Streetbuzznews

Mar 29 2024, 13:51

Courier Services Suspended for Vihaan Direct Selling Amid Fraud Allegations.

The courier services of India Post as well as Blue Dart have dealt a huge blow to the Indian franchisee of the controversial multi-level marketing (MLM) scheme, QNet, called Vihaan Direct Selling (India) Pvt Ltd. The MLM entity is facing numerous allegations of fraud and legal scrutiny. These challenges are further complicated by a recent decision by India Post and Blue Dart to withhold their services from Vihaan Direct Selling.

There was a directive from Registrar of Companies (ROC), ordering that courier services be suspended for Vihaan Direct Selling due to its engagement in numerous criminal cases and legal actions. This development signifies growing anxiety over company operations and likely consequences affecting consumers.

At the heart of the controversy are some severe fraud allegations amounting to an astounding ₹1 billion against this firm, Vihaan Direct Selling, and its affiliates. Consequently, the Enforcement Directorate (ED) has moved in by blocking any financial transactions via 36 bank accounts linked with Vihaan Direct Selling valued at above Rs 90 crores as part of money laundering probe. Legal actions however including cases filed by ED have addressed issues related to fraud against Vihaan Direct Selling particularly on Rs425 crore scam which is known as QNet case.

Government bodies have tightened the screws on Vihaan Direct Selling; consumer affairs and corporate affairs have commenced winding-up proceedings against this company. The extent of fraud committed by Vihaan Direct Selling has significantly been emphasized through judicial observations, especially by Judge Mridula Bhatkar of Bombay High Court.

In spite of legal and regulatory interventions, Vihaan Direct Selling continues to operate in multi-level marketing (MLM), which hampers consumer protection efforts. The company also suffered a major blow when courier services were halted. With increasing fraud allegations and hardening regulatory actions, the destiny of its operations hangs in balance, making it a milestone moment for MLM industry and initiatives aimed at safeguarding customers.

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Mar 27 2024, 18:31

सुप्रिया श्रीनेत और दिलीप घोष को चुनाव आयोग की नोटिस, कंगना रनौत-ममता बनर्जी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

#ecnoticetosupriyashrinateanddilipghoshovercontroversialremarks 

लोकसभा चुनाव को लेकर देश का सियासी पारा हाई है। राजनीतिक दलों में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। चुनाव आयोग के बार-बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी नेताओं का आपत्तिजनक बयान देने का सिलसिला जारी है. आपत्तिनजक बयान को लेकर चुनाव आयोग ने बुधवार को कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी नेता दिलीप घोष को नोटिस भेजा है।चुनाव आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत को इसलिए नोटिस भेजा है क्योंकि हाल ही में सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया अकाउंट से कंगना रनौत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। वहीं, बीजेपी के नेता दिलीप घोष को भी इस कारण नोटिस भेजा है क्योंकि घोष ने ममता बनर्जी पर टिप्पणी की थी।

सुप्रिया श्रीनेत ने क्या कहा था?

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत के मंडी लोकसभा प्रत्याशी बनने पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना की एक शेयर कर लिखा था कि मंडी में आज क्या भाव चल रहा कोई बताएगा? पोस्ट होने के कुछ ही देर बाद लोगों ने उन्हें इस टिप्पणी के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस नेता ने सफाई दी और कहा कि उनका अकाउंट कई लोग इस्तेमाल करते हैं और उन्हीं में से किसी ने ये किया है। बता दें कि कंगना रनौत को बीजेपी ने मंडी लोकसभा से टिकट देकर मैदान में उतारा है।

दिलीप घोष ने क्या कहा था?

वहीं, दिलीप घोष एक सभा के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि पर अभद्र टिप्पमी की थी। घोष ने कहा कि ममता बनर्जी खुद को कभी गोवा की बेटी बताती है तो कभी त्रिपुरा की बेटी बताती हैं। ऐसे में ममता बनर्जी बताएं की उनके पिता कौन है? ऐसे ही किसी की भी बेटी होना ठीक नहीं।

दिलीप घोष के इस बयान पर खुद उनकी पार्टी बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया था और नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था।विवाद बढ़ता देख दिलीप घोष ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण दिया था।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं है। अगर किसी को मेरी भाषा और शब्दों से दिक्कत हुई है तो मैं दुख प्रकट करता हूं।

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Mar 06 2024, 16:37

भारत को देश नहीं मानते डीएमके सांसद ए राजा, जानें

#dmk_mp_a_raja_controversial_remarks

डीएमके नेता ए राजा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। मामला उनके भारत और सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान का है। ए राजा ने भारत को एक देश मानने से इनकार किया है। ए राजा की मानें को भारत एक देश नहीं है, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। ए राजा के इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। इस बयान की न केवल बीजेपी बल्कि डीएमके की सहयोगी कांग्रेस ने भी निंदा की। बीजेपी ने राजा की टिप्पणी को विभाजन का आह्वान बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि बोलते समय उन्हें संयम बरतना चाहिए।

इससे संबंधित एक वीडियो सामने आया है। तमिल में दिया गया ए राजा के इस भाषण का वीडियो क्लिप अंग्रेज़ी सबटाइटल के साथ सोशल मीडिया पर पिछले दो दिन से वायरल हो रहा है।जिसमें राजा कहते नजर आ रहे हैं - भारत एक राष्ट्र नहीं है। इस बात को अच्छे से समझ लें। भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा।ए राजा ने कहा कि एक राष्ट्र एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति को दर्शाता है और ऐसी विशेषताएं ही एक राष्ट्र का निर्माण करती हैं। भारत एक उपमहाद्वीप है जहां कई प्रथाएं और परंपराएं हैं।

ए राजा ने कहा, तमिलनाडु में एक भाषा-एक संस्कृति हैं। यह एक देश है। मलयालम एक भाषा है, उनका एक राष्ट्र है। ओडिशा एक देश है, वहां एक भाषा है। केरल में अलग, दिल्ली में अलग भाषा और संस्कृति है। ये सारे देश मिलकर भारत को बनाते हैं। इसलिए भारत एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।

डीएमके नेता ए राजा वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि अगर आप कहेंगे कि ये आपके ईश्वर हैं और भारत माता की जय तो हम उस ईश्वर और भारत माता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कह दो इनको, हम सब राम के शत्रु हैं। मुझे रामायण और भगवान राम पर विश्वास नहीं है। राजा ने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए 'जय श्री राम' के नारे को घृणास्पद बताया।

ए राजा का बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब 4 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को सनातन विरोधी बयानबाजी पर फटकार लगाते हुए कहा था कि उन्हें अपने बयान के नतीजे पता होने चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आपने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग किया और अब आप राहत मांग रहे हैं। आप आम आदमी नहीं हैं, राजनेता हैं।

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Jan 18 2024, 14:47

गौरवपूर्ण अयोध्या का विवादित इतिहास, जिसने देश की राजनीति को सबसे ज्यादा प्रभावित किया

#controversial_history_of_glorious_ayodhya

अयोध्या का आरंभ जितना गौरवपूर्ण है, बाद का इतिहास उतना ही विवादित, शायद दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला विवाद रहाष हालांकि पिछली पांच शताब्दी से चला आ रहा तनाव अब खत्म हो गया है। अब वहां रामलला विराजमान होने वाले हैं।

