झारखंड के युवाओं के सपनों को नई उड़ान: रांची में 'दिशोम गुरु शिबू सोरेन JEE-NEET कोचिंग संस्थान' का उद्घाटन

रांची (हिंदपीढ़ी): मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज राज्य के होनहार विद्यार्थियों को बड़ी सौगात देते हुए नि:शुल्क कोचिंग संस्थान का विधिवत उद्घाटन किया। अब राज्य के SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को उच्चस्तरीय कोचिंग के लिए कोटा या दिल्ली जैसे शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री के संबोधन की प्रमुख बातें:

राज्य में ही मिलेगी उच्च शिक्षा: मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची अब उच्चस्तरीय कोचिंग का हब बनेगा। छात्रों को अब राज्य से बाहर जाने की मजबूरी नहीं होगी।

पुनः अवसर का प्रावधान: एबिलिटी टेस्ट में थोड़े अंतर से पीछे रह गए योग्य अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने दोबारा मौका देने का निर्देश दिया है, ताकि कोई भी प्रतिभा पीछे न छूटे।

शिक्षा के साथ खेल भी: संस्थान में केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि खेल-कूद की व्यवस्था भी सुदृढ़ की जाएगी ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके।

सांस्कृतिक एकता का केंद्र: यह संस्थान झारखंड की विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं के मेल-जोल का प्रतीक बनेगा।

झारखंड सरकार की शिक्षा क्षेत्र में अन्य बड़ी उपलब्धियां:

गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना: ₹15 लाख तक का शिक्षा ऋण, भुगतान नौकरी लगने के बाद।

मरांग गोमके छात्रवृत्ति: विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के लिए पूर्ण सरकारी सहायता।

सावित्रीबाई फुले योजना: किशोरियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए आर्थिक मदद।

उत्कृष्ट विद्यालय (SOE): 80 स्कूलों में निजी विद्यालयों जैसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।

रिम्स में विशेष कोचिंग: मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए 30 छात्रों को विशेषज्ञ मार्गदर्शन।

मुख्यमंत्री का संकल्प: "हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, हर युवा तक अवसर की पहुँच।"

झुंझुनूं गंज गैंग की आहट से पुलिस महकमे में खलबली
करोड़ों की ज्वेलरी चोरी के बाद सीमावर्ती जिलों में दौड़ती रहीं स्पेशल टीमें, खाली हाथ लौटी पुलिस

शहजाद अहमद खान, मलिहाबाद । मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र में हुई करोड़ों रुपये की ज्वेलरी चोरी ने पुलिस तंत्र की नींद उड़ा दी है। फजल ज्वेलर्स में सेंध लगाकर अंजाम दी गई इस हाई-प्रोफाइल वारदात के बाद पुलिस की तमाम दावों वाली सुरक्षा व्यवस्था बेनकाब हो गई है। बदमाश वारदात कर फरार हो गए और पुलिस अब तक सिर्फ कयासों के सहारे जांच आगे बढ़ा रही है।

वारदात के तरीके ने पुलिस के माथे पर बल डाल दिए हैं। जिस पेशेवर अंदाज, सटीक टाइमिंग और तकनीकी समझ के साथ बदमाशों ने दुकान को निशाना बनाया है, उससे पुलिस महकमे में एक बार फिर राजस्थान के कुख्यात झुंझुनूं गैंग की मौजूदगी की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, अधिकारी अब भी आधिकारिक पुष्टि से बचते नजर आ रहे हैं।

करोड़ों की चोरी, पुलिस की गश्त पर बड़ा सवाल

21 दिसंबर की रात करीब एक बजे, मिर्जागंज कस्बे में बदमाशों ने बेखौफ होकर फजल ज्वेलर्स का शटर तोड़ा और भीतर दाखिल हो गए। चंद घंटों में बदमाशों ने 30 किलो चांदी और 150 ग्राम सोना, कुल मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये की ज्वेलरी, समेट ली और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी वारदात के दौरान न तो किसी गश्ती दल को भनक लगी और न ही किसी चौकी को कोई अलर्ट मिला।इस चोरी ने पुलिस की रात्रि पेट्रोलिंग,बीट सिस्टम और खुफिया तंत्र-तीनों की पोल खोल दी है।

दिन रात लगातार पुलिस की छापेमारी

घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में पुलिस ने पांच स्पेशल टीमें गठित कीं हरदोई,सीतापुर,उन्नाव,बाराबंकी और रायबरेली में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई जिसमें पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे है सूत्रों के मुताबिक,जांच की दिशा बार-बार बदली जा रही है-कभी सीसीटीवी,कभी कॉल डिटेल,तो कभी पुराने केसों की फाइलें तलाश रही है

पुराने पैटर्न से मेल, झुंझुनूं गैंग की आशंका गहराई

पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह वारदात राजस्थान के झुंझुनूं  गैंग के पुराने पैटर्न से हूबहू मेल खाती है।2018 दिसम्बर माह से फरवरी माह में यही गैंग कड़ाके की ठंड में मलिहाबाद सहित काकोरी व सीमावर्ती जिलों में लूट,डकैती और हत्या जैसी कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका है।बंद बाजार,देर रात का समय और निडर होकर  और सीधी सेंधमारी यही इस गैंग की पहचान रही है।

जेल से छूटे अपराधी रडार पर

फिलहाल पुलिस ने लूट, चोरी और डकैती के मामलों में जेल से हाल ही में रिहा हुए अपराधियों को रडार पर ले लिया है। कुछ को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जा रही है। उनके मोबाइल नेटवर्क, पुराने साथियों और मूवमेंट की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक जांच किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। करोड़ों की चोरी के चौबीस गहनता बीत चुके हैं,लेकिन न बरामदगी हुई,न गिरफ्तारी। पुलिस के लिए यह वारदात अब क्राइम कंट्रोल की नहीं, साख बचाने की लड़ाई बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्या झुंझुनूं गंज गैंग वाकई लौट आया है, या फिर पुलिस किसी और साये के पीछे भाग रही है?

मौके पर पहुंचे डीसीपी नॉर्थ ने घटना स्थल का निरीक्षण किया उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें लगातार काम कर रही है जल्द ही इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करके कठोर कार्यवाही की जायेगी।
डायल 112- आपात स्थिति में त्वरित सहायता का भरोसा
गोण्डा। शासन की मंशा के अनुरूप आमजन को त्वरित, प्रभावी एवं भरोसेमंद आपातकालीन पुलिस सहायता उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक जनपद गोण्डा  विनीत जायसवाल के कुशल निर्देशन एवं नोडल अधिकारी यू0पी0-112 श्री मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण में यू0पी0-112 के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जन-जागरूकता हेतु विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। यह जन-जागरूकता अभियान दो दिवसीय है, जो दिनांक 22.12.2025 से 23.12.2025 तक संचालित किया जा रहा है।
उक्त अभियान के अंतर्गत आम जन-मानस को आपातकालीन सेवा यू0पी0-112 की कार्यप्रणाली, उपयोगिता, त्वरित रिस्पॉन्स प्रणाली तथा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रदत्त विभिन्न जनहितकारी सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिक निर्भीक होकर समय रहते सहायता प्राप्त कर सकें। अभियान के प्रथम दिन आज दिनांक 22.12.2025 को जनपद के विभिन्न भीड़-भाड़ वाले एवं सार्वजनिक स्थलों पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस क्रम में थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत रेलवे स्टेशन गोण्डा, गुरूनानक चौक तथा थाना को0 कर्नलगंज क्षेत्रान्तर्गत कस्बा कर्नलगंज (रामलीला मैदान के पास) पर जन-जागरूकता अभियान प्रभावी रूप से संचालित किया गया। इस अभियान में यू0पी0-112 मुख्यालय के 03 प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों के साथ-साथ प्रचार-प्रसार दल के कुल 11 सदस्य शामिल रहे, जिनमें उद्घोषक दल, नुक्कड़ नाटक दल एवं एलईडी वैन दल सम्मिलित थे। प्रचार-प्रसार दल द्वारा एलईडी वैन के माध्यम से दृश्य-श्रव्य संदेशों का प्रसारण किया गया तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आम नागरिकों को यह बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति-जैसे अपराध, दुर्घटना, महिला उत्पीड़न, स्वास्थ्य आपातकाल, आगजनी अथवा अन्य संकट की स्थिति में यू0पी0-112 पर कॉल कर किस प्रकार त्वरित सहायता प्राप्त की जा सकती है। अभियान के दौरान उपस्थित पुलिस कर्मियों द्वारा आमजन को यू0पी0-112 की कॉलिंग प्रक्रिया, रिस्पॉन्स टाइम, कॉल करने पर प्राप्त होने वाली सहायता, कॉलर की गोपनीयता तथा पुलिस की तत्परता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही नागरिकों को पम्पलेट वितरित कर यू0पी0-112 की सेवाओं, आपात स्थिति में सही सूचना देने के तरीके तथा अफवाहों से बचने के प्रति भी जागरूक किया गया। जन-जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आम नागरिकों, दुकानदारों, राहगीरों एवं स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा यू0पी0-112 से संबंधित जानकारी प्राप्त की। नागरिकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का मौके पर ही समाधान किया गया तथा उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस सदैव उनकी सुरक्षा एवं सेवा के लिए तत्पर है।
उक्त अभियान का उद्देश्य जनपद के प्रत्येक नागरिक तक यू0पी0-112 की जानकारी पहुँचाना, पुलिस एवं जनता के बीच विश्वास को और अधिक मजबूत करना तथा आपात स्थितियों में त्वरित पुलिस सहायता को सुनिश्चित करना है। अभियान के द्वितीय दिन भी जनपद के थाना नवाबगंज, वजीरगंज व मनकापुर पर इसी प्रकार जन-जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी करनैलगंज श्री राजेश कुमार सिंह, प्र0नि0 को0 नगर, प्र0नि0 को0 कर्नलगंज, प्रभारी यू0पी0 112 सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
माघ मेला आपदा प्रबधन के उद्देश्य से महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय संगोष्ठी सह टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन
26 जनपदो के राजस्व पुलिस अग्निशमन एवं आपात सेवाएं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अधिकारी कर रहे प्रतिभाग

