जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गढ़वा के ग्राम जोबरईया में विराट श्री रुद्र महायज्ञ के निमित्त हनुमत ध्वज अधिष्ठापन समारोह -सह- भव्य शोभायात्रा कार्यक्रम संपन्न।

गढ़वा:- गढ़वा जिला मुख्यालय के ग्राम जोबरईया,बण्डा पहाड़ स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर से आज एक भव्य हनुमत ध्वज यात्रा-सह-शोभायात्रा निकाली गई।वहीं विदित हो कि जागृति युवा क्लब जोबरईया, गढ़वा के द्वारा नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय महायज्ञ के आयोजन का संकल्प लिया गया है। जिसको लेकर आज शोभायात्रा मंदिर परिसर के अगल-बगल के विभिन्न क्षेत्रों के गांव मे जोबरईया, सिरहे, नवादा, उचरी,

पिंडरा, केरवा, सुखवाना तथा गढ़वा शहर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हाथों में ध्वज लेकर सनातन धर्म की जय, हर-हर महादेव की जय आदि जय-जयकारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। वहीं शोभायात्रा का आयोजन यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज के निर्देशन में एवं जागृति युवा क्लब के सदस्यों के बेहतर तालमेल से संपन्न हुआ।

शोभायात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर ग्राम जोबरईया के विभिन्न देवस्थानों से होते हुए उचरी रेलवे लाइन स्थित शिव मंदिर तक जाकर पुनः उसी रास्ते से मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुआ। इस दौरान रास्ते में कई स्थानों पर शोभायात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई। परिसर में आगमन के पश्चात यज्ञाधीश श्री आशीष वैद्य जी महाराज एवं अन्य विद्वान पुरोहितों एवं यजमानों की उपस्थिति में हनुमत ध्वज की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। ध्वज पूजन के दौरान पुरोहित आचार्य दीपक मिश्रा जी,आचार्य रजनीश वैद्य जी,अतुल शास्त्री जी के द्वारा किए गए संगीतमय मंत्रोच्चार से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।

इस भव्य शोभायात्रा में स्थानीय श्रद्धालुओं के अतिरिक्त श्री रुद्र महायज्ञ के प्रधान संयोजक श्री राकेश पाल जी के साथ-साथ गढ़देवी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री विनोद जायसवाल,प्रवीण जायसवाल,आद्याशंकर पांडेय,सरदार रणजीत सिंह,सुखबीर पाल,गौरीशंकर पाल,आशीष अग्रवाल,दिलीप कमलापुरी, प्रेमरंजन सिंह,विजय हलवाई, तथा क्लब के संरक्षक श्री अनुज प्रसाद आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।ध्वज पूजन में यजमान के रूप में जागृति युवा क्लब के अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमार पाल, क्लब के कोषाध्यक्ष श्री विवेकानंद पाल, वरीय सदस्य भूदेव पाल के अतिरिक्त श्री रणविजय पाल एवं श्री रमेश अग्रवाल सपत्नीक उपस्थित रहे।

वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं हेतु भव्य भंडारा का आयोजन भी किया गया।

जिसमे शोभायात्रा के दौरान जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त दंडाधिकारी श्री विनोद गुप्ता सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए युवा समाजसेवी एवं जागृति युवा क्लब के संरक्षक श्री राकेश पाल जी ने क्लब के सभी सदस्यों को इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बधाई दी एवं भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि अनुशासन और समर्पण के साथ इस महायज्ञ को बेहतर ढंग से संपन्न किया जाएगा। हमें विश्वास है कि यज्ञ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए हम एक बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।

वहीं श्री रुद्र महायज्ञ के यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि इस महायज्ञ को एक आदर्श यज्ञ के रूप में स्थापित करने के लिए सभी लोग तन मन धन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट ने साहेबगंज अवैध पत्थर उत्खनन मामले की सीबीआई जांच को माना सही*


