हमारा संविधान देता है नियमबद्ध स्वतंत्रता : साई कॉलेज में मनाया गया संविधान दिवस

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्वीप कमेटी और लिगल लिट्रेसी क्लब के तत्वावधान में संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर बुधवार को प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने प्राध्यापक और विद्यार्थियों के साथ संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया।

उन्होंने प्राध्यापक और विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान हमें नियमबद्ध जीवन देता है। संविधान हमें स्वच्छंदता से स्वतंत्रता की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि संविधान 26 नवम्बर 1949 को लागू हुआ जिससे हमारा देश प्रभुता सम्पन्न गणराज्य बन गया।

इस अवसर जिला प्रशासन की ओर से प्रीति तिवारी और रजनीश मिश्रा ने विद्यार्थियों को मतदाता गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीएलओ प्रत्येक घर पहुंच कर फार्म दे रहे हैं, उसे सावधानी से सभी को भरना है। नागरिकता और मतदाता सम्बंधित जानकारी दर्ज करना है। उन्होंने बताया कि विधानसभा की संख्या अपने बीएलओ से मिल जायेगी। फार्म भरने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है जिसे सभी को भरना है। उन्होंने सभी को बीएलओ की सूची और एसआईआर का लिंक शेयर किया।

इस अवसर पर स्वीप नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी, लिगल लिट्रेसी क्लब प्रभारी डॉ. दिनेश शाक्य तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

संविधान क्विज में शिक्षा विभाग रहा विजेता

लिगल लिटे्रसी क्लब के तत्वावधान में संविधान पर आधारित क्विज प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें सभी विभागों के की ओर से 6 टीमों ने भाग लिया। चार चक्रों में आयोजित प्रतियोगिता के पहले चक्र में बहुविकल्पीय प्रश्न, दूसरे में ब्रेन टीजर, तीसरे में तस्वीर आधारित और चौथा चक्र रैपिड फायर का रहा। इस प्रतियोगिता में शिक्षा विभाग विजेता रहा और उपविजेता लाईफ साईंस, फिजीकल साईंस और कम्प्यूटर साईंस एंड आईटी तथा तीसरे स्थान पर कला एवं समाज विज्ञान विभाग रहा।

क्विज के संयोजक डॉ. दिनेश शाक्य के साथ प्रजेंटर सहायक प्राध्यापक पल्लवी द्विवेदी तथा स्कोरर नीतू सिंह और सुमन मिंज रहे।

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संविधान दिवस का हुआ आयोजन, जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों ने रखे अपने विचार

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में बुधवार को संविधान दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। यह कार्यक्रम जनसंचार विभाग एवं विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन दोनों स्थानों पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की उद्देशिका के सामूहिक वाचन से हुई। सभी उपस्थित लोगों ने संविधान के प्रति निष्ठा, राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने की प्रतिज्ञा ली।

प्रशासनिक भवन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कुलपति महादेव कावरे ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने गहन विचार-विमर्श के बाद देश के महान संविधान को अंगीकृत किया, जो भारतीय लोकतंत्र का मूल आधार है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस का उद्देश्य नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। कुलपति ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर सहित संविधान सभा के सभी सदस्यों के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनके प्रयासों ने प्रत्येक भारतीय को गरिमा और सम्मान के साथ जीवन जीने का मार्ग प्रदान किया।

जनसंचार विभाग में हुआ विचार-विमर्श


जनसंचार विभाग में आयोजित कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मोहंती ने कहा कि संविधान हमें अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों का बोध भी कराता है, जो समाज और राष्ट्र के विकास के लिए अनिवार्य है।

विद्यार्थियों ने भी संविधान पर अपने विचार प्रस्तुत किए ख्याति मिश्रा (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान सभी भारतीयों को समान अवसर प्रदान करता है, जो विविधताओं को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने युवाओं से अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की अपील की। प्रतिष्ठा मिश्रा (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण का मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों पर यह विशेष जिम्मेदारी है कि वे संवैधानिक मूल्यों को समाज तक सही रूप में पहुँचाएँ। सुयश साहू (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है और युवा पीढ़ी को इसके मूल्यों को जीवन में अपनाना चाहिए। गौरव शंकर (एमएएमसी) ने कहा कि संविधान नागरिकों के अधिकारों का संरक्षक है और इसके अनुरूप आचरण करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है।

जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम संविधान की भावना, नागरिक कर्तव्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास रहा।

इस अवसर पर विभाग के अतिथि व्याख्याता डॉ. नीलेश साहू, विनोद सावंत, तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं कर्मचारी अविनाश करडेकर, जितेंद्र श्रीवास, गोविंद पटेल उपस्थित रहे। प्रशासनिक भवन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुनील शर्मा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

कांग्रेसियों ने मनाया संविधान दिवस, निर्माता को दी श्रद्धांजलि

प्रकाशनार्थ,सुल्तानपुर। बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में कांग्रेसियों ने संविधान दिवस धूमधाम से मनाया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा शहर अध्यक्ष शकील अंसारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता व नेताओं ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।

तत्पश्चात संगोष्ठी का आयोजन कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। गोष्टी को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया था,जिसके उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। वहीं उन्होंने कहा कि संविधान को स्वयं संविधान नहीं बचाता, संविधान को हम नागरिक बचाते हैं।

हर सच्चे नागरिक का, सही इच्छा शक्ति वाले नागरिक का यह फर्ज है कि हम संविधान को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि भारतीय संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि यह हमारी लोकतांत्रिक आत्मा का प्रतिबिंब है। पीसीसी सदस्य हौसिला प्रसाद भीम ने कहा कि भारत का संविधान सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा माध्यम है। वरिष्ठ नेता हरीश त्रिपाठी ने कहा कि संविधान दिवस केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारा लोकतांत्रिक पर्व है। कांग्रेस पार्टी सदैव संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और जनाधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रही है और आगे भी रहेगी।

