंत्री रहे है और वर्तमान में राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री है। वें बताते है कि सरकारी प्रावधानों के मुताबिक डॉ. कुमार का यहां से वेतन बनता है, जो उन्हे उनके बैंक खाते में मिलता है। 

डॉ. रजक कहते है कि अपने कॉलेज के प्राध्यापक का बिहार का शिक्षा मंत्री होना कॉलेज के लिए गर्व की बात है और कॉलेज के जो छात्र यह जानते है कि अपने कॉलेज के सहायक प्राध्यापक बिहार के शिक्षा मंत्री है, तो वें भी अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते है। 

प्राचार्य बताते है कि एक दो बार वें डॉ. कुमार से मिले है। बतौर शिक्षा मंत्री उन्हे उनसे कॉलेज के विकास में सहयोग की उम्मीद है और अनौपचारिक बातचीत में उन्होने इस आशय का भरोसा भी दिला रखा है। वही छात्र भी अपने कॉलेज के प्राध्यापक के शिक्षा मंत्री होने पर गर्व करते है। वें उम्मीद जताते हुए कहते है कि जब शिक्षा मंत्री उनके कॉलेज में आएंगे तो उन्हे बहुत अच्छा लगेगा। वें कहते है कि शिक्षा मंत्री उनके कॉलेज में जरूर आएंगे और जब आएंगे तो वें उनसे दिल खोलकर बात करेंगे। 

दीगर बात यह भी है कि डॉ. चंद्रशेखर कुमार का नाम 15 साल से इस कॉलेज की उपस्थिति पंजी में नहीं है लेकिन कॉलेज के प्राध्यापकों की सूची में उनका नाम दर्ज और लिस्ट में उनके नाम के सामने मथेपुरा सदर विधायक दर्ज है। सूची के मुताबिक कॉलेज में कुल 16 प्राध्यापक है। अब देखने वाली बात यह होगी कि मंत्री जी प्रोफेसरी के वेतन के साथ विधायकी का भी तो कही वेतन नही उठा रहे है। हालांकि कॉलेज के प्राचार्य तो यह कहते है कि उन्हे विधायकी का भी वेतन मिलता है। 

एक खास बात यह भी है कि पूर्व में बिहार विभाजन के पूर्व अखंड बिहार में राज्य के 40 संबद्ध महाविद्यालयों का अंगीभूतीकरण हुआ था। मंत्री जी का कॉलेज भी इसी अंगीभूतीकरण की देन है। उस वक्त अंगीभूतिकरण के लाभ से ऐसे कई कॉलेजो के प्राध्यापक वंचित रह गये थे। इसे लेकर एससी अग्रवाल जांच कमिटी और जस्टिस एसबी सिंहा जांच कमिटी बनी थी। इन कमिटियों की रिपोर्ट के आधार पर भी कई प्राध्यापकों को अंगीभूतीकरण का लाभ मिला था। 

शिक्षा मंत्री भी इसी प्रकार का लाभ पानेवाले प्राध्यापकों में एक है। आज भी अंगीभूतिकरण का लाभ लेने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला चल भी रहा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पुरानी रंजिश में दबंगों ने की मारपीट, रात्रि के अंधेरे में घर और ऑटो में लगाई आग, लाखों का नुकसान ।

(औरंगाबाद) पुरानी रंजिश में दबंगों ने पीड़ित के साथ पहले मारपीट किया और इसके बाद रात्रि के अंधेरे में ऑटो व उसके पड़ोसी के घर में आग लगा दिया जिसमें पीड़ित को लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है।

 यह मामला मंगलवार की रात गोह थाना क्षेत्र के मुड़वा गांव की हैं। जानकारी के मुताबिक कौलेश्वर दास के पुत्र विवेकानंद अपनी टाटा सूमो विकटा गाड़ी बनवा कर शाम को गोह से लौट रहा था जैसे ही वह मुड़वा गांव पहुंचा की उस गांव के जयराम सिंह चंद्रवंशी एवं उनके अन्य परिजनों ने उसका रास्ता रोक दिया और आगे न जाने की बात कहीं जिसको लेकर एक दूसरे के बीच खूब कहा सुनी हुई।

 इस दौरान दोनों के बीच तू तू मैं मैं मारपीट में तब्दील हो गई। हालांकि मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने दोनों को समझा बुझाकर मामला शांत करवाया।

