महापौर ने 50 सदस्यो के दल तमिलनाडू से प्रयागराज पहुंचने पर उनका भव्य रूप से स्वागत किया

काशी तमिल संगमम् यात्रा ने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओं के नाम पर फैलाए गए भ्रमों को दूर करने का काम किया-महापौर

काशी तमिल संगमम यात्रा हमारी एकता समरसता और सांस्कृतिक गौरव का जीवंत उदाहरण

संजय द्विवेदी प्रयागराज।काशी तमिल संगमम् यात्रा के 50 सदस्य जो सड़क मार्ग से तमिलनाडू से चलकर मंगलवार को प्रयागराज के होटल रवीसा पहुंचे उनका भव्य रूप से स्वागत एवं अभिनंदन महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी द्वारा किया। दल में सम्मिलित सदस्यो का तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया। काशी तमिल संगमम्’’यात्रा दल में सम्मिलित सदस्यो के साथ होटल रवीसा में आयोजित कार्यक्रम में हेल्थ अवेयरनेस कैम्प तमिल साहित्य और भाषा की समृद्धि के बारे में जागरूकता डिजिटल तरीकों से शिक्षा की पहुंच को बढ़ाना फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में जागरूकता फैलाना शारीरिक और आध्यात्मिक सेहत एवं रिपेयर और मेंटेनेंस सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा माननीय प्रधानमंत्री की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओ के नाम पर फैलाए गए भ्रमो को दूर किया है।यह कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक एकता को जगाने वाला है।उन्होंने कहा कि काशी और तमिल संस्कृति के बीच प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक और विद्यानिष्ठ सम्बंध रहे है।यह संगमम युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का उत्कृष्ट माध्यम है।उन्होंने कहा कि हमारी पुरातन संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नहीं रहा। हमारी संस्कृति‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है।उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम यात्रा हमारे एकता समरसता और सांस्कृतिक गौरव का जीवंत उदाहरण है।इस अवसर पर नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह ने कहा कि काशी तमिल संगमम यात्रा भारतीय संस्कृति की उस आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है,जो उत्तर से दक्षिण तक हमें जोड़ती है।हमारे लिए यह गौरव का विषय है कि यह यात्रा यहां पहुंची और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सुअवसर प्रदान किया।काशी तमिल संगमम यात्रा में सम्मिलित सदस्यों ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन के पास स्थापित तिरूवल्लुवर की भव्य प्रतिमा का दर्शन भी किया।इस अवसर पर काशी तमिल संगमम यात्रा में सम्मिलित सदस्यो सहित अन्य सम्बंधित लोग उपस्थित रहे।

शुचिता और पारदर्शिता से ही मजबूत होगा लोकतंत्र—ब्रजेश पाठक

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने यमुनापार जिले में SIR अभियान की समीक्षा

मतदाता पुनरीक्षण में बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने पर दिया जोर

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR)के तहत आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल होना अत्यन्त आवश्यक है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी सही मतदाता का नाम सूची से छूटे नहीं और किसी भी फर्जी या गैर-पात्र व्यक्ति का नाम सूची में बने नहीं रहना चाहिए।इसके लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को पूरी गंभीरता व जिम्मेदारी के साथ जुटना होगा।उपमुख्यमंत्री ने कहा मतदाता सूची का व्यापक और पारदर्शी पुनरीक्षण ही मजबूत लोकतंत्र की पहचान है।यह अभियान केवल प्रशासनिक औपचारिकता नही बल्कि जनता के अधिकारों से जुड़ा महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।प्रत्येक बूथ पर जिम्मेदारी के साथ कार्य कर सुनिश्चित करें कि अधिकतम पात्र मतदाता शामिल हों।”आगे उन्होंने कहा कि“एक-एक मतदाता की पहचान कर संविधान की भावना के अनुरूप मतदाता जोड़ने का कार्य करे।बिहार के SIR अभियान में विपक्ष द्वारा जो 65 लाख फर्जी मृतक और नाबालिग मतदाता जोड़े गए थे वह उजागर हुआ।भाजपा कार्यकर्ताओं ने वहाँ पारदर्शिता से काम किया परिणाम यह हुआ कि आरजेडी के जंगलराज को जनता ने किनारे कर दिया। यही डर सपा-कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनाव को लेकर दिखाई दे रहा है।शुचिता और पारदर्शिता से चुनाव हुआ तो परिणाम उत्तर प्रदेश में भी स्पष्ट दिखाई देंगे।

उन्होंने घुसपैठियो के मुद्दे पर कहा कि“विपक्ष द्वारा जो फर्जी नाम जोड़े गए है उन्हें चिन्हित कर हटाया जाए और पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। SIR अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने का बड़ा माध्यम है।भाजपा का कार्यकर्ता बड़े से बड़ा दायित्व निभा सकता है-यह केवल भाजपा में ही संभव है।बूथ स्तर पर पारदर्शिता और निष्ठा के साथ कार्य कर लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है।पाठक ने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा“सही पात्र नागरिक का नाम छूटे नहीं और घुसपैठिए का नाम जुड़ न पाए—इस पर प्रत्येक कार्यकर्ता सतर्क रहे। भाजपा में पीछे बैठा कार्यकर्ता भी जिलाध्यक्ष बन सकता है यही पार्टी की असली ताकत है।बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष यमुनापार राजेश शुक्ल ने की। उन्होंने कहा कि हर मंडल और शक्ति केंद्र पर टीमें सक्रिय कर अभियान को गति दी जाएगी और सभी सम्बंधित पदाधिकारी सतत समीक्षा करते रहेंगे।

इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेंद्र चौधरी जिला प्रभारी अमरनाथ यादव विधायक दीपक पटेल विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी जिला सह-प्रवासी कविता पटेल सुशील मिश्रा जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह पटेल जिला संयोजक वीरेन्द्र शुक्ला जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी जिला मंत्री राजेश धनगर योगेश शुक्ला इंदु प्रकाश मिश्रा सहित अन्य गणमान्यजन पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

अजमेर में वॉटरशेड महोत्सव आयोजित: पिरामल फाउंडेशन के साथ मिलकर दिया समुदाय आधारित जल संरक्षण पर जोर

अजमेर, राजस्थान: राजस्थान सरकार ने शनिवार को अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में वॉटरशेड महोत्सव का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के जरिए जिले में हुए प्रगति का जश्न मनाने पर आधारित रहा। महोत्सव का मूल विचार यही था कि जल सुरक्षा तभी मजबूत होती है, जब इसे समुदाय खुद आगे बढ़कर लागू करे।

