बारा में इंडस्ट्रियल टेरर!बारा के PP GCL प्लांट में 11 केबी ब्रेकर ब्लास्ट—तीन घायल,एक की हालत नाज़ुक;फ्रेसरो से जबरन करवाया गया था जोखिमभरा काम

इंजीनियरो की प्रताड़ना धौंस और गाली-गलौज की खुली पोल;घायल पड़े मजदूर—अब गेटपास कैंसिल कर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश!

बारा से सबसे बड़ी खबर—PP GCLकम्पनी में बड़ा धमाका इंजीनियरों की मनमानी और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर क्षेत्र के बारा स्थित PP GCLपावर प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया।पावरमेक कंपनी के अंतर्गत CH P के इलेक्ट्रिकल सेक्शन में 11 केबी का ब्रेकर जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में कुल तीन युवा वर्कर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें निखिल शुक्ला (निवासी– कर्मा करछना) की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उसकी जान बचने की संभावना बेहद कम है। घायल अन्य वर्करों में मनीष पाण्डेय (गढ़ी त्योंथर निवासी) शामिल हैं, जो बुरी तरह झुलस चुके हैं।

फ्रेसर से कराया गया खतरनाक काम—इलेक्ट्रिकल लाइसेंस तक नहीं था!

जानकारी के मुताबिक निखिल शुक्ला को कंपनी में अभी सिर्फ छह महीना ही हुआ है। उसके पास इलेक्ट्रिकल लाइसेंस भी नहीं है, बावजूद इसके उसे इंजीनियरों ने जबरन हाई- वोल्टेज क्षेत्र में काम करने को मजबूर किया। हादसे के वक्त इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार और इंजीनियर जीतेन्द्र यादव मौके पर मौजूद थे। आरोप है कि दोनों ने बिना सुरक्षा उपकरणों के निखिल को रुकवाकर खतरनाक काम कराया, जबकि उसकी जनरल ड्यूटी शाम 5 बजे समाप्त हो चुकी थी।

इंजीनियर प्रतीक और अमित पर गंभीर आरोप—गाली-गलौज धमकी और टर्मिनेशन की दहशत

वर्करों का कहना है कि PP GCL CH P के इंजीनियर प्रतीक और अमित रोजमर्रा की गाली-गलौज, मां-बहन की गंदी भाषा और टर्मिनेट करने की धमकी देकर जबरदस्ती खतरनाक काम करवाते हैं।लोकल लड़कों को कम वेतन और अधिक जोखिम वाले कामों में धकेलना इस प्लांट की पुरानी नीति बन चुकी है।

हादसे के बाद इंजीनियरो की चालबाज़ी—अब गेटपास कैंसिल करवाने में जुटे!

सबसे हैरानी की बात ये है कि हादसा होते ही घायल वर्करों को इलाज दिलाने और जिम्मेदारी लेने के बजाय कंपनी के इंजीनियर गेटपास कैंसिल कराने में लग गए, ताकि मामले को दबाया जा सके और अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके।

स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी हर बार हादसों को अंदर ही अंदर रफा-दफा कर देती है, ताकि प्लांट की साख पर सवाल न उठें।

जिलाधिकारी प्रयागराज से कार्रवाई की माँग—अगर निखिल को कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार इंजीनियर प्रतीक अमित संदीप और जीतेन्द्र यादव!

घायल मजदूरों के परिवार व स्थानीय लोग प्रयागराज डीएम व जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि: इंजीनियर प्रतीक,अमित, इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार, इंजीनियर जीतेन्द्र यादव, के खिलाफ तुरंत गम्भीर धाराओ में FIR दर्ज की जाए। क्योंकि उन्हीं की जबरदस्ती, प्रताड़ना, गाली- गलौज और बिना सुरक्षा के फ्रेसरों से काम कराने की वजह से ये बड़ा हादसा हुआ है।

प्रशासन के लिये बड़ा सवाल—कब तक चलता रहेगा मजदूरों पर यह औद्योगिक अत्याचार?

यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि वर्करों के शोषण और प्लांट के अंदर फैले भ्रष्टाचार का नतीजा है। अगर आज भी प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाया तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसे और भी बड़े रूप में सामने आएंगे।

हटिया मजदूर यूनियन ने केंद्र सरकार पर लगाया रणनीतिक PSU को खत्म करने का आरोप, कहा- "घाटा कृत्रिम संकट का परिणाम"

रांची स्थित देश की प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (HEC) को बंद करने की केंद्र सरकार की सिफारिश और मंत्रालय से रिपोर्ट तलब किए जाने पर भारी विरोध शुरू हो गया है। हटिया मजदूर यूनियन (सीटू) के कार्यकारी अध्यक्ष भवन सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर केंद्र सरकार की नीतियों को 'जन-विरोधी, सीपीएसयू-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी' करार दिया है।

यूनियन ने आरोप लगाया है कि पिछले सात वर्षों के घाटे का हवाला देकर एचईसी को 'अकार्यक्षम' बताने की कोशिश की जा रही है, जबकि यह घाटा सरकार की सुनियोजित नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम है।

सरकार पर लगाए गए मुख्य आरोप (घाटे का कारण)

यूनियन ने स्पष्ट किया कि एचईसी को घाटे में धकेलने के पीछे बाजार की विफलता नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं:

आरोप विवरण

पूंजी और निवेश का अभाव एचईसी को पूंजीगत निवेश नहीं दिया गया, जिससे मशीनरी और संयंत्र का उन्नयन नहीं हो सका।

बकाया भुगतान रोकना केंद्र सरकार ने एचईसी के ₹4300 करोड़ के बकाये का भुगतान रोके रखा, जो विभिन्न परियोजनाओं में किए गए कार्यों के एवज में लंबित है।

नए कॉन्ट्रैक्ट्स से दूरी भारी मशीनरी, खनन, अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक विशेषज्ञता के बावजूद, एचईसी को जानबूझकर नए कॉन्ट्रैक्ट्स से दूर रखा गया।

सुनियोजित घाटा 2018-19 से 2024-25 तक घाटा लगातार बढ़ा, जिसे यूनियन ने PSU को पंगु बनाने की नीति का हिस्सा बताया है।

भवन सिंह ने कहा, "बिना पूंजी और बिना आदेश के कोई भी उद्योग लाभ कैसे कमा सकता है? अब इसी कृत्रिम संकट का हवाला देकर इकाई को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।"

सरकार की वास्तविक मंशा

यूनियन ने आरोप लगाया कि सरकार की वास्तविक मंशा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी पूँजीपतियों के लिए खाली मैदान बनाना और देश की सामरिक औद्योगिक क्षमता (भारी इंजीनियरिंग, अंतरिक्ष, रक्षा) को निजी हाथों में सौंपना है।

हटिया मजदूर यूनियन की प्रमुख माँगे

यूनियन ने केंद्र सरकार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए निम्नलिखित माँगे रखी हैं:

तत्काल रोक: एचईसी बंद करने की किसी भी प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए।

बैंक गारंटी बहाल: केंद्र सरकार एचईसी की रद्द एसबीआई की बैंक गारंटी को तुरंत बहाल करे।

फंड और कॉन्ट्रैक्ट्स: एचईसी को नए आदेश, आधुनिकीकरण बजट और तकनीकी उन्नयन पैकेज प्रदान किया जाए।

नीतिगत बदलाव: सार्वजनिक उद्योग नीति को पुनः बहाल किया जाए।

कर्मचारियों की सुरक्षा: मजदूरों, इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों की आजीविका की रक्षा सुनिश्चित की जाए; किसी भी प्रकार की छँटनी या विनिवेश स्वीकार नहीं किया जाएगा।

यूनियन ने इस जन-विरोधी निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि एचईसी का निजीकरण या बंदी किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी, क्योंकि यह झारखंड के लाखों परिवारों और भारत की औद्योगिक क्षमता पर सीधा हमला है।

ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के अंतर्गत सामान की चोरी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यात्रियो एवं उनके सामान की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से निरंतर अभियान चलाए जा रहे है।इन अभियानों के अन्तर्गत यात्री सामान की चोरी ड्रगिंग डकैती चेन स्नैचिंग आदि में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाई की जा रही है।इस अभियान के अंतर्गत यात्रियो को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए ट्रेन एस्कॉर्टिंग स्टेशनों पर उपस्थिति सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियो पर निगरानी खुफिया जानकारी एकत्र करना ब्लैक स्पॉट और अपराध की पहचान करने के साथ-साथ अपराध को कम करने के लिए सम्भावित ट्रेनो/खंडों और अन्य स्‍थलों के साथ-साथ इनमें सुरक्षा बढ़ाने जैसे कई कदम उठाए जा रहे है।