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज अवैध पत्थर उत्खनन मामले में सीबीआई जांच को जारी रखने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा साहिबगंज में करीब 1500 करोड़ रूपये से भी ज्यादा के अवैध पत्थर खनन मामले में सीबीआई जांच का विरोध किए जाने के बावजूद माननीय उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई जांच को जारी रखने का स्पष्ट निर्देश दिया है और सरकार द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने की प्रवृत्ति पर कड़ी आपत्ति भी दर्ज की है।

कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हाइकोर्ट रॉंची द्वारा दिये गये सीबीआई जॉंच के आदेश को सही मानते हुए इसके विरुद्ध राज्य सराकर द्वारा सीबीआई जॉंच नहीं होने देने के लिये दायर एसलपी को आज ख़ारिज कर दिया।

कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने चहेते पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव, संजय यादव और सुभाष मंडल जैसे अपराधियों को बचाने की लाख कोशिश की। याचिकाकर्ता पर दबाव डालकर शिकायत वापस लेने का प्रयास भी किया गया, आम लोगों को डराया धमकाया गया। लेकिन मुख्यमंत्री यह भूल गए कि कोर्ट में उनकी धूर्तता नहीं चलने वाली।

कहा कि माननीय न्यायालय का यह निर्णय भ्रष्टाचारी हेमंत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा और लोकतांत्रिक संस्थाओं में आम जनता का विश्वास भी मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।

महापौर ने शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक.दिए निर्देश
संजय द्विवेदी प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक आहुत की गयी।बैठक में साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त डा0महेश कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल अधिकारी राम सक्सेना अवर अभियन्ता व जोनल सीनेटरी निरीक्षक उपस्थित रहे।महापौर द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुये समस्त अधिकारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की वर्तमान व्यवस्था से अवगत कराया गया कि शहर के सभी डिवाईडरो के दोनों तरफ, रोड के किनारे स्थित पेड़ तथा सभी ओवर ब्रिज के नीचे तथा स्टेशन से जाने वाले मार्गो पर गन्दगी व्याप्त है।महापौर द्वारा निर्देश दिये गये कि उक्त सभी स्थानो की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाय इसमे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय।इसके अतिरिक्त रोड के किनारे स्थित पेड़ो व शहर में स्थापित मूर्तियो की सफाई प्रतिदिन व अल्टरनेट डे पर कराना सुनिश्चित किया जाय तथा माल्यापर्ण की व्यवस्था की जाय।स्प्रिंकल मशीनो के संचालन का रूट चार्ट मेरे कार्यालय को भी उपलब्ध कराया जाय।आगामी दिनों में माघ मेला 2025 जनवरी में प्रारम्भ होगा इसको दृश्टिगत रखते हुए मेला मार्ग स्टेशन व हवाई अड्डा जाने व आने मार्ग को समुचित तरह से साफ रखा जाय।गंगा यमुना के किनारे के घाटो को स्वच्छ रखा जाय तथा अस्थाई चेंजिग रूम व शौचालय की व्यवस्था रखी जाय।
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति जिला गंगा सुरक्षा समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न।

गंगा की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए किसी भी हाल में अनुपचारित सीवेज का प्रदूषित पानी गंगा नदी में न छोड़ा जाये-जिलाधिकारी।

जिलाधिकारी ने सम्बंधित विभागों को वृक्षारोपण की कार्य योजना पहले से ही बनाये जाने का दिया निर्देश।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को संगम सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति जिला गंगा सुरक्षा समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने वर्ष 2025 में कराए गए वृक्षारोपण का समस्त विभागो द्वारा पौधे की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखे जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित विभागों को आगामी वृक्षारोपण 2026 के दृष्टिगत अपने लक्ष्य के अनुसार पहले से ही स्थल का चयन कर विभागी कार्य योजना तथा सूक्ष्म योजना तैयार कर वन विभाग को देने का निर्देश दिया।उन्होंने ससमय अग्रिम मृदा कार्य सुनिश्चित करने के लिए कहा है।उन्होने गंगा सुरक्षा समिति की समीक्षा में स्पष्ट दिशा निर्देश दिए की गंगा को साफ सुथरा रखने हेतु गंगा की साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने गंगा नदी की साफ- सफाई, नालों की टैपिंग पर्यावरण प्लान को अपग्रेड किये जाने से सम्बंधित कार्यो की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। उन्होंने कहा किसी भी हाल में अनुपचारित सीवेज और प्रदूषित पानी गंगा नदी में न छोड़ा जाये और समस्त नालो की साफ सफाई कराई जाए। उन्होंने नदियो का पुनरूद्धार करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा में सभी सम्बंधित अधिकारियो को एनजीटी को प्रेषित की जाने वाली सूचनाएं ससमय उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए है। पर्यावरण के दृष्टिगत सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर नियंत्रण सम्बंधी आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा निर्देश दिए।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनीता सिंह प्रभागीय वनाधिकारी अरविंद यादव, जिला विकास अधिकारी जी0 पी0 कुशवाहा जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

