पाक ने परमाणु हमले की दी धमकी तो ओवैसी ने दिखा दी “औकात”, बताया भारत से कितनी पीछे

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पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही बयानबाजी के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई है। पाकिस्‍तान के मंत्री की ओर से परमाणु हमले की धमकी के बाद ओवैसी ने उन पर आतंकवादी समूह आईएसआईएस की तरह काम करने का आरोप लगाया।

ओवैसी ने पाकिस्तान को घेरा

महाराष्ट्र के परभणी में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के लिए एक बार फिर पाकिस्तान की आलोचना की। ओवैसी ने कहा, अब जो लोग पाकिस्तान में बैठकर बकवास कर रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भारत से आपका वक्त आधा घंटा पीछे है, लेकिन आधा घंटा नहीं, आधा सदी भारत से पीछे है। तुम्हारे मुल्क का बजट हमारी मिल्ट्री के बजट के बराबर भी नहीं है।

परमाणु हमले की धमकी पर ओवैसी ने निकाली अकड़

ओवैसी ने पाकिस्तानी नेताओं की धमकियों पर भी उन्हें आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान बार-बार कहता है कि उनके पास परमाणु बम हैं, परमाणु बम हैं। याद रखें अगर आप किसी दूसरे देश में जाते हैं और निर्दोष लोगों को मारते हैं, तो कोई भी देश चुप नहीं रहेगा। एआईएमआईएम प्रमुख ने दोहराया कि आतंकवादियों ने पहलगाम में पर्यटकों को मारने से पहले उनका धर्म पूछा। उन्होंने कहा, आप किस धर्म की बात कर रहे हैं? आप ख्वारिज से भी बदतर हैं। यह कृत्य दिखाता है कि आप आईएसआईएस के उत्तराधिकारी हैं।

सरकार पाक को आर्थिक रूप से कमजोर करने के कदम उठाए- ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान कई सालों से भारत को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों को ट्रेन कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून भारत को पाकिस्तान की एयरफोर्स की नाकाबंदी लागू करने और हमारे नैतिक हैकरों का उपयोग करके उनके इंटरनेट को हैक करने की अनुमति देता है। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए कदम उठाएं।

संभल हिंसा पर राहुल से लेकर ओवैसी तक ने योगी सरकार को घेरा, जानें क्या कहा?

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संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर रविवार को हुए बवाल के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई हैं। अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है। संभल में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही राहुल गांधी ने यूपी पुलिस को भी घेरा है। वहीं, संभल में हुई हिंसा को पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कोर्ट के फैसले को गलत बताया और पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया है।बता दें, संभल में हुई हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई थी। इस बवाल में पांच लोगों की मौत की रिपोर्ट है। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं।

राहुल ने कहा- सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार

संभल की घटना पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पोस्ट करते हुए लिखा कि संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना। जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। राहुल ने आगे कहा कि भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के।

ओवैसी ने की सदन में चर्चा की मांग

संभल हिंसा को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में चर्चा की मांग की। ओवैसी ने कार्य स्थगन का नोटिस दिया है। ओवैसी ने संभल हिंसा को लेकर कहा, हिंसा ने हालात को गंभीर बना दिया है, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के पीछे की वजह और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। ओवैसी ने चाहते हैं कि सरकार इस मामले में स्थिति साफ करें और दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाए।

ओवैसी ने कोर्ट के फैसले को गलत बताया और पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि संभल की मस्जिद 50-100 साल पुरानी नहीं है, यह 250-300 साल से भी ज़्यादा पुरानी है और कोर्ट ने बिना मस्जिद के लोगों की बात सुने एकतरफा आदेश दिया जो गलत है। जब दूसरा सर्वे किया गया तो कोई जानकारी नहीं दी गई।

एएमयू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ओवैसी ने दी नसीहत, बोले- मोदी सरकार भेद-भाव बंद करे

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संवैधानिक पीठ ने 4-3 से बहुमत से दिया। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।ओवैसी ने कहा कि यह देश में मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को नसीहत भी दी है। ओवैसी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही उनके साथ भेदभाव करना बंद करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट किया।सोशल मीडिया एक्स पर एक बड़े पोस्ट में एआईएमआईएम प्रमुख लिखा, यह भारत के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। 1967 के फैसले ने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को खारिज कर दिया था, जबकि वास्तव में यह अल्पसंख्यक था। अनुच्छेद 30 में कहा गया है कि अल्पसंख्यकों को अपने शैक्षणिक संस्थानों को उस तरीके से स्थापित करने और संचालित करने का अधिकार है, जैसा वे उचित समझें।

भाजपा के सभी तर्क खारिज-ओवैसी

ओवैसी ने आगे लिखा, अल्पसंख्यकों के खुद को शिक्षित करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विश्वविद्यालय संविधान से पहले स्थापित हुआ था या फिर सरकार के कानून की तरफ से स्थापित हुआ था। अगर इसे अल्पसंख्यकों की तरफ से स्थापित किया गया है तो यह अल्पसंख्यक संस्थान है। भाजपा के सभी तर्क खारिज हो गए।

बीजेपी पर लगाया ये आरोप

अपने पोस्ट में ओवैसी ने आरोप लगाया कि, भाजपा इतने सालों से एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करती रही है। अब वह क्या करने जा रही है? एएमयू और जामिया पर हमला करने की हरसंभव कोशिश की गई है, यहां तक कि मदरसा चलाने के हमारे अधिकार पर भी हमला किया गया है। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने रास्ते में सुधार करना चाहिए।

