बिहटा के अपह्त छात्र तुषार हत्याकांड को लेकर विधानसभा में हुआ बवाल, विपक्ष ने सरकार से मांगा जवाब

डेस्क : पटना के बिहटा में अपह्त छात्र के हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है। इधर मामले को लेकर आज बिहार विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बिहटा के अपहृत छात्र तुषार हत्याकांड का सवाल उठाया।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में फिर से अपहरण उद्योग शुरू हो गया है। पैसे के लिए छात्र का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। वहीं बिल्डर से 2 करोड़ की रंगदारी की मांग की गई है। इस पर सरकार जवाब दे। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने ओला वृष्टि से फसल के नुकसान का सवाल उठाया। 

इस पर स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि आपने सदन को जानकारी दे दी। आप आसन पर बैठिए। 

स्पीकर अवध बिहारी चौधरी की बात को अनुसनी करते हुए विपक्ष हंगामा करने लगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह गंभीर मसला है। सरकार इस पर जवाब दे। स्पीकर ने जब मांग को खारिज कर दिया तो विपक्ष वेल में पहुंच गया। भाजपा विधायक वेल में पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ने हंगामे के बीच प्रश्ननकाल को शुरू कराया। थोड़ी देर के बाद भाजपा सदस्य शांत हुए और अपनी सीट पर लौट गए।

बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था का अजब-गजब कारनामा, इस यूनिवर्सिटी ने बिना परीक्षा दिए ही दे दी डिग्री

डेस्क: बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। राज्य की व्यवस्था को लेकर अकसर सवाल उठते ही रहते हैं। ताजा मामला बिहार के मधेपुरा से सामने आ रहा है। यहां बी.एन.मंडल यूनिवर्सिटी में एक अजब-गजब कारनामा कर डाला। जानकारी दे दें कि यहां एक छात्रा को बिना परीक्षा दिए ही डिग्री मिल गई। ये सुनकर आप भी चौंक गए होंगे, लेकिन चौंकिए मत क्योंकि बीएन मंडल यूनिवर्सिटी का यह हैरतअंगेज कारनामा कोई नया नहीं है। ये यूनिवर्सिटी हमेशा अपने किसी न किसी कार्य को लेकर सुर्खियों में रहती है। एक बार फिर से बिना परीक्षा के ही डिग्री बांटने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन सुर्खियों में है।

जानें क्या है मामला

दरअसल, ये मामला यूनिवर्सिटी के पीजी मनोविज्ञान विभाग से जुड़ा हुआ है। मनोविज्ञान विभाग में अध्ययनरत छात्रा जूली कुमारी ने 2015 में अपना इरोलमेंट कराया था। सेकंड सेमेस्टर में जूली ने किन्ही कारणवश अपना नाम वापस ले लिया। इसके बावजूद फाइनल सेमेस्टर में उन्हें प्रथम श्रेणी से पास कर दिया गया और मार्कशीट भी जारी कर दी गई। जब मामला यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने आया अधिकारियों के होश उड़ गए। अब प्रशासन को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई। रिजल्ट जारी होने के बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद यूनिवर्सिटी की खूब किरकिरी हो रही है।

दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

हालांकि इस मामले में कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने अपना पक्ष रखा है। कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने इस मामले को बेहद ही गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है, जैसे ही मामला हमारे संज्ञान में आया है तुरंत इसकी जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी क्योंकि यह बीएन मंडल यूनिवर्सिटी की छवि धूमिल करने से संबंधित है। खैर मामला जो भी हो यह जांच का विषय है। लेकिन इस कारनामे के बाद बीएन मंडल विश्वविद्यालय चर्चा जोरों शोरों से हो रही है।

पटना में हांगकांग फ्लू एच3एन2 के बीच कोरोना की दस्तक, तीन मरीजों की हुई पहचान

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान होने वाली खबर है। स्वाइन फ्लू, हांगकांग फ्लू एच3एन2 से जूझ रहे पटना में एकबार फिर से कोरोना ने दस्तक दी है। पटना में शनिवार को कोरोना के तीन संक्रमितों की पहचान हुई है। लगभग 50 दिन में पहली बार पटना में तीन कोरोना संक्रमित एक साथ पाए गए। 