अयोध्या के अध्याय में विवाद की बुनियाद उस वक्त पड़ी, जब बाबर ने मंदिर तुड़वाकर मस्जिद का निर्माण कराया। आजादी के पहले से लेकर आजादी के बाद तक ये वो विवाद रहा, जिसने देश की राजनीति को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। जिसने हिंदू-मुस्लिम के बीच एक कभी ना पाटी जा सकने वाली खाई खोद दी। इसकी वजह से हिंसा और खून खराबा हुआ, लोग मारे गए, सालों तक देश की सबसे बड़ी अदालत में इस समस्या को सुलझाने के लिए सुनवाइयां हुई, दलीले पेश की गई। तक जाकर ये विवाद खत्म हुआ।

अयोध्या में उस स्थल पर मस्जिद बनवाया गया था, जिसे हिंदू अपने आराध्य भगवान राम का जन्म स्थान मानते हैं। कहा जाता है कि मुगल राजा बाबर के सेनापति मीर बाकी ने यहां मस्जिद बनवाई। जिसे बाबरी मस्जिद का नाम दिया गया। इसके साथ ही विवाद की बीज बो दी गई थी। जो साल दर साल बढ़ते बढ़ते एक विशाल वृक्ष बना गया। जिसकी शाखांए अयोध्या से निकलकर पूरे देश में छा गई। यानी ये मसला देशव्यापी बन चुका था।

कहा जाता है कि अयोध्या में इस मुद्दे को लेकर पहली सामप्रदायिक हिंसा की 1853 में हुई थी। जब निर्मोही अखाड़ा ने ढांचे पर दावा कर दिया। निर्मोही अखाड़ा ने कहा कि जिस स्थल पर मस्जिद खड़ा है, वहां एक मंदिर हुआ करता था, जिसे बाबर के शासनकाल में नष्ट किया गया। अगले 2 सालों तक इस मुद्दे को लेकर अवध में हिंसा भड़कती रही। इस दौरान 1855 तक, हिंदू और मुसलमान दोनों एक ही इमारत में पूजा या इबादत करते रहे। ये वो समय था जब देश स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहा था। उस वक्त 1857 के पहले आंदोलन के कारण अयोध्या का मामला थोड़ा ठंडा पड़ गया। इसी दौरान 1859 में ब्रिटिश शासकों ने मस्जिद के सामने एक दीवार बना दी गई। परिसर के भीतरी हिस्से में मुसलमानों को और बाहरी हिस्से में हिंदुओं को प्रार्थना करने की अनुमति दी गई।

इस बीच दोनों समुदायों के बीच तनाव बढता ही जा रहा था। मंदिर-मस्जिद विवाद कुछ सालों में इतना भयावह हो गया कि मामला पहली बार कोर्ट में पहुंचा। हिंदू साधु महंत रघुबर दास ने फैजाबाद कोर्ट में बाबरी मस्जिद परिसर में राम मंदिर बनवाने की इजाजत मांगी, हालांकि कोर्ट ने ये अपील ठुकरा दी। जज पंडित हरिकृष्ण ने यह कहकर इसे खारिज कर दिया कि यह चबूतरा पहले से मौजूद मस्जिद के इतना करीब है कि इस पर मंदिर बनाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

ऐसा नहीं है कि कोर्ट के इस आदेश के बाद सबकुछ शांत हो गया। यूं कह सकते हैं कि इसके बाद से मामला और गहराता गया। जिसके बाद सिलसिलेवार चला तारीखों का सिलसिला।

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Jan 04 2024, 11:05

राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे', एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद को दिया जन्म*

#ncp_leader_jitendra_ahwads_controversial_statement_on_lord_ram

अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पहले ही सियासत तेज है। इस बीच एनसीपी शरद पवार गुट के विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद की शुरूआत कर दी है। अब अगर बात शुरू हुई है तो, निःसंदेश दूर तलक जाएगी। शिरडी में पार्टी के शिविर में एनसीपी नेता जितेंद्र आह्वाड ने भगवान श्रीराम पर बयान दिया। इसी दौरान उन्हें भगवान राम के खाने को लेकर ऐसा बात कह डाली, जिसपर बीजेपी ने नाराजगी जाहिर की है।

महाराष्ट्र के शिरडी में बुधवार को एक कार्यक्रम में आव्हाड ने कहा कि ‘राम हमारे हैं, बहुजन के हैं।आव्हाड ने आगे कहा कि भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 14 साल तक जंगल में रहेगा वो शाकाहारी भोजन खोजने कहां जाएगा? उन्होंने जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही बात है या नहीं?

उन्होंने कहा, 'कोई कुछ भी कहे, सच्चाई यह है कि हमें आजादी गांधी और नेहरू की वजह से ही मिली। यह तथ्य कि इतने बड़े स्वतंत्रता आंदोलन के नेता गांधी जी ओबीसी थे, उन्हें (आरएसएस को) स्वीकार्य नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि गांधीजी की हत्या के पीछे का असली कारण जातिवाद था।

जितेंद्र आव्हाड के इस बयान पर अब जमकर बवाल हो रहा है। उनके इस बयान को लेकर देशव्यापी विरोध हो रहा है। बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया। इसके अलावा अजित पवार गुट वाली एनसीपी ने जितेंद्र के इस बयान को लेकर मुंबई में विरोध प्रदर्शन भी किया।

जितेंद्र आह्वाड के बयान की एनसीपी अजित पवार गुट ने भी निंदा की है. एनसीपी अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जितेंद्र आह्वाड के पास लगता है कि डॉक्टरेट की डिग्री है, आह्वाड ही इस दुनिया में सबसे बड़े ज्ञानी हैं उनके जितना ज्ञान किसी को नहीं इसलिए इस तरह के बयान सिर्फ वही दे सकते हैं.

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Oct 27 2023, 11:24

अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी पर नरोत्तम मिश्रा के बिगड़े बोल, जानें ऐसा क्या कह गए, जिसने कांग्रेस को दे दिया मौका

#narottammishrascontroversialstatementoverhema_malini

मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठे बिठाए कांग्रेस के हाथों में एक मुद्दा थमा दिया है। जिसके बाद बीजेपी नेता पर महिला विरोदी होने के आरोप लग रहे हैं।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सूबे के गृह मंत्री जानी मानी कलाकार हेमा मालिनी को लेकर दिये बयान को लेकर विवाद में फंस गये हैं।दरअसल, एक सभा में नरोत्तम मिश्रा के बोल अपनी उपलब्धियों का बखान करते करते बिगड़ गए। बोलते-बोलते नरोत्तम मिश्रा की जुबान फिसली और वे अपनी ही पार्टी की महिला सांसद पर अमर्यादित बात कह गए। जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो कांग्रेस ने कहा महिला विरोधी बयान के लिये नरोत्तम मिश्रा से माफ़ी मांगने की मांग की है।

नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा

दरअसल, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मथुरा से अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी का भी जिक्र किया और कहा, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो बागेश्वर धाम आए, प्रदीप मिश्रा आए, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो कलशयात्रा निकाली गई है और दतिया ने उड़ान भरी तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर हेमा मालिनी को भी नचवा दिया।

अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते-दिग्विजय सिंह

काँग्रेस इसे हेमा मालिनी और एक महिला का अपमान बता रही है। कांग्रेस का कहना है एक तरफ मुख्यमंत्री खुद को मामा कहकर लाड़ली बहना योजना चलाते हैं औऱ दूसरी तरफ उनके मंत्री अपनी ही पार्टी की नेता हेमामालिनी का इस तरह अपमान करते हैं। उनके इस बयान को लेकर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'संस्कारी बीजेपी के माननीय मंत्री जी का महिलाओं को लेकर वास्तविक ओछापन भी सुनें। अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते।' इसी के साथ उन्होंने नरोत्तम मिश्रा का यह वीडियो भी पोस्ट किया है।