माघ मेला-2026 के लिए प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर खानपान की उत्तम व्यवस्थाएं।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक कोचिंग हरिमोहन के नेतृत्व में माघ मेला-2026 के दौरान श्रद्धालुओ की विशाल संख्या को देखते हुए खानपान की सेवाओ को उन्नत और सर्व सुलभ बनाया जा रहा है। प्रयागराज के माघ मेला-2026 के दौरान छह मुख्य स्नान पर्व होते है-पौष पूर्णिमा मकर संक्रांति मौनी अमावस्या बसंत पंचमी माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि।प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में करोड़ों तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु स्नान एवं अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते है।प्रयागराज मण्डल द्वारा माघ मेला-2026 के दौरान यात्रियों को अच्छा खान-पान उपलब्ध कराने के लिए कैटरिंग स्टाल्स मल्टी पर्पज स्टाल्स एवं रिफ्रेशमेंट रूम की सुविधा को विस्तारित किया जा रहा है और इनकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है।श्रद्धालुओ को खानपान के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए कैटरिंग स्टॉलस और मल्टी पर्पज स्टॉलस पर पैकेज्ड पेयजल नॉन फार्मेसी आइटम कॉस्मेटिक सामान दूध का पाउडर नैतिकता इतिहास और साहित्य से सम्बंधित पुस्तके रेलवे का टाइम टेबल मैगजीन न्यूज पेपर खिलौने तौलिया तकिया इमरजेन्सी दवा दूध और खाने-पीने के सामानो के साथ अन्य महत्वपूर्ण चीजो जैसे क्षेत्रीय महत्व की कलाकृतियो किताबे पत्रिकाएं समाचार पत्र की बिक्री की जाएगी।

प्रयागराज जंक्शन:-

प्रयागराज जंक्शन पर सिटी साइड की ओर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’में यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए उत्तम खानपान व्यवस्थाएं है यहाँ बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है।प्रयागराज जंक्शन पर 19 कैटरिंग स्टॉलस 23 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 15 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त प्रयागराज जंक्शन के 4 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

प्रयागराज छिवकी:-

प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’की सुविधा उपलब्ध है एवं एक रिफ्रेशमेंट रूम स्थापित किया जा रहा है।यहाँ पर यात्रियों को खानपान की सुविधा उपलब्ध है।प्रयागराज छिवकी पर 6 कैटरिंग स्टॉलस 4 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रयागराज छिवकी स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

नैनी जंक्शन:-

नैनी जंक्शन पर पर 4 कैटरिंग स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीनें उपलब्ध करायी गयी है। यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त नैनी जंक्शन के 5 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

सूबेदारगंज:-

सूबेदारगंज स्टेशन पर कालिंदीपुरम साइड की ओर सर्कुलेटिग एरिया में‘‘रेल कोच रेस्टोरेंट यात्रियो को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है।यहाँ पर यात्रियो को विविध प्रकार के व्यंजन की सुविधा उपलब्ध है।रेल कोच रेस्टोरेंट बच्चो और पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।रेल कोच रेस्टोरेंट में बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है। सूबेदारगंज पर 7 कैटरिंग स्टॉलस 2 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीने स्थापित की गयी है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त सूबेदारगंज स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गढ़वा के ग्राम जोबरईया में विराट श्री रुद्र महायज्ञ के निमित्त हनुमत ध्वज अधिष्ठापन समारोह -सह- भव्य शोभायात्रा कार्यक्रम संपन्न।

