उपेन्द्र कुशवाहा का पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर पलटवार, कहा-सीएम कहें तो एमएलसी पद भी छोड़ दूंगा

डेस्क : बीते कुछ दिनों से पार्टी के खिलाफ बयान जारी कर रहे उपेन्द्र कुशवाहा पर जदयू के शीर्ष नेताओं का हमला जारी है। बीते दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद ललन सिंह ने तो यहां तक कह डाला कि उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ एमएलसी हैं। वे जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं है। 

इधर उपेन्द्र कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस-वार्ता कर उनके बयान पर पलटवार किया। कहा कि जदयू तमाम लोगों की पार्टी है, किसी एक व्यक्ति की पार्टी नहीं है। लाखों-करोड़ों लोग इससे जुड़े हुए हैं। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा किसी कार्रवाई की बात से नहीं डरता है। राज्यसभा की सदस्यता तीन साल बची थी, इस्तीफा दे दिया। भारत सरकार का मंत्रिपद छोड़ने में एक क्षण देर नहीं की। मुख्यमंत्री कह दें आज छोड़ दो तो आज एमएलसी पद छोड़ देंगे।

मीडिया से बातचीत में उपेन्द्र ने कहा कि नीतीश कुमार बहुत सीनियर लीडर हैं। वे जिस तरह व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं उसका हम जवाब दें तो मुनासिब नहीं लगता। अपनी सहूलियत से मुख्यमंत्री कभी इस गठबंधन में तो कभी उस गठबंधन में जाते हैं। आम लोगों में यह चर्चा का विषय रहता है। 

कहा कि ललन सिंह जो कुछ भी बोल रहे हैं उनके कार्यालय से अब भी जो सर्कुलर व रिलीज जारी होता है, उसमें पार्लियामेन्ट्री बोर्ड अध्यक्ष कहके मेरा नाम लिखा जाता है। उनसे ही पूछिए कि जो उनका कागज बोल रहा है, वह सही है या ललन सिंह जो मौखिक बोल रहे हैं, वह। 

भाजपा से डील के सवाल पर कहा कि पहले वे अपना डील बतावें। राजद के लोग बराबर बोल रहे हैं, पहले इसका खुलासा करें। उनके कार्यक्रम में शामिल होने वालों पर कार्रवाई को लेकर कहा कि पार्टी को बचाने के लिए बैठक हो रही है।

*गिरफ्तार हो सकती हैं जदयू की यह महिला विधायक, पटना सिविल कोर्ट ने जारी किया है गैर जमानतीय वारंट*

डेस्क : जदयू विधायक बीमा भारती पिछले कुछ समय लगातार विवादों में है। पिछले साल अगस्त 2022 में जब बिहार में नीतीश कुमार ने महागठबंधन वाली सरकार बनाई तो उसके बाद बीमा भारती और नीतीश सरकार में मंत्री लेसी सिंह का विवाद सामने आया। बीमा भारती ने लेसी सिंह पर हत्याओं और जबरन वसूली में शामिल रहने का आरोप लगाया था। इसके बाद लेसी सिंह ने बीमा भारती को 5 करोड़ रुपए मानहानि का नोटिस भेजा था। 

बीमा भारती ने लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी। लेकिन नीतीश कुमार ने उनकी इस मांग को सिरे से ख़ारिज कर दिया था। अब चेक बाउंस मामले में फिर से बीमा भारती नई मुसीबत में फंसी हैं। उन्हें इस मामले में गिफ्तार भी किया जा सकता है। 

पटना व्यवहार न्यायालय की एक अदालत ने चेक बाउंस के मामले में विधायक बीमा भारती के खिलाफ उनकी उपस्थिति के लिए गैर जमानतीय वारंट जारी किया है। इस मामले में बीमा भारती आने वाले दिनों में गिरफ्तार हो सकती है। 

दरअसल, प्रथम श्रेणी की न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता चौधरी की अदालत ने पूर्व में जारी किए गए जमानतीय वारंट के बावजूद न्यायालय में हाजिर नहीं होने के कारण श्रीमती भारती की उपस्थिति के लिए गिरफ्तारी का गैर जमानतीय वारंट जारी किया है। साथ ही उनकी उपस्थिति के लिए 15 मार्च 2023 की अगली तिथि निश्चित की है।

बड़ी खबर : उपेन्द्र कुशवाहा के हाथ से गया जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष का पद ! पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कही यह बात

