बेतिया के पूर्व सांसद स्वर्गीय मदन प्रसाद जयसवाल की 14वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन
बेतिया : आज दिनांक 20 फरवरी 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में बेतिया पश्चिम चंपारण के पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉ मदन प्रसाद जयसवाल की 14वी पुण्यतिथि पर एक सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ अमित कुमार लोहिया, डॉ शाहनवाज अली ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 14 वर्ष पूर्व 20 फरवरी 2009 को बेतिया के पूर्व सांसद डॉ मदन प्रसाद जयसवाल का निधन हुआ था। उनका सारा जीवन क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित रहा।
स्मरण रहे के 90 के दशक में अमेरिकी कंपनी द्वारा चंपारण के बासमती को पैटर्न कराए जाने के विरोध में सड़क से संसद तक तत्कालीन सांसद बाल्मीकि नगर स्वर्गीय महेंद्र बेठा, स्वर्गीय मदन जयसवाल एवं जार्ज फर्नांडीस ने संसद में डंकल प्रस्ताव के विरोध में आंदोलन का संचालन किया था।
आखिरकार जार्ज फर्नांडीस, डॉक्टर मदन प्रसाद जयसवाल, स्वर्गीय महेंद्र बैठा के आंदोलन के कारण अमरीका को पीछे हटना पड़ा।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि
मदन प्रसाद जायसवाल का जन्म 27 फरवरी 1936 को श्री राम्याद राम जायसवाल और श्रीमती राम दुलारी जायसवाल के यहाँ हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज से , पीडब्लू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस , बिहार के पटना में पटना विश्वविद्यालय से जनरल मेडिसिन (एमडी) में परास्नातक और यूएस के शिकागो से ईसीएफएमजी फेलोशिप से की।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि
भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, मदन जायसवाल ने 57वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए और 22 अक्टूबर 2002 को 14वीं बैठक में भाग लिया।
उन्होंने अग्रिम संचार की कमी, अग्रिम में अपर्याप्त जानकारी, प्रतिपूर्ति में देरी, प्रशिक्षण की कमी, आकस्मिकता की कमी पर चिंता व्यक्त की- भारत जैसे विकासशील देशों के लिए प्रमुख चिंताओं के रूप में स्वामित्व वाले उपकरण और पूर्ण आत्मनिर्भरता, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रमुख सेना योगदानकर्ताओं में से एक है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने सूचना के मुक्त, व्यापक और संतुलित प्रसार के माध्यम से शांति और अंतरराष्ट्रीय समझ को मजबूत करने के उद्देश्य से वैश्विक सूचना और संचार व्यवस्था को अधिक महत्व देने का फैसला किया।
Feb 20 2023, 18:00