गढ़वा:- गढ़वा जिला मुख्यालय के ग्राम जोबरईया,बण्डा पहाड़ स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर से आज एक भव्य हनुमत ध्वज यात्रा-सह-शोभायात्रा निकाली गई।वहीं विदित हो कि जागृति युवा क्लब जोबरईया, गढ़वा के द्वारा नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय महायज्ञ के आयोजन का संकल्प लिया गया है। जिसको लेकर आज शोभायात्रा मंदिर परिसर के अगल-बगल के विभिन्न क्षेत्रों के गांव मे जोबरईया, सिरहे, नवादा, उचरी,

पिंडरा, केरवा, सुखवाना तथा गढ़वा शहर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हाथों में ध्वज लेकर सनातन धर्म की जय, हर-हर महादेव की जय आदि जय-जयकारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। वहीं शोभायात्रा का आयोजन यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज के निर्देशन में एवं जागृति युवा क्लब के सदस्यों के बेहतर तालमेल से संपन्न हुआ।

शोभायात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर ग्राम जोबरईया के विभिन्न देवस्थानों से होते हुए उचरी रेलवे लाइन स्थित शिव मंदिर तक जाकर पुनः उसी रास्ते से मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुआ। इस दौरान रास्ते में कई स्थानों पर शोभायात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई। परिसर में आगमन के पश्चात यज्ञाधीश श्री आशीष वैद्य जी महाराज एवं अन्य विद्वान पुरोहितों एवं यजमानों की उपस्थिति में हनुमत ध्वज की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। ध्वज पूजन के दौरान पुरोहित आचार्य दीपक मिश्रा जी,आचार्य रजनीश वैद्य जी,अतुल शास्त्री जी के द्वारा किए गए संगीतमय मंत्रोच्चार से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।

इस भव्य शोभायात्रा में स्थानीय श्रद्धालुओं के अतिरिक्त श्री रुद्र महायज्ञ के प्रधान संयोजक श्री राकेश पाल जी के साथ-साथ गढ़देवी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री विनोद जायसवाल,प्रवीण जायसवाल,आद्याशंकर पांडेय,सरदार रणजीत सिंह,सुखबीर पाल,गौरीशंकर पाल,आशीष अग्रवाल,दिलीप कमलापुरी, प्रेमरंजन सिंह,विजय हलवाई, तथा क्लब के संरक्षक श्री अनुज प्रसाद आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।ध्वज पूजन में यजमान के रूप में जागृति युवा क्लब के अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमार पाल, क्लब के कोषाध्यक्ष श्री विवेकानंद पाल, वरीय सदस्य भूदेव पाल के अतिरिक्त श्री रणविजय पाल एवं श्री रमेश अग्रवाल सपत्नीक उपस्थित रहे।

वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं हेतु भव्य भंडारा का आयोजन भी किया गया।

जिसमे शोभायात्रा के दौरान जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त दंडाधिकारी श्री विनोद गुप्ता सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए युवा समाजसेवी एवं जागृति युवा क्लब के संरक्षक श्री राकेश पाल जी ने क्लब के सभी सदस्यों को इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बधाई दी एवं भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि अनुशासन और समर्पण के साथ इस महायज्ञ को बेहतर ढंग से संपन्न किया जाएगा। हमें विश्वास है कि यज्ञ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए हम एक बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।

वहीं श्री रुद्र महायज्ञ के यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि इस महायज्ञ को एक आदर्श यज्ञ के रूप में स्थापित करने के लिए सभी लोग तन मन धन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट ने साहेबगंज अवैध पत्थर उत्खनन मामले की सीबीआई जांच को माना सही*