बीजेपी की महिला विरोधी सोच- रागिनी नायक

पार्टी की प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा हेमा मालिनी जी जो उन्हीं की पार्टी की नेता हैं उनके बारे में ये कहना कि हम हेमा मालिनी को नचाएंगे, ये बीजेपी की महिला विरोधी सोच है। हाथी के दांत खाने के औऱ दिखाने के औऱ. वोट बटोरने के लिये लाड़ली बहना हो जाती है। बीजेपी के ये नेता कैसे महिलाओं को कमोडिफाय कर रहे हैं। ये लज्जा का विषय है। शिवराज सिंह चौहान को नरोत्तम मिश्रा से माफी मंगवानी चाहिए औऱ खुद भी माफी मांगनी चाहिये क्योंकि वो खुद को मामा कहते हैं।

बता दें कि नरोत्तम मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं और 2008 से दतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार वह अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चौथी बार मैदान में उतर रहे हैं। मध्य प्रदेश में 7 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

India

Oct 27 2023, 11:23

अपनी ही पार्टी की सासंद हेमा मालिनी पर नरोत्तम मिश्रा के बिगड़े बोल, जानें ऐसा क्या कह गए, जिसने कांग्रेस को दे दिया मौका

#narottam_mishra_s_controversial_statement_over_hema_malini

मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठे बिठाए कांग्रेस के हाथों में एक मुद्दा थमा दिया है। जिसके बाद बीजेपी नेता पर महिला विरोदी होने के आरोप लग रहे हैं।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सूबे के गृह मंत्री जानी मानी कलाकार हेमा मालिनी को लेकर दिये बयान को लेकर विवाद में फंस गये हैं।दरअसल, एक सभा में नरोत्तम मिश्रा के बोल अपनी उपलब्धियों का बखान करते करते बिगड़ गए। बोलते-बोलते नरोत्तम मिश्रा की जुबान फिसली और वे अपनी ही पार्टी की महिला सांसद पर अमर्यादित बात कह गए। जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो कांग्रेस ने कहा महिला विरोधी बयान के लिये नरोत्तम मिश्रा से माफ़ी मांगने की मांग की है।

नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा

दरअसल, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मथुरा से अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी का भी जिक्र किया और कहा, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो बागेश्वर धाम आए, प्रदीप मिश्रा आए, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो कलशयात्रा निकाली गई है और दतिया ने उड़ान भरी तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर हेमा मालिनी को भी नचवा दिया।

अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते-दिग्विजय सिंह

काँग्रेस इसे हेमा मालिनी और एक महिला का अपमान बता रही है। कांग्रेस का कहना है एक तरफ मुख्यमंत्री खुद को मामा कहकर लाड़ली बहना योजना चलाते हैं औऱ दूसरी तरफ उनके मंत्री अपनी ही पार्टी की नेता हेमामालिनी का इस तरह अपमान करते हैं। उनके इस बयान को लेकर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'संस्कारी बीजेपी के माननीय मंत्री जी का महिलाओं को लेकर वास्तविक ओछापन भी सुनें। अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते।' इसी के साथ उन्होंने नरोत्तम मिश्रा का यह वीडियो भी पोस्ट किया है।

बीजेपी की महिला विरोधी सोच- रागिनी नायक

पार्टी की प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा हेमा मालिनी जी जो उन्हीं की पार्टी की नेता हैं उनके बारे में ये कहना कि हम हेमा मालिनी को नचाएंगे, ये बीजेपी की महिला विरोधी सोच है। हाथी के दांत खाने के औऱ दिखाने के औऱ. वोट बटोरने के लिये लाड़ली बहना हो जाती है। बीजेपी के ये नेता कैसे महिलाओं को कमोडिफाय कर रहे हैं। ये लज्जा का विषय है। शिवराज सिंह चौहान को नरोत्तम मिश्रा से माफी मंगवानी चाहिए औऱ खुद भी माफी मांगनी चाहिये क्योंकि वो खुद को मामा कहते हैं।

बता दें कि नरोत्तम मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं और 2008 से दतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार वह अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चौथी बार मैदान में उतर रहे हैं। मध्य प्रदेश में 7 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

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Sep 14 2023, 15:01

ये क्या बोल गए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार? भारत, चीन के लोगों की बुद्धिमता पर उठाया सवाल, ड्रैगन ने तो लगा दी क्लास

#ukraine_controversial_statement_on_india_china

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने बुधवार को एक ऐसा बयान दिया जिससे हंगामा खड़ा हो गया। मिखाइलो पोडोल्याक ने न्यूज़ एजेंसी स्पुतनिक को दिए इंटरव्यू में भारत और चीन के लोगों की बुद्धिमता पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, जब विवाद बढ़ा तो यूक्रेन के विदेशी मंत्रालय ने उनके बयान से खुद को किनारा कर लिया जिसके बाद पोडोल्याक अपने बयान से ही पलट गए।उनकी ये टिप्पणी भारत में हल ही में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के कुछ दिनों बाद आई है।इस टिप्‍पणी को भारत में हुए जी20 की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। इस सम्‍मेलन के बाद जो घोषणा पत्र जारी हुआ, उसमें रूस का जिक्र नहीं था लेकिन यूक्रेन युद्ध का जिक्र हुआ था। वहीं, मायखाइलो पोडोल्याक के बयान पर चीन काफी नाराज है और उसने पोडोल्‍याक से सफाई मांगी है।हालांकि, भारत की तरफ से अभी पोडोल्‍याक की टिप्‍पणी पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने “स्पुतनिक” को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत, चीन के साथ समस्या यह है कि वे अपने कदमों के परिणामों का विश्लेषण नहीं कर रहे हैं, दुर्भाग्य से इन देशों की बौद्धिक क्षमता कमजोर है।’ मायखाइलो पोडोल्याक इतने पर नहीं रूके, बल्कि उन्होंने भारत के स्पेस मिशन चंद्रयान-3 को लेकर भी कुछ ऐसा कहा जिससे विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा, हां, वे विज्ञान में निवेश करते हैं, भारत ने चंद्रयान भी लॉन्च किया है, और उसका रोवर चंद्रमा की सतह पर ट्रैकिंग कर रहा है। लेकिन इससे यह नहीं तय हो जाता कि ये देश पूरी तरह समझ चुके हैं कि आधुनिक दुनिया किसे कहते हैं।

भारत में यूक्रेनी दूतावास ने बयान से किया किनारा

हालांकि भारत की तरफ से इस बयान पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। लेकिन भारत में यूक्रेनी दूतावास ने मायखाइलो पोडोल्याक ने इस बयान से किनारा कर लिया है। दिल्ली में स्थित यूक्रेनी दूतावास ने कहा, 'मायखाइलो पोडोल्याक के बयान उनके निजी विचार हैं और उनके विचार यूक्रेन के विदेश मंत्रालय और राष्ट्रपति कार्यालय को नहीं दर्शाते हैं। 

