देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बारा की नवांगतुक एसीपी निकिता श्रीवास्तव ने सम्भाला चार्ज
जनता की समस्याओं का होगा समाधान

लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)बारा निकिता श्रीवास्तव ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी बारा कुजलता की जगह उन्होने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्रो की जानकारी ली। कमिश्नरेट में कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा बीते दिनो एसीपी का स्थानांतरण किया गया।स्थानांतरण क्रम में बर्ष 2022 बैच की निकिता श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार शाम को एसीपी बारा का पदभार ग्रहण कर लिया।और देवरिया जनपद की मूल निवासिनी है.चार्ज ग्रहण करने के बाद एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन है आर एस एस-स्वांत रंजन
मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर  राष्ट्रीय कार्यशाला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के सरस्वती परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जीवन चरित्र है।उन्होने डॉ हेडगेवार की देशभक्ति स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका पत्रकारिता के माध्यम से जनजागरण तथा 1925 में संघ स्थापना के उद्देश्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने संघ को व्यक्तिपूजा से ऊपर उठकर राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन बताया तथा महिलाओ की सहभागिता हेतु राष्ट्र सेविका समिति के योगदान को रेखांकित किया।

अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कार्यशाला को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि संघ के विचार वर्तमान सामाजिक चुनौतियो के समाधान में उपयोगी सिद्ध हो सकते है।उन्होने वंदे मातरम को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक प्रयासों की सराहना की।प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय ने भारतीय शिक्षा पद्धति ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा संघ की कार्यप्रणाली पर विचार रखते हुए कहा कि संघ व्यक्ति- निर्माण के माध्यम से दीर्घकालिक राष्ट्रनिर्माण की अवधारणा पर कार्य करता है। उन्होंने संघ की शाखा प्रणाली शारीरिक–बौद्धिक–व्यवस्था वर्ग खेल गीत कहानी एवं अनुशासन आधारित प्रशिक्षण को राष्ट्रभाव जागरण का सशक्त माध्यम बताया।उन्होने बताया कि धर्म संस्कृति और राष्ट्र एक-दूसरे से अभिन्न है।

अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता निदेशक राष्ट्रधर्म मनोज कान्त ने संघ साहित्य एवं सन्दर्भ ग्रन्थो का उल्लेख करते हुए भारतीय नवजागरण एकात्म समाज और एकात्म राष्ट्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि संघ सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयो को वर्गीय नही बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि से देखता है तथा सेवा कार्यो के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यो को सशक्त करता है।कार्यशाला के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने अतिथियो का स्वागत किया।कार्यशाला का संचालन डॉक्टर सोहनी देवी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.छत्रसाल सिंह ने दिया।

कार्यक्रम संयोजक प्रो.संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी ने कार्यशाला में मिले मार्गदर्शन एवं सुझावो को आगामी सत्र से प्रारम्भ किए जा रहे कार्यक्रम के लिए लाभदायक बताया।कार्यशाला में समस्त विद्याशाखाओ के निदेशकगण आचार्यगण शोधार्थी एवं छात्र-छात्राओ की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में विशेषज्ञो द्वारा श्रोताओ के प्रश्नो के उत्तर दिए गए।कार्यशाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार व्यवहार एवं पाठ्यक्रम को ऐतिहासिक वैचारिक एवं व्यवहारिक दृष्टि से समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक पृष्ठभूमि संगठनात्मक संरचना ऐतिहासिक विकास तथा समकालीन सामाजिक भूमिका को अकादमिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना था।यह जानकारी डॉ.प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा दिया गया।
ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए औरंगाबाद में स्कूलों के समय में बदलाव

औरंगाबाद। जिले में लगातार गिरते तापमान और ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के समय में अस्थायी संशोधन किया है। बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए जिला दण्डाधिकारी औरंगाबाद श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता–2023 की धारा 163 के अंतर्गत विशेष आदेश जारी किया है।

