सारंडा में IED ब्लास्ट, CRPF का डॉग शहीद, एक जवान घायल… झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन में हादसा
झारखंड को नक्सलमुक्त बनाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान IED ब्लास्ट में एक प्रशिक्षित CRPF डॉग शहीद हो गया, जबकि उसका हैंडलर जवान घायल हुआ. सुरक्षा बल पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि अन्य IED बमों का पता लगाया जा सके. यह घटना झारखंड में नक्सलवाद के खतरे और सुरक्षा बलों के बलिदान को उजागर करती है, जो लगातार इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में चाईबासा के छोटानागरा थाना क्षेत्र में हुई विस्फोट की घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला जा रहा था. सर्च ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट हो गया, जिसकी चपेट में आकर सीआरपीएफ का प्रशिक्षित स्वान (डॉग) शहीद हो गया. वहीं डॉग हैंडलर जवान गंभीर रूप से घायल हो गया.
ब्लास्ट के बाद सुरक्षाबलों का ऑपरेशन तेज
आईईडी ब्लास्ट के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान तेज कर दिया है. सुरक्षाबल आसपास के इलाके में तलाशी अभियान के दौरान सर्च कर रहे हैं कि कोई अन्य IED बम नक्सलियों द्वारा प्लांट तो नहीं किया गया है. IED बम को ढूंढकर डिटेक्ट किया जा सके, जिससे कोई भी जवान इनकी चपेट ना आए.
पहले भी हो चुका है IED ब्लास्ट
इस घटना से पहले भी IED ब्लास्ट की चपेट में आने से सेना का एक जवान शहीद हो गया था. जानकारी के मुताबिक, यह ब्लास्ट 10 अक्टूबर को चाईबासा जिले के सारंडा जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED की चपेट में आने से हुआ था. इस ब्लास्ट में सीआरपीएफ 60 बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद हो गए थे, जबकि ब्लास्ट की चपेट में आने से सीआरपीएफ 60 बटालियन के दो अन्य जवान भी घायल हुए थे.
घायल जवानों में एक जवान रामकृष्ण गागराई थे, जो एएसआई के पद पर कार्यरत हैं. वहीं दूसरे घायल जवान की पहचान सीआरपीएफ 60 बटालियन के इंस्पेक्टर कौशल कुमार मिश्रा के रूप में हुई थी, जिनका इलाज के दौरान 30 अक्टूबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया था.



बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग जहां गुरुवार 6 नवंबर 2025 को संपन्न हुई। वही जहां पहले चरण में राज्य की 121 सीटों पर मतदान हुआ,वही इस बार बिहार के लोगों ने बंपर वोटिंग की है। शाम 6 बजे के बाद पहले चरण में लोगों ने बताया कि पहले चरण में 64.5% वोटिंग हुई है। अभी राज्य में दूसरे चरण की वोटिंग होनी बाकी है,शेष दूसरे चरण में राज्य की 122 सीटों पर 11 नवंबर 2025 को वोटिंग देना होगा। लेकिन पहले चरण की वोटिंग के आंकड़े को देखते हुए यह साफ हो गया है कि बिहार में अभी तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है।
बिहार में सन 2000 के चुनाव में सबसे ज्यादा हुआ ठा मतदान बिहार में सबसे ज्यादा 2000 सन के चुनाव में मतदान हुए थे, जहां इससे पहले बिहार में सबसे अधिक वोटिंग का आंकड़ा साल 2000 के चुनाव में सामने आया था। तब पूरे बिहार में सर्वाधिक 62.57% वोटिंग हुई थी,
साल 1951-52 से 2000 तक हुए विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत केवल तीन बार ही 60% से अधिक रहा 1990 में 62.004 प्रतिशत मतदान हुआ था वही 1995 और 2000 में क्रमशः 61.79 वह 62.57 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था,लेकिन इस बार 2025 विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बिहार की 243 विधानसभा सीटों में 18 जिलों की 121 सीटों पर 3 करोड़ 75 लाख मतदाताओं ने 64.66% मतदान किया है।
शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी भगत यादव का चुनावी प्रचार जोरों पर है। भगत यादव, जो पहले राजद से जुड़े थे, ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया और उन्हें जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है। उनके प्रचार अभियान में युवाओं और महिलाओं एवं वृद्धजनों का खासा उत्साह देखा जा रहा है ।









45 min ago
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