डेस्क : बीते कुछ दिनों से पार्टी के खिलाफ बयान जारी कर रहे उपेन्द्र कुशवाहा के हाथ से जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद लगता है हाथ से निकल गया है। 

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद ललन सिंह ने आज सोमवार को एक बड़ा दिया है। उन्होंने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ एमएलसी हैं। वे जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं है। ललन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए आज कहा कि इस समय में जदयू संसदीय बोर्ड का कोई भी अध्यक्ष नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ एमएलसी हैं और पार्टी में उन्हें पूरा इज्जत मिल रहा है। 

उन्होंने कहा कि हाल ही में जब जदयू के अध्यक्ष का चुनाव हुआ था तो उसके बाद किसी भी अन्य पार्टी संगठन के पदाधिकारी को नियुक्त नहीं किया गया है। इसलिए उपेंद्र कुशवाहा के अब राष्ट्रीय अध्यक्ष रहने की कोई बात नहीं है। उनका कार्यकाल खत्म हो चुका है। कुशवाहा पिछले कुछ समय से लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार और ललन सिंह पर निशाना भी साधा है। 

बता दें उपेंद्र कुशवाहा ने सवाल किया था कि नीतीश कुमार ने राजद से कौन से डील की है यह सार्वजनिक करे। उन्होंने जदयू के कमजोर होने की बात कही है। इन सबके बीच अब जदयू में उनके गिने चुने दिन शेष होने की बात कही जा रही है। लेकिन इस बीच अब उपेंद्र कुशवाहा को लेकर ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्हें अचानक से जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष नहीं होने की बात कही है।

*प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज, पटना समेत 8 जिलों में गिरा न्यूनतम पारा*

डेस्क : बिहार में एकबार फिर राजधानी समेत 8 जिलों में मौसम का मिजाज बदला है। उत्तरी भागों के कुछ स्थानों पर बादल की सघनता से दिन के तापमान में कमी आई है। पटना समेत 8 जिलों में न्यूनतम तापमान गिरा है। 

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज सोमवार को भी अधिकतम तापमान नीचे आ सकता है। रविवार को मोतिहारी में शीत दिवस की स्थिति बनी रही। अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान में कोल्ड डे की आशंका है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पश्चिमी हिमालय तक बना हुआ है। इनके प्रभाव से प्रदेश के उत्तरी भागों में बादल छाए रहने के साथ सर्द हवा के कारण अत्यधिक ठंड का प्रभाव बना रहेगा। रविवार को उत्तर बिहार के तापमान में भारी गिरावट से शीत दिवस की स्थिति बनी रही। 

राजधानी समेत मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, सुपौल, पूर्णिया, भागलपुर में मध्यम दर्जे के कोहरे का प्रभाव बना रहा। पछुआ हवा के प्रवाह से 7.8 डिग्री सेल्सियस सबसे कम न्यूनतम तापमान भागलपुर के बांका में दर्ज किया गया। वहीं पटना के न्यूनतम तापमान में 0.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

रविवार को पटना समेत प्रदेश के औरंगाबाद, रोहतास, जमुई, शेखपुरा, बांका, पूर्वी चंपारण, वाल्मीकिनगर के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने के साथ अन्य जिलों के तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। 

पटना समेत प्रदेश के गया, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा, जमुई, बांका, शेखपुरा, भागलपुर, बेगूसराय, सारण, सीवान, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, सुपौल, फारबिसगंज, सहरसा, खगड़िया के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।

*बीसीई-एनआईटी पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह में शामिल होकर सीएम नीतीश कुमार ने कॉलेज के दिनों को किया याद, कहा-जब तक जीवित रहूंगा, इसे भूल नहीं स


डेस्क : रविवार को बीसीई-एनआईटी पटना एल्मुनी सोसाइटी की ओर से आयोजित पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपने कॉलेज के पुराने दिनों को याद किया। उन्होने कहा कि एनआईटी जितना बढ़े, बेहतर होगा। जब तक जीवित रहूंगा, इसे भूल नहीं सकूंगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एनआईटी पटना को इस तरह विकसित करें कि यह देश का सबसे बड़ा और अधिक क्षमता वाला संस्थान बने। अभी इस संस्थान में 4500 छात्रों की क्षमता है। इसमें नौ हजार और अतिरिक्त क्षमता विकसित करें ताकि अधिक से अधिक छात्र यहां से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकें।