इस मौके पर वरिष्ठ नेता लाल पद्माकर सिंह, सुब्रत सिंह सनी, विजयपाल, आवेश अहमद,विनय त्रिपाठी, शीतला प्रसाद साहू,विकास, जनार्दन शुक्ल पवन मिश्र कटवा आदि लोग मौजूद रहे।

तटबंध का निर्माण कराया जाने को लेकर, तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति ने प्रशासन को दी चेतावनी, एक माह में निर्माण कार्य शुरू न होने पर, होगा आंदोलन

फर्रुखाबाद।तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति ने फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा (आशीष मिश्रा) के नेतृत्व में बहुत बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिले की सीमा तक गंगा जी के दोनों किनारो पर तटबंध बनाने के लिए ज्ञापन दिया ज्ञापन में मांग की गई जनपद में बाढ़ से बचाव के लिए बहुत आवश्यक है कि तटबंध बने जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने इस मांग पर बहुत सकारात्मक रुख दिखाते हुए भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द इस पर कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी ।

फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने कहा कि जनपद में प्रतिवर्ष भीषण बाढ़ से गंगा जी के दोनों किनारो पर बसे हजारों गांव और इसमें रहने वाली लाखों की जनता बहुत बुरी तरीके से प्रभावित होती है न जाने कितने लोगों की जान खेत , घर मकान एवं पशुधन की हानि होती है यह हर वर्ष होता है इसलिए बहुत आवश्यक है तदबंध बने जिलाधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से बता दिया गया है की ठीक 1 महीने में अगर इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई प्रारंभ ना हुई तो जन संघर्ष समिति व्यापक आंदोलन प्रारंभ कर देगी।

उन्होंने कहा कि जनपद के प्रारंभिक गांव से लेकर जहां तक गंगा जी जनपद में बहती हैं वहां तक सैकड़ो लोगों के साथ में पदयात्रा की जाएगी जन-जन को इस आंदोलन से जोड़ा जाएगा और सरकार के ना सुनने पर जनपद की प्रत्येक तहसील पर बड़ा आंदोलन होगा किसी भी सूरत में जब तक तटबंध नहीं बनेगा तब तक यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है l प्रधान अनूप अग्निहोत्री ने कहा तटबंध क्षेत्र के लिए जीवन रेखा बनेगी जिससे लोगों की बर्बादी रुकेगी इसलिए इसका बनना बहुत आवश्यक है।

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा गंगा जी के दोनों तरफ बसने वाले क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति चाहते हैं कि तटबंध बने बाढ़ के समय जो तबाही होती है उसे हमेशा के लिए बचा जा सकेगा बिलावलपुर प्रधान महाराम सिंह पाल ने कहा कि यदि तटवंद ना बना तो अगले वर्ष कई गांव नक्शे से मिट जाएंगे , डॉ पंकज राठौर ने कहा की हर हालत में तदबंधन बनना बहुत जरूरत है प्रधान गौरव सिंह कुशवाहा ने कहा तटबंध बनेगा तभी जीवन बचेगा तभी खेत बचेंगे ओपेंद्र सिंह यादव ने कहा कि तटबंध बनने से लोगों का जीवन सुधर जाएगा गंगा पार का भविष्य सभर जाएगा करणी सेना के जिला महामंत्री प्रदीप सिंह राठौड़ ने कहा करणी सेना पूरी तरीके से इस आंदोलन में सम्मिलित है और हर कदम पर कंधे से कंधा मिलाकर तटबंध बनाओ अभियान में हिस्सेदारी लेगी, फर्रुखाबाद नगर पालिका परिषद के सभासद कृष्ण मोहन शर्मा उर्फ नन्हे पंडित, महेश अग्निहोत्री बाबू, उमेश गौतम, विश्वनाथ वर्मा, शशांक शेखर मिश्रा, आशुतोष अग्निहोत्री डब्बू आदि ने भी इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की और कहा कि सारे सभासद भविष्य में इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे, ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से निशु दुबे पूर्व सभासद, राजीव पाल,प्रशांत पाठक ,ओपेंद्र सिंह यादव, राहुल दीक्षित गुड्डा, प्रशांत मिश्रा, आयुष सक्सेना, सनी बाथम,श्याम मनोहर शुक्ला, लवी सक्सेना,सागर गुप्ता, ओम निवास पाठक, राजीव वर्मा, मोहित खन्ना, विष्णु मिश्रा, सुभाष कोटेदार, गौरव सिंह कुशवाहा प्रधान, रामवीर बाथम प्रधान, शिवांग बाजपेई, साहिल मिश्रा चित्रांश त्रिवेदी, राहुल, शाहिद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे l

संविधान को लेकर युवाओं को रहना होगा सचेत: सुरेंद्र

गोंडा।भारतीय संविधान के 76 वें वर्षगांठ पर हाईकोर्ट अधिवक्ता सुरेन्द्र मिश्र सूर्य के नेतृत्व में संविधान संदेश जन जागरण यात्रा आरम्भ की गई, जिसके तहत सरस्वती विद्या मंदिर में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अभियान के संयोजक सुरेन्द्र मिश्र सूर्य ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए युवाओं में संवैधानिक जागरूकता जरूरी है ।

नागरिकों को मतदान के अतिरिक्त संविधान में मिले अपने अन्य अधिकारों के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।पहले कहा जाता था कि यथा राजा तथा प्रजा किंतु अब लोकतंत्र यह उल्टा हो गया है जैसी प्रजा होगी वैसा ही शासन मिलेगा। आज का विद्यार्थी ही कल लोकतंत्र का प्रहरी बनेगा इसलिए यह आवश्यक है कि वह नैतिक मूल्यों से युक्त व संवेदनशील हो तथा कायरता व कुकर्मों से दूर हो ।

सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य रवि कुमार शुक्ला ने कहा कि अनुशासित नागरिक से ही देश का विकास संभव है इसलिए हमें संविधान के बताए कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ।गोष्ठी का संचालन जितेंद्र पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर करुणा सिंधु मिश्रा , कृष्ण कुमार तिवारी दिग्विजय नाथ मिश्र, राहुल तिवारी, शशि दुबे, संजय पाण्डेय, हनुमंत पाण्डेय सहित विद्यालय के छात्र छात्राएं व कर्मचारी उपस्थित रहे ।

एक बार फिर विवादों में कॉमेडियन कुणाल कामरा, टी-शर्ट पर कुत्ते के साथ 'RSS' लिखा

#kunalkamrarsstshirt_controversy

कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। विवाद की वजह बनी है उनकी एक सोशल मीडिया पोस्ट। इसमें वो ऐसी टीशर्ट पहने दिख रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई है।इस पोस्ट के बाद बीजेपी की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी ने मंगलवार को पार्टी ने संभावित पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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सोशल मीडिया पर कॉमेडियन कुणाल कामरा की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह एक टी-शर्ट पहने नजर आ रहे हैं। टी-शर्ट में छपी तस्वीर में एक कुत्ते की फोटो और ‘RSS’ जैसा दिखने वाला अक्षर नजर आ रहा है। हालांकि पूरा ‘R’ साफ नहीं दिख रहा है।

कामरा की ये फोटो तेजी से वायरल

कामरा ने ये तस्वीर सोमवार यानी 24 नवंबर को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की थी। फोटो अब वायरल हो रही है। कामरा ने पोस्ट में लिखा, 'यह फोटो किसी कॉमेडी क्लब की नहीं है।' सोशल मीडिया पर कामरा की ये फोटो तेजी से वायरल हो रही है।

बीजेपी ने जताई कड़ी आपत्ति

कुणाल कामरा के इस पोस्ट को लेकर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पुलिस ऑनलाइन आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

शिवसेना वोली- बीजेपी को जवाब देना चाहिए

बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना के मंत्री संजय शिर्साट ने कहा कि आरएसएस को इस पोस्ट का 'कड़ा जवाब' देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कामरा इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी करते रहे हैं। शिर्साट ने कहा, 'पहले उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और एकनाथ शिंदे को निशाना बनाया, और अब सीधे आरएसएस पर हमला किया है। बीजेपी को जवाब देना चाहिए।

अपने पैरोडी सॉन्ग को लेकर विवादों में आए थे कामरा

बता दें कि, इसी साल मार्च में कामरा ने एक कॉमेडी क्लब में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे को लेकर एक विवादित गाना गाया था जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने उस क्लब में तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा भी कामरा कई बार इस तरह की विवादित हरकतें कर चुके हैं।

बीएलओ की मौत पर जांच कमेटी गठित,सीआरओ व एसीपी करेंगे जांच

*SIR ड्यूटी में अधिकारियों के दबाव के कारण जहर खाने का आरोप

गोंडा।जिले के खेमपुर ग्राम पंचायत में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे बीएलओ विपिन कुमार यादव के मौत के मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिये गये हैं।जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।इस कमेटी में मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय शामिल हैं।दोनों अधिकारियों को जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं।जिला निर्वाचन अधिकारी ने जांच कमेटी को सभी बिन्दुओं पर गहनता से पड़ताल करने का निर्देश दिया है।जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि विपिन यादव ने किन परिस्थितियों में जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया,जिसके बाद लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।कमेटी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयानों के आधार पर भी जांच करने को कहा गया है।इस संबंध में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी अग्रिम निर्णय लेंगी।उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है तथा किसी भी समस्या की स्थिति में तत्काल संबंधित अधिकारियों को सूचित करने की सलाह दी गई है।

पश्चिम बंगाल में 23 बीएलओ की मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, चुनाव आयोग से मांगा जवाब

#supremecourtecsirblocasehearing

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पश्चिम बंगाल वोटरलिस्ट के पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सियासत गर्म हैं। पश्चिम बंगाल में एसआईआर के दौरान काम के कथित दबाव से बूथ लेवल ऑफ़िसर (बीएलओ) की मौतें एक बड़ा मुद्दा बनती जा रही हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर मामले में 23 बीएलओ की मौत के आरोपों पर गंभीर चिंता जताई। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की ओर से पेश वकील ने इस संबंध में जानकारी दी, जिसके बाद कोर्ट ने चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगा।

एक दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश

सुप्रीम कोर्ट में आज चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग से संबंधित विभिन्न मामलों पर सुनवाई हुई, जिसमें वोटर लिस्ट संशोधन, पश्चिम बंगाल में बीएलओ की मौतों और केरल व तमिलनाडु के मुद्दों पर राजनीतिक दलों और एडीआर ने गंभीर सवाल उठाए। कोर्ट ने चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग दोनों को 1 दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होगी। वहीं, पश्चिम बंगाल में बीएलओ की मौत के संबंध में भी राज्य चुनाव कार्यालय से 1 दिसंबर तक जवाब तलब किया गया है।

23 बीएलओ की मौत के बाद बढ़ी चिंता

वोटर लिस्ट संशोधन प्रक्रिया के दौरान अब तक कई राज्यों में बीएलओ की मौत के मामले सामने आए हैं। सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही 23 बीएलओ की मौत हो चुकी है। सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग ने कहा कि केरल राज्य चुनाव आयोग को भी जवाब दाखिल करने की अनुमति दी जाए। इस पर सीजेआई ने सहमति जताई। सीजेआई ने स्पष्ट किया कि केरल मामले में भी 1 दिसंबर तक जवाब दाखिल करना होगा।