पाँच जिलों की टीमों ने अपने अनुभव साझा किए। पंचायत राज संस्थाओं, स्थानीय नेतृत्व और समुदाय समूहों के प्रतिनिधियों ने बताया कि जमीनी स्तर पर क्या बदलाव आया है और वॉटरशेड कार्यों से लोगों की जिंदगी में कैसे सुधार हुआ। कार्यक्रम में माननीय सांसद श्री भागीरथ चौधरी जी और विधायक वासुदेव देवनानी जी के साथ-साथ अजमेर के अन्य महत्वपूर्ण जिला अधिकारी शामिल रहे।

वॉटरशेड और मृदा संरक्षण विभाग के साझेदार के रूप में पिरामल फाउंडेशन ने कार्यक्रम का संचालन करने में अहम् भूमिका निभाई। समुदाय की भागीदारी से जल स्रोतों को फिर से जीवित करने के प्रयासों पर खास फोकस रहा, ताकि जल सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।

कार्यक्रम में पिरामल फाउंडेशन और ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन (एटीईसीएफ) द्वारा साथ मिलकर बनाई गई एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। इस फिल्म में बताया गया कि यदि तालाबों से गाद निकाल दी जाए, तो कैसे उनमें पानी जमा होने की क्षमता साफ तौर पर बढ़ जाती है। और यह काम मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) के तहत कैसे किया जा सकता है। साथ ही यह भी समझाया गया कि इसके लिए फिफ्टींथ फाइनेंस कमीशन (एफएफसी) की राशि का उपयोग किस तरह होता है। फिल्म के जरिए लोगों के सामने एक ऐसा आसान और कम खर्च वाला मॉडल पेश किया गया, जो जन भागीदारी पर आधारित है और जिसमें समुदाय सिर्फ हिस्सा ही नहीं बने, बल्कि उसकी जिम्मेदारी भी खुद ले।

पिछले तीन वर्षों में ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन और उसके सहयोगी संगठनों ने राजस्थान के 12 जिलों में करीब 1,200 जलाशयों को पुनर्जीवित करने में मदद की। हाल के चरण में यह काम वित्त आयोग (एफएफसी) की मदद से और पिरामल फाउंडेशन के साथ मिलकर और आगे बढ़ाया गया। इस पूरे काम का करीब 14 प्रतिशत हिस्सा नीति आयोग के आकांक्षी जिलों और ब्लॉक्स में हुआ। इससे लगभग 1,200 करोड़ लीटर अतिरिक्त पानी जमा करने की क्षमता बनी, जो 12 लाख से ज्यादा पानी के टैंकर्स के बराबर है। इस पहल से लगभग 1,800 गाँवों के करीब 18 लाख लोगों को फायदा पहुँचा।

डब्ल्यूआरआईएस के आँकड़ों के मुताबिक राजस्थान में करीब 82 हजार जलाशय हैं, जिनमें से लगभग 49 हजार को पुनर्जीवित किया जा सकता है। यदि जल निकायों के पुनरुद्धार (आरडब्ल्यूबी) को मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) के साथ बड़े स्तर पर जोड़ा जाए, तो करीब 26 हजार गाँवों में जल सुरक्षा मजबूत हो सकती है। इससे करीब 33,210 करोड़ लीटर पानी जमा करने की क्षमता बन सकती है, भूजल रिचार्ज बेहतर होगा और पानी के टैंकरों पर होने वाले खर्च में लगभग 9,963 करोड़ रुपये की बचत संभव है।

इस अवसर पर पिरामल फाउंडेशन की स्कूल ऑफ क्लाइमेट एंड सस्टेनेबिलिटी की प्रमुख संगीता ममगैन ने कहा , "पिछले 17 वर्षों से पिरामल फाउंडेशन राजस्थान सरकार के साथ मिलकर स्कूल नेतृत्व, शिक्षकों की क्षमता और छात्रों की पढ़ाई के नतीजों को बेहतर बनाने पर काम करता रहा है। इसी अनुभव के आधार पर अब फाउंडेशन गांधी फेलोशिप मॉडल को प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन से जोड़ रहा है। अजमेर में एमजेएसए के तहत वॉटरशेड विकास एवं मृदा संरक्षण निदेशालय के साथ मिलकर जल स्रोतों के मशीन आधारित पुनर्जीवन में सहयोग किया गया, ताकि राजस्थान को जलवायु के लिहाज से ज्यादा मजबूत बनाया जा सके।"

इस मौके पर ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन की सीओओ अमृता कस्तूरी रंगन ने कहा , "राजस्थान पानी की अहमियत को अच्छी तरह समझता है। जब विभाग और फाउंडेशन एक साथ आते हैं, तो काम का असर कई गुना बढ़ जाता है। पिछले कुछ सालों में यह साफ दिखा है कि जब लोग, संस्थान और सिस्टम मिलकर काम करते हैं, तो जल स्रोतों का पुनर्जीवन तेजी से होता है। वॉटरशेड महोत्सव उसी साझी मेहनत को सराहने का एक मौका है। ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन आगे भी ऐसे ही काम करता रहेगा, जिनमें लोगों को केंद्र में रखा जाए, पर्यावरण की रक्षा हो और आने वाले समय के लिए जल सुरक्षा मजबूत बने।"

वॉटरशेड विकास एवं मृदा संरक्षण विभाग, राजस्थान सरकार के निदेशक, आईएएस श्री मुहम्मद जुनैद पी. पी. ने कहा , "मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के पहले चरण में जमीन पर बेहतर नतीजे मिले हैं, लेकिन आगे का सफर अभी लंबा है। सामाजिक संगठनों और सीएसआर साझेदारों के साथ मिलकर हम सबसे असरदार उपाय और नए प्रयोग पेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि अगला चरण सही दिशा में आगे बढ़ सके। उनके अनुसार, मिलकर एक साफ कार्ययोजना तय करने से लंबे समय तक जुड़ाव बना रहेगा और राजस्थान के गाँवों को स्थायी लाभ मिल सकेगा।"

वॉटरशेड महोत्सव का उद्देश्य समाज के लोगों, सरकारी टीमों और साझेदार संगठनों को एक साथ लाना रहा। यहाँ जमीनी स्तर पर हो रहे उत्कृष्ट कार्यों को पहचानने, उनसे सीखने और जल सुरक्षित राजस्थान की ओर और तेजी से बढ़ने पर जोर दिया गया।

