तुलसी पार्क वार्ड में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम पर बैठक सम्पन्न

सभासदों,बीएलओ,बीएलए और जनप्रतिनिधियों ने किया विस्तृत विचार-विमर्श

बलरामपुर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के अंतर्गत तुलसी पार्क वार्ड में मतदेय स्थल संख्या 94,95,96,97 एवं 98 के बीएलओ,बीएलए,सभासद एवं जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा जिला अध्यक्ष रवि कुमार मिश्रा ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से पुनरीक्षण कार्य को सफलतापूर्वक एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की आधारशिला है तथा प्रत्येक योग्य मतदाता का नाम सूची में सम्मिलित होना सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में उपस्थित सभासदों,बूथ लेवल अधिकारियों और बीएलए ने बूथवार कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश साझा किए। सभी ने तय किया कि पात्र मतदाताओं का घर-घर सर्वे,नए मतदाताओं के नामांकन,मृतकों के नाम विलोपन तथा त्रुटियों के संशोधन को प्राथमिकता देते हुए अभियान को गति दी जाएगी।

इस अवसर पर जिला महामंत्री वरुण सिंह मोनू,जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह बैस,सभासद सिद्धार्थ साहू,सभासद शुभम चौधरी,जिला मंत्री अवधेश तिवारी तरुण,नगर महामंत्री जयंत सिंह धर्म,पूर्व सभासद राकेश शर्मा,सुपरवाइजर अनिल कुमार,बीएलओ रविंद्र कुमार गुप्ता,अनीता श्रीवास्तव,अजय कसेरा,नूरजहां,अब्दुल वाहिद सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सभी ने एकमत होकर कहा कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम को जनसहयोग से सफल बनाते हुए अधिक से अधिक नागरिकों तक इसकी जानकारी पहुँचाई जाएगी।

कार व बाइक की भिड़ंत में दो घायल

मीरापुर। दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा के समीप कार व बाइक की भिड़ंत में ग्राम सिकरेड़ा निवासी बाइक सवार दो घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है बृहस्पतिवार की सुबह दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा निवासी सूबे सिंह व अमन बाइक द्वारा किसी कार्य से मीरापुर जा रहे थे।

बाइक सवार जैसे ही ग्राम से कुछ दूरी पर पहुंचे तो मीरापुर की और से आ रही एक कार व बाइक में आमने सामने से भिड़ंत हो गई। दोनों वाहनों की भिड़ंत में बाइक सवार दोनो लोग घायल हो गए जबकि कार चालक अपनी कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों व पुलिस ने दोनों घायलों को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस का कहना है कि मामले में अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर आगे की करवाई की जाएगी

प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण अति आवश्यक-उज्जवल रमण सिंह

सांसद प्रयागराज उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।प्रयागराज से मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH35)के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि केन्द्रीय मन्त्री गडकरी को इस सम्बन्ध में एक विस्तृत पत्र भी सौपा जिसमें उन्होंने परियोजना जो अस्वीकार कर दिया गया है उसको पुनःस्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।उन्होने कहा कि प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 50 किमी प्रयागराज व 30 किमी मिर्जापुर के हिस्से के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले शासन को भेजा गया था।

लेकिन समाचार पत्रो के माध्यम से मिली जानकारी व अधिकारियो से वार्ता पर मालूम चला कि इस प्रस्ताव को स्वीकृति नही मिल पाई है डी पी आर कैसिल कर दिया गया उसकी वजह अधिकारियों ने बताया कि नई ग्रीनफील्ड योजना।जिसके बाद उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस परियोजना को पुनर्विचार करते हुए पुनःस्वीकृति प्रदान करे।क्योकि धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को जोड़ने वाला मार्ग है प्रयागराज में कुम्भ जैसे बड़े आयोजनो के साथ- साथ यह मार्ग विन्ध्याचल में स्थित विन्ध्यवासिनी धाम को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज और मिर्ज़ापुर के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को देखते हुए पर्यटन और सामान्य यातायात दोनो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।इसका चौड़ीकरण होने से यात्रियो को बड़ी सुविधा मिलेगी।प्रतिनिधि ने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह के अनुरोध को स्वीकार करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेने के लिए अधिकारियो को निर्देशित किया कि ग्रीन फील्ड परियोजना जब बनेगी तक देखा जायेगा अभी इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण पर काम हो।सांसद ने मंत्री का आभार व्यक्त किया।