मोदी सरकार को नसीहत

कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार को नसीहत देते हुए एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने लिखा, मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। उसे एएमयू का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है। जामिया को प्रति छात्र 3 लाख रुपये मिलते हैं, एएमयू को प्रति छात्र 3.9 लाख रुपये मिलते हैं, लेकिन बीएचयू को 6.15 लाख रुपये मिलते हैं। जामिया और एएमयू ने राष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। सही समर्थन से विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए मोदी को उनके साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। एएमयू का किशनगंज सेंटर पिछले कई सालों से खराब पड़ा है। इस पर भी तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए और सेंटर को जल्द से जल्द काम करना शुरू करना चाहिए।

क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार को एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे संबंधी मामले को 3 जजों की नई बेंच के पास भेजने का फैसला लिया, साथ ही 1967 के अपने फैसले को खारिज कर दिया जिसमें यह कहा गया था कि विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता क्योंकि केंद्रीय कानून के तहत इसकी स्थापना की गई थी।

हरियाणा हार पर ओवैसी ने कांग्रेस से किए सवाल, कहा- हम चुनाव नहीं लड़े तो मोदी कैसे जीते?

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हरियाणा विधानसभा के चुनावी नतीजे आए चार दिन हो गए हैं। अब तो सरकार गठन की तारीख भी तय हो गई है। 17 अक्टूबर को हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण होने वाला है। हालांकि, अब तक राज्य में कांग्रेस की हार की चर्चा खत्म नहीं हुई है। इस बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस को जमकर लपेटा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में एआईएमआईएम चुनाव नहीं लड़ी फिर कैसे बीजेपी जीत गई?

ओवैसी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि मोदी जी हरियाणा का इलेक्शन गलती से जीत गए। अब कैसे जीत गए मैं तो वहां पर नहीं था। वरना बोलते बी टीम-बी टीम। ये लोग गए तो ऐसा किए वैसा किए। मगर ये वहां पर हार गए। हारने वालों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि क्यों हारे और किस वजह से हारे?

कांग्रेस को ओवैसी की नसीहत

ओवैसी ने आगे कहा, मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि पार्टी मेरी बात समझने की कोशिश करें। अभी भी समय है, अगर मोदी को हराना है तो सबको साथ लेकर चलना होगा। आप अकेले कुछ नहीं कर सकते।

हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार शानदार जीत हासिल की है। बीजेपी ने कांग्रेस की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हरियाणा में बीजेपी ने 90 विधानसभा सीट में से 48 सीट जीतीं, जो सरकार बनाने के लिए 46 के जादुई आंकड़े से कहीं अधिक हैं।

సెక్రటేరియట్‌ ఎఫ్‌టీఎల్‌లో ఉంటే లేని ఇబ్బంది.. పేదల ఇండ్లు ఉంటే ఏంటి?: అసదుద్దీన్ ఒవైసీ

హైడ్రా కూల్చివేతలపై ఎంఐఎం చీఫ్‌, ఎంపీ అసదుద్దీన్‌ ఒవైసీ (Asaduddin Owaisi) మరోసారి ప్రభుత్వంపై ప్రశ్నల వర్షం కురిపించారు. కొన్ని ప్రభుత్వ భవనాలను ఎఫ్‌టీఎల్‌లో కట్టారు.. వాటిని కూల్చేస్తారా అని ప్రశ్నించారు.

హైడ్రా కూల్చివేతలపై ఎంఐఎం చీఫ్‌, ఎంపీ అసదుద్దీన్‌ ఒవైసీ (Asaduddin Owaisi) మరోసారి ప్రభుత్వంపై ప్రశ్నల వర్షం కురిపించారు. కొన్ని ప్రభుత్వ భవనాలను ఎఫ్‌టీఎల్‌లో కట్టారు.. వాటిని కూల్చేస్తారా అని ప్రశ్నించారు. నెక్లెస్‌ రోడ్డు కూడా ఎఫ్‌టీఎల్‌ పరిధిలో ఉంది తొలగిస్తారా అన్నారు. జీహెచ్‌ఎంసీ ఆఫీస్‌, సెక్రటేరియట్‌, ప్రముఖుల ఘాట్‌లు ఎఫ్‌టీఎల్‌ పరిధిలో ఉన్నాయి.

వాటిని కూడా కూల్చేస్తారా అంటూ ఫైర్‌ అయ్యారు. ఎవ్వరు అడ్డొచ్చిన మూసీ సుందరీకరణ ఆగదంటూ సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ప్రకటించిన నేపథ్యంలో ఆయన ఈ వ్యాఖ్యలు చేయడం సర్వత్రా చర్చనీయాంశం అయింది. నిజామాబాద్ నగరంలోని ఖిల్లారోడ్‌లో నిర్వహించిన సభలో అసదుద్దీన్ పాల్గొన్నారు. ఈ సందర్భంగా ఆయన మాట్లాడుతూ.. కబ్జాల తొలగింపులో పేదలకు ఇబ్బందులు తలెత్తకుండా చూడాలన్నారు. కాంగ్రెస్ హామీల్లో పేదల సంక్షేమం ఉందని మర్చిపోవద్దని చెప్పారు.