देवघर- उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा के द्वारा सभी योजनाओं की पंचायत वार गहन समीक्षा की गई।
देवघर: उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा द्वारा 09 दिसंबर 2024 को प्रखंड कार्यालय देवीपुर के सभागार मे पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता आदि के साथ पंचायतवार प्रधानमंत्री आवास योजना, अबुआ आवास योजना ,मनरेगा के अंतर्गत वित्त वर्ष 2022-23 के पूर्व की लंबित विभिन्न योजनाओं जैसे बिरसा सिंचाई संबर्धन कूप मिशन योजना, पोटो हो खेल योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, डोभा,टी.सी.बी आदि योजनाओं की पंचायतवार गहन समीक्षा की गयी एवं विभागीय निर्देश के आलोक में प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा विगत 5 साल कि सभी योजनाओं में अनिवार्य रूप से सूचनापट्ट लगाने का निर्देश दिया गया। साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवीपुर को निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर सभी योजनाओं में सूचनापट्ट लगवाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त सभी पंचायत सेवक एवं रोजगार सेवक को पंचायत में संचिकाओं को उचित तरीके से संधारित करने एवं मनरेगा की सातअनिवार्य पंजीयों को एक सप्ताह में अद्यतन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही समीक्षा के क्रम मे लंबित आवास योजनाओं को एक सप्ताह में पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। लाभुकों को स समय भुगतान करने एवम् आवास योजना का लगातार पर्यवेक्षण एवम् अनुश्रवण करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकार, देवीपुर को दिया गया। इस समीक्षा बैठक मे प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, प्रखंड समन्वयक, प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवीपुर के साथ साथ डी आर डी ए,देवघर की निदेशक सागरी बराल, परियोजना पदाधिकारी प्रीति कुमारी, आदि उपस्थित थे।
काशी तमिल संगमम् के तृतीय दल के सदस्यो का महापौर एवं एमएलसी ने भव्य रूप से स्वागत एवं सम्मान किया

प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता एवं मजबूती प्रदान करने भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने का काम किया है-महापौर

हमारे भारत की संस्कृति ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है-उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी

‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति आध्यात्मिक विरासत को जानने और समझने का मिल रहा अवसर-सुरेन्द्र चौधरी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।काशी तमिल संगमम्’’कार्यक्रम के तृतीय दल के सदस्यों का सोमवार को प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यो का भव्य रूप से स्वागत किया गया।तृतीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।

इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।

इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में प्रयागराज पहुंचे तमिलनाडु के लोगो का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने के लिए काशी तमिल संगमम् यात्रा का आयोजन किया है।आप लोगो को इस यात्रा में काशी प्रयागराज की संस्कृति के साथ भारत की इस वैभवशाली परम्परा को देखने का अवसर प्राप्त हुआ है।

तमिल और हिन्दी के साहित्यकारो ने भारत की संस्कृति को सेतु के रूप में बांधने का काम किया है। तमिल साहित्यकार भारतीय नगराजन पूज्यसंत तिरूवल्लुवर जिन्होने जीवन के मर्म को लिखने का काम किया है ठीक उसी प्रकार से दोहो में हमारे उत्तर भारत के संत तुलसीदास सूरदास कालीदास के ग्रन्थो को अवलोकन करने के बाद सबका सार एक जैसा ही है सबने अपनी-अपनी भाषाओं में भारत के जीवन का सार लिखने का कार्य किया है। यही भारत की शक्ति है।उन्होने कहा कि हमारी पुरातम संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नही रहा। हमारी संस्कृति में‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमन्त्री बने है तब से भारत को जोड़ने का काम किया है।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन धर्म में समरसता देखने को मिल रही है।उन्होंने कहा कि बीते दिनो में मोदी एवं योगी के नेतृत्व में एक भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था जिसमें रिकार्ड 66 करोड़ से अधिक लोगो ने डुबकी लगायी थी जो एक मिसाल बन गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को सुनाते हुए कहा कि भारत कोई भूमि का टुकड़ा नही है यह एक जीता जागता राष्ट्र पुरूष है।यह वन्दन की धरती है अभिनंदन की धरती है यह तर्पण की भूमि है अर्पण की भूमि है इसकी एक-एक नदी हमारे लिए गंगा है कण-कण हमारे लिए शंकर है।जीयेगे तो भारत के लिए मरेंगे तो भारत के लिए।उन्होंने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी सदस्यों का तीर्थराज प्रयाग की भूमि पर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

उन्होंने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने तथा एक दूसरे की भाषा को सीखने व संवाद का सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यो को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये।

सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये।कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियो के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यो की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया।इस अवसर पर प्रा० सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचन्द्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे

जिलाधिकारी ने सभी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों के साथ बैठक

विधानसभावार एसआईआर कार्य की प्रगति विस्तार से समीक्षा की

अंतिम तिथि का इंतजार किए बिना ही सभी ईआरओ को महाअभियान चलाकर कार्य को पूर्ण कराय-जिलाधिकारी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जनपद में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के दृष्टिगत सभी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियो(ईआरओ)के साथ बैठक की गयी।बैठक में जिलाधिकारी ने सभी ईआरओ से विधानसभावार एसआईआर कार्य की प्रगति विस्तार से समीक्षा की तथा कार्य की प्रगति को बढ़ाये जाने हेतु सभी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।उन्होने सभी ईआरओ को डिजिटाइजेशन का कार्य 9 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने का लक्ष्य रखकर उसी के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर कार्य को पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है।

उन्होने कहा कि अंतिम तिथि का इंतजार किए बिना ही सभी ईआरओ महाअभियान चलाकर कार्य को पूर्ण कराये।उन्होने कार्य में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो बीएलए और अन्य लोगो का भी सहयोग लेने के लिए कहा है। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा ज्वाइंट मजिस्टेट भारती मीना सहित सभी ईआरओ व निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अपने अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को जानें’ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

गोण्डा।9 दिसम्बर,2025

महिला कल्याण विभाग की हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन टीम द्वारा शिक्षा क्षेत्र झंझरी के कम्पोजिट विद्यालय इमरती विशेन में ‘अपने अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को जानें’ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत बाल विवाह के दुष्प्रभावों, रोकथाम एवं कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई। डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर शिवेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक बालिका को शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान का अधिकार है।

उन्हें अपने अधिकारों और उपलब्ध सरकारी योजनाओं की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें। जेंडर स्पेशलिस्ट राजकुमार आर्य ने बताया कि सरकार द्वारा संचालित योजनाएं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, वन स्टॉप सेंटर एवं महिला हेल्पलाइन 1090/181 महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यक्रम में उन्‍होने बालिकाओं को विभिन्न योजनाओं की पात्रता, लाभ एवं आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस दौरान प्रधानाध्यापक रघुनाथ पाण्डेय, अर्चना रानी, विश्वनाथ प्रसाद साहू, गरिमा गुप्ता, मानसी चौहान, गुंजन मिश्रा व अर्चना सहित विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।

एआरटीओ ने बिना जीएसटी प्रपत्र के सुपारी लद एक ट्रक को पकड़ा,बकाया कर में 05 ट्रक सीज

