झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
अवैध खनन करने पर पोकलैंड की बरामद


फर्रुखाबाद l जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध खनन एवं परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण हेतु चेकिंग अभियान के दौरान बुधवार को सुबह थाना अमृतपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम आसमपुर खनन पट्टा क्षेत्र पर खनन अधिकारी द्वारा औचक छापेमारी की गई। मौके एक पोकलैंड खनन स्थल खनन करते पाई गई। खनन स्थल ग्राम मांझा की मड़ई ग्राम आसमपुर मे किया जा रहा था जिसकी खनन पट्टे से दुरी लगभग 420m है। पोकलैंड को थाना अमृतपुर की अभिरक्षा मे दिया गया है।
प्रयागराज में संत कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का ऐतिहासिक अनावरण। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से साकार हुई एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण क्षण रहा जब प्रयागराज के जंक्शन के सामने चौराहे पर महान सन्त कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का भव्य अनावरण उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा अपने कर- कमलो से किया गया।यह अनावरण पहली बार प्रयागराज में सम्पन्न हुआ जिसने उत्तर एवं दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक वैचारिक एवं भाषाई एकता को एक नया आयाम दिया।इस अवसर पर आयोजित काशी–तमिल संगमम कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षिण भारत से पधारे 275 तमिल अतिथि प्रयागराज नगर निगम एवं नगरवासियो द्वारा मिले आत्मीय आतिथ्य और सम्मान से अत्यन्त गदगद एवं भावविभोर नजर आए।अतिथियो ने इसे अपने संत कवि के प्रति प्राप्त ऐतिहासिक सम्मान बताया और प्रयागराज को सदा स्मरणीय बताया।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी के नेतृत्व में प्रयागराज नगर निगम द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में प्रयागराज के1,000 से अधिक स्थानीय नागरिको की भी सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन के दौरान उत्तर और दक्षिण भारत की भाषाओ संस्कृति एवं परम्पराओ का अनुपम संगम देखने को मिला।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा - कि संत कवि तिरुवल्लुवर की शिक्षाएँ मानवता नैतिकता और सामाजिक समरसता की अमूल्य धरोहर है।प्रयागराज जैसी सांस्कृतिक नगरी में उनकी मूर्ति का अनावरण राष्ट्र की एकात्मता को और अधिक मजबूत करेगा।ऐसे आयोजन एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त बनाते है।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि प्रयागराज सदैव से ज्ञान आस्था और संस्कृति की भूमि रही है। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से तमिल अतिथियो का स्वागत करना नगर निगम प्रयागराज के लिए गौरव का विषय है।संत कवि तिरुवल्लुवर जी की मूर्ति आने वाली पीढ़ियो को नैतिक मूल्यो एवं राष्ट्रीय एकता की प्रेरणा देती रहेगी।कार्यक्रम में विधायकगण पार्षदगण प्रयागराज तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।पूरे आयोजन के दौरान हिन्दी एवं तमिल भाषाओ का भावनात्मक समन्वय देखने को मिला जिसने भाषाई विविधता में एकता का संदेश दिया।संस्कृति भाषा विचार और राष्ट्रबोध का यह ऐतिहासिक संगम प्रयागराज के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वी के सिंह विधायक दीपक पटेल गुरु प्रसाद मौर्य विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिलाध्यक्ष महानगर संजय गुप्ता गंगापार निर्मला पासवान यमुनापार राजेश शुक्ला क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चन्द्र गुप्ता प्रयागराज चीफ वार्डन अनिल गुप्ता अन्नू महिला आयोग की सदस्या गीता विश्वकर्मा वरिष्ठ समाजसेवी राम जी केसरवानी नगर निगम कार्यदायी सस्था सीएनडीएस के अधिशासी अभियंता रोहित राणा पार्षद गुण सुनीता दरबारी किरण जयसवाल राजू शुक्ला कुसुम लता गुप्ता नीरज गुप्ता सुनीता चोपड़ा रणविजय सिंह डब्बू मयंक यादव सुरेन्द्र यादव सियाराम मौर्य आशीष गुप्ता अशोक सिंह राकेश बहादुर सिंह लल्ले सिंह गिरी शंकर प्रभाकर वरुण केसरवानी अपूर्वा चन्द्रा गौरव गुप्ता बीरू सोनकर आभा मधुर गिरीजेश मिश्रा राजन शुक्ला विवेक अग्रवाल हरीश केसरवानी अमर सिंह हिमालय सोनकर अरुण चौहान अमित गुप्ता विजय सिंह रोहित विश्वकर्मा मनोज मिश्रा रॉबिन साहू जयवर्धने त्रिपाठी मुकेश जोशी राजेश मिश्रा आदि पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिकगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए तैयारियो का लिया जायजा.कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को माघ मेलाधिकारी ऋषिराज के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मेले की बसावट हेतु की जा रही तैयारियो का जायजा लिया तथा सम्बंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने आचार्य बाड़ा दण्डीबाड़ा खाकचौक सहित अन्य क्षेत्रो एवं ओल्ड जीटी मार्ग का निरीक्षण किया और वहां पर चल रहे समतलीकरण सड़क बनाने हेतु चकर्ड प्लेट बिछाने विद्युतीकरण पेयजल आपूर्ति व सीवर लाइन बिछाने का कार्य विद्युत विभाग की एचटी व एलटी लाइन खीचने का कार्य एवं घाटो के निर्माण एवं उनके कटाव निरोधक कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यो की भौतिक प्रगति का जायजा लिया।उन्होने पीडब्लूडी विद्युत जल निगम स्वास्थ्य विभाग के सम्बंधित अधिकारियो को मैनपॉवर शिफ्ट व आवश्यक संसाधन बढ़ाकर कार्य की प्रगति में तेजी लाये जाने एवं सभी व्यवस्थाये शीघ्रता से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है।तत्पश्चात जिलाधिकारी ने नागवासुकी मंदिर के सामने नाले के पानी की जिओट्यूब के माध्यम से शोधन हेतु की जा रही व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने निर्देश दिए है।इस अवसर पर डीसीपी टैफिक नीरज कुमार पाण्डेय अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद उपजिलाधिकारी विवेक शुक्ला अभिनव पाठक अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी सुरेन्द्र कुमार अधिशासी अभियंता जल निगम आशुतोष सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
विज्ञान व कला प्रदर्शनी में छात्राओ ने दिखाया नवाचार, अतिथियों ने की सराहना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत कौंधियारा क्षेत्र के बाल विद्या मंदिर इंटर कालेज करमा में विद्यार्थियों के भीतर वैज्ञानिक दृष्टिकोण नवाचार और रचनात्मक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओ विशेषकर छात्राओं ने विज्ञान व कला से जुड़े आकर्षक और ज्ञानवर्धक मॉडलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक आकाश मिश्र ने किया।प्रदर्शनी में एआई रोबोट इलेक्ट्रोलिसिस ऑफ वाटर माइक्रोस्कोप सिंधु घाटी सभ्यता भारतीय त्योहार ज्वालामुखी मानव नेत्र जल शुद्धिकरण प्रणाली प्रकाश संश्लेषण सोलर सिस्टम और रक्त परिसंचरण तंत्र जैसे विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए गए।विद्यार्थियो ने मॉडलों की कार्यप्रणाली और वैज्ञानिक महत्व को सरल भाषा में समझाया जिसे देखकर अतिथि व अभिभावक काफी प्रभावित हुए।निरीक्षण के दौरान मुख्य अतिथि आकाश मिश्र ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां बच्चों में वैज्ञानिक सोच जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ाती है।मॉडल आधारित शिक्षा से बच्चों की व्यावहारिक समझ मजबूत होती है और उनमें आत्मविश्वास का विकास होता है।इस अवसर पर इंदिरा गांधी इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य अमित पाण्डेय ने कहा कि आज का युग विज्ञान और तकनीक का युग है तथा भारतीय वैज्ञानिको ने विश्व पटल पर देश का नाम रोशन किया है।विद्यालय की प्रधानाचार्या सबा खान ने कहा कि विज्ञान व कला गतिविधियां बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।विद्यालय के प्रबंधक पीके त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय व्यवहारिक और नवाचारी शिक्षा के लिए निरन्तर प्रयासरत है।प्रदर्शनी में शाहिदा किरमानी सुमन विकास यादव सोहा आफरीदा आमिल वसुधा एसके विंद सहित विद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
भ्रष्टाचारी पर मेहरबान बने बीएसए की मनमानी से बढ़ने लगा है आक्रोश