इसी क्रम में दिनांक 02.12.2025 को को रेलवे सुरक्षा बल/क्राइंम विंग/प्रयागराज एवं राजकीय रेलवे पुलिस/प्रयागराज छिवकी द्वारा प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन पर अपराधिक निगरानी एवं अपराधिक घटनाओ की रोकथाम हेतु संयुक्त रूप से गस्त के दौरान प्लेटफार्म संख्या-1के हावड़ा छोर पर शातिर अभियुक्त अंकित पुत्र बुद्धि लाल, उम्र 20 वर्ष शंकरगढ़ प्रयागराज को यात्री से चोरी किये गये लगभग 15,000/- रूपये कीमत के मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया।इस गिरफ्तारी में क्राइम विंग (D&I)प्रयागराज के हेड कांस्टेबल अमित कुमार सिंह एवं राजकीय रेलवे पुलिस/प्रयागराज छिवकी के उपनिरीक्षक रामकरन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते'के तहत प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर मिले नाबालिग बालक को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी ने किया परिजनो को सुपुर्द

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते हैं या सहायता की आवश्यकता में होते हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 02 दिसम्बर 2025 को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी के सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार एवं उनकी टीम गश्त पर थी. इस दौरान प्रयागराज छिवकी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर एक नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया।रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम अनूप पटेल निवासी सेहरा थाना कौंधियारा जिला प्रयागराज बताया। उसने बताया कि वह माता-पिता से नाराज़ होकर घर से निकलकर सूरत जाने के इरादे से स्टेशन पहुंचा था।

मामले की सूचना तुरन्त चाइल्डलाइन प्रयागराज और बच्चे के परिजन को दी गई। बाद में उसके बड़े भाई मंजीत पटेल के स्टेशन पहुँचने पर आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी करते हुए बच्चे को सकुशल उनको सुपुर्द कर दिया गया।रेल प्रशासन आमजन एवं यात्रियों से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असुरक्षित या भटकता हुआ पाए जाने पर तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी बच्चे को सुरक्षित घर पहुंचाने में मददगार साबित हो सकती है।

विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा को दोहरी सफलता।

इण्टर स्कूल ताइक्वांडो प्रतियोगिता।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा इंटर स्कूल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में दोहरी सफलता अर्जित की।दो भागों में आयोजित इस प्रतियोगिता में वह दोनों में प्रथम स्थान पर रहा।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा में 29 से 30 नवम्बर तक आयोजित प्रतियोगिता में 11 स्कूल कॉलेज व 6 क्लबों के 385 बालक व बालिका वर्ग के खिलाड़ियों ने भाग लिया।पहले समूह में सफेद और पीली बेल्ट के खिलाड़ियो ने भाग किया जिसमें विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा 210 अंक लेकर पहले आरएस ग्लोबल स्कूल (134 अंक) दूसरे, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर(110 अंक) तीसरे स्थान पर रहा।दूसरे समूह में हरी बेल्ट से लेकर काली बेल्ट तक के खिलाड़ियो ने प्रतिभाग किया।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा 25 स्वर्ण के साथ पहले विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर कौशाम्बी 11 स्वर्ण लेकर दूसरे और इलाहाबाद ताइक्वांडो मंदिर(आठ स्वर्ण) तीसरे स्थान पर रहा।

दो दिवसीय प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल ने किया।समापन पर वीबीपीएस के प्रबन्ध निदेशक अभिषेक तिवारी ने पुरस्कार वितरित किये।वीबीपीएस के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल के ताइक्वांडो कोच और आयोजन सचिव अनुराग सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस मौके पर नकुल तिवारी दीपक जयशवाल जयप्रकाश साहू कमल यादव राजा बाबू शर्मा आशीष आर्या रवि कुमार राजेश भगत अनिल सिंह, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।