फर्रुखाबाद।जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी जी के निर्देशन में आज 09/12/2025 को एआरटीओ-प्रवर्तन सुभाष राजपूत द्वारा माल वाहनों के विरूद्ध सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान बिना राज्य कर प्रपत्र सुपारी ढोते हुये एक ट्रक पकड़ा, जिसमें 55.20 लाख रुपए मूल्य की सुपारी लदी थी। एआरटीओ द्वारा दूरभाष पर अमित त्यागी सहायक आयुक्त (राज्य कर) सचल दल फतेहगढ़ से इस ट्रक के राज्य कर भुगतान का सत्यापन कराया गया तो उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वाहन में लदी सुपारी का जीएसटी जमा नहीं है।

बिल के अनुसार वाहन में लदा माल दिल्ली से गुवाहटी (असम) जा रहा था तभी सेन्ट्रल जेल से अल्लागंज की ओर जाते हुए एआरटीओ आफिस के पास पकड़ा गया। इस ट्रक को अमित त्यागी सहायक आयुक्त (राज्य कर) सचल दल फतेहगढ़ को सुपुर्द किया गया,उनके द्वारा इस ट्रक को सातनपुर मण्डी में सीज कर दिया गया है। परिवहन विभाग द्वारा इस ट्रक पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया और राज्य कर विभाग द्वारा 5.52 लाख रुपए का कर वसूल किया गया।

साथ ही 5 ट्रकों को 65 हजार रुपए के बकाया कर होने पर सीज किया गया ।

एक ओवरलोड ट्रक भी सीज किया गया। 02 ट्रक में रिफ्लेक्टिव टेप न लगा होने पर सीज किए गए।परिवहन विभाग द्वारा 10 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही की गई l साथ ही 1.23 लाख रुपए का जुर्माना और 65 हजार रुपए टैक्स लगाया गया। यह अभियान जारी रहेगा।

मूक नाटक दहेज का शानदार मंचन

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।दहेज एक ऐसा पुराना-सा थका-सा विषय जिसपर न जाने कब से लिखा और बोला जा रहा है पर समाज तो जैसे बहरा-सा हो गया है। इन उपस्थितियो में केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत अन्तर्राष्ट्रीय माईम कलाकार गोहाटी से मोईनुल हक ने बहरो को सुनाने के लिये एक कहानी की माईम में अवधारणा की और उसे अभिनव प्रयागराज के कलाकार सर्वेश प्रजापति ने अपने सहयोगी आदित्य सिंह के साथ मिलकर सरस्वती शिशु विद्या निकेतन कटघर के संयुक्त तत्वाधान में अपने निर्देशन में बीस बच्चों को लगभग 20 दिन के माईम प्रशिक्षण के बाद विद्यालय प्रांगण में एक घंटे की नाटिका"दहेज"की सफल प्रस्तुति दी।

नाटिका में बडे ही मनोरंजक ढंग से पण्डित वर फोटो दिखा के वधु पक्ष के लोगो को सन्तुष्ट करते है।फिर बारात प्रेक्षागृह के मध्य से निकलते हुए वधु पक्ष के निवास पर पहुँचती है वहां फेरो से पहले वर पक्ष भारी दहेज की मांग रखते हुए बारात वापस ले जाने को उद्यत होते है कि तभी वर और वधु आँखो आँखो में एक दूसरे को सहमत कर विवाह के फेरे ले लेते है और थक-हार के वर पक्ष के लोग भी विवाह में शामिल हो जाते हैं।

मूक अभिनय वाले इस नाटक से प्रेक्षागृह में बैठे दर्शको ने हर सीन में भरपूर मनोरंजन लिया और तालियां बजायी और वहीं यह संदेश भी लेके लौटे कि यदि आज के युवजन स्वयं दहेज लेने से इन्कार कर दे तो दहेज समस्या का निदान काफी हद तक सम्भव है।महापौर गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि सुशील राय विशिष्ट अतिथियो में दीपक शर्मा एवं प्रसिद्ध कलाकार रवीद्र कुशवाहा ने बाल कलाकारों के मूक अभिनव की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए बताया कि दहेज समस्या पूरे देश में दैत्य की तरह विकराल होता जा रहा है समाज को इस बुराई से बचना चाहिए।सर्वप्रथम अभिनव संस्था के अध्यक्ष प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक शैलेश श्रीवास्तव ने सभी अतिथियो का अंगवस्त्र से स्वागत किया।अंत में विद्या निकेतन के प्रधानाचार्य कमलेश मिश्र ने सभी अतिथियो का धन्यवाद ज्ञापन किया और बच्चो को आशीर्वाद दिया।

गया में उत्पाद विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध विदेशी शराब से भरे एक ट्रक को पकड़ा, 13,320 बोतलें बरामद

गया: गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र में मंगलवार को उत्पाद विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध विदेशी शराब से भरे एक ट्रक को पकड़ा है। कार्रवाई के दौरान टीम ने ट्रक के चालक को मौके से गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया ट्रक BR-06GC-1889 नंबर का है, जिसके माध्यम से भारी मात्रा में विदेशी शराब की तस्करी की जा रही थी।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान उदय कुमार, पिता–शिवनाथ राय, निवासी–राम मंदिर इनयातनगर रासुलपुर, थाना गोरौल, जिला वैशाली (बिहार) के रूप में हुई है। आरोपी की उम्र लगभग 40 वर्ष बताई जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने शराब के परिवहन संबंधी स्पष्ट जानकारी देने से इनकार किया है। हालांकि, उत्पाद विभाग टीम पूरे मामले की गहन जांच में जुटी हुई है।

जांच के दौरान ट्रक से 310 कार्टून विदेशी शराब, कुल 13,320 बोतलें बरामद की गई हैं। बरामद की गई शराब का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 40 लाख रुपये बताया जा रहा है। टीम ने शराब से लदे ट्रक को भी जप्त कर लिया है। उत्पाद विभाग का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि इसके पीछे संगठित तस्करी गिरोह सक्रिय है, जिसकी पहचान की दिशा में अनुसंधान जारी है।

सहायक आयुक्त उत्पाद ने बताया कि पूरे प्रकरण में कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान पूरा होने के बाद आरोपी के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में समर्पित किया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए लगातार निगरानी और छापेमारी की जा रही है, जिससे तस्करों पर नकेल कसी जा सके।

इस सफल कार्रवाई में उत्पाद विभाग के कई अधिकारी एवं जवान शामिल थे। छापामार दल में श्री विजय कुमार, श्री बन्टी यादव, श्री हलेन्द्र कुमार (स.अ.नि.म.नि.), मद्यनिषेध सिपाही, सैप बल एवं गृह रक्षक जवान सम्मिलित थे। टीम ने तकनीकी एवं स्थानीय सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

उत्पाद विभाग की इस बड़ी उपलब्धि से शराब माफियाओं के नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है। विभाग का कहना है कि आगे भी ऐसे अभियानों को और अधिक प्रभावी ढंग से जारी रखा जाएगा ताकि शराब तस्करी पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके।

