डीटीओ के सरकारी वाहन का बीमा-पॉल्यूशन फेल, चालान काटने वाला विभाग खुद नियमों के कटघरे में

औरंगाबाद। जिले में सघन वाहन जांच अभियान चलाकर आम लोगों से चालान वसूलने वाला जिला परिवहन विभाग इस बार खुद सवालों के घेरे में आ गया है। सड़क सुरक्षा और मोटर वाहन कानूनों का पालन सुनिश्चित कराने वाले विभाग के शीर्ष अधिकारी के उपयोग में रहे सरकारी वाहन के दस्तावेज ही फेल पाए गए हैं।

जानकारी के अनुसार जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) सुनंदा कुमारी के उपयोग में रहे सरकारी वाहन बीआर-26-पीए-9303 का बीमा (इंश्योरेंस) और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) दोनों ही निर्धारित अवधि से बाहर पाए गए। इसके बावजूद उक्त वाहन के नियमित रूप से सड़कों पर चलने की बात सामने आई है। जब वाहन की जांच व्हीकल इंफो ऐप के माध्यम से की गई, तो पॉल्यूशन और इंश्योरेंस दोनों ही फेल दर्शाया गया। यह मामला सामने आने के बाद परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। रोजाना शहर के मुख्य चौक-चौराहों और पुरानी जीटी रोड स्थित परिवहन कार्यालय के सामने सघन वाहन जांच अभियान चलाकर बिना बीमा, बिना पॉल्यूशन और अन्य कागजातों की कमी पर आम लोगों के वाहनों का चालान काटा जाता है।

कई मामलों में वाहन जब्त कर हजारों रुपये का जुर्माना भी वसूला जाता है। ऐसे में जब नियमों का उल्लंघन खुद विभाग के अधिकारी के वाहन से जुड़ा हो, तो कार्रवाई न होना व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत बिना वैध बीमा या प्रदूषण प्रमाण पत्र के किसी भी वाहन का सड़क पर चलना दंडनीय अपराध है। कानून सरकारी और निजी वाहनों में कोई भेद नहीं करता। नियमों के अनुसार बिना बीमा वाहन चलाने पर जुर्माना और सजा तक का प्रावधान है, जबकि बिना पीयूसी वाहन चलाने पर भी भारी आर्थिक दंड लगाया जा सकता है। यही नियम आम नागरिकों पर सख्ती से लागू किए जाते हैं।

डीटीओ के सरकारी वाहन के दस्तावेज फेल पाए जाने के बाद कार्यालय की आंतरिक निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि सरकारी वाहनों के कागजातों की समय-समय पर समीक्षा और नवीनीकरण की जिम्मेदारी विभागीय स्तर पर तय होती है, लेकिन अक्सर यह प्रक्रिया कागजों तक ही सीमित रह जाती है। यह मामला केवल प्रशासनिक लापरवाही तक सीमित नहीं है, बल्कि सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण से भी जुड़ा है। बिना बीमा वाहन दुर्घटना की स्थिति में पीड़ितों के मुआवजे को लेकर गंभीर जोखिम पैदा करता है, वहीं बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र वाहन चलना पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिए खतरा माना जाता है।

उल्लेखनीय है कि रविवार को ग्रामीण विकास व परिवहन मंत्री श्रवण कुमार के औरंगाबाद दौरे के दौरान उनका काफिला अतिथि गृह पहुंचा था, जिसमें डीटीओ का वाहन भी शामिल था। इसी दौरान वाहन नंबर की जांच करने पर उसके पॉल्यूशन और इंश्योरेंस फेल पाए गए। जानकारी सामने आने के बाद चालक कागजात सबमिट करने की बात कहता नजर आया।

अब सवाल यह उठ रहा है कि नियमों का पालन कराने वाला विभाग खुद अपने नियमों का पालन कब करेगा और क्या इस मामले में जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई होगी।

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा वार्ड संख्या 26 में कंबल वितरण, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सांसद मनीष जायसवाल

हजारीबाग - कड़ाके की ठंड को देखते हुए प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा शीतकालीन राहत अभियान दिसंबर के पहले सप्ताह के रविवार से चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अभियान के तीसरे रविवार को वार्ड संख्या 26 में जरूरतमंद एवं असहाय लोगों के बीच कंबलों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद मनीष जायसवाल उपस्थित रहे। संस्था के संरक्षक,सचिव समेत सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सांसद का गर्मजोशी से स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके उपरांत सांसद मनीष जायसवाल ने जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। संस्था के माध्यम से अब तक 500 कंबलों का वितरण किया जा चुका है। साप्ताहिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर भी जरूरतमंदों के बीच कंबल बांटे जा रहे हैं। इस वर्ष संस्था ने(दो हजार) 2000 कंबल वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे शीघ्र पूरा करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम प्रभारी के रूप में सांसद प्रतिनिधि एवं युवा समाजसेवी लब्बू गुप्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आयोजन को सफल बनाया। उनके साथ वार्ड संख्या 26 की वार्ड पार्षद मोना देवी ने भी अपनी भूमिका निभाई। इस अवसर पर सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग केवल एक संस्था नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और मानवीय संवेदनाओं का जीवंत उदाहरण है। कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आना सच्चे सामाजिक दायित्व को दर्शाता है। आज जब समाज में संवेदनशीलता की कमी देखी जा रही है, ऐसे समय में हजारीबाग यूथ विंग जैसे संगठन उम्मीद की मजबूत किरण बनकर उभरे हैं। संस्था के सभी संरक्षक,अध्यक्ष एवं सभी सदस्य जिस लगन, ईमानदारी और निरंतरता के साथ समाजसेवा में लगे हैं, वह अत्यंत सराहनीय है। गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही सबसे बड़ा मानव धर्म है और यह संस्था उसी भावना के साथ लगातार कार्य कर रही है। हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि संस्था का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुंचाना है, ताकि कोई भी जरूरतमंद ठंड के इस मौसम में खुद को अकेला न महसूस करे। सेवा कार्य ही संस्था की पहचान है और इसी भावना के साथ लक्ष्य प्राप्ति तक यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। वहीं संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग के लिए समाजसेवा कोई एक दिवसीय कार्यक्रम नहीं, बल्कि सतत चलने वाली जिम्मेदारी है जरूरतमंदों की सहायता कर जो आत्मिक संतोष मिलता है, वही संस्था की सबसे बड़ी प्रेरणा है और इसी प्रेरणा के साथ आगे भी जनहित में कार्य किए जाते रहेंगे। हजारीबाग यूथ विंग का यह शीतकालीन राहत अभियान समाज में मानवता, सहयोग और संवेदना को सशक्त करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। मौके पर संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन, सचिव रितेश खण्डेलवाल, सह सचिव अभिषेक पांडे, संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार,विकाश केशरी, डॉक्टर बी वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद ताजुद्दीन, रोहित बजाज, प्रमोद खण्डेलवाल,विवेक तिवारी, प्रज्ञा कुमारी,सेजल सिंह,सनी सलूजा,