जारी आदेश के अनुसार औरंगाबाद जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों, निजी कोचिंग संस्थानों, प्री-स्कूल तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में संचालित सभी कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियाँ पूर्वाह्न 10:00 बजे से पहले तथा अपराह्न 04:30 बजे के बाद प्रतिबंधित रहेंगी। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी शैक्षणिक संस्थान अपनी कक्षाओं का संचालन केवल पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 04:30 बजे के बीच ही करेंगे, ताकि सुबह और शाम की कड़ाके की ठंड से बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।

हालांकि, बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए संचालित विशेष कक्षाओं को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है, ताकि परीक्षा की तैयारी पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि विशेष कक्षाओं के संचालन के दौरान भी विद्यार्थियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सभी आवश्यक सावधानियों का पालन अनिवार्य होगा।

यह आदेश दिनांक 20 दिसंबर 2025 से 25 दिसंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस अवधि के दौरान सभी संबंधित शैक्षणिक संस्थानों को आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वाले संस्थानों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।

जिला दण्डाधिकारी ने अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं विद्यालय प्रबंधन से अपील की है कि वे ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, इसलिए आवश्यक है कि सभी लोग प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

प्रशासन ने यह भी सुझाव दिया है कि विद्यालयों में गर्म कपड़ों के उपयोग, स्वच्छता एवं आवश्यक सावधानियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय ने सभी संबंधित पक्षों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि बच्चों की सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

बृजभूषण ने अखिलेश यादव के बयान का किया समर्थन,धनंजय व अभय को संयम बरतने की सलाह



गोंडा।कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह व विधायक अभय सिंह के बीच चल रहे सोशल मीडिया विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए संयम बरतने की सलाह दिया है और कहा है कि यह 1980-90  के दशक जैसा नहीं है।बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर अनावश्यक विवाद से बचना चाहिए।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि दोनों व्यक्ति  हैं और वर्तमान में किसी प्रकार का संघर्ष नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि अब कोई गैंगवार नहीं है और सभी लोग अपना अपना काम कर रहे हैं।पूर्व सांसद ने सलाह दिया कि शब्दों का चयन बहुत सोच समझ कर किया जाना चाहिए।बृजभूषण ने कहा कि हम बड़े कि तुम बड़े जैसी बातों से कोई फायदा नहीं है।उन्होंने नेताओं को जनता के बीच रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया।

इसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा खुद को क्षत्रिय बताए जाने वाले बयान का समर्थन किया।पूर्व सांसद ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि अखिलेश यादव क्षत्रिय हैं।बृजभूषण ने स्पष्ट किया कि अखिलेश यादव यदुवंशी हैं और भगवान श्रीकृष्ण के वंशज माने जाते हैं।उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्षत्रिय जन्म से नहीं,बल्कि कर्म से होता है।बृजभूषण ने उल्लेख किया कि अखिलेश यादव भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर भी बनवा रहे हैं,जो उनके क्षत्रिय होने का प्रमाण है।वहीं बहराइच में कथावाचक को सलामी दिए जाने पर चल रहे विवाद को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि देखिये ये संत मार्गदर्शक हैं और इन संतों की बड़ी भूमिका रही है।

यज्ञ ऋषि मुनि आप इन्हें वैज्ञानिक भी कह सकते हैं।आज भी समाज में इनकी मान्यता है और किसी के कहने अथवा न कहने से इनकी मान्यता समाप्त होने नहीं जा रही है।उन्होंने कहा कि अब जैसे मैं ही राष्ट्र कथा करवा रहा हूँ जितना हो सकता है सम्मान दिया जाएगा।तो यह विवाद का विषय नहीं है।इस पर विवाद नहीं करना चाहिए बल्कि बचना चाहिए।
सेम्फोर्ड स्कूल में सोमवार को होगा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम

मीरजापुर। सेमफोर्ड स्कूल नटवा में शुक्रवार को वार्षिक उत्सव “पालनहार” के आयोजन को लेकर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंधक ई. विवेक बरनवाल ने बताया कि सेमफोर्ड स्कूल बसही में 21 दिसंबर 2025 दिन सोमवार को प्रातः दस बजे से विद्यालय का वार्षिक उत्सव “पालनहार” 2025 भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार डॉ. दया शंकर मिश्र ‘दयालु’ होंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में  पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोहन श्रीमाली, नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी तथा क्षेत्राधिकारी सदर अमर बहादुर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।