महिला शिक्षिका को सुदूर स्कूल पर संबद्ध करने को लेकर शिक्षिकाओं में आक्रोश

मीरजापुर। भ्रष्टाचार में संलिप्त शिक्षक पर मेहरबान बने जिले के बीएसए की मनमानी को लेकर शिक्षकों में आक्रोश देखा जाने लगा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा द्वारा कम्पोजिट स्कूल घाटमपुर के मामले में सिर्फ प्रधानाध्यापक की शिकायत पर बिना स्थलीय निरीक्षण किए और स्पष्टीकरण लेने के बाद भी महिला शिक्षिका मधुलिका देवी को दोषी पाकर उसे नारायणपुर ब्लॉक से मड़िहान ब्लॉक के सुदूर स्कूल पर संबद्ध कर दिया गया। एक महिला होने के बावजूद यह नहीं सोचा गया कि उसे सुदूर ब्लॉक के स्कूल पर क्यों संबद्ध किया गया, जबकि वही उसी ब्लॉक में वित्तीय अनियमितिता,भ्रष्टाचार, भवन निर्माण में हेराफेरी, आधार बनाने में अवैध वसूली, महिला शिक्षिकाओं से बदसलूकी इत्यादि मामले में तथा जिलाधिकारी द्वारा गठित त्रिस्तरीय जांच समिति की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद भी अभी तक उन्हें उसी नारायणपुर ब्लॉक के मुख्यालय पर सम्बद्ध किया जाना समझ से परे है। इस मामले में पैसा और रसूख का उपयोग साफ़ साफ़ दिख रहा है। बता दें कि धीरज सिंह निलंबन के पश्चात छः माह के बाद भी कार्यालय खंड शिक्षा अधिकारी नारायणपुर कार्यालय को संभाल रहे हैं। यही नहीं बाकायदा विभागीय ग्रुप में संदेशों को भेज रहे हैं। बीईओ के साथ स्कूल-स्कूल जाकर अपना रसूख झाड़ते फिर रहे हैं। जबकि दूसरे शिक्षकों के साथ जिला बेसिक अधिकारी का अन्यायपूर्ण व्यवहार शिक्षकों के समझ से परे दिखाई दे रहा है।
तीन दिवसीय निःशुल्क बाल योग संस्कारशाला का भव्य समापन
मीरजापुर। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में नगर के कजरहवा पोखरा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में चल रहे तीन दिवसीय निउशुल्क बाल योग संस्कारशाला के समापन अवसर पर राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने बच्चों को प्राणायाम और का विशेष का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। योग गुरु ने बच्चों को भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए कहा इसका अभ्यास करने से मनुष्य के समस्त कफ रोग, सांस रोक, दमा रोग, अस्थमा रोग जैसी समस्याओं का समाधान होता है और साथ ही उनका अतः करण पवित्र होता है। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को कपालभारती, अनुलोम विलोम उज्जाई भ्रामरी एवं उद्दगीत आदि प्राणायाम के साथ विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए उनके लाभ के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य महिला केंद्रीय प्रभारी संगीता व्यास ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन दिनों में जो भी योग प्राणायाम आसन और ध्यान का अभ्यास आप सभी को कराया गया आप उसे सभी से अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन को पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं निरोग बनाएं क्योंकि योग ही स्वस्थ जीवन का उपाय है दूसरा कोई नहीं। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रबंधक रतन जॉनसन ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहां कि योग ही जीवन का एक आधार है , जो कि मानव को मानवीय गुणों से परिचित कराते हुए उन्हें मनुजता का बोध करा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरुओं को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी युवा भारत प्रवीण मौर्या ने अपने कुशल संचालन में कार्यक्रम को भव्य तरीके से सम्पन्न कराया। योग संस्कारशाला कार्यक्रम में किरण पांडे, प्रीति श्रीवास्तव, मुकेश मिश्रा, ममता यादव, डिंपल पाल, प्रीति गुप्ता, प्रिया श्रीवास्तव, सर्वजीत यादव, शबाना अख्तर के साथ साथ बच्चों में प्रतीक्षा, शिवम, दीपांशु, भावना, शालिनी, संस्कृति संस्कार काव्या विधि, प्रियल, शिवांशी, वैष्णवी, राजलक्ष्मी, अदिति, शिवानी, वेद, आर्यन, रितिका संग आदि बच्चों ने समापन सत्र में हिस्सा लिया।
सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान का 33 वाँ जत्था सदर प्रखंड के दीपूगड़ा लाखे देवी मंडप के वार्ड नंबर 10 से हुए रवाना

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल द्वारा शुरू किए गए महत्वाकांक्षी "सांसद तीर्थ दर्शन" महाअभियान के तहत तीर्थयात्रियों का 33 वां जत्था बुधवार को सदर विधानसभा क्षेत्र के सदर प्रखंड के लाखे वार्ड 10 से धूमधाम से रवाना हुआ। इस पुनीत कार्य से सांसद मनीष जायसवाल के प्रयास को जबरदस्त समर्थन मिला और यहां आस्था का विशाल जन सैलाब उमड़ा। लोगों ने बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ तीर्थ यात्रियों के रवानगी के अवसर पर उनके साथ कदमताल करते हुए भक्तिभाव से नगर में पदयात्रा निकाला और स्थानीय देवी मंडप में आशीर्वाद लेकर तीर्थ यात्रियों के कुशलता की कामना के साथ उन्हें चार धाम यात्रा के लिए रवाना किया। इस यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में भी जबरदस्त उत्साह देखा गया।लाखे के वार्ड 10 से शुरू हुई इस पावन यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह, विशिष्ट अतिथि कारण जायसवाल,जिला सांसद प्रतिनिधि अजय शाहू,सदर विधानसभा सांसद प्रतिनिधि किशोरी राणा,मांडू के सांसद प्रतिनिधि खोखा सिंह,नगर पूर्वी के सांसद प्रतिनिधि दीपू यादव,नगर पश्चिमी सांसद प्रतिनिधि लब्बू गुप्ता, जिला सह सांसद प्रतिनिधि रेणुका साहू,विशेषांक वर्मा, जुगनू सिंह, रोहित राम,सहित भाजपा के कई स्थानीय गणमान्य नेताओं यात्रियों को पुष्प वर्षा करके रवाना किया। इस अवसर पर , सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी,विक्रमदिल,आदर्श यादव, आदर्श कुमार, सुभाष कुमार,अमन कुमार, धर्मेंद्र कुमार,लेखराज यादव, संतोष गुप्ता,सहित दर्जनों गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित होकर तीर्थयात्रियों पर पुष्प वर्षा कर उन्हें चार धाम वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज और अयोध्या दर्शन के लिए विदा किया ।

भक्ति और उत्साह का दिखा अदभुत संगम - भक्तिभाव में लीन सभी यात्रियों ने सांसद मनीष जायसवाल के इस अनूठे प्रयास की तहे दिल से सराहना की और आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों ने ढोल-तासे के साथ पुष्प-वर्षा कर यात्रियों को यात्रा के लिए शगुन करके रवाना किया, जिससे एक उत्सव का माहौल बन गया।  

जत्थे में 65 तीर्थयात्री हैं शामिल: ये सभी श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों वाराणसी, प्रयागराज (संगम), अयोध्या और विंध्याचल के दर्शन के लिए प्रस्थान किए हैं।

आइसा और समाजवादी छात्र सभा के प्रतिनिधिमंडल ने पीएचडी एडमिशन के साक्षात्कार में समान अवसर और सभी विभागों में समान प्रक्रिया बहाल करने के लिए ज्ञ
-यूजीसी के मानक अनुसार ओन्ली पीएचडी अभ्यर्थी को भी साक्षात्कार के लिए अवसर देने की मांग की।

प्रयागराज। आइसा और समाजवादी छात्रसभा के प्रतिनिधिमंडल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को विभिन्न विभागों में होने वाले शोध साक्षात्कार में यूजीसी द्वारा निर्धारित मानक "ओन्ली पीएचडी" को लागू करने के लिए ज्ञापन दिया। विश्वविद्यालय के कई विभागों में कट ऑफ जारी करके ओनली पीएचडी के यूजीसी के मानक का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके कारण से बहुत से अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने का मौका नहीं मिल पा रहा है जो कि यूजीसी के नियम का उल्लंघन है। दिल्ली विश्वविद्यालय समिति कई विश्वविद्यालय में यूजीसी के इन मानकों का पालन करते हुए ओन्ली पीएचडी में क्वालीफाई अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए मौका दिया जाता है तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस नियम को क्यों नहीं लागू किया जा रहा है?. इसके साथ ही पीएचडी साक्षात्कार के लिए अलग-अलग विभागों में अलग-अलग तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है इसमें एकरूपता और समानता लाने के लिए भी ज्ञापन में मांग की गई। इस दौरान आइसा के मानवेंद्र,सुजीत,शिव तथा प्रिंस समेत समाजवादी छात्रसभा के सुधीर, अमित,आशुतोष इत्यादि शामिल रहे।
झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
अवैध खनन करने पर पोकलैंड की बरामद


फर्रुखाबाद l जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध खनन एवं परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण हेतु चेकिंग अभियान के दौरान बुधवार को सुबह थाना अमृतपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम आसमपुर खनन पट्टा क्षेत्र पर खनन अधिकारी द्वारा औचक छापेमारी की गई। मौके एक पोकलैंड खनन स्थल खनन करते पाई गई। खनन स्थल ग्राम मांझा की मड़ई ग्राम आसमपुर मे किया जा रहा था जिसकी खनन पट्टे से दुरी लगभग 420m है। पोकलैंड को थाना अमृतपुर की अभिरक्षा मे दिया गया है।
प्रयागराज में संत कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का ऐतिहासिक अनावरण। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से साकार हुई एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण क्षण रहा जब प्रयागराज के जंक्शन के सामने चौराहे पर महान सन्त कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का भव्य अनावरण उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा अपने कर- कमलो से किया गया।यह अनावरण पहली बार प्रयागराज में सम्पन्न हुआ जिसने उत्तर एवं दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक वैचारिक एवं भाषाई एकता को एक नया आयाम दिया।इस अवसर पर आयोजित काशी–तमिल संगमम कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षिण भारत से पधारे 275 तमिल अतिथि प्रयागराज नगर निगम एवं नगरवासियो द्वारा मिले आत्मीय आतिथ्य और सम्मान से अत्यन्त गदगद एवं भावविभोर नजर आए।अतिथियो ने इसे अपने संत कवि के प्रति प्राप्त ऐतिहासिक सम्मान बताया और प्रयागराज को सदा स्मरणीय बताया।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी के नेतृत्व में प्रयागराज नगर निगम द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में प्रयागराज के1,000 से अधिक स्थानीय नागरिको की भी सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन के दौरान उत्तर और दक्षिण भारत की भाषाओ संस्कृति एवं परम्पराओ का अनुपम संगम देखने को मिला।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा - कि संत कवि तिरुवल्लुवर की शिक्षाएँ मानवता नैतिकता और सामाजिक समरसता की अमूल्य धरोहर है।प्रयागराज जैसी सांस्कृतिक नगरी में उनकी मूर्ति का अनावरण राष्ट्र की एकात्मता को और अधिक मजबूत करेगा।ऐसे आयोजन एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त बनाते है।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि प्रयागराज सदैव से ज्ञान आस्था और संस्कृति की भूमि रही है। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से तमिल अतिथियो का स्वागत करना नगर निगम प्रयागराज के लिए गौरव का विषय है।संत कवि तिरुवल्लुवर जी की मूर्ति आने वाली पीढ़ियो को नैतिक मूल्यो एवं राष्ट्रीय एकता की प्रेरणा देती रहेगी।कार्यक्रम में विधायकगण पार्षदगण प्रयागराज तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।पूरे आयोजन के दौरान हिन्दी एवं तमिल भाषाओ का भावनात्मक समन्वय देखने को मिला जिसने भाषाई विविधता में एकता का संदेश दिया।संस्कृति भाषा विचार और राष्ट्रबोध का यह ऐतिहासिक संगम प्रयागराज के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वी के सिंह विधायक दीपक पटेल गुरु प्रसाद मौर्य विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिलाध्यक्ष महानगर संजय गुप्ता गंगापार निर्मला पासवान यमुनापार राजेश शुक्ला क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चन्द्र गुप्ता प्रयागराज चीफ वार्डन अनिल गुप्ता अन्नू महिला आयोग की सदस्या गीता विश्वकर्मा वरिष्ठ समाजसेवी राम जी केसरवानी नगर निगम कार्यदायी सस्था सीएनडीएस के अधिशासी अभियंता रोहित राणा पार्षद गुण सुनीता दरबारी किरण जयसवाल राजू शुक्ला कुसुम लता गुप्ता नीरज गुप्ता सुनीता चोपड़ा रणविजय सिंह डब्बू मयंक यादव सुरेन्द्र यादव सियाराम मौर्य आशीष गुप्ता अशोक सिंह राकेश बहादुर सिंह लल्ले सिंह गिरी शंकर प्रभाकर वरुण केसरवानी अपूर्वा चन्द्रा गौरव गुप्ता बीरू सोनकर आभा मधुर गिरीजेश मिश्रा राजन शुक्ला विवेक अग्रवाल हरीश केसरवानी अमर सिंह हिमालय सोनकर अरुण चौहान अमित गुप्ता विजय सिंह रोहित विश्वकर्मा मनोज मिश्रा रॉबिन साहू जयवर्धने त्रिपाठी मुकेश जोशी राजेश मिश्रा आदि पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिकगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए तैयारियो का लिया जायजा.कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को माघ मेलाधिकारी ऋषिराज के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मेले की बसावट हेतु की जा रही तैयारियो का जायजा लिया तथा सम्बंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने आचार्य बाड़ा दण्डीबाड़ा खाकचौक सहित अन्य क्षेत्रो एवं ओल्ड जीटी मार्ग का निरीक्षण किया और वहां पर चल रहे समतलीकरण सड़क बनाने हेतु चकर्ड प्लेट बिछाने विद्युतीकरण पेयजल आपूर्ति व सीवर लाइन बिछाने का कार्य विद्युत विभाग की एचटी व एलटी लाइन खीचने का कार्य एवं घाटो के निर्माण एवं उनके कटाव निरोधक कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यो की भौतिक प्रगति का जायजा लिया।उन्होने पीडब्लूडी विद्युत जल निगम स्वास्थ्य विभाग के सम्बंधित अधिकारियो को मैनपॉवर शिफ्ट व आवश्यक संसाधन बढ़ाकर कार्य की प्रगति में तेजी लाये जाने एवं सभी व्यवस्थाये शीघ्रता से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है।तत्पश्चात जिलाधिकारी ने नागवासुकी मंदिर के सामने नाले के पानी की जिओट्यूब के माध्यम से शोधन हेतु की जा रही व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने निर्देश दिए है।इस अवसर पर डीसीपी टैफिक नीरज कुमार पाण्डेय अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद उपजिलाधिकारी विवेक शुक्ला अभिनव पाठक अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी सुरेन्द्र कुमार अधिशासी अभियंता जल निगम आशुतोष सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
विज्ञान व कला प्रदर्शनी में छात्राओ ने दिखाया नवाचार, अतिथियों ने की सराहना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत कौंधियारा क्षेत्र के बाल विद्या मंदिर इंटर कालेज करमा में विद्यार्थियों के भीतर वैज्ञानिक दृष्टिकोण नवाचार और रचनात्मक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओ विशेषकर छात्राओं ने विज्ञान व कला से जुड़े आकर्षक और ज्ञानवर्धक मॉडलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक आकाश मिश्र ने किया।प्रदर्शनी में एआई रोबोट इलेक्ट्रोलिसिस ऑफ वाटर माइक्रोस्कोप सिंधु घाटी सभ्यता भारतीय त्योहार ज्वालामुखी मानव नेत्र जल शुद्धिकरण प्रणाली प्रकाश संश्लेषण सोलर सिस्टम और रक्त परिसंचरण तंत्र जैसे विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए गए।विद्यार्थियो ने मॉडलों की कार्यप्रणाली और वैज्ञानिक महत्व को सरल भाषा में समझाया जिसे देखकर अतिथि व अभिभावक काफी प्रभावित हुए।निरीक्षण के दौरान मुख्य अतिथि आकाश मिश्र ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां बच्चों में वैज्ञानिक सोच जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ाती है।मॉडल आधारित शिक्षा से बच्चों की व्यावहारिक समझ मजबूत होती है और उनमें आत्मविश्वास का विकास होता है।इस अवसर पर इंदिरा गांधी इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य अमित पाण्डेय ने कहा कि आज का युग विज्ञान और तकनीक का युग है तथा भारतीय वैज्ञानिको ने विश्व पटल पर देश का नाम रोशन किया है।विद्यालय की प्रधानाचार्या सबा खान ने कहा कि विज्ञान व कला गतिविधियां बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।विद्यालय के प्रबंधक पीके त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय व्यवहारिक और नवाचारी शिक्षा के लिए निरन्तर प्रयासरत है।प्रदर्शनी में शाहिदा किरमानी सुमन विकास यादव सोहा आफरीदा आमिल वसुधा एसके विंद सहित विद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
भ्रष्टाचारी पर मेहरबान बने बीएसए की मनमानी से बढ़ने लगा है आक्रोश