సెక్రటేరియట్‌తో పాటు బాపు ఘాట్ ఇలా మరెన్నో ప్రముఖ కట్టడాలు ఎఫ్‌టీఎల్ పరిధిలో ఉన్నాయన్నారు. రాష్ట్ర పరిపాలన విభాగం ఎఫ్‌టీఎల్‌లో ఉన్నప్పుడు లేని ఇబ్బంది పేదల ఇండ్లు ఉంటే ఇబ్బంది ఏమిటని అని ప్రశ్నించారు. అభివృద్ధికి తాము మద్దతు ఇస్తామని, కానీ పేదలు ఇబ్బందులు పెట్టొద్దని సూచించారు. ప్రధాని మోడీ పాలనలో ముస్లిం మైనార్టీలు అనేక ఇబ్బందులు పడుతున్నారని మండిపడ్డారు.

ఆయన ప్రసంగాలు వినే ఉద్దేశం లేకనే తాను పార్లమెంటుకు వెళ్లలేదని చెప్పారు. గుజరాత్, కర్ణాటక, మధ్యప్రదేశ్, రాజస్థాన్, ఛత్తీస్‌గఢ్‌లో ఒక్క ముస్లిం ఎంపీ లేరని గుర్తుచేశారు. బీజేపీ ప్రభుత్వం ఆరెస్సెస్‌ చీఫ్‌ మోహన్ భగవత్ కనుసన్నల్లో నడుస్తుందన్నారు. ముస్లింలకు వ్యతిరేకంగా ట్రిబుల్ తలాక్, సీఏఏ లాంటి చట్టాలు తెచ్చారని విమర్శించారు. వక్ఫ్ బోర్డు విషయంలో బీజేపీ అసత్య ప్రచారాలు చేస్తుందన్నారు. మహారాష్ట్ర, కశ్మీర్, హర్యానాలో ఆ పార్టీ ఓటమి ఖాయమన్నారు.

यूपी पुलिस के फैसले पर भड़के ओवैसी, कांवड़ यात्रा को लेकर खाने-पीने की दुकानों के लिए जारी फरमान पर जताई आपत्ती

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यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी एक आदेश को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश पुलिस की ओर से जारी फरमान पर निशाना साधा है।मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखने का निर्देश पुलिस की ओर से जारी किया गया है। इसे लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है, उन्होंने इस फैसले को हिटलरशाही बताया है।

हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के नए आदेश के अनुसार अब हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। जिससे कि कोई भी कांवड़िया गलती से भी किसी मुस्लिम दुकान से कुछ न खरीद ले। उन्होंने कहा कि इसे दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद कहा जाता था और हिटलर के जर्मनी में इसे 'जूडेनबॉयकॉट' कहा जाता था।

दरअसल सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें मीडिया के सवाल पर वो कहते हैं कि “कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हमारे जनपद में करीब 240 किलोमीटर का रूट है, ऐसे में सभी ढाबों और खाने-पीने का सामान बेचने वालों को कहा गया है कि अपनी दुकान पर काम करने वाले या मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. उन्होंने कहा कि यह निर्देश इसलिए दिया है जिससे किसी भी कांवड़िये के मन में कोई कन्फ्यूजन ना हो और कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही।

अपने चिर परिचित अंदाज में लोकसभा में मुसलमानों की नुमाइंदगी करते दिखे ओवैसी, मोदी को जनादेश मिलने की बताई वजह
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया। ओवैसी ने अपने चिर परिचित अंदाज में मुसलमानों की संसद में नुमाइंदगी पर सवाल उठाया। हैदराबाद सांसद ने मुस्लिमों का जिक्र करते हुए एक शायरी सुनाई। उन्होंने कहा, "उसूल बेच के मसनद खरीदने वालों, निगाह-ए-अहले-वफ़ा में बहुत हक़ीर हो तुम। वतन का पास तुम्हें था न हो सकेगा कभी, के अपनी हिर्स के बंदे हो बे जमीर हो तुम। इज्जत-ए-नफ़्स किसी शख्श की महफूज नहीं, अब तो अपने ही निगहबानों से डर लगता है। डंके की चोट पे जालिम को बुरा कहता हूं, मुझे सूली न जिंदानों से डर लगता है।"

लोकसबा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं आज उन लोगों की तरफ से बात कर रहा हूं, जो दिखते तो हैं, लेकिन उनके बारे में कोई बात नहीं करता है। उनकी कोई सुनता भी नहीं है। मैं उनके बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोद ने कहा कि वे घुसपैठिए हैं। मैं उन बेटियों और मांओं के बारे में कह रहा हूं, जिन्हें लेकर कहा गया कि वे ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं। मैं उन नौजवानों के बारे में बात कर रहा हूं, जिनको मॉब लिंचिंग कर मारा जा रहा है। मैं उन मां-बाप की बात कर रहा हूं, इस हुकूमत के कानून से जिनके बच्चे जेलों में सड़ रहे हैं।

लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नफरत की राजनीति करती है। मुसलमानों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। भाजपा के लिए मुस्लिमों की राय अहम नहीं है। मुसलमान भाजपा का कभी वोट बैंक नहीं था। नरेंद्र मोदी को जो जनादेश मिला है, वह सिर्फ और सिर्फ मुस्लिमों से नफरत की वजह से ही मिला है। भाजपा केवल मुसलमानों की नफरत पर जीतती है।