भीड़ प्रबन्धन योजना बनाते समय खतरे जोखिम नीति योजना एवं परिस्थितियो को समझना आवश्यक

सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एस्सरसाइज कार्यशाला अन्तर-विभागीय समन्वय एवं त्वरित निर्णय-क्षमता को सुदृढ़ करने में अत्यंत सहायक होगी- उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा दिनांक 22-23 दिसम्बर 2025 को कोबरा ऑडिटोरियम न्यू कैंट जनपद प्रयागराज में भीड़ प्रबंधन तथा 03 संवेदनशील आपदाओं-डूबना शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया जा रहा है।इस दो दिवसीय आयोजन में प्रथम दिवस में टेक्निकल सेशन एवं द्वितीय दिवस में 26 जनपदो के अधिकारियो के साथ टेबल टॉप एक्सरसाइज किया जा रहा है।संगोष्ठी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी पी.वी.एस.एम ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम, (से.नि.)एवं लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत पी.एस.एम ए.वी.एस.एम.एस.एम जी.ओ. सी.मध्य भारत एरिया की अध्यक्षता में मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा मेला अधिकारी ऋषिराज पुलिस विभाग भारतीय सेना भारतीय रेलवे एन०डी०आर०एफ०.एस०डी० आर०एफ०अग्निशमन विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी तथा 26 जनपदों प्रयागराज अयोध्या फतेहपुर कौशाम्बी प्रतापगढ़, चित्रकूट बांदा महोबा झांसी जालौन ललितपुर गाजियाबाद मेरठ आगरा कानपुर नगर कानपुर देहात गोडा बहराइच श्रावस्ती बाराबंकी उन्नाव लखनऊ हरदोई फतेहपुर सीकरी शाहजहाँपुर चित्रकूट जिलो के अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०)पुलिस अधिकारी अग्निशमन अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से आपदा विशेषज्ञो द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।टेक्निकल सेशन के प्रथम सत्र में पुलिस विभाग द्वारा भीड़ की गतिशीलता जोखिम कारको और भीड़ प्रबन्धन के लिए संगठन और चुनौतियां पर केस स्टडी के बारे में प्रतिभागियो को बताया गया।प्राधिकरण द्वारा भीड़ प्रबन्धन के लिए इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्निशमन एवं आपात सेवाओं द्वारा आग की घटनाओं की रोकथाम तैयारी और प्रतिक्रिया राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा डूबने के जोखिम से बचाव एवं प्रबन्धन अभियान तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वक्ताओ द्वारा शीतलहर से बचाव की तैयारी-पूर्वानुमान आश्रय और स्वास्थ्य प्रतिक्रिया के सम्बन्ध में केस स्टडी/बेस्ट प्रैक्टिस के माध्यम से संगोष्ठी में व्याख्यान दिया गया।द्वितीय सत्र में प्रयागराज द्वारा माघ मेला हेतु भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत की गयी तैयारियों पर जानकारी तथा जनपद हापुड़ गौतमबुद्ध नगर गोरखपुरएवं मथुरा के अपर जिलाधिकारी/पुलिस विभाग के अधिकारियो द्वारा जनपद में भीड़ प्रबन्धन की तैयारियो एवं केस स्टडी पर चर्चा किया गया।

विशेष उद्बोधन में ऑनलाइन मोड से जुड़े।

पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश राजीव कृष्ण ने कहा कि भीड़ प्रबन्धन केवल कानून-व्यवस्था का विषय नही बल्कि यह बहु-विभागीय समन्वय वैज्ञानिक योजना जोखिम आकलन तथा त्वरित निर्णय क्षमता पर आधारित एक समग्र प्रक्रिया है।जनसंख्या के दृष्टि से प्रदेश में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक एवं खेल-कूद आदि कार्यक्रमो के आयोजन में भीड़ प्रबंधन एक चुनौती पूर्ण कार्य है। यूपीएसडीएमए द्वारा सभी स्टेकहोल्डर को एक मंच पर लाना और विशेषकर माघ मेला के दौरान भीड़ प्रबंधन तथा अन्य संवेदनशील आपदाओं जैसे- डूबना, शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर संगोष्टी सह टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारियों के लिए लाभकारी होगा।बैठक को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष योगेन्द्र डिमरी ने बताया कि प्रदेश में भीड़ प्रबन्धन और आपदा प्रबंधन के शमन के उपाय प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण और हितधारको की सहभागिता बहुत आवश्यक है। भीड़ प्रबंधन योजना बनाते समय खतरे जोखिम और नाजुकता का महत्त्व समझना बहुत आवश्यक है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित होने वाले बड़े धार्मिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक आयोजनों में जनसुरक्षा सुनिश्चित करना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम नीति, योजना एवं फील्ड-स्तर पर कार्यान्वयन के बीच समन्वय को सुदृढ़ करने का प्रभावी मंच प्रदान करता है। तकनीकी सत्रों के माध्यम से भीड़ की गतिशीलता जोखिम आकलन इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्नि सुरक्षा डूबने की घटनाओं में बचाव तथा शीतलहर से निपटने हेतु स्वास्थ्य-आधारित तैयारियों पर आधारित केस-स्टडी एवं बेस्ट प्रैक्टिस प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि यह सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज प्रदेश के सभी 26 जनपदो में आपदा प्रबन्धन की तैयारी प्रतिक्रिया क्षमता और विभागीय समन्वय को मज़बूत करने की दिशा में एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पहल है साथ ही उन्होंने कहा कि इस विषय पर माक अभ्यास करने की भी आवश्यकता है जिससे सभी जनपद स्तरीय कार्य करने वाले अधिकारीयों को अधिक जागरूकता किया जा सके। सभी विभागो और जनपदो के अधिकारियो से अपेक्षा है कि वे पूर्ण मनोयोग तत्परता और टीम भावना के साथ इसमें भाग लेकर प्रदेश की आपदा प्रबन्धन प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ एवं सक्षम बनाएं।अपर पुलिस आयुक्त डॉ अजय पाल ने बताया कि माघ मेला के दृष्टिगत सभी सम्भावित परिस्थितियों का आंकलन कर लिया गया है तथा मेले के दौरान श्रद्धालुओ की सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।उन्होने यह भी बताया की विभिन्न मार्गो से आने वाले यात्रियो हेत पार्किंग स्थल एवं ट्रैफिक प्लान को यात्रियो की सुविधा के अनुसार बनाया गया है।उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत सभी पाण्टुन पुलों के दोनों तरफ चौकियाँ बनायी जाएंगी जिससे की किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।उक्त संगोष्ठी का संचालन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार कर्नल संदीप मेहरोत्रा द्वारा किया गया एवं समन्वय प्रवीण किशोर प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग)तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा किया जा रहा है।
अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में न हो सम्मिलित-जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रो की नामावलियो के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो के साथ बैठक

एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित ई0सी0आई0 पोर्टल पर उपलब्ध

राजनैतिक दलो के प्रतिनिधि पोर्टल पर उपलब्ध सूची का अवलोकन स्वयं यदि कोई विसंगति हो तो उसे दूर कराये

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो की उपस्थिति में विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियो का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के अन्तर्गत हो रहे एएसडी मतदाताओ के पुर्नसत्यापन व मैपिंग के कार्यो की प्रगति एवं गतिविधियो के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।जिलाधिकारी ने कहा कि बीएलओ के द्वारा बनायी गयी मतदाताओं की एएसडी लिस्ट को आप सभी लोगो के साथ साझा किया गया है यदि कोई व्यक्ति गलती से एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो उसे अभी 26 दिसम्बर तक रोलबैक कराया जा सकता है अन्यथा सम्बंधित मतदाता का नाम ड्राफ्ट प्रकाशन की लिस्ट में सम्मिलित नही होगा।अतः आपसे अनुरोध है कि आपके द्वारा नियुक्त बीएलए पूरे डेडीकेशन के साथ लग कर बीएलओ का सहयोग करे जिससे कोई भी पात्र मतदाता छूटने न पाये।जिलाधिकारी ने बताया कि बीएलओ के द्वारा मृतक पूर्ण रूप से स्थानातरित डुप्लीकेट/आल रेडी इनरोल्ड अनुपस्थित एवं अन्य मतदाताओ को चिन्हित कर बनायी गयी एएसडी लिस्ट को आप सभी राजनैतिक दलो के द्वारा नियुक्त बीएलए के साथ साझा किया गया है और सभी बूथो पर चस्पा भी कराया गया है और एएसडी मतदाताओ की मतदेय स्थलवार सर्चेबल फार्मेट पर यदि किसी व्यक्ति का नाम बीएलओ के द्वारा एएसडी लिस्ट में गलत चिन्हित कर लिया गया है तो वह अपना नाम सम्बंधित बीएलओ अथवा ईआरओ से सम्पर्क कर रोलबैक करा सकता है।जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि अभी एएसडी वोटर्स पर विशेष फोकस कर उन्हें ढूढंने का प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने सभी मतदाताओ से अनुरोध है कि अपने-अपने बूथों पर जाकर अपना नाम एएसडी लिस्ट में चेक कर ले यदि किसी गलती से उनका नाम एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो वह अपना नाम रोलबैक करा ले। बताया कि कुल 30,31,144 (86.15 प्रतिशत)मतदाताओ का डिजिटाइजेशन के अनुसार मैपिंग का कार्य दिनांक 22 दिसम्बर के अपरान्हन 02ः00 बजे तक पूर्ण कर लिया गया है।बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के ई0सी0आई0 नेट पोर्टल पर एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित डाउनलोड करने हेतु आप्शन उपलब्ध करा दिया गया है।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से सूची का अवलोकन स्वयं एवं अपने बीएलए के माध्यम से करवाने के लिए कहा है जिससे कि कोई विसंगति पायी जाती है तो तत्काल सक्षम अधिकारी को अवगत कराते हुए उसे सही कराया जा सके।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से कहा कि बीएलओ के पास फार्म-6 उपलब्ध करा दिए गए है जिन लोगो ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया है लेकिन अभी तक उनका नाम वोटर लिस्ट में नही है या ऐसे लोग जो अर्हता तिथि 01.01.2026 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे है या ऐसे मतदाता जो पूर्व में मतदाता थे लेकिन किन्ही कारणो से मतदाता सूची में उनका नाम नही है तो वह सभी फार्म-6 भरकर जमा कर सकते है ऐसे सभी मतदाताओ का नाम 28 फरवरी 2026 के फाइनल ड्राफ्ट रोल में आ जायेगा।नए वोटर्स बनाये जाने का अभियान भी चलाया जा रहा है।उन्होने सभी प्रतिनिधियोे से इस अभियान में सहयोग करने के लिए एवं बीएलओ से सम्पर्क कर फार्म-6 अनुलग्नक-4 सहित घोषणापत्र के साथ बीएलओ को उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियो से अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट को और अधिक सक्रिय करने और व सम्बंधित बीएलओ से एएसडी लिस्ट को अवश्य रिसीव कर ले और लिस्ट का अवलोकन कर लिस्ट में सम्मिलित लोगो को टेस करने में बीएलओ को अपना सहयोग प्रदान करे।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे सभी एएसडी लिस्ट में चिन्हित मतदाताओ का सर्वे कराकर अपने स्तर से भी पुष्टि अवश्य कर ले यदि किसी भी मतदाता का एएसडी लिस्ट में गलत अंकन हो गया है तो उसका रोलबैक अवश्य करा ले। कोई भी पात्र मतदाता एएसडी लिस्ट में सम्मिलित न रहे।इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा राजनैतिक दलो के प्रतिनिधिगण एवं निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कवित्री चित्रा श्रीवास्तव की दो कृतियो मेरा मन वृंदावन तथा दुलहिन दूलहु का भव्य लोकार्पण

चित्रा एक अलग अलौकिक दृष्टि एवं कल्पना की रचनाकार-कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा

संजय द्विवेदी प्रयागराज।ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में कवयित्री चित्रा विशाल श्रीवास्तव की काव्य कृतियो- ‘मेरो मन वृन्दावन’एवं‘दुलहिन दूलहु’—का लोकार्पण प्रयागराज स्थित ब्लू बेल स्कूल करेली सभागार में सुप्रसिद्ध अकादमी चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।अध्यक्षीय सम्बोधन में कुशवाहा ने कहा कि दोनों पुस्तकों में राधा कृष्ण के अलौकिक प्रेम का सजीव चित्रण हुआ है स्वर कोकिला कवित्री चित्रा श्रीवास्तव ने‘मेरो मन वृन्दावन’में रसिक भक्त के हृदय में उठते वियोग व संयोग के भावों को गीत-पदो के माध्यम से अभिव्यक्त किया है वही दुलहिन दूलहु’में श्यामा- श्याम के मध्य घटित सुन्दर लीलाओ का काव्यमय चित्रण किया है।दोनों कृतियो की विशेषता यह है कि इनमें भावानुसार उपयुक्त चित्रो का समावेश है।उल्लेखनीय है कि चित्रा जी की यह ग्यारहवीं पुस्तक है।सर्वप्रथम अतिथियो ने दीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पश्चात ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र पुष्पदान प्रदान कर सम्मानित किया।मुख्य अतिथि के रूप में राघवेन्द्र बहादुर सरल व सरला श्रीवास्तव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियो में कल्पना वर्मा जया मोहन एवं विजय लक्ष्मी विभा शामिल रही मुख्य वक्ता में भगवान प्रसाद उपाध्याय रहे। संचालन प्रो.रवि कुमार मिश्र ने किया।ब्लू बेल स्कूल के प्रबन्धक संदीप कुशवाहा के अतुलनीय सहयोग से यह कार्यक्रम से सम्पन्न हुआ।अन्य वक्ताओ में कल्पना वर्मा जया मोहन मिली संजय इं. रंजन पाण्डेय पंडित राकेश मालवीय मुस्कान अजित श्रीवास्तव एवं अन्नू श्रीवास्तव ने आध्यात्मिक पक्ष एवं चित्रमय प्रस्तुति को विशेष रूप से सराहा।ओहरिओ की ओर से अदिति श्रीवास्तव एवं चित्रा विशाल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियो साहित्य प्रेमियो एवं उपस्थित जनो का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन प्रभंजन त्रिपाठी द्वारा किया गया।इस अवसर पर साहित्यकार अनु श्रीवास्तव डॉ.अरविंद मालवीय मुक्तक सम्राट पाल प्रयागी शरद श्रीवास्तव राघवेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव प्रभंजन त्रिपाठी मधुरिमा शर्मा चेतना सिंह चितेरी डॉ.मंजू प्रकाश शैलेन्द्र जय ऋतु पाण्डेय अदिति श्रीवास्तव सुयश श्रीवास्तव विवान शिवाय श्रीवास्तव श्रिया आदिल खां की गरिमामयी उपस्थिति रही।
खेलो प्रयागराज महापौर कप का इस बार का भी आयोजन भव्य और दिव्य होगा-महापौर गणेश केसरवानी।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।नगर निगम मुख्यालय सिविल लाइंस के हाल में महापौर कप 2025 की बैठक महापौर गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में सभी खेल सघो के साथ बैठक सम्पन्न हुई जिसमें महापौर ने सभी खेलो को कराने की स्वीकृति 25/12/2025 से 6/1/2026 तक कराने की मंजूरी प्रदान की महापौर ने कहा इस खेल महोत्सव की तैयारियो को अंतिम रूप दिया गया इस प्रतियोगिता में विभिन्न खेलो के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे जिससे शहर की खेल संस्कृति में एक नई ऊर्जा आएगी यह भी बताया दिनांक 25.12.25 को दोपहर 3:00 बजे मदन मोहन मालवीय स्टेडियम कम्पनी बाग में इस खेल का शुभारम्भ होगा जिसमें प्रदेश के बड़े नेता उपस्थित होकर इस खेल का शुभारम्भ करेगे और 06.1.26 को इसी स्टेडियम में ही खेलो प्रयागराज महापौर कप का समापन होगा।इसके प्रचार के लिए शहर में खिलाड़ियो द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिससे लोगो को खेल से भावना जुड़े और खेल कार्यक्रम से पहले एक जागरूकता रैली निकाली जाएगी।