उन्होंने कहा कि मेरे ही प्रयास से इसे एनआईटी का दर्जा मिला। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जब केंद्र में मंत्री था तो उस समय देश के इंजीनियरिंग कॉलेज को एनआईटी बनाने की बात चली। पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा आज तक नहीं मिला। कम से कम बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज को एनआईटी का दर्जा मिल जाए, इस कोशिश में लगा। केंद्रीय टीम जो निरीक्षण करने आई, वह भी गड़बड़ कर रहा था। लेकिन हस्तक्षेप किया तो केंद्रीय कैबिनेट से 2004 में इसकी मंजूरी मिली। 

सीएम ने कहा कि अब एनआईटी के लिए बिहटा में सवा सौ एकड़ जमीन दी गई है। इसलिए इसे नौ हजार अतिरिक्त क्षमता का विकसित किया जाए ताकि अधिक से अधिक छात्र एनआईटी में पढ़ाई कर सकें। एनआईटी की ओर से इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के स्तर पर भी इंजीनियरिंग कॉलेज हर जिले में खोले गए हैं। पहले बहुत अधिक बच्चे बिहार से बाहर पढ़ने जाते थे। अब बिहार में ही रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इंजीनियरिंग के साथ ही मेडिकल के लिए भी काम हुआ। पीएमसीएच को दुनिया का सबसे बड़ी क्षमता (5400 बेड) का अस्पताल बनाया जा रहा है। महिलाओं के लिए किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया गया। इंजीनियरिंग व मेडिकल में भी महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण दिया गया। 

वहीं पूर्ववर्ती सोसाइटी के सचिव प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि एनआईटी नयी ऊंचाइयों को छू रहा है। इसमें एलुमिनाई का भी योगदान है। मौके पर 1962 एवं 1963 के अभियंताओं को डायमंड, 1972 एवं 1973 के अभियंताओं का गोल्डेन तथा 1997 एवं 1998 1992 एवं 1993 नामांकन बैच के अभियंताओं को सिल्वर जुबली सदस्यों के रूप में सम्मानित किया गया। मौके पर पिछले वर्ष के मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अभियंताओं और प्रोफेसर के बीच क्रिकेट मैच, महिलाओं और बच्चों के खेलकूद आदि अनेक कार्यक्रम हुए।

समाधान यात्रा के दौरान कटिहार में कुछ युवकों ने सीएम से मिलने का किया प्रयास, रोके जाने पर किया जमकर बवाल

डेस्क :- सीएम के समाधान यात्रा के दौरान आज कटिहार जिले में कुछ युवकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। आक्रोशित युवको ने सड़क पर आगजनी की। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा है। 

हंगामा कर रहे आक्रोशित युवकों ने बताया कि हमलोग पढ़ लिख कर सब्जी बेच रहे हैं। ठेला चला रहे हैं। हमलोग मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे। ताकि कुछ समाधान निकले। लेकिन मुख्यमंत्री ने गाडी नहीं रोका और सीधे निकल गए। 

युवकों ने कहा की यह कैसा समाधान यात्रा है। वहीं कई लोगों ने कहा की मुख्यमंत्री समाधान यात्रा पर निकले हैं। लेकिन आम लोगों से नहीं मिलकर केवल अधिकारियों और नेताओं से मिलकर चले गए। 

बता दें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज समाधान यात्रा के क्रम कटिहार पहुंचे थे। जहां उन्होने जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत दिघरी में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत संरक्षित जैविक खेती का भी जायजा लिया और किसान अरुण भगत से इस योजना के तहत किए जाने कृषि कार्य की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यहां दिघरी में पंचायत सरकार भवन बनाने का भी निर्देश दिया गया है इसको लेकर जगह भी चिन्हित कर ली गई है पंचायत सरकार भवन के तेजी से निर्माण को लेकर अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत सरकार भवन में सरकार द्वारा काफी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। 

सीएम ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार की सभी पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बन जाए ताकि बाढ़ आने की स्थिति में आसपास के जो गांव प्रभावित होते हैं उन लोगों को पंचायत सरकार भवन में ठहरने की सुविधा उपलब्ध हो सकें। 

उन्होंने कहा कि पंचायत सरकार भवन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि कटिहार वे हमेशा आते रहते हैं। जीविका दीदियों का नाम अमेरिका जैसे विकसित देशों में भी होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जीविका दीदी कई जगहों पर ट्रेनिंग देने जा रही हैं और ये अब लोग अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। 

वहीं मौके पर मौजूद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग गांवों में भ्रमण कर गांव में हो रहे विकास की जानकारी ले रहे हैं। देश का विकास तभी होगा जब गांवों का भी विकास होगा।