रामलीला महोत्सव का भव्य शुभारंभ, अयोध्या के कलाकारों ने मंत्रमुग्ध किया भव्य मंचन
राम ईश्वर प्रजापति रसड़ा नगरा बलिया! नगरा में जनता इंटर कॉलेज के
प्रांगण में सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वावधान में भव्य रामलीला महोत्सव का शुभारंभ धूमधाम से हुआ। इस वर्ष भी अयोध्या के नाट्य कलाकारों ने अपनी अद्भुत कला से धार्मिक प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रथम दिन कलाकारों ने राम कथा के प्रमुख प्रसंगों जैसे नारद मोह भंग, रावण जन्म, वरदान प्राप्ति और रावण विवाह का मंचन विशेष प्रभाव के साथ प्रस्तुत किया, जिससे दर्शकों में वातावरण भक्तिमय हो गया।कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन नगर पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती इंदु देवी, इंजीनियर सुशील कुमार, सूर्यनाथ पांडे एवं एलआईसी के वरिष्ठ अभिकर्ता राधेश्याम सिंह ने मिलकर भगवान श्रीराम-जानकी की पूजा-अर्चना कर तिलक-माला पहनाकर और आरती उतारकर किया। इस अवसर पर रामलीला समिति ने अपनी ओर से समारोह में सेवाओं देने वाले सभी सेवकों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया, जिससे उनकी मेहनत और योगदान को सराहा गया।जनता इंटर कॉलेज के विशाल प्रांगण में आयोजित इस महोत्सव में प्रतिदिन भगवान राम की जीवन गाथा से जुड़े विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक प्रसंगों का नाट्य मंचन किया जाएगा। रामलीला के इस आयोजन से न केवल धार्मिक चेतना जागृत होगी, बल्कि रोजगार और सांस्कृतिक उत्थान का भी मार्ग प्रशस्त होगा। स्थानीय जनसमूह ने कलाकारों के अभिनय की भरपूर प्रशंसा की और इस आयोजन को सफल बनाने में समिति के सदस्यों की भी सराहना की।सार्वजनिक रामलीला समिति द्वारा इस आयोजन को भव्य स्वरूप देने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा व्यवस्थाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है ताकि श्रद्धालु आराम से भगवान राम की लीलाओं का दर्शन कर सकें। आगामी दिनों में भी इस रामलीला महोत्सव में अयोध्या से आए कलाकार रामायण के अन्य महत्वपूर्ण प्रसंगों का मंचन कर श्रद्धालुओं के हृदय को छूते रहेंगे।यह रामलीला महोत्सव धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक समर्पण का सुंदर उदाहरण बनकर क्षेत्रवासियों के लिए उत्साह और ऊर्जा का स्रोत बना हुआ है। इस आयोजन से स्थानीय लोगों में आपसी सौहार्द और भाईचारे को भी बढ़ावा मिलेगा, जो समाज के उत्थान के लिए अत्यंत आवश्यक है।इस प्रकार, जनता इंटर कॉलेज में चल रहा यह रामलीला महोत्सव न केवल बलिया बल्कि आस-पास के इलाकों के लिए भी धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व के रूप में यादगार सिद्ध होगा
Sep 24 2025, 19:54