घटना को लेकर विवेकानंद के पिता ने बताया कि मामला शांत होने के बाद आरोपियों ने दबंगई करते हुए घर पर दुबारा आ पहुंचे और धमकी देते हुए गांव से भगा देने की बात कहीं। 

इसके बाद देर रात्रि ऑटो में आग लगा दिया। इसी क्रम में आरोपियों ने गांव के ही बहादुर दास के घर में भी आग लगा दिया जिसमें दो बकरियां, मसूर – चना सहित पुरा घर जलकर राख हो गया। बहादुर दास की पत्नी ने बताया कि झगड़ा हमारे पड़ोसी के से था लेकिन दबंगों ने मेरे घर में भी आग लगा दिया जिसमें काफ़ी नुकसान हुआ हैं। 

उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई और जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की हैं। इस घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई जिसमें पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

*खलिहान में लगी आग,एक ट्रैक्टर और पुआल का गांज जलकर हुआ राख

औरंगाबाद : जिले के कुटुम्बा प्रखंड में सिमरा थाना के बोदी बिगहा गांव में बीती रात एक खलिहान में आग लग गई। 

इस आगलगी की घटना मे एक ट्रैक्टर और हजारों रुपये के पुआल के बोझे जल गये। अगलगी के कारणों का पता नही चल सका है। 

आगलगी की सूचना मिलते ही सिमरा थानाध्यक्ष संजय कुमार ने रात में ही फायर ब्रिगेड को फोन कर मौके पर दमकल टीम भेजवाई। 

मौके पर दमकल टीम ने काफी मशक्कत कर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। ट्रैक्टर और खलिहान में रखा पुआल का गांज जल कर राख हो गया। 

पीड़ित सुरेश प्रसाद ने बताया कि अगलगी में लाखों का नुकसान हुआ है। आर्थिक रूप से उनकी कमर टूट गयी है। 

उन्होने कुटुम्बा के अंचल अधिकारी को सूचना देकर आपदा राहत के तहत सरकारी सहायता की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

खलिहान में लगी आग,एक ट्रैक्टर और पुआल का गांज जलकर हुआ राख

औरंगाबाद : जिले के कुटुम्बा प्रखंड में सिमरा थाना के बोदी बिगहा गांव में बीती रात एक खलिहान में आग लग गई। 

इस आगलगी की घटना मे एक ट्रैक्टर और हजारों रुपये के पुआल के बोझे जल गये। अगलगी के कारणों का पता नही चल सका है। 

आगलगी की सूचना मिलते ही सिमरा थानाध्यक्ष संजय कुमार ने रात में ही फायर ब्रिगेड को फोन कर मौके पर दमकल टीम भेजवाई। 

मौके पर दमकल टीम ने काफी मशक्कत कर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। ट्रैक्टर और खलिहान में रखा पुआल का गांज जल कर राख हो गया। 

पीड़ित सुरेश प्रसाद ने बताया कि अगलगी में लाखों का नुकसान हुआ है। आर्थिक रूप से उनकी कमर टूट गयी है। 

उन्होने कुटुम्बा के अंचल अधिकारी को सूचना देकर आपदा राहत के तहत सरकारी सहायता की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

हृदय में छेद का इलाज के लिए बच्चों को पटना भेजा गया

औरंगाबाद, 4 अप्रैल-2023

बाल हृदय योजना के तहत सुपर स्पेशलिटी स्तर के इलाज के लिए स्क्रीनिंग हेतु आज इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना में जिले से तीन बच्चों को भेजा गया.

उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला योजना समन्वयक नागेंद्र कुमार केसरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के स्कूलों एवं आंगनवाड़ी में प्रतिदिन माइक्रो प्लान के आधार पर बच्चों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए मोबाइल हेल्थ टीम भेजी जाती है. मोबाइल हेल्थ टीम के द्वारा जिले के बारुण, मदनपुर एवं गोह से एक-एक बच्चों को विशेष इलाज के लिए चिन्हित किया गया था जिन्हें आज एंबुलेंस की सुविधा देते हुए पटना भेजा गया है.

विदित हो कि हार्ट की बीमारी जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत सरकार द्वारा बच्चों को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराई जाती है. वैसे अभिभावक जिनके बच्चे को ऐसी स्वास्थ्य समस्या है सीधे स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.