पीएचडी के लिए मुक्त विश्वविद्यालय में ऑनलाइन आवेदन शुरु


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में सत्र 2025-26 के लिए पीएचडी रेगुलर मोड में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय जारी रेगुलेशन और निर्देशो के अनुसार ऑनलाइन आवेदन आमन्त्रित किए गए हैं।निदेशक शोध एवं विकास से प्राप्त सूचनानुसार प्री-पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और प्रवेश प्रक्रिया शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन जमा कर सकते है।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आवेदन और प्रवेश प्रक्रिया शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 23 दिसम्बर 2025 निर्धारित की गई है जबकि विलम्ब शुल्क के साथ 24 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक आवेदन किया जा सकेगा।ऑनलाइन आवेदन विवरण में त्रुटि संशोधन अवधि 31दिसम्बर 2025 से 5 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार नेट/जेआरएफ परीक्षा में अर्जित प्राप्ताकों एवं साक्षात्कार के आधार पर प्रवेश लिए जाएंगे।

विश्वविद्यालय इस बार 14 विषयों कंप्यूटर विज्ञान न्यूट्रीशन फूड एंड डाइटेटिक्स राजनीति विज्ञान वाणिज्य मध्ययुगीन और आधुनिक इतिहास व्यवसाय प्रशासन और व्यवसाय प्रबंधन शिक्षा शास्त्र संस्कृत और प्राकृत भाषा सांख्यिकी हिन्दी और आधुनिक भारतीय भाषाएं भूगोल प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व गणित तथा जंतु विज्ञान में निर्धारित 56 सीटों में प्रवेश देगा। पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित संपूर्ण विवरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.uprtou.ac.in पर उपलब्ध है।यह जानकारी प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी ने दिया।

ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारी को तमंचा सटाकर लूटा.दो थानो की सीमा विवाद में भटकता रहा पीड़ित


संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत करछना रामगढ़ निवासी अभय राज सरोज पुत्र मुकंद लाल नैनी क्षेत्र के एग्रीकल्चर विभाग में कार्यरत हैं। 27 नवंबर की रात करीब 1:30 बजे वह ड्यूटी समाप्त कर बाइक से घर लौट रहे थे।जैसे ही वह बेंदौं गांव से आगे बढ़े हर्रई चौराहे से पहले अचानक बाइक सवार तीन युवकों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया।अभय के अनुसार उनमें से एक युवक ने तमंचा निकालकर जान से मारने की धमकी दी और उनके पास रखे 1150 रुपये तथा वीवो कम्पनी का मोबाइल फोन छीन लिया।

वारदात को अंजाम देकर तीनों आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।किसी तरह घर पहुंचे पीड़ित ने दूसरे मोबाइल से 112 नम्बर पर सूचना दी।अगले दिन जब अभय शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें औद्योगिक थाना क्षेत्र का मामला बताते हुए भेज दिया। औद्योगिक थाना पहुंचने पर वहां के पुलिस कर्मियो ने इसे करछना क्षेत्र की घटना बताकर वापस लौटा दिया।जब वह दोबारा करछना थाने पहुंचे तो तैनात दरोगा ने उन्हें ऑनलाइन शिकायत करने की सलाह देकर वापस कर दिया।

बार–बार भटकने के बाद पीड़ित ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि मौके पर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। रात में इस रास्ते से होकर गुजरना बेहद खतरनाक हो गया है।आए दिन राहगीरों से लूट की घटनाएं बढ़ती जा रही है।थाना प्रभारी अनूप सरोज ने बताया कि मामले की जानकारी कराई जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

एस आई आर फार्म भरने पर तहसीलदार ने दिया जोर






बुढ़नपुर/भीलमपुर। प्राथमिक विद्यालय भीलमपुर में आज राजस्व विभाग और निर्वाचन प्रभाग की संयुक्त टीम ने एसआईआर (SIR) फार्म भरने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू की। राजस्व निरीक्षक राजाराम हल्का, लेखपाल और बीएलओ की मौजूदगी में पूरे दिन फार्म भरने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया गया।इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों को फार्म भरने की समयसीमा और निर्देशों से अवगत कराया। मौके पर मौजूद तहसीलदार शैलेश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एसआईआर फार्म समय से न भरने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। टीम ने मौके पर ही कई अभिलेखों का सत्यापन भी किया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है कि समय से पूरा किया गया डेटा आगामी चुनावी प्रक्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

बारा में इंडस्ट्रियल टेरर!बारा के PP GCL प्लांट में 11 केबी ब्रेकर ब्लास्ट—तीन घायल,एक की हालत नाज़ुक;फ्रेसरो से जबरन करवाया गया था जोखिमभरा काम

इंजीनियरो की प्रताड़ना धौंस और गाली-गलौज की खुली पोल;घायल पड़े मजदूर—अब गेटपास कैंसिल कर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश!

