*एबीवीपी के छात्र महाकुंभ कार्यक्रम का हुआ आयोजन, खुले अधिवेशन में प्रतिनिधियों ने विभिन्न समसामयिक विषयों पर रखे विचार*
गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा जिला सम्मेलन छात्र महाकुंभ शिक्षा संकाय दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप परिसर में आयोजित किया गया। उद्घाटन के बाद छात्र महाकुंभ की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।
जो शिक्षा संकाय महाराणा प्रताप परिसर से प्रारम्भ होकर वीर बहादुर सिंह चौक, इंदिरा बाल बिहार, गोलघर, कचहरी चौराहा, हरिओम नगर होते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर समाप्त हुई। शोभायात्रा में छात्रों का महानगर के चौराहों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत किया गया।
छात्र महाकुंभ में आयोजित खुला मंच भाषण में युवा एवं भारत धर्मांतरण एवं लव जिहाद,महिला स्वावलंब,खेल का हब बने गोरखपुर ग्रामीण एवं युवा तथा औधोगिक का केंद्र बने गोरखपुर जैसे मुख्य विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किया
जिला सम्मेलन में प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में उपस्थित एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने अपने सम्बोधन में कहा कि गोरखपुर की यह पावन भूमि संस्कृति को संरक्षण प्रदान करने वाली धरती हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समाज को जागृति प्रदान करने वाला छात्र संगठन है।
भारत को उसकी वास्तविक पहचान को पुनः दिलाने के लिए भारत में सुखद शैक्षिक परिवार की संकल्पना को लेकर ही एबीवीपी की स्थापना हुई, भारत की चिति का अभिव्यक्त रूप यहां की संस्कृति के प्रति अनुराग, राष्ट्र की एकता और अखण्डता के सर्वोपरि होने का विश्वास तथा भारत को सशक्त, समृद्ध और स्वावलम्बी राष्ट्र के रूप में विश्वमालिका में उसे यथोचित स्थान दिलाने की महत्वाकांक्षा ने अभाविप के संगठन को गढ़ा है।
राष्ट्र की अंतर्निहित चेतना को स्वर देने का काम परिषद ने अपनी स्थापना के साथ ही शुरू कर दिया था। यही कारण था कि भारतीयकरण उद्योग से प्रारंभ हुई विचार यात्रा का निरंतर प्रवाहमान रही। भारत को उसकी वास्तविक पहचान को पुनः दिलाने के लिए भारत में सुखद शैक्षिक परिवार की संकल्पना को लेकर ही एबीवीपी की स्थापना हुई। तब से लेकर आज तक विद्यार्थी परिषद निरन्तर ऊर्जा सम्पन्न युवाओं को संगठित करने का कार्य किया है। आज यह विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन हैं।
एबीवीपी पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा एबीवीपी देश और समाज हित में निरंतर कार्य करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। छात्र संगठन होने के कारण विद्यार्थियों की नयी पीढ़ियां आती रहीं और पुरानी जाती रहीं। किन्तु विद्यार्थी परिषद् का विकास यात्रा जारी रहा। राष्ट्र की मुख्य धारा के साथ तादात्म्य निरंतर बना रहा जिसके कारण संगठन सतत वर्धमान बना रहा। विचारवंत शिक्षकों की श्रृंखला भी बनी रही जिसने विद्यार्थियों का योग्य मार्गदर्शन किया साथ ही उनके व्यक्तिगत विकास की भी चिन्ता की।
समाज जीवन के अनेकानेक क्षेत्रों में आज जो अभाविप के पूर्व कार्यकर्ताओं की जो मालिका दिखायी देती है उसके पीछे कार्यकर्ता विकास की अनूठी पद्धति का ही योगदान है।
एबीवीपी द्वारा आयोजित हुए इस जिला सम्मेलन के माध्यम कार्यकर्ता विकास को एक नया बल मिलेगा।
भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष तथा एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि आज एबीवीपी गोरखपुर महानगर द्वारा आयोजित इस छात्र महाकुंभ में आने पर मुझे अपने छात्र जीवन का कार्यकर्ता समय याद आ रहा है।
विद्यार्थी परिषद व्यक्तित्व निर्माण की वह पाठशाला है जिससे मजबूत राष्ट्र की नीव टिकी हुई होती हैं। विद्यार्थी परिषद द्वारा इस छात्र महाकुंभ में आकर मैं अभीभुत हूँ।
एबीवीपी गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ अनुपम सिंह ने प्रस्ताविकी उद्बोधन में कहा एबीवीपी की स्थापना एक ऐसी ऐतिहासिक परिघटना है, जिसे शब्दों में समेट पाना मुश्किल है। लगभग 1200 वर्षों की दासता के पश्चात 15 अगस्त 1947 को खंडित भारत विदेशी दासता से स्वाधीन हुआ।
आजादी की इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने महापुरुषों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती वर्षों की गुलामी के बाद मिली स्वतंत्रता का उत्सव कहीं उन्माद न बन जाये, इसको लेकर थी। ठीक इसी समय आंशकाओं के समाधान की अनिवार्यता को लिये हुए राष्ट्रीय पुनर्निमार्ण के महान लक्ष्य के साथ एबीवीपी का जन्म हुआ। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत को स्वावलंबी बनाने के साथ – साथ वैश्विक स्तर पर उनकी भूमिका की चुनौती राष्ट्र के समक्ष थी। इस हेतु सर्वाधिक अपेक्षा उस वर्ग से थी जो शिक्षित होने के साथ – साथ ऊर्जावान भी था। युवाओं की असीम ऊर्जा को परिवर्तन का सशक्त माध्यम मानते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की स्थापना की गई।कार्यक्रम का संचालन उदयांश पांडेय, तथा प्रियंका चौरसिया ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से एबीवीपी राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. उमा श्रीवास्तव, प्रांत संगठन मंत्री हरिदेव, प्रांत अध्यक्ष प्रो. सुषमा पांडेय, स्वागत समिति अध्यक्ष मनीष सिंह, स्वागत समिति मंत्री धर्मेंद्र सिंह, प्रांत मंत्री सौरभ गौंड, महानगर उपाध्यक्ष डॉ राजेश सिंह, वेद प्रकाश राय, दुर्गेश पाल सहित गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।


Feb 08 2023, 18:47