इस बैठक में अपर नगर आयुक्त राजीव शुक्ला पार्षद आशीष द्विवेदी पंकज जायसवाल सुनीता चोपड़ा खेल से के बी काला आर एस वेदी कुलदीप सिंह उज्ज्वल सिंह शील ओझा और खेलगांव पब्लिक स्कूल के चेयरमैन अनिल मिश्रा के टीम सदस्य प्रदीप तिवारी नीरज शर्मा आदि मौजूद रहे।

जिसमें निम्नलिखित खेल सम्मिलित होंगे-एथलेटिक पैरा एथलीट बैडमिंटन बास्केटबॉल बॉक्सिंग चेस क्रिकेट फुटबॉल हैंडबॉल हॉकी जूडो कबड्डी खो खो लॉन टेनिस रोइंग स्केटिंग टेबल टेनिस ताइक्वांडो वॉलीबॉल कयाकिंग और कैनोइंग कराटे ।
माघ मेला 2025 की तैयारियों को लेकर प्रयागराज में संगोष्ठी व टेबल-टॉप एक्सरसाइज, डीजीपी राजीव कृष्ण ने भीड़ प्रबंधन और आपदा तैयारी पर दिया जोर
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) द्वारा आगामी माघ मेला 2025 की तैयारियों के दृष्टिगत प्रयागराज में एक संगोष्ठी एवं टेबल-टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य माघ मेले के दौरान भीड़ के प्रभावी प्रबंधन, डूबने की घटनाओं की रोकथाम, शीत लहर तथा अग्नि दुर्घटनाओं जैसी संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा और सुदृढ़ीकरण करना रहा।इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहभागिता करते हुए प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधन दिया।

संगोष्ठी की शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (UPSDMA) के वाइस चेयरमैन श्री योगेन्द्र डिमरी, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के उद्घाटन संबोधन से हुई। उन्होंने माघ मेला जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों में आपदा प्रबंधन की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

कुंभ और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े जनसमूह आयोजन

अपने संबोधन में डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि कुंभ मेला और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े सार्वजनिक जनसमूह आयोजनों (Public Gathering Events) में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन आयोजनों में कुछ ऐसे विशेष स्नान पर्व होते हैं, जब एक ही समय और एक ही स्थान पर श्रद्धालुओं की संख्या अत्यधिक बढ़ जाती है, जिससे भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन जाता है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनौती केवल भीड़ की संख्या तक सीमित नहीं होती, बल्कि उसकी निरंतर बदलती और गतिशील प्रकृति भी प्रशासन और पुलिस के लिए गंभीर चुनौती पैदा करती है।

एक साथ कई जोखिमों से निपटने की जरूरत

डीजीपी ने कहा कि माघ मेला जैसे आयोजनों में—
उच्च घनत्व वाली भीड़
नदी और संगम क्षेत्र से जुड़े डूबने के जोखिम
शीत लहर का प्रभाव
अग्नि दुर्घटनाओं की संभावना
यातायात, ट्रैफिक और पार्किंग की जटिलताएं
ये सभी समस्याएं एक साथ उत्पन्न होती हैं, जिनसे निपटने के लिए समग्र, समन्वित और बहुआयामी रणनीति की आवश्यकता होती है।

प्रतिक्रिया नहीं, अब पूर्वानुमान आधारित व्यवस्था जरूरी

पुलिस महानिदेशक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि अब आपदा प्रबंधन का दृष्टिकोण केवल घटना के बाद प्रतिक्रिया देने तक सीमित नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान आधारित, योजनाबद्ध और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित करना समय की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि भले ही अलग-अलग विभाग अपनी-अपनी तैयारियां करते हों, लेकिन किसी भी आपात स्थिति में इन सभी तैयारियों को एकीकृत, समन्वित और समयबद्ध प्रतिक्रिया में बदलना अत्यंत आवश्यक है।

प्रवेश-निकास और स्नान घाटों पर विशेष फोकस

डीजीपी राजीव कृष्ण ने माघ मेले की सफलता के लिए—प्रवेश और निकास मार्गों की वैज्ञानिक योजना,स्नान घाटों पर भीड़ की आवाजाही का संतुलित प्रबंधन,माइक्रो-क्राउड की निरंतर निगरानी को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी भीड़ इकाइयों पर नजर रखकर बड़ी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

SDRF अब सिर्फ बैकअप नहीं

अपने संबोधन में डीजीपी ने कहा कि एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) अब केवल एक बैकअप बल नहीं रह गया है, बल्कि भीड़ सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की ऑपरेशनल व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ ने पूर्व आयोजनों में अपनी उच्च दक्षता और पेशेवर क्षमता का सफल प्रदर्शन किया है।

अग्नि, शीत लहर और डूबने की घटनाओं पर सख्त सतर्कता

अग्नि दुर्घटना, शीत लहर और डूबने से संबंधित खतरों पर चर्चा करते हुए डीजीपी ने कहा कि इन सभी संभावित जोखिमों से निपटने के लिए—

विभागों के बीच सतत समन्वय,

प्रभावी संचार व्यवस्था,

त्वरित और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया तंत्र

अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि पूर्व अनुभवों के बावजूद किसी भी स्तर पर आत्मसंतोष या शिथिलता नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हर दिन नई परिस्थितियां और नई चुनौतियां सामने आती हैं।

प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों की मौजूदगी

संगोष्ठी के दौरान कई वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख रूप से—

लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत, जीओसी मध्य भारत, जबलपुर

अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन श्री संजीव गुप्ता

मंडलायुक्त प्रयागराज श्रीमती सौम्या अग्रवाल

श्री प्रवीण किशोर, परियोजना समन्वयक (प्रशिक्षण), यूपी एसडीएमए

श्री अनिमेष सिंह, सीएफओ माघ मेला प्रयागराज

श्री संतोष कुमार, 2IC, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ, वाराणसी

डीडीएमए प्रयागराज, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, वाराणसी

श्री संदीप मेहरोत्रा, कर्नल (सेवानिवृत्त), वरिष्ठ सलाहकार यूपी एसडीएमए

शामिल रहे।

तैयारियों को और मजबूत बनाएगी संगोष्ठी

अंत में डीजीपी राजीव कृष्ण ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार की संगोष्ठियां और टेबल-टॉप एक्सरसाइज प्रशासन और पुलिस की तैयारियों को और अधिक मजबूत बनाएंगी तथा माघ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और विश्वास सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएंगी।उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि माघ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से सफल हो, बल्कि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के मानकों पर भी एक आदर्श आयोजन बने।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
झारखंड के युवाओं के सपनों को नई उड़ान: रांची में 'दिशोम गुरु शिबू सोरेन JEE-NEET कोचिंग संस्थान' का उद्घाटन