ज्योत्स्ना देवी, अशेष सिन्हा,सांसद प्रतिनिधि एवं युवा समाजसेवी लब्बू गुप्ता,वार्ड संख्या 26 वार्ड पार्षद मोना देवी, टुलू जी,मिथुन,शिवानंद, विक्की यादव,सचिन कुमार,विक्की कुमार सहित कई लोग मौजूद रहें।

धनघटा पुलिस ने हत्या के प्रयास के मामले में वांछित अभियुक्त व बाल अपचारी गिरफ्तार
रमेश दूबे ,संतकबीरनगर। धनघटा पुलिस ने हत्या के प्रयास और मारपीट के गंभीर मामले में वांछित अभियुक्त त्रिपुरारी चौहान और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के अभियान, अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी अभय नाथ मिश्र के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा जय प्रकाश दूबे के नेतृत्व में की गई। गिरफ्तारी दिनांक 28.12.2025 को प्रजापति गांव से की गई। अभियुक्तों के कब्जे से दो अवैध चाकू भी बरामद किए गए। मामले की पृष्ठभूमि के अनुसार, दिनांक 30.11.2025 को हैसर बाजार बारात में अभियुक्तों ने वादी अंकुर चौहान पर चाकू से हमला कर मारपीट की थी। पुलिस ने घटना के सुसंगत साक्ष्यों के आधार पर धारा 4/25 आर्म्स एक्ट में बढ़ोत्तरी करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय में प्रस्तुत किया। गिरफ्तार करने वाले पुलिस कर्मी: उ0नि0 दिलीप कुमार सिंह, का0 आशुतोष पांडेय, का0 विनय सिंह।
उस्मान हादी की हत्या के दो आरोपी भारत भागे...', बांग्लादेश पुलिस का दावा कितना सच?

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बांग्लादेश के इंकिलाब मंच के नेता उस्मान हादी की मौत के बाद से वहां बवाल मचा हुआ है और सरकार से उनके हत्यारों को पकड़ने की मांग हो रही थी। हालांकि, उस्मान हादी के हत्यारे का अब तक पता नहीं चला है। इस नाकामी के बीच ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस ने दावा किया है कि उस्मान हादी की हत्या के दोनों प्रमुख अभियुक्त भारत भाग गए हैं।

स्थानीय मदद से सीमा करने का दावा

बांग्लादेश की ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने दावा किया है कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के दो मुख्य आरोपी भारत भाग गए हैं। ढाका पुलिस के मुताबिक ये आरोपी मयमनसिंह जिले के हलुआघाट बॉर्डर के रास्ते भारत में दाखिल हुए, जो मेघालय से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी स्थानीय मदद से सीमा पार कर भारत पहुंचे।

मदद देने वालों की भारत में गिरफ्तारी का दावा

ढाका के डीएमपी मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त आयुक्त एसएन नज़रुल इस्लाम ने बताया कि आरोपी फैसल करीम मसूद और आलमगीर शेख हुलुआघाट सीमा पार कर भारत पहुंचे। पुलिस के अनुसार, सीमा पार करने के बाद उन्हें पहले पूर्ति नाम के व्यक्ति ने रिसीव किया और फिर सामी नामक टैक्सी चालक ने उन्हें मेघालय के तुरा शहर तक पहुंचाया। अधिकारी ने यह भी कहा कि जिन दो लोगों ने आरोपियों को मेघालय पहुंचाने में मदद की, उन्हें भारत में हिरासत में लिया गया है। बांग्लादेशी पुलिस ने भरोसा जताया कि भारतीय एजेंसियों के साथ औपचारिक और अनौपचारिक दोनों स्तरों पर समन्वय जारी है ताकि आरोपियों की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया जा सके।

कौन थे शरीफ उस्मान हादी?

शरीफ उस्मान हादी बांग्लादेश के छात्र नेता थे और शेख हसीना विरोधी मंच ‘इनक़िलाब मंच’ से जुड़े थे। वे आगामी फरवरी चुनावों में ढाका-8 सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी उन पर जानलेवा हमला हुआ। 12 दिसंबर को उस्मान हादी को गोली मार दी गई थी। इसके बाद 18 दिसंबर को हादी का सिंगापुर में निधन हो गया और तब से लेकर अब तक बांग्लादेश में लगातार माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा चलाये गए विशेष अभियान के तहत 27 नफर गैर जमानतीय वारण्टी अभियुक्त गिरफ्तार

  गोण्पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में जनपद में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में वांछित व गैर-जमानती वारंटी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कल दिनांक 27.12.2025 को विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान को सफल बनाने हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी व प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने थाना क्षेत्रों में लंबित गैर-जमानती वारंटियों एवं वांछित अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।
उक्त अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी  मनोज कुमार रावत व अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण में तथा क्षेत्राधिकारियों के नेतृत्व में थाना स्तर पर टीमों का गठन कर कार्यवाही की गई। इस विशेष अभियान के अंतर्गत जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस टीमों द्वारा कुल 27 गैर-जमानती वारंटी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। थाना-वार गिरफ्तारी का विवरण निम्नानुसार है- थाना को0 नगर पुलिस ने 02, थाना खरगूपुर पुलिस ने 02, थाना इटियाथोक पुलिस ने 01, थााना मनकापुर पुलिस ने 02, थाना छपिया पुलिस ने 02, थाना खोड़ारे पुलिस ने 01, थाना तरबगंज पुलिस ने 04, थाना नवाबगंज पुलिस ने 01, थाना उमरीबेगमगंज पुलिस ने 02, थाना को0 कर्नलगंज पुलिस ने 08, थाना परसपुर पुलिस ने 01 व थाना कटराबाजार पुलिस ने 01 वारण्टी अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड: कांग्रेस का कैंडल मार्च, निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग
देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर तीखा हमला करते हुए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकाले। पार्टी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डोईवाला ब्लॉक में कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। कांग्रेस नेताओं ने अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और कथित वीआईपी की भूमिका की निष्पक्ष जांच की मांग की। पार्टी का कहना है कि मामले की जांच हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जानी चाहिए।