बारा से सबसे बड़ी खबर—PP GCLकम्पनी में बड़ा धमाका इंजीनियरों की मनमानी और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर क्षेत्र के बारा स्थित PP GCLपावर प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया।पावरमेक कंपनी के अंतर्गत CH P के इलेक्ट्रिकल सेक्शन में 11 केबी का ब्रेकर जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में कुल तीन युवा वर्कर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें निखिल शुक्ला (निवासी– कर्मा करछना) की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उसकी जान बचने की संभावना बेहद कम है। घायल अन्य वर्करों में मनीष पाण्डेय (गढ़ी त्योंथर निवासी) शामिल हैं, जो बुरी तरह झुलस चुके हैं।

फ्रेसर से कराया गया खतरनाक काम—इलेक्ट्रिकल लाइसेंस तक नहीं था!

जानकारी के मुताबिक निखिल शुक्ला को कंपनी में अभी सिर्फ छह महीना ही हुआ है। उसके पास इलेक्ट्रिकल लाइसेंस भी नहीं है, बावजूद इसके उसे इंजीनियरों ने जबरन हाई- वोल्टेज क्षेत्र में काम करने को मजबूर किया। हादसे के वक्त इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार और इंजीनियर जीतेन्द्र यादव मौके पर मौजूद थे। आरोप है कि दोनों ने बिना सुरक्षा उपकरणों के निखिल को रुकवाकर खतरनाक काम कराया, जबकि उसकी जनरल ड्यूटी शाम 5 बजे समाप्त हो चुकी थी।

इंजीनियर प्रतीक और अमित पर गंभीर आरोप—गाली-गलौज धमकी और टर्मिनेशन की दहशत

वर्करों का कहना है कि PP GCL CH P के इंजीनियर प्रतीक और अमित रोजमर्रा की गाली-गलौज, मां-बहन की गंदी भाषा और टर्मिनेट करने की धमकी देकर जबरदस्ती खतरनाक काम करवाते हैं।लोकल लड़कों को कम वेतन और अधिक जोखिम वाले कामों में धकेलना इस प्लांट की पुरानी नीति बन चुकी है।

हादसे के बाद इंजीनियरो की चालबाज़ी—अब गेटपास कैंसिल करवाने में जुटे!

सबसे हैरानी की बात ये है कि हादसा होते ही घायल वर्करों को इलाज दिलाने और जिम्मेदारी लेने के बजाय कंपनी के इंजीनियर गेटपास कैंसिल कराने में लग गए, ताकि मामले को दबाया जा सके और अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके।

स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी हर बार हादसों को अंदर ही अंदर रफा-दफा कर देती है, ताकि प्लांट की साख पर सवाल न उठें।

जिलाधिकारी प्रयागराज से कार्रवाई की माँग—अगर निखिल को कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार इंजीनियर प्रतीक अमित संदीप और जीतेन्द्र यादव!

घायल मजदूरों के परिवार व स्थानीय लोग प्रयागराज डीएम व जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि: इंजीनियर प्रतीक,अमित, इलेक्ट्रिकल इंचार्ज संदीप कुमार, इंजीनियर जीतेन्द्र यादव, के खिलाफ तुरंत गम्भीर धाराओ में FIR दर्ज की जाए। क्योंकि उन्हीं की जबरदस्ती, प्रताड़ना, गाली- गलौज और बिना सुरक्षा के फ्रेसरों से काम कराने की वजह से ये बड़ा हादसा हुआ है।

प्रशासन के लिये बड़ा सवाल—कब तक चलता रहेगा मजदूरों पर यह औद्योगिक अत्याचार?

यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि वर्करों के शोषण और प्लांट के अंदर फैले भ्रष्टाचार का नतीजा है। अगर आज भी प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाया तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसे और भी बड़े रूप में सामने आएंगे।

हटिया मजदूर यूनियन ने केंद्र सरकार पर लगाया रणनीतिक PSU को खत्म करने का आरोप, कहा- "घाटा कृत्रिम संकट का परिणाम"

रांची स्थित देश की प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (HEC) को बंद करने की केंद्र सरकार की सिफारिश और मंत्रालय से रिपोर्ट तलब किए जाने पर भारी विरोध शुरू हो गया है। हटिया मजदूर यूनियन (सीटू) के कार्यकारी अध्यक्ष भवन सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर केंद्र सरकार की नीतियों को 'जन-विरोधी, सीपीएसयू-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी' करार दिया है।

यूनियन ने आरोप लगाया है कि पिछले सात वर्षों के घाटे का हवाला देकर एचईसी को 'अकार्यक्षम' बताने की कोशिश की जा रही है, जबकि यह घाटा सरकार की सुनियोजित नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम है।

सरकार पर लगाए गए मुख्य आरोप (घाटे का कारण)

यूनियन ने स्पष्ट किया कि एचईसी को घाटे में धकेलने के पीछे बाजार की विफलता नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं:

आरोप विवरण

पूंजी और निवेश का अभाव एचईसी को पूंजीगत निवेश नहीं दिया गया, जिससे मशीनरी और संयंत्र का उन्नयन नहीं हो सका।

बकाया भुगतान रोकना केंद्र सरकार ने एचईसी के ₹4300 करोड़ के बकाये का भुगतान रोके रखा, जो विभिन्न परियोजनाओं में किए गए कार्यों के एवज में लंबित है।

नए कॉन्ट्रैक्ट्स से दूरी भारी मशीनरी, खनन, अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक विशेषज्ञता के बावजूद, एचईसी को जानबूझकर नए कॉन्ट्रैक्ट्स से दूर रखा गया।

सुनियोजित घाटा 2018-19 से 2024-25 तक घाटा लगातार बढ़ा, जिसे यूनियन ने PSU को पंगु बनाने की नीति का हिस्सा बताया है।

भवन सिंह ने कहा, "बिना पूंजी और बिना आदेश के कोई भी उद्योग लाभ कैसे कमा सकता है? अब इसी कृत्रिम संकट का हवाला देकर इकाई को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।"

सरकार की वास्तविक मंशा

यूनियन ने आरोप लगाया कि सरकार की वास्तविक मंशा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी पूँजीपतियों के लिए खाली मैदान बनाना और देश की सामरिक औद्योगिक क्षमता (भारी इंजीनियरिंग, अंतरिक्ष, रक्षा) को निजी हाथों में सौंपना है।

हटिया मजदूर यूनियन की प्रमुख माँगे

यूनियन ने केंद्र सरकार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए निम्नलिखित माँगे रखी हैं:

तत्काल रोक: एचईसी बंद करने की किसी भी प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए।

बैंक गारंटी बहाल: केंद्र सरकार एचईसी की रद्द एसबीआई की बैंक गारंटी को तुरंत बहाल करे।

फंड और कॉन्ट्रैक्ट्स: एचईसी को नए आदेश, आधुनिकीकरण बजट और तकनीकी उन्नयन पैकेज प्रदान किया जाए।

नीतिगत बदलाव: सार्वजनिक उद्योग नीति को पुनः बहाल किया जाए।

कर्मचारियों की सुरक्षा: मजदूरों, इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों की आजीविका की रक्षा सुनिश्चित की जाए; किसी भी प्रकार की छँटनी या विनिवेश स्वीकार नहीं किया जाएगा।

यूनियन ने इस जन-विरोधी निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि एचईसी का निजीकरण या बंदी किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी, क्योंकि यह झारखंड के लाखों परिवारों और भारत की औद्योगिक क्षमता पर सीधा हमला है।

ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के अंतर्गत सामान की चोरी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यात्रियो एवं उनके सामान की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से निरंतर अभियान चलाए जा रहे है।इन अभियानों के अन्तर्गत यात्री सामान की चोरी ड्रगिंग डकैती चेन स्नैचिंग आदि में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाई की जा रही है।इस अभियान के अंतर्गत यात्रियो को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए ट्रेन एस्कॉर्टिंग स्टेशनों पर उपस्थिति सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियो पर निगरानी खुफिया जानकारी एकत्र करना ब्लैक स्पॉट और अपराध की पहचान करने के साथ-साथ अपराध को कम करने के लिए सम्भावित ट्रेनो/खंडों और अन्य स्‍थलों के साथ-साथ इनमें सुरक्षा बढ़ाने जैसे कई कदम उठाए जा रहे है।