बीजेपी को निशाने पर लेते हुए एआईएआईएम चीफ ने कहा कि मुसलमानों के नफरत करने वाले हिंदुत्व के कारण मोदी को वोट मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि 6 जून के बाद 11 मुसलमानों की लिंचिंग की गई। मोदी के बुल्डोजर ने मॉब लिचिंग किया। मोदी के बुल्डोजर वाले बयान पर सदन में मौजूद केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने आपत्ति जताई। इस पर असदुद्दीन ओवैसी और मनसुख मंडाविया के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। ओवैसी ने कहा कि मध्यप्रदेश में घरों को बुल्डोजर से तोड़ दिया गया। हिमाचल प्रदेश में एक दुकान को लूट दिया गया। उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा। सांसद ओवैसी ने कहा कि बेरोजगारी के कारण भारतीय रूस की सेना में जाकर लड़ रहे हैं। पिछले 10 साल में बेरोजगारों की फौज बढ़ी है और सरकार नौकरी देने के बजाय भारतीयों को फिलिस्तीन पर हमले करने वाले इजराइल भेजा जा रहे है।

ओवैसी ने संसद में केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर भारत इजरायल की मदद क्यों कर रहा है? उन्होंने कहा कि भारत इजरायल को हथियारों की खेप पहुंचा रहा है और उन हथियारों की मदद से इजरायल फिलिस्तीन के लोगों को मार रहा है। आप फिलिस्तीन को लेकर इस तरह की नीति क्यों अपना रहे हो? ओवैसी ने आगे कहा कि भारत में मोदी सरकार एक कैंप लगा रही है, जहां लोगों का चयन कर इजरायल युद्ध के लिए भेजा जा रहा है। यही काम रूस के लिए भी किया जा रहा है। यह गलत है और सरकार को इस पर जवाब देना होगा। एआईएमआईएम के सांसद ने सरकार से कहा कि आपकी रणनीति की वजह से खाड़ी देशों में रह रहे 90 लाख लोगों में डर का माहौल है।
दिल्ली में ओवैसी के घर पर फेंकी गई स्याही, नेम प्लेट पर लिखा- ‘जय फिलिस्तीन’

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लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को दावा किया दिल्ली स्थित उनके आवास पर स्याही फेंकी गई। कुछ 'अज्ञात लोगों' ने उनके आवास पर स्याही फेंकी। ओवैसी ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है।

ओवैसी ने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उनके घर के बाहर काफी हलचल दिख रही है। वीडियो में पुलिस भी दिखाई दे रही है। ओवैसी के घर के सामने लगे नेम प्लेट को साफ भी किया जा रहा है और पुलिस इस दौरान पूछताछ करती हुई भी दिखाई दे रही है। इस वीडियो को शेयर करते हुए ओवैसी ने ट्विटर के जरिए सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने एक्स पर लिखा, आज कुछ 'अज्ञात बदमाशों' ने मेरे घर पर काली स्याही फेंक दी. अब मैं गिनती ही भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली स्थित घर को कितनी बार निशाना बनाया गया है। जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है, तो उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की।"

लोकसभा सांसद ने इस पोस्ट में गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी टैग किया। उन्होंने लिखा, यह सब आपकी (गृह मंत्री) निगरानी में हो रहा है। उन्होंने ओम बिरला को टैग करते हुए कहा कि कृपया हमें बताएं कि सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं। ओवैसी ने कहा कि उन गुंडों के लिए जो मेरे घर को निशाना बनाते रहते हैं। इससे मुझे डर नहीं लगता। इस कायरतापूर्ण व्यवहार को रोकें और मेरा सामना करें।

बता दें कि लोकसभा में सांसद की सदस्यता की शपथ लेने के बाद उन्होंने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया था, जिस पर सियासी बवाल मचा। भाजपा के कई नेताओं ने ओवैसी पर निशाना साधा।

"जय भीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन... "लोकसभा में शपथ लेने के बाद लगाया ओवैसी ने लगाया नारा

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लोकसभा में सांसदों का शपथग्रहण जारी है। सोमवार से 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण चल रहा है। सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब एक एक कर सभी सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिला रहे हैं। सोमवार को सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली थी। अब तक 350 से अधिक सांसदों ने शपथ ले ली है। इस बीच मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के नेता अससुद्दीन ओवैसी के शपथ ग्रहण के दौरान लोकसभा में हंगामा हो गया।

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक बार फिर चुनकर सांसद बने असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में अपने शपथग्रहण से नए विवाद को जन्म दे दिया। दरअसल, ओवैसी ने शपथ लेने के आखिर में जय फलस्तीन का नारा लगाया।ओवैसी ने अपनी शपथ के अंत में कहा, "जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन, तकबीर अल्लाह-हू-अकबर।"

जब असद्दुदीन ओवैसी ने अपने शपथ में जय फिलिस्तीन बोला तो केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे ने इस पर ऐतराज जताया। इसके बाद लोकसभा में पीठासीन अधिकारी राधामोहन सिंह ने असद्दुदीन ओवैसी के इस बयान को रिकार्ड से निकालने को बोला। हालांकि, ओवैसी के इस बयान का वीडियो अब वायरल हो गया है।

असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद लोकसभा सीट से लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की है। असदुद्दीन ओवैसी को इस बार कुल 6,61,981 वोट मिले और उन्होंने बीजेपी की माधवी लता को 3,38087 वोटों से मात दी है। इससे पहले 2019 के चुनाव में ओवैसी ने कुल 58.95% वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की थी। ओवैसी हैदराबाद लोकसभा सीट से पहली बार 2004 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने 2009, 2014, 2019 और 2024 में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा है।

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

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लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।

पाक ने परमाणु हमले की दी धमकी तो ओवैसी ने दिखा दी “औकात”, बताया भारत से कितनी पीछे