रांची (हिंदपीढ़ी): मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज राज्य के होनहार विद्यार्थियों को बड़ी सौगात देते हुए नि:शुल्क कोचिंग संस्थान का विधिवत उद्घाटन किया। अब राज्य के SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को उच्चस्तरीय कोचिंग के लिए कोटा या दिल्ली जैसे शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री के संबोधन की प्रमुख बातें:

राज्य में ही मिलेगी उच्च शिक्षा: मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची अब उच्चस्तरीय कोचिंग का हब बनेगा। छात्रों को अब राज्य से बाहर जाने की मजबूरी नहीं होगी।

पुनः अवसर का प्रावधान: एबिलिटी टेस्ट में थोड़े अंतर से पीछे रह गए योग्य अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने दोबारा मौका देने का निर्देश दिया है, ताकि कोई भी प्रतिभा पीछे न छूटे।

शिक्षा के साथ खेल भी: संस्थान में केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि खेल-कूद की व्यवस्था भी सुदृढ़ की जाएगी ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके।

सांस्कृतिक एकता का केंद्र: यह संस्थान झारखंड की विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं के मेल-जोल का प्रतीक बनेगा।

झारखंड सरकार की शिक्षा क्षेत्र में अन्य बड़ी उपलब्धियां:

गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना: ₹15 लाख तक का शिक्षा ऋण, भुगतान नौकरी लगने के बाद।

मरांग गोमके छात्रवृत्ति: विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के लिए पूर्ण सरकारी सहायता।

सावित्रीबाई फुले योजना: किशोरियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए आर्थिक मदद।

उत्कृष्ट विद्यालय (SOE): 80 स्कूलों में निजी विद्यालयों जैसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।

रिम्स में विशेष कोचिंग: मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए 30 छात्रों को विशेषज्ञ मार्गदर्शन।

मुख्यमंत्री का संकल्प: "हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, हर युवा तक अवसर की पहुँच।"

झुंझुनूं गंज गैंग की आहट से पुलिस महकमे में खलबली
करोड़ों की ज्वेलरी चोरी के बाद सीमावर्ती जिलों में दौड़ती रहीं स्पेशल टीमें, खाली हाथ लौटी पुलिस

शहजाद अहमद खान, मलिहाबाद । मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र में हुई करोड़ों रुपये की ज्वेलरी चोरी ने पुलिस तंत्र की नींद उड़ा दी है। फजल ज्वेलर्स में सेंध लगाकर अंजाम दी गई इस हाई-प्रोफाइल वारदात के बाद पुलिस की तमाम दावों वाली सुरक्षा व्यवस्था बेनकाब हो गई है। बदमाश वारदात कर फरार हो गए और पुलिस अब तक सिर्फ कयासों के सहारे जांच आगे बढ़ा रही है।

वारदात के तरीके ने पुलिस के माथे पर बल डाल दिए हैं। जिस पेशेवर अंदाज, सटीक टाइमिंग और तकनीकी समझ के साथ बदमाशों ने दुकान को निशाना बनाया है, उससे पुलिस महकमे में एक बार फिर राजस्थान के कुख्यात झुंझुनूं गैंग की मौजूदगी की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, अधिकारी अब भी आधिकारिक पुष्टि से बचते नजर आ रहे हैं।

करोड़ों की चोरी, पुलिस की गश्त पर बड़ा सवाल

21 दिसंबर की रात करीब एक बजे, मिर्जागंज कस्बे में बदमाशों ने बेखौफ होकर फजल ज्वेलर्स का शटर तोड़ा और भीतर दाखिल हो गए। चंद घंटों में बदमाशों ने 30 किलो चांदी और 150 ग्राम सोना, कुल मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये की ज्वेलरी, समेट ली और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी वारदात के दौरान न तो किसी गश्ती दल को भनक लगी और न ही किसी चौकी को कोई अलर्ट मिला।इस चोरी ने पुलिस की रात्रि पेट्रोलिंग,बीट सिस्टम और खुफिया तंत्र-तीनों की पोल खोल दी है।

दिन रात लगातार पुलिस की छापेमारी

घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में पुलिस ने पांच स्पेशल टीमें गठित कीं हरदोई,सीतापुर,उन्नाव,बाराबंकी और रायबरेली में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई जिसमें पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे है सूत्रों के मुताबिक,जांच की दिशा बार-बार बदली जा रही है-कभी सीसीटीवी,कभी कॉल डिटेल,तो कभी पुराने केसों की फाइलें तलाश रही है

पुराने पैटर्न से मेल, झुंझुनूं गैंग की आशंका गहराई

पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह वारदात राजस्थान के झुंझुनूं  गैंग के पुराने पैटर्न से हूबहू मेल खाती है।2018 दिसम्बर माह से फरवरी माह में यही गैंग कड़ाके की ठंड में मलिहाबाद सहित काकोरी व सीमावर्ती जिलों में लूट,डकैती और हत्या जैसी कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका है।बंद बाजार,देर रात का समय और निडर होकर  और सीधी सेंधमारी यही इस गैंग की पहचान रही है।

जेल से छूटे अपराधी रडार पर

फिलहाल पुलिस ने लूट, चोरी और डकैती के मामलों में जेल से हाल ही में रिहा हुए अपराधियों को रडार पर ले लिया है। कुछ को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जा रही है। उनके मोबाइल नेटवर्क, पुराने साथियों और मूवमेंट की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक जांच किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। करोड़ों की चोरी के चौबीस गहनता बीत चुके हैं,लेकिन न बरामदगी हुई,न गिरफ्तारी। पुलिस के लिए यह वारदात अब क्राइम कंट्रोल की नहीं, साख बचाने की लड़ाई बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्या झुंझुनूं गंज गैंग वाकई लौट आया है, या फिर पुलिस किसी और साये के पीछे भाग रही है?

मौके पर पहुंचे डीसीपी नॉर्थ ने घटना स्थल का निरीक्षण किया उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें लगातार काम कर रही है जल्द ही इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करके कठोर कार्यवाही की जायेगी।
डायल 112- आपात स्थिति में त्वरित सहायता का भरोसा
गोण्डा। शासन की मंशा के अनुरूप आमजन को त्वरित, प्रभावी एवं भरोसेमंद आपातकालीन पुलिस सहायता उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक जनपद गोण्डा  विनीत जायसवाल के कुशल निर्देशन एवं नोडल अधिकारी यू0पी0-112 श्री मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण में यू0पी0-112 के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जन-जागरूकता हेतु विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। यह जन-जागरूकता अभियान दो दिवसीय है, जो दिनांक 22.12.2025 से 23.12.2025 तक संचालित किया जा रहा है।
उक्त अभियान के अंतर्गत आम जन-मानस को आपातकालीन सेवा यू0पी0-112 की कार्यप्रणाली, उपयोगिता, त्वरित रिस्पॉन्स प्रणाली तथा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रदत्त विभिन्न जनहितकारी सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिक निर्भीक होकर समय रहते सहायता प्राप्त कर सकें। अभियान के प्रथम दिन आज दिनांक 22.12.2025 को जनपद के विभिन्न भीड़-भाड़ वाले एवं सार्वजनिक स्थलों पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस क्रम में थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत रेलवे स्टेशन गोण्डा, गुरूनानक चौक तथा थाना को0 कर्नलगंज क्षेत्रान्तर्गत कस्बा कर्नलगंज (रामलीला मैदान के पास) पर जन-जागरूकता अभियान प्रभावी रूप से संचालित किया गया। इस अभियान में यू0पी0-112 मुख्यालय के 03 प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों के साथ-साथ प्रचार-प्रसार दल के कुल 11 सदस्य शामिल रहे, जिनमें उद्घोषक दल, नुक्कड़ नाटक दल एवं एलईडी वैन दल सम्मिलित थे। प्रचार-प्रसार दल द्वारा एलईडी वैन के माध्यम से दृश्य-श्रव्य संदेशों का प्रसारण किया गया तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आम नागरिकों को यह बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति-जैसे अपराध, दुर्घटना, महिला उत्पीड़न, स्वास्थ्य आपातकाल, आगजनी अथवा अन्य संकट की स्थिति में यू0पी0-112 पर कॉल कर किस प्रकार त्वरित सहायता प्राप्त की जा सकती है। अभियान के दौरान उपस्थित पुलिस कर्मियों द्वारा आमजन को यू0पी0-112 की कॉलिंग प्रक्रिया, रिस्पॉन्स टाइम, कॉल करने पर प्राप्त होने वाली सहायता, कॉलर की गोपनीयता तथा पुलिस की तत्परता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही नागरिकों को पम्पलेट वितरित कर यू0पी0-112 की सेवाओं, आपात स्थिति में सही सूचना देने के तरीके तथा अफवाहों से बचने के प्रति भी जागरूक किया गया। जन-जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आम नागरिकों, दुकानदारों, राहगीरों एवं स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा यू0पी0-112 से संबंधित जानकारी प्राप्त की। नागरिकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का मौके पर ही समाधान किया गया तथा उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस सदैव उनकी सुरक्षा एवं सेवा के लिए तत्पर है।
उक्त अभियान का उद्देश्य जनपद के प्रत्येक नागरिक तक यू0पी0-112 की जानकारी पहुँचाना, पुलिस एवं जनता के बीच विश्वास को और अधिक मजबूत करना तथा आपात स्थितियों में त्वरित पुलिस सहायता को सुनिश्चित करना है। अभियान के द्वितीय दिन भी जनपद के थाना नवाबगंज, वजीरगंज व मनकापुर पर इसी प्रकार जन-जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी करनैलगंज श्री राजेश कुमार सिंह, प्र0नि0 को0 नगर, प्र0नि0 को0 कर्नलगंज, प्रभारी यू0पी0 112 सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
माघ मेला आपदा प्रबधन के उद्देश्य से महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय संगोष्ठी सह टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन
26 जनपदो के राजस्व पुलिस अग्निशमन एवं आपात सेवाएं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अधिकारी कर रहे प्रतिभाग