विद्यालय की प्रबंधिका शिप्रा बरनवाल ने वार्षिक उत्सव की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए अभिभावकों के लिए लागू की गई विशेष छात्रवृत्ति योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले से अध्ययनरत छात्र के दूसरे भाई-बहन के प्रवेश पर प्रवेश शुल्क में 100 प्रतिशत छूट सहित अन्य कई लाभ दिए जाएंगे।

इस अवसर पर नटवा शाखा की प्रधानाचार्या श्वेता मेहरोत्रा खत्री एवं बसही शाखा के प्रभारी प्रधानाचार्य श्री संतोष कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
शीत लहर के प्रकोप से 20 दिसंबर तक सभी विद्यालय बंद

फर्रुखाबाद। बढ़ती ठंड, शीत लहर और घने कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों को 20 दिसंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने शीतलहर के चलते आदेश जारी करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

प्रशासन ने कहा है कि निर्देशों का पालन न करने पर विद्यालय संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी विद्यालयों को आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
ठंड और कोहरे से जनजीवन प्रभावित रहा l प्रशासन ने अभिभावकों से बच्चों को लेकर सतर्क रहने की अपील की है।
थरवई के नवागत एसीपी अरुण पाराशर ने सम्भाला चार्ज।
जनता की समस्याओ का होगा समाधान।

व लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी थरवई अरुण पाराशर।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)थरवई अरूण पाराशर ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी थरवई चन्द्रपाल सिंह की जगह उन्होंने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्र की जानकारी ली।इससे पहले वे 11साल तक मेडिकल अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे। बर्ष 2023 बैच के पीपीएस अधिकारी है और आगरा जनपद के मूल निवासी है।थरवई एसीपी के रूप में पहली पोस्टिंग हुई है।चार्ज ग्रहण करने के बाद नये एसीपी थरवई अरुण पाराशर ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बारा की नवांगतुक एसीपी निकिता श्रीवास्तव ने सम्भाला चार्ज
जनता की समस्याओं का होगा समाधान

लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)बारा निकिता श्रीवास्तव ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी बारा कुजलता की जगह उन्होने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्रो की जानकारी ली। कमिश्नरेट में कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा बीते दिनो एसीपी का स्थानांतरण किया गया।स्थानांतरण क्रम में बर्ष 2022 बैच की निकिता श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार शाम को एसीपी बारा का पदभार ग्रहण कर लिया।और देवरिया जनपद की मूल निवासिनी है.चार्ज ग्रहण करने के बाद एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन है आर एस एस-स्वांत रंजन
मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर  राष्ट्रीय कार्यशाला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के सरस्वती परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जीवन चरित्र है।उन्होने डॉ हेडगेवार की देशभक्ति स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका पत्रकारिता के माध्यम से जनजागरण तथा 1925 में संघ स्थापना के उद्देश्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने संघ को व्यक्तिपूजा से ऊपर उठकर राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन बताया तथा महिलाओ की सहभागिता हेतु राष्ट्र सेविका समिति के योगदान को रेखांकित किया।

अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कार्यशाला को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि संघ के विचार वर्तमान सामाजिक चुनौतियो के समाधान में उपयोगी सिद्ध हो सकते है।उन्होने वंदे मातरम को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक प्रयासों की सराहना की।प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय ने भारतीय शिक्षा पद्धति ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा संघ की कार्यप्रणाली पर विचार रखते हुए कहा कि संघ व्यक्ति- निर्माण के माध्यम से दीर्घकालिक राष्ट्रनिर्माण की अवधारणा पर कार्य करता है। उन्होंने संघ की शाखा प्रणाली शारीरिक–बौद्धिक–व्यवस्था वर्ग खेल गीत कहानी एवं अनुशासन आधारित प्रशिक्षण को राष्ट्रभाव जागरण का सशक्त माध्यम बताया।उन्होने बताया कि धर्म संस्कृति और राष्ट्र एक-दूसरे से अभिन्न है।

अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता निदेशक राष्ट्रधर्म मनोज कान्त ने संघ साहित्य एवं सन्दर्भ ग्रन्थो का उल्लेख करते हुए भारतीय नवजागरण एकात्म समाज और एकात्म राष्ट्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि संघ सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयो को वर्गीय नही बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि से देखता है तथा सेवा कार्यो के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यो को सशक्त करता है।कार्यशाला के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने अतिथियो का स्वागत किया।कार्यशाला का संचालन डॉक्टर सोहनी देवी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.छत्रसाल सिंह ने दिया।

कार्यक्रम संयोजक प्रो.संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी ने कार्यशाला में मिले मार्गदर्शन एवं सुझावो को आगामी सत्र से प्रारम्भ किए जा रहे कार्यक्रम के लिए लाभदायक बताया।कार्यशाला में समस्त विद्याशाखाओ के निदेशकगण आचार्यगण शोधार्थी एवं छात्र-छात्राओ की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में विशेषज्ञो द्वारा श्रोताओ के प्रश्नो के उत्तर दिए गए।कार्यशाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार व्यवहार एवं पाठ्यक्रम को ऐतिहासिक वैचारिक एवं व्यवहारिक दृष्टि से समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक पृष्ठभूमि संगठनात्मक संरचना ऐतिहासिक विकास तथा समकालीन सामाजिक भूमिका को अकादमिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना था।यह जानकारी डॉ.प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा दिया गया।
ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए औरंगाबाद में स्कूलों के समय में बदलाव

औरंगाबाद। जिले में लगातार गिरते तापमान और ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के समय में अस्थायी संशोधन किया है। बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए जिला दण्डाधिकारी औरंगाबाद श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता–2023 की धारा 163 के अंतर्गत विशेष आदेश जारी किया है।

जारी आदेश के अनुसार औरंगाबाद जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों, निजी कोचिंग संस्थानों, प्री-स्कूल तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में संचालित सभी कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियाँ पूर्वाह्न 10:00 बजे से पहले तथा अपराह्न 04:30 बजे के बाद प्रतिबंधित रहेंगी। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी शैक्षणिक संस्थान अपनी कक्षाओं का संचालन केवल पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 04:30 बजे के बीच ही करेंगे, ताकि सुबह और शाम की कड़ाके की ठंड से बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।

हालांकि, बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए संचालित विशेष कक्षाओं को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है, ताकि परीक्षा की तैयारी पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि विशेष कक्षाओं के संचालन के दौरान भी विद्यार्थियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सभी आवश्यक सावधानियों का पालन अनिवार्य होगा।

यह आदेश दिनांक 20 दिसंबर 2025 से 25 दिसंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस अवधि के दौरान सभी संबंधित शैक्षणिक संस्थानों को आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वाले संस्थानों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।

जिला दण्डाधिकारी ने अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं विद्यालय प्रबंधन से अपील की है कि वे ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, इसलिए आवश्यक है कि सभी लोग प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

प्रशासन ने यह भी सुझाव दिया है कि विद्यालयों में गर्म कपड़ों के उपयोग, स्वच्छता एवं आवश्यक सावधानियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय ने सभी संबंधित पक्षों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि बच्चों की सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

बृजभूषण ने अखिलेश यादव के बयान का किया समर्थन,धनंजय व अभय को संयम बरतने की सलाह



गोंडा।कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह व विधायक अभय सिंह के बीच चल रहे सोशल मीडिया विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए संयम बरतने की सलाह दिया है और कहा है कि यह 1980-90  के दशक जैसा नहीं है।बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर अनावश्यक विवाद से बचना चाहिए।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि दोनों व्यक्ति  हैं और वर्तमान में किसी प्रकार का संघर्ष नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि अब कोई गैंगवार नहीं है और सभी लोग अपना अपना काम कर रहे हैं।पूर्व सांसद ने सलाह दिया कि शब्दों का चयन बहुत सोच समझ कर किया जाना चाहिए।बृजभूषण ने कहा कि हम बड़े कि तुम बड़े जैसी बातों से कोई फायदा नहीं है।उन्होंने नेताओं को जनता के बीच रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया।

इसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा खुद को क्षत्रिय बताए जाने वाले बयान का समर्थन किया।पूर्व सांसद ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि अखिलेश यादव क्षत्रिय हैं।बृजभूषण ने स्पष्ट किया कि अखिलेश यादव यदुवंशी हैं और भगवान श्रीकृष्ण के वंशज माने जाते हैं।उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्षत्रिय जन्म से नहीं,बल्कि कर्म से होता है।बृजभूषण ने उल्लेख किया कि अखिलेश यादव भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर भी बनवा रहे हैं,जो उनके क्षत्रिय होने का प्रमाण है।वहीं बहराइच में कथावाचक को सलामी दिए जाने पर चल रहे विवाद को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि देखिये ये संत मार्गदर्शक हैं और इन संतों की बड़ी भूमिका रही है।

यज्ञ ऋषि मुनि आप इन्हें वैज्ञानिक भी कह सकते हैं।आज भी समाज में इनकी मान्यता है और किसी के कहने अथवा न कहने से इनकी मान्यता समाप्त होने नहीं जा रही है।उन्होंने कहा कि अब जैसे मैं ही राष्ट्र कथा करवा रहा हूँ जितना हो सकता है सम्मान दिया जाएगा।तो यह विवाद का विषय नहीं है।इस पर विवाद नहीं करना चाहिए बल्कि बचना चाहिए।
सेम्फोर्ड स्कूल में सोमवार को होगा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम

मीरजापुर। सेमफोर्ड स्कूल नटवा में शुक्रवार को वार्षिक उत्सव “पालनहार” के आयोजन को लेकर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंधक ई. विवेक बरनवाल ने बताया कि सेमफोर्ड स्कूल बसही में 21 दिसंबर 2025 दिन सोमवार को प्रातः दस बजे से विद्यालय का वार्षिक उत्सव “पालनहार” 2025 भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार डॉ. दया शंकर मिश्र ‘दयालु’ होंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में  पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोहन श्रीमाली, नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी तथा क्षेत्राधिकारी सदर अमर बहादुर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।

विद्यालय की प्रबंधिका शिप्रा बरनवाल ने वार्षिक उत्सव की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए अभिभावकों के लिए लागू की गई विशेष छात्रवृत्ति योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले से अध्ययनरत छात्र के दूसरे भाई-बहन के प्रवेश पर प्रवेश शुल्क में 100 प्रतिशत छूट सहित अन्य कई लाभ दिए जाएंगे।

इस अवसर पर नटवा शाखा की प्रधानाचार्या श्वेता मेहरोत्रा खत्री एवं बसही शाखा के प्रभारी प्रधानाचार्य श्री संतोष कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
शीत लहर के प्रकोप से 20 दिसंबर तक सभी विद्यालय बंद

फर्रुखाबाद। बढ़ती ठंड, शीत लहर और घने कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों को 20 दिसंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने शीतलहर के चलते आदेश जारी करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

प्रशासन ने कहा है कि निर्देशों का पालन न करने पर विद्यालय संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी विद्यालयों को आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
ठंड और कोहरे से जनजीवन प्रभावित रहा l प्रशासन ने अभिभावकों से बच्चों को लेकर सतर्क रहने की अपील की है।
थरवई के नवागत एसीपी अरुण पाराशर ने सम्भाला चार्ज।
जनता की समस्याओ का होगा समाधान।

व लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी थरवई अरुण पाराशर।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)थरवई अरूण पाराशर ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी थरवई चन्द्रपाल सिंह की जगह उन्होंने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्र की जानकारी ली।इससे पहले वे 11साल तक मेडिकल अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे। बर्ष 2023 बैच के पीपीएस अधिकारी है और आगरा जनपद के मूल निवासी है।थरवई एसीपी के रूप में पहली पोस्टिंग हुई है।चार्ज ग्रहण करने के बाद नये एसीपी थरवई अरुण पाराशर ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।