इसी क्रम में दिनांक 02.12.2025 को को रेलवे सुरक्षा बल/क्राइंम विंग/प्रयागराज एवं राजकीय रेलवे पुलिस/प्रयागराज छिवकी द्वारा प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन पर अपराधिक निगरानी एवं अपराधिक घटनाओ की रोकथाम हेतु संयुक्त रूप से गस्त के दौरान प्लेटफार्म संख्या-1के हावड़ा छोर पर शातिर अभियुक्त अंकित पुत्र बुद्धि लाल, उम्र 20 वर्ष शंकरगढ़ प्रयागराज को यात्री से चोरी किये गये लगभग 15,000/- रूपये कीमत के मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया।इस गिरफ्तारी में क्राइम विंग (D&I)प्रयागराज के हेड कांस्टेबल अमित कुमार सिंह एवं राजकीय रेलवे पुलिस/प्रयागराज छिवकी के उपनिरीक्षक रामकरन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते'के तहत प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर मिले नाबालिग बालक को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी ने किया परिजनो को सुपुर्द

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते हैं या सहायता की आवश्यकता में होते हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 02 दिसम्बर 2025 को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी के सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार एवं उनकी टीम गश्त पर थी. इस दौरान प्रयागराज छिवकी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर एक नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया।रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम अनूप पटेल निवासी सेहरा थाना कौंधियारा जिला प्रयागराज बताया। उसने बताया कि वह माता-पिता से नाराज़ होकर घर से निकलकर सूरत जाने के इरादे से स्टेशन पहुंचा था।

मामले की सूचना तुरन्त चाइल्डलाइन प्रयागराज और बच्चे के परिजन को दी गई। बाद में उसके बड़े भाई मंजीत पटेल के स्टेशन पहुँचने पर आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी करते हुए बच्चे को सकुशल उनको सुपुर्द कर दिया गया।रेल प्रशासन आमजन एवं यात्रियों से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असुरक्षित या भटकता हुआ पाए जाने पर तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी बच्चे को सुरक्षित घर पहुंचाने में मददगार साबित हो सकती है।

विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा को दोहरी सफलता।

इण्टर स्कूल ताइक्वांडो प्रतियोगिता।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा इंटर स्कूल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में दोहरी सफलता अर्जित की।दो भागों में आयोजित इस प्रतियोगिता में वह दोनों में प्रथम स्थान पर रहा।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा में 29 से 30 नवम्बर तक आयोजित प्रतियोगिता में 11 स्कूल कॉलेज व 6 क्लबों के 385 बालक व बालिका वर्ग के खिलाड़ियों ने भाग लिया।पहले समूह में सफेद और पीली बेल्ट के खिलाड़ियो ने भाग किया जिसमें विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा 210 अंक लेकर पहले आरएस ग्लोबल स्कूल (134 अंक) दूसरे, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर(110 अंक) तीसरे स्थान पर रहा।दूसरे समूह में हरी बेल्ट से लेकर काली बेल्ट तक के खिलाड़ियो ने प्रतिभाग किया।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा 25 स्वर्ण के साथ पहले विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर कौशाम्बी 11 स्वर्ण लेकर दूसरे और इलाहाबाद ताइक्वांडो मंदिर(आठ स्वर्ण) तीसरे स्थान पर रहा।

दो दिवसीय प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल ने किया।समापन पर वीबीपीएस के प्रबन्ध निदेशक अभिषेक तिवारी ने पुरस्कार वितरित किये।वीबीपीएस के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया।विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल के ताइक्वांडो कोच और आयोजन सचिव अनुराग सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस मौके पर नकुल तिवारी दीपक जयशवाल जयप्रकाश साहू कमल यादव राजा बाबू शर्मा आशीष आर्या रवि कुमार राजेश भगत अनिल सिंह, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।

पीएचडी के लिए मुक्त विश्वविद्यालय में ऑनलाइन आवेदन शुरु


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में सत्र 2025-26 के लिए पीएचडी रेगुलर मोड में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय जारी रेगुलेशन और निर्देशो के अनुसार ऑनलाइन आवेदन आमन्त्रित किए गए हैं।निदेशक शोध एवं विकास से प्राप्त सूचनानुसार प्री-पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और प्रवेश प्रक्रिया शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन जमा कर सकते है।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आवेदन और प्रवेश प्रक्रिया शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 23 दिसम्बर 2025 निर्धारित की गई है जबकि विलम्ब शुल्क के साथ 24 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक आवेदन किया जा सकेगा।ऑनलाइन आवेदन विवरण में त्रुटि संशोधन अवधि 31दिसम्बर 2025 से 5 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार नेट/जेआरएफ परीक्षा में अर्जित प्राप्ताकों एवं साक्षात्कार के आधार पर प्रवेश लिए जाएंगे।

विश्वविद्यालय इस बार 14 विषयों कंप्यूटर विज्ञान न्यूट्रीशन फूड एंड डाइटेटिक्स राजनीति विज्ञान वाणिज्य मध्ययुगीन और आधुनिक इतिहास व्यवसाय प्रशासन और व्यवसाय प्रबंधन शिक्षा शास्त्र संस्कृत और प्राकृत भाषा सांख्यिकी हिन्दी और आधुनिक भारतीय भाषाएं भूगोल प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व गणित तथा जंतु विज्ञान में निर्धारित 56 सीटों में प्रवेश देगा। पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित संपूर्ण विवरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.uprtou.ac.in पर उपलब्ध है।यह जानकारी प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी ने दिया।

ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारी को तमंचा सटाकर लूटा.दो थानो की सीमा विवाद में भटकता रहा पीड़ित


संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत करछना रामगढ़ निवासी अभय राज सरोज पुत्र मुकंद लाल नैनी क्षेत्र के एग्रीकल्चर विभाग में कार्यरत हैं। 27 नवंबर की रात करीब 1:30 बजे वह ड्यूटी समाप्त कर बाइक से घर लौट रहे थे।जैसे ही वह बेंदौं गांव से आगे बढ़े हर्रई चौराहे से पहले अचानक बाइक सवार तीन युवकों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया।अभय के अनुसार उनमें से एक युवक ने तमंचा निकालकर जान से मारने की धमकी दी और उनके पास रखे 1150 रुपये तथा वीवो कम्पनी का मोबाइल फोन छीन लिया।

वारदात को अंजाम देकर तीनों आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।किसी तरह घर पहुंचे पीड़ित ने दूसरे मोबाइल से 112 नम्बर पर सूचना दी।अगले दिन जब अभय शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें औद्योगिक थाना क्षेत्र का मामला बताते हुए भेज दिया। औद्योगिक थाना पहुंचने पर वहां के पुलिस कर्मियो ने इसे करछना क्षेत्र की घटना बताकर वापस लौटा दिया।जब वह दोबारा करछना थाने पहुंचे तो तैनात दरोगा ने उन्हें ऑनलाइन शिकायत करने की सलाह देकर वापस कर दिया।

बार–बार भटकने के बाद पीड़ित ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि मौके पर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। रात में इस रास्ते से होकर गुजरना बेहद खतरनाक हो गया है।आए दिन राहगीरों से लूट की घटनाएं बढ़ती जा रही है।थाना प्रभारी अनूप सरोज ने बताया कि मामले की जानकारी कराई जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

एस आई आर फार्म भरने पर तहसीलदार ने दिया जोर






बुढ़नपुर/भीलमपुर। प्राथमिक विद्यालय भीलमपुर में आज राजस्व विभाग और निर्वाचन प्रभाग की संयुक्त टीम ने एसआईआर (SIR) फार्म भरने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू की। राजस्व निरीक्षक राजाराम हल्का, लेखपाल और बीएलओ की मौजूदगी में पूरे दिन फार्म भरने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया गया।इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों को फार्म भरने की समयसीमा और निर्देशों से अवगत कराया। मौके पर मौजूद तहसीलदार शैलेश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एसआईआर फार्म समय से न भरने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। टीम ने मौके पर ही कई अभिलेखों का सत्यापन भी किया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है कि समय से पूरा किया गया डेटा आगामी चुनावी प्रक्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।