पोडोल्याक के बयान पर चीन सख्त

वहीं, यूक्रेनी राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक के बयान पर चीन ने सख्ती से जवाब दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पोडोल्याक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उस बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है। निंग ने एक और रूसी न्‍यूज एजेंसी से कहा कि यूक्रेन के अधिकारी को अपनी टिप्पणी के लिए सफाई देनी होगी। उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन संकट पर, चीन हमेशा शांति के लिए बातचीत को बढ़ावा देने और राजनीतिक समाधान की सुविधा के लिए जिम्मेदार तरीके से काम करता आया है। निंग ने पोडोल्याक का जिक्र करते हुए कहा, 'जिस व्यक्ति का आपने हवाला दिया है उसे सटीक व्याख्या के आधार पर चीन की स्थिति को सही ढंग से देखना चाहिए।

दिल्ली घोषणापत्र पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई

मायखाइलो पोडोल्याक का बयान तब सामने आया है जब भारत ने जी-20 समिट के दौरान यूक्रेन युद्ध मुद्दे पर भी 'न्यू दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' को सर्वसम्मति से मंजूर किया। डिक्लेरेशन (घोषणापत्र) पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई है। 'न्यू दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' में रूस का जिक्र न होने पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के रुख को लेकर हैरानी भी जताई. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने डिक्लेरेशन को लेकर कहा कि घोषणापत्र में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे लेकर गर्व किया जा सके. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर हमें मौका मिलता तो हम स्थिति को कहीं बेहतर तरीके से सामने ला सकते थे.

India

Aug 14 2023, 14:01

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला के बिगड़े बोल, कहा-'राक्षस प्रवृत्ति के हैं बीजेपी को वोट देने वाले, मैं श्राप देता हूं...',

#randeep_surjewala_controversial_statment

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने विवादित बयान दिया है। हरियाणा के कैथल में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उसके समर्थक राक्षस प्रवृति के हैं। जो बीजेपी को वोट देते हैं वे भी राक्षस प्रवृति के हैं। सुरजेवाला ने कहा कि वह हरियाणा की धरती से ऐसे लोगों को श्राप देते हैं।

दरअसल, सुरजेवाला हरियाणा के कैथल में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।यहां सुरजेवाला ने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘मेरा हरियाणा दर्द से कराह रहा है. सीईटी पास नौजवान के आंखों में आंसुओं का सैलाब है। जींद में तो हद हो गई, अब रविदासिया व वाल्मीकि समुदाय को गुरु रविदास जी व महर्षि वाल्मीकि जी की मूर्ति तक नहीं लगाने दी जा रही। उन्हें खून के आंसू रुलाने का हिसाब कौन देगा? जब तक इन आंसुओं का हिसाब इस मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला की भ्रष्टाचारी, अन्यायी सरकार से नही ले लेता,चैन से मैं बैठने वाला नहीं।’

युवा न्याय मांगने के लिए गर्मी में चलने से नहीं डरते, बल्कि वे इस सरकार की ज्यादतियों से डरते हैं।उन्होंने कहा, यह सरकार उनके भविष्य के साथ खेल रही है। यही कारण है कि हम इन युवाओं के लिए न्याय मांगने के लिए 17 किलोमीटर पैदल चले।आप उनसे परीक्षा में बैठने का अवसर भी छीन रहे हैं।सुरजेवाला यहीं नहीं रूकें, उन्होंने कहा, भाजपा और जेजेपी राक्षसों की पार्टियां हैं. जो लोग भाजपा को वोट देते हैं और उनका समर्थन करते हैं वे भी राक्षस प्रवृत्ति के हैं।उन्होंने कहा, आज, महाभारत की इस भूमि पर, मैं उन्हें को श्राप देता हूं।

भाजपा के विरोध में अंधेपन का शिकार-संबित पात्रा

सुरजेवाला के हरियाणा के कैथल में दिए बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इसे लेकर अब भाजपा ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता की भाषा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर कहा, 'बार-बार राजकुमार को लॉन्च करने में विफल रही कांग्रेस पार्टी ने अब जनता और जनार्दन को गाली देना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के विरोध में अंधेपन का शिकार हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को यह कहते हुए सुनें-'देश के लोग जो भाजपा को वोट देते हैं और उसका समर्थन करते हैं, वे 'राक्षस' हैं।

संबित पात्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर 13 अगस्त का वीडियो क्लिप भी साझा किया जिसमें रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया था। पात्रा ने ट्वीट किया, 'एक तरफ मोदी जी हैं, 140 करोड़ देशवासियों के प्रधानमंत्री, जिनके लिए जनता जनार्दन का रूप है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी है, जिसके लिए जनता दानव का रूप है।

क्या बोले शहजाद पूनावाला?

पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस न सिर्फ वोटरों की बेइज्जती कर रही है, बल्कि उन्हें श्राप भी दे रही है। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी हैं और 2024 में साफ हो जाएगा कि जनता किसे आशीर्वाद देती है और किसे श्राप।भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला जो अफजल गुरु को अफजल गुरू जी कहते हैं और उनकी पार्टी के नेता ओसमा जी और हाफिज सईद साहब कहते हैं, वो आज भारत की जनता को ही गाली देने लगे हैं। वोटरों को ही गाली देने लगे हैं। उन्होंने कहा, "सोचिए वो कांग्रेस पार्टी जो लोकतंत्र के मंदिर पर इस तरह के आक्षेप लगाती है। लोकतंत्र की संस्थाओं पर सवाल खड़े करती है। विदेश की धरती पर जाकर लोकतंत्र मर गया है, यह कहती है। भारत माता की हत्या हो गई है, ये भी कहती है। अब रणदीप सुरजेवाला कहते हैं कि जो जनता वोट करती है, वह राक्षस प्रवृत्ति की है। भाजपा को समर्थन देने वाली जनता, जिसे हम सभी जनता-जनार्दन मानते हैं। ऐसे लगभग 23 करोड़ लोगों को कांग्रेस पार्टी राक्षस प्रवृत्ति का बताती है।"

India

Aug 11 2023, 12:45

‘फ्लाइंग किस’ विवाद पर कांग्रेस सांसद नीतू सिंह के बिगड़े बोल, कहा-राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं

#rahul_gandhi_flying_kiss_congress_mla_neetu_singh_controversial_statement 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘फ्लाइंग किस’ पर शुरू हुआ विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ बीजेपी के सांसदों ने उनके खिलाफ शिकायत की है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की विधायक नीतू सिंह ने इस मसले पर ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी पारे को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। नीतू सिंह ने उम्र का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे।

बिहार में कांग्रेस की महिला विधायक से जब इस बावत मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने इसपर विवादित बयान दिया। हिसुआ से कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने राहुल गांधी पर लग रहे आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी स्पीकर की तरफ इशारा कर रहे थे, कोई फ्लाइंग किस नहीं कर रहे थे।नीतू सिंह यहीं नहीं रूकीं, उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे, 50 साल की बुजुर्ग महिला को क्यों देंगे?

कांग्रेस नेता नीतू सिंह ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर भी अपशब्द कहे।नीतू सिंह ने कहा- जो महिला दोस्त स्मृति ईरानी की सहेली थी उसके पति को ही लेकर स्मृति ईरानी भाग गईं। फिर शादी की। यह किसी से छुपा नहीं है। ऐसी महिला हमारे राहुल जी पर कटाक्ष करती है। ऐसी महिला को तो खुद ही शर्म आना चाहिए।

बता दें कि नीतू सिंह नवादा के हिसुआ से विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के तीन बार विधायक रहे अनिल सिंह को हराया है। नीतू सिंह के पति भी दंबग नेता हैं।

Streetbuzznews

Mar 29 2024, 13:51

Courier Services Suspended for Vihaan Direct Selling Amid Fraud Allegations.

