सावरकर के खिलाफ निंदनीय बयान के लिए देश से माफी मांगे राहुल गांधी : नित्यानंद राय

औरंगाबाद : भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के "मैं गांधी हूं सावरकर नही" वाले बयान को बचकाना और गैर जिम्मेदार करार दिया है। श्री राय ने मंगलवार को दोपहर यहां प्रेसवार्ता में कहा कि राहुल वीर सावरकर को नही जानते है। मैं आग्रह करूंगा वें सावरकर को जाने। जिस दिन वे सावरकर को जान जाएंगे, भारत की मिट्टी और स्वतंत्रता आंदोलन को जान जाएंगे। 

श्री राय ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई और गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी भारत माता को मुक्त कराने में उनका कितना बड़ा योगदान रहा है, यह उन्हे जानना चाहिए लेकिन जानने-समझने के बजाय राहुल गांधी बार-बार सावरकर और उनके जैसे कई महापुरूषों का अपमान कर रहे है। यह देश का अपमान है। इसके लिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ के गठबंधन के लोगों को भी यह सोंचना चाहिए कि राहुल किस तरह की बचकानी हरकत कर रहे है। यह हरकत उन्हे कही का नही छोड़ेगी और जनता भी उन्हे इसका माकूल जवाब देगी। 

श्री राय ने मानहानि के मामले में सदस्यता जाने को लेकर राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर लगाये जा रहे आरोप पर कहा कि इससे भाजपा का कुछ भी लेना देना नही है। कानून ने अपना काम किया है। इस कारण उनकी संसद की सदस्यता गयी है। पहली बार कई लोगो की संसद और विधानसभा की सदस्यता गई है। राहुल ने कानून तोड़ा था, इस कारण उनकी सदस्यता गई है। राहुल गांधी और कांग्रेस अहंकार में कानून तोड़ते रहे है। कानून तोड़ने यानी मोदी सरनेम को अपमानित करने के कारण ही उन्हे कानून ने सजा दी है। वें भाजपा को बेवजह बदनाम कर रहे है। 

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने आगामी 2 अप्रैल को सासाराम में पार्टी द्वारा आयोजित सम्राट अशोक जयंती समारोह में भी औरंगाबाद से व्यापक भागीदारी की अपील की। कहा कि जयंती समारोह में हमारी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आ रहे है। इस कार्यक्रम में बड़ी भागीदारी के रूप में औरंगाबाद की ताकत दिखनी चाहिए। 

उन्होने बिहार विधान परिषद की गया स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के हो रहे चुनाव की भी चर्चा की। दोनो सीट के लिए पार्टी के दोनों उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने पर चर्चा की। उनके लिए वोट की भी अपील की। 

प्रेसवार्ता में विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णबल्लभ प्रसाद सिंह उर्फ बबुआ जी, पुरुषोतम कुमार सिंह, संजय मेहता, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनील सिंह, रेडक्रास के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह, जिला महामंत्री मुकेश कुमार सिंह, ओबरा मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार उर्फ पप्पू अग्रवाल, संजय गुप्ता एवं अभाविप नेता दीपक कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

झारखंड व विश्व कल्याण के इरादे से 1300 किमी. की लंबी पदयात्रा पर जमशेदपुर के शिवम्, रामनवमी पर काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन से पूरी होगी यात्रा

औरंगाबाद()। सफर है लम्बा, मंजिल है दूर पर इरादे है बुलंद। आंधी में भी चिराग जलाने जैसे बुलंद। इरादा भी खास पैदल चलकर ऐन रामनवमी के दिन काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने का। बीच में लीलाधर कृष्ण की भी पूजा करने का। 

उदेश्य भी बड़ा पवित्र निज कल्याण नही बल्कि झारखंड और देश की उन्नति तथा कल्याण। इसी इरादे और उदेश्य को लेकर झारखंड के टाटानगर यानी जमशेदपुर के गोल पहाड़ी के युवा शिवम् पटेल चल पड़े है। एक राज्य यानी अपने गृह राज्य झारखंड को पैदल चलते हुए पार कर चुके है। बिहार में प्रवेश कर गये है। गया जिला पार कर औरंगाबाद आ गये है।