महिला शिक्षिका को सुदूर स्कूल पर संबद्ध करने को लेकर शिक्षिकाओं में आक्रोश

मीरजापुर। भ्रष्टाचार में संलिप्त शिक्षक पर मेहरबान बने जिले के बीएसए की मनमानी को लेकर शिक्षकों में आक्रोश देखा जाने लगा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा द्वारा कम्पोजिट स्कूल घाटमपुर के मामले में सिर्फ प्रधानाध्यापक की शिकायत पर बिना स्थलीय निरीक्षण किए और स्पष्टीकरण लेने के बाद भी महिला शिक्षिका मधुलिका देवी को दोषी पाकर उसे नारायणपुर ब्लॉक से मड़िहान ब्लॉक के सुदूर स्कूल पर संबद्ध कर दिया गया। एक महिला होने के बावजूद यह नहीं सोचा गया कि उसे सुदूर ब्लॉक के स्कूल पर क्यों संबद्ध किया गया, जबकि वही उसी ब्लॉक में वित्तीय अनियमितिता,भ्रष्टाचार, भवन निर्माण में हेराफेरी, आधार बनाने में अवैध वसूली, महिला शिक्षिकाओं से बदसलूकी इत्यादि मामले में तथा जिलाधिकारी द्वारा गठित त्रिस्तरीय जांच समिति की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद भी अभी तक उन्हें उसी नारायणपुर ब्लॉक के मुख्यालय पर सम्बद्ध किया जाना समझ से परे है। इस मामले में पैसा और रसूख का उपयोग साफ़ साफ़ दिख रहा है। बता दें कि धीरज सिंह निलंबन के पश्चात छः माह के बाद भी कार्यालय खंड शिक्षा अधिकारी नारायणपुर कार्यालय को संभाल रहे हैं। यही नहीं बाकायदा विभागीय ग्रुप में संदेशों को भेज रहे हैं। बीईओ के साथ स्कूल-स्कूल जाकर अपना रसूख झाड़ते फिर रहे हैं। जबकि दूसरे शिक्षकों के साथ जिला बेसिक अधिकारी का अन्यायपूर्ण व्यवहार शिक्षकों के समझ से परे दिखाई दे रहा है।
तीन दिवसीय निःशुल्क बाल योग संस्कारशाला का भव्य समापन
मीरजापुर। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में नगर के कजरहवा पोखरा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में चल रहे तीन दिवसीय निउशुल्क बाल योग संस्कारशाला के समापन अवसर पर राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने बच्चों को प्राणायाम और का विशेष का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। योग गुरु ने बच्चों को भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए कहा इसका अभ्यास करने से मनुष्य के समस्त कफ रोग, सांस रोक, दमा रोग, अस्थमा रोग जैसी समस्याओं का समाधान होता है और साथ ही उनका अतः करण पवित्र होता है। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को कपालभारती, अनुलोम विलोम उज्जाई भ्रामरी एवं उद्दगीत आदि प्राणायाम के साथ विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए उनके लाभ के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य महिला केंद्रीय प्रभारी संगीता व्यास ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन दिनों में जो भी योग प्राणायाम आसन और ध्यान का अभ्यास आप सभी को कराया गया आप उसे सभी से अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन को पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं निरोग बनाएं क्योंकि योग ही स्वस्थ जीवन का उपाय है दूसरा कोई नहीं। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रबंधक रतन जॉनसन ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहां कि योग ही जीवन का एक आधार है , जो कि मानव को मानवीय गुणों से परिचित कराते हुए उन्हें मनुजता का बोध करा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरुओं को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी युवा भारत प्रवीण मौर्या ने अपने कुशल संचालन में कार्यक्रम को भव्य तरीके से सम्पन्न कराया। योग संस्कारशाला कार्यक्रम में किरण पांडे, प्रीति श्रीवास्तव, मुकेश मिश्रा, ममता यादव, डिंपल पाल, प्रीति गुप्ता, प्रिया श्रीवास्तव, सर्वजीत यादव, शबाना अख्तर के साथ साथ बच्चों में प्रतीक्षा, शिवम, दीपांशु, भावना, शालिनी, संस्कृति संस्कार काव्या विधि, प्रियल, शिवांशी, वैष्णवी, राजलक्ष्मी, अदिति, शिवानी, वेद, आर्यन, रितिका संग आदि बच्चों ने समापन सत्र में हिस्सा लिया।
सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान का 33 वाँ जत्था सदर प्रखंड के दीपूगड़ा लाखे देवी मंडप के वार्ड नंबर 10 से हुए रवाना

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल द्वारा शुरू किए गए महत्वाकांक्षी "सांसद तीर्थ दर्शन" महाअभियान के तहत तीर्थयात्रियों का 33 वां जत्था बुधवार को सदर विधानसभा क्षेत्र के सदर प्रखंड के लाखे वार्ड 10 से धूमधाम से रवाना हुआ। इस पुनीत कार्य से सांसद मनीष जायसवाल के प्रयास को जबरदस्त समर्थन मिला और यहां आस्था का विशाल जन सैलाब उमड़ा। लोगों ने बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ तीर्थ यात्रियों के रवानगी के अवसर पर उनके साथ कदमताल करते हुए भक्तिभाव से नगर में पदयात्रा निकाला और स्थानीय देवी मंडप में आशीर्वाद लेकर तीर्थ यात्रियों के कुशलता की कामना के साथ उन्हें चार धाम यात्रा के लिए रवाना किया। इस यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में भी जबरदस्त उत्साह देखा गया।लाखे के वार्ड 10 से शुरू हुई इस पावन यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह, विशिष्ट अतिथि कारण जायसवाल,जिला सांसद प्रतिनिधि अजय शाहू,सदर विधानसभा सांसद प्रतिनिधि किशोरी राणा,मांडू के सांसद प्रतिनिधि खोखा सिंह,नगर पूर्वी के सांसद प्रतिनिधि दीपू यादव,नगर पश्चिमी सांसद प्रतिनिधि लब्बू गुप्ता, जिला सह सांसद प्रतिनिधि रेणुका साहू,विशेषांक वर्मा, जुगनू सिंह, रोहित राम,सहित भाजपा के कई स्थानीय गणमान्य नेताओं यात्रियों को पुष्प वर्षा करके रवाना किया। इस अवसर पर , सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी,विक्रमदिल,आदर्श यादव, आदर्श कुमार, सुभाष कुमार,अमन कुमार, धर्मेंद्र कुमार,लेखराज यादव, संतोष गुप्ता,सहित दर्जनों गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित होकर तीर्थयात्रियों पर पुष्प वर्षा कर उन्हें चार धाम वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज और अयोध्या दर्शन के लिए विदा किया ।

भक्ति और उत्साह का दिखा अदभुत संगम - भक्तिभाव में लीन सभी यात्रियों ने सांसद मनीष जायसवाल के इस अनूठे प्रयास की तहे दिल से सराहना की और आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों ने ढोल-तासे के साथ पुष्प-वर्षा कर यात्रियों को यात्रा के लिए शगुन करके रवाना किया, जिससे एक उत्सव का माहौल बन गया।  

जत्थे में 65 तीर्थयात्री हैं शामिल: ये सभी श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों वाराणसी, प्रयागराज (संगम), अयोध्या और विंध्याचल के दर्शन के लिए प्रस्थान किए हैं।

आइसा और समाजवादी छात्र सभा के प्रतिनिधिमंडल ने पीएचडी एडमिशन के साक्षात्कार में समान अवसर और सभी विभागों में समान प्रक्रिया बहाल करने के लिए ज्ञ
-यूजीसी के मानक अनुसार ओन्ली पीएचडी अभ्यर्थी को भी साक्षात्कार के लिए अवसर देने की मांग की।

प्रयागराज। आइसा और समाजवादी छात्रसभा के प्रतिनिधिमंडल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को विभिन्न विभागों में होने वाले शोध साक्षात्कार में यूजीसी द्वारा निर्धारित मानक "ओन्ली पीएचडी" को लागू करने के लिए ज्ञापन दिया। विश्वविद्यालय के कई विभागों में कट ऑफ जारी करके ओनली पीएचडी के यूजीसी के मानक का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके कारण से बहुत से अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने का मौका नहीं मिल पा रहा है जो कि यूजीसी के नियम का उल्लंघन है। दिल्ली विश्वविद्यालय समिति कई विश्वविद्यालय में यूजीसी के इन मानकों का पालन करते हुए ओन्ली पीएचडी में क्वालीफाई अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए मौका दिया जाता है तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस नियम को क्यों नहीं लागू किया जा रहा है?. इसके साथ ही पीएचडी साक्षात्कार के लिए अलग-अलग विभागों में अलग-अलग तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है इसमें एकरूपता और समानता लाने के लिए भी ज्ञापन में मांग की गई। इस दौरान आइसा के मानवेंद्र,सुजीत,शिव तथा प्रिंस समेत समाजवादी छात्रसभा के सुधीर, अमित,आशुतोष इत्यादि शामिल रहे।