इस क्रम में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की डिस्ट्रिक्ट कंसलटेंट नीलम रानी ने बताया कि भेजे जा रहे बच्चों का पटना में इको जांच किया जाएगा तदोपरांत चिकित्सीय उपचार के लिए अग्रतर अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल भेजा जाएगा. इलाज एवं आने जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा निशुल्क की जाती है. जिले के लगभग तीस बच्चों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. चार बच्चों का हृदय में छेद संबंधित ऑपरेशन भी हो चुका है.

ट्रेन के चपेट में आकर अधेड़ की मौत, शिनाख्त करने में जुटी पुलिस

औरंगाबाद : पूर्व मध्य रेल के मुगलसराय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद सदर प्रखंड के फेसर थाना क्षेत्र में बघोई कुशा हॉल्ट के पास अज्ञात ट्रेन की चपेट में आकर एक अधेड़ की मौत हो गई। मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। मृतक की उम्र करीब 48 वर्ष बताई जा रही है। फेसर थाना की पुलिस शव का शिनाख्त करने में जुटी है।

माना जा रहा है कि सोमवार की रात में ही अधेड़ की मौत ट्रेन के चपेट में आने से हुई होगी क्योंकि मंगलवार की सुबह कुछ लोग जब टहलते हुए स्टेशन के पास पहुंचे तो देखा कि एक अधेड़ का शव पड़ा है। शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत है। फेसर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए सुरक्षित रखा है।

बता दें प्रावधान के अनुसार पुलिस 72 घंटे तक शव को पहचान के लिए सुरक्षित रखेगी। इस दौरान पहचान हो जाने पर शव को संबंधित परिवार को सौंप दिया जाएगा।

वही इस अवधि में भी पहचान नही होने की स्थिति में पुलिस शव को लावारिस मानते हुए खुद ही अंतिम संस्कार कराती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मां-भाई के ज्वाइंट एकाउंट की बैंक से जानकारी मांगने पर भाई ने सगे भाई को बेरहमी से पीटा

औरंगाबाद : शहर के टिकरी मुहल्ला निवासी सोहराब आलम को बैंक से अपनी मां और बड़े भाई के संयुक्त खाते की जानकारी मांगना महंगा पड़ गया।

बड़े भाई को जानकारी मिली कि छोटा भाई मां को साथ में लेकर बैंक खाते में जमा रकम की जानकारी लेने बैंक गया था पर बैंकवालो ने कुछ नही बताया। यह जानकारी मिलते ही वह आगबबूला हो गया और उसने अपने सहयोगियों और परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर लाठी-डंडे और रॉड से बेरहमी से पिटाई कर दी।

पिटाई से गंभीर रूप से घायल सोहराब को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस मामले में प्राथमिकी के लिए घायल ने नगर थाना की पुलिस को दिए फर्दबयान में कहा है कि वह अपनी मां अनवरी बानो के साथ बड़े भाई मो. आलमगीर के साथ एक्सिस बैंक, एमजी रोड के ज्वाइंट खाता में जमा राशि की जानकारी लेने गया था लेकिन बैंक कर्मचारियों ने इसकी जानकारी नहीं दी। इसके बाद नगर थाना जाकर इसकी शिकायत की।

नगर थाना से घर लौटने के बाद बड़े भाई मो. आलमगीर ने गाली-गलौज करते हुए धमकी भरे लहजे मे कहा कि बहुत थाना पुलिस करता है। यह कहते हुए उसने अपने साले को कहा कि जान से मार दो।

इसके बाद मो. सगीर आलम ने अपने हाथ में लिए लोहे के रॉड से जान मारने की नियत से मेरे सर पर मारा जिससे मेरा सर फट गया और काफी खून बहने लगा। हम गंभीर रूप घायल होकर जमीन पर गिर गए। इतने में मो. अरबाज आलम, शहनाज बानो, सुरैया बानो ने मिलकर लाठी डंडा से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया।

पुलिस फर्दबयान के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एनएच-139 पर बाइक में टक्कर मारते ही धू-धूकर जल उठा ट्रक, बाइक भी जला, बाइकर घायल

औरंगाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-139 औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर औरंगाबाद के ओबरा थाना क्षेत्र में ऊब और भरुब गांव के बीच मंगलवार को 11 बजे के करीब एक ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर में बाइकर गंभीर रूप घायल हो गया जबकि ट्रक में अचानक आग लग गई। आनन-फानन में बाइकर के साथ रहे दूसरे बाइकर्स घायल युवक को इलाज के लिए दाउदनगर की ओर ले गए। बाइकर के साथी युवक को कहां ले गये और उसका कहां इलाज चल रहा है, यह पता नही चल पा रहा है।