The courier services of India Post as well as Blue Dart have dealt a huge blow to the Indian franchisee of the controversial multi-level marketing (MLM) scheme, QNet, called Vihaan Direct Selling (India) Pvt Ltd. The MLM entity is facing numerous allegations of fraud and legal scrutiny. These challenges are further complicated by a recent decision by India Post and Blue Dart to withhold their services from Vihaan Direct Selling.

There was a directive from Registrar of Companies (ROC), ordering that courier services be suspended for Vihaan Direct Selling due to its engagement in numerous criminal cases and legal actions. This development signifies growing anxiety over company operations and likely consequences affecting consumers.

At the heart of the controversy are some severe fraud allegations amounting to an astounding ₹1 billion against this firm, Vihaan Direct Selling, and its affiliates. Consequently, the Enforcement Directorate (ED) has moved in by blocking any financial transactions via 36 bank accounts linked with Vihaan Direct Selling valued at above Rs 90 crores as part of money laundering probe. Legal actions however including cases filed by ED have addressed issues related to fraud against Vihaan Direct Selling particularly on Rs425 crore scam which is known as QNet case.

Government bodies have tightened the screws on Vihaan Direct Selling; consumer affairs and corporate affairs have commenced winding-up proceedings against this company. The extent of fraud committed by Vihaan Direct Selling has significantly been emphasized through judicial observations, especially by Judge Mridula Bhatkar of Bombay High Court.

In spite of legal and regulatory interventions, Vihaan Direct Selling continues to operate in multi-level marketing (MLM), which hampers consumer protection efforts. The company also suffered a major blow when courier services were halted. With increasing fraud allegations and hardening regulatory actions, the destiny of its operations hangs in balance, making it a milestone moment for MLM industry and initiatives aimed at safeguarding customers.

India

Mar 27 2024, 18:31

सुप्रिया श्रीनेत और दिलीप घोष को चुनाव आयोग की नोटिस, कंगना रनौत-ममता बनर्जी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

#ecnoticetosupriyashrinateanddilipghoshovercontroversialremarks 

लोकसभा चुनाव को लेकर देश का सियासी पारा हाई है। राजनीतिक दलों में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। चुनाव आयोग के बार-बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी नेताओं का आपत्तिजनक बयान देने का सिलसिला जारी है. आपत्तिनजक बयान को लेकर चुनाव आयोग ने बुधवार को कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी नेता दिलीप घोष को नोटिस भेजा है।चुनाव आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत को इसलिए नोटिस भेजा है क्योंकि हाल ही में सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया अकाउंट से कंगना रनौत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। वहीं, बीजेपी के नेता दिलीप घोष को भी इस कारण नोटिस भेजा है क्योंकि घोष ने ममता बनर्जी पर टिप्पणी की थी।

सुप्रिया श्रीनेत ने क्या कहा था?

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत के मंडी लोकसभा प्रत्याशी बनने पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना की एक शेयर कर लिखा था कि मंडी में आज क्या भाव चल रहा कोई बताएगा? पोस्ट होने के कुछ ही देर बाद लोगों ने उन्हें इस टिप्पणी के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस नेता ने सफाई दी और कहा कि उनका अकाउंट कई लोग इस्तेमाल करते हैं और उन्हीं में से किसी ने ये किया है। बता दें कि कंगना रनौत को बीजेपी ने मंडी लोकसभा से टिकट देकर मैदान में उतारा है।

दिलीप घोष ने क्या कहा था?

वहीं, दिलीप घोष एक सभा के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि पर अभद्र टिप्पमी की थी। घोष ने कहा कि ममता बनर्जी खुद को कभी गोवा की बेटी बताती है तो कभी त्रिपुरा की बेटी बताती हैं। ऐसे में ममता बनर्जी बताएं की उनके पिता कौन है? ऐसे ही किसी की भी बेटी होना ठीक नहीं।

दिलीप घोष के इस बयान पर खुद उनकी पार्टी बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया था और नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था।विवाद बढ़ता देख दिलीप घोष ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण दिया था।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं है। अगर किसी को मेरी भाषा और शब्दों से दिक्कत हुई है तो मैं दुख प्रकट करता हूं।

India

Mar 06 2024, 16:37

भारत को देश नहीं मानते डीएमके सांसद ए राजा, जानें

#dmk_mp_a_raja_controversial_remarks

डीएमके नेता ए राजा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। मामला उनके भारत और सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान का है। ए राजा ने भारत को एक देश मानने से इनकार किया है। ए राजा की मानें को भारत एक देश नहीं है, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। ए राजा के इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। इस बयान की न केवल बीजेपी बल्कि डीएमके की सहयोगी कांग्रेस ने भी निंदा की। बीजेपी ने राजा की टिप्पणी को विभाजन का आह्वान बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि बोलते समय उन्हें संयम बरतना चाहिए।

इससे संबंधित एक वीडियो सामने आया है। तमिल में दिया गया ए राजा के इस भाषण का वीडियो क्लिप अंग्रेज़ी सबटाइटल के साथ सोशल मीडिया पर पिछले दो दिन से वायरल हो रहा है।जिसमें राजा कहते नजर आ रहे हैं - भारत एक राष्ट्र नहीं है। इस बात को अच्छे से समझ लें। भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा।ए राजा ने कहा कि एक राष्ट्र एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति को दर्शाता है और ऐसी विशेषताएं ही एक राष्ट्र का निर्माण करती हैं। भारत एक उपमहाद्वीप है जहां कई प्रथाएं और परंपराएं हैं।

ए राजा ने कहा, तमिलनाडु में एक भाषा-एक संस्कृति हैं। यह एक देश है। मलयालम एक भाषा है, उनका एक राष्ट्र है। ओडिशा एक देश है, वहां एक भाषा है। केरल में अलग, दिल्ली में अलग भाषा और संस्कृति है। ये सारे देश मिलकर भारत को बनाते हैं। इसलिए भारत एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।

डीएमके नेता ए राजा वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि अगर आप कहेंगे कि ये आपके ईश्वर हैं और भारत माता की जय तो हम उस ईश्वर और भारत माता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कह दो इनको, हम सब राम के शत्रु हैं। मुझे रामायण और भगवान राम पर विश्वास नहीं है। राजा ने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए 'जय श्री राम' के नारे को घृणास्पद बताया।

ए राजा का बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब 4 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को सनातन विरोधी बयानबाजी पर फटकार लगाते हुए कहा था कि उन्हें अपने बयान के नतीजे पता होने चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आपने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग किया और अब आप राहत मांग रहे हैं। आप आम आदमी नहीं हैं, राजनेता हैं।

India

Jan 18 2024, 14:47

गौरवपूर्ण अयोध्या का विवादित इतिहास, जिसने देश की राजनीति को सबसे ज्यादा प्रभावित किया

#controversial_history_of_glorious_ayodhya

अयोध्या का आरंभ जितना गौरवपूर्ण है, बाद का इतिहास उतना ही विवादित, शायद दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला विवाद रहाष हालांकि पिछली पांच शताब्दी से चला आ रहा तनाव अब खत्म हो गया है। अब वहां रामलला विराजमान होने वाले हैं।