महापौर ने 50 सदस्यो के दल तमिलनाडू से प्रयागराज पहुंचने पर उनका भव्य रूप से स्वागत किया

काशी तमिल संगमम् यात्रा ने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओं के नाम पर फैलाए गए भ्रमों को दूर करने का काम किया-महापौर

काशी तमिल संगमम यात्रा हमारी एकता समरसता और सांस्कृतिक गौरव का जीवंत उदाहरण

संजय द्विवेदी प्रयागराज।काशी तमिल संगमम् यात्रा के 50 सदस्य जो सड़क मार्ग से तमिलनाडू से चलकर मंगलवार को प्रयागराज के होटल रवीसा पहुंचे उनका भव्य रूप से स्वागत एवं अभिनंदन महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी द्वारा किया। दल में सम्मिलित सदस्यो का तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया। काशी तमिल संगमम्’’यात्रा दल में सम्मिलित सदस्यो के साथ होटल रवीसा में आयोजित कार्यक्रम में हेल्थ अवेयरनेस कैम्प तमिल साहित्य और भाषा की समृद्धि के बारे में जागरूकता डिजिटल तरीकों से शिक्षा की पहुंच को बढ़ाना फाइनेंशियल लिटरेसी के बारे में जागरूकता फैलाना शारीरिक और आध्यात्मिक सेहत एवं रिपेयर और मेंटेनेंस सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा माननीय प्रधानमंत्री की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओ के नाम पर फैलाए गए भ्रमो को दूर किया है।यह कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक एकता को जगाने वाला है।उन्होंने कहा कि काशी और तमिल संस्कृति के बीच प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक और विद्यानिष्ठ सम्बंध रहे है।यह संगमम युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का उत्कृष्ट माध्यम है।उन्होंने कहा कि हमारी पुरातन संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नहीं रहा। हमारी संस्कृति‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है।उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम यात्रा हमारे एकता समरसता और सांस्कृतिक गौरव का जीवंत उदाहरण है।इस अवसर पर नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह ने कहा कि काशी तमिल संगमम यात्रा भारतीय संस्कृति की उस आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है,जो उत्तर से दक्षिण तक हमें जोड़ती है।हमारे लिए यह गौरव का विषय है कि यह यात्रा यहां पहुंची और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सुअवसर प्रदान किया।काशी तमिल संगमम यात्रा में सम्मिलित सदस्यों ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन के पास स्थापित तिरूवल्लुवर की भव्य प्रतिमा का दर्शन भी किया।इस अवसर पर काशी तमिल संगमम यात्रा में सम्मिलित सदस्यो सहित अन्य सम्बंधित लोग उपस्थित रहे।

शुचिता और पारदर्शिता से ही मजबूत होगा लोकतंत्र—ब्रजेश पाठक

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने यमुनापार जिले में SIR अभियान की समीक्षा

मतदाता पुनरीक्षण में बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने पर दिया जोर

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR)के तहत आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल होना अत्यन्त आवश्यक है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी सही मतदाता का नाम सूची से छूटे नहीं और किसी भी फर्जी या गैर-पात्र व्यक्ति का नाम सूची में बने नहीं रहना चाहिए।इसके लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को पूरी गंभीरता व जिम्मेदारी के साथ जुटना होगा।उपमुख्यमंत्री ने कहा मतदाता सूची का व्यापक और पारदर्शी पुनरीक्षण ही मजबूत लोकतंत्र की पहचान है।यह अभियान केवल प्रशासनिक औपचारिकता नही बल्कि जनता के अधिकारों से जुड़ा महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।प्रत्येक बूथ पर जिम्मेदारी के साथ कार्य कर सुनिश्चित करें कि अधिकतम पात्र मतदाता शामिल हों।”आगे उन्होंने कहा कि“एक-एक मतदाता की पहचान कर संविधान की भावना के अनुरूप मतदाता जोड़ने का कार्य करे।बिहार के SIR अभियान में विपक्ष द्वारा जो 65 लाख फर्जी मृतक और नाबालिग मतदाता जोड़े गए थे वह उजागर हुआ।भाजपा कार्यकर्ताओं ने वहाँ पारदर्शिता से काम किया परिणाम यह हुआ कि आरजेडी के जंगलराज को जनता ने किनारे कर दिया। यही डर सपा-कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनाव को लेकर दिखाई दे रहा है।शुचिता और पारदर्शिता से चुनाव हुआ तो परिणाम उत्तर प्रदेश में भी स्पष्ट दिखाई देंगे।

उन्होंने घुसपैठियो के मुद्दे पर कहा कि“विपक्ष द्वारा जो फर्जी नाम जोड़े गए है उन्हें चिन्हित कर हटाया जाए और पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। SIR अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने का बड़ा माध्यम है।भाजपा का कार्यकर्ता बड़े से बड़ा दायित्व निभा सकता है-यह केवल भाजपा में ही संभव है।बूथ स्तर पर पारदर्शिता और निष्ठा के साथ कार्य कर लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है।पाठक ने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा“सही पात्र नागरिक का नाम छूटे नहीं और घुसपैठिए का नाम जुड़ न पाए—इस पर प्रत्येक कार्यकर्ता सतर्क रहे। भाजपा में पीछे बैठा कार्यकर्ता भी जिलाध्यक्ष बन सकता है यही पार्टी की असली ताकत है।बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष यमुनापार राजेश शुक्ल ने की। उन्होंने कहा कि हर मंडल और शक्ति केंद्र पर टीमें सक्रिय कर अभियान को गति दी जाएगी और सभी सम्बंधित पदाधिकारी सतत समीक्षा करते रहेंगे।

इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेंद्र चौधरी जिला प्रभारी अमरनाथ यादव विधायक दीपक पटेल विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी जिला सह-प्रवासी कविता पटेल सुशील मिश्रा जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह पटेल जिला संयोजक वीरेन्द्र शुक्ला जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी जिला मंत्री राजेश धनगर योगेश शुक्ला इंदु प्रकाश मिश्रा सहित अन्य गणमान्यजन पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

अजमेर में वॉटरशेड महोत्सव आयोजित: पिरामल फाउंडेशन के साथ मिलकर दिया समुदाय आधारित जल संरक्षण पर जोर

अजमेर, राजस्थान: राजस्थान सरकार ने शनिवार को अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में वॉटरशेड महोत्सव का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के जरिए जिले में हुए प्रगति का जश्न मनाने पर आधारित रहा। महोत्सव का मूल विचार यही था कि जल सुरक्षा तभी मजबूत होती है, जब इसे समुदाय खुद आगे बढ़कर लागू करे।