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पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही बयानबाजी के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई है। पाकिस्‍तान के मंत्री की ओर से परमाणु हमले की धमकी के बाद ओवैसी ने उन पर आतंकवादी समूह आईएसआईएस की तरह काम करने का आरोप लगाया।

ओवैसी ने पाकिस्तान को घेरा

महाराष्ट्र के परभणी में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के लिए एक बार फिर पाकिस्तान की आलोचना की। ओवैसी ने कहा, अब जो लोग पाकिस्तान में बैठकर बकवास कर रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भारत से आपका वक्त आधा घंटा पीछे है, लेकिन आधा घंटा नहीं, आधा सदी भारत से पीछे है। तुम्हारे मुल्क का बजट हमारी मिल्ट्री के बजट के बराबर भी नहीं है।

परमाणु हमले की धमकी पर ओवैसी ने निकाली अकड़

ओवैसी ने पाकिस्तानी नेताओं की धमकियों पर भी उन्हें आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान बार-बार कहता है कि उनके पास परमाणु बम हैं, परमाणु बम हैं। याद रखें अगर आप किसी दूसरे देश में जाते हैं और निर्दोष लोगों को मारते हैं, तो कोई भी देश चुप नहीं रहेगा। एआईएमआईएम प्रमुख ने दोहराया कि आतंकवादियों ने पहलगाम में पर्यटकों को मारने से पहले उनका धर्म पूछा। उन्होंने कहा, आप किस धर्म की बात कर रहे हैं? आप ख्वारिज से भी बदतर हैं। यह कृत्य दिखाता है कि आप आईएसआईएस के उत्तराधिकारी हैं।

सरकार पाक को आर्थिक रूप से कमजोर करने के कदम उठाए- ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान कई सालों से भारत को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों को ट्रेन कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून भारत को पाकिस्तान की एयरफोर्स की नाकाबंदी लागू करने और हमारे नैतिक हैकरों का उपयोग करके उनके इंटरनेट को हैक करने की अनुमति देता है। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए कदम उठाएं।

संभल हिंसा पर राहुल से लेकर ओवैसी तक ने योगी सरकार को घेरा, जानें क्या कहा?

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संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर रविवार को हुए बवाल के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई हैं। अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है। संभल में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही राहुल गांधी ने यूपी पुलिस को भी घेरा है। वहीं, संभल में हुई हिंसा को पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कोर्ट के फैसले को गलत बताया और पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया है।बता दें, संभल में हुई हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई थी। इस बवाल में पांच लोगों की मौत की रिपोर्ट है। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं।

राहुल ने कहा- सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार

संभल की घटना पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पोस्ट करते हुए लिखा कि संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना। जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। राहुल ने आगे कहा कि भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के।

ओवैसी ने की सदन में चर्चा की मांग

संभल हिंसा को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में चर्चा की मांग की। ओवैसी ने कार्य स्थगन का नोटिस दिया है। ओवैसी ने संभल हिंसा को लेकर कहा, हिंसा ने हालात को गंभीर बना दिया है, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के पीछे की वजह और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। ओवैसी ने चाहते हैं कि सरकार इस मामले में स्थिति साफ करें और दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाए।

ओवैसी ने कोर्ट के फैसले को गलत बताया और पुलिस की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि संभल की मस्जिद 50-100 साल पुरानी नहीं है, यह 250-300 साल से भी ज़्यादा पुरानी है और कोर्ट ने बिना मस्जिद के लोगों की बात सुने एकतरफा आदेश दिया जो गलत है। जब दूसरा सर्वे किया गया तो कोई जानकारी नहीं दी गई।

एएमयू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ओवैसी ने दी नसीहत, बोले- मोदी सरकार भेद-भाव बंद करे

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की संवैधानिक पीठ ने 4-3 से बहुमत से दिया। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।ओवैसी ने कहा कि यह देश में मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को नसीहत भी दी है। ओवैसी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही उनके साथ भेदभाव करना बंद करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट किया।सोशल मीडिया एक्स पर एक बड़े पोस्ट में एआईएमआईएम प्रमुख लिखा, यह भारत के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। 1967 के फैसले ने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को खारिज कर दिया था, जबकि वास्तव में यह अल्पसंख्यक था। अनुच्छेद 30 में कहा गया है कि अल्पसंख्यकों को अपने शैक्षणिक संस्थानों को उस तरीके से स्थापित करने और संचालित करने का अधिकार है, जैसा वे उचित समझें।

भाजपा के सभी तर्क खारिज-ओवैसी

ओवैसी ने आगे लिखा, अल्पसंख्यकों के खुद को शिक्षित करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विश्वविद्यालय संविधान से पहले स्थापित हुआ था या फिर सरकार के कानून की तरफ से स्थापित हुआ था। अगर इसे अल्पसंख्यकों की तरफ से स्थापित किया गया है तो यह अल्पसंख्यक संस्थान है। भाजपा के सभी तर्क खारिज हो गए।

बीजेपी पर लगाया ये आरोप

अपने पोस्ट में ओवैसी ने आरोप लगाया कि, भाजपा इतने सालों से एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करती रही है। अब वह क्या करने जा रही है? एएमयू और जामिया पर हमला करने की हरसंभव कोशिश की गई है, यहां तक कि मदरसा चलाने के हमारे अधिकार पर भी हमला किया गया है। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने रास्ते में सुधार करना चाहिए।