कांग्रेस की 'झूठ का पुलिंदा' और 'विकास विरोधी' मानसिकता हुई बेनकाब: डॉ. के.के. वर्मा

धरसींवा- रायपुर ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के नव-नियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे द्वारा विधायक अनुज शर्मा पर लगाए गए आरोपों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ. के.के. वर्मा ने कांग्रेस के बयान को “घोर राजनीतिक हताशा और विकास विरोधी मानसिकता” की उपज बताया।

डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिन 400 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ‘झूठा’ बता रही है, वे न केवल सरकारी अभिलेखों में दर्ज हैं, बल्कि धरातल पर भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। इनमें सड़कों का उन्नयन, पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण और कई शासकीय भवनों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पर सवाल उठाना धरसींवा की जनता द्वारा देखे जा रहे विकास को नकारने जैसा है।

कांग्रेस के ‘कलाकार’ वाले तंज पर जवाब

विधायक अनुज शर्मा के ‘कलाकार’ होने को लेकर कांग्रेस के तंज पर भाजपा ने पलटवार किया। डॉ. वर्मा ने कहा कि शर्मा न केवल एक स्थापित कलाकार हैं बल्कि जनता की सेवा को भी समर्पण के साथ निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक लगातार क्षेत्र में रहकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता केवल एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि अनुज शर्मा ने अपने सांस्कृतिक योगदान से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है और यही संघर्षशील व्यक्तित्व उन्हें एक कर्मठ जनप्रतिनिधि बनाता है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनके पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में कौन-सा उल्लेखनीय काम किया था।

सीएसआर फंड पर उठाए सवालों का जवाब

विधायक द्वारा सीएसआर फंड का श्रेय लेने के कांग्रेस के आरोप पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि सीएसआर राशि का उपयोग तभी संभव होता है जब जनप्रतिनिधि उद्योगों से संवाद कर सही दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कांग्रेस शासन में यह फंड कहाँ उपयोग हुआ, यह भी कांग्रेस को बताना चाहिए। वर्तमान में सीएसआर राशि का उपयोग जनता की मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने में किया जा रहा है।

विधायक निधि और विकास कार्यों पर सफाई

विधायक निधि पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निधि का उपयोग सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट तथा आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण में पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। सभी विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।

प्रदूषण नियंत्रण और प्रशासनिक कार्रवाई

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कई उद्योगों पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन को लेकर भारी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई से बचती रही।

अंत में डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का बयान धरसींवा की जनता को गुमराह करने का एक प्रयास मात्र है। जनता विकास की राजनीति को अपना चुकी है और विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। कांग्रेस को बेबुनियाद आरोपों की जगह एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

सुप्रीम कोर्ट ने BLO की मौत पर जताई चिंता, कहा-काम का बोझ कम करें, दिए कई बड़े निर्देश

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विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर के दौरान के बीएलओ की हुई मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई है। इन स्थितियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अब राज्य सरकारों के लिए निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा है कि बीएलओ के काम के घंटे कम करने के लिए राज्य सरकारें अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती करे। हालांकि सर्वोच्च अदालत ने संबंधित मौतों और कथित आत्महत्याओं के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराने से इनकार कर दिया है।

राज्य सरकारों को कर्मचारी बढ़ाने का निर्देश

सीजेआई सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि चुनाव से संबंधित कार्यों के लिए पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करना पूरी तरह राज्य सरकारों जिम्मेदारी है। न्यायालय ने बीएलओ की मौत और आत्महत्याओं को स्वीकार करे हुए कहा कि चुनावी रोल और संबंधित कार्यों के लिए तैनाती एक कानूनी प्रक्रिया है, और राज्यों को मौजूदा कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए पर्याप्त जनशक्ति प्रदान करनी चाहिए।