अयोध्या के अध्याय में विवाद की बुनियाद उस वक्त पड़ी, जब बाबर ने मंदिर तुड़वाकर मस्जिद का निर्माण कराया। आजादी के पहले से लेकर आजादी के बाद तक ये वो विवाद रहा, जिसने देश की राजनीति को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। जिसने हिंदू-मुस्लिम के बीच एक कभी ना पाटी जा सकने वाली खाई खोद दी। इसकी वजह से हिंसा और खून खराबा हुआ, लोग मारे गए, सालों तक देश की सबसे बड़ी अदालत में इस समस्या को सुलझाने के लिए सुनवाइयां हुई, दलीले पेश की गई। तक जाकर ये विवाद खत्म हुआ।

अयोध्या में उस स्थल पर मस्जिद बनवाया गया था, जिसे हिंदू अपने आराध्य भगवान राम का जन्म स्थान मानते हैं। कहा जाता है कि मुगल राजा बाबर के सेनापति मीर बाकी ने यहां मस्जिद बनवाई। जिसे बाबरी मस्जिद का नाम दिया गया। इसके साथ ही विवाद की बीज बो दी गई थी। जो साल दर साल बढ़ते बढ़ते एक विशाल वृक्ष बना गया। जिसकी शाखांए अयोध्या से निकलकर पूरे देश में छा गई। यानी ये मसला देशव्यापी बन चुका था।

कहा जाता है कि अयोध्या में इस मुद्दे को लेकर पहली सामप्रदायिक हिंसा की 1853 में हुई थी। जब निर्मोही अखाड़ा ने ढांचे पर दावा कर दिया। निर्मोही अखाड़ा ने कहा कि जिस स्थल पर मस्जिद खड़ा है, वहां एक मंदिर हुआ करता था, जिसे बाबर के शासनकाल में नष्ट किया गया। अगले 2 सालों तक इस मुद्दे को लेकर अवध में हिंसा भड़कती रही। इस दौरान 1855 तक, हिंदू और मुसलमान दोनों एक ही इमारत में पूजा या इबादत करते रहे। ये वो समय था जब देश स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहा था। उस वक्त 1857 के पहले आंदोलन के कारण अयोध्या का मामला थोड़ा ठंडा पड़ गया। इसी दौरान 1859 में ब्रिटिश शासकों ने मस्जिद के सामने एक दीवार बना दी गई। परिसर के भीतरी हिस्से में मुसलमानों को और बाहरी हिस्से में हिंदुओं को प्रार्थना करने की अनुमति दी गई।

इस बीच दोनों समुदायों के बीच तनाव बढता ही जा रहा था। मंदिर-मस्जिद विवाद कुछ सालों में इतना भयावह हो गया कि मामला पहली बार कोर्ट में पहुंचा। हिंदू साधु महंत रघुबर दास ने फैजाबाद कोर्ट में बाबरी मस्जिद परिसर में राम मंदिर बनवाने की इजाजत मांगी, हालांकि कोर्ट ने ये अपील ठुकरा दी। जज पंडित हरिकृष्ण ने यह कहकर इसे खारिज कर दिया कि यह चबूतरा पहले से मौजूद मस्जिद के इतना करीब है कि इस पर मंदिर बनाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

ऐसा नहीं है कि कोर्ट के इस आदेश के बाद सबकुछ शांत हो गया। यूं कह सकते हैं कि इसके बाद से मामला और गहराता गया। जिसके बाद सिलसिलेवार चला तारीखों का सिलसिला।

India

Jan 04 2024, 11:05

राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे', एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद को दिया जन्म*

#ncp_leader_jitendra_ahwads_controversial_statement_on_lord_ram

अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पहले ही सियासत तेज है। इस बीच एनसीपी शरद पवार गुट के विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने एक नए विवाद की शुरूआत कर दी है। अब अगर बात शुरू हुई है तो, निःसंदेश दूर तलक जाएगी। शिरडी में पार्टी के शिविर में एनसीपी नेता जितेंद्र आह्वाड ने भगवान श्रीराम पर बयान दिया। इसी दौरान उन्हें भगवान राम के खाने को लेकर ऐसा बात कह डाली, जिसपर बीजेपी ने नाराजगी जाहिर की है।

महाराष्ट्र के शिरडी में बुधवार को एक कार्यक्रम में आव्हाड ने कहा कि ‘राम हमारे हैं, बहुजन के हैं।आव्हाड ने आगे कहा कि भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 14 साल तक जंगल में रहेगा वो शाकाहारी भोजन खोजने कहां जाएगा? उन्होंने जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही बात है या नहीं?

उन्होंने कहा, 'कोई कुछ भी कहे, सच्चाई यह है कि हमें आजादी गांधी और नेहरू की वजह से ही मिली। यह तथ्य कि इतने बड़े स्वतंत्रता आंदोलन के नेता गांधी जी ओबीसी थे, उन्हें (आरएसएस को) स्वीकार्य नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि गांधीजी की हत्या के पीछे का असली कारण जातिवाद था।

जितेंद्र आव्हाड के इस बयान पर अब जमकर बवाल हो रहा है। उनके इस बयान को लेकर देशव्यापी विरोध हो रहा है। बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया। इसके अलावा अजित पवार गुट वाली एनसीपी ने जितेंद्र के इस बयान को लेकर मुंबई में विरोध प्रदर्शन भी किया।

जितेंद्र आह्वाड के बयान की एनसीपी अजित पवार गुट ने भी निंदा की है. एनसीपी अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जितेंद्र आह्वाड के पास लगता है कि डॉक्टरेट की डिग्री है, आह्वाड ही इस दुनिया में सबसे बड़े ज्ञानी हैं उनके जितना ज्ञान किसी को नहीं इसलिए इस तरह के बयान सिर्फ वही दे सकते हैं.

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Oct 27 2023, 11:24

अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी पर नरोत्तम मिश्रा के बिगड़े बोल, जानें ऐसा क्या कह गए, जिसने कांग्रेस को दे दिया मौका

#narottammishrascontroversialstatementoverhema_malini

मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठे बिठाए कांग्रेस के हाथों में एक मुद्दा थमा दिया है। जिसके बाद बीजेपी नेता पर महिला विरोदी होने के आरोप लग रहे हैं।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सूबे के गृह मंत्री जानी मानी कलाकार हेमा मालिनी को लेकर दिये बयान को लेकर विवाद में फंस गये हैं।दरअसल, एक सभा में नरोत्तम मिश्रा के बोल अपनी उपलब्धियों का बखान करते करते बिगड़ गए। बोलते-बोलते नरोत्तम मिश्रा की जुबान फिसली और वे अपनी ही पार्टी की महिला सांसद पर अमर्यादित बात कह गए। जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो कांग्रेस ने कहा महिला विरोधी बयान के लिये नरोत्तम मिश्रा से माफ़ी मांगने की मांग की है।

नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा

दरअसल, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मथुरा से अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी का भी जिक्र किया और कहा, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो बागेश्वर धाम आए, प्रदीप मिश्रा आए, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो कलशयात्रा निकाली गई है और दतिया ने उड़ान भरी तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर हेमा मालिनी को भी नचवा दिया।

अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते-दिग्विजय सिंह

काँग्रेस इसे हेमा मालिनी और एक महिला का अपमान बता रही है। कांग्रेस का कहना है एक तरफ मुख्यमंत्री खुद को मामा कहकर लाड़ली बहना योजना चलाते हैं औऱ दूसरी तरफ उनके मंत्री अपनी ही पार्टी की नेता हेमामालिनी का इस तरह अपमान करते हैं। उनके इस बयान को लेकर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'संस्कारी बीजेपी के माननीय मंत्री जी का महिलाओं को लेकर वास्तविक ओछापन भी सुनें। अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते।' इसी के साथ उन्होंने नरोत्तम मिश्रा का यह वीडियो भी पोस्ट किया है।