भीड़ प्रबन्धन योजना बनाते समय खतरे जोखिम नीति योजना एवं परिस्थितियो को समझना आवश्यक

सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एस्सरसाइज कार्यशाला अन्तर-विभागीय समन्वय एवं त्वरित निर्णय-क्षमता को सुदृढ़ करने में अत्यंत सहायक होगी- उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा दिनांक 22-23 दिसम्बर 2025 को कोबरा ऑडिटोरियम न्यू कैंट जनपद प्रयागराज में भीड़ प्रबंधन तथा 03 संवेदनशील आपदाओं-डूबना शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया जा रहा है।इस दो दिवसीय आयोजन में प्रथम दिवस में टेक्निकल सेशन एवं द्वितीय दिवस में 26 जनपदो के अधिकारियो के साथ टेबल टॉप एक्सरसाइज किया जा रहा है।संगोष्ठी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी पी.वी.एस.एम ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम, (से.नि.)एवं लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत पी.एस.एम ए.वी.एस.एम.एस.एम जी.ओ. सी.मध्य भारत एरिया की अध्यक्षता में मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा मेला अधिकारी ऋषिराज पुलिस विभाग भारतीय सेना भारतीय रेलवे एन०डी०आर०एफ०.एस०डी० आर०एफ०अग्निशमन विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी तथा 26 जनपदों प्रयागराज अयोध्या फतेहपुर कौशाम्बी प्रतापगढ़, चित्रकूट बांदा महोबा झांसी जालौन ललितपुर गाजियाबाद मेरठ आगरा कानपुर नगर कानपुर देहात गोडा बहराइच श्रावस्ती बाराबंकी उन्नाव लखनऊ हरदोई फतेहपुर सीकरी शाहजहाँपुर चित्रकूट जिलो के अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०)पुलिस अधिकारी अग्निशमन अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से आपदा विशेषज्ञो द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।टेक्निकल सेशन के प्रथम सत्र में पुलिस विभाग द्वारा भीड़ की गतिशीलता जोखिम कारको और भीड़ प्रबन्धन के लिए संगठन और चुनौतियां पर केस स्टडी के बारे में प्रतिभागियो को बताया गया।प्राधिकरण द्वारा भीड़ प्रबन्धन के लिए इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्निशमन एवं आपात सेवाओं द्वारा आग की घटनाओं की रोकथाम तैयारी और प्रतिक्रिया राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा डूबने के जोखिम से बचाव एवं प्रबन्धन अभियान तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वक्ताओ द्वारा शीतलहर से बचाव की तैयारी-पूर्वानुमान आश्रय और स्वास्थ्य प्रतिक्रिया के सम्बन्ध में केस स्टडी/बेस्ट प्रैक्टिस के माध्यम से संगोष्ठी में व्याख्यान दिया गया।द्वितीय सत्र में प्रयागराज द्वारा माघ मेला हेतु भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत की गयी तैयारियों पर जानकारी तथा जनपद हापुड़ गौतमबुद्ध नगर गोरखपुरएवं मथुरा के अपर जिलाधिकारी/पुलिस विभाग के अधिकारियो द्वारा जनपद में भीड़ प्रबन्धन की तैयारियो एवं केस स्टडी पर चर्चा किया गया।

विशेष उद्बोधन में ऑनलाइन मोड से जुड़े।

पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश राजीव कृष्ण ने कहा कि भीड़ प्रबन्धन केवल कानून-व्यवस्था का विषय नही बल्कि यह बहु-विभागीय समन्वय वैज्ञानिक योजना जोखिम आकलन तथा त्वरित निर्णय क्षमता पर आधारित एक समग्र प्रक्रिया है।जनसंख्या के दृष्टि से प्रदेश में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक एवं खेल-कूद आदि कार्यक्रमो के आयोजन में भीड़ प्रबंधन एक चुनौती पूर्ण कार्य है। यूपीएसडीएमए द्वारा सभी स्टेकहोल्डर को एक मंच पर लाना और विशेषकर माघ मेला के दौरान भीड़ प्रबंधन तथा अन्य संवेदनशील आपदाओं जैसे- डूबना, शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर संगोष्टी सह टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारियों के लिए लाभकारी होगा।बैठक को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष योगेन्द्र डिमरी ने बताया कि प्रदेश में भीड़ प्रबन्धन और आपदा प्रबंधन के शमन के उपाय प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण और हितधारको की सहभागिता बहुत आवश्यक है। भीड़ प्रबंधन योजना बनाते समय खतरे जोखिम और नाजुकता का महत्त्व समझना बहुत आवश्यक है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित होने वाले बड़े धार्मिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक आयोजनों में जनसुरक्षा सुनिश्चित करना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम नीति, योजना एवं फील्ड-स्तर पर कार्यान्वयन के बीच समन्वय को सुदृढ़ करने का प्रभावी मंच प्रदान करता है। तकनीकी सत्रों के माध्यम से भीड़ की गतिशीलता जोखिम आकलन इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्नि सुरक्षा डूबने की घटनाओं में बचाव तथा शीतलहर से निपटने हेतु स्वास्थ्य-आधारित तैयारियों पर आधारित केस-स्टडी एवं बेस्ट प्रैक्टिस प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि यह सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज प्रदेश के सभी 26 जनपदो में आपदा प्रबन्धन की तैयारी प्रतिक्रिया क्षमता और विभागीय समन्वय को मज़बूत करने की दिशा में एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पहल है साथ ही उन्होंने कहा कि इस विषय पर माक अभ्यास करने की भी आवश्यकता है जिससे सभी जनपद स्तरीय कार्य करने वाले अधिकारीयों को अधिक जागरूकता किया जा सके। सभी विभागो और जनपदो के अधिकारियो से अपेक्षा है कि वे पूर्ण मनोयोग तत्परता और टीम भावना के साथ इसमें भाग लेकर प्रदेश की आपदा प्रबन्धन प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ एवं सक्षम बनाएं।अपर पुलिस आयुक्त डॉ अजय पाल ने बताया कि माघ मेला के दृष्टिगत सभी सम्भावित परिस्थितियों का आंकलन कर लिया गया है तथा मेले के दौरान श्रद्धालुओ की सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।उन्होने यह भी बताया की विभिन्न मार्गो से आने वाले यात्रियो हेत पार्किंग स्थल एवं ट्रैफिक प्लान को यात्रियो की सुविधा के अनुसार बनाया गया है।उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत सभी पाण्टुन पुलों के दोनों तरफ चौकियाँ बनायी जाएंगी जिससे की किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।उक्त संगोष्ठी का संचालन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार कर्नल संदीप मेहरोत्रा द्वारा किया गया एवं समन्वय प्रवीण किशोर प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग)तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा किया जा रहा है।
अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में न हो सम्मिलित-जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रो की नामावलियो के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो के साथ बैठक

एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित ई0सी0आई0 पोर्टल पर उपलब्ध

राजनैतिक दलो के प्रतिनिधि पोर्टल पर उपलब्ध सूची का अवलोकन स्वयं यदि कोई विसंगति हो तो उसे दूर कराये

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो की उपस्थिति में विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियो का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के अन्तर्गत हो रहे एएसडी मतदाताओ के पुर्नसत्यापन व मैपिंग के कार्यो की प्रगति एवं गतिविधियो के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।जिलाधिकारी ने कहा कि बीएलओ के द्वारा बनायी गयी मतदाताओं की एएसडी लिस्ट को आप सभी लोगो के साथ साझा किया गया है यदि कोई व्यक्ति गलती से एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो उसे अभी 26 दिसम्बर तक रोलबैक कराया जा सकता है अन्यथा सम्बंधित मतदाता का नाम ड्राफ्ट प्रकाशन की लिस्ट में सम्मिलित नही होगा।अतः आपसे अनुरोध है कि आपके द्वारा नियुक्त बीएलए पूरे डेडीकेशन के साथ लग कर बीएलओ का सहयोग करे जिससे कोई भी पात्र मतदाता छूटने न पाये।जिलाधिकारी ने बताया कि बीएलओ के द्वारा मृतक पूर्ण रूप से स्थानातरित डुप्लीकेट/आल रेडी इनरोल्ड अनुपस्थित एवं अन्य मतदाताओ को चिन्हित कर बनायी गयी एएसडी लिस्ट को आप सभी राजनैतिक दलो के द्वारा नियुक्त बीएलए के साथ साझा किया गया है और सभी बूथो पर चस्पा भी कराया गया है और एएसडी मतदाताओ की मतदेय स्थलवार सर्चेबल फार्मेट पर यदि किसी व्यक्ति का नाम बीएलओ के द्वारा एएसडी लिस्ट में गलत चिन्हित कर लिया गया है तो वह अपना नाम सम्बंधित बीएलओ अथवा ईआरओ से सम्पर्क कर रोलबैक करा सकता है।जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि अभी एएसडी वोटर्स पर विशेष फोकस कर उन्हें ढूढंने का प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने सभी मतदाताओ से अनुरोध है कि अपने-अपने बूथों पर जाकर अपना नाम एएसडी लिस्ट में चेक कर ले यदि किसी गलती से उनका नाम एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो वह अपना नाम रोलबैक करा ले। बताया कि कुल 30,31,144 (86.15 प्रतिशत)मतदाताओ का डिजिटाइजेशन के अनुसार मैपिंग का कार्य दिनांक 22 दिसम्बर के अपरान्हन 02ः00 बजे तक पूर्ण कर लिया गया है।बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के ई0सी0आई0 नेट पोर्टल पर एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित डाउनलोड करने हेतु आप्शन उपलब्ध करा दिया गया है।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से सूची का अवलोकन स्वयं एवं अपने बीएलए के माध्यम से करवाने के लिए कहा है जिससे कि कोई विसंगति पायी जाती है तो तत्काल सक्षम अधिकारी को अवगत कराते हुए उसे सही कराया जा सके।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से कहा कि बीएलओ के पास फार्म-6 उपलब्ध करा दिए गए है जिन लोगो ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया है लेकिन अभी तक उनका नाम वोटर लिस्ट में नही है या ऐसे लोग जो अर्हता तिथि 01.01.2026 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे है या ऐसे मतदाता जो पूर्व में मतदाता थे लेकिन किन्ही कारणो से मतदाता सूची में उनका नाम नही है तो वह सभी फार्म-6 भरकर जमा कर सकते है ऐसे सभी मतदाताओ का नाम 28 फरवरी 2026 के फाइनल ड्राफ्ट रोल में आ जायेगा।नए वोटर्स बनाये जाने का अभियान भी चलाया जा रहा है।उन्होने सभी प्रतिनिधियोे से इस अभियान में सहयोग करने के लिए एवं बीएलओ से सम्पर्क कर फार्म-6 अनुलग्नक-4 सहित घोषणापत्र के साथ बीएलओ को उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियो से अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट को और अधिक सक्रिय करने और व सम्बंधित बीएलओ से एएसडी लिस्ट को अवश्य रिसीव कर ले और लिस्ट का अवलोकन कर लिस्ट में सम्मिलित लोगो को टेस करने में बीएलओ को अपना सहयोग प्रदान करे।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे सभी एएसडी लिस्ट में चिन्हित मतदाताओ का सर्वे कराकर अपने स्तर से भी पुष्टि अवश्य कर ले यदि किसी भी मतदाता का एएसडी लिस्ट में गलत अंकन हो गया है तो उसका रोलबैक अवश्य करा ले। कोई भी पात्र मतदाता एएसडी लिस्ट में सम्मिलित न रहे।इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा राजनैतिक दलो के प्रतिनिधिगण एवं निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कवित्री चित्रा श्रीवास्तव की दो कृतियो मेरा मन वृंदावन तथा दुलहिन दूलहु का भव्य लोकार्पण

चित्रा एक अलग अलौकिक दृष्टि एवं कल्पना की रचनाकार-कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा

संजय द्विवेदी प्रयागराज।ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में कवयित्री चित्रा विशाल श्रीवास्तव की काव्य कृतियो- ‘मेरो मन वृन्दावन’एवं‘दुलहिन दूलहु’—का लोकार्पण प्रयागराज स्थित ब्लू बेल स्कूल करेली सभागार में सुप्रसिद्ध अकादमी चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।अध्यक्षीय सम्बोधन में कुशवाहा ने कहा कि दोनों पुस्तकों में राधा कृष्ण के अलौकिक प्रेम का सजीव चित्रण हुआ है स्वर कोकिला कवित्री चित्रा श्रीवास्तव ने‘मेरो मन वृन्दावन’में रसिक भक्त के हृदय में उठते वियोग व संयोग के भावों को गीत-पदो के माध्यम से अभिव्यक्त किया है वही दुलहिन दूलहु’में श्यामा- श्याम के मध्य घटित सुन्दर लीलाओ का काव्यमय चित्रण किया है।दोनों कृतियो की विशेषता यह है कि इनमें भावानुसार उपयुक्त चित्रो का समावेश है।उल्लेखनीय है कि चित्रा जी की यह ग्यारहवीं पुस्तक है।सर्वप्रथम अतिथियो ने दीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पश्चात ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र पुष्पदान प्रदान कर सम्मानित किया।मुख्य अतिथि के रूप में राघवेन्द्र बहादुर सरल व सरला श्रीवास्तव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियो में कल्पना वर्मा जया मोहन एवं विजय लक्ष्मी विभा शामिल रही मुख्य वक्ता में भगवान प्रसाद उपाध्याय रहे। संचालन प्रो.रवि कुमार मिश्र ने किया।ब्लू बेल स्कूल के प्रबन्धक संदीप कुशवाहा के अतुलनीय सहयोग से यह कार्यक्रम से सम्पन्न हुआ।अन्य वक्ताओ में कल्पना वर्मा जया मोहन मिली संजय इं. रंजन पाण्डेय पंडित राकेश मालवीय मुस्कान अजित श्रीवास्तव एवं अन्नू श्रीवास्तव ने आध्यात्मिक पक्ष एवं चित्रमय प्रस्तुति को विशेष रूप से सराहा।ओहरिओ की ओर से अदिति श्रीवास्तव एवं चित्रा विशाल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियो साहित्य प्रेमियो एवं उपस्थित जनो का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन प्रभंजन त्रिपाठी द्वारा किया गया।इस अवसर पर साहित्यकार अनु श्रीवास्तव डॉ.अरविंद मालवीय मुक्तक सम्राट पाल प्रयागी शरद श्रीवास्तव राघवेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव प्रभंजन त्रिपाठी मधुरिमा शर्मा चेतना सिंह चितेरी डॉ.मंजू प्रकाश शैलेन्द्र जय ऋतु पाण्डेय अदिति श्रीवास्तव सुयश श्रीवास्तव विवान शिवाय श्रीवास्तव श्रिया आदिल खां की गरिमामयी उपस्थिति रही।
खेलो प्रयागराज महापौर कप का इस बार का भी आयोजन भव्य और दिव्य होगा-महापौर गणेश केसरवानी।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।नगर निगम मुख्यालय सिविल लाइंस के हाल में महापौर कप 2025 की बैठक महापौर गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में सभी खेल सघो के साथ बैठक सम्पन्न हुई जिसमें महापौर ने सभी खेलो को कराने की स्वीकृति 25/12/2025 से 6/1/2026 तक कराने की मंजूरी प्रदान की महापौर ने कहा इस खेल महोत्सव की तैयारियो को अंतिम रूप दिया गया इस प्रतियोगिता में विभिन्न खेलो के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे जिससे शहर की खेल संस्कृति में एक नई ऊर्जा आएगी यह भी बताया दिनांक 25.12.25 को दोपहर 3:00 बजे मदन मोहन मालवीय स्टेडियम कम्पनी बाग में इस खेल का शुभारम्भ होगा जिसमें प्रदेश के बड़े नेता उपस्थित होकर इस खेल का शुभारम्भ करेगे और 06.1.26 को इसी स्टेडियम में ही खेलो प्रयागराज महापौर कप का समापन होगा।इसके प्रचार के लिए शहर में खिलाड़ियो द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिससे लोगो को खेल से भावना जुड़े और खेल कार्यक्रम से पहले एक जागरूकता रैली निकाली जाएगी।