संक्रमितों में एक पटना, एक भोजपुर और एक रोहतास का निवासी है। भोजपुर और रोहतास का निवासी पीएमसीएच में भर्ती होकर इलाज करा रहे थे। पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुई जांच में वे दोनों संक्रमित पाए गए। दोनों का अब भी पीएमसीएच में इलाज चल रहा है।

वहीं पटना निवासी व्यक्ति मेडिवर्सल अस्पताल में इलाज करा रहा था। वहां से उसने अपनी जांच कंकड़बाग के एक निजी लैब में कराई। उसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया। संक्रमित पाये जाने के बाद इसी अस्पताल में उसका इलाज हो रहा है। संबंधित अस्पताल प्रशासन के द्वारा तीनों संक्रमितों की जानकारी शनिवार को सिविल सर्जन कार्यालय को दी गई। 

सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि तीनों की फ्लू की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि लक्षण के आधार पर सभी अस्पतालों को पहले कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। एंटीजन जांच में कोरोना निगेटिव आने पर गंभीर रूप से संक्रमित व्यक्ति की इन्फ्लूएंजा फ्लू जांच भी कराई जा रही है। इधर, पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ बीपी चौधरी ने बताया कि कोरोना को लेकर घर हो अथवा अस्पताल लोग सावधानी जरूर बरतें।

जम्मू कश्मीर में फर्जी अधिकारी के गिरफ्तारी पर शुरु हुई सियासत, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केन्द्र सरकार पर लगया यह बड़ा आरोप

डेस्क : जम्मू-कश्मीर में पीएम कार्यालय का एक फर्जी अधिकारी पकड़ा गया है। बड़ी बात यह है कि उक्त व्यक्ति को सरकार की ओर से सारी सुरक्षा मुहैया कराई गई थी और वह एलओसी तक पहुंच गया था। इधर इस मामले को लेकर जदयू ने केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। 

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार में फर्जी लोग जगह-जगह फैले हुए हैं और फर्जीवाड़े की अपनी दुकान चला रहे हैं। कहा कि यह बेहद हास्यास्पद बात है कि एक आदमी जम्मू कश्मीर जाकर पांच सितारा होटल में ठहरकर उप राज्यपाल के साथ घूमा, खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताया और केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पता ही नहीं चला। 

उन्होंने सवाल किया कि आखिर किसने उस आदमी को जेड सुरक्षा मुहैया कराई? किसने उसके लिए पांच सितारा होटल में रहने की व्यवस्था और बुलेट प्रूफ कार उपलब्ध कराया? कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब अब तक नहीं मिले और भविष्य में भी मिलने के आसार नहीं हैं। 

ललन सिंह ने कहा कि देश में रेबड़ी की तरह सुरक्षा बांटे जा रहे हैं। कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि निजी सुरक्षा बांटने से वोट नहीं मिलते, जनहितैषी कार्यों को करने से मिलते हैं। मांग की कि किरण पटेल जैसे फर्जी लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाने की जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल व्यक्ति पर कड़ी-से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

*बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने लालू परिवार के खिलाफ ईडी और सीबीआई की कार्रवाई को बताया सही, डिप्टी सीएम तेजस्वी से इन 12 सवालों का मांगा ज

डेस्क : पिछले कुछ दिनों से जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले को लेकर ईडी और सीबीआई द्वारा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के उपर कार्रवाई तेज कर दी गई है। राजद और लालू परिवार इसे केन्द्र सरकार के इसारे पर बदले की भावना से कार्रवाई किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है। 

इधर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी के राज्य सबा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इसे पूरी तरह निराधार बताया है। सुशील मोदी ने कहा है कि ईडी और सीबीआई बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई हो रही है। महागठबंधन सरकार बनने के पहले ही उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर मुकदमा हुआ था।

दावा किया कि वर्ष 2008 में शरद यादव, ललन सिंह व मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को जो सबूत दिए थे, उसी आधार पर लालू परिवार के खिलाफ जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। 

बीते शनिवार को सुशील मोदी ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव से एके इंफो कंपनी को लेकर 12 सवाल भी पूछे। 

कहा कि इस कंपनी के पूर्व निदेशक अमित कात्याल ने क्यों लालू प्रसाद के बेटे-बेटियों को अपनी कंपनी का डायरेक्टर बनाया? क्यों कात्याल परिवार ने एक लाख में अपने सारे शेयर लालू परिवार को दे दिए? 

