विपक्षी एकता की कवायद में नीतीश कुमार ने बढ़ाया एक और कदम, बंगाल में सजी सियासी बिसात, जानें ममता बनर्जी से मुलाकात में क्या हुई बात

#biharcmnitishkumarmetwestbengalcmmamtabanerjeetouniteopposition

लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी विरोधी पार्टियों को एकजुट करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री लगातार प्रयासरत हैं। पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे र राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बंगाल मे सियासी बिसात सजी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को कोलकाता पहुंचे। कोलकाता में दोनों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की। यह बैठक राज्य सचिवालय नबान्न में हुई।बैठक में तीनों नेताओं के बीच विपक्षी एकता को मजबूत करने पर बात हुई। 

क्या बोले नीतीश कुमार?

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नीतीश ने कहा- हम लोगों की अच्छी और पॉजिटिव बातचीत हुई है। नीतीश कुमार ने कहा कि अब पता नहीं, ये(भाजपा) इतिहास बदल देंगे या क्या कर देंगे? सभी को सतर्क होना है, इसलिए हम सभी के साथ बातचीत कर रहे हैं। आवश्यकता अनुसार हम भविष्य में अन्य पार्टियों को साथ में लाकर बातचीत करेंगे।

ममता बोलीं-हम चाहते हैं बीजेपी जीरो हो जाए

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हम चाहते हैं कि जो बीजेपी हीरो बनी फिर रही है, वो आने वाले चुनाव में जीरो हो जाए। ममता ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा, मैंने नीतीश जी से यही अनुरोध किया है कि जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से हुआ था तो हम भी बिहार में ऑल पार्टी मीटिंग करें। हमें एक संदेश देना है कि हम सभी एक साथ हैं। मैंने तो पहले ही कह दिया है कि मुझे इससे कोई एतराज नहीं है।

नीतीश-ममता की मुलाकात है खास

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश और तेजस्‍वी के साथ ममता की मुलाकात को सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है। संभव है कि लोकसभा चुनाव में पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर ममता के साथ नीतीश कुमार की बातचीत काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। विपक्षी एकता को एकजुट करने के लिए नीतीश काफी प्रयासरत हैं। अगर उनकी ये कोशिश कामयाब होती है तो बीजेपी के लिए मुश्किल आगामी चुनाव में जीत का रास्ता कठिन हो जाएगा।

अखिलेश से भी मुलाकात के आसार

जानकारी यह भी मिली है कि ममता से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार सीधे लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मिलेंगे। इससे पहले पिछले महीने ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कोलकाता के कालीघाट में ममता से मुलाकात की थी। बैठक में, दोनों नेताओं ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखने और 2024 के चुनावों में भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय ताकतों की एकता पर फोकस करने पर सहमति व्यक्त की थीं।

विपक्षी एकता की कवायद में नीतीश कुमार ने बढ़ाया एक और कदम, बंगाल में सजी सियासी बिसात, जानें ममता बनर्जी से मुलाकात में क्या हुई बात

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लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी विरोधी पार्टियों को एकजुट करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री लगातार प्रयासरत हैं। पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे र राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बंगाल मे सियासी बिसात सजी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को कोलकाता पहुंचे। कोलकाता में दोनों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की। यह बैठक राज्य सचिवालय नबान्न में हुई।बैठक में तीनों नेताओं के बीच विपक्षी एकता को मजबूत करने पर बात हुई। 

क्या बोले नीतीश कुमार?

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नीतीश ने कहा- हम लोगों की अच्छी और पॉजिटिव बातचीत हुई है। नीतीश कुमार ने कहा कि अब पता नहीं, ये(भाजपा) इतिहास बदल देंगे या क्या कर देंगे? सभी को सतर्क होना है, इसलिए हम सभी के साथ बातचीत कर रहे हैं। आवश्यकता अनुसार हम भविष्य में अन्य पार्टियों को साथ में लाकर बातचीत करेंगे।

ममता बोलीं-हम चाहते हैं बीजेपी जीरो हो जाए

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हम चाहते हैं कि जो बीजेपी हीरो बनी फिर रही है, वो आने वाले चुनाव में जीरो हो जाए। ममता ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा, मैंने नीतीश जी से यही अनुरोध किया है कि जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से हुआ था तो हम भी बिहार में ऑल पार्टी मीटिंग करें। हमें एक संदेश देना है कि हम सभी एक साथ हैं। मैंने तो पहले ही कह दिया है कि मुझे इससे कोई एतराज नहीं है।

नीतीश-ममता की मुलाकात है खास

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश और तेजस्‍वी के साथ ममता की मुलाकात को सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है। संभव है कि लोकसभा चुनाव में पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर ममता के साथ नीतीश कुमार की बातचीत काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। विपक्षी एकता को एकजुट करने के लिए नीतीश काफी प्रयासरत हैं। अगर उनकी ये कोशिश कामयाब होती है तो बीजेपी के लिए मुश्किल आगामी चुनाव में जीत का रास्ता कठिन हो जाएगा।

अखिलेश से भी मुलाकात के आसार

जानकारी यह भी मिली है कि ममता से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार सीधे लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मिलेंगे। इससे पहले पिछले महीने ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कोलकाता के कालीघाट में ममता से मुलाकात की थी। बैठक में, दोनों नेताओं ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखने और 2024 के चुनावों में भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय ताकतों की एकता पर फोकस करने पर सहमति व्यक्त की थीं।