बीमार या असमर्थ कर्मचारियों के बदले वैकल्पिक तैनाती का निर्देश

चीफ जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व वाली बेंच ने यह भी आदेश दिया कि जिन लोगों ने चुनाव आयोग की ओर से जारी एसआईआर प्रक्रिया में ड्यूटी से छूट के लिए सही और स्पष्ट वजहें दी हों, उनके अनुरोधों पर राज्य सरकार और सक्षम प्राधिकारी विचार करें और मामलों के आधार पर उन लोगों की जगह दूसरे कर्मियों की तैनाती की जाए। सीजेआई ने कहा, राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि अगर जरूरत है तो वह इस काम के लिए जरूरी कार्यबल मुहैया कराए।

टीवीके ने दायर की है याचिका

बता दें कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर प्रक्रिया को अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी- तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की ओर से चुनौती दी गई है। तमिलनाडु के राजनीतिक दल टीवीके की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ के समक्ष दलील दी गई कि अब तक देश के अलग अलग राज्यों में 35–40 बीएलओ की मृत्यु काम के अत्यधिक दबाव के कारण हुई है। इसलिए हमने मुआवज़ा देने की मांग की है।

छपार पुलिस की बड़ी कार्रवाई: मुठभेड़ में ट्रांसफार्मर चोरी गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार, दो घायल

मुजफ्फरनगर।जनपद में ट्यूबवेल और ट्रांसफार्मर से उपकरण चोरी करने वाले सक्रिय गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को छपार पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में दो आरोपी घायल हो गए। पकड़े गए गिरोह ने 5 मुकदमों में शामिल चोरी की वारदातों का खुलासा कर दिया है।एडीजी मेरठ जोन, डीआईजी सहारनपुर रेंज के निर्देशन और एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी सदर के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष छपार मोहित कुमार के नेतृत्व में यह सफलता प्राप्त हुई।

रात में चेकिंग के दौरान पुलिस पर चोरों ने की फायरिंग

मंगलवार देर रात पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी मुखबिर से सूचना मिली कि तेजलहेड़ा-खिन्दड़िया मार्ग पर चोर ट्रांसफार्मर से तांबे की कॉयल चोरी करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो बदमाशों ने जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश घायल होकर दबोचे गए, जबकि एक आरोपी मौके से भाग निकला। बाद में कॉम्बिंग कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।

घायल बदमाशों को अस्पताल भिजवाया गया है।

भारी मात्रा में चोरी का माल और अवैध असलहे बरामद

पुलिस ने आरोपियों से 80 किलो तांबे की कॉयल,

150 किलो लोहे की पत्ती,

40 किलो एलटी तार,

स्टार्टर,

8,000 रुपए नकद,

चोरी के उपकरण और

दो अवैध तमंचे व कारतूस बरामद किए हैं।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने छपार व आसपास के अन्य थाना क्षेत्रों में 15-20 चोरी की घटनाएँ की हैं।

गिरफ्तार आरोपी और आपराधिक इतिहास

घायल आरोपी

नूरशाह उर्फ रिहान, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— 14 मुकदमे दर्ज, गैंगस्टर और लूट के मामले भी शामिल

गुलफाम, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— कई मामलों में वांछित, चोरी व बिजली अधिनियम के मुकदमे दर्ज

तृतीय आरोपी

चांद मोहम्मद, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— छपार में दर्ज चोरी के 5 अभियोगों में नामजद

पुलिस इनके आपराधिक इतिहास का और ब्योरा खंगाल रही है।

पुलिस टीम को मिली सफलता

इस कार्रवाई में

उपनिरीक्षक राहुल वर्मा,

उपनिरीक्षक दीपक कुमार,

हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र भाटी,

उपनिरीक्षक अक्षय खारी,

कांस्टेबल पुष्पेंद्र,

कांस्टेबल सोनवीर

और कांस्टेबल अंकित की सराहनीय भूमिका रही।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
तुलसी पार्क वार्ड में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम पर बैठक सम्पन्न