पाँच जिलों की टीमों ने अपने अनुभव साझा किए। पंचायत राज संस्थाओं, स्थानीय नेतृत्व और समुदाय समूहों के प्रतिनिधियों ने बताया कि जमीनी स्तर पर क्या बदलाव आया है और वॉटरशेड कार्यों से लोगों की जिंदगी में कैसे सुधार हुआ। कार्यक्रम में माननीय सांसद श्री भागीरथ चौधरी जी और विधायक वासुदेव देवनानी जी के साथ-साथ अजमेर के अन्य महत्वपूर्ण जिला अधिकारी शामिल रहे।

वॉटरशेड और मृदा संरक्षण विभाग के साझेदार के रूप में पिरामल फाउंडेशन ने कार्यक्रम का संचालन करने में अहम् भूमिका निभाई। समुदाय की भागीदारी से जल स्रोतों को फिर से जीवित करने के प्रयासों पर खास फोकस रहा, ताकि जल सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।

कार्यक्रम में पिरामल फाउंडेशन और ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन (एटीईसीएफ) द्वारा साथ मिलकर बनाई गई एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। इस फिल्म में बताया गया कि यदि तालाबों से गाद निकाल दी जाए, तो कैसे उनमें पानी जमा होने की क्षमता साफ तौर पर बढ़ जाती है। और यह काम मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) के तहत कैसे किया जा सकता है। साथ ही यह भी समझाया गया कि इसके लिए फिफ्टींथ फाइनेंस कमीशन (एफएफसी) की राशि का उपयोग किस तरह होता है। फिल्म के जरिए लोगों के सामने एक ऐसा आसान और कम खर्च वाला मॉडल पेश किया गया, जो जन भागीदारी पर आधारित है और जिसमें समुदाय सिर्फ हिस्सा ही नहीं बने, बल्कि उसकी जिम्मेदारी भी खुद ले।

पिछले तीन वर्षों में ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन और उसके सहयोगी संगठनों ने राजस्थान के 12 जिलों में करीब 1,200 जलाशयों को पुनर्जीवित करने में मदद की। हाल के चरण में यह काम वित्त आयोग (एफएफसी) की मदद से और पिरामल फाउंडेशन के साथ मिलकर और आगे बढ़ाया गया। इस पूरे काम का करीब 14 प्रतिशत हिस्सा नीति आयोग के आकांक्षी जिलों और ब्लॉक्स में हुआ। इससे लगभग 1,200 करोड़ लीटर अतिरिक्त पानी जमा करने की क्षमता बनी, जो 12 लाख से ज्यादा पानी के टैंकर्स के बराबर है। इस पहल से लगभग 1,800 गाँवों के करीब 18 लाख लोगों को फायदा पहुँचा।

डब्ल्यूआरआईएस के आँकड़ों के मुताबिक राजस्थान में करीब 82 हजार जलाशय हैं, जिनमें से लगभग 49 हजार को पुनर्जीवित किया जा सकता है। यदि जल निकायों के पुनरुद्धार (आरडब्ल्यूबी) को मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान (एमजेएसए) के साथ बड़े स्तर पर जोड़ा जाए, तो करीब 26 हजार गाँवों में जल सुरक्षा मजबूत हो सकती है। इससे करीब 33,210 करोड़ लीटर पानी जमा करने की क्षमता बन सकती है, भूजल रिचार्ज बेहतर होगा और पानी के टैंकरों पर होने वाले खर्च में लगभग 9,963 करोड़ रुपये की बचत संभव है।

इस अवसर पर पिरामल फाउंडेशन की स्कूल ऑफ क्लाइमेट एंड सस्टेनेबिलिटी की प्रमुख संगीता ममगैन ने कहा , "पिछले 17 वर्षों से पिरामल फाउंडेशन राजस्थान सरकार के साथ मिलकर स्कूल नेतृत्व, शिक्षकों की क्षमता और छात्रों की पढ़ाई के नतीजों को बेहतर बनाने पर काम करता रहा है। इसी अनुभव के आधार पर अब फाउंडेशन गांधी फेलोशिप मॉडल को प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन से जोड़ रहा है। अजमेर में एमजेएसए के तहत वॉटरशेड विकास एवं मृदा संरक्षण निदेशालय के साथ मिलकर जल स्रोतों के मशीन आधारित पुनर्जीवन में सहयोग किया गया, ताकि राजस्थान को जलवायु के लिहाज से ज्यादा मजबूत बनाया जा सके।"

इस मौके पर ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन की सीओओ अमृता कस्तूरी रंगन ने कहा , "राजस्थान पानी की अहमियत को अच्छी तरह समझता है। जब विभाग और फाउंडेशन एक साथ आते हैं, तो काम का असर कई गुना बढ़ जाता है। पिछले कुछ सालों में यह साफ दिखा है कि जब लोग, संस्थान और सिस्टम मिलकर काम करते हैं, तो जल स्रोतों का पुनर्जीवन तेजी से होता है। वॉटरशेड महोत्सव उसी साझी मेहनत को सराहने का एक मौका है। ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन आगे भी ऐसे ही काम करता रहेगा, जिनमें लोगों को केंद्र में रखा जाए, पर्यावरण की रक्षा हो और आने वाले समय के लिए जल सुरक्षा मजबूत बने।"

वॉटरशेड विकास एवं मृदा संरक्षण विभाग, राजस्थान सरकार के निदेशक, आईएएस श्री मुहम्मद जुनैद पी. पी. ने कहा , "मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के पहले चरण में जमीन पर बेहतर नतीजे मिले हैं, लेकिन आगे का सफर अभी लंबा है। सामाजिक संगठनों और सीएसआर साझेदारों के साथ मिलकर हम सबसे असरदार उपाय और नए प्रयोग पेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि अगला चरण सही दिशा में आगे बढ़ सके। उनके अनुसार, मिलकर एक साफ कार्ययोजना तय करने से लंबे समय तक जुड़ाव बना रहेगा और राजस्थान के गाँवों को स्थायी लाभ मिल सकेगा।"

वॉटरशेड महोत्सव का उद्देश्य समाज के लोगों, सरकारी टीमों और साझेदार संगठनों को एक साथ लाना रहा। यहाँ जमीनी स्तर पर हो रहे उत्कृष्ट कार्यों को पहचानने, उनसे सीखने और जल सुरक्षित राजस्थान की ओर और तेजी से बढ़ने पर जोर दिया गया।