 दोपहर बाद औरंगाबाद में एनएच-19 पर भेड़िया गांव के पास पीठ पर लादे बैग पर अपने इरादों का पंपलेट चिपकाएं और हाथों में तिरंगा लेकर पैदल चल रहे इस शख्सियत से मुलाकात हो गयी। मुलाकात हुई तो बाते हुई। अपने इरादे बताएं। कहा कि 15 मार्च से यात्रा शुरू की है।

 जेब में मात्र तीन हजार रूपये लेकर चले है। एक राज्य पार कर गये है। दूसरे राज्य बिहार में एक जिला गया पार कर चुके है। दोपहर बाद औरंगाबाद में है। देर शाम तक औरंगाबाद पार कर रोहतास जिले में प्रवेश कर जाएंगे। वही कही विश्राम करेंगे। 

कहा कि जेब में तीन हजार है लेकिन अबतक एक चवन्नी भी खर्च नही हुआ है। रास्ते में लोग मिल रहे है। उनके इरादे को जानने पर उन्हे भोजन भी करा रहे है। रात्रि विश्राम का भी प्रबंध कर दे रहे है। इसी तरह उनकी यह पदयात्रा चल रही है।

 उनकी पदयात्रा रामनवमी के दिन काशी विश्वनाथ की पूजा अर्चना कर समाप्त होगी। इसके पहले वृंदावन जाएंगे। तब काशी आएंगे। उनकी यह पदयात्रा करीब 1300 किमी. की है। यात्रा का उदेश्य विश्व कल्याण एवं झारखंड का कल्याण है। 

इसी उदेश्य को लेकर प्रभु की कृपा से वें इस यात्रा पर है। यात्रा निर्बाध चल रही है। अबतक कही से कोई परेशानी सामने नही आई है।

औरंगाबाद के प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज मिश्रा ने एक आदेश जारी करते हुए यह कहा

आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज मिश्रा ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है 

कि पटना हाईकोर्ट के निर्देशानुसार इस साल से कोर्ट मोर्निग नहीं होगा सालों भर कोर्ट सुबह 10 बजे से 5 बजे तक चलेगा,

 पेनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि हर साल अप्रैल से जून तक कोर्ट मोर्निग रहता था जो सुबह 6:30 से शुरू होकर

12:30 तक चलती थी जिसे इस साल से समाप्त कर दिया गया है पहली बार अधिकांश न्यायधीशों,

 अधिवक्तागण, मुवक्किलों, गवाहों और जमानतदारों को लहर के दिन में चार पांच बजे तक कोर्ट करने का अनुभव प्राप्त होगा

तेज रफ्तार बाइकिंग में बुझ गया घर का इकलौता चिराग, दो किशोरों की हालत गंभीर

औरंगाबाद : जिले के देव थाना क्षेत्र में चांदपुर और केशव मोड़ के बीच सोमवार को दोपहर बाद एक तेज रफ्तार बाइक के अनियंत्रित होकर पलट जाने से वाहन पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों में एक की बेहतर इलाज के लिए रेफर किये जाने के बाद रास्ते में ही मौत हो गयी। वही दो अन्य घायल किशोरों का देव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। दोनो की हालत खतरे से बाहर बतायी जाती है। 

मृतक की पहचान औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र के पिपरडीह गांव निवासी रविन्द्र सिंह के 19 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार के रूप में की गई है। वही घायल किशोरों में पिपरडीह निवासी मनोज सिंह का 12 वर्षीय पुत्र विपुल तथा धर्मेंद्र सिंह का 8 वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार शामिल है। दोनों का इलाज़ देव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। 

मिली जानकारी के अनुसार तीनों बाइक से देव चैती छ्ठ मेला घुमने बाइक से जा जा रहे थे। बाइक को अंकित चला रहा था। जैसे ही तेज रफ्तार में वें चांदपुर और केशव मोड़ के बीच पहुंचे, वैसे ही उनकी बाइक अचानक से अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे खड्ड में पलट गई। हादसे में तीनो गंभीर रूप से घायल हो गये। 

मौके पर मौजूद आसपास के लोगों ने आनन-फानन में तीनों को इलाज के लिए देव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाया गया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद अंकित की हालत नाजुक बताते हुए बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। वही घायल दोनों किशोर देव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही इलाजरत है।

हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। 

इस सड़क हादसे में पिपरडीह निवासी मनोज सिंह के घर का चिराग बुझ गया। अंकित उनका इकलौता पुत्र था। अंकित की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिपरडीह गांव में मातम पसरा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

डॉ. रविन्द्र कुमार उर्फ दानिका महाराज के नेतृत्व में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने पर कलाकरों को अंग वस्त्र देकर किया सम्मानित ।

औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने सांसद आवासीय कार्यालय सिंह कोठी पर दानिका संगीत महाविधालय के डॉ. रविन्द्र कुमार उर्फ दानिका महाराज के नेतृत्व में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने पर कलाकरों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

सांसद ने कहा कि मेरे जिले और बिहार में बहुत अच्छे अच्छे कलाकार है जो विश्व स्तर पर जाकर राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर परचम लहराया है।

मैं सभी कलाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हुँ कि और मेहनत करें और विश्व स्तर पर अपने जिले का नाम रोशन करें।कलाकारों ने पंचायत प्रखंड जिला एवं राज्य स्तर पर क्रमशः प्रथम स्थान प्राप्त किया मुजफ्फरपुर बिहार कला एवं संस्कृति विभाग बिहार सरकार के द्वारा धारवाड़ हुबली कर्नाटक में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव में पुरस्कार जीता और अपने जिले का नाम रोशन किया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे।

कलाकारों ने पूरे भारत में चौथा स्थान प्राप्त किया।सृष्टि लक्ष्मी,शिवानी सिंह,अंजली सिंह,कंचन कुमारी,प्रतिभा कुमारी,राघवेन्द्र सिंह कुंदन सिंह,धनंजय कुमार,जयपाल कुमार,पवन कुमार इत्यादि कलाकारों ने राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया।

जब 25 लोगो को मिले उनके गुम हुए मोबाइल तो फिर हुआ क्या, जानिए

औरंगाबाद : इन लोगो के स्मार्ट फोन यानी मोबाइल गुम हो गये थे। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराकर ये लोग चुप हो गये थे। इन्हे सपने में भी यह उम्मीद नही थी कि उन्हे उनके चोरी गये या गुम हो गये मोबाइल कभी मिलेंगे भी।

लेकिन जब इन्हे पुलिस महकमे से यह इतला दी गयी कि उनके मोबाइल मिल गये है और स्वामित्व का प्रमाण लेकर पुलिस ऑफिस में मौजूद हो तो उनकी आंखों में उम्मीद की किरणें जवां हो गयी। ये लोग मोबाइल के स्वामित्व के कागजात लेकर सोमवार को औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। 

कार्यालय में गुम हुए मोबाइल के स्वामित्व का कागजात जमा किया। अपने आइडी प्रूफ जमा किए। एक-एक कर सबके कागजातों को वेरिफाई किया गया। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुल 25 लोगो को उनके गुम हुए मोबाइल दिए गये। खुद पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने अपने हाथों से उन्हे उनके गुम हुए मोबाइल प्रदान किए। 

हाथों में अपना गुम हुआ मोबाइल पाते ही उनका चेहरा देखने लायक था। सबके चेहरों पर अजीब सी खुशी थी। सभी ने खुशी में पुलिस को थैंक्यू कहा क्योकि उन्हे उनका गुम हुआ वह मोबाइल जो मिल गया था, जिसके मिलने की उम्मीद उन्होने छोड़ दी थी। 

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि औरंगाबाद जिले में मोबाइल फोन की गुमशुदगी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गयी थी। टीम ने सभी थाना एवं ओपी में दर्ज मोबाइल गुम होने की घटनाओं की जानकारी एकत्रित की। मामलो का वैज्ञानिक एवं तकनीकी अनुसंधान किया। इसके जरिए मोबाइल का वर्त्तमान लोकेशन ट्रैक किया। फिर छापेमारी की। 

छापेमारी में मार्च 2023 में कुल 25 मोबाइल बरामद किए गए। इसके बाद जांच के क्रम में बरामद मोबाइल के वास्तविक धारक को सूचित किया गया। स्वामित्व सत्यापन के बाद सोमवार को वास्तविक धारकों को वैध कागजात के आधार पर उनके मोबाइल सुपुर्द किए गये। 