प्रशासनिक शिथिलता का शिकार झारखंड सरकार: सरयू राय ने धालभूम SDM पद रिक्त होने पर उठाया सवाल


जमशेदपुर। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता सरयू राय ने झारखंड सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग पर गंभीर शिथिलता बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस शिथिलता का प्रतिकूल प्रभाव मुख्यालय से लेकर प्रखंड स्तर तक की प्रशासनिक दक्षता पर पड़ रहा है, जिसका सर्वाधिक शिकार पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन है।

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पूर्वी सिंहभूम में रिक्त महत्वपूर्ण पद

विधायक सरयू राय ने धालभूम अनुमंडल के महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद की स्थिति को उजागर किया:

SDO धालभूम का पद: यह महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद कई महीनों से खाली है और प्रभार (Additional Charge) पर चल रहा है।

परिणाम: इस कारण जनहित के अति आवश्यक निर्णय लंबित हैं और पूर्व में लिए गए निर्णयों को लागू करने में भी शिथिलता बरती जा रही है।

डीडीसी का पद: उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम में उप विकास आयुक्त (DDC) जैसा अति आवश्यक प्रशासनिक पद भी 9 महीने से अधिक समय तक प्रभार में चलता रहा था।

विधायक ने मुख्यमंत्री से धालभूम अनुमंडल में पूर्णकालिक सिविल एसडीओ की शीघ्र पदस्थापना की मांग की है।

पदस्थापन में विलंब और प्रोन्नति का मुद्दा

सरयू राय ने राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में व्याप्त व्यापक विसंगतियों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया:

रिक्त पदों की भरमार: राज्य के विभिन्न जिलों और विभागों में बड़ी संख्या में अति आवश्यक पद रिक्त हैं, जबकि दूसरी ओर एक अधिकारी एक से अधिक विभागों के प्रभार में काम कर रहा है।

अधिकारियों का इंतजार: लगभग 80 से अधिक उप समाहर्ता स्तर के अनुभवी पदाधिकारी स्थानांतरण के बाद काफी दिनों से पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। यही स्थिति नव प्रोन्नत भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के युवा अधिकारियों की भी है।

अस्थायी कार्य पद्धति पर सवाल: राय ने कहा कि डीडीसी, एसडीओ जैसे पदों पर योग्य पूर्णकालिक अधिकारी की नियुक्ति के बजाय अस्थायी अतिरिक्त प्रभार देकर 'जुगाड़ू कार्य पद्धति' से काम चलाया जा रहा है, जिससे जिले की प्रशासनिक क्षमता घटती है और विकास कार्यों के अतिरिक्त सामान्य जन के निजी कार्यों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

प्रोन्नति का गतिरोध

सरयू राय ने बताया कि प्रशासन और पुलिस तथा राज्य सेवाओं के अन्य राजपत्रित पदों पर पदस्थापित पदाधिकारियों की प्रोन्नतियां भी रुकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यही स्थिति अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य, कृषि एवं अन्य विभागों के विशेषज्ञ पदों पर कार्यरत राज्य सेवा के अधिकारियों और कर्मियों की भी है, जबकि बिहार में उनके समकक्ष अधिकारी प्रोन्नत होकर उच्च पदों पर कार्यरत हैं।

संविधान दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन, बोलीं-संविधान से हमारा स्वाभिमान सुनिश्चित हुआ

#presidentmurmuaddressesbothparliamenthousestodayonconstitution_day

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पूरा भारत आज संविधान दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 1949 में भारत ने अपने संविधान को अंगीकार किया था। इस मौके पर विशेष समारोह पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में आयोजित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र दुनिया के लिए मिसाल है। संविधान से हमारा स्वाभिमान सुनिश्चित हुआ है।

संसद भवन के सेंट्रल हॉल से बोलते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज के दिन 26 नवंबर 1949 में संविधान सभा के सदस्यों ने भारत संविधान के निर्माण का कार्य संपन्न किया था। आज के दिन उस पर हम भारत के लोगों ने अपने संविधान को अपनाया था। स्वाधीनता के बाद संविधान सभा ने भारत की अंतरिम संसद के रूप में भी कर्तव्य का निर्वाहन किया।

25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना बड़ी उपलब्धि

अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि संविधान औपनिवेशिक मानसिकता छोड़कर राष्ट्रवादी सोच अपनाने का मार्गदर्शक दस्तावेज है। 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे संविधान-निर्माता चाहते थे कि हमारे व्यक्तिगत और लोकतांत्रिक अधिकार हमेशा सुरक्षित रहें।

तीन तलाक से लेकर आर्टिकल-370 तक का जिक्र

संविधान दिवस के मौके पर संसद में आयोजित विशेष कार्यक्रम में देश को संबोध‍ित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीन तलाक को खत्‍म करना और जम्‍मू-कश्‍मीर से आर्टिकल-370 को हटाने का जिक्र किया। तीन तलाक को खत्‍म करने के कदम को राष्‍ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं के सशक्‍तीकरण से जोड़ा। राष्ट्रपति ने कहा, तीन तलाक से जुड़ी सामाजिक बुराई पर अंकुश लगाकर संसद ने हमारी बहनों और बेटियों के सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए। देश के आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए स्वतंत्रता के बाद का सबसे बड़ा कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), लागू किया गया। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से एक ऐसी बाधा दूर हुई जो देश के समग्र राजनीतिक एकीकरण में रुकावट डाल रही थी। नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला नेतृत्व वाले विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा। इस वर्ष 7 नवंबर से शुरू होकर, हमारे राष्ट्रगान वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव आयोजित किया जा रहा है।

9 भाषाओं में संविधान का अनुवादित संस्करण जारी

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, बोडो, कश्मीरी, तेलुगु, ओडिया और असमिया सहित 9 भाषाओं में संविधान का अनुवादित संस्करण जारी किया।