देवघर- उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा के द्वारा सभी योजनाओं की पंचायत वार गहन समीक्षा की गई।
देवघर: उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा द्वारा 09 दिसंबर 2024 को प्रखंड कार्यालय देवीपुर के सभागार मे पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता आदि के साथ पंचायतवार प्रधानमंत्री आवास योजना, अबुआ आवास योजना ,मनरेगा के अंतर्गत वित्त वर्ष 2022-23 के पूर्व की लंबित विभिन्न योजनाओं जैसे बिरसा सिंचाई संबर्धन कूप मिशन योजना, पोटो हो खेल योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, डोभा,टी.सी.बी आदि योजनाओं की पंचायतवार गहन समीक्षा की गयी एवं विभागीय निर्देश के आलोक में प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा विगत 5 साल कि सभी योजनाओं में अनिवार्य रूप से सूचनापट्ट लगाने का निर्देश दिया गया। साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवीपुर को निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर सभी योजनाओं में सूचनापट्ट लगवाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त सभी पंचायत सेवक एवं रोजगार सेवक को पंचायत में संचिकाओं को उचित तरीके से संधारित करने एवं मनरेगा की सातअनिवार्य पंजीयों को एक सप्ताह में अद्यतन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही समीक्षा के क्रम मे लंबित आवास योजनाओं को एक सप्ताह में पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। लाभुकों को स समय भुगतान करने एवम् आवास योजना का लगातार पर्यवेक्षण एवम् अनुश्रवण करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकार, देवीपुर को दिया गया। इस समीक्षा बैठक मे प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, प्रखंड समन्वयक, प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवीपुर के साथ साथ डी आर डी ए,देवघर की निदेशक सागरी बराल, परियोजना पदाधिकारी प्रीति कुमारी, आदि उपस्थित थे।
काशी तमिल संगमम् के तृतीय दल के सदस्यो का महापौर एवं एमएलसी ने भव्य रूप से स्वागत एवं सम्मान किया

प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता एवं मजबूती प्रदान करने भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने का काम किया है-महापौर

हमारे भारत की संस्कृति ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है-उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी

‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति आध्यात्मिक विरासत को जानने और समझने का मिल रहा अवसर-सुरेन्द्र चौधरी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।काशी तमिल संगमम्’’कार्यक्रम के तृतीय दल के सदस्यों का सोमवार को प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यो का भव्य रूप से स्वागत किया गया।तृतीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।

इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।

इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में प्रयागराज पहुंचे तमिलनाडु के लोगो का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने के लिए काशी तमिल संगमम् यात्रा का आयोजन किया है।आप लोगो को इस यात्रा में काशी प्रयागराज की संस्कृति के साथ भारत की इस वैभवशाली परम्परा को देखने का अवसर प्राप्त हुआ है।

तमिल और हिन्दी के साहित्यकारो ने भारत की संस्कृति को सेतु के रूप में बांधने का काम किया है। तमिल साहित्यकार भारतीय नगराजन पूज्यसंत तिरूवल्लुवर जिन्होने जीवन के मर्म को लिखने का काम किया है ठीक उसी प्रकार से दोहो में हमारे उत्तर भारत के संत तुलसीदास सूरदास कालीदास के ग्रन्थो को अवलोकन करने के बाद सबका सार एक जैसा ही है सबने अपनी-अपनी भाषाओं में भारत के जीवन का सार लिखने का कार्य किया है। यही भारत की शक्ति है।उन्होने कहा कि हमारी पुरातम संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नही रहा। हमारी संस्कृति में‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमन्त्री बने है तब से भारत को जोड़ने का काम किया है।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन धर्म में समरसता देखने को मिल रही है।उन्होंने कहा कि बीते दिनो में मोदी एवं योगी के नेतृत्व में एक भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था जिसमें रिकार्ड 66 करोड़ से अधिक लोगो ने डुबकी लगायी थी जो एक मिसाल बन गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को सुनाते हुए कहा कि भारत कोई भूमि का टुकड़ा नही है यह एक जीता जागता राष्ट्र पुरूष है।यह वन्दन की धरती है अभिनंदन की धरती है यह तर्पण की भूमि है अर्पण की भूमि है इसकी एक-एक नदी हमारे लिए गंगा है कण-कण हमारे लिए शंकर है।जीयेगे तो भारत के लिए मरेंगे तो भारत के लिए।उन्होंने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी सदस्यों का तीर्थराज प्रयाग की भूमि पर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

उन्होंने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने तथा एक दूसरे की भाषा को सीखने व संवाद का सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यो को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये।

सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये।कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियो के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यो की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया।इस अवसर पर प्रा० सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचन्द्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे

जिलाधिकारी ने सभी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों के साथ बैठक

विधानसभावार एसआईआर कार्य की प्रगति विस्तार से समीक्षा की

अंतिम तिथि का इंतजार किए बिना ही सभी ईआरओ को महाअभियान चलाकर कार्य को पूर्ण कराय-जिलाधिकारी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जनपद में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के दृष्टिगत सभी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियो(ईआरओ)के साथ बैठक की गयी।बैठक में जिलाधिकारी ने सभी ईआरओ से विधानसभावार एसआईआर कार्य की प्रगति विस्तार से समीक्षा की तथा कार्य की प्रगति को बढ़ाये जाने हेतु सभी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।उन्होने सभी ईआरओ को डिजिटाइजेशन का कार्य 9 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने का लक्ष्य रखकर उसी के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर कार्य को पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है।

उन्होने कहा कि अंतिम तिथि का इंतजार किए बिना ही सभी ईआरओ महाअभियान चलाकर कार्य को पूर्ण कराये।उन्होने कार्य में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो बीएलए और अन्य लोगो का भी सहयोग लेने के लिए कहा है। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा ज्वाइंट मजिस्टेट भारती मीना सहित सभी ईआरओ व निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अपने अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को जानें’ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

गोण्डा।9 दिसम्बर,2025

महिला कल्याण विभाग की हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन टीम द्वारा शिक्षा क्षेत्र झंझरी के कम्पोजिट विद्यालय इमरती विशेन में ‘अपने अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को जानें’ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत बाल विवाह के दुष्प्रभावों, रोकथाम एवं कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई। डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर शिवेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक बालिका को शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान का अधिकार है।

उन्हें अपने अधिकारों और उपलब्ध सरकारी योजनाओं की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें। जेंडर स्पेशलिस्ट राजकुमार आर्य ने बताया कि सरकार द्वारा संचालित योजनाएं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, वन स्टॉप सेंटर एवं महिला हेल्पलाइन 1090/181 महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यक्रम में उन्‍होने बालिकाओं को विभिन्न योजनाओं की पात्रता, लाभ एवं आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस दौरान प्रधानाध्यापक रघुनाथ पाण्डेय, अर्चना रानी, विश्वनाथ प्रसाद साहू, गरिमा गुप्ता, मानसी चौहान, गुंजन मिश्रा व अर्चना सहित विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।

एआरटीओ ने बिना जीएसटी प्रपत्र के सुपारी लद एक ट्रक को पकड़ा,बकाया कर में 05 ट्रक सीज