वही आग लगते ही ट्रक धू-धूकर जलने लगा और बाइक भी दुर्घटनाग्रस्त ट्रक के पास ही होने के कारण जलने लगा। देखते ही देखते ट्रक और बाइक जलकर राख हो गया। आग लगने के बाद किसी तरह चालक ने जलती ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई और अफरा तफरी का फायदा उठाकर वह मौके से निकल भागा। इस कारण ट्रक चालक के बारे में भी कोई जानकारी नही मिल पा रही है। हालांकि स्थानीय लोगो द्वारा आग लगने की जानकारी पुलिस एवं फायर ब्रिगेड को दी। साथ ही आसपास के लोगों ने भी अपने स्तर से आग पर काबू पाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन उन्हे सफलता नहीं मिल सकी।

वही सूचना मिलने पर दमकल गाड़ी के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मेहनत- मशक्कत कर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक तक ट्रक और बाइक जलकर राख हो गया।

मौके के प्रत्यक्षदर्शी रहे अभाविप के छात्र नेता पुष्कर अग्रवाल ने बताया कि बाइक सवार ओबरा से दाउदनगर की तरफ जा रहे थे। वही ट्रक दाउदनगर से औरंगाबाद की ओर जा रहा था। इसी दौरान ट्रक और बाइक में टक्कर हुई और देखते ही देखते ट्रक में आग लग गई। आग लगने के बाद अफरा तफरी मच गयी। काफी देर तक आवागमन भी ठप रहा।

पुष्कर ने कहा कि घायल युवक और दूसरे बाइक पर रहे उसके साथी युवक कौन थे, कहां के थे, यह पता नहीं चल पाया। आग बुझाये जाने के बाद मामले में ओबरा थाना की पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

रामनवमी के दौरान हुए दंगों से आहत हुए "बनारस वाला इश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य, इन्ही के प्यार में पटना की पिंकी ने लिखी थी डिप्टी सीएम तेजस्व

औरंगाबाद : बिहार में रामनवमी के त्योहार पर राज्य के कई हिस्सों में हुए सांप्रदायिक दंगों से आहत राज्य के "बनारस वाला इश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य ने एक कविता लिखी और उसे स्वर भी दिया। 

इस कविता में सांप्रदायिक दंगों और उसके असर का दर्द छलकता है। यह मर्मस्पर्शी कविता है। कवि ने सांप्रदायिक दंगों के दर्द को बेहद भावपूर्ण अंदाज में गाया है। 

कविता में प्रेम के दर्द को भी पुट दिया और दंगों की आग में प्रेमियों के प्रेम पत्र के भी जल जाने को शब्द दिएं है। सुनिएं और पढ़िए प्रभात बांधुल्य की यह कविता-

धू-धू जर$ता शहरिया ए सजनी

  चीख -पुकार औरी शोर हो

 के ई शहरिया के अगिया लगवलस,

   के कइले एतना अनोर हो

जर$ता कुरान 

 वेद पुराण

रवि के मकान , 

करीम के दुकान

ओहि रे अगिया में, जरी गइले सजनी,तोहर भेजल प्रेम के डोर हो,

कइसे बचाईं तोहर पाती ए सजनी,

कइसे सुखाईं आपन लोर हो,

गौरतलब है कि इस कविता को लिखने और गाने वाले प्रभात बांधुल्य औरंगाबाद के है। यह वही लेखक है जिनकी रचना "बनारस वाला इश्क" सुपर डुपर फेमस हुई थी। साथ ही शौचालय योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार पर इनकी शॉर्ट फिल्म "फिक्स रेट भी बेहद चर्चित है। 

इस शॉर्ट फिल्म का डायलॉग -"पाखाना के लिए देना होगा दो हजार का खाना" आज भी लोगो की जुबां चढ़ा हुआ है। 

इस लेखक को पाने के लिए उसकी वन साइडेड लवर राजधानी पटना की पिंकी ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को रोजगार देने की मांग वाली चिट्ठी ऐन वैलेंटाइन वीक के आरंभ पर लिखी थी। 

उस वक्त चिट्ठी के साथ प्रभात बांधुल्य भी बेहद चर्चित हुए थे और आज भी उनकी एक पहचान वन साइडेड लवर पिंकी के बी-लवेड के रूप में है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र