बीते दिन यूथ कांग्रेस ने लैंसडाउन चौक के पास स्थित भाजपा महानगर कार्यालय की ओर कूच किया। पुलिस ने कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक दिया, जिसके बाद धक्का-मुक्की की स्थिति बनी। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व यूथ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष स्वाति नेगी ने किया। इससे पहले कार्यकर्ता राजीव भवन में एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े।

विवाद तब और गहराया जब भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी बताने वाली अभिनेत्री उर्मिला सनावर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में उन्होंने अंकिता भंडारी केस में एक बड़े भाजपा नेता पर आरोप लगाते हुए कथित वीवीआईपी का नाम लिया। इसके बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए, जबकि भाजपा नेताओं ने भी आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है।

क्या है अंकिता भंडारी हत्याकांड
पौड़ी गढ़वाल जनपद के डोभ श्रीकोट की रहने वाली 22 वर्षीय अंकिता भंडारी यमकेश्वर स्थित वनंत्रा रिसोर्ट में कार्यरत थीं। मामले की जांच के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। निचली अदालत ने तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, और वे वर्तमान में जेल में हैं।
डोईवाला युवक हत्याकांड का दून पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
देहरादून, उत्तराखंड। डोईवाला क्षेत्र में युवक की हत्या के मामले का दून पुलिस ने सफल खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार यह हत्या मामूली विवाद के बाद हुई आपसी मारपीट का नतीजा थी, जिसमें गंभीर रूप से घायल युवक की मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, 24 दिसंबर 2025 को कोतवाली डोईवाला क्षेत्र अंतर्गत लच्छीवाला फ्लाईओवर के पास दीपक पुत्र स्वर्गीय चैतराम, निवासी ऋषिनगर सहस्त्रधारा रोड, रायपुर देहरादून का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने शव को कोरोनेशन अस्पताल भेजकर पंचायतनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई।

25 दिसंबर 2025 को मृतक की पत्नी ज्योति ने थाना रायपुर में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनके पति दीपक को भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी अपने साथ ले गया था और उसी ने उनकी हत्या की है। तहरीर के आधार पर कोतवाली डोईवाला में मुकदमा संख्या 333/2025, धारा 103(1) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर विशेष पुलिस  का गठन किया गया। जांच के दौरान नामजद अभियुक्त भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी और उसके साथी नाथीराम की संलिप्तता सामने आई।

पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 26 दिसंबर 2025 को थानो रोड, कोठारी मोहल्ला के पास जौलीग्रान्ट, डोईवाला से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त ई-रिक्शा (यूके-07-टीई-3163) को भी सीज कर दिया गया है।

*गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण*

भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी, पुत्र महेश चन्द्र, निवासी सिमेंट रोड, नदी रिस्पना, ब्लॉक-2, कोतवाली डालनवाला, देहरादून (उम्र 33 वर्ष)

नाथीराम, पुत्र रामचन्द्र, निवासी गुरुद्वारा के पास, संजय कॉलोनी, कोतवाली पटेलनगर, देहरादून (उम्र 54 वर्ष)

*पुलिस टीम*

इस कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा (कोतवाली डोईवाला), वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद सिंह राणा, उप निरीक्षक नवीन डंगवाल (चौकी प्रभारी जौलीग्रान्ट), उप निरीक्षक राजनारायण व्यास, अपर उप निरीक्षक प्रेम सिंह बिष्ट सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।