हमारा संविधान देता है नियमबद्ध स्वतंत्रता : साई कॉलेज में मनाया गया संविधान दिवस

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्वीप कमेटी और लिगल लिट्रेसी क्लब के तत्वावधान में संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर बुधवार को प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने प्राध्यापक और विद्यार्थियों के साथ संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया।

उन्होंने प्राध्यापक और विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान हमें नियमबद्ध जीवन देता है। संविधान हमें स्वच्छंदता से स्वतंत्रता की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि संविधान 26 नवम्बर 1949 को लागू हुआ जिससे हमारा देश प्रभुता सम्पन्न गणराज्य बन गया।

इस अवसर जिला प्रशासन की ओर से प्रीति तिवारी और रजनीश मिश्रा ने विद्यार्थियों को मतदाता गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीएलओ प्रत्येक घर पहुंच कर फार्म दे रहे हैं, उसे सावधानी से सभी को भरना है। नागरिकता और मतदाता सम्बंधित जानकारी दर्ज करना है। उन्होंने बताया कि विधानसभा की संख्या अपने बीएलओ से मिल जायेगी। फार्म भरने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है जिसे सभी को भरना है। उन्होंने सभी को बीएलओ की सूची और एसआईआर का लिंक शेयर किया।

इस अवसर पर स्वीप नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी, लिगल लिट्रेसी क्लब प्रभारी डॉ. दिनेश शाक्य तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

संविधान क्विज में शिक्षा विभाग रहा विजेता

लिगल लिटे्रसी क्लब के तत्वावधान में संविधान पर आधारित क्विज प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें सभी विभागों के की ओर से 6 टीमों ने भाग लिया। चार चक्रों में आयोजित प्रतियोगिता के पहले चक्र में बहुविकल्पीय प्रश्न, दूसरे में ब्रेन टीजर, तीसरे में तस्वीर आधारित और चौथा चक्र रैपिड फायर का रहा। इस प्रतियोगिता में शिक्षा विभाग विजेता रहा और उपविजेता लाईफ साईंस, फिजीकल साईंस और कम्प्यूटर साईंस एंड आईटी तथा तीसरे स्थान पर कला एवं समाज विज्ञान विभाग रहा।

क्विज के संयोजक डॉ. दिनेश शाक्य के साथ प्रजेंटर सहायक प्राध्यापक पल्लवी द्विवेदी तथा स्कोरर नीतू सिंह और सुमन मिंज रहे।

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संविधान दिवस का हुआ आयोजन, जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों ने रखे अपने विचार

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में बुधवार को संविधान दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। यह कार्यक्रम जनसंचार विभाग एवं विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन दोनों स्थानों पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की उद्देशिका के सामूहिक वाचन से हुई। सभी उपस्थित लोगों ने संविधान के प्रति निष्ठा, राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने की प्रतिज्ञा ली।

प्रशासनिक भवन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कुलपति महादेव कावरे ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने गहन विचार-विमर्श के बाद देश के महान संविधान को अंगीकृत किया, जो भारतीय लोकतंत्र का मूल आधार है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस का उद्देश्य नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। कुलपति ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर सहित संविधान सभा के सभी सदस्यों के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनके प्रयासों ने प्रत्येक भारतीय को गरिमा और सम्मान के साथ जीवन जीने का मार्ग प्रदान किया।

जनसंचार विभाग में हुआ विचार-विमर्श


जनसंचार विभाग में आयोजित कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मोहंती ने कहा कि संविधान हमें अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों का बोध भी कराता है, जो समाज और राष्ट्र के विकास के लिए अनिवार्य है।

विद्यार्थियों ने भी संविधान पर अपने विचार प्रस्तुत किए ख्याति मिश्रा (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान सभी भारतीयों को समान अवसर प्रदान करता है, जो विविधताओं को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने युवाओं से अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की अपील की। प्रतिष्ठा मिश्रा (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण का मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों पर यह विशेष जिम्मेदारी है कि वे संवैधानिक मूल्यों को समाज तक सही रूप में पहुँचाएँ। सुयश साहू (बीएजेएमसी) ने कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है और युवा पीढ़ी को इसके मूल्यों को जीवन में अपनाना चाहिए। गौरव शंकर (एमएएमसी) ने कहा कि संविधान नागरिकों के अधिकारों का संरक्षक है और इसके अनुरूप आचरण करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है।

जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम संविधान की भावना, नागरिक कर्तव्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास रहा।

इस अवसर पर विभाग के अतिथि व्याख्याता डॉ. नीलेश साहू, विनोद सावंत, तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं कर्मचारी अविनाश करडेकर, जितेंद्र श्रीवास, गोविंद पटेल उपस्थित रहे। प्रशासनिक भवन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुनील शर्मा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

कांग्रेसियों ने मनाया संविधान दिवस, निर्माता को दी श्रद्धांजलि

प्रकाशनार्थ,सुल्तानपुर। बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में कांग्रेसियों ने संविधान दिवस धूमधाम से मनाया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा शहर अध्यक्ष शकील अंसारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता व नेताओं ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।

तत्पश्चात संगोष्ठी का आयोजन कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। गोष्टी को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया था,जिसके उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। वहीं उन्होंने कहा कि संविधान को स्वयं संविधान नहीं बचाता, संविधान को हम नागरिक बचाते हैं।

हर सच्चे नागरिक का, सही इच्छा शक्ति वाले नागरिक का यह फर्ज है कि हम संविधान को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि भारतीय संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि यह हमारी लोकतांत्रिक आत्मा का प्रतिबिंब है। पीसीसी सदस्य हौसिला प्रसाद भीम ने कहा कि भारत का संविधान सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा माध्यम है। वरिष्ठ नेता हरीश त्रिपाठी ने कहा कि संविधान दिवस केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारा लोकतांत्रिक पर्व है। कांग्रेस पार्टी सदैव संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और जनाधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रही है और आगे भी रहेगी।