कहा कि आगे और भी तलाश जारी रहेगा। इस कार्य से जनता का औरंगाबाद पुलिस के प्रति विश्वास उत्पन्न होगा। विशेष टीम में जिला आसूचना इकाई के पुलिस अवर निरीक्षक सुशील कुमार शर्मा, सभी पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष, सभी थानाध्यक्ष, ओपी प्रभारी एवं जिला आसूचना इकाई के सभी सदस्य शामिल रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

चैती छ्ठ पर इस जगह 24 घंटे लगातार किया जा रहा सूर्य को अर्ध्य अर्पण, जाने-कहां?

औरंगाबाद : यह स्थल विश्व प्रसिद्ध है। यह बिहार के औरंगाबाद की "देव" नगरी है। साक्षात यानी प्रत्यक्ष देव सूर्यदेव यहां स्थित अति प्राचीन त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में तीन रूपों में विराजमान है। ये तीन रूप मध्याचल, अस्ताचल और उदयाचल है। 

इन तीन रूपों में यहां सूर्यदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश के रूप में विराजमान है। यह स्थल ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और पौराणिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है। यहां का सूर्य मंदिर दुनियां का ऐसा इकलौता सूर्य मंदिर है जिसका मुख्य द्वार पूर्व की न होकर पश्चिम की ओर है जबकि आम तौर पर कही भी सूर्य मंदिर का मुख पूरब की ओर होता है। 

यह मंदिर शिल्प, स्थापत्य और वास्तु कला के दृष्टिकोण से अत्यंत भव्य मंदिर है।इसका शिल्प ओडिसा के पुरी के जगन्नाथ मंदिर से मिलता जुलता है। 

कहा जाता है कि इतना अद्भुत मंदिर कोई साधारण शिल्पी बना ही नही सकता है। इसी वजह से किवंदति है कि इस मंदिर का निर्माण देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा ने स्वयं अपने हाथों से किया है। 

देवशिल्पी ने इस इलाके में एक ही रात में तीन मंदिर बनाएं। इनमें पहला देव का सूर्य मंदिर, दूसरा उमगा का सूर्य मंदिर और तीसरा देवकुंड का बाबा दुधेश्वरनाथ महादेव मंदिर है। 

कहा जाता है कि निर्माण के वक्त प्रातः बेला आ जाने के कारण दुधेश्वरनाथ मंदिर अधूरा रह गया, जो आज भी अपने अधूरे रूप में ही विद्यमान है। 

यह भी किवंदति है कि श्वेत कुष्ठ से पीड़ित राजा ऐल एक बार आखेट करने देव के वन प्रांतर में आएं। इस दौरान उन्हे बेहद जोर की प्यास लगी। प्यास से विह्वल राजा ने पास में ही एक गड्ढ़े में भरे जल को अंजुरी से पियां। जल ग्रहण करने के बाद राजा यह देख आश्चर्यचकित रह गये कि अंजुरी में पानी भर कर पीने के दौरान जल का जहां तक उनके हाथों से स्पर्श हुआ, वहां का श्वेत कुष्ठ दूर हो गया। यह आश्चर्यजनक परिवर्तन देख राजा उसी गड्ढ़े में लोटपोट हो गये और गड्ढे के जल के प्रभाव से उनका श्वेत कुष्ठ पूरी तरह ठीक हो गया। 

इसके बाद राजा ने वन प्रांतर में ही रात्रि विश्राम करने का निश्चय किया। रात्रि विश्राम के दौरान ही राजा को यह स्वप्न आया कि पास में ही सूर्यदेव की प्रतिमा दबी पड़ी है। उन्हे निकालकर मंदिर का निर्माण कराओ। 

स्वपन के अनुसार ही खुदाई कराने पर वहां तीन मूर्तियां मिली और राजा ने मंदिर बनवाकर उन्हे यहां स्थापित किया। वही मंदिर यहां त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर और वही गड्ढ़ा आज यहां सूर्यकंड के रूप में विद्यमान है। 

मंदिर के निर्माण के बाद यहां की ख्याति दूर दूर तक फैली और लोग छ्ठ व्रत करने यहां आने लगे। आज भी यहां चैत्र और कार्तिक माह में लोग छठ व्रत करने यहां आते है। 