दून पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों का भरोसा मजबूत हुआ है।
*ठंड भी नहीं रोक सकती हमारे कदम,गोमती मित्रों ने कहा समर्पित हैं हम*
सुल्तानपुर,बीते एक सप्ताह से ठंड अपने चरम पर है और प्रदेश के शीर्ष सबसे पांच ठंडे जिलों में सुल्तानपुर शामिल है। जनजीवन अस्त व्यस्त है,लेकिन गोमती मित्रों का साप्ताहिक श्रमदान अपने समय और गति से,समर्पण के भाव से,स्वच्छता की मुहिम चलती रहे इस संकल्प के साथ आयोजित हुआ और प्रातः 6:00 बजे से शुरू हुआ श्रमदान 3 घंटे की अथक मेहनत के साथ 9:00 बजे समाप्त हुआ। प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन ने उपस्थित गोमती मित्रों को आंग्ल वर्ष 2025 के अंतिम रविवार को पूरे वर्ष समर्पण के भाव के साथ प्रदान किए गए सहयोग के लिए आभार प्रेषित किया,श्रमदान में विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, संत कुमार प्रधान,राजेश पाठक,मुन्ना सोनी,अजय प्रताप सिंह,सेनजीत कसौधन दाऊ जी,डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,राकेश सिंह दद्दू,राकेश मिश्रा,अजीत शर्मा, रामु सोनी,श्याम मौर्या,ओम प्रकाश पांडे,अरुण गुप्ता,अभय मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
माइम प्रदर्शन को अत्यन्त प्रभावशाली.स्मरणीय बना दिया
संजय द्विवेदी प्रयागराज।माइम एक सशक्त कला विधा है जो बिना शब्दो के भाव संवेदना और सामाजिक यथार्थ को अभिव्यक्त करने की अद्भुत क्षमता रखती है।शरीर की भंगिमाओ चेहरे के भावो और मौन संवाद के माध्यम से माइम कलाकार दर्शको के हृदय तक सीधे पहुँचते है।इसी मौन की भाषा ने 27 तारीख को प्रयागराज में आयोजित माइम प्रदर्शन को अत्यन्त प्रभावशाली और स्मरणीय बना दिया।यह कार्यक्रम सांस्कृतिक संस्था अभिनव के 47 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उसके संस्थापक स्व. प्रकाश नारायण की स्मृति को समर्पित था।आयोजन के माध्यम से संस्था ने अपने संस्थापक द्वारा स्थापित कला संस्कृति और सामाजिक चेतना के मूल्यो को जीवंत रूप में मंच पर प्रस्तुत किया जो अभिनव की चार दशको से अधिक की सांस्कृतिक यात्रा और उसकी सामाजिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।असम से पधारे अंतरराष्ट्रीय माइम दिग्गज मोईनुल हक एवं उनके सहयोगी कंगकन तालुकदार के नेतृत्व में अभिनव(सांस्कृतिक संगठन) प्रयागराज द्वारा स्थानीय उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के प्रांगण में यह आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी (अवकाशप्राप्त)उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने की। मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति सिद्धार्थ न्यायमूर्ति राजीव मिश्र एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम में अभिनव संस्था के पंद्रह नवयुवाओ ने सहभागिता की।प्रथम प्रस्तुति‘नारी सशक्तिकरण’विषय पर आधारित थी.जिसमें एक संघर्षशील नारी के जीवन उसके आत्मबल और संघर्ष को प्रभावशाली ढंग से मंच पर उकेरा गया।सरगम लता ने उस माँ की भूमिका निभाई जिसने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपनी बेटी को उच्च अधिकारी बनने तक पहुँचाया।आदित्य सिंह ने लापरवाह शराबी तथा सर्वेश प्रजापति ने अय्याश अमीर की भूमिका में अपने सशक्त अभिनय से दर्शको को प्रभावित किया।दूसरी प्रस्तुति ‘यूज़ मी’के माध्यम से स्वच्छता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व का सशक्त संदेश दिया गया।नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका में अभिषेक कुमार सिंह का अभिनय विशेष रूप से सराहनीय रहा जिसे दर्शको ने करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया।इसके अतिरिक्त सेल्फी के अति प्रयोग से उत्पन्न सामाजिक विकृतियो को भी प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।इन प्रस्तुतियो में भाग लेने वाले कलाकार राहुल यादव समृद्धि गौर ऋचा शुक्ला सारिका केसरवानी संस्कृति केसरवानी निष्ठा केसरवानी गुंजन शर्मा शुभिक्षा तिवारी सहित अन्य कलाकारो ने अपने सजीव अभिनय से दर्शको को हँसाया सोचने पर विवश किया और सामाजिक चेतना की नई सीख भी दी।कार्यक्रम के समापन अवसर पर माइम महागुरु मोईनुल हक की एकल प्रस्तुतियो ने पूरे वातावरण को जीवंत और ऊर्जावान बना दिया।Childhood of Moinul. Balloonwala Moinul.I Love You Moinul Moinul in Buffet तथा Boxing Champion Moinul जैसे पांच सशक्त आइटम्स के माध्यम से उन्होंने हास्य संवेदना और सामाजिक व्यंग्य का अनुपम समन्वय प्रस्तुत किया।उनकी प्रत्येक भंगिमा भाव और मौन संवाद में वर्षों की साधना और अनुभव की स्पष्ट झलक दिखाई दी। उनकी प्रस्तुति ने दर्शको को हँसाया भावुक किया और आत्ममंथन के लिए प्रेरित भी किया।अभिनय की समाप्ति पर पूरा प्रेक्षागृह खड़े होकर देर तक तालियो की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। यह दृश्य न केवल माइम महागुरु मोईनुल हक के प्रति दर्शको के अपार सम्मान और प्रेम का प्रतीक था बल्कि संस्था अभिनव द्वारा अपने संस्थापक स्व.प्रकाश नारायण की स्मृति में निरन्तर सांस्कृतिक चेतना को जीवित रखने के संकल्प का भी सशक्त प्रमाण बना।
माघ मेला–2026 के सफल एवं सुरक्षित आयोजन के दृष्टिगत तैयारियो को लेकर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियो का ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित
पुलिस आयुक्त प्रयागराज द्वारा ब्रीफिंग के दौरान दिये गये महत्वपूर्ण निर्देश

माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण/निरीक्षण व सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश

मेला क्षेत्र ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मचारियो की भोजनशाला का निरीक्षण

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रिज़र्व पुलिस लाइन्स माघ मेला स्थित तीर्थराज सभागार में माघ मेला–2026 की तैयारियो के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियो एवं कर्मचारियो का ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।पुलिस आयुक्त प्रयागराज जोगेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में निर्देशित करते हुये कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रो में आपातकालीन योजनाओं का नियमित अभ्यास करेगे तथा फुट पेट्रोलिंग एवं रात्रि गश्त को प्रभावी रूप से संचालित करेगे। मेला क्षेत्र के ड्यूटी प्वाइंट्स पर पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाने निरन्तर चेकिंग अभियान चलाने एवं पुलिस की विजिबिलिटी बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि आमजन में सुरक्षा की भावना और अधिक सुदृढ़ हो सके।राजपत्रित अधिकारियो को थाना स्तर पर पुलिस बल से अधिक से अधिक संवाद करने साथ मेस में भोजन करने मेला ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारी कर्मचारियो को मेला क्षेत्र न छोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही दिनांक 26.12.2025 को मुख्यमंत्री द्वारा मेला समीक्षा की वीडियो कॉन्फ्रेन्स में दिए गए निर्देशो से अवगत कराते हुए उनके कड़ाई से अनुपालन के आदेश दिए।पुलिस आयुक्त ने निर्देशित किया कि माघ मेला–2026 का सफल सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण आयोजन हम सभी के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है जिसे सभी अधिकारी एवं कर्मचारी पूर्ण लगन निष्ठा एवं टीमवर्क के साथ निभाएँगे माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओ के साथ सेवा-भाव के साथ मृदु व्यवहार करे।उक्त ब्रीफिंग कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था डॉ.अजय पाल शर्मा जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा अपर जिलाधिकारी (प्रोटोकॉल)पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पाण्डेय पुलिस उपायुक्त नगर मनीष कुमार पुलिस उपायुक्त यमुनापार विवेक चन्द्र यादव सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार मीणा सहायक नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द सहित माघ मेला से जुड़े अन्य राजपत्रित अधिकारी थाना प्रभारी.पी0ए0सी0.एन0 डी0आर0एफ0.एस0 डी0 आर0एफ0 एवं अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
डीटीओ के सरकारी वाहन का बीमा-पॉल्यूशन फेल, चालान काटने वाला विभाग खुद नियमों के कटघरे में