इस मौके पर वरिष्ठ नेता लाल पद्माकर सिंह, सुब्रत सिंह सनी, विजयपाल, आवेश अहमद,विनय त्रिपाठी, शीतला प्रसाद साहू,विकास, जनार्दन शुक्ल पवन मिश्र कटवा आदि लोग मौजूद रहे।

तटबंध का निर्माण कराया जाने को लेकर, तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति ने प्रशासन को दी चेतावनी, एक माह में निर्माण कार्य शुरू न होने पर, होगा आंदोलन

फर्रुखाबाद।तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति ने फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा (आशीष मिश्रा) के नेतृत्व में बहुत बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिले की सीमा तक गंगा जी के दोनों किनारो पर तटबंध बनाने के लिए ज्ञापन दिया ज्ञापन में मांग की गई जनपद में बाढ़ से बचाव के लिए बहुत आवश्यक है कि तटबंध बने जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने इस मांग पर बहुत सकारात्मक रुख दिखाते हुए भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द इस पर कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी ।

फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने कहा कि जनपद में प्रतिवर्ष भीषण बाढ़ से गंगा जी के दोनों किनारो पर बसे हजारों गांव और इसमें रहने वाली लाखों की जनता बहुत बुरी तरीके से प्रभावित होती है न जाने कितने लोगों की जान खेत , घर मकान एवं पशुधन की हानि होती है यह हर वर्ष होता है इसलिए बहुत आवश्यक है तदबंध बने जिलाधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से बता दिया गया है की ठीक 1 महीने में अगर इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई प्रारंभ ना हुई तो जन संघर्ष समिति व्यापक आंदोलन प्रारंभ कर देगी।

उन्होंने कहा कि जनपद के प्रारंभिक गांव से लेकर जहां तक गंगा जी जनपद में बहती हैं वहां तक सैकड़ो लोगों के साथ में पदयात्रा की जाएगी जन-जन को इस आंदोलन से जोड़ा जाएगा और सरकार के ना सुनने पर जनपद की प्रत्येक तहसील पर बड़ा आंदोलन होगा किसी भी सूरत में जब तक तटबंध नहीं बनेगा तब तक यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है l प्रधान अनूप अग्निहोत्री ने कहा तटबंध क्षेत्र के लिए जीवन रेखा बनेगी जिससे लोगों की बर्बादी रुकेगी इसलिए इसका बनना बहुत आवश्यक है।

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा गंगा जी के दोनों तरफ बसने वाले क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति चाहते हैं कि तटबंध बने बाढ़ के समय जो तबाही होती है उसे हमेशा के लिए बचा जा सकेगा बिलावलपुर प्रधान महाराम सिंह पाल ने कहा कि यदि तटवंद ना बना तो अगले वर्ष कई गांव नक्शे से मिट जाएंगे , डॉ पंकज राठौर ने कहा की हर हालत में तदबंधन बनना बहुत जरूरत है प्रधान गौरव सिंह कुशवाहा ने कहा तटबंध बनेगा तभी जीवन बचेगा तभी खेत बचेंगे ओपेंद्र सिंह यादव ने कहा कि तटबंध बनने से लोगों का जीवन सुधर जाएगा गंगा पार का भविष्य सभर जाएगा करणी सेना के जिला महामंत्री प्रदीप सिंह राठौड़ ने कहा करणी सेना पूरी तरीके से इस आंदोलन में सम्मिलित है और हर कदम पर कंधे से कंधा मिलाकर तटबंध बनाओ अभियान में हिस्सेदारी लेगी, फर्रुखाबाद नगर पालिका परिषद के सभासद कृष्ण मोहन शर्मा उर्फ नन्हे पंडित, महेश अग्निहोत्री बाबू, उमेश गौतम, विश्वनाथ वर्मा, शशांक शेखर मिश्रा, आशुतोष अग्निहोत्री डब्बू आदि ने भी इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की और कहा कि सारे सभासद भविष्य में इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे, ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से निशु दुबे पूर्व सभासद, राजीव पाल,प्रशांत पाठक ,ओपेंद्र सिंह यादव, राहुल दीक्षित गुड्डा, प्रशांत मिश्रा, आयुष सक्सेना, सनी बाथम,श्याम मनोहर शुक्ला, लवी सक्सेना,सागर गुप्ता, ओम निवास पाठक, राजीव वर्मा, मोहित खन्ना, विष्णु मिश्रा, सुभाष कोटेदार, गौरव सिंह कुशवाहा प्रधान, रामवीर बाथम प्रधान, शिवांग बाजपेई, साहिल मिश्रा चित्रांश त्रिवेदी, राहुल, शाहिद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे l

संविधान को लेकर युवाओं को रहना होगा सचेत: सुरेंद्र

गोंडा।भारतीय संविधान के 76 वें वर्षगांठ पर हाईकोर्ट अधिवक्ता सुरेन्द्र मिश्र सूर्य के नेतृत्व में संविधान संदेश जन जागरण यात्रा आरम्भ की गई, जिसके तहत सरस्वती विद्या मंदिर में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अभियान के संयोजक सुरेन्द्र मिश्र सूर्य ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए युवाओं में संवैधानिक जागरूकता जरूरी है ।

नागरिकों को मतदान के अतिरिक्त संविधान में मिले अपने अन्य अधिकारों के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।पहले कहा जाता था कि यथा राजा तथा प्रजा किंतु अब लोकतंत्र यह उल्टा हो गया है जैसी प्रजा होगी वैसा ही शासन मिलेगा। आज का विद्यार्थी ही कल लोकतंत्र का प्रहरी बनेगा इसलिए यह आवश्यक है कि वह नैतिक मूल्यों से युक्त व संवेदनशील हो तथा कायरता व कुकर्मों से दूर हो ।

सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य रवि कुमार शुक्ला ने कहा कि अनुशासित नागरिक से ही देश का विकास संभव है इसलिए हमें संविधान के बताए कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ।गोष्ठी का संचालन जितेंद्र पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर करुणा सिंधु मिश्रा , कृष्ण कुमार तिवारी दिग्विजय नाथ मिश्र, राहुल तिवारी, शशि दुबे, संजय पाण्डेय, हनुमंत पाण्डेय सहित विद्यालय के छात्र छात्राएं व कर्मचारी उपस्थित रहे ।

एक बार फिर विवादों में कॉमेडियन कुणाल कामरा, टी-शर्ट पर कुत्ते के साथ 'RSS' लिखा

#kunalkamrarsstshirt_controversy

कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। विवाद की वजह बनी है उनकी एक सोशल मीडिया पोस्ट। इसमें वो ऐसी टीशर्ट पहने दिख रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई है।इस पोस्ट के बाद बीजेपी की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी ने मंगलवार को पार्टी ने संभावित पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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सोशल मीडिया पर कॉमेडियन कुणाल कामरा की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह एक टी-शर्ट पहने नजर आ रहे हैं। टी-शर्ट में छपी तस्वीर में एक कुत्ते की फोटो और ‘RSS’ जैसा दिखने वाला अक्षर नजर आ रहा है। हालांकि पूरा ‘R’ साफ नहीं दिख रहा है।

कामरा की ये फोटो तेजी से वायरल

कामरा ने ये तस्वीर सोमवार यानी 24 नवंबर को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की थी। फोटो अब वायरल हो रही है। कामरा ने पोस्ट में लिखा, 'यह फोटो किसी कॉमेडी क्लब की नहीं है।' सोशल मीडिया पर कामरा की ये फोटो तेजी से वायरल हो रही है।

बीजेपी ने जताई कड़ी आपत्ति

कुणाल कामरा के इस पोस्ट को लेकर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पुलिस ऑनलाइन आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

शिवसेना वोली- बीजेपी को जवाब देना चाहिए

बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना के मंत्री संजय शिर्साट ने कहा कि आरएसएस को इस पोस्ट का 'कड़ा जवाब' देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कामरा इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी करते रहे हैं। शिर्साट ने कहा, 'पहले उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और एकनाथ शिंदे को निशाना बनाया, और अब सीधे आरएसएस पर हमला किया है। बीजेपी को जवाब देना चाहिए।

अपने पैरोडी सॉन्ग को लेकर विवादों में आए थे कामरा

बता दें कि, इसी साल मार्च में कामरा ने एक कॉमेडी क्लब में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे को लेकर एक विवादित गाना गाया था जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने उस क्लब में तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा भी कामरा कई बार इस तरह की विवादित हरकतें कर चुके हैं।

बीएलओ की मौत पर जांच कमेटी गठित,सीआरओ व एसीपी करेंगे जांच

*SIR ड्यूटी में अधिकारियों के दबाव के कारण जहर खाने का आरोप

गोंडा।जिले के खेमपुर ग्राम पंचायत में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे बीएलओ विपिन कुमार यादव के मौत के मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिये गये हैं।जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।इस कमेटी में मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय शामिल हैं।दोनों अधिकारियों को जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं।जिला निर्वाचन अधिकारी ने जांच कमेटी को सभी बिन्दुओं पर गहनता से पड़ताल करने का निर्देश दिया है।जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि विपिन यादव ने किन परिस्थितियों में जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया,जिसके बाद लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।कमेटी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयानों के आधार पर भी जांच करने को कहा गया है।इस संबंध में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी अग्रिम निर्णय लेंगी।उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है तथा किसी भी समस्या की स्थिति में तत्काल संबंधित अधिकारियों को सूचित करने की सलाह दी गई है।

पश्चिम बंगाल में 23 बीएलओ की मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, चुनाव आयोग से मांगा जवाब

#supremecourtecsirblocasehearing

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पश्चिम बंगाल वोटरलिस्ट के पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सियासत गर्म हैं। पश्चिम बंगाल में एसआईआर के दौरान काम के कथित दबाव से बूथ लेवल ऑफ़िसर (बीएलओ) की मौतें एक बड़ा मुद्दा बनती जा रही हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर मामले में 23 बीएलओ की मौत के आरोपों पर गंभीर चिंता जताई। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की ओर से पेश वकील ने इस संबंध में जानकारी दी, जिसके बाद कोर्ट ने चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगा।

एक दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश

सुप्रीम कोर्ट में आज चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग से संबंधित विभिन्न मामलों पर सुनवाई हुई, जिसमें वोटर लिस्ट संशोधन, पश्चिम बंगाल में बीएलओ की मौतों और केरल व तमिलनाडु के मुद्दों पर राजनीतिक दलों और एडीआर ने गंभीर सवाल उठाए। कोर्ट ने चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग दोनों को 1 दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होगी। वहीं, पश्चिम बंगाल में बीएलओ की मौत के संबंध में भी राज्य चुनाव कार्यालय से 1 दिसंबर तक जवाब तलब किया गया है।

23 बीएलओ की मौत के बाद बढ़ी चिंता

वोटर लिस्ट संशोधन प्रक्रिया के दौरान अब तक कई राज्यों में बीएलओ की मौत के मामले सामने आए हैं। सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही 23 बीएलओ की मौत हो चुकी है। सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग ने कहा कि केरल राज्य चुनाव आयोग को भी जवाब दाखिल करने की अनुमति दी जाए। इस पर सीजेआई ने सहमति जताई। सीजेआई ने स्पष्ट किया कि केरल मामले में भी 1 दिसंबर तक जवाब दाखिल करना होगा।