बीजेपी की महिला विरोधी सोच- रागिनी नायक

पार्टी की प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा हेमा मालिनी जी जो उन्हीं की पार्टी की नेता हैं उनके बारे में ये कहना कि हम हेमा मालिनी को नचाएंगे, ये बीजेपी की महिला विरोधी सोच है। हाथी के दांत खाने के औऱ दिखाने के औऱ. वोट बटोरने के लिये लाड़ली बहना हो जाती है। बीजेपी के ये नेता कैसे महिलाओं को कमोडिफाय कर रहे हैं। ये लज्जा का विषय है। शिवराज सिंह चौहान को नरोत्तम मिश्रा से माफी मंगवानी चाहिए औऱ खुद भी माफी मांगनी चाहिये क्योंकि वो खुद को मामा कहते हैं।

बता दें कि नरोत्तम मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं और 2008 से दतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार वह अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चौथी बार मैदान में उतर रहे हैं। मध्य प्रदेश में 7 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

India

Oct 27 2023, 11:23

अपनी ही पार्टी की सासंद हेमा मालिनी पर नरोत्तम मिश्रा के बिगड़े बोल, जानें ऐसा क्या कह गए, जिसने कांग्रेस को दे दिया मौका

#narottam_mishra_s_controversial_statement_over_hema_malini

मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठे बिठाए कांग्रेस के हाथों में एक मुद्दा थमा दिया है। जिसके बाद बीजेपी नेता पर महिला विरोदी होने के आरोप लग रहे हैं।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सूबे के गृह मंत्री जानी मानी कलाकार हेमा मालिनी को लेकर दिये बयान को लेकर विवाद में फंस गये हैं।दरअसल, एक सभा में नरोत्तम मिश्रा के बोल अपनी उपलब्धियों का बखान करते करते बिगड़ गए। बोलते-बोलते नरोत्तम मिश्रा की जुबान फिसली और वे अपनी ही पार्टी की महिला सांसद पर अमर्यादित बात कह गए। जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो कांग्रेस ने कहा महिला विरोधी बयान के लिये नरोत्तम मिश्रा से माफ़ी मांगने की मांग की है।

नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा

दरअसल, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मथुरा से अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी का भी जिक्र किया और कहा, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो बागेश्वर धाम आए, प्रदीप मिश्रा आए, मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो कलशयात्रा निकाली गई है और दतिया ने उड़ान भरी तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर हेमा मालिनी को भी नचवा दिया।

अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते-दिग्विजय सिंह

काँग्रेस इसे हेमा मालिनी और एक महिला का अपमान बता रही है। कांग्रेस का कहना है एक तरफ मुख्यमंत्री खुद को मामा कहकर लाड़ली बहना योजना चलाते हैं औऱ दूसरी तरफ उनके मंत्री अपनी ही पार्टी की नेता हेमामालिनी का इस तरह अपमान करते हैं। उनके इस बयान को लेकर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'संस्कारी बीजेपी के माननीय मंत्री जी का महिलाओं को लेकर वास्तविक ओछापन भी सुनें। अपने दल की नेता को भी नहीं बख्शते।' इसी के साथ उन्होंने नरोत्तम मिश्रा का यह वीडियो भी पोस्ट किया है।

बीजेपी की महिला विरोधी सोच- रागिनी नायक

पार्टी की प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा हेमा मालिनी जी जो उन्हीं की पार्टी की नेता हैं उनके बारे में ये कहना कि हम हेमा मालिनी को नचाएंगे, ये बीजेपी की महिला विरोधी सोच है। हाथी के दांत खाने के औऱ दिखाने के औऱ. वोट बटोरने के लिये लाड़ली बहना हो जाती है। बीजेपी के ये नेता कैसे महिलाओं को कमोडिफाय कर रहे हैं। ये लज्जा का विषय है। शिवराज सिंह चौहान को नरोत्तम मिश्रा से माफी मंगवानी चाहिए औऱ खुद भी माफी मांगनी चाहिये क्योंकि वो खुद को मामा कहते हैं।

बता दें कि नरोत्तम मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं और 2008 से दतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार वह अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चौथी बार मैदान में उतर रहे हैं। मध्य प्रदेश में 7 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

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Sep 14 2023, 15:01

ये क्या बोल गए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार? भारत, चीन के लोगों की बुद्धिमता पर उठाया सवाल, ड्रैगन ने तो लगा दी क्लास

#ukraine_controversial_statement_on_india_china

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने बुधवार को एक ऐसा बयान दिया जिससे हंगामा खड़ा हो गया। मिखाइलो पोडोल्याक ने न्यूज़ एजेंसी स्पुतनिक को दिए इंटरव्यू में भारत और चीन के लोगों की बुद्धिमता पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, जब विवाद बढ़ा तो यूक्रेन के विदेशी मंत्रालय ने उनके बयान से खुद को किनारा कर लिया जिसके बाद पोडोल्याक अपने बयान से ही पलट गए।उनकी ये टिप्पणी भारत में हल ही में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के कुछ दिनों बाद आई है।इस टिप्‍पणी को भारत में हुए जी20 की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। इस सम्‍मेलन के बाद जो घोषणा पत्र जारी हुआ, उसमें रूस का जिक्र नहीं था लेकिन यूक्रेन युद्ध का जिक्र हुआ था। वहीं, मायखाइलो पोडोल्याक के बयान पर चीन काफी नाराज है और उसने पोडोल्‍याक से सफाई मांगी है।हालांकि, भारत की तरफ से अभी पोडोल्‍याक की टिप्‍पणी पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने “स्पुतनिक” को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत, चीन के साथ समस्या यह है कि वे अपने कदमों के परिणामों का विश्लेषण नहीं कर रहे हैं, दुर्भाग्य से इन देशों की बौद्धिक क्षमता कमजोर है।’ मायखाइलो पोडोल्याक इतने पर नहीं रूके, बल्कि उन्होंने भारत के स्पेस मिशन चंद्रयान-3 को लेकर भी कुछ ऐसा कहा जिससे विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा, हां, वे विज्ञान में निवेश करते हैं, भारत ने चंद्रयान भी लॉन्च किया है, और उसका रोवर चंद्रमा की सतह पर ट्रैकिंग कर रहा है। लेकिन इससे यह नहीं तय हो जाता कि ये देश पूरी तरह समझ चुके हैं कि आधुनिक दुनिया किसे कहते हैं।

भारत में यूक्रेनी दूतावास ने बयान से किया किनारा

हालांकि भारत की तरफ से इस बयान पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। लेकिन भारत में यूक्रेनी दूतावास ने मायखाइलो पोडोल्याक ने इस बयान से किनारा कर लिया है। दिल्ली में स्थित यूक्रेनी दूतावास ने कहा, 'मायखाइलो पोडोल्याक के बयान उनके निजी विचार हैं और उनके विचार यूक्रेन के विदेश मंत्रालय और राष्ट्रपति कार्यालय को नहीं दर्शाते हैं। 