मोदी सरकार को नसीहत

कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार को नसीहत देते हुए एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने लिखा, मोदी सरकार को इस फैसले को गंभीरता से लेना चाहिए। उसे एएमयू का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है। जामिया को प्रति छात्र 3 लाख रुपये मिलते हैं, एएमयू को प्रति छात्र 3.9 लाख रुपये मिलते हैं, लेकिन बीएचयू को 6.15 लाख रुपये मिलते हैं। जामिया और एएमयू ने राष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। सही समर्थन से विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए मोदी को उनके साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। एएमयू का किशनगंज सेंटर पिछले कई सालों से खराब पड़ा है। इस पर भी तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए और सेंटर को जल्द से जल्द काम करना शुरू करना चाहिए।

क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार को एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे संबंधी मामले को 3 जजों की नई बेंच के पास भेजने का फैसला लिया, साथ ही 1967 के अपने फैसले को खारिज कर दिया जिसमें यह कहा गया था कि विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता क्योंकि केंद्रीय कानून के तहत इसकी स्थापना की गई थी।

हरियाणा हार पर ओवैसी ने कांग्रेस से किए सवाल, कहा- हम चुनाव नहीं लड़े तो मोदी कैसे जीते?

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हरियाणा विधानसभा के चुनावी नतीजे आए चार दिन हो गए हैं। अब तो सरकार गठन की तारीख भी तय हो गई है। 17 अक्टूबर को हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण होने वाला है। हालांकि, अब तक राज्य में कांग्रेस की हार की चर्चा खत्म नहीं हुई है। इस बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस को जमकर लपेटा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में एआईएमआईएम चुनाव नहीं लड़ी फिर कैसे बीजेपी जीत गई?

ओवैसी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि मोदी जी हरियाणा का इलेक्शन गलती से जीत गए। अब कैसे जीत गए मैं तो वहां पर नहीं था। वरना बोलते बी टीम-बी टीम। ये लोग गए तो ऐसा किए वैसा किए। मगर ये वहां पर हार गए। हारने वालों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि क्यों हारे और किस वजह से हारे?

कांग्रेस को ओवैसी की नसीहत

ओवैसी ने आगे कहा, मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि पार्टी मेरी बात समझने की कोशिश करें। अभी भी समय है, अगर मोदी को हराना है तो सबको साथ लेकर चलना होगा। आप अकेले कुछ नहीं कर सकते।

हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार शानदार जीत हासिल की है। बीजेपी ने कांग्रेस की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हरियाणा में बीजेपी ने 90 विधानसभा सीट में से 48 सीट जीतीं, जो सरकार बनाने के लिए 46 के जादुई आंकड़े से कहीं अधिक हैं।

సెక్రటేరియట్‌ ఎఫ్‌టీఎల్‌లో ఉంటే లేని ఇబ్బంది.. పేదల ఇండ్లు ఉంటే ఏంటి?: అసదుద్దీన్ ఒవైసీ

హైడ్రా కూల్చివేతలపై ఎంఐఎం చీఫ్‌, ఎంపీ అసదుద్దీన్‌ ఒవైసీ (Asaduddin Owaisi) మరోసారి ప్రభుత్వంపై ప్రశ్నల వర్షం కురిపించారు. కొన్ని ప్రభుత్వ భవనాలను ఎఫ్‌టీఎల్‌లో కట్టారు.. వాటిని కూల్చేస్తారా అని ప్రశ్నించారు.

హైడ్రా కూల్చివేతలపై ఎంఐఎం చీఫ్‌, ఎంపీ అసదుద్దీన్‌ ఒవైసీ (Asaduddin Owaisi) మరోసారి ప్రభుత్వంపై ప్రశ్నల వర్షం కురిపించారు. కొన్ని ప్రభుత్వ భవనాలను ఎఫ్‌టీఎల్‌లో కట్టారు.. వాటిని కూల్చేస్తారా అని ప్రశ్నించారు. నెక్లెస్‌ రోడ్డు కూడా ఎఫ్‌టీఎల్‌ పరిధిలో ఉంది తొలగిస్తారా అన్నారు. జీహెచ్‌ఎంసీ ఆఫీస్‌, సెక్రటేరియట్‌, ప్రముఖుల ఘాట్‌లు ఎఫ్‌టీఎల్‌ పరిధిలో ఉన్నాయి.

వాటిని కూడా కూల్చేస్తారా అంటూ ఫైర్‌ అయ్యారు. ఎవ్వరు అడ్డొచ్చిన మూసీ సుందరీకరణ ఆగదంటూ సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డి ప్రకటించిన నేపథ్యంలో ఆయన ఈ వ్యాఖ్యలు చేయడం సర్వత్రా చర్చనీయాంశం అయింది. నిజామాబాద్ నగరంలోని ఖిల్లారోడ్‌లో నిర్వహించిన సభలో అసదుద్దీన్ పాల్గొన్నారు. ఈ సందర్భంగా ఆయన మాట్లాడుతూ.. కబ్జాల తొలగింపులో పేదలకు ఇబ్బందులు తలెత్తకుండా చూడాలన్నారు. కాంగ్రెస్ హామీల్లో పేదల సంక్షేమం ఉందని మర్చిపోవద్దని చెప్పారు.