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज अवैध पत्थर उत्खनन मामले में सीबीआई जांच को जारी रखने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा साहिबगंज में करीब 1500 करोड़ रूपये से भी ज्यादा के अवैध पत्थर खनन मामले में सीबीआई जांच का विरोध किए जाने के बावजूद माननीय उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई जांच को जारी रखने का स्पष्ट निर्देश दिया है और सरकार द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने की प्रवृत्ति पर कड़ी आपत्ति भी दर्ज की है।

कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हाइकोर्ट रॉंची द्वारा दिये गये सीबीआई जॉंच के आदेश को सही मानते हुए इसके विरुद्ध राज्य सराकर द्वारा सीबीआई जॉंच नहीं होने देने के लिये दायर एसलपी को आज ख़ारिज कर दिया।

कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने चहेते पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव, संजय यादव और सुभाष मंडल जैसे अपराधियों को बचाने की लाख कोशिश की। याचिकाकर्ता पर दबाव डालकर शिकायत वापस लेने का प्रयास भी किया गया, आम लोगों को डराया धमकाया गया। लेकिन मुख्यमंत्री यह भूल गए कि कोर्ट में उनकी धूर्तता नहीं चलने वाली।

कहा कि माननीय न्यायालय का यह निर्णय भ्रष्टाचारी हेमंत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा और लोकतांत्रिक संस्थाओं में आम जनता का विश्वास भी मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।

महापौर ने शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक.दिए निर्देश
संजय द्विवेदी प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक आहुत की गयी।बैठक में साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त डा0महेश कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल अधिकारी राम सक्सेना अवर अभियन्ता व जोनल सीनेटरी निरीक्षक उपस्थित रहे।महापौर द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुये समस्त अधिकारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की वर्तमान व्यवस्था से अवगत कराया गया कि शहर के सभी डिवाईडरो के दोनों तरफ, रोड के किनारे स्थित पेड़ तथा सभी ओवर ब्रिज के नीचे तथा स्टेशन से जाने वाले मार्गो पर गन्दगी व्याप्त है।महापौर द्वारा निर्देश दिये गये कि उक्त सभी स्थानो की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाय इसमे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय।इसके अतिरिक्त रोड के किनारे स्थित पेड़ो व शहर में स्थापित मूर्तियो की सफाई प्रतिदिन व अल्टरनेट डे पर कराना सुनिश्चित किया जाय तथा माल्यापर्ण की व्यवस्था की जाय।स्प्रिंकल मशीनो के संचालन का रूट चार्ट मेरे कार्यालय को भी उपलब्ध कराया जाय।आगामी दिनों में माघ मेला 2025 जनवरी में प्रारम्भ होगा इसको दृश्टिगत रखते हुए मेला मार्ग स्टेशन व हवाई अड्डा जाने व आने मार्ग को समुचित तरह से साफ रखा जाय।गंगा यमुना के किनारे के घाटो को स्वच्छ रखा जाय तथा अस्थाई चेंजिग रूम व शौचालय की व्यवस्था रखी जाय।
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति जिला गंगा सुरक्षा समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न।

गंगा की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए किसी भी हाल में अनुपचारित सीवेज का प्रदूषित पानी गंगा नदी में न छोड़ा जाये-जिलाधिकारी।

जिलाधिकारी ने सम्बंधित विभागों को वृक्षारोपण की कार्य योजना पहले से ही बनाये जाने का दिया निर्देश।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को संगम सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति जिला गंगा सुरक्षा समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने वर्ष 2025 में कराए गए वृक्षारोपण का समस्त विभागो द्वारा पौधे की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखे जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित विभागों को आगामी वृक्षारोपण 2026 के दृष्टिगत अपने लक्ष्य के अनुसार पहले से ही स्थल का चयन कर विभागी कार्य योजना तथा सूक्ष्म योजना तैयार कर वन विभाग को देने का निर्देश दिया।उन्होंने ससमय अग्रिम मृदा कार्य सुनिश्चित करने के लिए कहा है।उन्होने गंगा सुरक्षा समिति की समीक्षा में स्पष्ट दिशा निर्देश दिए की गंगा को साफ सुथरा रखने हेतु गंगा की साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने गंगा नदी की साफ- सफाई, नालों की टैपिंग पर्यावरण प्लान को अपग्रेड किये जाने से सम्बंधित कार्यो की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। उन्होंने कहा किसी भी हाल में अनुपचारित सीवेज और प्रदूषित पानी गंगा नदी में न छोड़ा जाये और समस्त नालो की साफ सफाई कराई जाए। उन्होंने नदियो का पुनरूद्धार करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।जिलाधिकारी ने जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा में सभी सम्बंधित अधिकारियो को एनजीटी को प्रेषित की जाने वाली सूचनाएं ससमय उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए है। पर्यावरण के दृष्टिगत सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर नियंत्रण सम्बंधी आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा निर्देश दिए।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनीता सिंह प्रभागीय वनाधिकारी अरविंद यादव, जिला विकास अधिकारी जी0 पी0 कुशवाहा जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