सभासदों,बीएलओ,बीएलए और जनप्रतिनिधियों ने किया विस्तृत विचार-विमर्श

बलरामपुर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के अंतर्गत तुलसी पार्क वार्ड में मतदेय स्थल संख्या 94,95,96,97 एवं 98 के बीएलओ,बीएलए,सभासद एवं जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा जिला अध्यक्ष रवि कुमार मिश्रा ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से पुनरीक्षण कार्य को सफलतापूर्वक एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की आधारशिला है तथा प्रत्येक योग्य मतदाता का नाम सूची में सम्मिलित होना सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में उपस्थित सभासदों,बूथ लेवल अधिकारियों और बीएलए ने बूथवार कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश साझा किए। सभी ने तय किया कि पात्र मतदाताओं का घर-घर सर्वे,नए मतदाताओं के नामांकन,मृतकों के नाम विलोपन तथा त्रुटियों के संशोधन को प्राथमिकता देते हुए अभियान को गति दी जाएगी।

इस अवसर पर जिला महामंत्री वरुण सिंह मोनू,जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह बैस,सभासद सिद्धार्थ साहू,सभासद शुभम चौधरी,जिला मंत्री अवधेश तिवारी तरुण,नगर महामंत्री जयंत सिंह धर्म,पूर्व सभासद राकेश शर्मा,सुपरवाइजर अनिल कुमार,बीएलओ रविंद्र कुमार गुप्ता,अनीता श्रीवास्तव,अजय कसेरा,नूरजहां,अब्दुल वाहिद सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सभी ने एकमत होकर कहा कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम को जनसहयोग से सफल बनाते हुए अधिक से अधिक नागरिकों तक इसकी जानकारी पहुँचाई जाएगी।

कार व बाइक की भिड़ंत में दो घायल

मीरापुर। दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा के समीप कार व बाइक की भिड़ंत में ग्राम सिकरेड़ा निवासी बाइक सवार दो घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है बृहस्पतिवार की सुबह दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा निवासी सूबे सिंह व अमन बाइक द्वारा किसी कार्य से मीरापुर जा रहे थे।

बाइक सवार जैसे ही ग्राम से कुछ दूरी पर पहुंचे तो मीरापुर की और से आ रही एक कार व बाइक में आमने सामने से भिड़ंत हो गई। दोनों वाहनों की भिड़ंत में बाइक सवार दोनो लोग घायल हो गए जबकि कार चालक अपनी कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों व पुलिस ने दोनों घायलों को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस का कहना है कि मामले में अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर आगे की करवाई की जाएगी

प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण अति आवश्यक-उज्जवल रमण सिंह

सांसद प्रयागराज उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।प्रयागराज से मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH35)के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि केन्द्रीय मन्त्री गडकरी को इस सम्बन्ध में एक विस्तृत पत्र भी सौपा जिसमें उन्होंने परियोजना जो अस्वीकार कर दिया गया है उसको पुनःस्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।उन्होने कहा कि प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 50 किमी प्रयागराज व 30 किमी मिर्जापुर के हिस्से के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले शासन को भेजा गया था।

लेकिन समाचार पत्रो के माध्यम से मिली जानकारी व अधिकारियो से वार्ता पर मालूम चला कि इस प्रस्ताव को स्वीकृति नही मिल पाई है डी पी आर कैसिल कर दिया गया उसकी वजह अधिकारियों ने बताया कि नई ग्रीनफील्ड योजना।जिसके बाद उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस परियोजना को पुनर्विचार करते हुए पुनःस्वीकृति प्रदान करे।क्योकि धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को जोड़ने वाला मार्ग है प्रयागराज में कुम्भ जैसे बड़े आयोजनो के साथ- साथ यह मार्ग विन्ध्याचल में स्थित विन्ध्यवासिनी धाम को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज और मिर्ज़ापुर के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को देखते हुए पर्यटन और सामान्य यातायात दोनो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।इसका चौड़ीकरण होने से यात्रियो को बड़ी सुविधा मिलेगी।प्रतिनिधि ने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह के अनुरोध को स्वीकार करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेने के लिए अधिकारियो को निर्देशित किया कि ग्रीन फील्ड परियोजना जब बनेगी तक देखा जायेगा अभी इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण पर काम हो।सांसद ने मंत्री का आभार व्यक्त किया।