సెక్రటేరియట్‌తో పాటు బాపు ఘాట్ ఇలా మరెన్నో ప్రముఖ కట్టడాలు ఎఫ్‌టీఎల్ పరిధిలో ఉన్నాయన్నారు. రాష్ట్ర పరిపాలన విభాగం ఎఫ్‌టీఎల్‌లో ఉన్నప్పుడు లేని ఇబ్బంది పేదల ఇండ్లు ఉంటే ఇబ్బంది ఏమిటని అని ప్రశ్నించారు. అభివృద్ధికి తాము మద్దతు ఇస్తామని, కానీ పేదలు ఇబ్బందులు పెట్టొద్దని సూచించారు. ప్రధాని మోడీ పాలనలో ముస్లిం మైనార్టీలు అనేక ఇబ్బందులు పడుతున్నారని మండిపడ్డారు.

ఆయన ప్రసంగాలు వినే ఉద్దేశం లేకనే తాను పార్లమెంటుకు వెళ్లలేదని చెప్పారు. గుజరాత్, కర్ణాటక, మధ్యప్రదేశ్, రాజస్థాన్, ఛత్తీస్‌గఢ్‌లో ఒక్క ముస్లిం ఎంపీ లేరని గుర్తుచేశారు. బీజేపీ ప్రభుత్వం ఆరెస్సెస్‌ చీఫ్‌ మోహన్ భగవత్ కనుసన్నల్లో నడుస్తుందన్నారు. ముస్లింలకు వ్యతిరేకంగా ట్రిబుల్ తలాక్, సీఏఏ లాంటి చట్టాలు తెచ్చారని విమర్శించారు. వక్ఫ్ బోర్డు విషయంలో బీజేపీ అసత్య ప్రచారాలు చేస్తుందన్నారు. మహారాష్ట్ర, కశ్మీర్, హర్యానాలో ఆ పార్టీ ఓటమి ఖాయమన్నారు.

यूपी पुलिस के फैसले पर भड़के ओवैसी, कांवड़ यात्रा को लेकर खाने-पीने की दुकानों के लिए जारी फरमान पर जताई आपत्ती

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यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी एक आदेश को लेकर सियासत गर्म हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश पुलिस की ओर से जारी फरमान पर निशाना साधा है।मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखने का निर्देश पुलिस की ओर से जारी किया गया है। इसे लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है, उन्होंने इस फैसले को हिटलरशाही बताया है।

हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के नए आदेश के अनुसार अब हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। जिससे कि कोई भी कांवड़िया गलती से भी किसी मुस्लिम दुकान से कुछ न खरीद ले। उन्होंने कहा कि इसे दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद कहा जाता था और हिटलर के जर्मनी में इसे 'जूडेनबॉयकॉट' कहा जाता था।

दरअसल सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें मीडिया के सवाल पर वो कहते हैं कि “कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हमारे जनपद में करीब 240 किलोमीटर का रूट है, ऐसे में सभी ढाबों और खाने-पीने का सामान बेचने वालों को कहा गया है कि अपनी दुकान पर काम करने वाले या मालिक का नाम बोर्ड पर जरूर लिखें. उन्होंने कहा कि यह निर्देश इसलिए दिया है जिससे किसी भी कांवड़िये के मन में कोई कन्फ्यूजन ना हो और कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही।

अपने चिर परिचित अंदाज में लोकसभा में मुसलमानों की नुमाइंदगी करते दिखे ओवैसी, मोदी को जनादेश मिलने की बताई वजह
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया। ओवैसी ने अपने चिर परिचित अंदाज में मुसलमानों की संसद में नुमाइंदगी पर सवाल उठाया। हैदराबाद सांसद ने मुस्लिमों का जिक्र करते हुए एक शायरी सुनाई। उन्होंने कहा, "उसूल बेच के मसनद खरीदने वालों, निगाह-ए-अहले-वफ़ा में बहुत हक़ीर हो तुम। वतन का पास तुम्हें था न हो सकेगा कभी, के अपनी हिर्स के बंदे हो बे जमीर हो तुम। इज्जत-ए-नफ़्स किसी शख्श की महफूज नहीं, अब तो अपने ही निगहबानों से डर लगता है। डंके की चोट पे जालिम को बुरा कहता हूं, मुझे सूली न जिंदानों से डर लगता है।"

लोकसबा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं आज उन लोगों की तरफ से बात कर रहा हूं, जो दिखते तो हैं, लेकिन उनके बारे में कोई बात नहीं करता है। उनकी कोई सुनता भी नहीं है। मैं उनके बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोद ने कहा कि वे घुसपैठिए हैं। मैं उन बेटियों और मांओं के बारे में कह रहा हूं, जिन्हें लेकर कहा गया कि वे ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं। मैं उन नौजवानों के बारे में बात कर रहा हूं, जिनको मॉब लिंचिंग कर मारा जा रहा है। मैं उन मां-बाप की बात कर रहा हूं, इस हुकूमत के कानून से जिनके बच्चे जेलों में सड़ रहे हैं।

लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नफरत की राजनीति करती है। मुसलमानों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। भाजपा के लिए मुस्लिमों की राय अहम नहीं है। मुसलमान भाजपा का कभी वोट बैंक नहीं था। नरेंद्र मोदी को जो जनादेश मिला है, वह सिर्फ और सिर्फ मुस्लिमों से नफरत की वजह से ही मिला है। भाजपा केवल मुसलमानों की नफरत पर जीतती है।