प्रशासनिक शिथिलता का शिकार झारखंड सरकार: सरयू राय ने धालभूम SDM पद रिक्त होने पर उठाया सवाल


जमशेदपुर। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता सरयू राय ने झारखंड सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग पर गंभीर शिथिलता बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस शिथिलता का प्रतिकूल प्रभाव मुख्यालय से लेकर प्रखंड स्तर तक की प्रशासनिक दक्षता पर पड़ रहा है, जिसका सर्वाधिक शिकार पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन है।

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पूर्वी सिंहभूम में रिक्त महत्वपूर्ण पद

विधायक सरयू राय ने धालभूम अनुमंडल के महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद की स्थिति को उजागर किया:

SDO धालभूम का पद: यह महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद कई महीनों से खाली है और प्रभार (Additional Charge) पर चल रहा है।

परिणाम: इस कारण जनहित के अति आवश्यक निर्णय लंबित हैं और पूर्व में लिए गए निर्णयों को लागू करने में भी शिथिलता बरती जा रही है।

डीडीसी का पद: उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम में उप विकास आयुक्त (DDC) जैसा अति आवश्यक प्रशासनिक पद भी 9 महीने से अधिक समय तक प्रभार में चलता रहा था।

विधायक ने मुख्यमंत्री से धालभूम अनुमंडल में पूर्णकालिक सिविल एसडीओ की शीघ्र पदस्थापना की मांग की है।

पदस्थापन में विलंब और प्रोन्नति का मुद्दा

सरयू राय ने राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में व्याप्त व्यापक विसंगतियों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया:

रिक्त पदों की भरमार: राज्य के विभिन्न जिलों और विभागों में बड़ी संख्या में अति आवश्यक पद रिक्त हैं, जबकि दूसरी ओर एक अधिकारी एक से अधिक विभागों के प्रभार में काम कर रहा है।

अधिकारियों का इंतजार: लगभग 80 से अधिक उप समाहर्ता स्तर के अनुभवी पदाधिकारी स्थानांतरण के बाद काफी दिनों से पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। यही स्थिति नव प्रोन्नत भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के युवा अधिकारियों की भी है।

अस्थायी कार्य पद्धति पर सवाल: राय ने कहा कि डीडीसी, एसडीओ जैसे पदों पर योग्य पूर्णकालिक अधिकारी की नियुक्ति के बजाय अस्थायी अतिरिक्त प्रभार देकर 'जुगाड़ू कार्य पद्धति' से काम चलाया जा रहा है, जिससे जिले की प्रशासनिक क्षमता घटती है और विकास कार्यों के अतिरिक्त सामान्य जन के निजी कार्यों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

प्रोन्नति का गतिरोध

सरयू राय ने बताया कि प्रशासन और पुलिस तथा राज्य सेवाओं के अन्य राजपत्रित पदों पर पदस्थापित पदाधिकारियों की प्रोन्नतियां भी रुकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यही स्थिति अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य, कृषि एवं अन्य विभागों के विशेषज्ञ पदों पर कार्यरत राज्य सेवा के अधिकारियों और कर्मियों की भी है, जबकि बिहार में उनके समकक्ष अधिकारी प्रोन्नत होकर उच्च पदों पर कार्यरत हैं।

संविधान दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन, बोलीं-संविधान से हमारा स्वाभिमान सुनिश्चित हुआ

#presidentmurmuaddressesbothparliamenthousestodayonconstitution_day

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पूरा भारत आज संविधान दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 1949 में भारत ने अपने संविधान को अंगीकार किया था। इस मौके पर विशेष समारोह पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में आयोजित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र दुनिया के लिए मिसाल है। संविधान से हमारा स्वाभिमान सुनिश्चित हुआ है।

संसद भवन के सेंट्रल हॉल से बोलते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज के दिन 26 नवंबर 1949 में संविधान सभा के सदस्यों ने भारत संविधान के निर्माण का कार्य संपन्न किया था। आज के दिन उस पर हम भारत के लोगों ने अपने संविधान को अपनाया था। स्वाधीनता के बाद संविधान सभा ने भारत की अंतरिम संसद के रूप में भी कर्तव्य का निर्वाहन किया।

25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना बड़ी उपलब्धि

अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि संविधान औपनिवेशिक मानसिकता छोड़कर राष्ट्रवादी सोच अपनाने का मार्गदर्शक दस्तावेज है। 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे संविधान-निर्माता चाहते थे कि हमारे व्यक्तिगत और लोकतांत्रिक अधिकार हमेशा सुरक्षित रहें।

तीन तलाक से लेकर आर्टिकल-370 तक का जिक्र

संविधान दिवस के मौके पर संसद में आयोजित विशेष कार्यक्रम में देश को संबोध‍ित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीन तलाक को खत्‍म करना और जम्‍मू-कश्‍मीर से आर्टिकल-370 को हटाने का जिक्र किया। तीन तलाक को खत्‍म करने के कदम को राष्‍ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं के सशक्‍तीकरण से जोड़ा। राष्ट्रपति ने कहा, तीन तलाक से जुड़ी सामाजिक बुराई पर अंकुश लगाकर संसद ने हमारी बहनों और बेटियों के सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए। देश के आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए स्वतंत्रता के बाद का सबसे बड़ा कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), लागू किया गया। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से एक ऐसी बाधा दूर हुई जो देश के समग्र राजनीतिक एकीकरण में रुकावट डाल रही थी। नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला नेतृत्व वाले विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा। इस वर्ष 7 नवंबर से शुरू होकर, हमारे राष्ट्रगान वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव आयोजित किया जा रहा है।

9 भाषाओं में संविधान का अनुवादित संस्करण जारी

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, बोडो, कश्मीरी, तेलुगु, ओडिया और असमिया सहित 9 भाषाओं में संविधान का अनुवादित संस्करण जारी किया।