कांग्रेस की 'झूठ का पुलिंदा' और 'विकास विरोधी' मानसिकता हुई बेनकाब: डॉ. के.के. वर्मा

धरसींवा- रायपुर ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के नव-नियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे द्वारा विधायक अनुज शर्मा पर लगाए गए आरोपों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ. के.के. वर्मा ने कांग्रेस के बयान को “घोर राजनीतिक हताशा और विकास विरोधी मानसिकता” की उपज बताया।

डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिन 400 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ‘झूठा’ बता रही है, वे न केवल सरकारी अभिलेखों में दर्ज हैं, बल्कि धरातल पर भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। इनमें सड़कों का उन्नयन, पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण और कई शासकीय भवनों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पर सवाल उठाना धरसींवा की जनता द्वारा देखे जा रहे विकास को नकारने जैसा है।

कांग्रेस के ‘कलाकार’ वाले तंज पर जवाब

विधायक अनुज शर्मा के ‘कलाकार’ होने को लेकर कांग्रेस के तंज पर भाजपा ने पलटवार किया। डॉ. वर्मा ने कहा कि शर्मा न केवल एक स्थापित कलाकार हैं बल्कि जनता की सेवा को भी समर्पण के साथ निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक लगातार क्षेत्र में रहकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता केवल एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि अनुज शर्मा ने अपने सांस्कृतिक योगदान से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है और यही संघर्षशील व्यक्तित्व उन्हें एक कर्मठ जनप्रतिनिधि बनाता है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनके पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में कौन-सा उल्लेखनीय काम किया था।

सीएसआर फंड पर उठाए सवालों का जवाब

विधायक द्वारा सीएसआर फंड का श्रेय लेने के कांग्रेस के आरोप पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि सीएसआर राशि का उपयोग तभी संभव होता है जब जनप्रतिनिधि उद्योगों से संवाद कर सही दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कांग्रेस शासन में यह फंड कहाँ उपयोग हुआ, यह भी कांग्रेस को बताना चाहिए। वर्तमान में सीएसआर राशि का उपयोग जनता की मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने में किया जा रहा है।

विधायक निधि और विकास कार्यों पर सफाई

विधायक निधि पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निधि का उपयोग सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट तथा आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण में पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। सभी विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।

प्रदूषण नियंत्रण और प्रशासनिक कार्रवाई

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कई उद्योगों पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन को लेकर भारी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई से बचती रही।

अंत में डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का बयान धरसींवा की जनता को गुमराह करने का एक प्रयास मात्र है। जनता विकास की राजनीति को अपना चुकी है और विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। कांग्रेस को बेबुनियाद आरोपों की जगह एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

सुप्रीम कोर्ट ने BLO की मौत पर जताई चिंता, कहा-काम का बोझ कम करें, दिए कई बड़े निर्देश

#supremecourtactionforblosuicidesir

विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर के दौरान के बीएलओ की हुई मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई है। इन स्थितियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अब राज्य सरकारों के लिए निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा है कि बीएलओ के काम के घंटे कम करने के लिए राज्य सरकारें अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती करे। हालांकि सर्वोच्च अदालत ने संबंधित मौतों और कथित आत्महत्याओं के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराने से इनकार कर दिया है।

राज्य सरकारों को कर्मचारी बढ़ाने का निर्देश

सीजेआई सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि चुनाव से संबंधित कार्यों के लिए पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करना पूरी तरह राज्य सरकारों जिम्मेदारी है। न्यायालय ने बीएलओ की मौत और आत्महत्याओं को स्वीकार करे हुए कहा कि चुनावी रोल और संबंधित कार्यों के लिए तैनाती एक कानूनी प्रक्रिया है, और राज्यों को मौजूदा कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए पर्याप्त जनशक्ति प्रदान करनी चाहिए।