औरंगाबाद। जिले में सघन वाहन जांच अभियान चलाकर आम लोगों से चालान वसूलने वाला जिला परिवहन विभाग इस बार खुद सवालों के घेरे में आ गया है। सड़क सुरक्षा और मोटर वाहन कानूनों का पालन सुनिश्चित कराने वाले विभाग के शीर्ष अधिकारी के उपयोग में रहे सरकारी वाहन के दस्तावेज ही फेल पाए गए हैं।

जानकारी के अनुसार जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) सुनंदा कुमारी के उपयोग में रहे सरकारी वाहन बीआर-26-पीए-9303 का बीमा (इंश्योरेंस) और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) दोनों ही निर्धारित अवधि से बाहर पाए गए। इसके बावजूद उक्त वाहन के नियमित रूप से सड़कों पर चलने की बात सामने आई है। जब वाहन की जांच व्हीकल इंफो ऐप के माध्यम से की गई, तो पॉल्यूशन और इंश्योरेंस दोनों ही फेल दर्शाया गया। यह मामला सामने आने के बाद परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। रोजाना शहर के मुख्य चौक-चौराहों और पुरानी जीटी रोड स्थित परिवहन कार्यालय के सामने सघन वाहन जांच अभियान चलाकर बिना बीमा, बिना पॉल्यूशन और अन्य कागजातों की कमी पर आम लोगों के वाहनों का चालान काटा जाता है।

कई मामलों में वाहन जब्त कर हजारों रुपये का जुर्माना भी वसूला जाता है। ऐसे में जब नियमों का उल्लंघन खुद विभाग के अधिकारी के वाहन से जुड़ा हो, तो कार्रवाई न होना व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत बिना वैध बीमा या प्रदूषण प्रमाण पत्र के किसी भी वाहन का सड़क पर चलना दंडनीय अपराध है। कानून सरकारी और निजी वाहनों में कोई भेद नहीं करता। नियमों के अनुसार बिना बीमा वाहन चलाने पर जुर्माना और सजा तक का प्रावधान है, जबकि बिना पीयूसी वाहन चलाने पर भी भारी आर्थिक दंड लगाया जा सकता है। यही नियम आम नागरिकों पर सख्ती से लागू किए जाते हैं।

डीटीओ के सरकारी वाहन के दस्तावेज फेल पाए जाने के बाद कार्यालय की आंतरिक निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि सरकारी वाहनों के कागजातों की समय-समय पर समीक्षा और नवीनीकरण की जिम्मेदारी विभागीय स्तर पर तय होती है, लेकिन अक्सर यह प्रक्रिया कागजों तक ही सीमित रह जाती है। यह मामला केवल प्रशासनिक लापरवाही तक सीमित नहीं है, बल्कि सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण से भी जुड़ा है। बिना बीमा वाहन दुर्घटना की स्थिति में पीड़ितों के मुआवजे को लेकर गंभीर जोखिम पैदा करता है, वहीं बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र वाहन चलना पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिए खतरा माना जाता है।

उल्लेखनीय है कि रविवार को ग्रामीण विकास व परिवहन मंत्री श्रवण कुमार के औरंगाबाद दौरे के दौरान उनका काफिला अतिथि गृह पहुंचा था, जिसमें डीटीओ का वाहन भी शामिल था। इसी दौरान वाहन नंबर की जांच करने पर उसके पॉल्यूशन और इंश्योरेंस फेल पाए गए। जानकारी सामने आने के बाद चालक कागजात सबमिट करने की बात कहता नजर आया।

अब सवाल यह उठ रहा है कि नियमों का पालन कराने वाला विभाग खुद अपने नियमों का पालन कब करेगा और क्या इस मामले में जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई होगी।

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा वार्ड संख्या 26 में कंबल वितरण, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सांसद मनीष जायसवाल

हजारीबाग - कड़ाके की ठंड को देखते हुए प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा शीतकालीन राहत अभियान दिसंबर के पहले सप्ताह के रविवार से चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अभियान के तीसरे रविवार को वार्ड संख्या 26 में जरूरतमंद एवं असहाय लोगों के बीच कंबलों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद मनीष जायसवाल उपस्थित रहे। संस्था के संरक्षक,सचिव समेत सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सांसद का गर्मजोशी से स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके उपरांत सांसद मनीष जायसवाल ने जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। संस्था के माध्यम से अब तक 500 कंबलों का वितरण किया जा चुका है। साप्ताहिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर भी जरूरतमंदों के बीच कंबल बांटे जा रहे हैं। इस वर्ष संस्था ने(दो हजार) 2000 कंबल वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे शीघ्र पूरा करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम प्रभारी के रूप में सांसद प्रतिनिधि एवं युवा समाजसेवी लब्बू गुप्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आयोजन को सफल बनाया। उनके साथ वार्ड संख्या 26 की वार्ड पार्षद मोना देवी ने भी अपनी भूमिका निभाई। इस अवसर पर सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग केवल एक संस्था नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और मानवीय संवेदनाओं का जीवंत उदाहरण है। कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आना सच्चे सामाजिक दायित्व को दर्शाता है। आज जब समाज में संवेदनशीलता की कमी देखी जा रही है, ऐसे समय में हजारीबाग यूथ विंग जैसे संगठन उम्मीद की मजबूत किरण बनकर उभरे हैं। संस्था के सभी संरक्षक,अध्यक्ष एवं सभी सदस्य जिस लगन, ईमानदारी और निरंतरता के साथ समाजसेवा में लगे हैं, वह अत्यंत सराहनीय है। गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही सबसे बड़ा मानव धर्म है और यह संस्था उसी भावना के साथ लगातार कार्य कर रही है। हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि संस्था का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुंचाना है, ताकि कोई भी जरूरतमंद ठंड के इस मौसम में खुद को अकेला न महसूस करे। सेवा कार्य ही संस्था की पहचान है और इसी भावना के साथ लक्ष्य प्राप्ति तक यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। वहीं संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग के लिए समाजसेवा कोई एक दिवसीय कार्यक्रम नहीं, बल्कि सतत चलने वाली जिम्मेदारी है जरूरतमंदों की सहायता कर जो आत्मिक संतोष मिलता है, वही संस्था की सबसे बड़ी प्रेरणा है और इसी प्रेरणा के साथ आगे भी जनहित में कार्य किए जाते रहेंगे। हजारीबाग यूथ विंग का यह शीतकालीन राहत अभियान समाज में मानवता, सहयोग और संवेदना को सशक्त करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। मौके पर संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन, सचिव रितेश खण्डेलवाल, सह सचिव अभिषेक पांडे, संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार,विकाश केशरी, डॉक्टर बी वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद ताजुद्दीन, रोहित बजाज, प्रमोद खण्डेलवाल,विवेक तिवारी, प्रज्ञा कुमारी,सेजल सिंह,सनी सलूजा,

ज्योत्स्ना देवी, अशेष सिन्हा,सांसद प्रतिनिधि एवं युवा समाजसेवी लब्बू गुप्ता,वार्ड संख्या 26 वार्ड पार्षद मोना देवी, टुलू जी,मिथुन,शिवानंद, विक्की यादव,सचिन कुमार,विक्की कुमार सहित कई लोग मौजूद रहें।

धनघटा पुलिस ने हत्या के प्रयास के मामले में वांछित अभियुक्त व बाल अपचारी गिरफ्तार
रमेश दूबे ,संतकबीरनगर। धनघटा पुलिस ने हत्या के प्रयास और मारपीट के गंभीर मामले में वांछित अभियुक्त त्रिपुरारी चौहान और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के अभियान, अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी अभय नाथ मिश्र के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा जय प्रकाश दूबे के नेतृत्व में की गई। गिरफ्तारी दिनांक 28.12.2025 को प्रजापति गांव से की गई। अभियुक्तों के कब्जे से दो अवैध चाकू भी बरामद किए गए। मामले की पृष्ठभूमि के अनुसार, दिनांक 30.11.2025 को हैसर बाजार बारात में अभियुक्तों ने वादी अंकुर चौहान पर चाकू से हमला कर मारपीट की थी। पुलिस ने घटना के सुसंगत साक्ष्यों के आधार पर धारा 4/25 आर्म्स एक्ट में बढ़ोत्तरी करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय में प्रस्तुत किया। गिरफ्तार करने वाले पुलिस कर्मी: उ0नि0 दिलीप कुमार सिंह, का0 आशुतोष पांडेय, का0 विनय सिंह।
उस्मान हादी की हत्या के दो आरोपी भारत भागे...', बांग्लादेश पुलिस का दावा कितना सच?

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बांग्लादेश के इंकिलाब मंच के नेता उस्मान हादी की मौत के बाद से वहां बवाल मचा हुआ है और सरकार से उनके हत्यारों को पकड़ने की मांग हो रही थी। हालांकि, उस्मान हादी के हत्यारे का अब तक पता नहीं चला है। इस नाकामी के बीच ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस ने दावा किया है कि उस्मान हादी की हत्या के दोनों प्रमुख अभियुक्त भारत भाग गए हैं।

स्थानीय मदद से सीमा करने का दावा

बांग्लादेश की ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने दावा किया है कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के दो मुख्य आरोपी भारत भाग गए हैं। ढाका पुलिस के मुताबिक ये आरोपी मयमनसिंह जिले के हलुआघाट बॉर्डर के रास्ते भारत में दाखिल हुए, जो मेघालय से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी स्थानीय मदद से सीमा पार कर भारत पहुंचे।

मदद देने वालों की भारत में गिरफ्तारी का दावा

ढाका के डीएमपी मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त आयुक्त एसएन नज़रुल इस्लाम ने बताया कि आरोपी फैसल करीम मसूद और आलमगीर शेख हुलुआघाट सीमा पार कर भारत पहुंचे। पुलिस के अनुसार, सीमा पार करने के बाद उन्हें पहले पूर्ति नाम के व्यक्ति ने रिसीव किया और फिर सामी नामक टैक्सी चालक ने उन्हें मेघालय के तुरा शहर तक पहुंचाया। अधिकारी ने यह भी कहा कि जिन दो लोगों ने आरोपियों को मेघालय पहुंचाने में मदद की, उन्हें भारत में हिरासत में लिया गया है। बांग्लादेशी पुलिस ने भरोसा जताया कि भारतीय एजेंसियों के साथ औपचारिक और अनौपचारिक दोनों स्तरों पर समन्वय जारी है ताकि आरोपियों की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया जा सके।

कौन थे शरीफ उस्मान हादी?

शरीफ उस्मान हादी बांग्लादेश के छात्र नेता थे और शेख हसीना विरोधी मंच ‘इनक़िलाब मंच’ से जुड़े थे। वे आगामी फरवरी चुनावों में ढाका-8 सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी उन पर जानलेवा हमला हुआ। 12 दिसंबर को उस्मान हादी को गोली मार दी गई थी। इसके बाद 18 दिसंबर को हादी का सिंगापुर में निधन हो गया और तब से लेकर अब तक बांग्लादेश में लगातार माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा चलाये गए विशेष अभियान के तहत 27 नफर गैर जमानतीय वारण्टी अभियुक्त गिरफ्तार

  गोण्पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में जनपद में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में वांछित व गैर-जमानती वारंटी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कल दिनांक 27.12.2025 को विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान को सफल बनाने हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी व प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने थाना क्षेत्रों में लंबित गैर-जमानती वारंटियों एवं वांछित अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।
उक्त अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी  मनोज कुमार रावत व अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण में तथा क्षेत्राधिकारियों के नेतृत्व में थाना स्तर पर टीमों का गठन कर कार्यवाही की गई। इस विशेष अभियान के अंतर्गत जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस टीमों द्वारा कुल 27 गैर-जमानती वारंटी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। थाना-वार गिरफ्तारी का विवरण निम्नानुसार है- थाना को0 नगर पुलिस ने 02, थाना खरगूपुर पुलिस ने 02, थाना इटियाथोक पुलिस ने 01, थााना मनकापुर पुलिस ने 02, थाना छपिया पुलिस ने 02, थाना खोड़ारे पुलिस ने 01, थाना तरबगंज पुलिस ने 04, थाना नवाबगंज पुलिस ने 01, थाना उमरीबेगमगंज पुलिस ने 02, थाना को0 कर्नलगंज पुलिस ने 08, थाना परसपुर पुलिस ने 01 व थाना कटराबाजार पुलिस ने 01 वारण्टी अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
अंकिता भंडारी हत्याकांड: कांग्रेस का कैंडल मार्च, निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग
देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर तीखा हमला करते हुए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकाले। पार्टी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डोईवाला ब्लॉक में कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। कांग्रेस नेताओं ने अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और कथित वीआईपी की भूमिका की निष्पक्ष जांच की मांग की। पार्टी का कहना है कि मामले की जांच हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जानी चाहिए।

बीते दिन यूथ कांग्रेस ने लैंसडाउन चौक के पास स्थित भाजपा महानगर कार्यालय की ओर कूच किया। पुलिस ने कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक दिया, जिसके बाद धक्का-मुक्की की स्थिति बनी। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व यूथ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष स्वाति नेगी ने किया। इससे पहले कार्यकर्ता राजीव भवन में एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े।

विवाद तब और गहराया जब भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी बताने वाली अभिनेत्री उर्मिला सनावर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में उन्होंने अंकिता भंडारी केस में एक बड़े भाजपा नेता पर आरोप लगाते हुए कथित वीवीआईपी का नाम लिया। इसके बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए, जबकि भाजपा नेताओं ने भी आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है।

क्या है अंकिता भंडारी हत्याकांड
पौड़ी गढ़वाल जनपद के डोभ श्रीकोट की रहने वाली 22 वर्षीय अंकिता भंडारी यमकेश्वर स्थित वनंत्रा रिसोर्ट में कार्यरत थीं। मामले की जांच के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। निचली अदालत ने तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, और वे वर्तमान में जेल में हैं।
डोईवाला युवक हत्याकांड का दून पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
देहरादून, उत्तराखंड। डोईवाला क्षेत्र में युवक की हत्या के मामले का दून पुलिस ने सफल खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार यह हत्या मामूली विवाद के बाद हुई आपसी मारपीट का नतीजा थी, जिसमें गंभीर रूप से घायल युवक की मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, 24 दिसंबर 2025 को कोतवाली डोईवाला क्षेत्र अंतर्गत लच्छीवाला फ्लाईओवर के पास दीपक पुत्र स्वर्गीय चैतराम, निवासी ऋषिनगर सहस्त्रधारा रोड, रायपुर देहरादून का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने शव को कोरोनेशन अस्पताल भेजकर पंचायतनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई।

25 दिसंबर 2025 को मृतक की पत्नी ज्योति ने थाना रायपुर में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनके पति दीपक को भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी अपने साथ ले गया था और उसी ने उनकी हत्या की है। तहरीर के आधार पर कोतवाली डोईवाला में मुकदमा संख्या 333/2025, धारा 103(1) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर विशेष पुलिस  का गठन किया गया। जांच के दौरान नामजद अभियुक्त भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी और उसके साथी नाथीराम की संलिप्तता सामने आई।

पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 26 दिसंबर 2025 को थानो रोड, कोठारी मोहल्ला के पास जौलीग्रान्ट, डोईवाला से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त ई-रिक्शा (यूके-07-टीई-3163) को भी सीज कर दिया गया है।

*गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण*

भुवनेश चन्द्र उर्फ जॉनी, पुत्र महेश चन्द्र, निवासी सिमेंट रोड, नदी रिस्पना, ब्लॉक-2, कोतवाली डालनवाला, देहरादून (उम्र 33 वर्ष)

नाथीराम, पुत्र रामचन्द्र, निवासी गुरुद्वारा के पास, संजय कॉलोनी, कोतवाली पटेलनगर, देहरादून (उम्र 54 वर्ष)

*पुलिस टीम*

इस कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा (कोतवाली डोईवाला), वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद सिंह राणा, उप निरीक्षक नवीन डंगवाल (चौकी प्रभारी जौलीग्रान्ट), उप निरीक्षक राजनारायण व्यास, अपर उप निरीक्षक प्रेम सिंह बिष्ट सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।