बीजेपी को निशाने पर लेते हुए एआईएआईएम चीफ ने कहा कि मुसलमानों के नफरत करने वाले हिंदुत्व के कारण मोदी को वोट मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि 6 जून के बाद 11 मुसलमानों की लिंचिंग की गई। मोदी के बुल्डोजर ने मॉब लिचिंग किया। मोदी के बुल्डोजर वाले बयान पर सदन में मौजूद केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने आपत्ति जताई। इस पर असदुद्दीन ओवैसी और मनसुख मंडाविया के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। ओवैसी ने कहा कि मध्यप्रदेश में घरों को बुल्डोजर से तोड़ दिया गया। हिमाचल प्रदेश में एक दुकान को लूट दिया गया। उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा। सांसद ओवैसी ने कहा कि बेरोजगारी के कारण भारतीय रूस की सेना में जाकर लड़ रहे हैं। पिछले 10 साल में बेरोजगारों की फौज बढ़ी है और सरकार नौकरी देने के बजाय भारतीयों को फिलिस्तीन पर हमले करने वाले इजराइल भेजा जा रहे है।

ओवैसी ने संसद में केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर भारत इजरायल की मदद क्यों कर रहा है? उन्होंने कहा कि भारत इजरायल को हथियारों की खेप पहुंचा रहा है और उन हथियारों की मदद से इजरायल फिलिस्तीन के लोगों को मार रहा है। आप फिलिस्तीन को लेकर इस तरह की नीति क्यों अपना रहे हो? ओवैसी ने आगे कहा कि भारत में मोदी सरकार एक कैंप लगा रही है, जहां लोगों का चयन कर इजरायल युद्ध के लिए भेजा जा रहा है। यही काम रूस के लिए भी किया जा रहा है। यह गलत है और सरकार को इस पर जवाब देना होगा। एआईएमआईएम के सांसद ने सरकार से कहा कि आपकी रणनीति की वजह से खाड़ी देशों में रह रहे 90 लाख लोगों में डर का माहौल है।
दिल्ली में ओवैसी के घर पर फेंकी गई स्याही, नेम प्लेट पर लिखा- ‘जय फिलिस्तीन’

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लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को दावा किया दिल्ली स्थित उनके आवास पर स्याही फेंकी गई। कुछ 'अज्ञात लोगों' ने उनके आवास पर स्याही फेंकी। ओवैसी ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है।

ओवैसी ने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उनके घर के बाहर काफी हलचल दिख रही है। वीडियो में पुलिस भी दिखाई दे रही है। ओवैसी के घर के सामने लगे नेम प्लेट को साफ भी किया जा रहा है और पुलिस इस दौरान पूछताछ करती हुई भी दिखाई दे रही है। इस वीडियो को शेयर करते हुए ओवैसी ने ट्विटर के जरिए सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने एक्स पर लिखा, आज कुछ 'अज्ञात बदमाशों' ने मेरे घर पर काली स्याही फेंक दी. अब मैं गिनती ही भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली स्थित घर को कितनी बार निशाना बनाया गया है। जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है, तो उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की।"

लोकसभा सांसद ने इस पोस्ट में गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी टैग किया। उन्होंने लिखा, यह सब आपकी (गृह मंत्री) निगरानी में हो रहा है। उन्होंने ओम बिरला को टैग करते हुए कहा कि कृपया हमें बताएं कि सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं। ओवैसी ने कहा कि उन गुंडों के लिए जो मेरे घर को निशाना बनाते रहते हैं। इससे मुझे डर नहीं लगता। इस कायरतापूर्ण व्यवहार को रोकें और मेरा सामना करें।

बता दें कि लोकसभा में सांसद की सदस्यता की शपथ लेने के बाद उन्होंने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया था, जिस पर सियासी बवाल मचा। भाजपा के कई नेताओं ने ओवैसी पर निशाना साधा।

"जय भीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन... "लोकसभा में शपथ लेने के बाद लगाया ओवैसी ने लगाया नारा

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लोकसभा में सांसदों का शपथग्रहण जारी है। सोमवार से 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण चल रहा है। सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब एक एक कर सभी सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिला रहे हैं। सोमवार को सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली थी। अब तक 350 से अधिक सांसदों ने शपथ ले ली है। इस बीच मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के नेता अससुद्दीन ओवैसी के शपथ ग्रहण के दौरान लोकसभा में हंगामा हो गया।

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक बार फिर चुनकर सांसद बने असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में अपने शपथग्रहण से नए विवाद को जन्म दे दिया। दरअसल, ओवैसी ने शपथ लेने के आखिर में जय फलस्तीन का नारा लगाया।ओवैसी ने अपनी शपथ के अंत में कहा, "जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन, तकबीर अल्लाह-हू-अकबर।"

जब असद्दुदीन ओवैसी ने अपने शपथ में जय फिलिस्तीन बोला तो केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे ने इस पर ऐतराज जताया। इसके बाद लोकसभा में पीठासीन अधिकारी राधामोहन सिंह ने असद्दुदीन ओवैसी के इस बयान को रिकार्ड से निकालने को बोला। हालांकि, ओवैसी के इस बयान का वीडियो अब वायरल हो गया है।

असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद लोकसभा सीट से लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की है। असदुद्दीन ओवैसी को इस बार कुल 6,61,981 वोट मिले और उन्होंने बीजेपी की माधवी लता को 3,38087 वोटों से मात दी है। इससे पहले 2019 के चुनाव में ओवैसी ने कुल 58.95% वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की थी। ओवैसी हैदराबाद लोकसभा सीट से पहली बार 2004 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने 2009, 2014, 2019 और 2024 में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा है।

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

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लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।