माघ मेला-2026 के लिए प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर खानपान की उत्तम व्यवस्थाएं।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक कोचिंग हरिमोहन के नेतृत्व में माघ मेला-2026 के दौरान श्रद्धालुओ की विशाल संख्या को देखते हुए खानपान की सेवाओ को उन्नत और सर्व सुलभ बनाया जा रहा है। प्रयागराज के माघ मेला-2026 के दौरान छह मुख्य स्नान पर्व होते है-पौष पूर्णिमा मकर संक्रांति मौनी अमावस्या बसंत पंचमी माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि।प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में करोड़ों तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु स्नान एवं अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते है।प्रयागराज मण्डल द्वारा माघ मेला-2026 के दौरान यात्रियों को अच्छा खान-पान उपलब्ध कराने के लिए कैटरिंग स्टाल्स मल्टी पर्पज स्टाल्स एवं रिफ्रेशमेंट रूम की सुविधा को विस्तारित किया जा रहा है और इनकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है।श्रद्धालुओ को खानपान के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए कैटरिंग स्टॉलस और मल्टी पर्पज स्टॉलस पर पैकेज्ड पेयजल नॉन फार्मेसी आइटम कॉस्मेटिक सामान दूध का पाउडर नैतिकता इतिहास और साहित्य से सम्बंधित पुस्तके रेलवे का टाइम टेबल मैगजीन न्यूज पेपर खिलौने तौलिया तकिया इमरजेन्सी दवा दूध और खाने-पीने के सामानो के साथ अन्य महत्वपूर्ण चीजो जैसे क्षेत्रीय महत्व की कलाकृतियो किताबे पत्रिकाएं समाचार पत्र की बिक्री की जाएगी।

प्रयागराज जंक्शन:-

प्रयागराज जंक्शन पर सिटी साइड की ओर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’में यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए उत्तम खानपान व्यवस्थाएं है यहाँ बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है।प्रयागराज जंक्शन पर 19 कैटरिंग स्टॉलस 23 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 15 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त प्रयागराज जंक्शन के 4 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

प्रयागराज छिवकी:-

प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’की सुविधा उपलब्ध है एवं एक रिफ्रेशमेंट रूम स्थापित किया जा रहा है।यहाँ पर यात्रियों को खानपान की सुविधा उपलब्ध है।प्रयागराज छिवकी पर 6 कैटरिंग स्टॉलस 4 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रयागराज छिवकी स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

नैनी जंक्शन:-

नैनी जंक्शन पर पर 4 कैटरिंग स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीनें उपलब्ध करायी गयी है। यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त नैनी जंक्शन के 5 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

सूबेदारगंज:-

सूबेदारगंज स्टेशन पर कालिंदीपुरम साइड की ओर सर्कुलेटिग एरिया में‘‘रेल कोच रेस्टोरेंट यात्रियो को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है।यहाँ पर यात्रियो को विविध प्रकार के व्यंजन की सुविधा उपलब्ध है।रेल कोच रेस्टोरेंट बच्चो और पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।रेल कोच रेस्टोरेंट में बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है। सूबेदारगंज पर 7 कैटरिंग स्टॉलस 2 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीने स्थापित की गयी है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त सूबेदारगंज स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।