एक खास बात यह भी है कि यहां माना जाता है कि देव में कभी भी सूर्यदेव अस्त नही होते। इसी वजह से यहां दूरदराज से आएं श्रद्धालु व छठव्रती पहला अर्ध्य देने के बाद लगे हाथ दूसरा अर्ध्य देकर लगे हाथ वापस लौट जाते है। यह सिलसिला प्रथम दिन के अर्ध्य से लेकर दूसरे दिन के अर्ध्य तक चौबीसों घंटे चला करता है। 

इस बार के चैती छ्ठ पर भी यहां करीब पांच लाख श्रद्धालु और छठ व्रती छ्ठ करने आये है और वें सूर्यकुंड में लगातार अर्ध्य अर्पित कर भगवान भाष्कर की पूजा अर्चना कर रहे है। 

देव में सूर्यदेव को अर्ध्य देने और दर्शन पूजन का तांता लगा हुआ है। कहा जाता है कि सूर्यदेव यहां आनेवाले भक्तों की सभी मनोवांछित मनोकामनाओं को तो पूरा करते ही है। साथ ही छ्ठ व्रत के दौरान यहां श्रद्धालुओं को साक्षात सूर्यदेव की उपस्थिति की आंतरिक रूप से रोमांचक अनुभूति होती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*आंधी-पानी के कारण हुआ बड़ा हादसा : कई छठव्रतियों के उखड़े टेंट-पंडाल, खरना के दौरान गर्म खीर में गिरा एक मासूम

औरंगाबाद : बीते रविवार की रात भगवान भास्कर की नगरी देव में लोक आस्था एवं लोक उपासना के महापर्व के दूसरे दिन खरना का प्रसाद बनाने के दौरान आई तेज आंधी और पानी के कारण पूरा देव परिसर अस्त व्यस्त हो गया और लोग सिर छुपाने के लिए सुरक्षित छत की तलाश में इधर उधर भागने लगे। आंधी और बारिश के कारण बिजली भी गुल हो गई और अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।

इसी दौरान यहां खरना का प्रसाद बना रही एक महिला का बच्चा भागने के दौरान गर्म प्रसाद में गिर पड़ा। जिसके कारण उसका पैर बुरी तरह से झुलस गया। जिसे आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देव लाया गया। जहां चिकित्सकों के द्वारा उसका उपचार किया गया। प्रसाद में गिरकर झुलसे बच्चे की पहचान अरवल जिला के करपी थाना क्षेत्र के आषाढ़ी गांव निवासी अशोक यादव के पुत्र सुबोध कुमार के रूप में की गई है।

बच्चे की मां गुड़िया देवी ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ देव में छठ करने पहुंची थी। खरना का प्रसाद बनाने के दौरान आई आंधी पानी से अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया और इसी दौरान सुबोध इधर उधर बचने के लिए भागने लगा और गर्म प्रसाद में गिर पड़ा जिससे उसका पैर बुरी तरह झुलस गया।

वही आंधी पानी के कारण देव मेला परिसर अस्त व्यस्त हो गया। देव के विभिन्न जगहों पर दूर दूर से आए छठ व्रतियों द्वारा सड़कों के किनारे एवं खेतो में लगाए गए कई टेंट पंडाल उखड़ गए। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़। मेला परिसर में फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले फुटपाथी दुकानदारों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आंधी पानी के कारण बिजली भी गुल हो गई और काफी देर तक अंधेरा कायम रहा।हालांकि बारिश के बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी जगहों पर लगाए गए जेनरेटर को स्टार्ट कर लाखों छठव्रतियों को राहत दी गई।

इस दौरान जिला प्रशासन की पूरी टीम मुस्तैदी से लगी रही और उखड़ गए टेंट पंडाल को व्यवस्थित करने के कार्य में जुट गई और काफी मशक्कत के बाद छठव्रतियों को आवासन की व्यवस्था मुहैया कराई गई।प्रकृति के इस प्रकोप से लोग काफी देर तक हलकान रहें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

चैती छठ को लेकर आईजी, डीएम और एसपी ने देव मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण, दिए कई जरुरी निर्देश