दून पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों का भरोसा मजबूत हुआ है।
*ठंड भी नहीं रोक सकती हमारे कदम,गोमती मित्रों ने कहा समर्पित हैं हम*
सुल्तानपुर,बीते एक सप्ताह से ठंड अपने चरम पर है और प्रदेश के शीर्ष सबसे पांच ठंडे जिलों में सुल्तानपुर शामिल है। जनजीवन अस्त व्यस्त है,लेकिन गोमती मित्रों का साप्ताहिक श्रमदान अपने समय और गति से,समर्पण के भाव से,स्वच्छता की मुहिम चलती रहे इस संकल्प के साथ आयोजित हुआ और प्रातः 6:00 बजे से शुरू हुआ श्रमदान 3 घंटे की अथक मेहनत के साथ 9:00 बजे समाप्त हुआ। प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन ने उपस्थित गोमती मित्रों को आंग्ल वर्ष 2025 के अंतिम रविवार को पूरे वर्ष समर्पण के भाव के साथ प्रदान किए गए सहयोग के लिए आभार प्रेषित किया,श्रमदान में विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, संत कुमार प्रधान,राजेश पाठक,मुन्ना सोनी,अजय प्रताप सिंह,सेनजीत कसौधन दाऊ जी,डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,राकेश सिंह दद्दू,राकेश मिश्रा,अजीत शर्मा, रामु सोनी,श्याम मौर्या,ओम प्रकाश पांडे,अरुण गुप्ता,अभय मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
माइम प्रदर्शन को अत्यन्त प्रभावशाली.स्मरणीय बना दिया
संजय द्विवेदी प्रयागराज।माइम एक सशक्त कला विधा है जो बिना शब्दो के भाव संवेदना और सामाजिक यथार्थ को अभिव्यक्त करने की अद्भुत क्षमता रखती है।शरीर की भंगिमाओ चेहरे के भावो और मौन संवाद के माध्यम से माइम कलाकार दर्शको के हृदय तक सीधे पहुँचते है।इसी मौन की भाषा ने 27 तारीख को प्रयागराज में आयोजित माइम प्रदर्शन को अत्यन्त प्रभावशाली और स्मरणीय बना दिया।यह कार्यक्रम सांस्कृतिक संस्था अभिनव के 47 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उसके संस्थापक स्व. प्रकाश नारायण की स्मृति को समर्पित था।आयोजन के माध्यम से संस्था ने अपने संस्थापक द्वारा स्थापित कला संस्कृति और सामाजिक चेतना के मूल्यो को जीवंत रूप में मंच पर प्रस्तुत किया जो अभिनव की चार दशको से अधिक की सांस्कृतिक यात्रा और उसकी सामाजिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।असम से पधारे अंतरराष्ट्रीय माइम दिग्गज मोईनुल हक एवं उनके सहयोगी कंगकन तालुकदार के नेतृत्व में अभिनव(सांस्कृतिक संगठन) प्रयागराज द्वारा स्थानीय उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के प्रांगण में यह आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी (अवकाशप्राप्त)उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने की। मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति सिद्धार्थ न्यायमूर्ति राजीव मिश्र एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम में अभिनव संस्था के पंद्रह नवयुवाओ ने सहभागिता की।प्रथम प्रस्तुति‘नारी सशक्तिकरण’विषय पर आधारित थी.जिसमें एक संघर्षशील नारी के जीवन उसके आत्मबल और संघर्ष को प्रभावशाली ढंग से मंच पर उकेरा गया।सरगम लता ने उस माँ की भूमिका निभाई जिसने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपनी बेटी को उच्च अधिकारी बनने तक पहुँचाया।आदित्य सिंह ने लापरवाह शराबी तथा सर्वेश प्रजापति ने अय्याश अमीर की भूमिका में अपने सशक्त अभिनय से दर्शको को प्रभावित किया।दूसरी प्रस्तुति ‘यूज़ मी’के माध्यम से स्वच्छता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व का सशक्त संदेश दिया गया।नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका में अभिषेक कुमार सिंह का अभिनय विशेष रूप से सराहनीय रहा जिसे दर्शको ने करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया।इसके अतिरिक्त सेल्फी के अति प्रयोग से उत्पन्न सामाजिक विकृतियो को भी प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।इन प्रस्तुतियो में भाग लेने वाले कलाकार राहुल यादव समृद्धि गौर ऋचा शुक्ला सारिका केसरवानी संस्कृति केसरवानी निष्ठा केसरवानी गुंजन शर्मा शुभिक्षा तिवारी सहित अन्य कलाकारो ने अपने सजीव अभिनय से दर्शको को हँसाया सोचने पर विवश किया और सामाजिक चेतना की नई सीख भी दी।कार्यक्रम के समापन अवसर पर माइम महागुरु मोईनुल हक की एकल प्रस्तुतियो ने पूरे वातावरण को जीवंत और ऊर्जावान बना दिया।Childhood of Moinul. Balloonwala Moinul.I Love You Moinul Moinul in Buffet तथा Boxing Champion Moinul जैसे पांच सशक्त आइटम्स के माध्यम से उन्होंने हास्य संवेदना और सामाजिक व्यंग्य का अनुपम समन्वय प्रस्तुत किया।उनकी प्रत्येक भंगिमा भाव और मौन संवाद में वर्षों की साधना और अनुभव की स्पष्ट झलक दिखाई दी। उनकी प्रस्तुति ने दर्शको को हँसाया भावुक किया और आत्ममंथन के लिए प्रेरित भी किया।अभिनय की समाप्ति पर पूरा प्रेक्षागृह खड़े होकर देर तक तालियो की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। यह दृश्य न केवल माइम महागुरु मोईनुल हक के प्रति दर्शको के अपार सम्मान और प्रेम का प्रतीक था बल्कि संस्था अभिनव द्वारा अपने संस्थापक स्व.प्रकाश नारायण की स्मृति में निरन्तर सांस्कृतिक चेतना को जीवित रखने के संकल्प का भी सशक्त प्रमाण बना।
माघ मेला–2026 के सफल एवं सुरक्षित आयोजन के दृष्टिगत तैयारियो को लेकर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियो का ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित
पुलिस आयुक्त प्रयागराज द्वारा ब्रीफिंग के दौरान दिये गये महत्वपूर्ण निर्देश

माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण/निरीक्षण व सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश

मेला क्षेत्र ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मचारियो की भोजनशाला का निरीक्षण

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रिज़र्व पुलिस लाइन्स माघ मेला स्थित तीर्थराज सभागार में माघ मेला–2026 की तैयारियो के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियो एवं कर्मचारियो का ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।पुलिस आयुक्त प्रयागराज जोगेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में निर्देशित करते हुये कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रो में आपातकालीन योजनाओं का नियमित अभ्यास करेगे तथा फुट पेट्रोलिंग एवं रात्रि गश्त को प्रभावी रूप से संचालित करेगे। मेला क्षेत्र के ड्यूटी प्वाइंट्स पर पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाने निरन्तर चेकिंग अभियान चलाने एवं पुलिस की विजिबिलिटी बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि आमजन में सुरक्षा की भावना और अधिक सुदृढ़ हो सके।राजपत्रित अधिकारियो को थाना स्तर पर पुलिस बल से अधिक से अधिक संवाद करने साथ मेस में भोजन करने मेला ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारी कर्मचारियो को मेला क्षेत्र न छोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही दिनांक 26.12.2025 को मुख्यमंत्री द्वारा मेला समीक्षा की वीडियो कॉन्फ्रेन्स में दिए गए निर्देशो से अवगत कराते हुए उनके कड़ाई से अनुपालन के आदेश दिए।पुलिस आयुक्त ने निर्देशित किया कि माघ मेला–2026 का सफल सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण आयोजन हम सभी के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है जिसे सभी अधिकारी एवं कर्मचारी पूर्ण लगन निष्ठा एवं टीमवर्क के साथ निभाएँगे माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओ के साथ सेवा-भाव के साथ मृदु व्यवहार करे।उक्त ब्रीफिंग कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था डॉ.अजय पाल शर्मा जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा अपर जिलाधिकारी (प्रोटोकॉल)पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पाण्डेय पुलिस उपायुक्त नगर मनीष कुमार पुलिस उपायुक्त यमुनापार विवेक चन्द्र यादव सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार मीणा सहायक नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द सहित माघ मेला से जुड़े अन्य राजपत्रित अधिकारी थाना प्रभारी.पी0ए0सी0.एन0 डी0आर0एफ0.एस0 डी0 आर0एफ0 एवं अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।