बीमार या असमर्थ कर्मचारियों के बदले वैकल्पिक तैनाती का निर्देश

चीफ जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व वाली बेंच ने यह भी आदेश दिया कि जिन लोगों ने चुनाव आयोग की ओर से जारी एसआईआर प्रक्रिया में ड्यूटी से छूट के लिए सही और स्पष्ट वजहें दी हों, उनके अनुरोधों पर राज्य सरकार और सक्षम प्राधिकारी विचार करें और मामलों के आधार पर उन लोगों की जगह दूसरे कर्मियों की तैनाती की जाए। सीजेआई ने कहा, राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि अगर जरूरत है तो वह इस काम के लिए जरूरी कार्यबल मुहैया कराए।

टीवीके ने दायर की है याचिका

बता दें कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर प्रक्रिया को अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी- तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की ओर से चुनौती दी गई है। तमिलनाडु के राजनीतिक दल टीवीके की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ के समक्ष दलील दी गई कि अब तक देश के अलग अलग राज्यों में 35–40 बीएलओ की मृत्यु काम के अत्यधिक दबाव के कारण हुई है। इसलिए हमने मुआवज़ा देने की मांग की है।

छपार पुलिस की बड़ी कार्रवाई: मुठभेड़ में ट्रांसफार्मर चोरी गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार, दो घायल

मुजफ्फरनगर।जनपद में ट्यूबवेल और ट्रांसफार्मर से उपकरण चोरी करने वाले सक्रिय गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को छपार पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में दो आरोपी घायल हो गए। पकड़े गए गिरोह ने 5 मुकदमों में शामिल चोरी की वारदातों का खुलासा कर दिया है।एडीजी मेरठ जोन, डीआईजी सहारनपुर रेंज के निर्देशन और एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी सदर के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष छपार मोहित कुमार के नेतृत्व में यह सफलता प्राप्त हुई।

रात में चेकिंग के दौरान पुलिस पर चोरों ने की फायरिंग

मंगलवार देर रात पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी मुखबिर से सूचना मिली कि तेजलहेड़ा-खिन्दड़िया मार्ग पर चोर ट्रांसफार्मर से तांबे की कॉयल चोरी करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो बदमाशों ने जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश घायल होकर दबोचे गए, जबकि एक आरोपी मौके से भाग निकला। बाद में कॉम्बिंग कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।

घायल बदमाशों को अस्पताल भिजवाया गया है।

भारी मात्रा में चोरी का माल और अवैध असलहे बरामद

पुलिस ने आरोपियों से 80 किलो तांबे की कॉयल,

150 किलो लोहे की पत्ती,

40 किलो एलटी तार,

स्टार्टर,

8,000 रुपए नकद,

चोरी के उपकरण और

दो अवैध तमंचे व कारतूस बरामद किए हैं।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने छपार व आसपास के अन्य थाना क्षेत्रों में 15-20 चोरी की घटनाएँ की हैं।

गिरफ्तार आरोपी और आपराधिक इतिहास

घायल आरोपी

नूरशाह उर्फ रिहान, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— 14 मुकदमे दर्ज, गैंगस्टर और लूट के मामले भी शामिल

गुलफाम, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— कई मामलों में वांछित, चोरी व बिजली अधिनियम के मुकदमे दर्ज

तृतीय आरोपी

चांद मोहम्मद, निवासी ग्राम जेवरी, थाना कंकरखेड़ा, मेरठ

— छपार में दर्ज चोरी के 5 अभियोगों में नामजद

पुलिस इनके आपराधिक इतिहास का और ब्योरा खंगाल रही है।

पुलिस टीम को मिली सफलता

इस कार्रवाई में

उपनिरीक्षक राहुल वर्मा,

उपनिरीक्षक दीपक कुमार,

हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र भाटी,

उपनिरीक्षक अक्षय खारी,

कांस्टेबल पुष्पेंद्र,

कांस्टेबल सोनवीर

और कांस्टेबल अंकित की सराहनीय भूमिका रही।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।