फर्रुखाबाद।जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी जी के निर्देशन में आज 09/12/2025 को एआरटीओ-प्रवर्तन सुभाष राजपूत द्वारा माल वाहनों के विरूद्ध सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान बिना राज्य कर प्रपत्र सुपारी ढोते हुये एक ट्रक पकड़ा, जिसमें 55.20 लाख रुपए मूल्य की सुपारी लदी थी। एआरटीओ द्वारा दूरभाष पर अमित त्यागी सहायक आयुक्त (राज्य कर) सचल दल फतेहगढ़ से इस ट्रक के राज्य कर भुगतान का सत्यापन कराया गया तो उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वाहन में लदी सुपारी का जीएसटी जमा नहीं है।

बिल के अनुसार वाहन में लदा माल दिल्ली से गुवाहटी (असम) जा रहा था तभी सेन्ट्रल जेल से अल्लागंज की ओर जाते हुए एआरटीओ आफिस के पास पकड़ा गया। इस ट्रक को अमित त्यागी सहायक आयुक्त (राज्य कर) सचल दल फतेहगढ़ को सुपुर्द किया गया,उनके द्वारा इस ट्रक को सातनपुर मण्डी में सीज कर दिया गया है। परिवहन विभाग द्वारा इस ट्रक पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया और राज्य कर विभाग द्वारा 5.52 लाख रुपए का कर वसूल किया गया।

साथ ही 5 ट्रकों को 65 हजार रुपए के बकाया कर होने पर सीज किया गया ।

एक ओवरलोड ट्रक भी सीज किया गया। 02 ट्रक में रिफ्लेक्टिव टेप न लगा होने पर सीज किए गए।परिवहन विभाग द्वारा 10 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही की गई l साथ ही 1.23 लाख रुपए का जुर्माना और 65 हजार रुपए टैक्स लगाया गया। यह अभियान जारी रहेगा।

मूक नाटक दहेज का शानदार मंचन

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।दहेज एक ऐसा पुराना-सा थका-सा विषय जिसपर न जाने कब से लिखा और बोला जा रहा है पर समाज तो जैसे बहरा-सा हो गया है। इन उपस्थितियो में केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत अन्तर्राष्ट्रीय माईम कलाकार गोहाटी से मोईनुल हक ने बहरो को सुनाने के लिये एक कहानी की माईम में अवधारणा की और उसे अभिनव प्रयागराज के कलाकार सर्वेश प्रजापति ने अपने सहयोगी आदित्य सिंह के साथ मिलकर सरस्वती शिशु विद्या निकेतन कटघर के संयुक्त तत्वाधान में अपने निर्देशन में बीस बच्चों को लगभग 20 दिन के माईम प्रशिक्षण के बाद विद्यालय प्रांगण में एक घंटे की नाटिका"दहेज"की सफल प्रस्तुति दी।

नाटिका में बडे ही मनोरंजक ढंग से पण्डित वर फोटो दिखा के वधु पक्ष के लोगो को सन्तुष्ट करते है।फिर बारात प्रेक्षागृह के मध्य से निकलते हुए वधु पक्ष के निवास पर पहुँचती है वहां फेरो से पहले वर पक्ष भारी दहेज की मांग रखते हुए बारात वापस ले जाने को उद्यत होते है कि तभी वर और वधु आँखो आँखो में एक दूसरे को सहमत कर विवाह के फेरे ले लेते है और थक-हार के वर पक्ष के लोग भी विवाह में शामिल हो जाते हैं।

मूक अभिनय वाले इस नाटक से प्रेक्षागृह में बैठे दर्शको ने हर सीन में भरपूर मनोरंजन लिया और तालियां बजायी और वहीं यह संदेश भी लेके लौटे कि यदि आज के युवजन स्वयं दहेज लेने से इन्कार कर दे तो दहेज समस्या का निदान काफी हद तक सम्भव है।महापौर गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि सुशील राय विशिष्ट अतिथियो में दीपक शर्मा एवं प्रसिद्ध कलाकार रवीद्र कुशवाहा ने बाल कलाकारों के मूक अभिनव की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए बताया कि दहेज समस्या पूरे देश में दैत्य की तरह विकराल होता जा रहा है समाज को इस बुराई से बचना चाहिए।सर्वप्रथम अभिनव संस्था के अध्यक्ष प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक शैलेश श्रीवास्तव ने सभी अतिथियो का अंगवस्त्र से स्वागत किया।अंत में विद्या निकेतन के प्रधानाचार्य कमलेश मिश्र ने सभी अतिथियो का धन्यवाद ज्ञापन किया और बच्चो को आशीर्वाद दिया।

गया में उत्पाद विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध विदेशी शराब से भरे एक ट्रक को पकड़ा, 13,320 बोतलें बरामद

गया: गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र में मंगलवार को उत्पाद विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध विदेशी शराब से भरे एक ट्रक को पकड़ा है। कार्रवाई के दौरान टीम ने ट्रक के चालक को मौके से गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया ट्रक BR-06GC-1889 नंबर का है, जिसके माध्यम से भारी मात्रा में विदेशी शराब की तस्करी की जा रही थी।

गिरफ्तार आरोपी की पहचान उदय कुमार, पिता–शिवनाथ राय, निवासी–राम मंदिर इनयातनगर रासुलपुर, थाना गोरौल, जिला वैशाली (बिहार) के रूप में हुई है। आरोपी की उम्र लगभग 40 वर्ष बताई जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने शराब के परिवहन संबंधी स्पष्ट जानकारी देने से इनकार किया है। हालांकि, उत्पाद विभाग टीम पूरे मामले की गहन जांच में जुटी हुई है।

जांच के दौरान ट्रक से 310 कार्टून विदेशी शराब, कुल 13,320 बोतलें बरामद की गई हैं। बरामद की गई शराब का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 40 लाख रुपये बताया जा रहा है। टीम ने शराब से लदे ट्रक को भी जप्त कर लिया है। उत्पाद विभाग का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि इसके पीछे संगठित तस्करी गिरोह सक्रिय है, जिसकी पहचान की दिशा में अनुसंधान जारी है।

सहायक आयुक्त उत्पाद ने बताया कि पूरे प्रकरण में कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान पूरा होने के बाद आरोपी के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में समर्पित किया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए लगातार निगरानी और छापेमारी की जा रही है, जिससे तस्करों पर नकेल कसी जा सके।

इस सफल कार्रवाई में उत्पाद विभाग के कई अधिकारी एवं जवान शामिल थे। छापामार दल में श्री विजय कुमार, श्री बन्टी यादव, श्री हलेन्द्र कुमार (स.अ.नि.म.नि.), मद्यनिषेध सिपाही, सैप बल एवं गृह रक्षक जवान सम्मिलित थे। टीम ने तकनीकी एवं स्थानीय सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

उत्पाद विभाग की इस बड़ी उपलब्धि से शराब माफियाओं के नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है। विभाग का कहना है कि आगे भी ऐसे अभियानों को और अधिक प्रभावी ढंग से जारी रखा जाएगा ताकि शराब तस्करी पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके।