हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

आजमगढ़:-कुसंग , सिनेमा , मोबाईल , टीवी और फैसन से युवाओं में अनैतिकता आती है -भगवान भाई

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। आज के बच्चे कल का भावी समाज हैं। अगर कल के भावी समाज को अच्छा देखना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक सद्गुणों की शिक्षा की आधार से चरित्रवान बनाए। तब समाज बेहतर बन सकता है। गुणवान व चरित्रवान बच्चे देशकी सच्ची सम्पत्ति हैं । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे । वे आदर्श इण्टर कॉलेज,कंधीया के छात्र, छात्राओं को और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर बोल रहे थे ।उन्होंने बताया कि ऐसे गुणवान और चरित्रवान बच्चे देश और समाज के लिए कुछ रचनात्मककार्य कर सकते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को याद दिलाते हुए कहा कि प्राचीन संस्कृति आध्यात्मिकता की रही जिस कारण प्राचीन मानव भी वंदनीय और पूजनीय रहा। उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा से ही मानव के व्यवहार में निखार लाता है। ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है।आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, मोबाईल , इन्टरनेट व टीवी. के माध्यम से युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति का आघात हो रहा है। इस आघात से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाए, तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे। वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि हमारे मूल्य हमारी विरासत है। मूल्य की संस्कृति के कारण भारत की पूरे विश्व में पहचान है। इसलिए नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप में प्रयास करने चाहिए। सकारात्मक चिन्तन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सकारात्मक चिन्तन से समाज में मूल्यों की खुशबू फैलती है। सकारात्मक चिन्तन से जीवन की हर समस्याओं का समाधान होताहै। उन्होंने शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए कहा कि चरित्रवान, गुणवान बनना ही शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने आध्यात्मिकता को मूल्यों का स्रोत बताते हुए कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि सद्गुणमानव जाती का श्रृंगार है। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की प्रभारी बी के अनिता बहन जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानता, सामाजिक, कुरीतियां व्यसन, नशा, व्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है । प्रबंधक श्रीनाथ श्रीवास्तव जी ने ब्रह्माकुमारी के इस कार्यक्रम के लिए अभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम हेतु निमन्त्रण भी दिया।कार्यक्रम की शुरुवात स्वागत से की गयी और अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया । कार्यक्रम में बीके संतोष भाई,  गणेश यादव भाई, रामनारायण भाई बीके समिता बहन जी के साथ सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित था।
रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध हालात में मिले बुजुर्ग के शव की हुई शिनाख्त

कर्नलगंज, गोण्डा। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत कर्नलगंज रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर ग्राम पिपरी के पास बुधवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक लगभग 65 वर्षीय बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर हल्का दरोगा सरफराज खान व प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रथम दृष्टया ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि मृतक के सिर पर गंभीर चोटों के स्पष्ट निशान मिले हैं। हालांकि दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या—अभी तक मौत का कारण साफ नहीं हो सका है।

सोशल मीडिया के जरिए हुई शिनाख्त

अज्ञात शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के माध्यम से हुई। मृतक के परिजन वायरल फोटो देखकर मौके पर पहुंचे और शव की पहचान रामदेव (70 वर्ष), निवासी भगहरिया भगवानपुर, थाना कौड़िया के रूप में की। मृतक के बड़े बेटे रक्षाराम ने बताया कि उनके पिता बुधवार सुबह करीब दस बजे अहिरन पुरवा चौराहे पर दाढ़ी बनवाने की बात कहकर घर से निकले थे। “वह कर्नलगंज कैसे पहुंच गए—यह हमारे लिए अब भी रहस्य है,” उन्होंने बताया कि परिवार में दो बेटे हैं रक्षाराम, जो फेरी लगाकर कपड़े बेचते हैं, और कमलेश, जो फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं।मृतक की पत्नी मुन्नी देवी का निधन करीब पांच वर्ष पहले हो चुका है।

प्रारंभिक जांच में ट्रेन हादसे की आशंका

हल्का दरोगा सरफराज ख़ान ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मौत ट्रेन की चपेट में आने से प्रतीत होती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं—दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
ऑडिटोरियम भूमि के लिए सदर विधायक ने लखनऊ से निरीक्षण के लिए बुलाई टीम,मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति, निर्माण की तैयारी तेज

फर्रुखाबाद। जनपद में 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम की भूमि का सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने लखनऊ से टीम बुलाकर निरीक्षण कराया l इस परियोजना को लेकर शासन स्तर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी स्वीकृति प्रदान की है और निर्माण को प्राथमिकता में शामिल किया है। इस दौरान सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने लखनऊ से विशेषज्ञ टीम बुलाकर नवदिया क्षेत्र में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कराया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंता मौजूद रहे। टीम ने स्थल का तकनीकी रूप से चिन्हित किया। विधायक ने बताया कि फर्रुखाबाद में बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सरकारी आयोजनों, छात्र गतिविधियों और सामाजिक सम्मेलनों के लिए स्थान उपलब्ध नहीं था। नया ऑडिटोरियम जिले की वर्षों पुरानी आवश्यकता को पूरा करेगा।मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद अब परियोजना को अंतिम रूप देने और निर्माण की तैयारी तेज कर दी गई है। ऑडिटोरियम बनने से स्थानीय प्रतिभाओं को मंच और युवाओं को नए अवसर मिलेग़l उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक ,रोजगार के अवसर बढ़ेंगे,जिले की पहचान प्रदेश स्तर पर होगी l वाइट सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी वाइट जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी
वर्ष 2025-26 में ग्राम पंचायतों में वितरण के वाद्य यंत्रों को उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में सेट खरीदे जांएगे


उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्रों के परीक्षण के उपरांत निर्णय लिया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज दूसरे दिन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटन विभाग की परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। व्यवधान की स्थिति में उसका निस्तारण सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 की स्वीकृत कार्ययोजना में शामिल 19 परियोजनाओं के आगणन प्रस्ताव की स्वीकृति शीघ्र जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने अब तक न शुरू की गई परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग की निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं तथा विभागीय गतिविधियों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बदले परिवेश में परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाए, ताकि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का अधिकतम सहयोग सुनिश्चित हो सके और स्थानीय लोगों को अपने घर के आस-पास रोजगार मिल सके।

उन्होंने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी कार्य में अड़गा न लगाए, बल्कि उसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करे।

जयवीर सिंह ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोककला से आमजनता को जोड़ने तथा उन्हें संरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग ने वाद्य यंत्रों का सेट क्रय करके वितरित किया था। उसमें से अवशेष 26 सेट वाद्य यंत्र भातखंडे संगीत संस्थान को और आजमगढ़ के हरिहर पुर स्थित संगीत विद्यालय को उपलब्ध करा दिए गए है। यह वाद्य यत्र वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्रय किए गए थे। उन्होंने शेष जनपदों में वाद्य यंत्र का सेट वितरित करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी की देख-रेख में नए वाद्य यंत्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए वाद्य यंत्र की गुणवत्ता एवं टिकाऊपन की जांच के लिए विशेषज्ञों की भी राय ली जाए और क्रय करते समय वित्तीय अनुशासन एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाद्य यंत्र क्रय करने के लिए कार्यवाई शुरू कर दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने रेडियों जयघोष की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए कार्यवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि रेडियो जयघोष की क्षमता बढ़ने से दूरस्थ स्थानों तक रेडियों जयघोष के कार्यक्रमों का श्रोताओं को लाभ मिलेगा। बैठक में यह भी बतायागया कि संगीत नाटक अकादमी द्वारा रिसोर्ट होटल से समन्वय किया जा रहा है तथा उप्र लोक जनजाति संस्कृति संस्थान के माध्यम से स्थानीय रिसोर्ट/होटल से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा भारतेन्दु नाट्य अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, वृंदावन स्रोत संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक स्रोत संस्थान द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों हेतु समन्वय का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश में लोक सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति उत्सव के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के 75 जनपदों के लिए निदेशालय स्तर से नोडल अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने उप्र की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा संस्कृति नीति जारी होने के पश्चात उसके प्रस्तावों के हिसाब से प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। दोनों बैठकों मे प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन, अशोक कुमार द्वितीय, विशेष सचिव संस्कृति ईशाप्रिया, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, प्रबंध निदेशक आशीष कुमार, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, संयुक्त निदेशक  वीरेन्द्र कुमार व प्रीति श्रीवास्तव तथा अंजु चौधरी, निदेशक अमित अग्निहोत्री, निदेशक पुरातत्व रेनु द्विवेदी के अलावा उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक मौजूद थे।
माघ मेले के आयोजन के इतिहास में पहली बार जारी हुआ मेले का प्रतीक चिन्ह


*महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन के बाद माघ मेला-2026 को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए योगी सरकार की एक और पहल* *प्रतीक चिन्ह में परिलक्षित है संगम माघ मास में तप, अनुष्ठान और कल्पवास का दर्शन, अक्षयवट को मिली जगह* लखनऊ/प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ-2025 के दिव्य और भव्य आयोजन के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब माघ मेला-2026 को भी अभूतपूर्व स्वरूप देने की तैयारी में है । इसी क्रम में माघ मेले के दर्शन तत्व को उद्घाटित करता माघ मेले का प्रतीक चिन्ह जारी हुआ है। मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का यह लोगो जारी किया गया है। जारी किए गए लोगो में माघ मास में संगम किनारे जप, तप साधना और कल्पवास की महत्ता के साथ इस अवधि नक्षत्रों की अवस्थिति के आधार पर सप्त ऊर्जा चक्रों को स्थान दिया गया है। लोगो में अक्षय पुण्य का संचय साक्षी अक्षयवट, सूर्य देव और चंद्र देव की 27 नक्षत्रों के साथ की ब्रह्मांडीय यात्रा, श्री लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन बोध कराता बड़े हनुमान जी का मंदिर, सनातन के विस्तार की प्रतीक सनातन पताका और संगम पर साइबेरियन पक्षियों की कलरव को ध्वनित करने वाला पर्यावरण बोध सभी का इसमें समावेश है। लोगो पर श्लोक "माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:" माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति का शंखनाद कर रहा है। यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया जिसे मुख्यमंत्री के स्तर पर जारी किया गया है। जारी लोगो का दर्शन माघ महीने के सूर्य और चंद्र की स्थिति को भी उद्घाटित करता है। ज्योतिषाचार्य आचार्य हरि कृष्ण शुक्ला बताते हैं कि सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओं की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य, चंद्रमा एवं नक्षत्रों की स्थितियों को प्रतिबिंबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता है। भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रों की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनों में पूर्ण करता है। माघ मेला इन्हीं नक्षत्रीय गतियों के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है। जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रों के समीप होता है, तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है। इसी तरह चंद्रमा की 14 कलाओं का संबंध मानव जीवन, मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है। माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है। अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओं के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती हैं। माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति) अनुशासन, भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यों से जुड़ी होती है क्योंकि यह महीना पवित्र नदियों में स्नान, दान, तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यों के लिए विशेष माना जाता है। इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते हैं।
कोडिनयुक्त कफ सिरप पर यूपी में अब तक का सबसे बड़ा एक्शन: 31 जिलों में 133 फर्मों पर FIR, कई गिरफ्तार

* सीएम योगी के जीरो–टॉलरेंस आदेश पर चला एफएसडीए का मेगा क्रैकडाउन, पहली बार एनडीपीएस व बीएनएस धाराओं में मुकदमेलखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब निर्णायक दौर में पहुंच गई है। वर्ष 2022 में गठित एएनटीएफ और एफएसडीए ने कोडिनयुक्त कफ सिरप एवं एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं के अवैध व्यापार और डायवर्जन पर अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया है। दो महीने से जारी इस कार्रवाई से प्रदेश भर में नशे के सौदागरों की कमर टूट गई है।एफएसडीए ने गहन अंदरुनी जांच और झारखंड, हरियाणा, हिमाचल समेत कई राज्यों में विवेचना के बाद दो माह पहले बड़े स्तर पर क्रैकडाउन शुरू किया। अब तक 31 जिलों में 133 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है, जिनमें आधा दर्जन से अधिक संचालक जेल भेजे जा चुके हैं।एफएसडीए सचिव एवं आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश था कि कार्रवाई केवल लाइसेंस रद्द करने तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसा एक्शन हो जो देश में नजीर बने। इसी के तहत पहली बार कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध डायवर्जन में एनडीपीएस और बीएनएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। जिलाधिकारियों को गैंगस्टर एक्ट लगाने के लिए भी पत्र भेजा गया है।प्रदेश के 52 जिलों में 332 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कई प्रतिष्ठान कागजों में ही मौजूद थे और केवल बिलिंग प्वॉइंट के रूप में चल रहे थे। कई दुकानों में भंडारण व्यवस्था और रिकॉर्ड भी नहीं मिले। जांच के दौरान 133 प्रतिष्ठान संगठित रूप से कफ सिरप का गैर-चिकित्सीय उपयोग हेतु अवैध डायवर्जन करते पाए गए। इनका नेटवर्क लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, बहराइच के जरिए नेपाल तथा वाराणसी, गाजियाबाद से बांग्लादेश तक फैला हुआ था।* इन जिलों में तस्करी के केस सामने आए:वाराणसी, जौनपुर, कानपुर नगर, गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, बहराइच, बिजनौर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सीतापुर, सोनभद्र, बलरामपुर, रायबरेली, संतकबीर नगर, हरदोई, भदोही, अमेठी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मीरजापुर, बांदा, कौशांबी।
नगर आयुक्त द्वारा अस्थाई रैन-बसेरो का किया निरीक्षण. दिए आवश्यक दिशा निर्देश

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।अत्यधिक ठंड के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत हुए निरश्रित एवं फुटपाथ एवं सड़को पर रात गुजारने वालो को ठंड से राहत के दृष्टिगत नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज साई तेजा द्वारा दिनांक 10 नवम्बर 2025 को एम0जी0मार्ग पी0डी0टण्डन पार्क स्थित बने अस्थाई रैन बसेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रैन बसेरों मेें टेन्ट के किनारो से ठंडी हवा आने की सम्भावन थी जिसको अच्छी तरह से कवर किये जाने के निदेश दिये गये ।

साथ ही नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सभी अस्थाई रैन बसेरो में फायर सिस्टम रैन बसेरो के द्वार पर पर्दा लगाये जाने शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये।इसके साथ ही सभी अस्थाई रैन बसेरो पर नगर निगम प्रयागराज का बोर्ड लगाने के साथ निरन्तर अलाव की व्यावस्था कराये जाने के निर्देश दिये गये।इसके उपरान्त नगर आयुक्त द्वारा रैन बसेरो के आस-पास समुचित साफ- सफाई के निर्देश तथा डस्टबिन इत्यादि लगाये जाने के निर्देश दिये गये।

इसके साथ ही नगर आयुक्त द्वारा उपस्थित अवर अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि सभी अस्थाई रैन बसेरों में तकिया चादर गद्दे दरी एवं राजाई इत्यादि को साफ- सुथरा बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं सम्बन्धित अधिकारियो निरन्तर निरीक्षण करते रहने के निर्देश भी दिये गये।निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव मुख्य अभियन्ता डी0 सी0 सचान अधिशाषी अभियन्ता अनिल मौर्या एवं अजीत कुमार तथा अवर अभियन्तागण उपस्थित रहे।
बालू माफिया के साथ पुलिस की संलिप्तता पर होगी कड़ी कार्रवाई: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा*
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अवैध खनन, परिवहन पर सख्त एक्शन का आदेश; पुलिस की जवाबदेही तय करने हेतु गृह विभाग को निर्देश पटना, 11 दिसंबर 2025: बिहार के उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भू-तत्व मंत्री, श्री विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में अवैध खनन और बालू के अवैध परिवहन पर लगाम लगाने के लिए आज सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पूरे तंत्र में शामिल किसी भी व्यक्ति या अधिकारी पर कठोर कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रमुख निर्देश और घोषणाएँ बिंदु निर्देश/घोषणा जवाबदेही अवैध परिवहन पर रोक बिना नंबर प्लेट वाले बालू लदे ट्रैक्टरों की आवाजाही पर तुरंत रोक लगाने के लिए नए निर्देश जारी। संबंधित अधिकारी विशेष अभियान जिलाधिकारियों (DM) और पुलिस अधीक्षकों (SP) को संवेदनशील स्थानों की पहचान कर तत्काल और प्रभावी छापेमारी करने का आदेश। DM और SP अधिकारी पर दायित्व यदि भविष्य में बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों की आवाजाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर दायित्व तय करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। संबंधित अधिकारी पुलिस की संलिप्तता थाना, प्रखंड या अंचल स्तर पर पुलिसकर्मियों की संलिप्तता या मिलीभगत सामने आने पर बगैर देरी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। गृह विभाग को पुलिस की जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। गृह विभाग / पुलिसकर्मी पारदर्शिता खनन व्यवस्था को पारदर्शी, नियंत्रित और पूरी तरह विधिसम्मत बनाने के लिए तकनीकी निगरानी बढ़ाई जा रही है और जमीनी स्तर पर टीमों को सशक्त किया जा रहा है। खान एवं भू-तत्व विभाग नागरिकों से सहयोग की अपील और पुरस्कार उपमुख्यमंत्री श्री सिन्हा ने आम जनता और मीडिया से अपील की है कि वे ऐसी किसी भी अवैध गतिविधि की सूचना विभाग को दें। हेल्पलाइन नंबर: 94722 38821, 0612-2215360, 9473191437 'बिहारी योद्धा पुरस्कार' ट्रैक्टर पकड़वाने पर: ₹5,000 का ईनाम। ट्रक पकड़वाने पर: ₹10,000 का ईनाम। उन्होंने कहा कि मीडिया या बिहारी खनन योद्धा के माध्यम से संज्ञान में आए किसी भी अवैध खनन, परिवहन और बिक्री के मामले पर विभाग सख्त एक्शन लेगा।
ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते”के तहत प्रयागराज जंक्पशन पर मिले नाबालिग बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज ने चाइल्डलाइन को सुपुर्द किया

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा संचालित ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ रेलवे परिसरों और ट्रेनो में मिलने वाले असुरक्षित संकटग्रस्त या भटके हुए बच्चों को सुरक्षित बचाने का एक निरन्तर और संवेदनशील अभियान है। यह केवल एक ऑपरेशन नही बल्कि उन अनगिनत बच्चो के लिए जीवनरेखा है जो किसी कारणवश अपने घरो से दूर भटक जाते है।इस पहल के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है जिससे बाल श्रम बाल तस्करी तथा लापता बच्चों से सम्बंधित मामलों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है।

10 दिसम्बर 2025 को एक व्यक्ति निगम पासवान ने एक 12 वर्षीय बच्चे को लेकर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज जंक्शन पहुंचे।बच्चे ने अपना नाम अमन चौहान पिता—विजय चौहान निवासी —खरगोन लामी चोर थाना भूरे जिला गोपालगंज बताया।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह घर में नाराज होकर भाग आया था।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई।इसके बाद बच्चे को चाइल्डलाइन प्रयागराज के सुपरवाइज़र को नियमानुसार सुपुर्द किया गया।रेल प्रशासन यात्रियो और आमजन से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असहाय भटकता हुआ या असुरक्षित अवस्था में देखे तो तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दे।आपकी एक सूचना किसी बच्चे का भविष्य सुरक्षित कर सकती है।
हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

आजमगढ़:-कुसंग , सिनेमा , मोबाईल , टीवी और फैसन से युवाओं में अनैतिकता आती है -भगवान भाई

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। आज के बच्चे कल का भावी समाज हैं। अगर कल के भावी समाज को अच्छा देखना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक सद्गुणों की शिक्षा की आधार से चरित्रवान बनाए। तब समाज बेहतर बन सकता है। गुणवान व चरित्रवान बच्चे देशकी सच्ची सम्पत्ति हैं । उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे । वे आदर्श इण्टर कॉलेज,कंधीया के छात्र, छात्राओं को और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर बोल रहे थे ।उन्होंने बताया कि ऐसे गुणवान और चरित्रवान बच्चे देश और समाज के लिए कुछ रचनात्मककार्य कर सकते हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को याद दिलाते हुए कहा कि प्राचीन संस्कृति आध्यात्मिकता की रही जिस कारण प्राचीन मानव भी वंदनीय और पूजनीय रहा। उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा से ही मानव के व्यवहार में निखार लाता है। ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है।आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक शिक्षा के द्वारा युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने बताया कि सिनेमा, मोबाईल , इन्टरनेट व टीवी. के माध्यम से युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति का आघात हो रहा है। इस आघात से युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी को कुछ रचनात्मक कार्य सिखाए, तब उनकी शक्ति सही उपयोग में ला सकेंगे। वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि हमारे मूल्य हमारी विरासत है। मूल्य की संस्कृति के कारण भारत की पूरे विश्व में पहचान है। इसलिए नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए सभी को सामूहिक रूप में प्रयास करने चाहिए। सकारात्मक चिन्तन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि सकारात्मक चिन्तन से समाज में मूल्यों की खुशबू फैलती है। सकारात्मक चिन्तन से जीवन की हर समस्याओं का समाधान होताहै। उन्होंने शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए कहा कि चरित्रवान, गुणवान बनना ही शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने आध्यात्मिकता को मूल्यों का स्रोत बताते हुए कहा कि शांति, एकाग्रता, ईमानदारी, धैर्यता, सहनशीलता आदि सद्गुणमानव जाती का श्रृंगार है। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की प्रभारी बी के अनिता बहन जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानता, सामाजिक, कुरीतियां व्यसन, नशा, व्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है । प्रबंधक श्रीनाथ श्रीवास्तव जी ने ब्रह्माकुमारी के इस कार्यक्रम के लिए अभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम हेतु निमन्त्रण भी दिया।कार्यक्रम की शुरुवात स्वागत से की गयी और अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया । कार्यक्रम में बीके संतोष भाई,  गणेश यादव भाई, रामनारायण भाई बीके समिता बहन जी के साथ सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित था।
रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध हालात में मिले बुजुर्ग के शव की हुई शिनाख्त

कर्नलगंज, गोण्डा। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत कर्नलगंज रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर ग्राम पिपरी के पास बुधवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक लगभग 65 वर्षीय बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर हल्का दरोगा सरफराज खान व प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रथम दृष्टया ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि मृतक के सिर पर गंभीर चोटों के स्पष्ट निशान मिले हैं। हालांकि दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या—अभी तक मौत का कारण साफ नहीं हो सका है।

सोशल मीडिया के जरिए हुई शिनाख्त

अज्ञात शव की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के माध्यम से हुई। मृतक के परिजन वायरल फोटो देखकर मौके पर पहुंचे और शव की पहचान रामदेव (70 वर्ष), निवासी भगहरिया भगवानपुर, थाना कौड़िया के रूप में की। मृतक के बड़े बेटे रक्षाराम ने बताया कि उनके पिता बुधवार सुबह करीब दस बजे अहिरन पुरवा चौराहे पर दाढ़ी बनवाने की बात कहकर घर से निकले थे। “वह कर्नलगंज कैसे पहुंच गए—यह हमारे लिए अब भी रहस्य है,” उन्होंने बताया कि परिवार में दो बेटे हैं रक्षाराम, जो फेरी लगाकर कपड़े बेचते हैं, और कमलेश, जो फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं।मृतक की पत्नी मुन्नी देवी का निधन करीब पांच वर्ष पहले हो चुका है।

प्रारंभिक जांच में ट्रेन हादसे की आशंका

हल्का दरोगा सरफराज ख़ान ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मौत ट्रेन की चपेट में आने से प्रतीत होती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं—दुर्घटना, हत्या या आत्महत्या को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
ऑडिटोरियम भूमि के लिए सदर विधायक ने लखनऊ से निरीक्षण के लिए बुलाई टीम,मुख्यमंत्री ने दी स्वीकृति, निर्माण की तैयारी तेज

फर्रुखाबाद। जनपद में 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम की भूमि का सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने लखनऊ से टीम बुलाकर निरीक्षण कराया l इस परियोजना को लेकर शासन स्तर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी स्वीकृति प्रदान की है और निर्माण को प्राथमिकता में शामिल किया है। इस दौरान सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने लखनऊ से विशेषज्ञ टीम बुलाकर नवदिया क्षेत्र में प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कराया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंता मौजूद रहे। टीम ने स्थल का तकनीकी रूप से चिन्हित किया। विधायक ने बताया कि फर्रुखाबाद में बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सरकारी आयोजनों, छात्र गतिविधियों और सामाजिक सम्मेलनों के लिए स्थान उपलब्ध नहीं था। नया ऑडिटोरियम जिले की वर्षों पुरानी आवश्यकता को पूरा करेगा।मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद अब परियोजना को अंतिम रूप देने और निर्माण की तैयारी तेज कर दी गई है। ऑडिटोरियम बनने से स्थानीय प्रतिभाओं को मंच और युवाओं को नए अवसर मिलेग़l उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक ,रोजगार के अवसर बढ़ेंगे,जिले की पहचान प्रदेश स्तर पर होगी l वाइट सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी वाइट जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी
वर्ष 2025-26 में ग्राम पंचायतों में वितरण के वाद्य यंत्रों को उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में सेट खरीदे जांएगे


उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्रों के परीक्षण के उपरांत निर्णय लिया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज दूसरे दिन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटन विभाग की परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। व्यवधान की स्थिति में उसका निस्तारण सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 की स्वीकृत कार्ययोजना में शामिल 19 परियोजनाओं के आगणन प्रस्ताव की स्वीकृति शीघ्र जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने अब तक न शुरू की गई परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग की निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं तथा विभागीय गतिविधियों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बदले परिवेश में परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाए, ताकि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का अधिकतम सहयोग सुनिश्चित हो सके और स्थानीय लोगों को अपने घर के आस-पास रोजगार मिल सके।

उन्होंने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी कार्य में अड़गा न लगाए, बल्कि उसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करे।

जयवीर सिंह ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोककला से आमजनता को जोड़ने तथा उन्हें संरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग ने वाद्य यंत्रों का सेट क्रय करके वितरित किया था। उसमें से अवशेष 26 सेट वाद्य यंत्र भातखंडे संगीत संस्थान को और आजमगढ़ के हरिहर पुर स्थित संगीत विद्यालय को उपलब्ध करा दिए गए है। यह वाद्य यत्र वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्रय किए गए थे। उन्होंने शेष जनपदों में वाद्य यंत्र का सेट वितरित करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी की देख-रेख में नए वाद्य यंत्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए वाद्य यंत्र की गुणवत्ता एवं टिकाऊपन की जांच के लिए विशेषज्ञों की भी राय ली जाए और क्रय करते समय वित्तीय अनुशासन एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाद्य यंत्र क्रय करने के लिए कार्यवाई शुरू कर दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने रेडियों जयघोष की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए कार्यवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि रेडियो जयघोष की क्षमता बढ़ने से दूरस्थ स्थानों तक रेडियों जयघोष के कार्यक्रमों का श्रोताओं को लाभ मिलेगा। बैठक में यह भी बतायागया कि संगीत नाटक अकादमी द्वारा रिसोर्ट होटल से समन्वय किया जा रहा है तथा उप्र लोक जनजाति संस्कृति संस्थान के माध्यम से स्थानीय रिसोर्ट/होटल से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा भारतेन्दु नाट्य अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, वृंदावन स्रोत संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक स्रोत संस्थान द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों हेतु समन्वय का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश में लोक सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति उत्सव के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के 75 जनपदों के लिए निदेशालय स्तर से नोडल अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने उप्र की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा संस्कृति नीति जारी होने के पश्चात उसके प्रस्तावों के हिसाब से प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। दोनों बैठकों मे प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन, अशोक कुमार द्वितीय, विशेष सचिव संस्कृति ईशाप्रिया, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, प्रबंध निदेशक आशीष कुमार, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, संयुक्त निदेशक  वीरेन्द्र कुमार व प्रीति श्रीवास्तव तथा अंजु चौधरी, निदेशक अमित अग्निहोत्री, निदेशक पुरातत्व रेनु द्विवेदी के अलावा उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक मौजूद थे।
माघ मेले के आयोजन के इतिहास में पहली बार जारी हुआ मेले का प्रतीक चिन्ह


*महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन के बाद माघ मेला-2026 को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए योगी सरकार की एक और पहल* *प्रतीक चिन्ह में परिलक्षित है संगम माघ मास में तप, अनुष्ठान और कल्पवास का दर्शन, अक्षयवट को मिली जगह* लखनऊ/प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ-2025 के दिव्य और भव्य आयोजन के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब माघ मेला-2026 को भी अभूतपूर्व स्वरूप देने की तैयारी में है । इसी क्रम में माघ मेले के दर्शन तत्व को उद्घाटित करता माघ मेले का प्रतीक चिन्ह जारी हुआ है। मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का यह लोगो जारी किया गया है। जारी किए गए लोगो में माघ मास में संगम किनारे जप, तप साधना और कल्पवास की महत्ता के साथ इस अवधि नक्षत्रों की अवस्थिति के आधार पर सप्त ऊर्जा चक्रों को स्थान दिया गया है। लोगो में अक्षय पुण्य का संचय साक्षी अक्षयवट, सूर्य देव और चंद्र देव की 27 नक्षत्रों के साथ की ब्रह्मांडीय यात्रा, श्री लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन बोध कराता बड़े हनुमान जी का मंदिर, सनातन के विस्तार की प्रतीक सनातन पताका और संगम पर साइबेरियन पक्षियों की कलरव को ध्वनित करने वाला पर्यावरण बोध सभी का इसमें समावेश है। लोगो पर श्लोक "माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:" माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति का शंखनाद कर रहा है। यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया जिसे मुख्यमंत्री के स्तर पर जारी किया गया है। जारी लोगो का दर्शन माघ महीने के सूर्य और चंद्र की स्थिति को भी उद्घाटित करता है। ज्योतिषाचार्य आचार्य हरि कृष्ण शुक्ला बताते हैं कि सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओं की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य, चंद्रमा एवं नक्षत्रों की स्थितियों को प्रतिबिंबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता है। भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रों की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनों में पूर्ण करता है। माघ मेला इन्हीं नक्षत्रीय गतियों के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है। जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रों के समीप होता है, तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है। इसी तरह चंद्रमा की 14 कलाओं का संबंध मानव जीवन, मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है। माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है। अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओं के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती हैं। माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति) अनुशासन, भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यों से जुड़ी होती है क्योंकि यह महीना पवित्र नदियों में स्नान, दान, तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यों के लिए विशेष माना जाता है। इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते हैं।
कोडिनयुक्त कफ सिरप पर यूपी में अब तक का सबसे बड़ा एक्शन: 31 जिलों में 133 फर्मों पर FIR, कई गिरफ्तार

* सीएम योगी के जीरो–टॉलरेंस आदेश पर चला एफएसडीए का मेगा क्रैकडाउन, पहली बार एनडीपीएस व बीएनएस धाराओं में मुकदमेलखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब निर्णायक दौर में पहुंच गई है। वर्ष 2022 में गठित एएनटीएफ और एफएसडीए ने कोडिनयुक्त कफ सिरप एवं एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं के अवैध व्यापार और डायवर्जन पर अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया है। दो महीने से जारी इस कार्रवाई से प्रदेश भर में नशे के सौदागरों की कमर टूट गई है।एफएसडीए ने गहन अंदरुनी जांच और झारखंड, हरियाणा, हिमाचल समेत कई राज्यों में विवेचना के बाद दो माह पहले बड़े स्तर पर क्रैकडाउन शुरू किया। अब तक 31 जिलों में 133 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है, जिनमें आधा दर्जन से अधिक संचालक जेल भेजे जा चुके हैं।एफएसडीए सचिव एवं आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश था कि कार्रवाई केवल लाइसेंस रद्द करने तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसा एक्शन हो जो देश में नजीर बने। इसी के तहत पहली बार कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध डायवर्जन में एनडीपीएस और बीएनएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। जिलाधिकारियों को गैंगस्टर एक्ट लगाने के लिए भी पत्र भेजा गया है।प्रदेश के 52 जिलों में 332 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कई प्रतिष्ठान कागजों में ही मौजूद थे और केवल बिलिंग प्वॉइंट के रूप में चल रहे थे। कई दुकानों में भंडारण व्यवस्था और रिकॉर्ड भी नहीं मिले। जांच के दौरान 133 प्रतिष्ठान संगठित रूप से कफ सिरप का गैर-चिकित्सीय उपयोग हेतु अवैध डायवर्जन करते पाए गए। इनका नेटवर्क लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, बहराइच के जरिए नेपाल तथा वाराणसी, गाजियाबाद से बांग्लादेश तक फैला हुआ था।* इन जिलों में तस्करी के केस सामने आए:वाराणसी, जौनपुर, कानपुर नगर, गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, बहराइच, बिजनौर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सीतापुर, सोनभद्र, बलरामपुर, रायबरेली, संतकबीर नगर, हरदोई, भदोही, अमेठी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मीरजापुर, बांदा, कौशांबी।
नगर आयुक्त द्वारा अस्थाई रैन-बसेरो का किया निरीक्षण. दिए आवश्यक दिशा निर्देश

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।अत्यधिक ठंड के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत हुए निरश्रित एवं फुटपाथ एवं सड़को पर रात गुजारने वालो को ठंड से राहत के दृष्टिगत नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज साई तेजा द्वारा दिनांक 10 नवम्बर 2025 को एम0जी0मार्ग पी0डी0टण्डन पार्क स्थित बने अस्थाई रैन बसेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रैन बसेरों मेें टेन्ट के किनारो से ठंडी हवा आने की सम्भावन थी जिसको अच्छी तरह से कवर किये जाने के निदेश दिये गये ।

साथ ही नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सभी अस्थाई रैन बसेरो में फायर सिस्टम रैन बसेरो के द्वार पर पर्दा लगाये जाने शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये।इसके साथ ही सभी अस्थाई रैन बसेरो पर नगर निगम प्रयागराज का बोर्ड लगाने के साथ निरन्तर अलाव की व्यावस्था कराये जाने के निर्देश दिये गये।इसके उपरान्त नगर आयुक्त द्वारा रैन बसेरो के आस-पास समुचित साफ- सफाई के निर्देश तथा डस्टबिन इत्यादि लगाये जाने के निर्देश दिये गये।

इसके साथ ही नगर आयुक्त द्वारा उपस्थित अवर अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि सभी अस्थाई रैन बसेरों में तकिया चादर गद्दे दरी एवं राजाई इत्यादि को साफ- सुथरा बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं सम्बन्धित अधिकारियो निरन्तर निरीक्षण करते रहने के निर्देश भी दिये गये।निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव मुख्य अभियन्ता डी0 सी0 सचान अधिशाषी अभियन्ता अनिल मौर्या एवं अजीत कुमार तथा अवर अभियन्तागण उपस्थित रहे।
बालू माफिया के साथ पुलिस की संलिप्तता पर होगी कड़ी कार्रवाई: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा*
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अवैध खनन, परिवहन पर सख्त एक्शन का आदेश; पुलिस की जवाबदेही तय करने हेतु गृह विभाग को निर्देश पटना, 11 दिसंबर 2025: बिहार के उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भू-तत्व मंत्री, श्री विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में अवैध खनन और बालू के अवैध परिवहन पर लगाम लगाने के लिए आज सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पूरे तंत्र में शामिल किसी भी व्यक्ति या अधिकारी पर कठोर कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रमुख निर्देश और घोषणाएँ बिंदु निर्देश/घोषणा जवाबदेही अवैध परिवहन पर रोक बिना नंबर प्लेट वाले बालू लदे ट्रैक्टरों की आवाजाही पर तुरंत रोक लगाने के लिए नए निर्देश जारी। संबंधित अधिकारी विशेष अभियान जिलाधिकारियों (DM) और पुलिस अधीक्षकों (SP) को संवेदनशील स्थानों की पहचान कर तत्काल और प्रभावी छापेमारी करने का आदेश। DM और SP अधिकारी पर दायित्व यदि भविष्य में बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों की आवाजाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर दायित्व तय करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। संबंधित अधिकारी पुलिस की संलिप्तता थाना, प्रखंड या अंचल स्तर पर पुलिसकर्मियों की संलिप्तता या मिलीभगत सामने आने पर बगैर देरी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। गृह विभाग को पुलिस की जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। गृह विभाग / पुलिसकर्मी पारदर्शिता खनन व्यवस्था को पारदर्शी, नियंत्रित और पूरी तरह विधिसम्मत बनाने के लिए तकनीकी निगरानी बढ़ाई जा रही है और जमीनी स्तर पर टीमों को सशक्त किया जा रहा है। खान एवं भू-तत्व विभाग नागरिकों से सहयोग की अपील और पुरस्कार उपमुख्यमंत्री श्री सिन्हा ने आम जनता और मीडिया से अपील की है कि वे ऐसी किसी भी अवैध गतिविधि की सूचना विभाग को दें। हेल्पलाइन नंबर: 94722 38821, 0612-2215360, 9473191437 'बिहारी योद्धा पुरस्कार' ट्रैक्टर पकड़वाने पर: ₹5,000 का ईनाम। ट्रक पकड़वाने पर: ₹10,000 का ईनाम। उन्होंने कहा कि मीडिया या बिहारी खनन योद्धा के माध्यम से संज्ञान में आए किसी भी अवैध खनन, परिवहन और बिक्री के मामले पर विभाग सख्त एक्शन लेगा।
ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते”के तहत प्रयागराज जंक्पशन पर मिले नाबालिग बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज ने चाइल्डलाइन को सुपुर्द किया

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा संचालित ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ रेलवे परिसरों और ट्रेनो में मिलने वाले असुरक्षित संकटग्रस्त या भटके हुए बच्चों को सुरक्षित बचाने का एक निरन्तर और संवेदनशील अभियान है। यह केवल एक ऑपरेशन नही बल्कि उन अनगिनत बच्चो के लिए जीवनरेखा है जो किसी कारणवश अपने घरो से दूर भटक जाते है।इस पहल के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है जिससे बाल श्रम बाल तस्करी तथा लापता बच्चों से सम्बंधित मामलों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है।

10 दिसम्बर 2025 को एक व्यक्ति निगम पासवान ने एक 12 वर्षीय बच्चे को लेकर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज जंक्शन पहुंचे।बच्चे ने अपना नाम अमन चौहान पिता—विजय चौहान निवासी —खरगोन लामी चोर थाना भूरे जिला गोपालगंज बताया।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह घर में नाराज होकर भाग आया था।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई।इसके बाद बच्चे को चाइल्डलाइन प्रयागराज के सुपरवाइज़र को नियमानुसार सुपुर्द किया गया।रेल प्रशासन यात्रियो और आमजन से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असहाय भटकता हुआ या असुरक्षित अवस्था में देखे तो तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दे।आपकी एक सूचना किसी बच्चे का भविष्य सुरक्षित कर सकती है।