कानून नियम जरूरी, लेकिन किसी को परेशानी न हो...इंडिगो संकट के बीच पीएम मोदी का बड़ा बयान
#pmnarendramodibigstatementonindigo_crisis
![]()
![]()
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को यात्रियों को पिछले कुछ समय से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। करीब एक हफ्ते में इसकी 4,500 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिगो संकट पर बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि नियम-कानून बनाने का मकसद सिस्टम को बेहतर करना होना चाहिए, न कि आम नागरिकों को परेशान करना।
पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों की बैठक के दौरान इंडिगो संकट पर ये बात कही।संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज संसद परिसर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल दलों के सांसदों की बैठक हुई।
सांसदों से सभी क्षेत्रों में सुधार का आह्वान
एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, आज की बैठक में बिहार चुनावों में एनडीए की जीत के लिए सभी एनडीए नेताओं ने पीएम मोदी को बधाई दी। पीएम मोदी ने सभी एनडीए सांसदों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए काम करने का मार्गदर्शन दिया। उन्होंने जनता के जीवन को आसान बनाने और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी क्षेत्रों में सुधार करने पर जोर दिया कि उन्हें कोई समस्या न हो।
कानून लोगों पर बोझ नहीं बने
प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत साफ शब्दों में कहा है कि कोई भी ऐसा कानून, नियम नहीं होना चाहिए, जो बिना मतलब नागरिकों को परेशान करें। कानून लोगों पर बोझ नहीं बल्कि उनकी सुविधा के लिए होना चाहिए। पीएम ने कहा कि कानूनों से लोगों की मदद होनी चाहिए। उन्होंने सांसदों से युवाओं से जुड़ने का आह्वान किया।
बड़े एयरपोर्ट्स का जायजा लेंगे बड़े अधिकारी
इधर, इंडिगो एयरलाइन की वजह से हवाई अड्डों पर यात्रियों को हो रही भारी दिक्कतों को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाया है। मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी, डायरेक्टर और ज्वाइंट सेक्रेटरी जैसे बड़े अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे जल्द ही देश के बड़े हवाई अड्डों पर जाकर जमीनी हकीकत का जायजा लें। ये अधिकारी मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, गोवा और तिरुवनंतपुरम जैसे हवाई अड्डों का दौरा करेंगे। इसका मकसद यह समझना है कि यात्रियों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।




लखनऊ । प्रदेशभर में बांग्लादेशी, रोहिंग्या और अन्य संदिग्ध घुसपैठियों की तलाश अब तेज कर दी गई है। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों और अन्य स्थानीय निकायों से सफाईकर्मियों और ठेकेदारों का नाम, पता, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब एसआईआर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद संदिग्ध विदेशी नागरिक मतदाता सूची में नाम जोड़ने या उससे बचने की कोशिश कर रहे हैं।
लखनऊ। शामली पुलिस और अपराधियों के बीच भैंसानी ईस्लामपुर स्थित बंद ईंट भट्टे में हुई सनसनीखेज मुठभेड़ में 50,000 रुपये का ईनामी हिस्ट्रीशीटर समयदीन उर्फ सामा की मौत हो गई। थाना थानाभवन व बाबरी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में समयदीन घायल हुआ, जिसे जिला अस्पताल शामली ले जाते समय चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने लखनऊ कैम्प कार्यालय में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कई जिलों से आए बड़ी संख्या में फरियादियों की समस्याएँ सुनीं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति की बात को पूरी गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई और समयबद्ध निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने प्रदेशभर में अवैध खनन और ओवरलोडिंग के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। अभियान के दौरान पिछले तीन दिनों में 5000 से अधिक खनिज परिवहन करने वाले वाहनों की जांच की गई। इनमें से करीब 400 वाहनों में नियमों का उल्लंघन पाया गया, जिन पर विभाग ने 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का अर्थदंड लगाया है। साथ ही इस दौरान 7 एफआईआर भी दर्ज कराई गई हैं।

पिपरा पट्टी बहोरापुर गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं पंचकुंडीय रुद्र महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार की संध्या भक्ति रस में डूबी रही। कथा मंच पर जैसे ही मानस मंदाकिनी रागिनी सरस्वती (डॉ. रागिनी मिश्रा) ने कथा प्रवचन का शुभारंभ किया, वैसे ही श्रोता भावविभोर हो उठे। उनके मधुर स्वर, सधी हुई वाणी और शास्त्रीय शैली में किए गए भावपूर्ण व्याख्यान ने पूरे वातावरण को अलौकिक बना दिया। डॉ. रागिनी ने भगवान शंकर की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भोलेनाथ केवल देवों के देव नहीं, बल्कि सभी जीवों के हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव इतने दयालु हैं कि यदि कोई भक्त सच्चे हृदय से ‘भो’ शब्द तक कह दे, तो वे तुरंत कृपा कर देते हैं। उनका स्वभाव सरल, सुलभ और निष्कपट है। वे भक्त के भाव से बंध जाते हैं, न कि उसकी वाणी या वैभव से। कथावाचक ने पुराणों और दार्शनिक ग्रंथों के उदाहरणों द्वारा शिव की उदारता और त्यागमयी वृत्ति को व्याख्यायित किया। उन्होंने कहा कि शिव परिवार का प्रत्येक अंश—माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी—मानव जीवन के कर्तव्य, तप और समर्पण के प्रतीक हैं। भक्ति और ज्ञान का संगम कराते हुए उन्होंने श्रोताओं को संदेश दिया कि शिव केवल पूजन के देव नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला हैं। जो व्यक्ति क्षमाशील, त्यागी और निष्कपट है, उसमें स्वयं शिव का वास होता है। डॉ. रागिनी की सजीव कथा शैली, उनके भावपूर्ण गायन और शास्त्रीय प्रस्तुति ने श्रोताओं को देर रात तक मंत्रमुग्ध रखा। प्रातःकाल यज्ञशाला में पूजन हुआ। उसके पश्चात बुढ़वा शिव मंदिर पर रुद्राभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हुआ। यज्ञशाला के मध्य रितेश मिश्रा जी महाराज ने अरणी मंथन का कार्यक्रम कराया। आचार्य विवेक शुक्ल नव्यव्याकरणचार्य एवं उनके सहयोगी ब्राह्मण द्वारा विधि पूर्वक मंत्रोचार के बीच पूरे गांव के समक्ष लकड़ी से लकड़ी के घर्षण से अग्नि देव बालक स्वरूप यज्ञशाला में उत्पन्न कराया गया। इस दौरान पूरे गांव के लोगों में भक्ति और उत्साह देखने को मिला।
41 min ago
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1.8k