क्यों अमित कात्याल ने 45 लाख का कर्ज दिया जो आज तक वापस नहीं हुआ? क्यों इस कंपनी ने 1.89 करोड़ के अनेक भूखंड खरीदे? क्यों इस कंपनी ने अपने स्थापना काल से आज तक कोई व्यवसाय नहीं किया? आरोप लगाया कि इस कंपनी का इस्तेमाल रेलवे नौकरी के लाभार्थी की जमीन लिखवाने में किया गया? 

लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान ही अधिकांश जमीन खरीदी गई? क्यों इस कंपनी ने अपने स्थापना काल से आज तक कोई व्यवसाय नहीं किया ?

कोई टर्न ओवर नहीं किया केवल जमीन खरीदने का काम किया। कैसे तेजस्वी यादव मात्र 15 हजार खर्च कर करोड़ों की संपति के मालिक बन गए ? तेजस्वी यादव, चंदा यादव, तेज प्रताप लंबे समय तक इस कंपनी के डायरेक्टर भी थे ?

क्या कारण है कि लालू के रेल मंत्री के दौरान ही अधिकांश जमीन खरीदी गई ?

मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह, प्रेस पैनलिस्ट विनोद शर्मा, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, अशोक भट्ट, राजेश कुमार झा उपस्थित थे।

*राजधानी पटना में देर रात आई आंधी-पानी से लुढका पारा, आज प्रदेश के इन जिलों में हो सकता है भारी बारिश*


डेस्क : राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया है। बीते शनिवार की देर रात पटना के कुछ जगहों पर झमाझम तो कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी भी हुई। जिससे पारा लुढ़क गया। 

उधर, बारिश से पहले आंधी से कई जगह पेड़ उखड़ गए। बिजली के तार तहस-नहस हो गए। कई कच्चे घरों के छप्पर उड़ गए। आंधी से बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। बुद्ध मार्ग, राजेंद्रनगर, कदमकुआं, नाला रोड समेत कई इलाके अधेरे में डूब गए। लोग परेशान रहे। बारिश के कारण कई इलाकों में सड़कों पर पानी जम गया।

इससे पहले मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने प्रदेश में आंधी-पानी का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने आज रविवार को राज्य के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि आज रविवार को पूर्णिया, अररिया, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, कटिहार और शिवहर में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान राज्य में एक-दो जगहों पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा का प्रवाह भी बना रह सकता है। मौसम विभाग ने राज्य में एक-दो जगहों पर गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 

वहीं सोमवार को सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, शिवहर और मधुबनी जिले में एक-दो जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं आज रविवार की शाम औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास जिलों के लिए गरज के साथ बारिश और आंधी की तात्कालिक चेतावनी है। औरंगाबाद और सीवान में शाम साढ़े छह बजे मेघ गर्जन और वज्रपात का तात्कालिक ऑरेंज अलर्ट है। चक्रवातीय परिसंचरण के बने क्षेत्र से एक ट्रफ लाइन बिहार के कुछ हिस्सों से होकर गुजर रही है। इससे आंधी-पानी व ओलावृष्टि के आसार हैं।

विधान सभा में आज विपक्ष ने फिर किया जमकर हंगामा, मंत्री इसराइल मंसूरी को हटाने की मांग को लेकर बेल मे दिया धरना

डेस्क : बिहार मे बढ़ते अपराध के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को लगातार घेर रही हैं। आज एक बार फिर से सदन शुरू होते ही बीजेपी के तरफ से नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए हत्या के बाद परिवार के लोगों के थाने में जाकर मंत्री इसराइल मंसूरी के खिलाफ FIR करने गए। जिस पर पुलिस कोई कार्यवाई नहीं की यह मामला सदन में उठा तो मुख्यमंत्री ने खुद पुरे मामले को देखने की बात कर मामले को जाँच की बात कही थी लेकिन अब तक सरकार का जवाब नहीं आया।

बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल की शुरूआत जैसे ही हुई, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने मंत्री इसराईल मंसूरी पर लगे हत्या के आरोप पर सवाल खड़े किए। विजय सिन्हा ने कहा कि पिछले महीने कांटी में युवक की हत्या हुई थी। उस मामले में परिजनों ने मंत्री को संलिप्त बताया था, पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हमलोगों ने जब सदन में सवाल उठाया तो मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया था। साथ हीं उन्होंने कागजात की मांग की थी। नीतीश कुमार ने सदन को आश्वस्त किया था कि वे इस मामले की जांच करायेंगे। कई दिन बीत गए आखिर जांच का क्या हुआ ? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में जानकारी दें। 

बीजेपी सदन शुरू होते ही इस मामले पर सरकार से जवाब मांग रही थी। सरकार से उचित जबाब नहीं मिलने से नाराज बीजेपी विधायकों ने सदन से वाक आउट कर गए। जिस के बाद स्पीकर ने कहा आसान से कहा की संसदीय कार्य मंत्री पुरे मामले को देख कर जवाब दे देंगे। लेकिन बीजेपी वाक आउट कर गई।

बिहार के सीतामढ़ी के सोनबरसा में इंडो-नेपाल बॉर्डर पार करने के दौरान बिना वैध कागजात के पकड़ाई चीनी महिला, 3 नेपाली भी धराए, पुलिस कर रही जांच

सीतामढ़ी के सोनबरसा में इंडो-नेपाल बॉर्डर पार करने के दौरान एसएसबी 51वीं बटालियन ने बुधवार शाम हनुमान मंदिर चेक पोस्ट पर वाहन जांच के दौरान चीनी महिला को पकड़ लिया। जांच के दौरान महिला ने भारत आने का कोई वैध कागजात नहीं दिखाया। इसके बाद एसएसबी के सहायक कमांडेंट रणजीत कुमार के लिखित आवेदन के साथ सोनबरसा थाने को सौंप दिया। 

चीनी महिला के साथ 3 नेपाली भी धराए

चीनी महिला के साथ तीन नेपाली व एक भारतीय को भी रोका गया है। सभी महिला के साथ गाड़ी में थे। नेपाली नागरिकों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। हिरासत में ली गई महिला येंकी (44) तिब्बत (चीन) के टिकेवांन लशासिटी निवासी वंग थुंग की पुत्री है। उसके साथ नेपाल सर्लाही जिला लालबन्दी निवासी विश्वकुमार की पत्नी संजुलमा (54), विश्वकुमार कि पत्नी कमला लामा, सर्लाही जिले के ग्राम नरायणपुर खोला निवासी भदुरा लामा के 63 वर्षीय पुत्र विश्व कुमार व पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन निवासी जहूर मिया के 37 वर्षीय पुत्र सलाउद्दीन भी थे।

बोधगया में कालचक्र पूजा में शामिल होने गई थी तिब्बती महिला

पूछताछ के दौरान विदेशी महिला न हिन्दी और न ही नेपाली में बोल पा रही थी। साथियों के सहयोग से पूछताछ में तिब्बती महिला ने बताया कि वह बोधगया में आयोजित कालचक्र पूजा में शामिल होने के लिए भारत पहुंची थी। पूजा के बाद वह नेपाल के रास्ते तिब्बत लौटने वाली थी। पूछताछ में पता चला कि महिला के पास भारत में प्रवेश करने के लिए दस्तावेज नहीं है। हालांकि, उसके पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है।

2017 और 2018 की कालचक्र पूजा में हो चुकी है शामिल

पूछताछ में बताया गया कि बिना वैध कागजात के उक्त तिब्बती महिला वर्ष 2017 व 2018 में बोधगया में आयोजित कालचक्र पूजा में शामिल होकर नेपाल के रास्ते चीन लौटी थी। इससे सुरक्षा एजेंसियों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। ज्ञात हो कि जिले से सटी नेपाल सीमा पर हाल के दिनों में चीनी नागरिकों को संदिग्ध परिस्थिति में गिरफ्तार किया गया था।