इस बैठक में अपर नगर आयुक्त राजीव शुक्ला पार्षद आशीष द्विवेदी पंकज जायसवाल सुनीता चोपड़ा खेल से के बी काला आर एस वेदी कुलदीप सिंह उज्ज्वल सिंह शील ओझा और खेलगांव पब्लिक स्कूल के चेयरमैन अनिल मिश्रा के टीम सदस्य प्रदीप तिवारी नीरज शर्मा आदि मौजूद रहे।

जिसमें निम्नलिखित खेल सम्मिलित होंगे-एथलेटिक पैरा एथलीट बैडमिंटन बास्केटबॉल बॉक्सिंग चेस क्रिकेट फुटबॉल हैंडबॉल हॉकी जूडो कबड्डी खो खो लॉन टेनिस रोइंग स्केटिंग टेबल टेनिस ताइक्वांडो वॉलीबॉल कयाकिंग और कैनोइंग कराटे ।
माघ मेला 2025 की तैयारियों को लेकर प्रयागराज में संगोष्ठी व टेबल-टॉप एक्सरसाइज, डीजीपी राजीव कृष्ण ने भीड़ प्रबंधन और आपदा तैयारी पर दिया जोर
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) द्वारा आगामी माघ मेला 2025 की तैयारियों के दृष्टिगत प्रयागराज में एक संगोष्ठी एवं टेबल-टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य माघ मेले के दौरान भीड़ के प्रभावी प्रबंधन, डूबने की घटनाओं की रोकथाम, शीत लहर तथा अग्नि दुर्घटनाओं जैसी संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा और सुदृढ़ीकरण करना रहा।इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहभागिता करते हुए प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधन दिया।

संगोष्ठी की शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (UPSDMA) के वाइस चेयरमैन श्री योगेन्द्र डिमरी, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के उद्घाटन संबोधन से हुई। उन्होंने माघ मेला जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों में आपदा प्रबंधन की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

कुंभ और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े जनसमूह आयोजन

अपने संबोधन में डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि कुंभ मेला और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े सार्वजनिक जनसमूह आयोजनों (Public Gathering Events) में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन आयोजनों में कुछ ऐसे विशेष स्नान पर्व होते हैं, जब एक ही समय और एक ही स्थान पर श्रद्धालुओं की संख्या अत्यधिक बढ़ जाती है, जिससे भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन जाता है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनौती केवल भीड़ की संख्या तक सीमित नहीं होती, बल्कि उसकी निरंतर बदलती और गतिशील प्रकृति भी प्रशासन और पुलिस के लिए गंभीर चुनौती पैदा करती है।

एक साथ कई जोखिमों से निपटने की जरूरत

डीजीपी ने कहा कि माघ मेला जैसे आयोजनों में—
उच्च घनत्व वाली भीड़
नदी और संगम क्षेत्र से जुड़े डूबने के जोखिम
शीत लहर का प्रभाव
अग्नि दुर्घटनाओं की संभावना
यातायात, ट्रैफिक और पार्किंग की जटिलताएं
ये सभी समस्याएं एक साथ उत्पन्न होती हैं, जिनसे निपटने के लिए समग्र, समन्वित और बहुआयामी रणनीति की आवश्यकता होती है।

प्रतिक्रिया नहीं, अब पूर्वानुमान आधारित व्यवस्था जरूरी

पुलिस महानिदेशक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि अब आपदा प्रबंधन का दृष्टिकोण केवल घटना के बाद प्रतिक्रिया देने तक सीमित नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान आधारित, योजनाबद्ध और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित करना समय की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि भले ही अलग-अलग विभाग अपनी-अपनी तैयारियां करते हों, लेकिन किसी भी आपात स्थिति में इन सभी तैयारियों को एकीकृत, समन्वित और समयबद्ध प्रतिक्रिया में बदलना अत्यंत आवश्यक है।

प्रवेश-निकास और स्नान घाटों पर विशेष फोकस

डीजीपी राजीव कृष्ण ने माघ मेले की सफलता के लिए—प्रवेश और निकास मार्गों की वैज्ञानिक योजना,स्नान घाटों पर भीड़ की आवाजाही का संतुलित प्रबंधन,माइक्रो-क्राउड की निरंतर निगरानी को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी भीड़ इकाइयों पर नजर रखकर बड़ी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

SDRF अब सिर्फ बैकअप नहीं

अपने संबोधन में डीजीपी ने कहा कि एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) अब केवल एक बैकअप बल नहीं रह गया है, बल्कि भीड़ सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की ऑपरेशनल व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ ने पूर्व आयोजनों में अपनी उच्च दक्षता और पेशेवर क्षमता का सफल प्रदर्शन किया है।

अग्नि, शीत लहर और डूबने की घटनाओं पर सख्त सतर्कता

अग्नि दुर्घटना, शीत लहर और डूबने से संबंधित खतरों पर चर्चा करते हुए डीजीपी ने कहा कि इन सभी संभावित जोखिमों से निपटने के लिए—

विभागों के बीच सतत समन्वय,

प्रभावी संचार व्यवस्था,

त्वरित और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया तंत्र

अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि पूर्व अनुभवों के बावजूद किसी भी स्तर पर आत्मसंतोष या शिथिलता नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हर दिन नई परिस्थितियां और नई चुनौतियां सामने आती हैं।

प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों की मौजूदगी

संगोष्ठी के दौरान कई वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख रूप से—

लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत, जीओसी मध्य भारत, जबलपुर

अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन श्री संजीव गुप्ता

मंडलायुक्त प्रयागराज श्रीमती सौम्या अग्रवाल

श्री प्रवीण किशोर, परियोजना समन्वयक (प्रशिक्षण), यूपी एसडीएमए

श्री अनिमेष सिंह, सीएफओ माघ मेला प्रयागराज

श्री संतोष कुमार, 2IC, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ, वाराणसी

डीडीएमए प्रयागराज, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, वाराणसी

श्री संदीप मेहरोत्रा, कर्नल (सेवानिवृत्त), वरिष्ठ सलाहकार यूपी एसडीएमए

शामिल रहे।

तैयारियों को और मजबूत बनाएगी संगोष्ठी

अंत में डीजीपी राजीव कृष्ण ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार की संगोष्ठियां और टेबल-टॉप एक्सरसाइज प्रशासन और पुलिस की तैयारियों को और अधिक मजबूत बनाएंगी तथा माघ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और विश्वास सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएंगी।उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि माघ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से सफल हो, बल्कि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के मानकों पर भी एक आदर्श आयोजन बने।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।