पोडोल्याक के बयान पर चीन सख्त

वहीं, यूक्रेनी राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक के बयान पर चीन ने सख्ती से जवाब दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पोडोल्याक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उस बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है। निंग ने एक और रूसी न्‍यूज एजेंसी से कहा कि यूक्रेन के अधिकारी को अपनी टिप्पणी के लिए सफाई देनी होगी। उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन संकट पर, चीन हमेशा शांति के लिए बातचीत को बढ़ावा देने और राजनीतिक समाधान की सुविधा के लिए जिम्मेदार तरीके से काम करता आया है। निंग ने पोडोल्याक का जिक्र करते हुए कहा, 'जिस व्यक्ति का आपने हवाला दिया है उसे सटीक व्याख्या के आधार पर चीन की स्थिति को सही ढंग से देखना चाहिए।

दिल्ली घोषणापत्र पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई

मायखाइलो पोडोल्याक का बयान तब सामने आया है जब भारत ने जी-20 समिट के दौरान यूक्रेन युद्ध मुद्दे पर भी 'न्यू दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' को सर्वसम्मति से मंजूर किया। डिक्लेरेशन (घोषणापत्र) पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई है। 'न्यू दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' में रूस का जिक्र न होने पर यूक्रेन ने आपत्ति जताई. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के रुख को लेकर हैरानी भी जताई. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने डिक्लेरेशन को लेकर कहा कि घोषणापत्र में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे लेकर गर्व किया जा सके. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर हमें मौका मिलता तो हम स्थिति को कहीं बेहतर तरीके से सामने ला सकते थे.

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Aug 14 2023, 14:01

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला के बिगड़े बोल, कहा-'राक्षस प्रवृत्ति के हैं बीजेपी को वोट देने वाले, मैं श्राप देता हूं...',

#randeep_surjewala_controversial_statment

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने विवादित बयान दिया है। हरियाणा के कैथल में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उसके समर्थक राक्षस प्रवृति के हैं। जो बीजेपी को वोट देते हैं वे भी राक्षस प्रवृति के हैं। सुरजेवाला ने कहा कि वह हरियाणा की धरती से ऐसे लोगों को श्राप देते हैं।

दरअसल, सुरजेवाला हरियाणा के कैथल में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।यहां सुरजेवाला ने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘मेरा हरियाणा दर्द से कराह रहा है. सीईटी पास नौजवान के आंखों में आंसुओं का सैलाब है। जींद में तो हद हो गई, अब रविदासिया व वाल्मीकि समुदाय को गुरु रविदास जी व महर्षि वाल्मीकि जी की मूर्ति तक नहीं लगाने दी जा रही। उन्हें खून के आंसू रुलाने का हिसाब कौन देगा? जब तक इन आंसुओं का हिसाब इस मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला की भ्रष्टाचारी, अन्यायी सरकार से नही ले लेता,चैन से मैं बैठने वाला नहीं।’

युवा न्याय मांगने के लिए गर्मी में चलने से नहीं डरते, बल्कि वे इस सरकार की ज्यादतियों से डरते हैं।उन्होंने कहा, यह सरकार उनके भविष्य के साथ खेल रही है। यही कारण है कि हम इन युवाओं के लिए न्याय मांगने के लिए 17 किलोमीटर पैदल चले।आप उनसे परीक्षा में बैठने का अवसर भी छीन रहे हैं।सुरजेवाला यहीं नहीं रूकें, उन्होंने कहा, भाजपा और जेजेपी राक्षसों की पार्टियां हैं. जो लोग भाजपा को वोट देते हैं और उनका समर्थन करते हैं वे भी राक्षस प्रवृत्ति के हैं।उन्होंने कहा, आज, महाभारत की इस भूमि पर, मैं उन्हें को श्राप देता हूं।

भाजपा के विरोध में अंधेपन का शिकार-संबित पात्रा

सुरजेवाला के हरियाणा के कैथल में दिए बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इसे लेकर अब भाजपा ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता की भाषा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर कहा, 'बार-बार राजकुमार को लॉन्च करने में विफल रही कांग्रेस पार्टी ने अब जनता और जनार्दन को गाली देना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के विरोध में अंधेपन का शिकार हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को यह कहते हुए सुनें-'देश के लोग जो भाजपा को वोट देते हैं और उसका समर्थन करते हैं, वे 'राक्षस' हैं।

संबित पात्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर 13 अगस्त का वीडियो क्लिप भी साझा किया जिसमें रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया था। पात्रा ने ट्वीट किया, 'एक तरफ मोदी जी हैं, 140 करोड़ देशवासियों के प्रधानमंत्री, जिनके लिए जनता जनार्दन का रूप है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी है, जिसके लिए जनता दानव का रूप है।

क्या बोले शहजाद पूनावाला?

पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस न सिर्फ वोटरों की बेइज्जती कर रही है, बल्कि उन्हें श्राप भी दे रही है। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी हैं और 2024 में साफ हो जाएगा कि जनता किसे आशीर्वाद देती है और किसे श्राप।भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला जो अफजल गुरु को अफजल गुरू जी कहते हैं और उनकी पार्टी के नेता ओसमा जी और हाफिज सईद साहब कहते हैं, वो आज भारत की जनता को ही गाली देने लगे हैं। वोटरों को ही गाली देने लगे हैं। उन्होंने कहा, "सोचिए वो कांग्रेस पार्टी जो लोकतंत्र के मंदिर पर इस तरह के आक्षेप लगाती है। लोकतंत्र की संस्थाओं पर सवाल खड़े करती है। विदेश की धरती पर जाकर लोकतंत्र मर गया है, यह कहती है। भारत माता की हत्या हो गई है, ये भी कहती है। अब रणदीप सुरजेवाला कहते हैं कि जो जनता वोट करती है, वह राक्षस प्रवृत्ति की है। भाजपा को समर्थन देने वाली जनता, जिसे हम सभी जनता-जनार्दन मानते हैं। ऐसे लगभग 23 करोड़ लोगों को कांग्रेस पार्टी राक्षस प्रवृत्ति का बताती है।"

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Aug 11 2023, 12:45

‘फ्लाइंग किस’ विवाद पर कांग्रेस सांसद नीतू सिंह के बिगड़े बोल, कहा-राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘फ्लाइंग किस’ पर शुरू हुआ विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ बीजेपी के सांसदों ने उनके खिलाफ शिकायत की है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की विधायक नीतू सिंह ने इस मसले पर ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी पारे को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। नीतू सिंह ने उम्र का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे।

बिहार में कांग्रेस की महिला विधायक से जब इस बावत मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने इसपर विवादित बयान दिया। हिसुआ से कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने राहुल गांधी पर लग रहे आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी स्पीकर की तरफ इशारा कर रहे थे, कोई फ्लाइंग किस नहीं कर रहे थे।नीतू सिंह यहीं नहीं रूकीं, उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे, 50 साल की बुजुर्ग महिला को क्यों देंगे?

कांग्रेस नेता नीतू सिंह ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर भी अपशब्द कहे।नीतू सिंह ने कहा- जो महिला दोस्त स्मृति ईरानी की सहेली थी उसके पति को ही लेकर स्मृति ईरानी भाग गईं। फिर शादी की। यह किसी से छुपा नहीं है। ऐसी महिला हमारे राहुल जी पर कटाक्ष करती है। ऐसी महिला को तो खुद ही शर्म आना चाहिए।

बता दें कि नीतू सिंह नवादा के हिसुआ से विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के तीन बार विधायक रहे अनिल सिंह को हराया है। नीतू सिंह के पति भी दंबग नेता हैं।