अब कर्मचारी सेवा आयोग के माध्यम से होगी ग्रुप डी कर्मचारियों की नियुक्ति
कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार ने स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के जरिए ग्रुप सी और डी में शिक्षकों की नियुक्ति में हुई बड़े पैमाने पर धांधली से सबक लिया है. सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया है कि ग्रुप डी कर्मियों की नियुक्ति के लिए जो रिक्रूटमेंट बोर्ड गठित किया गया था उसे खत्म किया जाएगा. अब राज्य में ग्रुप डी कर्मियों की नियुक्ति भी स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के जरिए होगा.
इसके अलावा 2500 आशा कर्मियों की नियुक्ति का भी निर्णय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया है. बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पिछले छह से सात सालों में ग्रुप डी नियुक्ति बोर्ड के जरिए महज पांच हजार नियुक्तियां हुई हैं जिसमें भी बड़े पैमाने पर धांधली की वजह से राज्य सरकार को फजीहत झेलनी पड़ी है. इसीलिए इस बोर्ड को खत्म करने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा कोरोना संकट के समय आशा कर्मियों की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की थी.
बच्चों की चिकित्सा, टीकाकरण और महिलाओं के प्रसव के समय मदद में सबसे अधिक मददगार आशा कर्मी ही बनी थीं क्योंकि डॉक्टर और नर्स कोरोना उन्मूलन में लगे थे. इसीलिए अब राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, सफाई, ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था और घर-घर घूमकर स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आशा कर्मियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है.
Jun 06 2022, 18:36