लगातार चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया विभाग के कान खड़े हो चुके हैं। सीतामढ़ी के डीएसपी मुख्यालय-1 रामकृष्ण ने बताया कि चीनी महिला येंकी से पुलिस पूछताछ की जा रही है। भारतीय सीमा में प्रवेश करने को लेकर उसके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं थे। उसके आने-जाने सहित अन्य बातों का सत्यापन किया जा रहा है।

राजधानी पटनावासी हो जाए सावधान, 2 और एच3 एन2 (हांगकांग फ्लू) संक्रमित की हुई पहचान

डेस्क : राजधानी पटनावासियों को लिए सावधान हो जाने वाली खबर है। राजधानी पटना में एच3 एन2 (हांगकांग फ्लू) ने दस्तक दे दिया है। पटना का चार साल का एक बच्चा हांगकांग फ्लू से पीड़ित मिला है। सिविल सर्जन ने इसकी पुष्टि की है। अबतक दो लोगों एच3एन2 वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। दोनों ही बच्चे हैं। दो नए मामले सामने आने के बाद पटना में स्वाइन फ्लू के अब तक कुल चार मामले मिल चुके हैं। 14 और संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई में पहुंचा है।

सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि बुधवार को भेजे गए दोनों संदिग्ध सैंपल एच1एन1 इन्फ्लूएंजा वायरस (स्वाइन फ्लू) से ग्रसित पाए गए। इनमें से एक संपतचक के गोपालपुर का निवासी 34 साल का युवक है, जबकि दूसरा सब्जीबाग का है। उन्होंने बताया कि पटना में अब तक स्वाइन फ्लू के चार और एच3एन2 के दो मामले मिल चुके हैं। इस बारे में सतर्कता बरती जा रही है।

सर्दी, खांसी जैसे लक्षण पर हो जाएं सतर्क

प्रोटोकॉल में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों की चर्चा की गई है। इनमें अचानक बुखार, सर्दी, सूखी खांसी, सिर में दर्द, गले में सूखापन और दर्द, नाक से पानी और नाक का बंद होना शामिल है। इसके साथ ही पेट में दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना और नाक से खून आना भी इसके गंभीर लक्षणों में शामिल हैं। ऐसा लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।

राजधानी पटनावासी हो जाए सावधान, 2 और एच3 एन2 (हांगकांग फ्लू) संक्रमित की हुई पहचान

डेस्क : राजधानी पटनावासियों को लिए सावधान हो जाने वाली खबर है। राजधानी पटना में एच3 एन2 (हांगकांग फ्लू) ने दस्तक दे दिया है। पटना का चार साल का एक बच्चा हांगकांग फ्लू से पीड़ित मिला है। सिविल सर्जन ने इसकी पुष्टि की है। अबतक दो लोगों एच3एन2 वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। दोनों ही बच्चे हैं। दो नए मामले सामने आने के बाद पटना में स्वाइन फ्लू के अब तक कुल चार मामले मिल चुके हैं। 14 और संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई में पहुंचा है।

सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि बुधवार को भेजे गए दोनों संदिग्ध सैंपल एच1एन1 इन्फ्लूएंजा वायरस (स्वाइन फ्लू) से ग्रसित पाए गए। इनमें से एक संपतचक के गोपालपुर का निवासी 34 साल का युवक है, जबकि दूसरा सब्जीबाग का है। उन्होंने बताया कि पटना में अब तक स्वाइन फ्लू के चार और एच3एन2 के दो मामले मिल चुके हैं। इस बारे में सतर्कता बरती जा रही है।

सर्दी, खांसी जैसे लक्षण पर हो जाएं सतर्क

प्रोटोकॉल में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों की चर्चा की गई है। इनमें अचानक बुखार, सर्दी, सूखी खांसी, सिर में दर्द, गले में सूखापन और दर्द, नाक से पानी और नाक का बंद होना शामिल है। इसके साथ ही पेट में दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना और नाक से खून आना भी इसके गंभीर लक्षणों में शामिल हैं। ऐसा लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।