औरंगाबाद : आज 27 मार्च को आईजी मगध रेंज, छत्रनील सिंह, जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम द्वारा चैती छठ पूजा के मद्देनजर देव मेला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया। 

पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस दौरान देव सूर्य मंदिर, सूर्य कुंड एवं रूद्र कुंड घाट, नियंत्रण कक्ष एवं सूर्य मंदिर से लेकर छठ घाट के सभी मार्गों का निरीक्षण किया गया एवं संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिया गया।

मौके पर सहायक समाहर्ता शुभम कुमार, एएसपी अभियान मुकेश कुमार, एसडीपीओ स्वीटी सहरावत, डीएसपी मुख्यालय नभ वैभव एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

बता दें बीते रविवार को खरना प्रसाद ग्रहण करने के बाद छठ महापर्व का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हुआ। वही आज सोमवार को छठ महापर्व के तीसरे दिन छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य और मंगलवार को उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देंगे। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी की पिटाई की घटना की राजद ने की घोर निंदा, सांसद पर लगाया आरोप

औरंगाबाद : राष्ट्रीय जनता दल के जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने शनिवार को सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी संजय कुमार की हुई पिटाई की घोर निन्दा की है और इस पिटाई का आरोप सांसद सुशील कुमार सिंह पर मढ़ दिया है। 

आज रविवार को जारी एक प्रेस बयान में जिला प्रेकता ने बताया कि कल दिनांक 25 मार्च 2023 को औरंगाबाद सदर अस्पताल में सड़क दुर्घटना में हुई। पिता-पुत्र की मौत के बाद स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह के द्वारा अस्पताल का दौरा किया गया। इस दौरान उनके आक्रोशित भाषण के बाद उनके समर्थकों द्वारा स्वास्थ्य कर्मी की बुरी तरह पिटाई की गई जो काफी निंदनीय है।

प्रवक्ता ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि दो घायलों में एक की मौत घटनास्थल पर और एक की मौत अस्पताल में इलाज के क्रम में हो गया जो गंभीर रूप से घायल था और बेहोश भी था। मौत के बाद ओडी स्लिप सदर अस्पताल से नगर थाना भेजा गया था। क्योंकि अंतः परीक्षण रिपोर्ट के उपरांत ही मृतक का पोस्टमार्टम होता है। नगर थाने से पुलिस पदाधिकारी को आने में विलंब होने के कारण अस्पताल कर्मी के द्वारा पोस्टमार्टम में विलंब होने लगा।

उसके बाद स्थानीय सांसद ने उपस्थित लोगों को बीच अस्पताल व्यवस्था के खिलाफ लोगों को आक्रोशित करने का काम किया। तदोपरांत उपस्थित लोगों ने अस्पताल कर्मी की बुरी तरह से पिटाई कर दी। जिससे स्पष्ट होता है माननीय सांसद सरकार को बदनाम करने के नियत से सदर अस्पताल में उपद्रव करवा कर स्वास्थ्य कर्मी की पिटाई करवाई जो बिल्कुल गलत और अनुचित है।

राष्ट्रीय जनता दल मृतक के परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करती है और स्थानीय सांसद के इस घटिया हरकत की निंदा करती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में स्थानीय सांसद ने अपनी हार स्वीकार कर लिया है जिसके कारण सरकार को बदनाम करने के नियत से इस तरह की हरकत कर अस्पताल कर्मी की पिटाई करवाई। उन्होंने कहा कि जिस स्वास्थ्य कर्मी की पिटाई बुरी तरह से की गई वह कोई बाहर का नहीं था। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम होगी।

राष्ट्रीय जनता दल के जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव राजद के आलावे राजद प्रदेश सचिव इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष सुरेश मेहता, जिला पार्षद शंकर कुमार यादवेंदु, शशि भूषण शर्मा, अनिल यादव, सुरेंद्र कुमार, यूसुफ आजाद अंसारी, संजय यादव, अमरेंद्र कुशवाहा, मनीष कुशवाहा, राजीव कुमार सिंह, विकास यादव, सुशील कुमार, सुरेंद्र यादव, अशोक यादव, इंदल यादव, मनोरमा पासवान, उषा रंजन, डॉ संजय यादव, रविंद्र कुमार आदि ने इस घटना की तीव्र निंदा की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र